झारखंड में 81 में से 9 विधानसभा सीट पर जीत के अंतर से ज्यादा मिले नोटा को वोट, नोटा ने कई प्रत्याशियों का कद किया बौना
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड विधानसभा के लिए हुए चुनाव के परिणाम तो आ गए जिसमें हेमंत सोरेन के नेतृत्व में इंडी गठबंधन ने भारी मतों से जीत हासिल की। इस दौरान ज्यादातर सीटों पर हार जीत का मार्जिन अच्छाखासा रहा। वहीं नतीजों का विश्वेलषण करने के बाद कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं।
चतरा विधानसभा सीट के नतीजों की विजेता उम्मीदवार के साथ ही नोटा भी काफी चर्चा में रहा। चतरा विधानसभा सीट पर लोजपा के जनार्दन पासवान ने 18 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। जनार्दन पासवान को 1,09019 वोट मिले, वहीं 90618 वोट के साथ राजद की रश्मि प्रकाश दूसरे नंबर पर रहीं। चुनावी मैदान में उतरे आधे से ज्यादा उम्मीदवार नोटा से हार गए। इनके अलावा तीसरे नंबर पर रहे झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के अशोक भारती को सिर्फ 16776 मत मिले। चौथे नंबर 8071 वोट के साथ नोटा रहा।
इसी तरह चर्चा में रहा गांडेय सीट पर कल्पना सोरेन ने 17,142 मतों के अंतर से जीत हासिल कर ली। वह लगातार दूसरी बार विधायक चुनी गई हैं। जहां कल्पना को चुनाव में 1,19,372 वोट मिले जबकि दूसरे स्थान पर रही मुनिया देवी 1,02,230 वोट ही हासिल कर सकीं। यहां भी तीसरे नंबर पर नोटा रहा जिसे 3051 वोट मिले।
दूसरी ओर झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में नौ सीट ऐसे है जहां जीत कर विधायक बने प्रत्याशियों की जीत के अंतर से ज्यादा वोट नोटा को वोट मिले हैं। इनमें कोडरमा से डॉ नीरा यादव, सिमरिया से कुमार उज्जवल, लातेहार से प्रकाश राम, डाल्टनगंज से आलोक कुमार चौरसिया, कांके से सुरेश कुमार बैठा, छत्तरपुर से राधा कृष्ण किशोर, निरसा से अरुप चटर्जी, सिंदरी से चंद्रदेव महतो और मांडू से निर्मल महतो चुनाव तो जीत गए लेकिन उन्हें नोटा को मिले वोटों से भी कम अंतर से जीत हासिल की है। इनमें सबसे ज्यादा चार भाजपा, दो कांग्रेस, दो माले और आजसू के एक प्रत्याशी शामिल है।
वहीं लोकसभा चुनाव की बात करें तो झारखंड में हुए 2024 के लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे 70 फीसदी प्रत्याशी नोटा (नन ऑफ द एबव) से हार गए हैं। वहीं 88.11 फीसदी उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में नाकाम रहे।
Nov 28 2024, 11:32