नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए भाजपा ने नियुक्त किए संयोजक, इन्हें दी जिम्मेदारी

रायपुर-  भाजपा की दो दिवसीय संगठन बैठक में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए चर्चा हुई. इसमें भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी को नगरीय निकाय और पूर्व विधायक सौरभ सिंह को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए संयोजक नियुक्त किया गया है. इस बात की जानकारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने दी. 

भाजपा की दो दिवसीय संभागवार बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने मीडिया से चर्चा में बताया कि लगातार 2 दिनों से संगठन का महापर्व प्रारंभ है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दिए गए सदस्यता अभियान लक्ष्य को पार कर लिए हैं. संगठन से जुड़े सभी विषयों को लेकर बैठक में चर्चा हुई है. कल से लेकर आज तक सभी संभागों की चर्चा हुई.

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नेतृत्व का मार्गदर्शन मिला है. सदयस्ता अभियान में अच्छे परफॉर्मेंस पर किरण सिंह देव ने कहा कि बीजेपी के समस्त कार्यकर्ता अपना सम्पूर्ण समय दे रहे हैं. सभी के लिए सम्मान के कार्यक्रम किए जाएंगे. जिलों में मंडलों में सम्मान किया जाएगा.

तकनीक की उड़ान से ड्रोन दीदी चंद्रकली वर्मा ने खरीफ और रबी सीजन में कमाये दो लाख रुपए, बिटिया को बना रहीं आईटी इंजीनियर

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि जो हाथ कुशलता से चूल्हा-चौका का काम करते हैं वे तकनीक के क्षेत्र में भी उतनी ही कुशलता का परिचय दे सकते हैं। डबल इंजन की सरकार में महिलाएं न सिर्फ आर्थिक रूप से अपितु तकनीकी रूप से भी सक्षम हो रही हैं।छत्तीसगढ़ की ड्रोन दीदियों ने इस सोच को साकार कर दिया है।

रायपुर जिले की ग्राम नगपुरा की ड्रोन दीदी चंद्रकली की सफलता की उड़ान ड्रोन की तरह है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम से वे भी ड्रोन दीदी बनीं। उन्होंने ड्रोन चलाना सीखा और बहुत थोड़े समय में इसमें कुशल हो गईं। चंद्रकली बताती हैं कि हुनरमंद होने से उनके काम का मूल्य भी कई गुना बढ़ गया। वे केवल 10 मिनटों में एक एकड़ खेत में कीटनाशक का छिड़काव कर देती हैं और इससे 300 रुपए कमा लेती हैं। गांव में खेतों में छिड़काव के बाद उनके ड्रोन चालन की कुशलता की जानकारी पड़ोसी गांवों में भी फैल गई। उन्हें खूब काम मिला और पूरी लगन के साथ चंद्रकली ने लगभग 700 एकड़ खेतों में कीटनाशकों का छिड़काव कर दिया।

सबसे बड़ी खूबी यह है कि तकनीक ने उन्हें समय की बाधा से पूरी तरह से मुक्त कर दिया। वे बच्चों को तैयार करती हैं। घर में चूल्हा-चौका कर लेती हैं फिर खेतों के लिए निकल पड़ती हैं। उनके हाथ में ड्रोन का रिमोट होता है। जैसे ही चंद्रकली ड्रोन कंट्रोल रिमोट ऑन करती हैं, धीरे-धीरे ड्रोन गति लेते हुए आसमान की ओर उड़ता है और खेत का चक्कर काटने लगता है। अब चंद्रकली अपने गांव सहित आसपास के क्षेत्र में ड्रोन दीदी के नाम से जानी जाती है।

रायपुर जिले की आरंग विकासखंड की निवासी श्रीमती वर्मा कुछ महीनों पहले महिला समूह से जुडकर बहुत ही कम आमदनी प्राप्त कर रही थीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवंबर 2023 को नमो ड्रोन दीदी योजना की शुरूआत की थी, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को तकनीकी रूप से सशक्त करते हुए आत्मनिर्भर बनाते हुए आधुनिकता से जोड़ना है। इसी योजना के तहत छत्तीसगढ़ की महिला स्व-सहायता समूहों की सदस्यों को चयन किया गया जिसमें रायपुर जिले की चन्द्रकली वर्मा भी शामिल थी।

श्रीमती चन्द्रकली बताती हैं कि उनके समूह में अच्छे कार्य को देखते हुए इस योजना के लिए चयनित किया गया और ऑनलाइन इन्टरव्यू हुआ। जिसके लिए उन्हें ग्वालियर में 15 दिन की ट्रेनिंग दी गई और दिसंबर 2023 में इन्हें ड्रोन निःशुल्क दिया गया, साथ ही परिवहन के लिए ड्रोन वाहन दिया गया। वे बताती हैं कि मुझे अन्य दीदियों के साथ उत्तर प्रदेश के फूलपुर में आमंत्रित किया गया, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें नमो ड्रोन दीदी की उपाधि दी। इसके बाद श्रीमती चन्द्रकला के आने बाद किसानों को इसकी बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मैनुवल तरीके से कीटनाशक का छिड़काव करने की अपेक्षा अब यह काम तकनीक की सहायता से ड्रोन से मिनटों में ही हो जाता है। धीरे-धीरे उन्हें काम मिलने लगा। चंद्रकला दो लाख रूपये से अधिक की आय अर्जित कर चुकी है जिससे वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहीं है उनकी बेटी आईटी में इंजीनियरिंग कर रही हैं। तकनीक का महत्व जब चंद्रकला ने समझा तो अपनी बिटिया को भी तकनीक की ओर मोड़ दिया, यह चमत्कार नमो ड्रोन दीदी योजना का है।

श्रीमती चन्द्रकला कहती हैं कि मुझे गर्व है कि मै ड्रोन दीदी हूं। मै आज नई तकनीक का उपयोग कर रही हूं। अपने गांव के खेती किसानी में मदद कर रही हूं, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि होगी और लागत भी कम आएगी। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देती हूं और अन्य महिलाओं से आग्रह करती हूं कि इस तकनीक से जुड़ें और छत्तीसगढ़ को और आगे बढ़ाएं।

मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर व सरगुजा संभाग में कुल 83 चिकित्सा अधिकारियों के संविदा नियुक्ति आदेश जारी

रायपुर-  राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने व स्वास्थ्य सेवाओं की प्रदायगी हेतु पर्याप्त मानव संसाधन की उपलब्धता को सुनिश्चित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश व स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा पदों पर चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति प्रदान करते हुए पदस्थापना आदेश जारी किए गए हैं।

प्रदेश के रायपुर संभाग के शासकीय अस्पतालों में 31 चिकित्सा अधिकारियों, बिलासपुर संभाग में 22 चिकित्सा अधिकारियों, सरगुजा संभाग में 03 चिकित्सा अधिकारियों के साथ दुर्ग संभाग में 27चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा आज इन नवीन संविदा चिकित्सा अधिकारियों की पदस्थापना के आदेश जारी किए गए हैं। इन डॉक्टरों को संबंधित जिले के विभिन्न ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा जिला चिकित्सालयों में पदस्थ किया गया है। नवीन संविदा चिकित्सा अधिकारी की पदस्थापना से त्वरित इलाज में तेजी आएगी और चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा।

रायपुर संभाग हेतु चिकित्सा अधिकारी(संविदा) के जारी आदेश में डॉ शुभम विश्वकर्मा, डॉ प्रिदम्बिनी नायक, डॉ तोयेष चंद्राकर, डॉ स्मृति इंगोले, डॉ साहिल कुमार, डॉ मिलनदीप कौर, डॉ देवांग शाह, डॉ नीलम जायसवाल, डॉ चंद्र शेखर जायसवाल, डॉ वाय. मुनमुन, डॉ यशवंत सोनी, डॉ दीक्षा थवाईत, डॉ ऋतम्भरा शर्मा, डॉ वैशाली चौरसिया, डॉ यूसुफ उस्मानी, डॉ एम शिवानी राव, डॉ निशा पैकरा, डॉ शिखा शुक्ला, डॉ सोनाली अवधिया, डॉ सुब्रनिल घोष, डॉ सचिन अग्रवाल, डॉ अम्मूनाथ अनमोल पांडेय, डॉ प्रशांत कुमार पांडेय, डॉ अदिबा खान, डॉ श्रेया मुखर्जी, डॉ एशिनी अग्रवाल, डॉ प्रीति खालखो, डॉ विकास सिंह, डॉ विपिन कुमार सिंह, डॉ संग्राम येरेवार, डॉ मयंक शर्मा व बिलासपुर संभाग हेतु डॉ सावी शुक्ला, डॉ सोनाली प्रकाश, डॉ धनंजय कुमार निर्मलकर, डॉ विवेक पटेल, डॉ कृष्ण कुमार कुम्भकार, डॉ अदिति सिंह, डॉ नीलमणी सिंह, डॉ जोन कुजूर, डॉ पूजा सिंह, डॉ निशि निर्मलकर, डॉ प्रफुल्लता कंवर, डॉ अमीशा टेकाम, डॉ पूर्णिमा कंवर, डॉ दिव्या अंकित रोहलेदार, डॉ अनुभूति नंद, डॉ अदिति मारिया लाकरा, डॉ रितीशा वेरोनिका थॉमस,डॉ प्रियंका सिंह पैकरा, डॉ संदीप पटेल, डॉ ज्योत्सना गुप्ता, डॉ स्मृति रानी लकड़ा, डॉ त्रिलोक जागीतानाथ हिमधर व दुर्ग संभाग हेतु डॉ कृति ठाकुर, डॉ दामिनी नाग, डॉ शशांक बारले, डॉ प्रिया चन्दानन, डॉ श्रीयम शुक्ला, डॉ सुदीप्ता पाल, डॉ संध्या कंवर, डॉ सौरीन चटर्जी, डॉ सुधांशु शेखर सेनापति, डॉक्स नवेद मालिक, डॉ सुलेखा विंध्यराज, डॉ मोनिका मरकाम, डॉ हितेश प्रसाद पात्रे, डॉ अंजलि आर जोसेफ, डॉ प्रणय दत्ता, डॉ मोहम्मद असहर खान, डॉ पलक मेश्राम, डॉ रुपाली सिंह, डॉ राजेश्वर प्रसाद हेटली, डॉ अवधेश सिदार, डॉ प्रतीक साहू, डॉ प्रियंका गेन्ड्रे, डॉ मोहम्मद अरशद अंसार, डॉ सैयद ताजिश अली, डॉ अकांक्षा श्रीवास्तव, डॉ योगिता पांडरे, डॉ भाविका टंडन के साथ सरगुजा संभाग हेतु डॉ भोजमनियां, डॉ प्रेमा कुजूर व डॉ अभिषेक नामदेव को विभिन्न जिलों में पदस्थ किया गया है ।

दर्दनाक सड़क हादसा: ट्रक और कार में आमने सामने की भिड़ंत, 4 लोगों ने मौके पर तोड़ा दम, 1 की हालत गंभीर, कटर मशीन से काटकर निकाले गए शव…

सरगुजा-   छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के गुमगा गांव में एक बड़ा सड़क हादसा हो गया जिस में 4 लोगों की मौत हो गई. स्कोडा कार और ट्रक के बीच भिड़ंत के चलते यह हादसा हुआ. इस हादसे में कार में सवार 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 1 की गंभीर रूप से घायल है. कार में सवार सभी लोग राजधानी रायपुर के निवासी बताए जा रहे हैं. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शवों को पीएम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

जानकारी के अनुसार, हादसे में जान गंवाने वालों में रायपुर निवासी दिनेश साहू, संजीव, और राहुल के नाम सामने आए हैं, जबकि दो अन्य की पहचान अभी नहीं हो पाई है. स्कोडा सवार रायपुर के चंगोराभाठा इलाके के निवासी थे.

बता दें, हादसा इतना भीषण था कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. कार में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए कटर मशीन का इस्तेमाल करना पड़ा. हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और गंभीर रूप से घायल व्यक्ति का इलाज अस्पताल में जारी है.

राजधानी में चोरों के हौसले बुलंद, दिन-दहाड़े शिव मंदिर से पार किए मुकुट और गहने, हनुमान मूर्ती क्षतीग्रस्त कर निकाली चांदी की आंख…

रायपुर-   राजधानी के रामकुंड क्षेत्र में इन दिनों चोरों के हौसले बुलंद हैं. चोरों ने क्षेत्र के कई मंदिरों को अपना निशाना बनाया है. शुक्रवार को दिनदहाड़े अज्ञात चोरों ने हनुमान और शिव मंदिर समेत पांच मंदिरों को निशाना बनाया. चोरों ने देव प्रतिमाओं से चांदी की आंखें, मुकुट और अन्य गहने चोरी कर लिए. चोरी की वारदात सीसीसटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसे मंदिर समिति ने आजाद चौक थाने में सौंपकर शिकायत दर्ज कराई है. वहीं मंदिरों में चोरी को लेकर श्रद्धालुओं में नाराजगी देखी जा रही है. फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामला दर्ज कर चोरों की तलाश में जुट गई है.

देव प्रतिमाओं को पहुंचाई गई क्षति

बता दें, चोरों ने न केवल गहने चुराए, बल्कि देव प्रतिमाओं को भी नुकसान पहुंचाया. रामकुंड स्थित हनुमान मंदिर में प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर चांदी की आंखें उखाड़ दी गईं, जबकि शिव मंदिर से मुकुट चोरी कर लिया गया. आमा तालाब के पास दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में भी चोरी की घटना हुई है.

पार्षद दीपक जायसवाल ने बताया कि यह वारदात दिनदहाड़े हुई जब मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना-जाना जारी था. सुरक्षा के लिए मंदिरों में दिन के समय ताला नहीं लगाया जाता, जिसका चोरों ने फायदा उठाया. घटना में किसी नशेड़ी के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है. सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध को मंदिरों के आसपास घूमते और अंदर जाते हुए देखा गया है. पुलिस ने फुटेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.

श्रद्धालुओं में आक्रोश

मंदिर में भगवान की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने और चोरी की घटनाओं ने श्रद्धालुओं को आक्रोशित कर दिया है. वे आरोपी की जल्द गिरफ्तारी और मंदिरों में सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं.

सूरजपुर डबल मर्डर मामले में बड़ी कार्रवाई: एसपी ने आरोपियों के मददगार आरक्षक को किया बर्खास्त…

रायपुर- सूरजपुर डबल मर्डर मामले में बड़ी करते हुए एसपी प्रशांत ठाकुर ने आरक्षक प्रदीप साहू को बर्खास्त कर दिया है. आरक्षक पर हत्या के आरोपियों की मदद करने का आरोप है.

बता दें कि 13 अक्टूबर को सिटी कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी मेहनाज और उसकी बेटी आलिया की हत्या कर शवों को घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर एक गढ्ढे में फेंक दिया था. इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

इस मामले में आरोपियों की मदद करने के आरोप पर आरक्षक प्रदीप साहू के खिलाफ जांच टीम गठित की गई थी, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद सूरजपुर एसपी प्रशांत ठाकुर बर्खास्तगी की कार्रवाई की है.

एक करोड़ की लागत से होगा पीएचसी का रिनोवेशन, तीन महीनों में काम पूरा करने के निर्देश

रायपुर-      बिलासपुर जिले के सीपत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) का लगभग एक करोड़ रुपए की लागत से रिनोवेशन किया जाएगा। विभिन्न योजनाओं के कन्वर्जेंस से यह राशि जुटाई जाएगी। बिलासपुर के कलेक्टर अवनीश शरण ने आज अस्पताल भवन एवं परिसर का निरीक्षण कर डॉक्टरों और इंजीनियरों के साथ बैठकर रिनोवेशन की कार्ययोजना बनाई। उन्होंने सीजीएमएससी (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन) और आरईएस (ग्रामीण यांत्रिकी सेवा) के अधिकारियों को अगले तीन महीनों में रिनोवेशन का काम पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव, पीएचसी की प्रभारी डॉ. आकांक्षा दुबे और डीपीएम पीयूली मजूमदार सहित आरईएस और सीजीएमएससी के अधिकारी भी इस दौरान मौजूद थे।

कलेक्टर अवनीश शरण ने अस्पताल परिसर में बने शासकीय आवास गृहों में रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की समस्याएं सुनी और रिनोवेशन की कार्ययोजना में इसे भी शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने इलाज कराने आए मरीजों से मुलाकात कर अस्पताल की व्यवस्था के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने महिला वार्ड का भ्रमण कर प्रसव की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। श्री शरण ने बढ़ते ठंड को देखते हुए जिले के सभी अस्पतालों में तीन दिनों में मरीजों के लिए कंबल की व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने मुख्यालय में रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की प्रशंसा करते हुए उनके आवास की मरम्मत और पेयजल की समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल परिसर में सिम्स (CIMS) के खाली पड़े दो छात्रावासों का उपयोग मेडिकल वार्ड के रूप में करने की अनुमति प्रदान की।

स्कॉउट गाइड तैयार कर रहा अपने ‘पत्रकार’: राज्य मुख्यालय में जिला प्रभारियों को दी गयी मीडिया ट्रेनिंग, सभी 33 जिलों के प्रभारी हुए शामिल
रायपुर- भारत स्कॉउटस एवम गाइडस छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित राज्य मुख्यालय ने शनिवार को एक अनूठी पहल की। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के 24 वर्ष के इतिहास में पहली अपने स्कॉउटस और गाइडस को पत्रकारिता की विभिन्न विधाओं से परिचित करवाया गया। ये पहला अवसर था, जब प्रदेश के 33 जिलों के जिला प्रभारियों को प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व न्यू मीडिया में काम करने के गुर सिखाए गए।
 
कुशाभाऊ ठाकरे राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति बलदेव भाई शर्मा ने किया। इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा कि स्काउटिंग की शुरुआत से अब तक इसका उद्देश्य सार्थक रहा है। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए पत्रकारिता की महत्ता को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि इस भागदौड़ भरे जीवन में हमारे अच्छे कार्य लोगों तक पहुंचे, यही इस मीडिया कार्यशाला की सार्थकता है। उदघाटन सत्र की अध्यक्षता भारत स्कॉउटस एवम गाइडस छत्तीसगढ़ के मुख्य राज्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव ने की।

सेवाकार्यों के साथ बच्चों को देते है संस्कार – डॉ सोमनाथ यादव

डॉ यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि हम ब्लॉक लेवल तक स्काउटिंग के कार्य व गतिविधियां कर रहे हैं। हम सेवाकार्यों के साथ-साथ बच्चों को संस्कार देने का कार्य भी करते हैं। स्काउट व गाइड के जरिये बच्चों का व्यक्तित्व विकास भी करते हैं। ऐसे बच्चे जो स्काउटिंग में नहीं है या जिनके अभिभावक स्काउटिंग के लाभ नहीं जान पाए हैं, उनतक यह बात पहुंचे। इस हेतु यह कार्यशाला मील का पत्थर साबित होगी। डॉ यादव ने कहा कि इससे अन्य बच्चे भी स्काउट व गाइड की तरफ आकर्षित होंगे। आपको बता दें कि डॉ सोमनाथ यादव की पहल पर ही ये कार्यशाला आयोजित की गई।

वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह बघेल ने समझाई मीडिया की कार्यप्रणाली

मीडिया कार्यशाला में वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह बघेल ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की कार्यप्रणाली समझाई। उन्होंने न्यूज़ चैनल्स में वीडियो व बाइट की महत्ता पर भी प्रकाश डाला। श्री बघेल ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में स्क्रिप्ट छोटी होती है, लेकिन अच्छे विसुअल्स पर जोर दिया जाता है।

प्रिंट मीडिया की बारीकियां वरिष्ठ पत्रकार विशाल यादव ने समझाई। उन्होंने कहा कि समाचार का शीर्षक आकर्षक होना चाहिए। प्रिंट में फ़ोटो भी महत्वपूर्ण होता है। वरिष्ठ पत्रकार प्रियंका कौशल ने न्यू मीडिया के बारे बताया। डिजिटल प्लेटफार्म की कार्यप्रणाली समझाई। साथ ही सोशल मीडिया की प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला।

प्रदेश के सभी 33 जिलों के प्रभारी हुए शामिल

गौरतलब है कि स्काउट्स व गाइड्स राज्य मुख्यालय के बूढ़ा तालाब स्थित दफ़्तर में प्रदेश के प्रत्येक जिले से आये हुए 33 जिला प्रभारियों ने भाग लिया। ये पहला मौका था, जब स्काउट्स ने विज्ञप्ति लिखना और वीडियो शूट करने की प्रक्रिया सीखी। कार्यशाला के बाद स्काउट व गाइड के राज्य सचिव आकाश सोनी ने आभार माना। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त सचिव शिवानी गणवीर ने की। इस अवसर पर राज्य के अन्य पदाधिकारीगण भी मौजूद रहे।

छत्तीसगढ़ भाजपा कोर ग्रुप और सांसद-विधायक दल की बैठक संपन्न

रायपुर- राजधानी रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ भाजपा कोर ग्रुप और सांसद-विधायक दल की बैठक संपन्न हो गई है। इस बैठक का नेतृत्व प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, सीएम विष्णुदेव साय और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने किया। इसमें कोर ग्रुप के सभी सदस्य, विधायक और सांसद शामिल हुए। बैठक में संगठन चुनाव और आगामी नगरीय निकाय व पंचायत चुनावों की तैयारियों पर चर्चा हुई।

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने बताया कि बीजेपी ने अपने एक साल के कार्यकाल के दौरान जनता को राहत देने वाले कई कार्य किए हैं, जिनके दम पर आगामी चुनावों में जनता का विश्वास जीतने का प्रयास होगा। बैठक में शामिल सभी सांसदों और विधायकों ने अपने सुझाव भी दिए है। आने वाले 13 से 25 दिसंबर तक सरकार के सालभर के कार्यों को जनता तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। इन उपलब्धियों के आधार पर “विजय पर्व” मनाने और जनता का समर्थन जुटाने की रणनीति बनाई गई है।

छत्तीसगढ़ के चार शहरों में चलेंगी ई-बसें : मुख्यमंत्री साय ने कहा – लोगों को मिलेगी इको-फ्रेंडली, किफायती, भरोसेमंद और सुगम परिवहन की सुविधा

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के चार शहरों रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई और कोरबा में नागरिकों को जल्द ही इको-फ्रेंडली, किफायती, भरोसेमंद और सुगम परिवहन की सुविधा मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत इन चारों शहरों में कुल 240 ई-बसें संचालित की जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर भारत सरकार ने प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत रायपुर के लिए 100, बिलासपुर और दुर्ग-भिलाई के लिए 50-50 व कोरबा के लिए 40 ई-बसों की स्वीकृति प्रदान की है। राज्य स्तर पर इसके लिए सुडा को नोडल एजेंसी और संबंधित जिलों में गठित अरबन पब्लिक सर्विस सोसाइटी को क्रियान्वयन एजेंसी बनाया गया है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि ई-बस सेवा प्रारंभ होने से छत्तीसगढ़ के शहरों में कम कार्बन उत्सर्जन से वायु गुणवत्ता में सुधार और पर्यावरण का संरक्षण होगा। कम ऊर्जा खपत और बेहतर ईंधन दक्षता के साथ ही नागरिकों को आरामदायक आवागमन की सुविधा सुलभ होगी। इसे शहरों में मेट्रो के विकल्प या उसके सहयोगी साधन के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि लोगों को किफायती, भरोसेमंद और सुगम परिवहन की सुविधा मिले।

उप मुख्यमंत्री व नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन के ढांचे को दुरुस्त करने केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना प्रारंभ की गई है। सार्वजनिक परिवहन की इस अभिनव योजना में केंद्र सरकार द्वारा शहरों को बसों की खरीद तथा उनके संचालन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसका एक बड़ा हिस्सा शहरों में बस डिपो एवं बीटीएम पॉवर इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी अधोसंरचना विकास के लिए भी खर्च किया जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना के तहत तीन तरह की बसें स्टैंडर्ड, मीडियम और मिनी चलाई जाएगी। शहरों की जनसंख्या के आधार पर बसों की संख्या निर्धारित की गई है।

उन्होंने बताया कि राज्य शासन ने सड़कों पर इन ई-बसों को उतारने की तैयारियां तेज करते हुए चारों शहरों में बस डिपो और बीटीएम पॉवर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए कुल 67 करोड़ 40 लाख रुपए मंजूर करते हुए निविदा आमंत्रण की भी अनुमति दे दी है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के राज्य शहरी विकास अभिकरण ने चारों शहरों में ई-बस सेवा के संचालन के लिए अलग-अलग गठित अरबन पब्लिक सर्विस सोसाइटी को दोनों कार्यों के लिए राशि स्वीकृत करते हुए निविदा आमंत्रित करने कहा है।

सुडा द्वारा रायपुर में बस सेवा प्रारंभ करने के लिए बस डिपो के सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए रायपुर अरबन पब्लिक सर्विस सोसाइटी को 14 करोड़ 33 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की है। इसमें आठ करोड़ 60 लाख रुपए का केन्द्रांश और पांच करोड़ 73 लाख रुपए का राज्यांश शामिल है। सुडा ने बीटीएम पॉवर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए भी 12 करोड़ 90 लाख रुपए मंजूर किए हैं। दुर्ग-भिलाई में ई-बसों के लिए बस डिपो के सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए दुर्ग-भिलाई अरबन पब्लिक सर्विस सोसाइटी को छह करोड़ 73 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति सुडा द्वारा जारी की गई है। इसमें चार करोड़ चार लाख रुपए का केन्द्रांश और दो करोड़ 69 लाख रुपए का राज्यांश शामिल है।

इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए करोड़ों रुपए मंजूर

बीटीएम पॉवर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए 11 करोड़ दो लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। बिलासपुर में बस डिपो के सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए बिलासपुर अरबन पब्लिक सर्विस सोसाइटी को आठ करोड़ 37 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें पांच करोड़ दो लाख रुपए का केन्द्रांश और तीन करोड़ 35 लाख रुपए का राज्यांश शामिल है। बीटीएम पॉवर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए तीन करोड़ आठ लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। इसी तरह कोरबा में बस डिपो के सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए कोरबा अरबन पब्लिक सर्विस सोसाइटी को सात करोड़ 19 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। इसमें चार करोड़ 31 लाख रुपए का केन्द्रांश और दो करोड़ 88 लाख रुपए का राज्यांश शामिल है। बीटीएम पॉवर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए वहां तीन करोड़ 78 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं।

चार श्रेणियों में शहरों को बांटा, जनसंख्या के आधार पर स्वीकृत हुई बसें

प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत शहरों को जनसंख्या के आधार पर चार श्रेणियों में बांटा गया है। 20 लाख से 40 लाख तक की आबादी वाले शहरों को 150, दस से बीस लाख और पांच से दस लाख तक की आबादी वाले शहरों को 100-100 तथा पांच लाख से कम आबादी वाले शहरों को 50 ई-बसों की पात्रता है। इसके आधार पर रायपुर को 100 मीडियम ई-बसों, दुर्ग-भिलाई को 50 मीडियम ई-बसों, बिलासपुर को 35 मीडियम और 15 मिनी ई-बसों तथा कोरबा को 20 मीडियम एवं 20 मिनी ई-बसों की स्वीकृति प्राप्त हुई है। योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार बसों का क्रय तथा संचालन एजेंसी का चयन भारत सरकार द्वारा किया जाएगा।