शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन का बड़ा फैसला, शहीद अग्निवीर के परिजन को मिलेंगे 10 लाख रुपए और नौकरी

9से 12 दिसंबर तक होगा झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र, दिसंबर माह से मिलेगा मईया सम्मान योजना के तहत 2500₹ - हेमंत सोरेन

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : हेमंत सोरेन ने झारखंड के सीएम पद की शपथ लेने से बाद लिया बड़ा फैसला। शपथ ग्रहण के पहले ही दिन शहीदों को सम्मान देने की दिशा में मुख्यमंत्री ने बोकारो जिला के चंदनक्यारी प्रखंड स्थित फतेहपुर गांव के निवासी शहीद अग्निवीर अर्जुन महतो की माता हुलासी देवी को अनुग्रह अनुदान राशि के रूप में 10 लाख रुपए का चेक सौंपा। इसके साथ शहीद अग्निवीर के भाई बलराम महतो को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इस दौरान विधायक कल्पना सोरेन, विधायक उमाकांत रजक और शहीद की बहन लक्ष्मी कुमारी मौजूद थीं।

हेमंत सोरेन ने आज तीन बड़े फैसले का ऐलान किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संकेत दिया कि कैबिनेट विस्तार का काम एक-दो दिनों के अंदर कर लिया जाएगा। जबकि दिसंबर महीने में ‘मंईया सम्मान योजना’ के तहम महिलाओं को 2500 रुपये देने और सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने के लिए प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा भी की। वहीं उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा का पहला सत्र 9 से 12 दिसंबर के बीच आहूत किया जाएगा। विधानसभा के पहले सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके लिए जेएमएम के वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है।

केंद्र सरकार के ऊपर बकाया राशि को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए हेमंत सोरेन ने बताया कि झारखंड का 1.36 लाख करोड़ रुपये बकाया है। यह राशि केंद्रीय सरकारी उपक्रमों पर है। इस राशि को वापस लेने के लिए उन्होंने कानूनी कार्यवाही करने की भी बात कही। इसे लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के गरीब लोग कैसे आर्थिक रूप से स्वावलंबी बने, इसे लेकर सरकार को अपनी आय बढ़ानी होगी। इसके लिए आय के नए स्रोत खोजने होंगे। खनन क्षेत्र में लागू या पुराने टैक्स की समीक्षा होगी। वहीं टैक्स से संबंधित मामले जो अदालत में लंबित है, उसे त्वरित गति से खत्म कराया जाएगा।

अपडेट न्यूज़: हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण में इस बार खास व्यवस्था, 4000 जवानो के कंधे पर होगी सुरक्षा की जिम्मेदारी


* रिपोर्टर जयंत कुमार रांची: झारखंड में इंडिया गठबंधन की प्रचंड जीत के बाद 28 नवंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में गठबंधन के मुखिया हेमंत सोरेन की नई सरकार में मुख्यमंत्री का शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है। इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में इंडिया गठबंधन के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्री और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इसको लेकर मुख्य सचिव अलका तिवारी ने राज्य के डीजीपी अजय कुमार सिंह के साथ-साथ राज्य के आलाधिकारियों के साथ बैठक भी की है। मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर मोरहाबादी मैदान में तैयारी पूरी कर ली गई है। इसे लेकर जिला प्रशासन से पुलिस प्रशासन के द्वारा मोरहाबादी मैदान में सुरक्षा के साथ-साथ शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारी अंतिम चरण में है। वीवीआईपी और वीआईपी अतिथियों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। शपथ ग्रहण समारोह शाम 4 बजे होगा, इसमें आने वाले मेहमानों के अलावा आम जनों की सुविधा का भी ख्याल रखा गया है। दर्जन भर से ज्यादा आला अधिकारियों को इस समारोह की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। शपथ ग्रहण समारोह में वीवीआईपी अतिथियों के शामिल होने की वजह से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गए हैं। *हेमंत सोरेन अपनी विधायक पत्नी कल्पना के साथ पहुंचे मोरहाबादी, तैयारियों का लिया जायजा* कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार की शाम विधायक पत्नी कल्पना सोरेन के साथ मोरहाबादी मैदान पहुंचे और शपथ ग्रहण की तैयारियों का जायजा लिया। मौके पर मुख्य सचिव अलका तिवारी, अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव वंदना दादेल और रांची के उपायुक्त वरुण रंजन सहित कई अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि समारोह स्थल पर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हों, ताकि किसी को परेशानी नहीं हो।
अपडेट न्यूज़: आज लेंगे हेमंत सोरेन सीएम पद का शपथ ग्रहण, ट्रैफिक में किया गया बदलाव, स्कूल भी रहेंगे बंद

* रिपोर्टर जयंत कुमार रांची : झारखंड में इंडिया गठबंधन के मुखिया हेमंत सोरेन गुरुवार शाम 4 बजे चौथी बार झारखंड की सरकार की शपथ लेंगे। आज शाम रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। जल्द ही विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाएगा, जहां फ्लोर टेस्ट के बाद कैबिनेट का विस्तार करेंगे। शपथ ग्रहण के इस कार्यक्रम में 1 लाख से भी ज्यादा लोगो की शामिल होने की उम्मीद हैं, आज केवल हेमंत सोरेन ही शपथ लेगें। हेमंत सोरेन ने इस बार के शपथग्रहण समारोह में पक्ष से लेकर विपक्ष के कई दिग्गज नेताओं को आमंत्रण किया है। इस शपथ ग्रहण समारोह के कारण जारी एक आदेश पर चर्चा बना हुआ है। इस आदेश के अनुसार रांची के सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मोराबादी मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के कारण शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका को देखते हुए स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी किया है। शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए रांची शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया है। कार्यक्रम स्थल के साथ होटल, एयरपोर्ट और रूट लाइन पर करीब 4 हजार सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है। होटल सर्किट हाउस, एयरपोर्ट और कार्यक्रम स्थल पर विशेष चौकसी रखी जा रही है। वहीं इसके साथ ही रूट लाइन और ट्रैफिक के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है ताकि कही कोई चूक न रह जाए। समयानुसार रास्तों को डायवर्ट करने का भी प्रावधान किया गया है। आज रांची शहर में बड़े वाहनों का सुबह 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक प्रवेश बंद रहेगा। सुबह 11 बजे से रात्रि 8 बजे तक छोटे मालवाहक वाहनों का परिचालन वर्जित रहेगा। दोपहर 12 बजे से रात्रि 8 बजे तक ई रिक्शा का परिचालन शहर में वर्जित रहेगा।
रांची कांके रोड से पंडरा तक होगा फोरलेन सड़क निर्माण,सर्वे कार्य पूरा,अब बनेगी स्टीमेट


* झारखण्ड डेस्क रांची: कांके रोड से पंडरा तक फोर लेन सड़क का निर्माण होगा. इसके लिए सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है. पथ प्रमंडल रांची के इंजीनियरों और ठेकेदार ने इस सर्वे को पूरा किया है जिसमें पोटपोटो नदी पर बनने वाले पुल की स्थल जांच भी की गई. अब जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा. इंजीनियरों ने भू-अर्जन की स्थिति की भी समीक्षा की और बताया कि कांके रोड की ओर से जमीन की कोई समस्या नहीं है. यहां से सड़क निर्माण का कार्य जल्द शुरू होगा, इसके पहले रैयतों को मुआवजा देने के लिए जिला भू-अर्जन कार्यालय द्वारा कार्रवाई की जा रही है. जहां जमीन उपलब्ध नहीं है, वहां जल्द ही भू-अर्जन प्रक्रिया पूरी की जाएगी. इस सड़क निर्माण का हिस्सा ‘इनर रिंग रोड’ परियोजना के तहत लिया गया है. यह पहले चरण की सड़क है, जिसे अब शुरू किया जा रहा है. इसके बनने से रातू रोड और पंडरा इलाके के लोग सीधे कांके रोड पहुंच सकेंगे, और कांके एवं कांके रोड से कमड़े, पंडरा, रातू रोड तक पहुंचना आसान हो जाएगा.
झारखंड की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव होंगे शामिल


हेमंत कैबिनेट में RJD कोटे से कौन बनेगा मंत्री? रेस में 3 विधायक शामिल

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में 28 नवंबर को नई सरकार का गठन होना है। झारखंड में इंडिया गठबंधन की नई सरकार में सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कोटे से 4 विधायक चुने गए है। इस चुनाव में राजद का कुनबा बढ़ा है। 6 प्रत्याशी ने चुनाव लड़ा था जिसमें से चार ने विजय हासिल की है। 

आज राष्ट्रीय जनता दल के झारखंड प्रदेश कार्यालय में अध्यक्ष जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के साथ बैठक रखी गई। जिसमें नवनिर्वाचित विधायकों को सम्मानित किया गया और मंत्रिमंडल में मंत्री पद को लेकर चर्चा भी की गई।मंत्री कौन होंगे, इसपर अभी निर्णय नहीं हो सका है। चार विधायकों वाली पार्टी राजद में तीन विधायक इस रेस में हैं।

इनमें देवघर सीट पर बड़े अंतर से विजयी सुरेश पासवान के अलावा हुसैनाबाद से विधायक संजय कुमार सिंह यादव व गोड्डा के विधायक संजय प्रसाद यादव शामिल हैं। चौथे विधायक विश्रामपुर के नरेश प्रसाद सिंह हैं, जो रेस से बाहर हैं। अब तीन विधायकों में कौन मंत्री बनेंगे इस पर संशय बरकरार है। हालांकि आखिरी निर्णय पार्टी के आला कमान से चर्चा के बाद ही हो पाएगा।

JMM ने BJP पर किया प्रहार, सीता हरण तो तुमने किया, हनुमान ने लंका जलाया तो क्या बुरा किया


चंपाई सोरेन को घर वापसी के मिले संकेत

रिपोर्टर जयंत कुमार 

झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडी गठबंधन की शानदार जीत से काफी उत्साहित है झारखंड मुक्ति मोर्चा। 28 नवंबर को नई सरकार का गठन होना है और रांची के मोरहाबादी मैदान में 14वे मुख्यमंत्री के तौर पर हेमंत सोरेन शपथ ग्रहण करेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया गठबंधन के कई दिग्गज नेता सम्मिलित होंगे। इस पर झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हम चाहते हैं कि देश के पीएम और असम के सीएम भी शामिल हों।

चुनाव से पहले पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए जिस तरह से तोड़े फोड़े की राजनीतिक चली। पार्टी के कई नेता दल बदल कर दूसरे दल में शामिल हुए।जिसपर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सीता हरण तो तुमने किया, हनुमान ने लंका जलाया तो क्या अपराध किया। उनका यह इशारा कहीं ना कहीं सीता सोरेन और बीजेपी के ऊपर दिख रहा था। सुप्रियो भट्टाचार्य ने इशारों इशारों में ही चंपई सोरेन को आमंत्रण भी दे डाला। उन्होंने कहा कि दल छोड़कर जाने वाले चंपई सोरेन अगर झामुमो में वापसी के लिए आवेदन देंगे तो इसपर पार्टी विचार करेगी।

हेमंत सोरेन 28 नवंबर को लेंगे शपथ, DC वरुण रंजन और SSP चंदन सिन्हा ने लिया कार्यक्रम स्थल का जायजा


रिपोर्टर जयंत कुमार

रांची : झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद अब नई सरकार गठन की तैयारी शुरू हो गई है। गठबंधन में शामिल दलों के नवनिर्वाचित विधायकों की रविवार को सीएम आवास में बैठक हुई। इस बैठक के बाद हेमंत सोरेन को इंडिया विधायक दल का फिर से औपचारिक रूप से नेता चुन लिया गया। बाद में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल संतोष गंगवार से मुलाकात कर नई सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया।

झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में एक बार फिर से सरकार बनने जा रही है। 28 नवंबर को हेमंत सोरेन राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। इस बार शपथ ग्रहण का कार्यक्रम भव्य रूप से किया जाएगा। जिसकी तैयारी रांची के मोराबादी मैदान में किया जा रहा है। शपथ ग्रहण के इस समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत इंडिया शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। वहीं पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आने की भी संभावना जताई जा रही है।

वही मोराबादी मैदान में चल रहे तैयारी का जायजा लेने रांची के उपयुक्त वरुण रंजन और ssp चंदन कुमार सिंह पहुंचे।

झारखंड में इंडी गठबंधन की इस जीत का श्रेय एक्स पर हेमंत सोरेन ने कल्पना सोरेन को दिया


कहा -वे स्टार कैंपेनर थी,और सभी वर्गों के बीच जाकर सरकार की बात को सही से पहुँचायी

झारखंड डेस्क 

 हेमन्त सोरेन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर करते हुए इस बाऱ झारखंड में गठबंधन की हुई इतनी बड़ी जीत का श्रेय अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को दिया है। हेमन्त ने पत्नी कल्पना सोरेन को पार्टी का स्टार कैंपेनर करार दिया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘हमारे स्टार कैम्पेनर का स्वागत है। शनिवार शाम पत्रकारों से बातचीत में हेमन्त सोरेन ने कहा, ‘आज झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गये हैं। मैं सभी समुदायों के लोगों और राज्य के सभी किसानों, महिलाओं और युवाओं को बहुमत के साथ वोट देने और इस चुनाव को सफल बनाने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।

 मैं उन सभी नेताओं को भी धन्यवाद देता हूं, जो मैदान में थे और लोकतंत्र की ताकत को लोगों तक ले गये। हम पूरे परिणाम का इंतजार कर रहे हैं, जो जल्द ही घोषित किये जायेंगे। उसके बाद हम आगे का फैसला लेंगे। मैं आप सभी को समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।’

कल्पना सोरेन ने कहा झारखंड में बंद रही है जनता की सरकार 

पत्रकारों से बातचीत करते हुए कल्पना सोरेने ने कहा कि यह सरकार अबुआ सरकार है। यह सरकार झारखंड की जनता की सरकार है। जनता ने हेमन्त सोरेन पर अपना अटूट विश्वास जताया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिस तरह पहले एक बेटे के रूप में, एक भाई के रूप में झारखंड की सेवा कर रहे थे, अब आनेवाले समय में वह उससे भी अधिक मेहनत से काम करेंगे।

झारखंड राज्य गठन के बाद पहली बार लगातार दोबारा बन रही है एक हीं दल की सरकार,कल की बैठक में मंत्री मंडल गठन का फर्मूला तय


झारखंड डेस्क 

झारखंड राज्य गठन के बाद पहली बार है, जब एक ही गठबंधन की सरकार लगातार दोबारा बन रही है। राजभवन के बाहर पत्रकारों के साथ बातचीत में हेमंत सोरेन ने कहा- राज्यपाल संतोष गंगवार ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। शपथ ग्रहण समारोह 28 नवंबर को होगा। झामुमो ने 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 56 सीटों के साथ इंडिया ब्लॉक को जीत दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव शामिल होने की संभावना है।

पांच विधायक पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला

सूत्रों ने बताया कि इंडिया गठबंधन पांच विधायक पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला तय कर सकता है। इसमें झामुमो को छह, कांग्रेस को एक और राजद को एक मंत्री पद मिल सकता है। नई सरकार में चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा और घाटशिला से जीते रामदास सोरेन का दोबारा मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इसके अलावा महतो वोट बैंक को साधने के लिए मथुरा महतो को शामिल किया जा सकता है। 

झामुमो अल्पसंख्यक कोटे से हफीजुल हसन और एमटी राजा में से किसी एक को मंत्री बना सकती है। हफीजुल पिछली सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पार्टी क्षेत्रीय संतुलन को साधन के लिए संथाल परगना और उत्तरी छोटानागपुर से किसी को मंत्री बना सकती है।

कांग्रेस में अल्पसंख्यक कोटे से एकमात्र विधायक इरफान अंसारी जीते हैं। उनकी दोबारा लॉटरी लग सकती है। दूसरा नाम रामेश्वर उरांव को हो सकता है। उरांव पिछली सरकार में वित्त मंत्री थे। वह हेमंत कैबिनेट के सबसे अमीर मंत्री भी थे। कांग्रेस प्रदीप यादव और दीपिका पांडेय सिंह में से किसी एक को मंत्री बना सकती है। राजद की तरफ से संजय प्रसाद यादव और संजय कुमार यादव में से किसी एक का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।

झारखंड में 81 में से 9 विधानसभा सीट पर जीत के अंतर से ज्यादा मिले नोटा को वोट, नोटा ने कई प्रत्याशियों का कद किया बौना


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड विधानसभा के लिए हुए चुनाव के परिणाम तो आ गए जिसमें हेमंत सोरेन के नेतृत्व में इंडी गठबंधन ने भारी मतों से जीत हासिल की। इस दौरान ज्यादातर सीटों पर हार जीत का मार्जिन अच्छाखासा रहा। वहीं नतीजों का विश्वेलषण करने के बाद कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। 

चतरा विधानसभा सीट के नतीजों की विजेता उम्मीदवार के साथ ही नोटा भी काफी चर्चा में रहा। चतरा विधानसभा सीट पर लोजपा के जनार्दन पासवान ने 18 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। जनार्दन पासवान को 1,09019 वोट मिले, वहीं 90618 वोट के साथ राजद की रश्मि प्रकाश दूसरे नंबर पर रहीं। चुनावी मैदान में उतरे आधे से ज्यादा उम्मीदवार नोटा से हार गए। इनके अलावा तीसरे नंबर पर रहे झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के अशोक भारती को सिर्फ 16776 मत मिले। चौथे नंबर 8071 वोट के साथ नोटा रहा।

इसी तरह चर्चा में रहा गांडेय सीट पर कल्पना सोरेन ने 17,142 मतों के अंतर से जीत हासिल कर ली। वह लगातार दूसरी बार विधायक चुनी गई हैं। जहां कल्पना को चुनाव में 1,19,372 वोट मिले जबकि दूसरे स्थान पर रही मुनिया देवी 1,02,230 वोट ही हासिल कर सकीं। यहां भी तीसरे नंबर पर नोटा रहा जिसे 3051 वोट मिले।

दूसरी ओर झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में नौ सीट ऐसे है जहां जीत कर विधायक बने प्रत्याशियों की जीत के अंतर से ज्यादा वोट नोटा को वोट मिले हैं। इनमें कोडरमा से डॉ नीरा यादव, सिमरिया से कुमार उज्जवल, लातेहार से प्रकाश राम, डाल्टनगंज से आलोक कुमार चौरसिया, कांके से सुरेश कुमार बैठा, छत्तरपुर से राधा कृष्ण किशोर, निरसा से अरुप चटर्जी, सिंदरी से चंद्रदेव महतो और मांडू से निर्मल महतो चुनाव तो जीत गए लेकिन उन्हें नोटा को मिले वोटों से भी कम अंतर से जीत हासिल की है। इनमें सबसे ज्यादा चार भाजपा, दो कांग्रेस, दो माले और आजसू के एक प्रत्याशी शामिल है।

वहीं लोकसभा चुनाव की बात करें तो झारखंड में हुए 2024 के लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे 70 फीसदी प्रत्याशी नोटा (नन ऑफ द एबव) से हार गए हैं। वहीं 88.11 फीसदी उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में नाकाम रहे।