मालगाड़ी डिरेल होने के बाद कई ट्रेनें रद्द

रायपुर-   छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेण्ड्रा-मारवाही (GPM) जिले में आज सुबह हुए रेल हादसे के चलते रेलवे ने कुछ ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया है और कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया है. बता दें, आज सुबह भंनवारटोंक रेलवे स्टेशन में बिलासपुर से आ रही कोयले से लोड मालगाड़ी के 23 डब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए हैं और डिरेल हो गए. इस घटना के चलते बिलासपुर-पेंड्रारोड-कटनी रेलवे मार्ग की सभी ट्रेनें ठप्प हो गई है. पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन में शहडोल-बिलासपुर मेमू हादसे के बाद खड़ी हो गई है.  रेलवे की टीम लगातार रेलवे ट्रैक को क्लियर करने में जुटी हुई है.

रद्द की गई गाड़ियां

  1. दिनाँक 26 नवंबर 2024 को गाड़ी संख्या 18258 चिरमिरी-बिलासपुर एक्सप्रेस को रद्द रहेगी.
  2. दिनाँक 26 नवंबर 2024 को गाड़ी संख्या 18257 बिलासपुर- चिरमिरी एक्सप्रेस को रद्द रहेगी.
  3. दिनाँक 26 नवंबर 2024 को गाड़ी संख्या 18242 अम्बिकापुर-दुर्ग एक्सप्रेस को रद्द रहेगी.
  4. दिनाँक 26 नवंबर 2024 को गाड़ी संख्या 18241 दुर्ग-अम्बिकापुर एक्सप्रेस को रद्द रहेगी.

गंतव्य से पहले रद्द की गई गाड़ियां –

  1. गाड़ी संख्या 08739 शहडोल-बिलासपुर मेमू को आज दिनाँक 26 नवंबर 2024 को पेंड्रारोड स्टेशन में समाप्त किया गया है.
  2. गाड़ी संख्या 08748 कटनी-बिलासपुर मेमू को आज दिनाँक 26 नवंबर 2024 को शहडोल स्टेशन में समाप्त किया गया है.
गेमिंग एप में लाभ दिलाने का झांसा देकर महिला से लाखों की ठगी

अभनपुर-  गेमिंग एप में लाभ दिलाने का झांसा देकर शातिर ठग ने एक शिक्षिका महिला से 17 लाख 11 हजार 408 रुपए की ऑनलाइन ठगी की है. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. यह मामला गोबरा नवापारा का है.

जानकारी के मुताबिक, ज्योति तेजवानी पति स्वर्गीय नामदेव तेजवानी (53 वर्ष) निवासी गंज रोड गोबरा नवापारा को 5 नवंबर 2024 की रात 8:15 बजे के करीब Heizberg diamonds के संचालक ने टेलीग्राम में लिंक भेजा. ग्रुप में जुड़कर गेमिंग एप में लाभ दिलाने का झांसा देकर अपने बताए अलग-अलग खाता नंबर और यूपीआई में कुल 17 लाख 11 हजार 408 रुपए जमा करा कर धोखाधड़ी कर ली. मामले में थाना गोबरा नवापारा ने प्रार्थिया की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 318-4 के तहत अपराध दर्ज किया है.

खनिज विभाग की बड़ी कार्रवाई, रेत और मुरुम के अवैध परिवहन कर रहे 9 हाईवा जब्त

अभनपुर-    छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में खनिज विभाग ने बीती रात गौण खनिजों के अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. खनिज विभाग की टीम ने बीती रात जिले के अभनपुर इलाके में रेत का अवैध परिवहन कर रहे 7 हाईवा और नवा रायपुर से 2 हाईवा मुरुम को जप्त कर पुलिस चौंकी उपरवारा को सुपुर्द कर दिया है. यह कार्रवाई रायपुर कलेक्टर के आदेश और खनिज विभाग के उप संचालक के.के. गोलघाटे के निर्देश पर की गई.

अवैध परिवहन पर कार्रवाई

खनिज विभाग के सुपरवाइजर सुनील दत्त शर्मा के नेतृत्व में टीम ने गरियाबंद जिले से रेत का और नवा रायपुर से मुरुम का अवैध परिवहन कर रहे हाईवा वाहनों को पकड़ा. इन वाहनों को पुलिस चौकी उपरवारा के सुपुर्द कर दिया गया.

पकड़े गए वाहनों की जानकारी

जब्त हाईवा बेमेतरा, रायपुर और दुर्ग जिलों के बताए जा रहे हैं. इनका रजिस्ट्रेशन नंबर इस प्रकार है:

- CG 04 NW 5583

- CG 04 PB 9982

- CG 04 PS 3972

- CG 04 3971

- CG 25 M 4501

- CG 22 T 9722

- CG 97 CE 5668

- CG 07 BR 6343

- CG 25 M 3396

टीम का सहयोग

इस कार्रवाई में वीरेंद्र बेलचंदन, सैनिक रूपेश चंद्राकर, राजू बर्मन, गोलू वर्मा और जितेंद्र केशरवानी का महत्वपूर्ण सहयोग रहा.

अवैध उत्खनन का मामला

अभनपुर क्षेत्र में लंबे समय से रेत और मुरुम का अवैध उत्खनन और परिवहन हो रहा है. जनप्रतिनिधियों और खनिज माफिया की सांठगांठ की वजह से यह कारोबार फल-फूल रहा है. हालांकि, जनाक्रोश को देखते हुए खनिज विभाग कभी-कभी कार्रवाई कर अपनी सक्रियता दिखाने का प्रयास करता है.

गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष बनाए गए विशेषर सिंह, साय सरकार ने जारी किया आदेश

रायपुर-   साय सरकार ने विशेषर सिंह पटेल को राज्य गौसेवा आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. इसका आदेश पशुधन विकास विभाग की संयुक्त सचिव विमला नावरिया ने जारी किया है. बता दें कि विशेषर पटेल कबीरधाम जिले से हैं. यह नियुक्ति छत्तीसगढ़ के पशुपालन और गौसेवा के क्षेत्र में नए बदलाव और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.

जग्गी हत्याकांड : आरोपी याहया ढेबर को सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिली जमानत, दो अन्य आरोपियों को मिली बेल

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के चर्चित जग्गी हत्याकांड में आरोपी बनाए गए याहया ढेबर की जमानत याचिका खारिज हो गई है. मामले की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने फैसला सुनाया. मिली जानकारी के अनुसार जग्गी हत्याकांड के शूटर्स जिस गाड़ी से आए थे वो गाड़ी याहया ढेबर की थी. इसके अलावा शूटर्स जिस घर (बत्रा हाउस) में रुके थे वो घर भी याहया की ही थी. इसे आधार बनाते हुए चीफ जस्टिस खन्ना ने याहया ढेबर की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है. इसके अलावा इस मामले में 2 अन्य आरोपी अभय गोयल और फिरोज सिद्दीकी को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है.

इससे पहले रामावतार जग्गी हत्याकांड में आरोपी पूर्व पुलिस अफसर एएस गिल, वीके पांडेय और आरसी त्रिवेदी समेत छह लोगों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है. इन आरोपियों को छह माह पहले दोबारा जेल में दाखिल किया गया था. सभी आरोपी पांच साल से अधिक समय तक जेल में बीता चुके हैं. वकीलों ने बताया कि आरोपियों की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने सुनवाई के बाद छह आरोपियों की जमानत के आदेश दिए हैं. अब आदेश की मूल प्रति रायपुर की अदालत में जमा की जाएगी, जिसके बाद आरोपियों की जेल से रिहाई के आदेश होगा.

बता दें कि जग्गी हत्याकांड में जमानत निरस्त होने के बाद पुलिसवालों समेत जग्गी हत्याकांड समेत सभी आरोपियों को वापस जेल दाखिल करने के आदेश दिए गए थे. इस आधार पर सभी ने इस साल जून महीने में कोर्ट में सरेंडर किया था, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था.

160 की शराब 200 रुपए में बेचने का आरोप, ग्रामीणों ने लगाया 21 हजार का दंड, थाने पहुंचा मामला…
डोंगरगढ़-     ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक बहिष्कार और आर्थिक दंड की परंपरा अब भी कई जगहों पर मौजूद है, जो किसी की भी जिंदगी को तबाह करने का कारण बन सकती है. भले ही सरकारें ‘सामाजिक बहिष्कार प्रतिबंधक अधिनियम’ जैसे कानून लागू कर चुकी हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी कहती है. ताजा मामला राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड से आया है, जहां 160 रुपए की शराब को 200 में बेचने के आरोप पर ग्रामीणों ने एक व्यक्ति पर भारी जुर्माना ठोका है.

डोंगरगढ़ के नवागांव, मेढ़ा निवासी रेखराम देवांगन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 30 अक्टूबर की रात देवानंद वर्मा, राजेश वर्मा, और डिकेश वर्मा उनके घर आए और जबरन शराब पिलाने की मांग करने लगे. रेखराम के इनकार करने पर उन्होंने गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी. हालांकि यह मामला यहीं शांत नहीं हुआ. अगले दिन आरोपियों ने रेखराम पर अवैध शराब बेचने का आरोप लगाते हुए पंचायत बुलाई. इस पंचायत में रेखराम पर 21 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया, जबकि आरोपियों को केवल 200 रुपए का दंड दिया गया.

जुर्माना देने से मना करने पर सामाजिक बहिष्कार की धमकी

रेखराम का कहना है कि जब उन्होंने जुर्माना देने से इंकार किया तो ग्रामीणों ने उन्हें गांव से निकालने और सामाजिक बहिष्कार की धमकी दी. परेशान होकर उन्होंने डोंगरगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई. गांव की पंचायत में मौजूद उप सरपंच मदन लाल सिन्हा का कहना है कि रेखराम कई सालों से अवैध शराब बेच रहा था, लेकिन ग्रामीण इसे नजरअंदाज करते रहे. दीपावली के पहले रेखराम ने शराब के अधिक पैसे मांगने पर देवानंद वर्मा को डंडे से मारने की कोशिश की थी. इसी के बाद पंचायत बुलाई गई और दोनों पक्षों पर दंड लगाया गया.

झूठे आरोप लगाकर परेशान कर रहे : रेखराम

वहीं रेखराम का दावा है कि यह सब उनके खिलाफ षड्यंत्र है. उनका कहना है कि उनके खिलाफ आज तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ और ग्रामीण उन्हें झूठे आरोप लगाकर परेशान कर रहे हैं. इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासन और पुलिस को भी उलझन में डाल दिया है. ग्रामीण बड़ी संख्या में थाने पहुंचकर रेखराम पर शराब बेचने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि रेखराम अपनी बेगुनाही साबित करने में जुटे हैं.

अवैध घोषित हुए प्रधानमंत्री आवास, तोड़ने की तैयारी… दो दिन का समय

जगदलपुर-   इंद्रावती नदी पर पुराने पुल के पास हाई लेवल पुल का निर्माण एक महत्वपूर्ण परियोजना है. लेकिन इसके चलते 19 परिवारों के घरों को उजाड़ने की तैयारी प्रशासन की असंवेदनशीलता और लापरवाही को उजागर करती है.

हैरानी की बात ये है कि इन मकानों में से तीन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए घर हैं जो खुद सरकार की ओर से तैयार करवाए गए थे. सवाल यह है कि अगर ये आवास अवैध थे, तो इन्हें बनने कैसे दिया गया ?

आरोप है कि प्रशासन सरकारी जमीन पर बेजा कब्जे को रोकने में नाकाम रही. प्रशासन ने इन परिवारों को अचानक बेघर करने का फैसला लिया है लेकिन मुआवजा देने की कोई स्पष्ट योजना नहीं बनाई गई है. प्रभावित परिवार न्याय की गुहार लगा रहे हैं पर उनके लिए कोई ठोस विकल्प या पुनर्वास योजना नहीं पेश की गई.

सबसे बड़ी विडंबना यह है कि जिन प्रधानमंत्री आवासों को खुद सरकार ने गरीबों के लिए तैयार किया वे अब अवैध घोषित किए जा रहे हैं. अब इन मकानों को तोड़ने की तैयारी में प्रशासन है. प्रवीण वार्ड के प्रभावितों ने जब घर तोड़ने का विरोध किया तो प्रशासन ने 2 दिनों का समय दिया है प्रभावितों की मांग सिर्फ जमीन के बदले जमीन और उचित मुआवजा की मांग कर रहे है. देखने वाली बात होगी कि 2 दिन बाद इस वार्ड में क्या स्थिति बनती है.

इस मामले पर तहसीलदार रूपेश मरकाम का कहना है कि सेतु निर्माण के लिए जो अवैध रूप से काबिज है उनको हटाना है इससे पहले भी इनको नोटिस दिया गया था, लेकिन हटाये नहीं है. दोबारा प्रभावितों ने 2 दिनों का समय मांगा है. दो दिन बाद कब्जे को हटाया जाएगा. इसमें पीएम आवास भी शामिल है जिसे अधिकारियों को आवेदन के माध्यम से जानकारी देंगे इसमें जो सम्भव होगा वैसी व्यवस्थाएं की जाएगी.

मालगाड़ी के इंजन सहित 23 डिब्बे पटरी से उतरे, रेलवे में मचा हड़कंप, इन ट्रेनों के बदले रूट…
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही-  छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेण्ड्रा मारवाही जिले के भंनवारटोंक रेलवे स्टेशन में एक बड़ा रेल हादसा हो गया. बिलासपुर से आ रही कोयले से लोड मालगाड़ी के 23 डब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए हैं और डिरेल हो गए. कुछ डिब्बे पलट गए जिससे डिब्बों में भरा कोयला रेलवे ट्रैक पर गिर गया है. वहीं इस घटना के चलते बिलासपुर-पेंड्रारोड-कटनी रेलवे मार्ग की सभी ट्रेनें ठप्प हो गई है. पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन में शहडोल-बिलासपुर मेमू हादसे के बाद खड़ी हो गई है. सूचना मिलते ही रेलवे अमला मौके पर पहुंचकर ट्रैक को क्लियर करने में जुट गया है.

जानकारी के अनुसार, यह हादसा आज सुबह 11:11 बजे भंनवारटोंक रेल्वे स्टेशन के पास मरही माता मंदिर सिग्नल के पास हुआ है, जो घने जंगल के बीच है. राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है. इसके चलते इस रूट पर अप-डाउन दोनों लाइनों पर परिचालन बाधित हो गया है. मार्ग ठप्प होने की वजह से कुछ यात्री गाड़ियों को परिवर्तित मार्ग से गंतव्य के लिए रवाना किया जा रहा है, जिसकी जानकारी इस प्रकार है.

(1) गाड़ी संख्या 12549 दुर्ग – उधमपुर सुपर फास्ट एक्सप्रेस दिनांक 26 नवंबर 2024 को परिवर्तित मार्ग दुर्ग – राजनांदगांव गोंदिया- जबलपुर – कटनी- मुड़वारा होते हुए अपने गंतव्य तक जाएगी।

(2) गाड़ी संख्या 18242 अंबिकापुर दुर्ग एक्सप्रेस दिनांक 26 नवंबर 2024 को रद्द रहेगी।

(3) गाड़ी संख्या 18241 दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस दिनांक 26 नवंबर 2024 को रद्द रहेगी।

(4) गाड़ी संख्या 12854 भोपाल दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस दिनांक 26 नवंबर 2024 को परिवर्तित मार्ग जबलपुर गोंदिया दुर्ग होते हुए चलेगी।

(5) गाड़ी संख्या 12853 दुर्ग भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस दिनांक 26 नवंबर 2024 को परिवर्तित मार्ग दुर्ग – गोंदिया जबलपुर होते हुए चलेगी।

(6) गाड़ी संख्या 15159 छपरा दुर्ग एक्सप्रेस दिनांक 26 नवंबर 2024 को परिवर्तित मार्ग जबलपुर गोंदिया दुर्ग होते हुए चलेगी।

(7) गाड़ी संख्या 15160 दुर्ग छपरा एक्सप्रेस दिनांक 26 नवंबर 2024 को परिवर्तित मार्ग दुर्ग – गोंदिया – जबलपुर होते हुए चलेगी।

(8)     गाड़ी संख्या 18477 पुरी-योगनगरी ऋषिकेश उत्कल एक्सप्रेस – जो कि कल दिनांक 25/11/2024 को पुरी से योगनगरी ऋषिकेश के लिए रवाना हुई थी, को परिवर्तित मार्ग बिलासपुर – गोंदिया – जबलपुर – कटनी मुरवारा के रास्ते गंतव्य को रवाना किया जा रहा है.

(9)     गाड़ी संख्या 12549 दुर्ग – एमसीटीएम (ऊधमपुर) एक्स्प्रेस – जो कि आज दुर्ग स्टेशन से एमसीटीएम (ऊधमपुर) के लिए छूटेगी, को परिवर्तित मार्ग दुर्ग – गोंदिया – जबलपुर – कटनी मुरवारा के रास्ते गंतव्य को रवाना किया जा रहा है.

यात्रियों की सुविधा हेतु “May I Help You” बूथ की स्थापना बिलासपुर, रायगढ़, अनुपपुर, शहडोल, उसलापुर, दुर्ग, रायपुर एवं गोंदिया इत्यादि महत्वपूर्ण स्टेशनों पर की गई है.

रेल यात्रियों को राहत: छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली इन 14 ट्रेनों में सस्ती हुई टिकट… ये है वजह
रायपुर-  छोटे स्टेशनों में आवागमन करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. SECR की 14 ट्रेनों को अब नियमित कर दिया गया है. मतलब यात्रियों को अब इन ट्रेनों में सफर करने के लिए ज्यादा किराया नहीं देना पड़ेगा. कोरोना महामारी के बाद से इन 14 पैसेंजर ट्रेनों को रेलवे स्पेशल बनाकर चला रहा था. वर्ष 2020 में कोरोना महामारी ने पूरे देश को सकते में ला दिया था. सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे ने सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया. वहीं हालात सुधारने के साथ ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाया जाने लगा. इस घटना को 4 साल गुजर गए है. वहीं कोरोना महामारी भी लगभग समाप्त हो गई है.

इसके बावजूद SECR की 14 ट्रेनें स्पेशल बनकर पटरियों में दौड़ रही थी. जिसका खामियाजा यात्री भुगत रहे थे. स्पेशल होने के कारण यात्रियों को ज्यादा किराया देना पड़ रहा था. ऐसे में लोग और जनप्रतिनिधि इन ट्रेनों को नियमित करने की मांग करने लगे. आखिरकार एसईसीआर ने स्पेशल के रूप में चल रही 14 पैसेंजर ट्रेनों को नियमित कर दिया है. जिसका सीधा लाभ यात्रियों को होगा. खासकर छोटे स्टेशनों में आवागमन करने वाले हजारों यात्री लाभवित होंगे. यात्रियों को अब ज्यादा किराया नहीं देना पड़ेगा.

इन ट्रेनों को किया गया नियमित

  •  61617 कटनी- चिरमिरी मेमू
  •  51710 मंडला-नैनपुर पैसेंजर
  •  61602 चिरमिरी- कटनी मेमू
  •  51711 नैनपुर-मंडला पैसेंजर
  •  51703 जबलपुर- नैनपुर पैसेंजर
  •  51712 मंडला-नैनपुर पैसेंजर
  •  51704 नैनपुर- जबलपुर पैसेंजर
  •  51707 जबलपुर- गोंदिया पैसेंजर
  •  51705 जबलपुर- नैनपुर पैसेंजर
  •  51708 गोंदिया- जबलपुर पैसेंजर
  •  51706 नैनपुर- जबलपुर पैसेंजर
  •  51755 चिरमिरी- अनूपपुर पैसेंजर
  •  51709 नैनपुर-मंडला पैसेंजर
  •  51756 अनूपपुर- चिरमिरी पैसेंजर
संविधान भारत की सदियों पुरानी संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का आइना : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज प्रातः संविधान दिवस पदयात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए। संविधान दिवस पदयात्रा पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह से प्रारंभ होकर अंबेडकर चौक पर समाप्त हुई। मुख्यमंत्री ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस पदयात्रा में उप मुख्यमंत्री अरूण साव, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, विधायकगण इंद्र कुमार साहू, गुरु खुशवंत साहेब, अनुज शर्मा, महिला आयोग की सदस्य लक्ष्मी वर्मा और युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वजीत तोमर शामिल थे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा संविधान भारत की सदियों पुरानी संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का आइना है। यह संविधान हमारे सदियों के संघर्ष, अनुभव और उपलब्धियों का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज के दिन 26 नवंबर से संविधान दिवस 2024 के आयोजन की शुरूआत हुई है। आज भारत के संविधान को आत्मसात किए 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने जहां पर मौलिक अधिकारों की बात लिखी है, वहां भगवान श्रीराम, माता सीता और भइया लक्ष्मण की तस्वीर अंकित की है। उन्होंने कहा कि यह तस्वीर तब की है जब भगवान श्रीराम लंका विजय के बाद अयोध्या लौट रहे थे। हमें इस बात को समझना होगा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने इस तस्वीर के माध्यम से हमें क्या संदेश दिया है। संविधान में ऐसे ही अनेक चित्र और संकेत हैं, जिनके माध्यम से संविधान निर्माताओं ने इंगित किया है कि हमें भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों के साथ लोकतंत्र को आगे बढ़ाना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी हमारे संविधान की एक बड़ी विशेषता है कि इसमें परिवर्तनशील समय के अनुरूप आवश्यकता पड़ने पर संशोधन का भी प्रावधान है। हमारे संविधान निर्माताओं ने देश पर अपनी इच्छाओं और विचारों को लादा नहीं, बल्कि अपनी दूरदर्शिता से भावी पीढ़ी के लिए यह गुंजाइश छोड़ी कि वह अपने समय की परिस्थितियों, अपने समय के ज्ञान, अपने समय की आवश्यकताओं के अनुसार इसमें संशोधन कर सकें।

कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि संविधान दिवस के इस गौरवशाली पल में हमें लोगों को संविधान प्रदत्त अधिकारों एवं हमारे मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। संविधान सभा ने दो वर्ष 11 माह 18 दिन में संविधान का निर्माण किया। भारत का यह संविधान पूरे विश्व के लिए आदर्श है। संविधान केवल किताब ही नही, अपितु लोकतंत्र के जीवन का दर्शन है। संविधान कर्तव्यों और अधिकारों का निर्धारण करता है। यह देश की एकता और अंखडता का सूचक है।

वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि भारत के संविधान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान दिवस मनाने का आह्वान किया है। दुनिया के सबसे बड़े संविधान ने वनांचल की बेटी को देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति के पद पर आसीन होने का अवसर दिया। दलितों को आगे बढ़ाने का यदि कोई साधन है तो वह है भारत का संविधान। लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने के लिए देश के सभी लोगों को संविधान में दिए गए कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहना होगा। भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर को युगों-युगों तक याद रखा जाएगा।

विधायक धरम लाल कौशिक ने कहा कि देश की आजादी के बाद लोकतंत्र को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संविधान का निर्माण हुआ। संविधान दिवस संविधान निर्माताओं को नमन करने का दिन है। आज के दिन सभी को कर्तव्यों की जवाबदेही पर संकल्प लेना चाहिए।

संविधान के महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है, जो सालभर चलेगा। इसके लिए ’’हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान’’ टैगलाइन तय की गई है।

इस अवसर पर खेल विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा, जिला पंचायत के सीईओ विश्वदीप, खेल विभाग की संचालक तनुजा सलाम सहित अन्य अधिकारीगण और स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।