प्रभावती अस्पताल के नये भवन का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण, चार तल्ले के नये भवन में प्रभावती अस्पताल को किया जायेगा शिफ्ट
गया। प्रभावती अस्पताल के पुराने भवन को अब जल्द ही 29 करोड़ की लागत से तैयार नये भवन में शिफ्ट कर दिया जायेगा। इस भवन को 22 सौ स्कवायर मीटर में तैयार किया गया है। नये भवन को शिफ्ट करने में एक सप्ताह का समय लगेगा। फिलहाल बिजली कनेक्शन की तैयारी चल रही है।
इसके लिए साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी से बात हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस दिशा जोर—शोर से तैयारी की जा रही है। शनिवार को जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम द्वारा प्रभावती अस्पताल के नये भवन का निरीक्षण किया गया। इस दौरान नये भवन में तैयार किये जा रहे सभी विभागों की व्यवस्था को समझा। भवन निर्माण बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन द्वारा किया गया है। प्रभावती अस्पताल के नये भवन निर्माण की प्रोजेक्ट मैनेजर दिव्या भट्ट ने जिला पदाधिकारी को सभी विभागों के कक्षों का बयोरा दिया।
चार मंजिल भवन में बने हैं विभिन्न विभाग
मैनेजर प्रोजेक्ट ने बताया कि यह भवन चार मंजिल की है। इसे 22 सौ स्कवायर फीट में बनाया गया है। भवन निर्माण की लागत राशि 29.2 करोड़ रुपये हैं। बताया कि ग्रांउड फ्लोर पर सीटी स्कैन की व्यवस्था है। इसके अलावा यहां पर एक्सरे, रेडियोलॉजी, अल्ट्रासांउड लैब, इसीजी कराने की व्यवस्था की गयी है। ग्राउंड फ्लोर पर ही तीन प्रकार के लैब तैयार किये गये हैं, जिसमें ब्लड कलेक्शन, माइक्रोबायोलॉजी लैब, पैथोलॉजी लैब की व्यवस्था है। यहां पर दो वेटिंग रिसेप्शन भी हैं।
नये भवन के पहले तल्ले पर पर बर्थ यूनिट तैयार किया गया है, जहां पर प्रसव के बाद नवजात शिशु के रखने की व्यवस्था है। पोस्ट आपरेटिव और प्री—लेबर वार्ड बनाये गये हैं। पहले तल्ले पर ही आउटबॉर्न नर्सरी है जहां बाहर से आये बच्चों का इलाज होगा। इसके अलावा इसी तल्ले पर प्री—मैच्योर नर्सरी, रेडिएंट वार्मर नर्सरी की व्यवस्था होगी। इस तल्ले पर चिकित्सकों के लिए कक्ष बनाया गया है तथा ओटी रूम है।
बताया कि दूसरे तल्ले पर जनरल वार्ड बनाया गया है। यहां पर जनरल वार्ड तीन प्रकार के हैं। इनमें दो जनरल वार्ड पंद्रह बेड के हैं। चार जनरल वार्ड चार बेड के हैं। एक जनरल वार्ड सात बेड का है। इसके अलावा मीटिंग रूम और अस्पताल अध्यक्ष के चैंबर बनाये गये हैं। तीसरे तल्ले पर आपरेशन थियेटर है। इसमें एक आइसीयू है और एक अस्पताल प्रबंधन का आफिस बनाया गया है। नर्सिंग स्टॉफ के लिए तथा सर्जन के लिए अलग—अलग कक्ष बने हैं। पुरुष तथा महिला सर्जन के लिए अलग—अलग कक्ष बनाये गये हैं। इसमें सात बेड का पोस्ट आपरेटिव वॉर्ड बनाया गया है। आपरेशन थियेटर को स्ट्राइल करने का भी कक्ष है। चौथे तल्ले पर ड्रग कंट्रोल आफिस है। स्वास्थ्य विभागों के विभिन्न अधिकारियों के चैंबर होंगे। साथ ही आयुष चिकित्सकों के लिए पंचकर्मा थियेटर बनाया गया है।
भवन में तीन अलग—अलग लिफ्ट बनाये गये हैं जिससे मरीज तथा परिजनों एवं चिकित्सकों के आने जाने की सुविधा होगी। चौथे तल्ले पर वेटिंग तथा रिसेप्शन की जगह बनायी गयी है। इसके अलावा एक सर्विस ब्लॉक बनाया गया है। भवन से हटकर एक फायर टैंक बनाया गया है। अलग—अलग सर्विस ब्लॉक भी बनाये गये हैं। सर्विस ब्लॉक में कपड़ा धोने, आयरन करने तथा स्ट्रालाइज करने की व्यवस्था है।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Nov 30 2024, 19:04