एयर इंडिया की पायलट सृष्टि की मौत का रहस्य! परिवार के आरोप से सनसनी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आई सामने

डेस्क: महिला पायलट सृष्टि तुली की मुंबई में संदिग्‍ध परिस्थितियों में हुई मौत की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में सृष्टि की मौत गला कसने से बताई गई है। मृतका के परिजनों ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में उसके ब्‍वायफ्रेंड ने फ्लैट में चार्जिंग केबिल से बने फंदे में लटककर आत्‍महत्‍या करने की बात बताई हैं। परिजनों ने दावा किया है कि यह सुसाइड नहीं, बल्कि प्लानिंग के तहत हत्या है। क्योंकि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था।

परिजनों ने दावा किया कि पैसे भी बैंक से ट्रांसफर कराए गए और ऐसा लग रहा है कि पैसे ना देने की वजह से उसकी हत्या की गई। इस साजिश में उसका ब्‍वायफ्रेंड और एक महिला पायलट भी शामिल है। पुलिस ने आत्‍महत्‍या के लिए उकसाने के आरोप में उसके ब्‍वायफ्रेंड के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार लिया।

सृष्टि तुली मूल रूप से यूपी के गोरखपुर जिले के आजाद चौक (शिवपुरी कालोनी) की रहने वाली थी। सृष्टि के बड़े पापा विवेक तुली ने बताया कि उनकी भतीजी सृष्टि मुंबई के अंधेरी में रहती थी। रविवार की रात दिल्‍ली से कॉल आया तो उसने बताया कि सृष्टि नहीं रही। लोग घबाराए तो पता चला कि सृष्टि के नंबर पर कॉल करने पर एक लड़की ने कॉल उठाई। वह लड़की भी पायलट है। विवेक तुली में बताया कि वहां जाने पर पता चला कि वह रविवार की रात ड्यूटी के बाद अपने फ्लैट पर पहुंची। इसके बाद उसने अपने दोस्‍त के साथ खाना भी खाया। इसके बाद गोरखपुर में अपने घर मां से बात की।

सृष्टि के बड़े पिता विवेक तुली ने बताया कि घर पर बात करने के अचानक बाद 15-20 मिनट में ऐसा क्या हो गया जो बच्ची घर पर हंसते हुए सबसे बात की और अचानक कैसे सुसाइड कर लिया। उसके दोस्त ने पुलिस को बताए बिना एक महिला पायलट को बुलाकर सोमवार सुबह 5 बजे दरवाजा खुलवाया। मृतक के बड़े पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब उसने सुसाइड करने की बात कही थी तो उसके दोस्त ने पुलिस को खबर क्‍यों नहीं दी। इसके बाद क्राइम सीन के साथ छेड़छाड़ भी की गई। चार्जिंग केबिल गैराज में मिला। सृष्टि के फ्लैट की तीन चाबी थी। दो चाबी उसके पास और एक चाबी उसकी रूममेट के पास थी। जो उस समय ड्यूटी पर थी। सृष्टि की दूसरी चाबी पुलिस को नहीं मिली है।

उन्‍होंने बताया कि डाटा केबिल से कोई कैसे पंखे से लटककर कैसे सुसाइड कर सकता है। घर में कोई भी चीज बिखरी हुई नहीं है। टेबल भी सही हाल में मिला है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों के बयान भी अलग-अलग हैं। इसके बाद उन्‍होंने भारतीय न्‍याय संहिता की धारा 108 के तहत केस दर्ज किया है। पोस्टमार्टम में हैंगिंग से डेथ की बात आई है लेकिन उन्‍हें बिसरा से सारी बात साफ हो जाएगी।

उन्‍होंने बताया कि उसके बैंक एकाउंट से पिछले एक माह के रिकार्ड को चेक करने पर पता चला है कि 65 हजार रुपए उसके दोस्त के खाते में भेजे गए हैं। पूरा साल भर का हमने स्टेटमेंट निकालने के लिए बैंक में कहा है। मुझे लगता है कि उसे ब्लैकमेल करके पैसा लिया जा रहा था। पैसे ना देने की वजह से उसकी हत्या हुई है। परिजनों के बताया कि सृष्टि का दोस्त फरीदाबाद का रहने वाला है।

बता दें कि सृष्टि ने जून 2023 में एयर इंडिया में शामिल हुई थी। उनके बाबा मेजर नरेन्‍द्र कुमार भारतीय सेना में थे। 1971 में हुए भारत-पाकिस्‍तान युद्ध में शहीद हो गए थे। वह दो बार सेवा मेडल से सम्‍मानित भी हुए थे। सृष्टि भी महिला पायलट बनने के बाद मुख्‍यमंत्री के हाथों सम्‍मानित हुई थी।
संभल हिंसा: 'मस्जिद के पास सामान लेकर आना', Explosive ऑडियो क्लिप ने उड़ाए होश, पुलिस ने 3 लोगों को पकड़ा


डेस्क: संभल के जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान जो हिंसा हुई उसके बारे में रोजाना नए नए खुलासे हो रहे हैं। दंगाइयों के खिलाफ पुलिस लगातार नए नए सबूत इक्ट्ठा कर रही है। पुलिस ने हिंसा के मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया है। आमिर पठान, मोहम्मद अली और फैजान अब्बासी नाम के 3 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है जिन्होंने अब तक 49 दंगाइयों के बारे में पुलिस को जानकारी दी है, उसी आधार पर पहचान की जा रही है। इन सभी ने आपस में बात करके भीड़ को मस्जिद के पास आने को कहा था। 

आरोपियों की दबिश में ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। कल जुमे की नमाज है ऐसे में एक बार फिर बड़ी संख्या में नमाजी जामा मस्जिद पहुंच सकते हैं। इसे देखते हुए जामा मस्जिद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं।

वहीं, आपको बता दें कि पकड़े गए इन तीन लोगों ने 49 ऐसे दंगाइयों की पिक्चर क्लीयर की है जो हिंसा में शामिल थे। अब इनकी पहचान की जा रही है। दंगाइयों ने हिंसा वाले दिन 40 राउंड से ज्यादा गोलियां बरसाई। 12 बोर तमंचे के 21 खोखे, 32 बोर तमंचे के 11 खोखे, 315 बोर तमंचे के 9 खोखे मिले हैं। तीन आरोपियों की निशानदेही पर ये तमंचे बरामद किए गए हैं। एक आरोपी का नाम याकूब है। पुलिस के मुताबिक ज्यादातर उपद्रवी 20 से 30 साल की उम्र के थे ऐसे में अब पुलिस इनका डाटा खंगाल रही है। एक एक आरोपी की तस्वीर की पहचान की जा रही है।

संभल हिंसा को लेकर पुलिस के हाथ कई अहम सबूत लगे हैं। इन सबूतों में वो ऑडियो क्लिप भी है जिसमें एक दंगाई लोगों को अपने साथ सामान लाने के लिए बोल रहा है। जिस दंगाई का ऑडियो पुलिस को मिला है उसमें वो लोगों को जामा मस्जिद के पास आने को बोल रहा है। ऑडियो में दंगाई समीर वारिस नाम के शख्स से बात करते हुए जामा मस्जिद के पास आने को बोल रहा है और अपने साथ सामान लाने को बोल रहा है। ऑडियो के आखिरी में दंगाई समीर फिर वारिस को बोलता है, सामान जरूर लेकर आना। ऑडियो में पीछे लोगो की भीड़ और शोर की आवाज सुनाई दे रही है।

पुलिस को ये ऑडियो गिरफ्तार आरोपी के फोन से मिला है। गिरफ्तार आरोपी समीर के फोन से ये ऑडियो बरामद हुआ है। समीर को पुलिस ने पत्थरबाजी करने के आरोपी में गिरफ्तार किया है। पश्चिम यूपी में समान लगा कर आने का मतलब देसी कट्टा साथ लाने को बोला जाता है।
इंस्टाग्राम रील के लिए ब्रा पहनकर नाच रहा था युवक... गुस्साए लोगों ने की जमकर कुटाई

डेस्क : पानीपत के इंसार बाजार में महिलाओं के कपड़े पहनकर अश्लील डांस कर रहे युवक की कुछ दुकानदारों ने पकड़कर जमकर धुनाई कर दी। युवक महिलाओं के कपड़े पहनकर बाजार में रील बना रहा था। उसका साथी वीडियो को शूट कर रहा था। युवक को देखकर बाजार में आ रही महिलाएं खुद को असहज महसूस कर रही थीं। दुकानदारों ने युवक को जमकर थप्पड़ जड़े। राहगीरों ने युवक की पिटाई की वीडियो भी बना ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी।

दुकानदारों ने युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया। मामला अभी तक पुलिस तक नहीं पहुंचा है। मिली जानकारी के अनुसार दुकानदारों ने युवक से पूछा कि वह ऐसा क्यों कर रहा है। युवक ने बताया कि कि वह सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर एक्टिव है। उसके लिए वह वीडियो शूट करता है। ब्लॉग बनाने से आय होती है। उसके फॉलोअर्स को इस तरह की वीडियो पसंद आती है। इसलिए वह ऐसी वीडियो बना रहा था। वह पहले भी वह इस तरह की वीडियो शूट कर चुका है।

सोशल मीडिया पर उसकी ऐसी वीडियो खूब वायरल होती है। इसलिए वह ऐसी वीडियो शूट करता है। युवक ने दुकानदारों ने हाथ जोड़कर माफी मांगी। उसने अपनी गलती मानते हुए भविष्य में ऐसा न करने का भरोसा भी दिया। इसके बाद दुकानदारों ने युवक को बैठाकर समझाया भी कि ऐसी वीडियो समाज में गलत संदेश जाता है। हमारी संस्कृति भी प्रभावित होती है। महिलाएं ऐसी वीडियो देखकर असहज होती है। हमें समाज में अच्छा संदेश देना चाहिए।
'24 दिसंबर तक जिंदा रह कर दिखा दे', सांसद पप्पू यादव को फिर मिली जान से मारने की धमकी

डेस्क : पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को एक बार फिर से जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने पप्पू यादव को 24 दिसंबर तक जान से मार देने की चेतावनी दी है। सांसद को मिली धमकी का ऑडियो भी सामने आया है। जिसमें यह कहते सुना जा सकता है कि तुम (सांसद) कितना भी बुलेट प्रूफ गाड़ी ले लो लेकिन हम तुम्हें छोड़ने वाले नहीं हैं।

धमकी देने वाले ने पप्पू यादव से कहा कि जो तुमने बुलेट प्रूफ गाड़ी लिया है। उससे कुछ होने वाला नहीं है। धमकी देने वाले ने कहा कि हमने चंडीगढ़ में सिंगर बादशाह के क्लब के बाहर जो ब्लास्ट कराया है न ...उसको तो हम सिर्फ चुनौती दिया है.. तेरे साथ तो पूरा कांड करेंगे। तुझे 24 दिसंबर तक का समय दिया है। अगर माई का लाल है तो बच के दिखा।  तुम चाहे बुलेट प्रूफ टेस्ला ले लो हमसे बच नहीं सकते।

बता दें कि कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पप्पू यादव ने अपनी निजी सुरक्षा बढ़ा दी है। सोमवार (25 नवंबर) को एक करीबी दोस्त ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर कार गिफ्ट की। पप्पू यादव 26 नवंबर से बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर से सफर कर रहे हैं।

मंगलवार को पप्पू यादन ने कहा कि सरकार को मेरी सुरक्षा की परवाह नहीं हो सकती है, लेकिन मेरे दोस्त और बिहार और भारत के लोग मेरे साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि बख्तरबंद लैंड क्रूजर इतना सुरक्षित है कि रॉकेट लॉन्चर भी इसे नष्ट नहीं कर सकता।

जानकारी के अनसार, लैंड क्रूज़र सबसे सुरक्षित वाहनों में से एक है। इसमें सीसा और पॉलीकार्बोनेट के संयोजन से बना बैलिस्टिक ग्लास है, जो 500 राउंड गोलियों को झेलने में सक्षम है। इसे विस्फोटों को सहन करने के लिए डिज़ाइन की गई है। हाल ही में मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से धमकियां मिलनी शुरू हो गईं।
सोशल मीडिया-OTT पर अश्लील कंटेंट रोकने के लिए बनेगा कानून? लोकसभा में मंत्री ने दी बड़ी जानकारी


डेस्क: लोकसभा में हगामे के बीच बीजेपी सांसद अरुण गोविल ने प्रश्नकाल के दौरान सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट का मुद्दा उठाया। अरुण गोविल के सवाल का जवाब में देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों के लिए मौजूदा कानूनों को मजबूत करने की आवश्यकता है। हमारे देश की संस्कृति और उन देशों की संस्कृति के बीच बहुत अंतर है जहां पर ओटीटी पर अश्लील कंटेंट आते हैं।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं चाहूंगा कि स्थायी समिति इस मुद्दे को उठाए। मौजूदा कानून को मजबूत करने की जरूरत है और मैं इस पर आम सहमति का अनुरोध करता हूं। मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री भी चलाई जाती है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि पहले कोई चीज पब्लिश करने के लिए संपादकीय टीम होती थी। इसकी वजह से कोई अश्लील कंटेंट पब्लिश नहीं होता था। जो अब नहीं है। अश्विनी वैष्णव ने यह बयान उनके डिप्टी एल मुरुगन द्वारा यह पुष्टि किए जाने के एक महीने बाद आया है कि सरकार ओटीटी सामग्री को विनियमित करने के लिए एक नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है।

बता दें कि पिछले साल अगस्त में सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट को यह भी बताया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और बिचौलियों को नियंत्रित करने वाली उसकी नीति में आवश्यक नियम और विनियम शामिल होंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा और अपवित्रता से मुक्त हो।

अदालत ने कहा था कि सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर सामग्री को विनियमित करने के लिए उचित कानून, दिशानिर्देश और नियम बनाने के लिए कई अन्य देशों की तरह भारत के सामने आने वाली चुनौती पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।
"सरकार बृजभूषण को बचाने में जुटी है", 4 साल के लिए सस्पेंड होने पर भड़के बजरंग पूनिया, जानें क्या कहा

डेस्क: देश के स्टार पहलवान और राष्ट्रीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग पूनिया को नाडा (राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी) ने चार साल के लिए निलंबित कर दिया है। नाडा के मुताबिक, बजरंग पूनिया ने 10 मार्च को आयोजित ट्रायल में डोपिंग टेस्ट देने से इंकार कर दिया था। इससे पहले 23 मार्च को उन्हें निलंबित किया गया था और अब एडीडीपी ने एथलीट अनुच्छेद 10.3.1 का हवाला देते हुए उन्हें चार साल के लिए निलंबित कर दिया है। अपने निलंबन के बाद बजरंग पूनिया ने नाडा और सरकार पर तीखा हमला किया है।

बजरंग पूनिया ने आरोप लगाया कि उन्हें किसानों और महिला पहलवानों की आवाज उठाने के कारण साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है। बजरंग ने कहा, "सरकार और नाडा कितने भी प्रतिबंध लगा लें, हम पहले भी नहीं झुके थे और अब भी नहीं झुकेंगे।" उन्होंने यह कहा कि बीजेपी में शामिल होने का दबाव भी बनाया गया था। अगर आज बीजेपी में शामिल हो जाएं, तो सभी प्रतिबंध वापस हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक साल पहले नाडा के अधिकारी उनके पास एक एक्सपायर डेट वाली किट लेकर आए थे, जिसका उन्होंने विरोध किया था।

बजरंग ने पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए, जिनके खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं। बजरंग ने दावा किया कि बृजभूषण शरण ने महिला पहलवानों को डोपिंग में फंसाया और उनकी मदद के लिए डोप एजेंसियों का इस्तेमाल किया।

बजरंग ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह हमेशा किसानों, महिला पहलवानों और अन्य उत्पीड़ित वर्गों के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने बृजभूषण शरण को बचाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया और कहा कि सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उन्हें बचाने में जुटी है। बता दें कि इस निलंबन के बाद बजरंग पूनिया आगामी चार साल तक किसी भी कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे और इन अत्याचारों का सामना करते रहेंगे।

'पूजा स्थलों की सुरक्षा' कानून से संबंधित याचिका पर इस तारीख को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट


डेस्क: देश के विभिन्न हिस्सों में मंदिर और मस्जिदों का विवाद बढ़ता चला जा रहा है। हाल ही में कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया जिसके बाद भयंकर हिंसा फैल गई। इन सब के बीच अब सुप्रीम कोर्ट ने पूजा स्थलों की सुरक्षा एवं 1991 में बने कानून से संबंधित याचिका पर सुनवाई का संकेत दिया है। आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला और कब होगी इसपर सुनवाई।

सुप्रीम कोर्ट में पूजा स्थलों की सुरक्षा एवं 1991 में बने कानून से संबंधित याचिका पर 4 दिसम्बर को सुनवाई का संकेत दिया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ इस महत्वपूर्ण मामले की सुनवाई करेगी।
पाकिस्तान में भारी बवाल और हिंसा के बाद पीटीआई ने किया प्रदर्शन खत्म करने का ऐलान, जानें आगे क्या करेंगे इमरान?

डेस्क: पाकिस्तान में सरकार की सख्ती के बाद इमरान खान की पार्टी ने अपने विरोध प्रदर्शन को खत्म करने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि पीटीआई के प्रदर्शन के चलते राजधानी इस्लामाबाद में स्थित डी चौक और उसके आसपास के इलाकों में भारी बवाल और हिंसा के बाद आधी रात को सुरक्षाकर्मियों ने सख्त कार्रवाई की है। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त करने का ऐलान कर दिया। हालांकि इसके बाद इमरान खान की आगे की रणनीति क्या होगी, इस बारे में अभी कोई खुलासा नहीं किया गया है।

बता दें कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई को “फासीवादी सैन्य शासन” में किया गया “नरसंहार” का प्रयास करार दिया। पुलिस सूत्रों ने कहा कि लगभग 450 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने कहा कि सुरक्षा बलों ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को मारने के इरादे से प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई। इससे पहले मंगलवार शाम को, पीटीआई समर्थकों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारियों से झड़प हुई, जिसके बाद वे रविवार को शुरू हुए इस्लामाबाद मार्च के तहत डी-चौक पर धरना देने में सफल रहे। पुलिस के साथ समर्थकों की झड़प में छह सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गये।

खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के साथ पेशावर से इस्लामाबाद तक मार्च का नेतृत्व करने वालीं खान की पत्नी बुशरा बीबी ने कहा कि प्रदर्शनकारी तब तक नहीं हटेंगे जब तक खान को जेल से रिहा नहीं किया जाता। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें क्षेत्र से हटाने के अपने प्रयास जारी रखे। डी-चौक के आसपास राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद और उच्चतम न्यायालय स्थित हैं। आधी रात के आसपास, पुलिस और रेंजर्स ने ब्लू एरिया व्यापार क्षेत्र को खाली करने के लिए एक अभियान चलाया। इसके बाद पीटाआई को अपना प्रदर्शन खत्म करने का ऐलान करना पड़ गया।

पीटीआई ने कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरकार पर हिंसा का इस्तेमाल करने और उसके सैकड़ों कार्यकर्ताओं की हत्या के प्रयास का आरोप लगाया। पीटीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “शहबाज-जरदारी-आसिम गठबंधन के नेतृत्व वाले क्रूर, फासीवादी सैन्य शासन के तहत सुरक्षा बलों के हाथों पाकिस्तान में नरसंहार का प्रयास किया गया। देश में खून-खराबा हो रहा है।” पिछले वर्ष अगस्त से जेल में बंद 72 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री ने 24 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए ‘‘अंतिम आह्वान’’ किया था।

यह आह्वान उन्होंने 13 नवंबर को किया था। खान ने कथित तौर पर जनादेश की चोरी, लोगों की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी और संविधान के 26वें संशोधन के पारित होने की निंदा की थी। संविधान के 26वें संशोधन पर उन्होंने कहा था कि इसने ‘‘तानाशाही शासन’’ को मजबूत करने का काम किया है। खान पिछले साल से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं और उनकी पार्टी के अनुसार, उन पर 200 से अधिक मामले दर्ज हैं।
उद्धव की हार पर कंगना रनौत का तंज, कहा- जो महिलाओं का अपमान करे वे दैत्य, उनकी हार हुई

डेस्क: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति (भाजपा, शिवेसेना, एनसीपी) की प्रचंड जीत हुई है। वही, महाविकास अघाड़ी (शिवसेना यूबीटी, कांग्रेस, एनसीपी शरद पवार) की बुरी हार हुई है। इस चुनाव में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी बड़ा झटका लगा है। शिवसेना पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न गंवाने के बाद उन्होंने नई पार्टी का गठन किया था और चुनाव में उतरे थे। हालांकि, उनकी पार्टी शिवसेना यूबीटी चुनाव में बुरी तरह से हार गई। अब उद्धव की इस हार पर भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत का भी बयान सामने आया है। उन्होंने उद्धव ठाकरे की तुलना दैत्य से कर दी है।

जब कंगना से पूछा गया है कि क्या आपको उम्मीद थी कि उद्धव ठाकरे की इतनी बुरी तरह से हार होगी? इस पर कंगना ने कहा- "मुझे इसकी उम्मीद थी। इतिहास गवाह है कि हम दैत्यों और देवता को कैसे पहचानते हैं। जो महिलाओं की इज्जत उतारते हैं वो उसी श्रेणी के होते हैं, दैत्य होते हैं। और जो महिलाओं को सम्मान देते हैं जैसे महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया हो, शोचालय दिया हो, अनाज दिया हो, गैस सिलेंडर दिया हो। उससे पता चलता है कि कौन देवता है। दैत्यों का वही हुआ जो हमेशा होता है। उनकी हार हुई। जो महिलाओं को अपमान करते हैं, सरेआम मेरा घर तोड़ा गया, मुझे गंदी गालियां दी गईं, तो मुझे लगता है कि उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। ये दिख ही रहा था।"

कंगना ने कहा कि भाजपा के लिए ये एक ऐतिहासिक जीत है। हमारे सारे कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं और पूरे महाराष्ट्र की जनता के आभारी हैं। मुख्यमंत्री के सवाल पर कंगना ने कहा कि भाजपा की जो विचारधारा है उसमें एक से बढ़कर एक नेतृत्व के लिए लोग हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के नेतृत्व पर भरोसा कर रहा है। चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, हर जगह बीजेपी कार्यकर्ताओं और हमारे नेतृत्व ने पूरी ताकत झोंक दी है। कंगना ने कहा कि पूरा भारत चाहता है कि पीएम नरेंद्र मोदी हर जगह उनका नेतृत्व करें, चाहे कोई सीएम चेहरा हो या नहीं, लोग पीएम मोदी को वोट देते हैं।
पाकिस्तान में जमकर हो रहा बवाल, 6 सुरक्षाकर्मियों की मौत, घायल हुए 100 से अधिक जवान



डेस्क: जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों द्वारा किए गए प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के कारण अर्धसैनिक बल के चार जवान और पुलिस के दो कर्मी मारे गए। हिंसा में 100 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल भी हुए हैं। सरकारी मीडिया ने इस बारे में जानकरी दी है। इस हिंसा के सरकार ने राजधानी में सेना तैनात करने के साथ ही आदेश दिए गए हैं कि उपद्रवियों को देखते ही गोली मार दी जाए।

इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थक इस्लामाबाद के डी-चौक स्थल की ओर जाने वाले रास्ते में लगाए गए अवरोधों को हटा रहे हैं। ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने बताया कि सोमवार देर रात इस्लामाबाद में श्रीनगर राजमार्ग पर एक वाहन द्वारा टक्कर मारे जाने से पाकिस्तान ‘रेंजर्स’ के चार अधिकारियों की मौत हो गई और उनके पांच अन्य कर्मियों एवं पुलिस के कई अधिकारियों को भी गंभीर चोटें आईं हैं।

रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, हथियारों और गोला-बारूद से पूरी तरह लैस कुछ बदमाशों ने ‘रेंजर्स’ के जवानों पर पथराव किया और रावलपिंडी स्थित चुंगी नंबर 26 में सुरक्षाकर्मियों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इसमें यह भी बताया गया है कि पुलिस के दो कर्मी मारे गए।

पंजाब पुलिस के अनुसार, सोमवार को पीटीआई के प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प के दौरान इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में हकला इंटरचेंज पर पुलिस के एक कर्मी की मौत हो गई। इसके अलावा, आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने देर रात मीडिया से बातचीत में कहा कि सौ से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, उनमें से अधिकतर पुलिस कर्मी थे।

उन्होंने कहा ‘‘प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव किए जाने के कारण पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए और उनके सिर में गहरी चोट आई।’’ प्रदर्शनकारियों द्वारा रेंजर्स और पुलिस कर्मियों पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बयान में घटना में शामिल लोगों चिन्हित कर कर्रवाई का आदेश दिया है।