आजमगढ़:-शहर के पाश इलाके में बैठकर ठगी कर रहा था अंतरराष्ट्रीय गैंग
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। शहर के पाश इलाकों में गिने जाने वाले रैदोपुर क्षेत्र में प्रतिबंधित एप के माध्यम से साइबर ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग का राजफाश करते हुए पुलिस ने सोमवार की शाम 11 आरोपितों को गिफ्तार किया है। छानबीन में पता चला कि गिरोह ने 190 करोड़ की ठगी की है।
पुलिस ने 169 बैंक खातों में करीब 02 करोड रुपये फ्रीज कराने के साथ 35 लाख रुपये सामान बरामद, जिसमें 3.40 लाख नकद, 51 मोबाइल फोन, 6 लैपटाप, 61 एटीएम कार्ड, 56 बैंक पासबुक, 19 सिंम कार्ड, 07 चेक बुक, 03 आधार कार्ड, 01 जीओ फाइबर राउटर बरामद किया है।
एसपी हेमराज मीना ने बताया कि यह संगठित गैंग ऑनलाइन एप के जरिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम, वाट्सएप् आदि पर विज्ञापन के माध्यम से लोगों को फंसाता था। उन्हें पैसों को दोगुना-तीन गुना जीतने का प्रलोभन देकर इन एप्प के विभिन्न गेमों में उनकी लागिन आईडी बनाकर साइबर ठगी करके उनका सारा पैसा फर्जी खातों व फर्जी मोबाइलों के जरिए ट्रांसफर कर लेते थे। उसके बाद उनकी आइडी ब्लाक कर देते थे। इस गैंग में देश के अलावा श्रीलंका, यूएई के मेंबर विभिन्न वाट्सएप्प ग्रुप से जुड़े थे एवं ठगी के पैसे का आदान-प्रदान करते थे।
राजेश के घर से संचालित होता था अवैध धंधा
आजमगढ़। साइबर क्राइम थाना के आनलाइन एप पर प्राप्त शिकायतों के आधार पर लोकेशन व मुखबिर की सूचना पर थाना साइबर क्राइम के प्रभारी निरीक्षक मय हमराह की संयुक्त टीम द्वारा शहर कोतवाली के रैदोपुर स्थित स्मार्ट माल के सामने स्थित राजेश के घर से 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया, जहां से गिरोह के लोग अवैध धंधे का संचालन करते थे।
अपराध करने के लिए अपनाते थे यह तरीका
आजमगढ़। गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि जिले में दो यूनिट चलाए रहे थे। इसमें कुल 13 लोग कार्य कर रहे थे। यह लोग सरकार द्वारा प्रतिबंधिंत एप्स का सोशल मीडिया जैसे इंस्टाग्राम वाट्सएप्प, मेटा व टेलीग्राम पर विज्ञापन के माध्यम से लोगों को फंसाते थे एवं उनके पैसों को दोगुना-तीन गुना जीतने का प्रलोभन देकर इन एप्प के विभिन्न गेमों में उनकी लागिन आईडी बनाकर साइबर ठगी करके उनका सारा पैसा फर्जी खातों व फर्जी मोबाइलों के जरिए ट्रांसफर कर लेते थे तथा उनकी आईडी ब्लाक कर देते थे।
वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से करते थे जनता से बात
आजमगढ़। आरोपितों द्वारा विभिन्न वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आम नामरिकों से वार्ता की जाती थी एवं बेटिंग की इच्छा जताने पर फीस प्राप्त कर उनकी लागिन आइडी उनकों दी जाती थी। एप पर उनका एकाउंट बनाया जाता था। आरोपितों द्वारा अपने वाट्एप ग्रुप के माध्यम से देश-विदेश के सदस्यों से आपस में वार्ता की जाती थी एवं विद्ड्राल खातों की डिटेल उन ग्रुप के माध्यम से दी जाती थी।
गैंग में बिहार, उड़ीसा और मध्यप्रदेश के भी शामिल
आजमगढ़। गिरफ्तार किए गए 11 आरोपितों पर देश के विभन्न राज्यों में इनके विरुद्ध कुल 71 साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं। इनमें राम सिंह निवासी सिसवा बाजार (दक्षिण टोला) थाना कोठीभार, जिला महाराजगंज, संदीप यादव जयरामपुर नारायणपुर थाना अदलाहट, मिर्जापुर, विशालदीप लान्थी केगांव थाना केगांव, जिला कलांडी (उड़ीसा), अजय कुमार पाल लोहिजरा थाना सिघवलिया, जिला गोपालगंज (बिहार), आकाश यादव कोडरे, थाना चंदवक, जौनपुर, (अस्थायी पता दृ 159/244 बघवा नाला हुकुलगंज पांडेयपुर थाना पांडेयपुर (लालगंज) वाराणसी), पंकज कुमार निवासी धवई बभनी सुकरी, थाना बर्गी, जिला जबलपुर (मध्यप्रदेश), प्रदीप क्षात्रिया निवासी भाली बहार पतरापाली, थाना बंगो गुण्डा जिला बलांगिर (उड़ीसा), विकास यादव निवासी जयरामपुर थाना अदलाहट, मिर्जापुर, आनंदी कुमार यादव निवासी बरागुनिया कटोरिया, थाना कटोरिया, जिला बॉका (बिहार), मिर्जा उमर बेग उर्फ उमर मिर्जा अब्डीहा इब्राहिमपुर, बीनापारा थाना सरायमीर, अमित गुप्ता निवासी सिसवा बाज़ार थाना कोठीभार जिला महराजगंज शामिल हैं।
Nov 28 2024, 11:36