उद्यमी महिलाओं के हुनर से शिल्प प्रदर्शनी हुई गुलजार, मुक्त विवि ने आर ए एफ के सहयोग से लगाई शिल्प प्रदर्शनी
प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज एवं 101 वाहिनी रैपिड एक्शन फोर्स के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय के सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह के सामने प्रांगण में शिल्प प्रदर्शनी का उद्घाटन गुरुवार को मुख्य अतिथि सुनीत कुमार राय, डी आई जी सीआरपीएफ प्रयागराज, रैपिड एक्शन फोर्स के कमांडेंट मनोज कुमार गौतम कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुभव सिंह ने किया।
प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि सुनीत कुमार राय ने कहा कि हमें पर्यावरण अनुकूल प्राकृतिक उत्पादों को अपनाना चाहिए। समाज के हित में उद्यमी महिलाओं का ज्यादा से ज्यादा सहयोग करना चाहिए। उनको प्रोत्साहन देने के लिए हस्तशिल्प सामग्री खरीदनी चाहिए। प्लास्टिक का पूरी तरह बहिष्कार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में उद्यमी महिलाओं के हुनर एवं प्रदर्शन से यह शिल्प प्रदर्शनी गुलजार हुई है। महिलाएं उद्यमी होंगी तो उद्यम को नई दिशा मिलेगी। आर्थिक विकास के लिए टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ना आज की आवश्यकता है।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि हस्तशिल्प मेला महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रत्यक्ष प्रमाण है। प्रयागराज एवं आसपास के क्षेत्र से आए कुशल हस्तशिल्पियों एवं हुनरकारों की यह प्रदर्शनी स्वरोजगार का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि महिलाओं में हुनर हमेशा से रहा है उसे निखारने की आवश्यकता है।
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मुक्त विश्वविद्यालय और रैपिड एक्शन फोर्स की यह संयुक्त प्रदर्शनी इन महिलाओं के मनोबल को न सिर्फ प्रोत्साहित करेगी बल्कि उन्हें आगे बढ़ने की दिशा में एक नवीन मार्ग प्रशस्त करेगी। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सहयोग एवं प्रशिक्षण हस्तशिल्प को बढ़ाने में सदैव उपयोगी रहा है। उन्होंने कहा कि शिल्प प्रदर्शनी में आई हुई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं प्रदर्शनी का अवलोकन करने आए लोगों में नवऊर्जा का संचार होगा एवं भविष्य में स्वरोजगार के नवीन आयाम को सीखने का अवसर मिलेगा।
विशिष्ट अतिथि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुभव सिंह ने कहा कि इस प्रकार के शिल्प मेले परंपरागत उत्पादों के साथ-साथ भारतीय मूल्य एवं संस्कृति के संवाहक भी बनते हैं। स्वयं सहायता समूह इस दिशा में एक सशक्त कड़ी है। महिलाओं के विकास के साथ-साथ समृद्धि का प्रतीक यह शिल्प मेला है। प्रारंभ में स्वागत भाषण रैपिड एक्शन फोर्स के कमांडेंट मनोज कुमार गौतम ने दिया। संचालन डॉ. त्रिविक्रम तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर श्रुति ने किया।
विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन एवं विस्तारित गतिविधि केंद्र की प्रभारी प्रोफेसर श्रुति ने बताया कि शिल्प प्रदर्शनी में 32 स्टाल लगाए गए। जिसमें खान पान से लेकर विभिन्न स्थानीय कारीगरी जैसे मूंज के समान, लाख से बने घरेलू उत्पाद, हस्तशिल्प ज्वेलरी, गोबर से बने उत्पाद, सेमेरिक आर्ट, पेंटिंग्स, बंदनवार, तोरण, बैग, बटुआ, अचार मुरब्बा, जैविक खाद से बनी सामग्री, शहद, साथ सज्जा, परिधान एवं केले के डंठल से बने डलिया आदि को लोगों ने खूब सराहा और जमकर खरीददारी की। इलाहाबाद संग्रहालय के स्टॉल से लोगों ने जहां पुस्तकें खरीदीं वहीं महिलाओं ने मेहंदी भी लगवाई।
शिल्प मेले में आए सभी हुनरकारों को विश्वविद्यालय एवं रैपिड एक्शन फोर्स की तरफ से विशेष प्रोत्साहन के लिए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम एवं रैपिड एक्शन फोर्स के कमांडेंट मनोज कुमार गौतम ने प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने रैपिड एक्शन फोर्स के कमांडेंट मनोज कुमार गौतम का सहयोग के लिए विशेष आभार व्यक्त किया। जनसंपर्क अधिकारी डॉ. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।
Nov 28 2024, 19:36