अभाविप का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन गोरखपुर में संपन्न


गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 22, 23 व 24 नवम्बर को आयोजित किया गया।

अभाविप का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन कई ऐतिहासिक अनुभवों का गवाह बना जिसमें लघु भारत, अनेकता में एकता, तथा विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत के दर्शन करने के अवसर मिले।

अभाविप द्वारा महेश्वर से पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी वर्ष पर निकाली गई मानवंदना यात्रा प्रयागराज, अयोध्या से होते हुए अधिवेशन स्थल पर पहुंची। यात्रा के माध्यम से लोकमाता द्वारा भारतीय सांस्कृतिक विशिष्टता के पुनरुत्थान हेतु किए गए प्रयासों को जनसामान्य तक पहुंचाया गया, 21 नवंबर को गोरखपुर पहुंची इस यात्रा का स्वागत अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही व तत्कालीन राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल द्वारा स्वागत किया गया।

अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में महंत अवेद्यनाथ को समर्पित एक विशाल प्रदर्शनी लगाई गयी, विशाल प्रदर्शनी सभागार का नाम ' महंत अवेद्यनाथ मंडप ' रखा गया। महंत अवेद्यनाथ को समर्पित प्रदर्शनी में गोरखपुर का वास्तविक इतिहास, स्वाधीनता आंदोलन की गौरवगाथा, विश्वगुरु भारत, विद्यार्थी परिषद का 75 वर्षों का इतिहास, विविध क्षेत्रों में अभाविप के आयामों के कार्य, राष्ट्रीय एकात्मता, पर्यावरण आदि विषय केन्द्र में रहे, 21 दिसम्बर को प्रदर्शनी का उद्घाटन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने किया।

अभाविप के महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने पूरे देशभर में अभाविप द्वारा किये गये क्रियाकलापों पर आधारित महामंत्री प्रतिवेदन रखा, जिसमें देशभर में हुए अभाविप के कार्यक्रम, गतिविधियाँ, आंदोलन तथा 55,12,470 सदस्यता के आकड़े की जानकारी दी।

अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में सत्र 2024-25 हेतु पुनः निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही और नव निर्वाचित राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी को चुनाव अधिकारी डॉ. प्रशांत साठे ने पदभार ग्रहण कराया गया।

अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन 22 नवम्बर को जोहो कोर्पोरेशन के सीईओ श्री धर वेम्भू द्वारा किया गया। श्रीधर वेम्बू ने स्वावलंबन, इंटरप्रेन्योरशिप, रोजगार, युवाओं को भविष्य के दिशासूत्र, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि विषयों को अपने भाषण में प्रमुखता से उठाया।

अभाविप के 69वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अभाविप व विद्यार्थी निधि न्यास के संयुक्त उपक्रम प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार -2024 का वितरण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया। इस वर्ष प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार श्रवण दिव्यांगजनों में कौशल विकास व शिक्षा के माध्यम से जीवन उद्देश्य और उत्साह उत्पन्न करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु महाराष्ट्र के ठाणे के दीपेश नायर को को प्रदान किया गया, इस पुरस्कार में ₹ 1,00,000/- की राशि, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह समाविष्ट हैं।

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में कुल 5 प्रस्ताव पारित किये गये जिनमें शिक्षा की गुणवत्ता, खाद्यान्न मिलावट, मणिपुर हिंसा जैसे गंभीर सामाजिक विषयों पर प्रस्ताव शामिल है।

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि अभाविप का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन भारत के गौरवशाली इतिहास की याद दिलाता है। अभाविप देश में हुए सकारात्मक परिवर्तन का परिचायक रहा है, अभाविप विचारों की प्रतिबद्धता और चरित्रवान विद्यार्थी निर्माण का कार्य करने वाला विश्व का सबसे विराट छात्र संगठन है जो अपने स्थापना के 76वर्ष बाद भी मजबूती से विस्तृत हो रहा है। अभाविप की घोषित यात्रा 'ध्येय यात्रा' है, किंतु हमारा उद्देश्य है सभी को साथ लेकर चलना और यही हमारी पारस्परिकता है। राष्ट्र हित के लिए जो भी निर्णय होगा वह सभी मिल कर करेंगे।

अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ने कहा कि देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में संस्कार और मूल्यों से परिपूर्ण गुणवत्तायुक्त शिक्षा की बात विद्यार्थी परिषद करती है। देश एक सुखद दौर से गुजर रहा है भारत रोजगार प्रदान करने का देश बन रहा है, भारत ने आपदा को अवसर में बदलकर विश्व के सामने एक मिशाल प्रस्तुत की है। यह दौर अब भारत का है, यह भारत हमारा है भारत के प्रश्नों का उत्तर हमें ढूंढना है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरक्ष प्रांत मंत्री श्री मयंक राय ने कहा कि भारतीय एकात्मकता के लिए अभाविप कार्यकर्ता निरंतर प्रयास कर रहे हैं। आज 76 वर्षों की अभाविप बहुआयामी वटवृक्ष का रूप ले चुकी है, जो समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए अभाविप कार्यकर्ता अपने रचनात्मक प्रयासों द्वारा परिवर्तन लाने का काम कर रहे हैं। विद्यार्थी परिषद में सामान्य से सामान्य कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं। गोरखपुर सौभाग्यशाली है पूरे देश के कार्यकर्ताओं का आतिथ्य सत्कार का अवसर प्राप्त हुआ।

कस्तूरबा स्कूल में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किशोर मंच का आयोजन किया

खजनी गोरखपुर। केंद्र व प्रदेश सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण करने और उन्हें जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया गया है।आज खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम ने उसवां गांव में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं को बीमारियों से बचाव के तरीके बताए और राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य मंच का आयोजन किया गया।

इस दौरान स्वास्थ्य से जुड़ी प्रश्नोत्तरी में छात्राओं से स्वास्थ्य से जुड़े दर्जनों प्रश्न पूछे गए,जिनका सही उत्तर देने वाली छात्राओं दिव्या,साक्षी,कृतिक्षा सिंह, पूजा, प्रियांशी, सपना, प्रिया यादव, सोनिका, मानसी, दिव्यांशी, अर्चना, लक्ष्मी को शील्ड और मेडल देकर सम्मानित किया गया।

इस दौरान पीएचसी की आर.बी.एस.के. टीम के प्रभारी डॉक्टर त्रिवेणी कुमार द्विवेदी, डॉक्टर सी.पी.यादव आॅप्टोमेटिस्ट जितेन्द्र मौर्या, विकास कुमार मेल स्टॉफ नर्स सुबेश राय और स्टॉफ नर्स विजयलक्ष्मी तथा स्कूल की वार्डन सीमा रावत शिक्षिकाएं ऋचा पांडेय, सना शगुफ्ता, निशा सिंह, ममता यादव, निधि सिंह, प्रतिभा चौहान, श्याम किंकर सिंह, गोपालधर दूबे मौजूद रहे।

हिंदू एकता यात्रा में शामिल हुई महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी

गोरखपुर। चौथे दिन की यात्रा नौगांव से शुरू हुई, महाराज की यात्रा जैसे ही आगे बढ़ी वैसे ही किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी भी शामिल हुई। उन्होंने पदयात्रियों को अपने आशीर्वचन से लाभान्वित करते हुए कहा कि जिसके हृदय में भक्ति जाग जाती है वह सनातन के लिए एकत्रित हो जाता है। उन्होंने कहा आज हिन्दुओं को एकजुट होने की जरूरत है।

उन्होंने सभी हिन्दुओं से इस यात्रा को समर्थन देने का आग्रह किया। शुक्रवार को गोरखपुर से वे प्रयागराज पहुंची। यहां पर महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा की भूमि व धर्म ध्वजा पूजन के बाद सड़क मार्ग से सीधे रविवार को नौगॉव पहुंची। महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी ने यात्रा की सफलता की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ पैदल चलकर उनके संकल्प में सहभागिता की और हिंदुओं से एकजुट होने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि अब हिंदुओं के एकजुट होने का समय आ गया है और महाराज की यात्रा में उनके साथ चल रहा यह अपार जनसमूह इस बात का प्रतीक है कि सभी हिंदू एकजुट हैं।

उन्होंने आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर पुष्प वर्षा किया और शंखनाद कर सभी पदयात्रियों का स्वागत किया। इस दौरान अयोध्या हनुमान गड़ी के महंत राजू दास और श्रीधाम वृंदावन के कथा वाचक पंडित पुंडरीक गोस्वामी महाराज भी शामिल थे। इसके पूर्व प्रख्यात कथाव्यास अनिरुद्धाचार्य महाराज भी सनातन हिन्दु एकता पदयात्रा में शामिल हुए।

भारत को हिंदू राष्ट्र होना चाहिए: किन्नर अखाड़ा महामंडलेश्वर

सनातन हिन्दु एकता पदयात्रा जब नौगांव पहुंची तो, यहां किन्नर अखाड़ा की ओर से महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी ने हिंदू एकता यात्रा का समर्थन करते हुए भव्य स्वागत किया। सनातन यात्रा में पहुंची महामंडलेश्वर में मीडिया से बातचीत में कहा कि यह यात्रा देश भर के हिंदुओं को एकजुट करने के लिए निकाली जा रही है और सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगी। उन्होंने कहा कि किन्नर समाज भी इस यात्रा का पूरा समर्थन कर रहा है, भारत को हिंदू राष्ट्र होना चाहिए। शिष्य मंडल की ओर से उन्होंने बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर और उनके पीछे चल रहे सभी पदयात्रियों का स्वागत किया।

विधि के विद्यार्थियों में असीम सम्भावनायें- प्रो. पूनम टंडन

गोरखपुर। "विधि के विद्यार्थियों ने आज जो मूट कोर्ट का मंचन किया है वह एकदम जीवंत था। पूरे मंचन के दौरान यह नहीं आभास हुआ कि ये एक आभासी न्यायालय का दृश्य है, दोनों पक्षों के अधिवक्ता-गण, गवाह और न्यायाधीश महोदय के अभिनय में बच्चों ने सजीव कर दिया। विधि संकाय के विद्यार्थियों में असीम सम्भावनायें हैं, जरूरत है मात्र इनको दिशा देने की जिसमें विधि संकाय के शिक्षक समर्थ हैं। आने वाले दिनों में मैं विधि संकाय के शिक्षकों से कहना चाहूँगी की वे इन बच्चों को लेकर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के स्तर पर प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करें और अपना, अपने विश्विद्यालय और क्षेत्र का नाम रौशन करें।

गोरखपुर विश्वविद्यालय के विधि संकाय के आयोजन में आकर बहुत अच्छा लगता है क्योंकि यहां के छात्रों का उत्साह काफी उच्च स्तर का होता है। उन्होंने ने कहा कि आप सभी लोग इस संकाय की संवृद्ध परंपरा के वाहक हैं।"

उक्त बातें गोरखपुर विश्विद्यालय की मुखिया कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने संविधान दिवस समरोह के प्रथम दिवस में आयोजित मूट कोर्ट मंचन के बाद कहीँ। इससे पूर्व कुलपति ने विभिन्न प्रतियोगिताओं का अवलोकन किया। दीक्षा भवन परिसर में आयोजित रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में कुलपति जी का स्वागत बी.ए.एल-एल.बी की छात्रा चितवन मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन बी.ए.एल-एल.बी की छात्रा रितिका तिवारी ने किया ।कार्यक्रम का सफल संचालन बी.ए.एल-एल.बी के सहायक आचार्य डॉ अंसार आलम एवं डॉ मेनका ने किया। मूट कोर्ट के सूत्रधार की भूमिका बी.ए.एल-एल.बी की छात्राएँ ऐश्वर्य त्रिपाठी एवं ईशान्शी ने अदा किया।

समारोह के वृहद आयोजन का परिचय विधि संकाय के अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता प्रो. अहमद नसीम ने किया एवं प्रो. जितेंद्र मिश्र ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनायें देते हुए संविधान दिवस के मह्त्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने आज बताया कि आज अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस है, प्रो. मिश्र ने संविधानिक दर्शन को भी बच्चों के समक्ष रखा।

कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रो. अहमद नसीम ने कुलपति के समक्ष रखा, उन्होंने बताया की आज इस आयोजन में विश्विद्यालय के विभिन्न विभागों एवं विश्विद्यालय से सम्बध्द कई महाविद्यालय से प्रतिभागी आए हैं और उन्होंने भाषण, रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया है। उन्होंने बताया की प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को 26 नवंबर को सर्टिफिकेट एवं मेडल प्रदान किया जाएगा। प्रो. नसीम ने कहा कि 26 नवम्बर 2024 को मूट कोर्ट के सभी प्रतिभागियों एवं दीक्षान्त सप्ताह के दौरान बी.ए.एल-एल.बी के विद्यार्थियों द्वारा आयोजित युवा संसद के प्रतिभागियों को भी सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। प्रो. नसीम ने बताया कि संविधान दिवस के दिन प्रातः विश्विद्यालय अवस्थित क्रीड़ा परिषद के अंतर्गत स्टेडियम में विश्विद्यालय के समस्त शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थियों को कुलपति प्रो. पूनम टंडन जी द्वारा संविधान के प्रस्तावना की शपथ दिलाई जाएगी एवं तदुपरांत विधि संकाय के विद्यार्थियों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जाएगी जो दीक्षा भवन में जाएगी और वहाँ पर विगत वर्षों की तरह आयोजित आचार्य पी. आर. त्रिपाठी स्मृति व्याख्यान का आयोजन होगा जिसके मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्विद्यालय के आचार्य प्रो. रजनीश पटेल जी होंगे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. पूनम टंडन जी करेंगी।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रतिकुलपति प्रो शांतनु रस्तोगी, प्रो ऊषा सिंह, प्रो अजय शुक्ल, प्रो विमलेश मिश्र, प्रो शरद मिश्र, डॉ विस्मिता पालीवाल, डॉ मनीष पांडेय, डॉ प्रभुनाथ प्रसाद, डॉ रंजन लता एवं विधि संकाय के सभी शिक्षक कर्मचारी , शोधार्थीगण, विश्विद्यालय के शिक्षक उपस्थित हुए।

उल्लेखनीय है कि संविधान दिवस समरोह के आयोजन के क्रम में 25 नवम्बर का कार्यक्रम का शुभारम्भ संवाद भवन में आयोजित भाषण प्रतियोगिता से हुआ जिसकी अध्यक्षता विश्विद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो शांतनु रस्तोगी ने किया उन्होंने प्रतिभागियों को एवं इस वृहद आयोजन के लिए विधि संकाय के अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता प्रो. अहमद नसीम एवं समारोह के संयोजक प्रो. जितेंद्र मिश्र एवं संकाय के सभी शिक्षकों को बधाई दी। प्रतिकुलपति ने भाषण प्रतियोगिता के शीर्षक "सांविधानिक लोकतंत्र में नागरिक अधिकारों का मह्त्व" का ज़िक्र करते हुए कहा कि हमारा लोकतंत्र विश्व का सबसे बड़ा संवैधानिक लोकतंत्र है और संविधान हमारी देश की आधारशिला है। भाषण प्रतियोगिता में न्यायाधीश के रूप में अंग्रेज़ी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अजय शुक्ल , हिन्दी विभाग के प्रो. विमलेश मिश्र एवं डॉ. अमित उपाध्याय रहे। भाषण प्रतियोगिता का संयोजन विधि संकाय के डॉ. टी एन मिश्र , डॉ

शैलेश सिंह एवं डॉ. आशीष शुक्ल ने किया। पोस्टर एवं रंगोली प्रतियोगिता का संयोजन प्रो ऊषा सिंह एवं विधि संकाय के डॉ ओम प्रकाश सिंह एवं डॉ सुमन लता चौधरी जी ने किया।

पुलिस को बंधक बनाने वाले 5 आरोपित भेजे गए जेल, गांव में पसरा सन्नाटा

खजनी गोरखपुर।सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव में दो पक्षों के बीच झगड़ा होने की सूचना पर पहुंचे दारोगा को मारपीट कर बंधक बनाने की घटना में सिकरीगंज पुलिस ने थाने के एसआई भुपेंद्र कुमार तिवारी की तहरीर पर 15 नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 513/2024 में बीएनएस की एक दर्जन से अधिक धाराओं 3(5),191(2),191(3),190, 115(2), 352, 351(3),121(1),132,131,126(2), 310(2),109 और 7 सीएलए एक्ट मारपीट,छिनैती बलवा, हत्या का प्रयास और सरकारी काम में बाधा आदि गंभीर केस दर्ज किया गया है।

बताया जाता है कि मारपीट में चौकी इंचार्ज दुघरा के कंधे में चोट आयी है। अब तक पुलिस पर हमला करने और बंधक बनाने के मामले में पांच आरोपितों महातम यादव 45 वर्ष,श्रवण यादव 32 वर्ष,नीरज यादव 26 वर्ष,राजन यादव 28 वर्ष, विनय कुमार 30 वर्ष को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।जहां से कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेज दिया। कन्हौली गांव में रविवार को दो पट्टीदार के बीच लड़ाई में दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए थे, सूचना पर पहुंची पुलिस को बंधक बनाकर मारने पीटने की घटना में मौके पर मौजूद श्रवण यादव की मां शांति देवी ने बताया कि चौकी इंचार्ज के पहुंचने पर घर में मौजूद उनकी छोटी बहू (श्रवण यादव के छोटे भाई डब्लू की पत्नी) मोबाइल से घटना की वीडियो बनाने लगी थी। चौकी इंचार्ज मोबाइल छीनने घर में घुस गए और महिला से जबरदस्ती मोबाइल छीनने के दौरान उसे धकेल कर गिरा दिया तथा लात से मारे बेटियों से भी मोबाइल छीन लिया और अभद्रता की जिससे परिवार की महिला के साथ अभद्रता बच्चों से बर्दाश्त नहीं हुई। बताया कि पुलिस वाले देर रात में भी 30/35 की संख्या में आए थे ताला तोड़कर घर का सारा सामान तहस-नहस कर दिया 3 मोबाइल दरवाजे पर खड़ी बाइक और ट्रैक्टर ले कर चले गए हैं। जबकि दूसरे पक्ष के घर में ताला लगा मिला लोग परिवार के साथ गोरखपुर में रहते हैं। बता दें कि गांव में लगभग 2 दर्जन घर हैं, सभी आरोपियों के घरों में ताला लटका हुआ है, तथा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। दो दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज होने के कारण सभी पुरुष गांव छोड़ कर फरार हैं घरों के बाहर पहुंचने पर महिलाएं दरवाजा खोल कर देखने के बाद फिर से दरवाजा बंद कर ले रही हैं। दहशत का माहौल है।

पुलिस को बंधक बनाने वाले आरोपी भेजे गये जेल

गोरखपुर। सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कनहौली गांव में झगड़ा होने की सूचना पर पहुंची पुलिस को बंधक बनाकर मारा पीटा जिसमें चौकी इंचार्ज दुघरा के कंधे में चोट आयी है।पुलिस पर हमला करने और बंधक बनाने के मामले में पांच आरोपियों को गिरफतार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेज दिया।

सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कनहौली गांव में रविवार को दो पट्टीदार के बीच हुई लड़ाई को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए सूचना पर पहुंची पुलिस को बंधक बनाकर मारने पीटने को लेकर एएसआई सिकरीगंज की तहरीर पर 20 नामजद 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसमें 5 आरोपी श्रवण यादव पुत्र रामसिंह यादव, महातम यादव पुत्र फूलचंद ,राजन यादव पुत्र रामजीत, विनय पुत्र रामजीत, नीरज पुत्र रामजीत को सिकरीगंज पुलिस गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश किया। जहां से उनको जेल भेजा गया। आरोपीयों के घरों में ताला लटका हुआ है तथा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।

पुलिस पर हमले में 40 पर के 4 हिरासत में लिए गए,पुलिस को पथराव का वीडियो बनाते देखा भड़के आरोपित

खजनी गोरखपुर। सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव में रविवार को पुलिसवालों पर हमला और बंधक बनाने के मामले में सिकरीगंज थाने के एसएसआई की तहरीर पर पुलिस ने 40 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जिनमें 15 नामजद और 25 अज्ञात बताए गए हैं। सिकरीगंज पुलिस ने दोनों पक्षों से महातम यादव, श्रवन यादव, राजन यादव, नीरज यादव इन चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

मामले में पुलिस ने श्रवण पक्ष से श्रवण यादव व उसके चाचा महातम यादव जबकि राजन पक्ष से राजन यादव और राजन यादव को गिरफ्तार किया है। देर रात तक गांव में फोर्स तैनात रही और आरोपितों की तलाश में लगातार दबिश दी गई।

मिली जानकारी के अनुसार श्रवण यादव और राजन यादव के बीच बीते छह साल से भूमि विवाद चल रहा था। विवाद इतना गहरा था कि उनके खेत कई साल से परती छूटे हुए थे। हालांकि दो साल पहले विवाद का निपटारा हो गया था। बताया गया कि रविवार को दोनों पक्षों के बीच बाइक आमने-सामने आने के बाद कौन पीछे हटेगा इसको लेकर विवाद शुरू हो गया था। दोनों पक्ष ने अपनी दबंगई साबित करने का प्रयास किया। श्रवण पक्ष का आरोप था कि पुलिस जब पहली बार आई तब भी राजन पक्ष को थाने नहीं ले गई। उधर शाम को विवाद के बाद पथराव की सूचना पाकर चौकी इंचार्ज दुघरा राकेश कुमार और सिपाही विनीत कुमार मौके पर जा पहुंचे, और पथराव की घटना का वीडियो बनाने लगे।

पुलिस को देखकर दोनों पक्षों को लगा कि पुलिस एक-दूसरे के विरोधियों ने बुलाया है, इस बीच पुलिस को पथराव का वीडियो बनाता देख दोनों पक्ष के लोग भड़क उठे और पुलिस टीम पर हमला कर दिया तथा दोनों पुलिसवालों की पिटाई के बाद उन्हें कमरे में बंद कर दिया। घटना की सूचना पर पहुंचे सीओ खजनी उदय प्रताप सिंह और एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंच कर बंधक बनाए गए दोनों पुलिसकर्मियों को छुड़ा कर इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। घटना की जानकारी लेने के बाद सिकरीगंज पुलिस ने श्रवण यादव के दरवाजे पर खड़े ट्रैक्टर तथा तीन बाइक को कब्जे में लेकर सिकरीगंज थाने पर भेज दिया है। घटना के बाद कन्हौली गांव में एहतियातन फोर्स लगा दी गई है। वहीं पुलिसवालों पर हमले के आरोपितों की तलाश में पुलिस की तीन टीमों की दबिश जारी है। पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।मिली जानकारी के अनुसार श्रवण यादव पहले आईटीबीपी का जवान था किन्तु पांच साल पहले नौकरी छोड़कर अब घर पर ही रहने लगा था।

नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में थाने में समाधान दिवस का आयोजन

खजनी गोरखपुर। थाने में आज नवंबर महीने का अंतिम समाधान दिवस आज नायब तहसीलदार रामसूरज प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इस दौरान दिवस प्रभारी थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा के पास कुल 7 फरियादी अपनी विभिन्न समस्याएं लेकर पेश हुए। सभी मामलों में पुलिस और राजस्व लेखपालों की संयुक्त टीम को मौके पर पहुंचकर समस्याओं की जांच करते हुए उनका समाधान कराने का निर्देश दिया गया।

इस दौरान राजस्व निरीक्षक, लेखपाल तथा थाने के एसआई और पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

विद्यार्थी जीवन में मैं भी विद्यार्थी परिषद का सौभाग्यशाली कार्यकर्त्ता रहा: योगी

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतर्गत प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार अर्पण समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत श्री योगी आदित्यनाथ ने इस पुरस्कार से सम्मानित दीपेश नायर को पुरस्कृत किया। यह पुरस्कार श्रवण बाधितों के लिए प्रशिक्षण और शैक्षणिक केंद्र के सह-संस्थापक श्री दीपेश नायर को 'श्रवण दिव्यांगजनों में कौशल विकास व शिक्षा के माध्यम से जीवन उद्देश्य और उत्साह उत्पन्न करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु  सम्मानित किया गया है। पुरस्कार अर्पण समारोह में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वीरेन्द्र सोलंकी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री आशीष चौहान सहित प्रदेश के प्रमुख गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार अर्पण समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत श्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद के इस राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम में मैं अपने गृह जनपद गोरखपुर में सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करता हूं। मुझे इस बात का हर्ष है कि प्राध्यापक यशवंतराव केलकर पुरस्कार के प्राप्तकर्ता दीपेश नायर ऐसे व्यक्तित्व हैं जिन्होंने समाज के उस वर्ग के लिए कार्य किया है जो सामान्यत: उपेक्षित रह जाता है। यदि दिव्यांगों को प्रशिक्षित किया जाए तो वह भी आगे बढ़ सकता है, ईश्वर जो भी जीवन में कमी करता है उसकी पूर्ति वह अवश्य करता है। आपको सम्मान दिए जाने से इस पुरस्कार का गौरव बढ़ा है।

उन्होंने आगे कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसा संगठन है जो युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है, मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि मुझे भी अपने विद्यार्थी जीवन में अखिल विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने का अवसर मिला था। जहां युवा को सही दिशा मिलती है, वहां वह अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने का कार्य किया है। समय के प्रवाह के साथ आगे बढ़ना महत्वपूर्ण है और तकनीकी और विज्ञान को भी साथ रखना उतना ही महत्वपूर्ण है।

नवीन प्रौद्योगिकी का सही से प्रयोग हो यह काफी महत्वपूर्ण है, तकनीक का सही उपयोग जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है तो नकारात्मक प्रयोग समस्या भी खड़ी करता है। राष्ट्रधर्म ही हमारे लिए सर्वोपरि धर्म है और यही एक लक्ष्य जब लेकर हम चलेंगे तो हम मानवता के कल्याण के मार्ग को प्रशस्त कर पाएंगे। याद रखना राष्ट्र धर्म के निर्वाह में जो चुनौतियां है, उनका सामना परस्पर एकता से ही संभव है। परस्पर एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए ही यह हो पाएगा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस ऊजार्वान सत्य के बल पर, छात्रशक्ति के बल पर क्योंकि यही छात्रशक्ति, राष्ट्रशक्ति है और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कहती है कि युवा कल का नहीं आज का नागरिक है और आज का नागरिक है और यह आज का नागरिक है तो उसे आज के दिन पर ही उसे राष्ट्रधर्म के मार्ग पर आगे बढ़ाकर हो पाएगा।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रत्येक वर्ष दिए जाने वाले यशवंतराव केलकर पुरस्कार के प्राप्तकर्ता व ट्रेनिंग एंड एजुकेशन सेंटर फॉर हियरिंग इम्पेयर्ड (ळएउऌ) के सह-संस्थापक दीपेश नायर ने संस्था के शुरूवाती दिनों के अनुभव साझा करते हुए कहा कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और सामाजिक दायित्व में समन्वय बनाते हुए उन्होंने इस मॉडल को बनाया है। इसके माध्यम से जिन भी बच्चों को शुरूवाती दिनों में पढ़ाई में दिक्कतों को सामना करना पड़ता था, आज उन्हीं बच्चों को जब में स्नातक की पढ़ाई पूरा करते हुए देखता हूं तो प्रसन्नता होती है। मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं कि विद्यार्थी परिषद द्वारा मेरे नाम का चयन किया गया है और पुरस्कार मुझे गहन के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदान किया गया है।

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् संस्थापक सप्ताह समारोह के अन्तर्गत पी.टी. प्रतियोगिता हुई सम्पन्न

गोरखपुर, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् संस्थापक सप्ताह समारोह के अन्तर्गत पी.टी. प्रतियोगिता महाराणा प्रताप सीनियर सेकेण्ड्री, स्कूल मंगला देवी मन्दिर, बेतियाहाता में तथा सर्वोत्तम एन.सी.सी. कैडेट चयन प्रतियोगिता महाराणा प्रताप इण्टर कालेज, गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के वरिष्ठ सदस्य डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह व डॉ. सुभाष चन्द्र के निर्देशन में सम्पन्न हुई। मूल्यांकन कार्य सम्पन्न करते हुए पी.टी. प्रतियोगिता का परिणाम महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की वेबसाइट ूूूण्उचेचहाचण्पद पर घोषित किया गया जबकि सर्वोत्तम एन.सी.सी. कैडेट चयन प्रतियोगिता का परिणाम शीघ्र ही महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर घोषित कर दिया जायेगा।

गोरक्षपीठ द्वारा संचालित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् संस्थापक सप्ताह समारोह के अन्तर्गत सर्वोत्तम एन.सी.सी. कैडेट चयन प्रतियोगिता के सभी छ: वर्गों में 57 सब यूनिटो के कुल 326 कैडटो ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में 44वीं यू.पी.बटालियन एन.सी.सी. गोरखपुर के सूबेदार सतबीर, सूबेदार वासुदेव भण्डारी, हवलदार सनम राय व हवलदार दिल कुमार श्रेष्ठा उपस्थित रहे।

पी.टी. प्रतियोगिता में कुल 8 टीमों से 284 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में निर्णायकों के रूप में महात्मा गॉधी इण्टर कालेज, गोरखपुर के विवेकानन्द मिश्रा, इन्द्रसना इण्टर कालेज बालापार के रामहरि यादव तथा सेण्ट जोसेफ कॉलेज आॅफ ओमेन्स के अमर सिंह उपस्थित रहे। प्रतियोगिता में महाराणा प्रताप कन्या इण्टर कालेज रामदत्तपुर, गोरखपुर की टीम विजेता तथा महाराणा प्रताप सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल मंगला देवी मन्दिर बेतियाहाता, गोरखपुर की टीम उपविजेता रही।

उपर्युक्त सभी मेधावी विद्यार्थियों को आगामी 10 दिसम्बर प्रात: 9.00 बजे महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद परिसर, गोलघर, गोरखपुर में संस्थापक सप्ताह समारोह के मुख्य महोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह में नकद पुरस्कार एवं गौरव पत्र गोरक्षपीठाधीश्वर परमपूज्य महन्त योगी आदित्यनाथ जी महाराज, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के उपस्थिति में मुख्य अतिथि द्वारा प्रदान किया जायेगा। उक्त जानकारी महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह संचालन समिति के सदस्य डॉ. नितीश शुक्ल द्वारा दी गई।