*विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय को मिली पुस्तकों की अनमोल भेंट, न्यू एज इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के मोहम्मद इश्तियाक ने दिया*
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जौनपुर- वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय को शुक्रवार को 56 पुस्तकों का अमूल्य उपहार प्राप्त हुआ। यह उपहार नई दिल्ली स्थित न्यू एज इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के मोहम्मद इश्तियाक ने दिया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने इस सराहनीय पहल पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर इसी प्रकार लोग योगदान देते रहे, तो विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय को एक आदर्श लाइब्रेरी के रूप में विकसित करना संभव होगा।
पुस्तक दान के अवसर पर पुस्तकालय में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. अजय द्विवेदी ने इस दान की सराहना करते हुए कहा कि यह ज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा, "भले ही दुनिया डिजिटल हो रही हो, लेकिन पुस्तकों का महत्व सदैव बना रहेगा। मानद पुस्तकालय अध्यक्ष प्रो. राज कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए पुस्तकों के महत्व और विद्यार्थियों के जीवन में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "किताबें हमारे जीवन की सबसे सच्ची साथी होती हैं। वे हमें सही-गलत का निर्णय लेने और हमारी सोच को व्यापक बनाने में मदद करती हैं।
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कई सम्मानित अधिकारी और शिक्षक उपस्थित रहे। इनमें प्रो. सौरभ पाल, प्रो. देव राज, बायोटेक्नोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनीष कुमार गुप्ता, डॉ. कमलेश पाल, फार्मेसी विभाग के अध्यक्ष डॉ. नृपेंद्र सिंह, प्रबंध अध्ययन संकाय से डॉ. परमेंद्र विक्रम सिंह और उद्देश्य सिंह मुख्य रूप से शामिल थे।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। अतिथियों ने पुस्तकों के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि पुस्तकों के माध्यम से व्यक्ति न केवल ज्ञान प्राप्त करता है, बल्कि समाज और अपने परिवेश को बेहतर ढंग से समझने में भी सक्षम होता है।कार्यक्रम का संचालन अवधेश प्रसाद ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. राज कुमार ने दिया। इस अवसर पर उपस्थित सभी ने पुस्तक दान के इस अनुकरणीय कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
Nov 30 2024, 16:49