प्रदूषण का असर: बच्चों के ईएनटी स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

जानसठ मुजफ्फरनगर ।बढ़ता प्रदूषण बच्चों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा बन गया है, खासकर उनके कान, नाक और गले (ईएनटी) के लिए। कमजोर इम्यून सिस्टम और प्रदूषण के लंबे समय तक संपर्क में रहने से बच्चों में ईएनटी से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं।

प्रदूषित हवा में मौजूद पीएम 2.5, नाइट्रोजन ऑक्साइड और सल्फर डाईऑक्साइड जैसे हानिकारक कण बच्चों की नाक और गले की नाजुक मेम्ब्रेन को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे बच्चों में बार-बार छींक आना, नाक बंद होना, गले में खराश, और खांसी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, कानों में यूस्टेकियन ट्यूब की गड़बड़ी के कारण बार-बार कान के संक्रमण होते हैं, जिससे बच्चों के सुनने और बोलने के विकास पर बुरा असर पड़ता है।

डॉ. आशीष भूषण, सीनियर कंसल्टेंट, ईएनटी विभाग, यथार्थ हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा, ने बताया, "प्रदूषण के कारण बच्चों में एलर्जिक राइनाइटिस, साइनस इंफेक्शन और कान के संक्रमण जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। इन समस्याओं का प्रभाव बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी पढ़ाई दोनों पर पड़ता है। प्रदूषण से बचाव और समय पर इलाज इन खतरों को काफी हद तक कम कर सकते हैं।"

उत्तर भारत के शहरों में सर्दियों के दौरान हवा बेहद खराब हो जाती है। पराली जलाने, वाहनों के धुएं और फैक्ट्रियों से निकलने वाले प्रदूषण के कारण दिल्ली-एनसीआर जैसे क्षेत्रों में ईएनटी से जुड़ी समस्याओं में बहुत ज्यादा बढ़त हो रही है। कई स्कूलों में बच्चों की अनुपस्थिति बढ़ रही है क्योंकि वे सांस की तकलीफ, गले की खराश और कान में दर्द जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।

बच्चों को प्रदूषण के खतरों से बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए। हाई पॉल्यूशन दिनों में बच्चों को घर के अंदर रखना सबसे सुरक्षित उपाय है। घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और साफ-सफाई का ध्यान दें। बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाया जाए और पोषण भरा खाना दें ताकि उनकी इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे। अगर बाहर जाना जरूरी हो, तो अच्छी क्वालिटी के मास्क पहनना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार के लक्षण जैसे लगातार खांसी, सांस लेने में दिक्कत या कान में दर्द दिखने पर तुरंत ईएनटी डॉक्टर से संपर्क करें।

प्रदूषण के बढ़ते खतरों को रोकने के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयास दोनों जरूरी हैं। साफ-सुथरे और सुरक्षित वातावरण की दिशा में कदम उठाना न केवल बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि उनके उज्जवल भविष्य की गारंटी भी है। सही जागरूकता और उपायों के जरिए हम अपने बच्चों को प्रदूषण के प्रभावों से बचा सकते हैं और उन्हें एक स्वस्थ जीवन दे सकते हैं।

सोनभद्र:सवालों के घेरे में वन विभाग कोन की कार्यप्रणाली जिम्मेदार मौन

विकास कुमार अग्रहरी

सोनभद्र। ओबरा वन प्रभाग के वन रेंज कोन भ्रष्टाचार को लेकर काफी चर्चित है। इसी क्रम में बतातें चलें कि वन रेंज में चाहे अबैध बालू खनन का मुद्दा हो या वन भूमि कब्जा यह कोई नया नहीं है।

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कोन वन रेंज के अन्तर्गत तीन सेक्शन है जिसमे कि हर सेक्शन में सीनियर दरोगा मौजूद हैं पर किन कारणों से एक ही जूनियर वन दरोगा को सम्पूर्ण सेक्शन का चार्ज दिया गया जो समझ से परे है। इस संबंध में समाजसेवी राजन जायसवाल ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि कोन वन रेंज में अबैध खनन व वन भूमि पर अबैध कब्जा करना नई बात नहीं है।

गौरतलब है कि वन रेंज में एक ही सेक्शन में कई वर्षों से वन कर्मी जमे होने व जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण में सेक्शन में तैनात जूनियर वन दरोगा को सम्पूर्ण सेक्शन का चार्ज दे दिया गया जिससे क्षेत्रों में भ्रस्टाचार इस कदर बढ़ गया है जिससे भ्रस्टाचारियों के हौसलें बुलंद है और भ्रस्टाचारियों को बचाने के लिए जिम्मेदारों ने मौन सहमति दे रखा है।

जिससे विभाग के आलाधिकारी की संलिप्ता से इंकार नहीं किया जा सकता है।इसी क्रम में बतातें चलें कि ओबरा वन प्रभाग के कोन वन रेंज के अन्तर्गत तीन सेक्शन है जैसे कि 1- हर्रा सेक्शन वहीं तैनात सीनियर वन दरोगा प्रकाश चंद पांडेय, सुदर्शन प्रसाद हैं और 2-कोन सेक्शन के अन्तर्गत सीनियर वन दरोगा जीतेंद्र कुमार व 3-भालूकुदर सेक्शन के अन्तर्गत सीनियर वन दरोगा - मनोज कुमार हैं पर इन सीनियर वन दरोगा के रहते आखिर जूनियर वन दरोगा अभिषेक सिंह को किन परिस्थियों में सम्पूर्ण सेक्शन की जिम्मेदारी दी गई है। जिसके संबंध में कुछ जानकारों का कहना कि वन क्षेत्राधिकारी कोन द्वारा क्षेत्रों में हो रहे भ्रस्टाचार पर पर्दा डालने व अबैध वसूली करने के उद्देश्य से किया गया है। जबकि हर सेक्शन में सीनियर वन दरोगा कार्यरत हैं जो कि स्वत:जाँच का विषय है। सूत्रों की मानें तो वन रेंज कोन के अन्तर्गत अबैध खनन, वन भूमि पर अबैध कब्जा आदि बदस्तुर् जारी है और वहीं विभाग द्वारा कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति किया जाता है। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग से मांग किया है कि उक्त दरोगा की जिम्मेदारी तय करते हुए किसी एक सेक्शन का चार्ज व क्षेत्र में तैनात वन दरोगा की तैनाती वरिष्ठता क्रम के आधार पर करने की माँग की है ताकि क्षेत्रों में हो रहे भ्रस्टाचार पर लगाम लग सके।

सोनभद्र:फरार चल रहे दो आरोपियों के घर पुलिस ने धारा 82 के तहत नोटिस किया चस्पा

विकास कुमार अग्रहरी 

सोनभद्र।चोपन में मु0अ0सं0 514/24 धारा 8/20/29/60 NDPS ACT थाना रा0गंज जनपद सोनभद्र से सम्बन्धित फरार व वांछित अभियुक्त अभय मालवीय पुत्र रामदरस मालवीय व रामदरस मालवीय पुत्र स्व0 रामप्यारे निवासीगण लोहदी कला थाना कोतवाली देहात जनपद मिरजापुर के घर व कचहरी तथा तहसील व सर्वजनिक स्थानों पर प्रभारी निरीक्षक चोपन विजय कुमार चौरसिया द्वारा धारा 82 सीआरपीसी(उद्घोषणा की नोटिस) चश्पा कर नियमानुसार मुनादी करवाई गयी ।

सोनभद्र:फरार चल रहे दो आरोपियों के घर पुलिस ने धारा 82 के तहत नोटिस किया चस्पा

विकास कुमार अग्रहरी

सोनभद्र।चोपन में मु0अ0सं0 514/24 धारा 8/20/29/60 NDPS ACT थाना रा0गंज जनपद सोनभद्र से सम्बन्धित फरार व वांछित अभियुक्त अभय मालवीय पुत्र रामदरस मालवीय व रामदरस मालवीय पुत्र स्व0 रामप्यारे निवासीगण लोहदी कला थाना कोतवाली देहात जनपद मिरजापुर के घर व कचहरी तथा तहसील व सर्वजनिक स्थानों पर प्रभारी निरीक्षक चोपन विजय कुमार चौरसिया द्वारा धारा 82 सीआरपीसी(उद्घोषणा की नोटिस) चश्पा कर नियमानुसार मुनादी करवाई गयी ।

सोनभद्र:सनातन हिंदू एकता के बैनर तले निकाली गई पदयात्रा

विकास कुमार अग्रहरी

सोनभद्र। ओबरा के सेक्टर 9 करुणेश्वर महादेव मंदिर के पास सैकड़ों लोगों ने सनातन धर्म एकता यात्रा में हिस्सा लिया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जाति-पाति के भेदभाव को खत्म करना और सभी धर्म के लोगों के बीच एकता स्थापित करना था। यात्रा में शामिल लोगों ने जाति-पाति के बंधनों को तोड़कर एकता का संदेश दिया।विभिन्न धार्मिक गुरुओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस यात्रा का समर्थन किया।सभी धर्म के लोग एक हैं और हमें एकजुट होकर रहना चाहिए।

आचार्य पंकज शास्त्री ने पदयात्रियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हम सबको जात-पात के जंजाल से बाहर निकलना है।कथावाचक दिलीप जी महाराज का इस यात्रा का सिर्फ एक ही नारा है।जात-पात की करो विदाई हम सब हिन्दू भाई-भाई।सभी का एक ही लक्ष्य है कि सनातन धर्म मजबूत हो,आपस में एकता रहे,आपस में कोई भेदभाव न हो।उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या वे भी अपने सनातन धर्म को बचाने के लिए आगे आएंगे तो लोगों का जवाब हां में था।वहीं भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष सतीश पांडे कहा जिसके हृदय में भक्ति जाग जाती है।वह सनातन के लिए एकत्रित हो जाता है। उन्होंने कहा कि इससे भगवान का नाम बार-बार जुबान पर आएगा, जिससे हम सबका कल्याण होगा।यहां अपार जनसमूह इस बात का प्रतीक है कि सभी हिंदू एकजुट हैं।

अपने कार्यक्रम में आए हिंदू सतीश पांडे, रंजना सिंह ,कथावाचक आचार्य दिलीप महाराज ,आदित्य प्रताप सिंह, मनोज सिंह ,वीरेंद्र मित्तल,शिवनाथ जायसवाल , मनोज सोनी,अनिरुद्ध उपाध्याय, पंकज सेठ ,नगीना प्रसाद सेठ, पंकज शास्त्री, मनोज सोनी,रविंद्र गर्ग ,पुनीत पांडे, राजकुमार यादव, शिवदत्त दुबे ,विकास सिंह, मनोज सिंह ,सुनीता पांडे ,पुष्पा दुबे, उषा शर्मा, दशरथ शुक्ला, पंकज गौतम,ज्वाला प्रसाद, रामजस पांडेय, रामनिवास तोमर ,विजय पटेल उमेश शुक्ला,ने यात्रा की सफलता की शुभकामनाएं दीं।

सोनभद्र:संविधान समारोह समिति द्वारा किया गया विशाल रैली का आयोजन

विकास कुमार अग्रहरी

सोनभद्र।ओबरा संविधान दिवस पर प्रभात फेरी का आयोजन एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम बिल्ली पोखरा से होते हुए अनुप मेडिकल, चोपन रोड मार्केट सुभाष तिराहा होते हुए बुद्ध विहार,कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो देश के नागरिकों को संविधान के प्रति जागरूक करने के लिए किया गया। यह फेरी संविधान समारोह समिति द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें छात्र और नागरिक संविधान के महत्व को समझने के लिए एकत्रित हुए थे।

इस अवसर पर, लोग संविधान के बारे में जानकारी साझा करते हुए, नारे लगाने लगे और संविधान के प्रति अपनी आस्था और सम्मान को व्यक्त करने का प्रण लियां। यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम हुआ जो देश के नागरिकों को संविधान के प्रति जागरूक करने में मदद करता है और उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में शिक्षित करता है कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चांदनी देवी ,सभासद संजय कनौजिया , चंद्रकांत राव, जितेंद्र कुमार, दीपक विश्वकर्मा, संत विजय चंद्रा , सूर्यकांत, डब्लू रंगीला कार्यक्रम के अध्यक्ष गिरजा शंकर, उपाध्यक्ष विशाल, कोषाध्यक्ष अंकुश राम, सचिव सूरज राव, महामंत्री संजय आनंद, संगठन मंत्री दिनेश भारती, मीडिया प्रभारी विकास कुमार, आदि उपस्थित रहे । परियोजना के कर्मचारी भारी संख्या में उपस्थित रहे इस कार्यक्रम में कर्मचारी कल्याण समिति एवं भारती बौद्ध महासभा का विशेष योगदान रहा । नगर के संभ्रांत लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।संपूर्ण कार्यक्रम नगर पंचायत अध्यक्ष चांदनी देवी के देखरेख में संपन्न हुआ ।

ओबरा सी तापीय परियोजना में नया 2×660 निर्माणाधीन तापीय परियोजना नव-निर्मित ऐश वाटर रिर्सकुलेशन सिस्टम विद्युत लाइन चार्ज होने जा रहा

विकास कुमार अग्रहरी

सोनभद्र।ओबरा सी तापीय परियोजना में एक महत्वपूर्ण विकास हुआ है। ग्राम चकारी में नव-निर्मित ऐश वाटर रिर्सकुलेशन सिस्टम के लिए दो 11 केवी की इलेक्ट्रॉनिक लाइनें बिछाई गई हैं। इन लाइनों को 28 नवंबर, 2024 को चार्ज किया जाएगा।

ग्रामीणों से अपील है चूंकि ये लाइनें उच्च वोल्टेज की हैं, इसलिए सभी ग्रामीणों से अनुरोध है कि वे इन लाइनों से सुरक्षित दूरी बनाकर रखें। किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए यह बेहद जरूरी है।

यह परियोजना क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम है। ऐश वाटर रिर्सकुलेशन सिस्टम से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।

सोनभद्र:सरिता हत्याकांड दोषी पति को 7 वर्ष की कैद

विकास कुमार अग्रहरी

सोनभद्र। 14 वर्ष पूर्व दहेज प्रताड़ना के चलते हुई सरिता हत्याकांड के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश एफटीसी/ सीएडब्लू, सोनभद्र अर्चना रानी की अदालत ने बुधवार को सुनवाई करते हुए दोषसिद्ध पाकर दोषी पति मुकुन्दलाल उर्फ बबुन्दर को 7 वर्ष की कैद व तीन हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर एक माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जेल में बितायी अवधि सजा में समाहित होगी। दोषी पति को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया गया।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक मृतका का भाई अमरेश सिंह निवासी ग्राम देवरी, थाना रॉबर्ट्सगंज, जिला सोनभद्र ने घोरावल थाने में 15 नवंबर 2010 को दी तहरीर में अवगत कराया था कि उसने अपनी बहन सरिता की शादी करीब 6 वर्ष पूर्व मुकुन्दलाल उर्फ बबुन्दर पुत्र सुदामा निवासी ग्राम बेलखुरी, थाना घोरावल, जिला सोनभद्र के साथ हिंदू रीति रिवाज से किया था। शादी में अपने सामर्थ्य के अनुसार उपहार स्वरूप सामान दिया था। बावजूद इसके दहेज की मांग को लेकर उसकी बहन सरिता को मुकुन्दलाल उर्फ बबुन्दर शुरू से ही मारपीट कर प्रताड़ित करता था। जब भी सरिता मायके आती थी तो सारी बात सबको बताती थी।

कई बार रिश्तेदारों के सामने पंचायत भी हुई, जिसमें कहा जाता था कि अब प्रताड़ित नहीं करेंगे। लेकिन पुनः वहीं रवैया अपनाया जाता रहा। 5 नवंबर 2010 को दीपावली के दिन सूचना पर अन्य लोगों के साथ अस्पताल पहुंचा तो बहन सरिता मृत हाल में पड़ी थी। उसे पूर्ण विश्वास है कि दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो मुकुन्दलाल उर्फ बबुन्दर ने उसकी बहन सरिता को मार डाला है। रिपोर्ट दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करें। इस तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की विवेचना किया। पर्याप्त सबूत मिलने पर विवेचक ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था।

मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों को सुनने, 9 गवाहों के बयान व पत्रावली का अवलोकन करने पर दोषसिद्ध पाकर दोषी मुकुन्दलाल उर्फ बबुन्दर को 7 वर्ष की कैद व तीन हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर एक माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जेल में बितायी अवधि सजा में समाहित की जाएगी। इस संदर्भ में सरकारी वकील सत्यप्रकाश त्रिपाठी का कहना है कि बिसरा रिपोर्ट में सरिता की मौत विष के सेवन से हुई बताया गया है। अभियुक्त मुकुन्दलाल उर्फ बबुन्दर को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया गया।

सोनभद्र:कई वर्षों से विद्युत पोल संबंधित समस्या को लेकर ग्राम सेवा समिति ने एस डी ओ को सौंपा ज्ञापन

विकास कुमार अग्रहरी 

सोनभद्र।ओबरा बिल्ली मारकुण्डी स्थित खैरटिया टोला में स्थित पोखरा के उत्तर दिशा में बसी बस्ती में पिछले 5-6 वर्षों से लगातार लिखित/मौखिक रूप से अवगत कराये जाने के बावजूद आजतक बिजली के पोल नहीं लगाये जा रहे है, जबकि वहां के रहवासियों को मेन रोड से करीब 400 मीटर दूरी से केबिल खीच कर कनेक्शन लिया जा रहा है।

 जिसके कारण गर्मियों में केबिल जलने की घटनाएं आम बात हो गयी है और हमेशा दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती है। पूर्व में विभाग के जेई अरविन्द मौर्या द्वारा उक्त क्षेत्र का सर्वे किया गया था और बताया गया कि एक माह के भीतर विभाग द्वारा पोल लगवा दिया जायेगा, जिससे केबिल जलने की समस्या से निजात मिल जायेगा। परन्तु बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज तक उक्त समस्या के सम्बन्ध में कोई कार्यवाही नहीं की गयी ।

उक्त के सन्दर्भ में यह भी अवगत कराना है कि उक्त पोल लगाने के सम्बन्ध में ग्राम सेवा समिति के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन भी पूर्व में किया जा चुका है परन्तु विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इस बार जल्द ही पोल नहीं लगने की स्थिति में ग्राम सेवा समिति द्वारा धरना प्रदर्शन किया जायेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी पीसीएल विभाग की होगी। शिवदत्त दुबे ग्राम सेवा समिति अध्यक्ष एवं महेश अग्रहरी के साथ राजू जायसवाल और अन्य ग्रामवासी उपस्थित रहे।

सोनभद्र:दुष्कर्म के दोषी कलयुगी पिता को आजीवन कठोर कारावास की सजा

विकास कुमार अग्रहरी

सोनभद्र। करीब दो वर्ष पूर्व 16 वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ हुए दुष्कर्म और दवा खिलाकर गर्भपात कराने के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश / विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट अमित वीर सिंह की अदालत ने मंगलवार को सुनवाई करते हुए दोषसिद्ध पाकर दोषी कलयुगी पिता सुरेश कोल को आजीवन कठोर कारावास एवं तीन लाख 15 हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर तीन माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जेल में बितायी अवधि सजा में समाहित होगी। वहीं अर्थदंड की धनराशि में से दो लाख 50 हजार रुपए पीड़िता को मिलेगी।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक शाहगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता की मां ने शाहगंज थाने में 27 अप्रैल 2023 को दी तहरीर में अवगत कराया था कि उसकी 16 वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ उसका पति सुरेश कोल करीब 7-8 माह पूर्व बलात्कार किया था। जब गर्भ ठहर गया तो इसकी जानकारी उसे हुई तो पति ने मां- बेटी को जान से मारने की धमकी दिया, जिससे डर गई और कहीं सूचना नहीं दी। उसने 18 अप्रैल 2023 को जबरन बेटी को गर्भनिरोधक दवा खिला दिया, जिससे रात करीब नौ बजे गर्भपात हो गया और मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ। जिसे उसका पति झाड़ी में फेंक दिया। वह पति के डर से और लोक लाज के डर से कहीं सूचना नहीं दी।

जिसका नतीजा रहा 26 अप्रैल 2023 को दोपहर तीन बजे बेटी को घर में अकेला पाकर पुन: बलात्कार किया। उसका पति उसके मायके में ही रहता है। बलात्कार करते समय जब बेटी चिल्लाने लगी तो उसके पिता मौके पर पहुंच गए और घटना को देखा था। इस तहरीर पर पुलिस ने 27 अप्रैल 2023 को बलात्कार और पाक्सो एक्ट में एफआईआर दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दिया। दौरान विवेचना विवेचक ने डीएनए टेस्ट रिपोर्ट और मेडिकल रिपोर्ट के साथ ही गवाहों का बयान लेने के बाद पर्याप्त सबूत मिलने पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था।

मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों को सुनने, 10 गवाहों के बयान एवं पत्रावली का अवलोकन करने पर दोषसिद्ध पाकर दोषी सुरेश कोल को उम्रकैद एवं तीन लाख 15 हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर तीन माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जेल में बितायी अवधि सजा में समाहित की जाएगी। वहीं अर्थदंड की धनराशि में से दो लाख 50 हजार रुपए पीड़िता को मिलेगी। अभियोजन पक्ष की तरफ से सरकारी वकील दिनेश प्रसाद अग्रहरि, सत्य प्रकाश त्रिपाठी एवं नीरज कुमार सिंह ने बहस की।