शिक्षक ने शादी का झांसा देकर 12 साल तक किया दैहिक शोषण, महिला आयोग ने सुनाया ये फैसला

रायपुर-    राज्य महिला आयोग में आज अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक की अध्यक्षता में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों पर सुनवाई हुई. इनमें से कई शासकीय कर्मचारियों के खिलाफ आई शिकायतों पर सुनवाई की गई, जिनमें कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने के लिए आयोग ने संबंधित विभागों को पत्र भेजे हैं.

आयोग की सुनवाई में एक प्रकरण में शासकीय शिक्षक ने 12 साल से शादी का झांसा देकर अवेदिका का शोषण किया था, जिसे अनावेदक ने आयोग के समक्ष स्वीकारा और परिवार वालों की सहमति से ही शादी करने की बात कहने लगा. आयोग ने सदस्यों के सहमति से पहले अवेदिका को FIR दर्ज करने को कहा और शासकीय सेवा समाप्त करने के लिए गरियाबंद जिला डीईओ को पत्र भेजने की अनुशंसा की. लेकिन अवेदिका को एकमुश्त 20 लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमत होने पर सेवा समाप्ति पत्र रोक दिया गया और अगली सुनवाई में अनावेदक को 10 लाख का चेक और 10 लाख रुपये नगद लेकर उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया.

दूसरे दो प्रकरण में पटवारी और बिलासपुर के एक जेल कर्मी के खिलाफ सुनवाई हुई, जहां सेवा समाप्त करने के लिए संबंधित विभागों को तत्काल पत्र भेजा गया. पामगढ़ में पटवारी के पद पर पदस्थ शासकीय कर्मचारी ने अपने सर्विस बुक में पत्नी के स्थान पर किसी और का नाम दर्ज कर रखा था, जिससे बिना तलाक लिए दूसरी शादी की थी. वहीं जेल कर्मी ने अवेदिका के साथ 12 साल रहने के बाद बच्चा होने पर शादी की और अब दूसरी शादी भी कर रहा है. दोनों ही मामलों में लगातार महिला का शारीरिक शोषण करने, अपने शासकीय पद का दुरुपयोग करने पर आयोग ने शासकीय सेवा समाप्त करने विभागों के अधिकारियों को पत्र भेजा है. इसके अलावा डोंगरगांव के बीरगांव के प्रायमरी स्कूल में टीचर के भी एक प्रकरण पर सुनवाई हुई, जिसमें प्राइमरी टीचर ने दो पत्नियों से तलाक लेकर तीसरी शादी की थी. लेकिन अब तीसरी पत्नी को मार पीट कर घर से निकाल दिया और अपने पूर्व पत्नियों के साथ संबंध में रह रहा है, जो कि सिविल सेवा आचरण के खिलाफ है. आयोग की समझाइश पर अनावेदक ने आवेदिका को 20 हजार रुपये प्रति माह भरण-पोषण देना स्वीकारा जिसके लिए आयोग दल बी.ई.ओ और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजा जाएगा ताकि 20 हजार भरण पोषण की राशि अवेदिका के सीधे खाते में पहुंचे.

बता दें छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, सरला कोसरिया, लक्ष्मी वर्मा, प्रियवंदा सिंह जुदेव, ओजस्वी मंडावी और दीपिका सोरी ने आज छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के कार्यालय रायपुर में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों पर सुनवाई की. आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक की अध्यक्षता में आज 287वीं सुनवाई हुई और रायपुर जिले में कुल 138वीं जनसुनवाई हुई.

विधानसभा उपनिर्वाचन 2024 - रायपुर नगर दक्षिण के लिए मतगणना कल सुबह 8 बजे से होगी प्रारंभ

रायपुर-  रायपुर नगर दक्षिण उपनिर्वाचन के लिए मतगणना 23 नवंबर को सेजबहार स्थित गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में होगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने जानकारी दी कि विधानसभा क्षेत्र 51-रायपुर नगर दक्षिण के उपनिर्वाचन की मतगणना तिथि 23 नवंबर दिन शनिवार को नियत है। मतगणना तिथि को मतगणना कार्य गवर्मेंट इंजीनीयरिंग कॉलेज, सेजबहार, रायपुर (ब्लॉक-ई) में सम्पन्न किया जाएगा। निर्वाचन के लिए 2 सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। इसके अतिरिक्त मतगणना के लिए 4 अतिरिक्त सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा कि मतगणना का कार्य मतगणना तिथि के दिन प्रातः 8 बजे से प्रारम्भ होगा, जिसमें प्रातः 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गणना होगी। पोस्टल बैलेट की गणना प्रारम्भ होने के पश्चात् प्रातः 8.30 बजे से ईव्हीएम मशीनों के मतों की गणना प्रारम्भ होगी।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती कंगाले ने बताया कि मतगणना हॉल में ईव्हीएम में पड़े मतों की गिनती के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं। यह गणना कुल 19 राउण्ड में पूरी होगी। पोस्टल बैलेट की गणना के लिए 1 अतिरिक्त टेबल की व्यवस्था की गई है। मतगणना हॉल के प्रत्येक टेबल में एक-एक काउटिंग सुपरवाईज़र, काउटिंग असिस्टेंट एवं माइक्रो आब्जर्वर होंगे, जो मतगणना का कार्य संपादित करेंगे। मतगणना हॉल में ही रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा मतगणना की जानकारी को संधारित करने के लिए डाटा कम्पाइलेशन एवं अपलोडिंग सेक्शन बनाया गया है। मतगणना हॉल में अभ्यर्थी या अभ्यर्थियों के मतगणना एजेन्ट्स भी उपस्थित रह सकेंगे, जो मतगणना हॉल में किए गए फेंस से बाहर लगी हुई कुर्सियों में बैठकर मतगणना कार्य का अवलोकन कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि मतगणना हॉल में अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश निषेध रहेगा। रिटर्निंग ऑफिसर अपने विवेक के अनुसार किसी भी व्यक्ति को मतगणना परिसर या मतगणना हॉल से बाहर जाने को कह सकते हैं और यह निर्देश बाध्यकारी होगा। मतगणना हॉल में रिटर्निंग अधिकारी द्वारा दिया गया निर्देश सर्वमान्य होगा। विवाद की स्थिति निर्मित होने पर रिटर्निंग ऑफिसर कानूनी कार्यवाही कर सकता है। मतगणना हॉल में इलेक्ट्रॉनिक आईटम्स जैसे- मोबाईल, आईपैड, लैपटॉप, स्मार्ट वाच, कैमरा, तम्बाकू, गुटखा आदि ले जाना प्रतिबंधित है।

मतगणना अभिकर्ता मतगणना हॉल में कोरा कागज , मतपत्र लेखा प्रारूप 17सी भाग-1 की प्रति, रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा प्रदाय किया गया ईव्हीएम/व्हीव्हीपैट की सूची, जो विधानसभा के विभिन्न मतदान केन्द्रों में प्रयोग में लाई गई है तथा पेन/पेंसिल को ले जा सकेंगे। मतगणना हॉल के भीतर मतगणना के परिणाम का योग करने के लिए प्रत्येक टेबल पर एनालॉग कैल्क्यूलेटर की व्यवस्था की गई है. जिसका उपयोग अभ्यर्थी या उनके मतगणना अभिकर्ता कर सकते हैं। मतगणना परिसर में त्रिस्तरीय सुरक्षा रहेगी। प्रत्येक स्तर में सुरक्षाकर्मियों द्वारा प्रत्येक व्यक्ति की गहन जाँच की जाएगी। प्रत्येक व्यक्ति द्वारा सुरक्षाकर्मियों को अपना पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। मतगणना कार्य की चक्रवार जानकारी भारत निर्वाचन आयोग के इनकोर काउटिंग एप्पलिकेशन में अपलोड किया जाएगा, जिसें आमजन https://results.eci.gov.in लिंक के माध्यम से देख सकते हैं।

निर्वाचन परिणाम की घोषणा से 7 दिवस के भीतर अधिकतम मत प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी के बाद क्रम संख्या 2 एवं 3 पर आने वाले अभ्यर्थी द्वारा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की अधिकतम 5 प्रतिशत ईव्हीएम (बीयू, सीयू एवं वीवीपेट) की बर्न्ट मेमोरी/माइक्रोकंट्रोलर की जाँच एवं सत्यापन हेतु आवेदन प्रस्तुत किया जा सकता है, जिसके लिए प्रति ईव्हीएम सेट 40,000 रूपये (18 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त) का शुल्क देय होगा।

राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता में दो टीमों के बीच जमकर हाथापाई, कई बालिकाएं हुई घायल

खैरागढ़-   राजनांदगांव के स्टेडियम में आयोजित 68वीं राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता के दौरान अंडर-14 बालिका वर्ग का मुकाबला विवादों में घिर गया. हरियाणा और केरल की टीमों के बीच मुकाबला खेल भावना से परे जाकर विवाद में बदल गया. विवाद इतना बढ़ा कि दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हाथापाई हो गई, जिसमें केरल की कई बालिकाएं चोटिल हो गईं. घटना के बाद केरल टीम के कोच घायल खिलाड़ियों को तत्काल जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले आए. लेकिन इस दौरान उन्होंने स्टेडियम में स्थित कंट्रोल रूम या खेल अधिकारियों को सूचित नहीं किया. इसके बजाय उन्होंने राजनांदगांव के केरला समाज के पदाधिकारियों को बुलाकर उन्हें मामले की जानकारी दी।

मीडिया में घटना की जानकारी सामने आने के बाद जब स्टेडियम स्थित कंट्रोल रूम और खेल अधिकारियों से इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने पहले किसी भी प्रकार की घटना से अनभिज्ञता जाहिर की. हालांकि, बाद में जब खेल अधिकारियों ने केरल टीम की कोच से संपर्क किया, तब जाकर उन्हें इस घटना की जानकारी मिली. राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के आयोजक और खेल अधिकारी रण विजय प्रताप सिंह ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हरियाणा और केरल की टीमों के बीच तकनीकी विवाद के चलते यह घटना हुई. केरल टीम की कोच ने घटना की जानकारी कंट्रोल रूम को नहीं दी थी. मीडिया से सूचना मिलने के बाद हमने कोच से संपर्क किया और स्थिति स्पष्ट हुई.” वहीं केरल टीम की कोच का कहना है कि वे इस घटना को लेकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद ही आगे की कार्रवाई करेंगी.

खेल प्रतियोगिता की सुरक्षा और संवाद व्यवस्था पर सवाल

इस घटना ने प्रतियोगिता के दौरान सुरक्षा प्रबंधन और संवाद व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आयोजकों ने अब सभी टीमों को निर्देश दिया है कि किसी भी अप्रिय घटना की तुरंत जानकारी कंट्रोल रूम को दी जाए, ताकि ऐसी घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके.

छत्तीसगढ़ में 5.37 लाख मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी, अब तक राज्य के लगभग 1.16 लाख से अधिक किसानों ने बेचा धान

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में अनवरत धान खरीदी का सिलसिला जारी है। 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी अभियान में अब तक 5.37 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी हो चुकी है। राज्य में अब तक 1.16 लाख से अधिक किसानों ने अपना धान बेचा है। धान खरीदी के एवज में किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 971 करोड़ 16 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.45 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।

अधिकारियों ने बताया कि आज 21 नवम्बर को 26501 किसानों से 1.18 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी हुई है। इसके लिए 30828 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 25840 टोकन जारी किए गए है।

कांकेर जिले को मत्स्यपालन के लिए मिला बेस्ट इनलैंड डिस्ट्रिक्ट का राष्ट्रीय अवार्ड

रायपुर-     छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले को मत्स्यपालन के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट इनलैंड डिस्ट्रिक्ट अवार्ड मिला है। आज 21 नवंबर को विश्व मत्स्यपालन दिवस के अवसर पर केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन, डेयरी एवं पंचायतीराज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, राज्य मंत्री प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल एवं जॉर्ज कुरियन ने छत्तीसगढ़ के मत्स्यपालन विभाग के संचालक नारायण सिंह नाग, सहायक संचालक मत्स्यपालन कांकेर एस.एस. कंवर को नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित सुषमा स्वराज भवन में ट्राफी एवं प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। छत्तीसगढ़ राज्य को इससे पूर्व मत्स्यपालन के क्षेत्र में देश के बेस्ट इनलैंड स्टेट का अवार्ड मिल चुका है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांकेर को देश का बेस्ट इनलैंड डिस्ट्रिक्ट अवार्ड मिलने पर प्रसन्नता जताई है। उन्होंने इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए कांकेर सहित राज्य के सभी मत्स्य कृषकों एवं मत्स्यपालन विभाग के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ लैंडलॉक्ड प्रदेश होने के बावजूद भी मत्स्यपालन के क्षेत्र में देश में अग्रणी स्थान पर है। मछली बीज उत्पादन में छत्तीसगढ़ देश का आत्मनिर्भर राज्य है। यह राज्य के मत्स्य कृषकों की मेहनत का परिणाम है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में मछली पालन के लिए 2.032 लाख हेक्टेयर जल क्षेत्र है, जिनमें से 96 प्रतिशत में किसी न किसी रूप में मत्स्य पालन हो रहा है। राज्य में प्रतिवर्ष 546 करोड़ मत्स्य बीज तथा 7.30 लाख टन मत्स्य उत्पादन हो रहा है। यहां से पड़ोसी राज्यों को भी मत्स्य बीज का निर्यात होता है। राज्य मत्स्य बीज उत्पादन में देश में 6वें तथा मत्स्य उत्पादन में देश में 8 वें स्थान पर है। छत्तीसगढ़ राज्य के मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बैंक से ऋण की सुविधा प्रदान की जा रही है। पात्रतानुसार मत्स्य कृषकों को एक प्रतिशत से लेकर तीन प्रतिशत ब्याज पर अल्प अवधि ऋण भी दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सपरिवार देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय तथा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म देखने राजधानी के मैग्नेटो मॉल पहुंचे। इस फिल्म में 22 साल पहले गुजरात के गोधरा में हुए ट्रेन हादसे की कहानी की सच्चाई को दिखाने की कोशिश की गई है। फिल्म की डायरेक्टर एकता कपूर और फिल्म की नायिका रिद्धि डोगरा भी इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थीं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह फिल्म इतिहास के भयावह सत्य को उजागर करने का सराहनीय और प्रभावशाली प्रयास है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने इस फिल्म को राज्य में टैक्स फ्री किया है। मैं दर्शकों से अपील करना चाहता हूं कि पूरे परिवार के साथ फिल्म देखें। नई पीढ़ी को हमारे इतिहास की इस दुखद घटना के बारे में जानना बहुत जरूरी है। यह फिल्म इसलिए भी देखी जानी चाहिए क्योंकि अतीत का अध्ययन ही हमें वर्तमान और भविष्य के बारे में बेहतर मार्गदर्शन दे सकता है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म दर्दनाक घटना को संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करती है।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री अरूण साव, वन मंत्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े भी उनके साथ फिल्म देखने पहुंचे थे।

भारत मंडपम में दूर से खड़े खड़े कार्यक्रम देख रहे थे एक बुजुर्ग, मुख्यमंत्री ने पास बुलाया और अपने साथ बैठने का किया आग्रह

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सादगी और संवेदनशीलता ने एक बार फिर लोगों के दिलों को छू लिया। यह दृश्य था राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में, जहां छत्तीसगढ़ दिवस के अवसर पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन चल रहा था। छत्तीसगढ़ की परंपरा और कला की शानदार प्रस्तुतियां मंच पर हो रही थीं, और दर्शक तालियों से कलाकारों का उत्साह बढ़ा रहे थे।

इसी दौरान मुख्यमंत्री श्री साय की नजर दर्शकों के बीच एक वृद्ध व्यक्ति पर पड़ी, जो खड़े होकर कार्यक्रम देख रहे थे। मुख्यमंत्री ने तुरंत अपने सहायक से कहा कि उस बुजुर्ग को पास बुलाएं। कुछ ही पल में वह बुजुर्ग व्यक्ति मुख्यमंत्री के पास पहुंचे। श्री साय ने बड़े ही आत्मीय भाव से उनका स्वागत किया और उन्हें अपने पास बैठने का आग्रह किया।

कार्यक्रम देखकर बाहर आये बुजुर्ग रामावतार तिवारी ने बताया कि मुझे बहुत अच्छा लगा जब मुख्यमंत्री ने मुझे सम्मान दिया, अपने पास बैठाया और मेरा हालचाल पूछा। मुख्यमंत्री ने इतना बड़ा ओहदा हासिल करने के बाद भी अपनी विनम्रता और संस्कार को नहीं छोड़ा। रामावतार तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सीधे सरल लोगों के बारे में सुनते आये हैं। वहां के मुख्यमंत्री से मिलकर लगा कि सीधे और सरल लोगों के मुखिया भी सीधे और सरल स्वभाव के हैं। मुख्यमंत्री श्री साय का हृदय संवेदनशीलता से परिपूर्ण है। हम एक दूसरे से अपरिचित भले ही हो सकते हों लेकिन संवेदनशील हृदय के द्वारा हम एक दूसरे की भावनाओं को प्रगाढ़ता से महसूस कर सकते हैं।

नहीं थम रहा हाथियों की मौत का सिलसिला, अब एक हाथी शावक की तालाब में डूबने से मौत, दो माह के भीतर 5 की गई जान

रायगढ़-  रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल जंगली हाथियों की मौत होने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में गुरूवार की सुबह तालाब में एक हाथी शावक का शव मिलने से वन विभाग में हड़कप मचा गया. घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची विभागीय टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, धरमजयगढ़ वन मंडल में पिछले लंबे समय से 152 जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है. जंगली हाथियों के द्वारा लगातार ग्रामीण किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इसी बीच गुरूवार की सुबह छाल रेंज के हाटी बीट में कक्ष क्रमांक 554 के पास वन विभाग के तालाब में एक हाथी शावक का शव मिला है. बताया जा रहा है कि मृत हाथी शावक की उम्र करीब 3 से 4 माह के आसपास है जो कि तालाब में डूबने से मौत होने की आशंका जताई जा रही है. इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

लगातार हो रही हाथियों की मौत

रायगढ़ जिले में जंगली हाथियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां पिछले दिनों तमनार वन परिक्षेत्र के चुहकीमार जंगल में 24 अक्टूबर को 11केवी विद्युत प्रवाहित करंट की चपेट में आने से एक साथ तीन जंगली हाथियों की मौत के बाद 17 नवंबर को धरमजयगढ़ वनमंडल के बोरो रेंज के रूंवाफूल बीट में एक माह पुराना हाथी शावक का कंकाल मिला था. इस घटना के बाद आज फिर से छाल रेंज के हाटी बीट में हाथी शावक की मौत हो जाने से वन विभाग में हडकंप की स्थिति निर्मित हो गई है. बीते दो माह में रायगढ़ जिले के दोनों वन मंडल में पांच हाथियो की मौत हो चुकी है. इनमें दो तीन शावक शामिल हैं.

हाथियों के दल पर रखी जा रही नजर

छाल रेंज के हाटी बीट में पानी में डूबकर हाथी शावक की मौत हो जाने के बाद वन विभाग अलर्ट मोड में आ गया है और जंगली हाथियों के दल के हर मूवमेंट पर ड्रोन कैमरे से नजर बनाये हुए है. साथ ही साथ हाथी प्रभावित गांव के ग्रामीणों को सावधानी बरतने के साथ-साथ किसी भी कार्य के सिलसिले में जंगल की तरफ नही जाने की बात कही जा रही है.

52 हाथी कर रहे विचरण

इस संबंध में धरमजयगढ़ वन मंडल के डीएफओ अभिषेक जोगावत ने बताया कि छाल रेंज के हाटी बीट में 554 कक्ष क्रमांक में हाथी शावक का शव मिला हैं यहां पिछले दो दिनों से 52 हाथियों का दल विचरण कर रहा था. यहां वन विभाग के द्वारा बनाये गए तालाब में सुबह हाथियों का दल नहा रहा था.

हाथियों की चिंघाड़ सुनकर पहुंचे ट्रेकर

डीएफओ अभिषेक जोगावत ने बताया कि इस दौरान हाथियों के चिंघाड़ की आवाज सुनकर जब घटना स्थल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि तालाब में हाथी शावक का शव पानी में तैर रहा था. जिसके बाद उन्होंने इस घटना की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी तब विभाग की टीम मौके पर पहुंची. प्रारंभिक जांच में पता चला कि पानी में डूबने से हाथी शावक की मौत हो गई है.

एक माह के भीतर 3 लोगों की मौत

बता दें कि रायगढ़ जिले में जंगली हाथियों के हमले से इंसानों की मौत का भी सिलसिला भी जारी है. यहां एक माह के भीतर हाथी के हमले से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है.

1. धरमजयगढ़ वन मंडल के दुलियामुडा गांव में 28 अक्टूबर को हाथियों के दल को भगाने के चक्कर में एक ग्रामीण वेदराम कंवर 35 साल को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया.

2. धरमजयगढ़ वन मंडल के बोरो रेंज के जमरगी डी बीट के जंगल में 09 नवंबर को जंगली हाथी ने रामपुर निवासी रमलू तिर्की को कुचलकर मौत उतार दिया.

3. लैलूंगा रेंज के बगुडेगा के लाख पहरी जंगल में 12 नवंबर की रात खाना खाकर सोने जा रहे एक ग्रामीण अगनु अगरिया 45 साल को जंगली हाथी ने कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था.

शेर स्कूल के बच्चों ने किया औद्योगिक भ्रमण, बैंक की समझी कार्यप्रणाली

महासमुंद-   शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला शेर के बैंकिंग वित्तीय एवं बीमा संचालित व्यावसायिक शिक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को औद्योगिक भ्रमण कराया गया. इस दौरान विद्यार्थियों को विषय वस्तु के साथ-साथ कौशल विकास एवं रोजगार उन्मुखी की दिशा में पारंगत किया गया. उन्हें बैंक कार्यप्रणाली की विस्तार से जानकारी दी गई.

शिक्षक भुवन साहू ने बताया कि औद्योगिक भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को कौशल विकास एवं रोजगार उन्मुखी की दिशा में पारंगत करना था. इस दौरान बच्चों को केनरा बैंक कर्मचारियों ने बैंक से संबंधित कार्यप्रणाली से अवगत कराया. इस दौरान शेर विद्यालय की प्राचार्य एसबी लाल और सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की.

SECL महाप्रबंधक कार्यालय में ACB का छापा, असिस्टेंट इंजीनियर और अधीक्षक को 11 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
कोरिया-  एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने आज एक बड़ी कार्रवाई करते हुए  एस.ई.सी.एल. (SECL) चिरमिरी के इंजीनियरिंग असिस्टेंट संजय कुमार सिंह और कार्यालय अधीक्षक व्ही. श्रीनिवास को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया है.
जानकारी के अनुसार,  एस.ई.सी.एल. में ठेकेदारी का कार्य करने वाले  अंकित मिश्रा ने एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दर्ज करवाई कि उसे  जी.एम. कार्यालय (एस.ई.सी.एल.) चिरमिरी द्वारा एक निर्माण कार्य का टेण्डर जारी किया गया था, लेकिन दो महीने के बाद भी वर्कआर्डर नहीं जारी किया गया. इस पर अंकित ने  संजय कुमार सिंह से मुलाकात की, तो उन्होंने उसे  11,000 रुपये की रिश्वत देने की मांग की. अंकित रिश्वत नहीं देना चाहता था और उसने आरोपियों को रंगे हाथ पकड़वाने का निर्णय लिया.
प्रार्थी की शिकायत के बाद आज एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक ट्रेप आयोजित किया, जिसमें संजय कुमार सिंह को प्रार्थी से  7,000 रुपये और व्ही. श्रीनिवास को  4,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुटी है और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही आरोपियों के निवास स्थानों की तलाशी ली जा रही है. इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ  धारा 7 और 12 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्रवाई की जा रही है.