काशी में रोजगार का कुंभ लगाने जा रही प्रदेश सरकार
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लखनऊ/वाराणसी। महाकुंभ-2025 से पहले प्रदेश सरकार धर्म नगरी काशी में रोजगार का कुंभ लगाने जा रही है। काशी में तीन दिन (30 नवंबर, दो और तीन दिसंबर) तक रोजगार मेला लगेगा। इसमें उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के साथ ही अनेक राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी हिस्सा लेंगी। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय वाराणसी भी 4,500 से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 30 नवंबर को महारोजगार मेले का आयोजन करने जा रहा है। इसमें करीब 55 से 60 राष्ट्रीय और मल्टीनेशनल कंपनियां भाग लेंगी। दिव्यांगजनों और महिलाओं को नौकरी देने के लिए ख़ास कंपनियां प्रतिभाग करेगी। युवाओं को विदेश में भी नौकरी करने का अवसर मिलेगा। 2 व तीन दिसंबर को रोडवेज बसों में चालकों के लिए होगी भर्ती प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार वाराणसी में तीन दिनों तक रोजगार मेले का महायोजन करने जा रही है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय वाराणसी और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम युवाओं के लिए बंपर नौकरियों के अवसर लेकर आया है। दोनों विभागों को मिलाकर 4860 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि प्रयागराज के महाकुम्भ को देखते हुए अनुबंध पर 360 चालकों की भर्ती 2 और 3 दिसंबर को काशी डिपो प्रांगण, गोलगड्डा में होगी। अनुबंध चालकों के लिए देय भुगतान -रुपये 1.89 प्रति किमी की दर से भुगतान / प्रति माह 22 दिन ड्यूटी व 5,000 किमी करने पर रुपये 3,000 प्रोत्साहन, फिक्सेशन की व्यवस्था, दो वर्ष की सेवा पर उत्कृष्ट श्रेणी हेतु कुल रूपये 19593.00 एवं उत्तम श्रेणी हेतु रूपये 16593,पीएफ, यात्रा पास, नाइट भत्ता एवं रुपये 5.00 लाख का दुर्घटना बीमा की सुविधा, दुर्घटना रहित बस संचालन करने पर अतिरिक्त वार्षिक प्रोत्साहन। संविदा चालक के लिए न्यूनतम योग्यता, -उम्र 23 वर्ष 6 माह,योग्यता- 8वीं पास है। साथ ही लम्बाई 5 फुट 3 इंच, -लाइसेंस -2 साल पुराना (हैवी) होना चाहिए। 30 नवंबर को डॉ. घनश्याम सिंह पीजी कॉलेज सोयेपुर में लगेगा वृहद रोजगार मेला काशी में एक और रोजगार का महाकुम्भ लगने जा रहा है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय ,वाराणसी के मेला प्रभारी ने दीप सिंह ने बताया कि इस वृहद रोजगार मेले में लगभग दस से बारह हज़ार से अधिक बेरोजगार युवाओं के प्रतिभाग करने की संभावना है। रोजगार मेले में करीब 4500 युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। योग्यता अनुसार अधिकतम सालाना पैकेज लगभग 4,20,000 प्रस्तावित है। बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए लगभग 55 -60 से अधिक राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियां भाग लेंगी। 30 नवंबर को महारोजगार मेले का आयोजन डॉ घनश्याम सिंह पीजी कॉलेज ,सोयेपुर वाराणसी में होने जा रहा है। इसके लिए प्रतिभागी (rojgaarsangam.up.gov.in )पोर्टल पर भी पंजीयन करा सकते हैं। प्रतिभाग करने वाली मुख्य राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियां रोजगार मेले में कई प्रमुख कंपनियां प्रतिभाग करेंगी। भारत सरकार की उपक्रम स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर युवाओं को विदेश में नौकरी पाने का अवसर देगी। प्रदेश सरकार रोजगार मेले के माध्यम से दिव्यांगजनों को भी नौकरी उपलब्ध कराएगी। अनुदीप फाउंडेशन, सार्थक एजुकेशन ट्रस्ट दिव्यांगों को रोजगार देने के लिए प्रतिभाग करेगी। ख़ास टेलीकम्युनिकेशन से जुडी विस्ट्रॉन कंपनी 50 से अधिक महिलाओं को नौकरी देंगी। इसके अलावा एल एंड टी कंपनी, इफको, एसबीआई , होटल ताज, टाटा मोटर्स, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, डिक्सन इंटरनेशनल नोएडा ,एसआईएस सिक्योरिटी ,राष्ट्रीयकृत बैंक,ऑटोमोबाइल कंपनी, सिक्योरिटी सल्यूशन कंपनी ,टेक्सटाइल, फुटवियर, सर्विस सेक्टर, रियल एस्टेट, सेल्स एंड मार्केटिंग,आईटी सॉफ्टवेयर, एजुकेशन, जैसे कई सेक्टर से जुड़ी प्रतिष्ठित कंपनियां भाग लेंगी।






लखनऊ। एसटीएफ यूपी को अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह का एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 400 किलोग्राम गांजा बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम महेश मिश्रा पुत्र रमाशंकर मिश्रा, निवासी धौरहरा, थाना हण्डिया, जनपद प्रयागराज है। एसटीएफ ने इसके कब्जे से 400 किलोग्राम अवैध गांजा (अर्न्तराष्ट्रीय कीमत लगभग एक करोड़),एक ट्रक यूपी 70, जीटी-9837, एक मोबाइल फोन, एक डीएल, एक एसबीआई एटीएम कार्ड बरामद किया है।
लखनऊ/दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश संविधान से चलना चाहिए, ह्यमन-विधानह्ण से नहीं। भाजपा के लोग मन विधान से देश चलाना चाहते हैं संविधान से नहीं।
लखनऊ/दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश संविधान से चलना चाहिए, ह्यमन-विधानह्ण से नहीं। भाजपा के लोग मन विधान से देश चलाना चाहते हैं संविधान से नहीं।
लखनऊ । यूपी के सबसे बड़ा चिकित्सा प्रतिष्ठानकेजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में इलाज को आने वाले मरीजों का सिस्टम की लापरवाही का शिकार होने कोई नई बात नहीं है। यहां हृदय रोग विभाग (लारी कार्डियोलॉजी) में सोमवार को दुबग्गा के छंदोइया निवासी अबरार अहमद (60) को वेंटिलेटर नहीं मिल पाया। अबरार हाथ जोड़कर वेंटिलेटर के लिए मिन्नतें करते रहे। इस पर भी डॉक्टर नहीं पसीजे। उन्हें डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान रेफर कर दिया गया। रास्ते में ही अबरार की सांसें थम गईं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। अबरार अहमद की वर्ष 2018 में लारी में ही एंजियोप्लास्टी हुई थी। हालत खराब होने पर रविवार रात करीब 12:30 बजे उनको उनको लारी की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। यहां पर डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर होने की बात कहते हुए वेंटिलेटर की जरूरत बताई। साथ ही वेंटिलेटर खाली नहीं होने की बात कहते हुए उनको लोहिया संस्थान या फिर पीजीआई जाने के लिए कहा। परिवारवालों ने इतना समय नहीं होने की बात कहते हुए डॉक्टरों से मिन्नतें कीं। अबरार के बेटे सैफ के मुताबिक पिता भी हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन डॉक्टर नहीं पसीजे। मायूस होकर हम पिता को लेकर लोहिया संस्थान गए। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।सैफ के मुताबिक इमरजेंसी में उनके पिता को तीन-चार इंजेक्शन लगाए गए। इसके बाद उनकी नाक और मुंह से खून आने लगा। पिता के गिड़गिड़ाने पर डॉक्टर बोले ज्यादा शोर कर रहे हो, इसलिए नहीं देखेंगे। मरीज की मौत के बाद वजीरगंज थाने में कार्रवाई के लिए तहरीर भी दी गई है। केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. सुधीर सिंह के मुताबिक अबरार अहमद को दिल की गंभीर बीमारी थी। वर्ष 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिजीज की पुष्टि होने के बाद उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी। एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर उन्हें जांच के लिए बुलाया था, लेकिन वे फॉलोअप के लिए ओपीडी में नहीं आए।रविवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेल्योर की गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। जरूरी जांचें कराई गईं। हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टरों ने वेंटिलेटर की जरूरत बताई। लारी कार्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटिलेटर बेड फुल थे। इसलिए उन्हें पीजीआई और लोहिया संस्थान के लिए रेफर किया गया। मरीज को ले जाने के लिए संस्थान ने एंबुलेंस भी उपलब्ध कराई, लेकिन दुर्भाग्य से उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। अकसर फुल रहते हैं बेड लारी में राजधानी समेत प्रदेश के अन्य शहरों से भी मरीज रेफर होकर आते हैं। यहां पर 80 बेडों की क्षमता है, जबकि करीब 9 वेंटीलेटर हैं। वहीं, 12 फैकल्टी और करीब 22 रेजिडेंट्स हैं। इमरजेंसी में रोजाना 100 से अधिक मरीज आते हैं। इसमें 20 के करीब एक्यूट हार्ट अटैक और 5-6 मरीज पेसमेकर वाले होते हैं बाकि अन्य इमरजेंसी वाले होते हैं, जिसके चलते यहां की इमरजेंसी समेत सभी बेड अकसर फुल ही रहते है। डॉक्टर्स पर रहता है काफी लोड डॉक्टर्स के मुताबिक, वेंटीलेटर के लिए हमेशा मारा-मारी रहती है। लोग ऊपर तक जुगाड़ लगाते हैं, जिसके चलते सभी डॉक्टर्स हमेशा ओवरलोड रहते हैं। उनके ऊपर मरीजों का बेहद दबाव रहता है। छोटे सेंटर्स को अपग्रेड किया जाये और सही रेफरल पॉलिसी बने तो मरीजों के साथ डॉक्टर्स को भी राहत मिलेगी। बेडों की संख्या सीमित होती है। हर मरीज को भर्ती करना आसान नहीं है, पर इसके बावजूद मरीजों को देखा जाता है। पहले भी सामने आ चुके हैं मामले केस 1 -सितंबर माह में डालीगंज निवासी खर्शीदा बानो की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा काटा। परिजनों का आरोप था हालत गंभीर गंभीर होने के बावजूद डॉक्टर देखने तक नहीं आए। केस 2 -नवंबर 2022 में मरीज की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। केस 3 -अप्रैल 2020 में मरीज की मौत के बाद तीमारदार भड़क गये और उन्होंने तोड़फोड़ की। इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप मरीज गंभीर अवस्था में आया था। वेंटीलेटर की जरूरत थी, पर सभी बेड फुल थे। मरीज को रेफर कर दिया गया था, पर दुर्भाग्य से उसे बचाया नहीं जा सका। -डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू
लखनऊ । अवध सेवा संकल्प समिति व कर्मयोग जनकल्याण समिति के तत्वावधान में भागवत पार्क स्थित प्रियदर्शनी कॉलोनी सेक्टर- बी सीतापुर रोड लखनऊ में आयोजित हो रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य संतोष भाई जी ने बताया कि भक्ति करने वाले भक्त भगवान की भक्ति के रंग में रंग जाते हैं, मान, अपमान ,सुख दुःख से दूर अपने प्रभु का स्मरण और गुणगान ही उनके जीवन का एक मात्र लक्ष्य रह जाता है।
लखनऊ/वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पशु-पक्षी प्रेम जगजाहिर है। मुख्यमंत्री का यह रूप सोमवार को काशी में भी दिखा। एक दिवसीय दौरे में शहर में आए मुख्यमंत्री गंगा पार सतुआ बाबा आश्रम में आयोजित शिव महापुराण कथा में भाग लेने के लिए गंगा नदी के रास्ते क्रूज पर सवार होकर कथा स्थल पर जा रहे थे। क्रूज जैसे ही गंगा के मध्य धारा में पहुंची तो मेहमान साइबेरियन पक्षियों का कलरव देख मुख्यमंत्री अपने को रोक नहीं पाए और पक्षियों को दाना चुगाने लगे। यह देख बड़ी संख्या में पक्षी क्रूज पर मंडराने लगे। मुख्यमंत्री ने पूरे उत्साह के साथ उन्हें दाना खिलाया।
Nov 27 2024, 12:51
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