इलाहाबाद विश्वविद्यालय आउटरीच गतिविधि के जरिए लोगो का सर्वांगीण विकास चाहता हैं - प्रो. अर्चना चहल

प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने आउटरीच गतिविधियों के लिए कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के निर्देश पर शारीरिक शिक्षा विभाग ने आउटरीच गतिविधि का आयोजन उच्च प्राथमिक विद्यालय सरसेंडी जसरा में किया। जहां शारीरिक शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो. अर्चना चहल के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने गांव के लोगों व स्कूल के बच्चो को पर्यावरण संरक्षण,अपशिष्ट प्रबंधन एवं परिवार नियोजन, नुक्कड़ नाटक,महिला सशक्तिकरण, जल संचयन के संबंध में लोगो को जागरूक किया।

साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित सरकारी योजनाओं के बारे में लोगो को जानकारी दी। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। वहीं प्रो. अर्चना चहल ने कहा कि बेटें और बेटियों में कोई भेद-भाव नहीं करना चाहिए। बेटियॉ दो घरों को रोशन करती हैं। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनायें संचालित की जा रहीं हैं।

प्रधानमंत्री द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजना संचालित की गई है। इस मौके पर रिसर्च स्कॉलर मोहन,अश्वनी कुमार,अमित सिंह,नौशाद अली, मोहम्मद शबीर और एम.पी.एड कर रहे छात्र सच्ची द्विवेदी,सूरज,संकेत, प्रशांत,नीलेश,आशीष यादव,अभिषेक,मंजीत,अभय,राहुल आदि लोग मौजूद रहे।

नवीन तकनीकी के प्रयोग से बढ़ेगा नामांकन- प्रोफेसर वायुनंदन

प्रयागराज । उ.प्र. राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के 27 वें स्थापना दिवस समारोह और सरदार वल्लभ भाई पटेल जयन्ती के अन्तर्गत शुक्रवार को लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में दूरस्थ शिक्षा में मेरे अनुभव एवं विचार विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य वक्ता यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय, नासिक, महाराष्ट्र के पूर्व कुलपति प्रोफेसर ई वायुनन्दन रहे।

प्रो. वायुनन्दन ने कहा कि हमें विश्वविद्यालय में नामांकन को बढ़ाने के लिए नवीन तकनीकी से जुड़ना होगा। तकनीकी के प्रयोग से ही हम पारदर्शिता एवं जवाबदेही ला पायेंगे। टेक्नोलॉजी का सबसे महत्वपूर्ण प्रयोग कोविड काल में समझ में आया जब सभी विश्वविद्यालयों ने आॅन लाइन परीक्षा कराने में हाथ खडे़ कर दिये तो केवल मुक्त विश्वविद्यालयों ने ही आॅनलाइन प्रवेश एवं परीक्षा सम्पादित कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों को नवीन टेक्नोलॉजी से जुड़ जाना चाहिए। नवीन तकनीक के माध्यम से आॅनलाइन माध्यम से परीक्षाएं आसानी से कराई जा सकती हैं। वह मुक्त विश्वविद्यालय नासिक में इसका सफल प्रयोग कर चुके हैं।

प्रोफेसर वायुनंदन ने तकनीक को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के अभिलेखों को भी व्यवस्थित रखना होगा जिससे नैक इत्यादि में प्रभावी उपस्थित दर्ज हो सके। मुक्त विश्वविद्यालय की समस्याओं पर उन्होंने ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि नवीन कार्यक्रमों की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ यह भी बताना जरूरी है कि इस कोर्स से किसको क्या लाभ हो सकता है। इसमें प्रिंट मीडिया का भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। प्रिंट मीडिया के माध्यम से भी नवीन कार्यक्रमों का आसानी से प्रचार प्रसार किया जा सकता है और एग्रीकल्चर कोर्स तथा स्किल डेवलपमेंट आधारित कार्यक्रमों को भी महत्व देना चाहिए तथा जेल में उक्त कार्यक्रमों को संचालित करना चाहिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि मुख्य वक्ता के व्याख्यान का लाभ उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय को अवश्य अवश्य मिलेगा। उनका अनुभव हमारे विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत लाभदायक होगा। साथ ही प्रवेश विभाग, परीक्षा विभाग, आन्तरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन प्रकोष्ठ सहित सभी विभागों की कार्य पद्धति में दक्षता आएगी। उनके सभी सुझावों को कुलपति ने भविष्य में आत्मसात करने का निश्चय किया। प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा की महत्ता बढ़ती जा रही है।

कार्यक्रम का संचालन डॉ त्रिविक्रम तिवारी, सहायक आचार्य, समाज विज्ञान विद्याशाखा ने तथा अतिथियों का वाचिक स्वागत कार्यक्रम के संयोजक डॉ आनन्दानन्द त्रिपाठी, सह-आचार्य समाज विज्ञान विद्याशाखा ने किया। उक्त कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी निदेशकगण, प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं शोधार्थी उपस्थित रहे। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डा. प्रभात चन्द्र मिश्र ने दी।

पुण्यतिथि पर याद किये गये राज्यपाल राम नरेश यादव

प्रयागराज। सामाजिक न्याय की बुलंद आवाज़ रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राम नरेश यादव की 9वीं पुण्यतिथि के अवसर पर स्वर्गीय राम नरेश स्मारक सेवा संस्थान द्वारा राम नरेश यादव एवं उनके व्यक्तित्व विषय गोष्ठी का आयोजन किया गया।

राम नरेश स्मारक सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रभाकर सिन्हा ने राम नरेश यादव के जीवन और उनके द्वारा गरीबों-असहायों के लिए किये गये संघर्षों के बारे में लोगो को बताया। संस्थान के महामंत्री हीरा लाल यादव ने कहा कि राम नरेश यादव व्यक्ति नही व्यक्तित्व थे उनका पूरा जीवन सादगी एवं उच्च विचार से ओतप्रोत था । बाबू जी समाजवादी चिंतक डॉ राम मनोहर लोहिया के विचारधारा के समर्थक थे, यही कारण रहा कि वो किसानों,गरीबों एवं असहायों के लिए जीवन भर संघर्ष करते रहे और देश-प्रदेश के सर्वोच्च पदों पर रहने के बावजूद वो हमेशा उन लोगो के लिए सदैव सहज उपलब्ध रहते थे।

कांग्रेस सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अंकित सिंह यादव ने कहा कि राम नरेश यादव महान कर्म योगी जनप्रिय नेता थे, भारतीय राजनीति में उनका एक विशिष्ट स्थान है। मुख्यमंत्री के रूप में जो छाप उन्होंने छोड़ी उससे उनका गृह जनपद ही नही अपितु प्रदेश और देश भी गौरवान्वित महसूस करता है। बाबू जी का कृतित्व एवं व्यक्तित्व का जनता पर गहरा प्रभाव पड़ा कि समाज का हर वर्ग बच्चा, नौजवान,बूढ़े सब बड़े सम्मान के साथ बाबू जी बोलने लगे। राष्ट्रीय चरित्र एवं मूल्यों की राजनीति करने वाले सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते से कभी हटे नही।किसानो,दलितों,पिछडें ,अल्पसंख्यको और गरीबों के दुःख में हमेशा बहुत करीब से शामिल रहें। कांग्रेस विधि विभाग के प्रदेश संगठन मन्त्री अनुज यादव ने कहा कि राम नरेश यादव सच्चाई, सादगी और ईमानदारी के प्रतीक रहे है। वो अधिवक्ता, शिक्षक और नेता जिस रूप में भी रहे उसे कुशलता और ईमानदारी के साथ उसका निर्वाहन किया।

गोष्ठी के साथ ही श्री वृंदा प्रसाद हिन्दू महिला बाल आश्रम में अनाथ बच्चों को भोजन-फल आदि का वितरण किया गया।इस अवसर पर कुंवर शेखर कुमार, गया प्रसाद केसरवानी, पीयूष शुक्ला, आशीष चौधरी, नरेश तनेजा, सुनील यादव प्रदेश सचिव कांग्रेस विधि विभाग, राजेश कुमार , रवि प्रकाश, रामजीत सिंह,नीलू अग्रवाल, सरिता यादव, आदि लोग उपस्थित रहें।

मुलायम सिंह यादव समतामूलक समाज के लिए हुए संघर्ष के अतुल्य योद्धा थे: नरेन्द्र सिंह

मेजा/ प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की जन्मजयंती शुक्रवार को मेजा के भड़ेवरा गांव मे बड़ी श्रद्धा एवं सम्मान पूर्वक मनाया गया नेताजी के चित्र पर फूल माला अर्पित करते हुए उन्हें याद किया गया तथा उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया।इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव नरेन्द्र सिंह ने कहा कि नेता जी मुलायम सिंह यादव वंचितों, शोषितों तथा बेजुबानों की जुबान थे।

उन्होंने हमेशा शोषित और वंचित समाज के लिये काम किया तथा उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए लड़ाई लड़ी। वह सामाजिक विषमता को पाटने के लिए हुए राजनीतिक संघर्ष के अतुल्य योद्धा थे। समाज सदैव उनके योगदान को याद रखेगा। समाजवादी पार्टी अनवरत नेताजी के दिखाये रास्ते पर चल रही है। नरेन्द्र सिंह ने यह भी कहा कि वर्तमान सपा प्रमुख अखिलेश यादव नेताजी द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों के लिए उन्हीं की तरह संघर्षरत हैं।मौके पर भोला पाल, हिमांशु सिंह, बिसुन यादव, फिरोज खान,कल्लू शर्मा, लालजी यादव लाला, लालता यादव, विजय बहादुर कुशवाहा, अरविंद यादव,चंचल जैसल, सुभाष विश्वकर्मा,दुर्गेश शर्मा, पवन विश्वकर्मा, जुगुनू बिंद आदि रहे।

मुलायम सिंह यादव के जन्मजयंती पर पुष्पांजलि के साथ हनुमान मंदिर व काल्विन हास्पिटल में किया गया फलों का वितरण

प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के संस्थापक पूर्व रक्षामंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री स्व मुलायम सिंह यादव के दिवंगत होने के बाद दूसरी जन्मजयंती के अवसर पर उनके जन्मदिन को बहोत ही सादगी से मनाया गया।चौक महानगर कार्यालय पर महानगर अध्यक्ष सैय्यद इफ्तेखार हुसैन व महानगर महासचिव रवीन्द्र यादव रवि के नेतृत्व में जुटे सपा नेताओं व पदाधिकारियों ने नेता जी मुलायम सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धेय नेता जी को नमन किया।

वहीं चौक व हनुमान मंदिर के पास गरीबों व असहायों को फल वितरण किया गया।संगम स्थित बड़े हनूमान मन्दिर के बाहर जुटे साधू संतों में भी फल वितरण किया गया।शहर पश्चिम के घुंघरु चौराहा झलवा में युवा नेता मयंक यादव जोन्टी के नेतृत्व में धरतीपुत्र के नाम से विख्यात मुलायम सिंह यादव का जन्मजयंती मनाते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया गया तथा ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गरीबदास चौराहे पर कम्बल का वितरण ज़रूरतमन्दों में किया गया।मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव व युवा नेता यथांश केसरवानी के द्वारा काल्विन हास्पिटल में फल का वितरण किया गया।

कार्यक्रम में सैय्यद इफ्तेखार हुसैन ,रवीन्द्र यादव रवि ,महबूब उस्मानी ,राजेश कुमार गुप्ता ,महेंद्र निषाद ,तारिक सईद अज्जू ,ओ पी पाल ,मयंक यादव जोंटी ,यथांश केसरवानी ,सौरभ यादव रामा ,संतोष यादव , मृत्युंजय पाण्डेय ,हरीश चन्द्र श्रीवास्तव ,सन्तोष कुमार निषाद ,सुरेश चंद्र श्रीवास्तव ,मंजू यादव ,रेनू गौतम ,पंकज साहू , सूबेदार मेजर दिनेश यादव ,प्रास्पा राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद फ़ैज़ ,वरुण कुमार सोनकर ,शिवा मिश्रा ,शिव ओम सिंह पटेल ,ताहिर उमर ,वेद प्रकाश सिंह , विरेन्द्र कुमार आदि शामिल रहे।

मुलायम सिंह यादव जी संघर्ष के अतुल्य योद्धा थे

प्रयागराज । समाजवादी पार्टी के संस्थापक परम श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव जी की जन्मजयंती आज शुक्रवार को उनके चित्र पर माला फूल अर्पित करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। नेता जी मुलायम सिंह यादव वंचितों, शोषितों तथा बेजुबानों की जुबान थे। उन्होंने हमेशा शोषित और वंचित समाज के लिये काम किया। उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए लड़ाई लड़ी। वह सामाजिक विषमता को पाटने के लिए हुए राजनीतिक संघर्ष के अतुल्य योद्धा थे। समाज सदैव उनके योगदान को याद रखेगा। समाजवादी पार्टी अनवरत नेताजी के दिखाये रास्ते पर चल रही है। वर्तमान सपा प्रमुख माननीय श्री अखिलेश यादव जी नेताजी द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों के लिए उन्हीं की तरह संघर्षरत हैं।

अवैध जमीन का कब्जा ना खाली कराने पर मंझनपुर कोतवाल को कप्तान ने लगाई फटकार

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कौशाम्बी। जिले के मंझनपुर तहसील व थाना क्षेत्र के बभनपुरवा मंजरा बंधवारजवर गांव निवासी दु:खू पुत्र स्वर्गीय रामस्वरूप के पटटे की भूमि पर पड़ोसी लोगों द्वारा अवैध कब्जा करके भूस्वामी को जान से मारने की धमकी दें रहें थें। घटना गंभीर होने के कारण पीड़ित ने पुलिस अधिकारी को शिकायती पत्र देकर आपबीती बताई। पुलिस अधीक्षक ने मंझनपुर कोतवाल व लेखपाल को 2 दिन के अंदर राजस्व टीम और पुलिस फोर्स के साथ कब्जा हटाने का फरमान जारी कर दिया। बभनपुरवा मजरा बंधवारजवर गांव में भूमि गाटा संख्या 66 पर 100 वर्ग गज आवासीय भूमि का पट्टा दिया। गया हैं।

कई वर्षों बाद भूस्वामी को राजस्व प्रशासन कब्जा दिलाने में नाकाम रहा है। किशन छत्रधारी प्रमोद कुमार फूलचंद पुत्रगण स्वर्गीय छेदीलाल राजू पुत्र रोशन लाल, सीता देवी पत्नी प्रमोद कुमार रीना देवी पत्नी फूलचंद निराशा देवी पत्नी बाबूलाल सुनीता देवी पत्नी राम प्रकाश अभय सिंह नन्हू सिंह पुत्रगण किशन लाल पटटे की जमीन में मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी देकर भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया। अवैध कब्जा दारो के खिलाफ पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर राजस्व टीम और पुलिस की लापरवाही का कारण बताया, पुलिस अधीक्षक ने कोतवाल मंझनपुर को फटकार लगाते हुए। 2 दिन के अंदर राजस्व व पुलिस टीम के साथ अवैध कब्जा खाली कराने का निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा यदि अवैध कब्जेदार कब्जा खाली करने के उपरांत जमीन पर पुन: कब्जा करते हैं। तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें।

कृषि रक्षा इकाई करछना में नहीं पर मिल पा रहा किसानों को लाभ


विश्वनाथ प्रताप सिंह

करछना, प्रयागराज। कृषि रक्षा इकाई करछना में किसानों को उनका उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है बीज एवं कीटनाशक दवाई दलालों के हाथों भेज दी जाती है किसान सुविधा से वंचित रहते हैं। वहां पर बड़ी धांधली की जा रही है। आए दिन वहां पर बीज खरीदने के लिए किसानों का जमावड़ा लगा रहता है लाइन लगी रहती है उन्हें किसी ने किसी बहाने से वापस कर दिया जाता है। कृषि रक्षा इकाई में किसानों के लिए उन्नत किस्म की फसलों के मुफ्त बीज भी दिए जाते हैं परंतु वहां के संचालक द्वारा अपने चाहेतों को मुफ्त बीज देकर के पात्र किसानो को उनके हक से वंचित रखा जाता है। भारतीय किसान कल्याण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवनेश उपाध्याय ने तत्काल जांच करके कार्यवाही करने की मांग की है।

महाकुंभ 2025 के लिए AI आधारित सुरक्षा प्रणाली तैयार

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए AI आधारित सीसीटीवी टीवी कैमरों की मदद से सुरक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूत किया गया है। एसीपी लाइंस राजकुमार मीना ने AI से लैस सीसीटीवी कैमरों का परीक्षण किया। इन आधुनिक तकनीकों का उद्देश्य भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को प्रभावी बनाना है।

AI आधारित सुरक्षा प्रणाली की मुख्य विशेषताएं:

भीड़ के संकेतों की पहले से पहचान: AI सिस्टम भीड़ की स्थिति का विश्लेषण कर पुलिस को समय रहते सतर्क करेगा, जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों की पहचान: AI तकनीक के माध्यम से हॉटस्पॉट क्षेत्र चिन्हित किए जाएंगे, जिससे पुलिस भीड़ प्रबंधन में बेहतर निर्णय ले सके।

फेस रिकग्निशन सिस्टम: संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे सुरक्षा और भी सख्त होगी।

तीन स्तरों में भीड़ प्रबंधन:* AI सर्विलांस सिस्टम भीड़ को तीन स्तरों में विभाजित कर पुलिस को स्थिति की जानकारी देगा, ताकि सही समय पर प्रभावी कदम उठाए जा सकें।

यह आधुनिक तकनीक पुलिस और प्रशासन को महाकुंभ 2025 के दौरान भीड़ प्रबंधन, संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने में अत्यधिक सहायक सिद्ध होगी। प्रयागराज पुलिस इस पहल के माध्यम से श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित और व्यवस्थित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

एक्यूप्रेशर संस्थान का 26वां वार्षिक/अन्तर्राष्ट्रीय अधिवेशन का हुआ आगाज

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। एक्यूप्रेशर संस्थान का 26वाँ राष्ट्रीय एवं दूसरा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ आज छतनाग झूँसी स्थित माता प्रसाद खेमका एक्यूप्रेशर महाविद्यालय में हुआ। सर्वप्रथम कार्यक्रम के आरम्भ में आने वाले प्रशिक्षुओं एवं विशेषज्ञों को श्री रामकुमार शर्मा ने संकल्प दान कराया।

कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने प्रशिक्षुओं एवं विशेषज्ञों को सम्बोधित किया और उन्हें आशीर्वाद दिया। मण्डालायुक्त विजय विश्वास पंत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अपर आयुक्त प्रशासन पुष्पराज सिंह विशिष्ट अतिथि के रुप में मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जस्टिस राजेस कुमार ने करते हुए इस विद्या से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया और विश्वास व्यक्त किया कि यह विधा जल्द ही विश्व की एक प्रमुख उपचार विद्या के रुप में प्रतिष्ठित होगी।

आज के कार्यक्रम में एक्यूप्रेशर की सेवा कर रहे सेवाधारियों को सम्मानित किया गया जिसमें इस वर्ष का ैमाता प्रसाद खेमका सम्मानह्ण बैंगलोर की श्रीमती अर्चना त्रिवेदी को दिया गया। अन्य जिन साथियों को सम्मानित किया गया उनमें पुणे से आये कर्नल श्री राम पिडंसे, बंगलौर के से एम.वी. रवीन्द्रन, प्रयागराज से अभय त्रिपाठी, बेलगाँव से जी.जी. सालुंके, कोलकाता से चंचल अग्रवाल और सूरत से अनिल सिंह के नाम शामिल है।

अतिथियों ने संस्थान के प्रवर समिति के सदस्य श्री एस. पी. केसरवानी एवं श्री ए. के. शुक्ला का विशेष सम्मान भी किया। इस अवसर पर संस्थान की शोध पत्रिका सरस्वती, केस मैनुअल 6, 10 और ट्रिटाइज-10 का विमोचन भी किया गया। इस कार्यक्रम में आज 10 शोध पत्र पढ़े गए जिनमें मुख्य है प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन डॉ. प्रकाश खेतान का बड़ी उम्र में का मानसिक स्वास्थ्य, डॉ. पवन केसरवानी का गुर्दे की पथरी, एम. बी. त्रिपाठी का ऊर्जा का सिद्धान्त संगीता वर्मन का कमर दर्द क्या कहता है आदि मुख्य थे।

संस्थान के अध्यक्ष जे.पी. अग्रवाल ने वर्तमान में चल रहे शोध एवं भावी योजनाओं के बारे में बतलाया। इस अवसर पर निदेशक ए.के.द्धिवेदी ने बताया कि कुम्भ के दौरान अनेक शिविरों के माध्यम से संस्थान के सेवाधारी श्रद्दालुओं की सेवा करेंगे।आज के उद्घाटन के अवसर पर संस्थान के एस. के. गोयल, एस.एस. सराफ, एम.के. मिड्ढा, एम.एम. कूल, एस.पी. केसरवानी, विशाल जायसवाल, आलोक कमलिया, प्रभात वर्मा, अनिल सिंह, अनिल शुक्ला, सुनील मिश्रा, अभय त्रिपाठी सहित लगभग 1000 लोग आॅनलाइन एवं आॅफलाइन माध्यम से जुड़े थे।