*साइकिल सवार पिता पुत्र को कार ने रौंदा पिता की मौत पुत्र गंभीर*
*कृष्णपाल (के डी सिंह)*

पिसावां (सीतापुर) थानाक्षेत्र के अंतर्गत साइकिल सवार पिता पुत्र को कार सवार ने रौंद दिया। राहगीरों की मदद से दोनो को सीएचसी पर लाया गया। डॉक्टरों ने पिता को मृत घोषित कर पुत्र की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जानकारी के अनुसार थानाक्षेत्र के सहियापुर निवासी विश्वराज उम्र करीब पचपन वर्ष शनिवार अपने अठारा वर्षीय पुत्र लालू के साथ साइकिल से पिसावां बाजार आया था। बाजार से घर वापस जाते समय महोली मार्ग पर महमदापुर द्वतीय की पुलिया के पास महोली की तरफ जा रही तेज रफ्तार कार ने दोनो को रौंदते हुये पुलिया मे जा घटना घटना के बाद राहगीरो की मदद से पिता पुत्र् दोनो को सीएचसी लाया गया जहां डॉक्टरों ने विश्वराज को मृत घोषित कर पुत्र की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। थाना प्रभारी अंसार हुसैन रिजवी ने बताया घटना के बाद कार छोड़कर चालक फरार हो गया है। शव को पीएम के लिये भेजा जा रहा हैँ। कार चालक का पता लगाया जा रहा है।
*जप व दृढ संकल्प से ईश्वर शीघ्र प्रसन्ना होकर हमारा कल्याण करते हैं*
*भागवत के दौरान कथावाचक ने ध्रुव चरित्र का वर्णन कर समझाया भक्ति का प्रभाव*

*कृष्णपाल ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) बददापुर में स्थित यज्ञशाला के निकट चल रही श्रीमद भागवत कथा के दौरान कथा वाचक प्रवीण दीक्षित ने श्रीमद भागवत कथा के दौरान भक्तराज ध्रुव की कथा के माध्यम से श्रोताओं को भक्ति और दृढ़ संकल्प को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि राजा उत्तानपाद की सुनीति और सुरुचि नामक दो भार्याएं थीं। राजा उत्तानपाद के सुनीति से ध्रुव तथा सुरुचि से उत्तम नामक पुत्र हुए। यद्यपि सुनीति बड़ी रानी थी, किंतु राजा उत्तानपाद का प्रेम सुरुचि के प्रति अधिक था।

एक बार राजा उत्तानपाद ध्रुव को गोद में लिए बैठे थे कि तभी छोटी रानी सुरुचि वहां आई। अपने सौत के पुत्र ध्रुव को राजा की गोद में बैठे देख कर वह ईर्ष्या से जल उठी। झपटकर उसने ध्रुव को राजा की गोद से खींच लिया और अपने पुत्र उत्तम को उनकी गोद में बिठाते हुए कहा, 'रे मूर्ख! राजा की गोद में वही बालक बैठ सकता है जो मेरी कोख से उत्पन्ना हुआ है।

तू मेरी कोख से उत्पन्ना नहीं हुआ है इस कारण से तुझे इनकी गोद में तथा राजसिंहासन पर बैठने का अधिकार नहीं है। यदि तेरी इच्छा राज सिंहासन प्राप्त करने की है तो भगवान नारायण का भजन कर। उनकी कृपा से जब तू मेरे गर्भ से उत्पन्ना होगा तभी राजपद को प्राप्त कर सकेगा।

पांच वर्ष के बालक ध्रुव को अपनी सौतेली माता के इस व्यवहार पर बहुत क्रोध आया, पर वह कर ही क्या सकता था? इसलिए वह अपनी मां सुनीति के पास जाकर रोने लगा। सारी बातें जानने के बाद सुनीति ने कहा, 'संपूर्ण लौकिक तथा अलौकिक सुखों को देने वाले भगवान नारायण के अतिरिक्त तुम्हारे दुःख को दूर करने वाला और कोई नहीं है।

तू केवल उनकी भक्ति कर। माता के इन वचनों को सुनकर वह भगवान की भक्ति करने के लिए निकल पड़ा। अल्पकाल में ही उसकी तपस्या से भगवान नारायण उनसे प्रसन्ना होकर उसे दर्शन देकर कहते हैं। तेरी सभी इच्छाएं पूर्ण होंगी। समस्त प्रकार के सर्वोत्तम ऐश्वर्य भोग कर अंत समय में तू मेरे लोक को प्राप्त करेग।

इस दौरान बाराती सिंह, छत्रपाल सिंह, शिवपाल सिंह, विभक्ति सिंह, केहरी सिंह सच्चेद्र सिंह मुनुवा सिंह, रामकिशोर सिंह आदि भक्त मौजूद रहे।
*हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी तुम देखी सीता मृगनैनी*
*बरमहौली में रामलीला के दौरान सीताहरण, शबरी मिलन, राम सुग्रीव मित्रता का मंचन*

*कृष्णपाल  (के डी सिंह)*

पिसावां (सीतापुर) बरमहौली में चल रही रामलीला के दौरान जय ब्रम्हदेव रामलीला कमेटी के कलाकारों द्वारा सीता हरण, शबरी मिलन और सुग्रीव मित्रता की लीला का मंचन किया गया। मंचन में दिखाया जब खर दूषण राम लक्ष्मण के हाथों मारे जाते हैं, तब सूर्पनखा अपने भाई रावण के पास जाती है। रावण से कहती है कि राम लक्ष्मण ने मेरा नाक काट दिया। तब रावण सूर्पनखा से नाक काटने का कारण पूछता है, तब सूर्पनखा रावण को सारी बात बता देती है। रावण मारीच को सोने का हिरण बना कर पंचवटी में जाता है।

सीता हिरण को देख कर कहती है कि हे प्रभु आप मुझे यह सोने का हिरण ला दो। रावण साधु के वेश में सीता से भिक्षा लेने आता है। इस दौरान रावण छल से सीता का हरण कर लेता है। तब रास्ते में सीता अपने आभूषण डाल देती है। जटायु रावण से युद्ध करता है लेकिन रावण उसके पंख काट देता है। राम लक्ष्मण सीता को खोजते हुए जाते हैं तो जटायु रास्ते में घायल अवस्था में मिलता है।

जटायु राम को बताता है कि रावण सीता का हरण कर ले गया। राम लक्ष्मण को मार्ग में शबरी मिलती है। जहां शबरी ने झूठे बेर खिलाने के बाद बताया ऋष्यमूक पर्वत पर वानरों का राजा सुग्रीव रहता है। वह आप की सहायता कर सकता है।

आगे जाने पर हनुमान मिले, उन्होने अपने कन्धे पर ले जाकर सुग्रीव से मित्रता कराया। सुग्रीव ने मां सीता की खोज के लिए बानरों को चारों दिशाओं मे भेज दिया।
*दस फिट का अजगर देख मचा हड़कंप वन विभागने जंगल मे छोड़ा*
*कृष्णपाल (के डी सिंह)*

पिसावां (सीतापुर) थानाक्षेत्र के अंतर्गत खेत पर काम करने जा रहे लोगों ने खेत में अजगर को निकलते देखा तो लोगों में हड़कंप मच गया सूचना पाकर मौके पर पहुची वन विभाग की टीम ने अजगर को पकड़ कर जंगल मे छोड़ा। जानकारी के अनुसार गुरुवार को भिठौरा गावँ के बाहर पूरब दिशा में खेत पर काम करने जा रहे लोगों ने खेत में करीब 10 फीट बड़ा अजगर देखा तो उनके होश उड़ गए।

अजगर निकलने की सूचना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। लोगों ने अजगर को पकड़ने के लिए वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुची वन विभाग की टीम ने अजगर को पकड़ कर कटिना नदी के किनारे जंगल मे छोड़ा वन दरोगा बिनीत सक्सेना ने बताया अजगर की लंबाई करीब दस फिट उसका वजन पचास किलो के ऊपर था उन्होंने बताया अजगर को पकड़ कर कटिना नदी के किनारे जंगल मे छोड़ दिया गया।
*राम जन्म होते ही जय श्रीराम के जयघोष से गूंजा पांडाल*
*पिसावां की रामलीला में रावण अत्याचार व रामजन्म का मंचन*

*कृष्णपाल (के डी सिंह)*

पिसावां (सीतापुर) बाबू सिंह इंटर कालेज के समीप चल रही रामलीला के तीसरे दिन जय मड़ैया बाबा सेवा समिति के कलाकारों द्वारा राम जन्म, रावण अत्याचार का मंचन किया गया। मंचन के दौरान रावण के अत्याचार से त्रस्त पृथ्वी गो रूप धारण कर इंद्रदेव, ब्रम्हदेव, व भगवान शंकर के दरबार में जाकर रावण के अत्याचार की कहानी सुनाती हैं। जिसके बाद सभी देवगण मिलकर भगवान विष्णु की स्तुति करते है। तभी आकाशवाणी होती है कि हे देवी देवताओं तुम निश्चिंत रहो हम अयोध्या के राजा दशरथ के यहां जन्म लेकर पृथ्वी को राक्षसों के अत्याचार से मुक्त करेंगे। राजा दशरथ चौथेपन में भी सन्तान ना होने से व्यथित होकर विस्वामित्र के साथ ऋषि श्रृंगी के पास जाकर उपाय पूछते है।

तब ऋषि के कहने पर राजा दशरथ पुत्रेष्ठ यज्ञ का आयोजन करते हैं। यज्ञ द्वारा प्राप्त प्रसाद खाकर चारों भाइयों राम, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न का जन्म होता है। जन्म होते ही अयोध्या में बधाइयां बजने लगती है। और पूरा पांडाल जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठता है। इस दृश्य को देखकर भक्तगण भाव विभोर हो गए
*प्राथमिक विद्यालय में पेड़ की डाल गिरने से दो छात्रायें चोटिल*
*माध्याह्न अवकाश के दौरान विद्यलय परिसर में खेल रही थी छात्रायें*

*कृष्णपाल (के डी सिंह)*

पिसावां (सीतापुर) विकास खण्ड के अंतर्गत जहांसापुर प्राथमिक विद्यालय परिसर में माध्याह्न अवकाश के दौरान खेल रही दो छात्राओं के ऊपर पेड़ की डाल टूट कर गिर गयी जिसके चलते दोनो छात्रायें चोटिल हो गयी। एक छात्रा का प्राथमिक इलाज के बाद घर भेज दिया गया जब कि दूसरी छात्रा का अस्पताल में इलाज चल रहा हैं। विकास खण्ड के अंतर्गत जहांसापुर प्राथमिक विद्यालय में शनिवार माध्याह्न अवकाश के दौरान विद्यलय में बच्चे खेल रहे थे।

उसी दौरान परिसर में खड़े जामुन की डाल टूटकर गिर गयी। जिसकी चपेट में आने से कक्षा तीन की छात्रा सिखा उम्र आठ वर्ष व आंगनवाणी की छात्रा माही उम्र चार वर्ष चोटिल हो गयी डाल गिरने की आवाज सुनते ही विद्यलय में मौजूद शिक्षक दोनो छात्राओं को डाल के नीचे से निकाला। प्रधानाध्यापक कमलेश ने बताया माही को विशेष चोट नही आयी है। उसका प्राथमिक इलाज कराने के बाद घर भेज दिया।

वहीं सिखा को सहायक अध्यापक तरुण के साथ उपचार हेतु जिला अस्पताल भेजा गया हैं। बीईओ अवनीश कुमार ने बताया छात्राओं को विशेष चोटें नही आईं हैं एक को घर भेज दिया गया दूसरी छात्रा को अध्यापक के साथ इलाज के लिये भेजा गया है। उन्होंने बताया अक्सर विद्यलय परिसर में जर्जर पेड़ो को समय समय पर कटवाया जाता है लेकिन यह पेड़ जर्जर नही था
*नारद के श्राप वश भगवान विष्णु ने लिया श्रीराम औतार*
*नारदमोह लीला के मंचन के साथ पिसावां की रामलीला का शुभारंभ*

*कृष्णपाल (के ङी सिंह)*

पिसावां (सीतापुर) कस्बे में स्थित बाबू सिंह इंटर कालेज के समीप जय मड़ैया बाबा सेवा समिति के स्थानीय कलाकारों द्वारा नारद मोह लीला के साथ रामलीला का शुभारंभ किया गया। इस दौरान कलाकारों ने मंचन में दिखाया कि एक बार नारद मुनि को कामदेव पर विजय प्राप्त करने के कारण अहंकार आ गया। अहंकार से ग्रस्त नारद मुनि भगवान विष्णु के पास जाकर कामदेव को जीतने की बात बताते हुए अपनी प्रशंसा करने लगे। तब भगवान विष्णु ने नारद मुनि के अहंकार को तोड़ने के लिए माया रची। बैकुंठ से लौटते समय नारद मुनि ने एक सुंदर नगर के भव्य महल में एक अति रूपवती राजकुमारी को देखा और उसपर मोहित हो गए।

राजकुमारी से विवाह की इच्छा लिए वे भगवान विष्णु के पास पहुंचे और उनसे खुद को सुंदर और आकर्षक बनाने की विनती करने लगे। तब भगवान विष्णु ने कहा हम वही करेंगे जो आपके लिए कल्याणकारी होगा। भगवान विष्णु ने ऐसा कहकर नारद जी का मुंह बंदर जैसा बना दिया। खुद के रूप से अनजान नारद मुनि राजकुमारी से विवाह करने उसके महल पहुंचे जहां और भी राजकुमार राजकुमारी से विवाह के लिए आए हुए थे। वहां भरी सभा में सब नारद मुनि का बंदर वाला चेहरा देखकर हसीं उड़ाने लगे और राजकुमारी ने भी नारद मुनि को छोड़ एक अति सुंदर राजकुमार का रूप धरे भगवान विष्णु के गले में जयमाला डाल दी। तब नारद मुनि ने अपना मुख जल में देखा तब अपना मुख बंदर जैसा देख उनको भगवान विष्णु पर बहुत क्रोध आया।

और वे बैकुंठ पहुंचे वहां भगवान विष्णु के साथ वही राजकुमारी बैठी हुई थी। तब क्रोधित होकर नारद मुनि ने भगवान विष्णु को श्राप दिया कि आपकी वजह से मेरा मजाक बना इसलिए मैं आपको श्राप देता हूं कि आप धरती पर मनुष्य के रूप में जन्म लेंगे। और आपको बंदरों की सहायता की जरूरत पड़ेगी। जिस तरह मुझे स्त्री के वियोग में रोना पड़ा है। आप भी स्त्री वियोग में रोयेंगे।
*नकब लगाकर नकदी सहित लाखों के जेवरात व कपड़े ले उड़े चोर*
*कृष्णपाल (के डी सिंह)*

पिसावां ( सीतापुर ) थानाक्षेत्र के अंतर्गत एक घर के पीछे नकब लगाकर अज्ञात चोरों ने नकदी सहित लाखों के जेवरात व कपड़े पार कर दिये। वहीं पड़ोस के दूसरे घर मे चोरों ने नकब लगाकर चोरी करने का प्रयास किया। वाजिद अली पुत्र जामिन अली का मकान गावँ के किनारे है। बुधवार की रात्रि वह परिवार सहित आंगन व बरामदे में सो रहे थे।

उसी दौरान अज्ञात चोरों ने मकान के पीछे से नकब लगाकर कमरे में रखे बक्सा व अलमारी से कपड़े व जेवरात लेकर फरार हो गये सुबह जानकारी होने पर परिजन द्वारा तलाश करने पर बक्सा गावँ के बाहर खेत मे पड़ा मिला वाजिद ने बताया कि ग्यारह हजार की नकदी सहित झाला, माँग वेंदी, नथनी, तीन सोने की अंगूठी, पायल, व चार चांदी की अंगूठी, कीमती कपड़ों सहित करीब सवा लाख की चोरी हो गयी। वहीं चोरों ने पड़ोस के ललई पुत्र छविनाथ के मकान में नकब लगाकर चोरी का प्रयास किया लेकिन उस कमरे में भूसा भरा होने के कारण चोर असफल रहे।

सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस मामले की जांच पड़ताल करने में जुटी हैं। थाना प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि जानकारी मिली है दरोगा जी मौके पर गये हैं। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
*पानी निकास के विवाद में दो सगी बहनों को पीटा केस दर्ज*
*कृष्णपाल  ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) थानाक्षेत्र के ग्राम सेमरा मजरा बिजौली निवासी सुआसनी (17) पुत्री रमेश यादव ने आरोप लगाते हुए स्थानीय पुलिस को तहरीर दी है कि जब मेरे पिता बाजार गए हुए थे तो गांव के निवासी विपक्षी संतराम पुत्र मैना उर्फ गजराज यादव,उसकी पत्नी गिरन और पुत्र अंजनी ने मिलकर वादी के घर के पानी निकास के रास्ते को बंद करने लगे। आरोप है कि जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो विपक्षियों ने दरवाजे पर जाकर लात घुसा डंडों आदि से उसे बुरी तरह से मारना पीटना शुरू कर दिया।आरोप है जब पीड़िता को बचाने जब उसकी छोटी बहन शिवांगी बीच में आई तो उसे भी बुरी तरह से पीटा गया।

मारपीट की घटना को देख ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर बीच बराव किया। पीड़िता ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस से की है। थाना प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि मामले में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। जांच पड़ताल की जा रही है।
*युवती ने युवक पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप केस दर्ज *
*कृष्णपाल ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने एक युवक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर युवक के विरुद्ध संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया है। थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक उन्नीस वर्षीय युवती ने आरोप लगाया है कि वह शाम को लगभग सात बजे गांव के बाहर स्थित खेतों की तरफ शौच के लिए जा रही थी कि तभी आशीष पुत्र हरिनाम नामक युवक रास्ते में आकर गंदी बात करते हुए अश्लील हरकतें करने लगा।

आरोप है कि इस दौरान युवक ने युवती के साथ खींचतान भी की। पीड़िता ने बताया कि तेज शोर गुल मचाने पर आरोपी युवक मौके पर खेतों से उसके पिता को आता देख वहां से भाग गया। पीड़िता ने स्थानीय पुलिस को आरोपी युवक के विरुद्ध तहरीर दी है।

थाना प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि मामले में अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।