देश की राजधानी दिल्ली में छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की दिखी झलक, राज्य दिवस समारोह पर प्रगति मैदान में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन

रायपुर-    देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति व कला के बड़ी संख्या में लोग साक्षी बने। मौका था 43वें भारत अंतरर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ राज्य दिवस समारोह का, जहां एमफी थियेटर में छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने मनोहर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य दिवस समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ पवेलियन में अलग-अलग स्टॉलों का भ्रमण कर कलाकारों को प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने संबोधन में राज्य को "संभावनाओं की भूमि" बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ अब "सशक्त भारत" के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास, कृषि में नवाचार, और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा कई प्रभावी कदम उठाए गए हैं। हमारा उद्देश्य राज्य को शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है। छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक विकास के संयोजन के साथ एक वैश्विक पहचान बनाने के लिए तैयार है।

सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ से आये कलाकारों ने छत्तीसगढ़ में विभिन्न उत्सवों, तीज त्योहारों पर किए जाने वाले नृत्यों की प्रस्तुति दी। दर्शकों ने भरपूर तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। छत्तीसगढ़ी लोकमंच पर गौरा-गौरी, भोजली, राउत नाचा, सुआ, और पंथी जैसे पारंपरिक लोक नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियां दी गई। नृत्य के माध्यम से कलाकारों ने छत्तीसगढ़ की लोक कला और सांस्कृतिक विविधता का जीवंत प्रस्तुतिकरण किया। कलाकारों ने गौरा-गौरी और भोजली की धार्मिक परंपरा, सुआ नृत्य के भावपूर्ण गीत, और राउत नाचा के माध्यम से छत्तीसगढ़ की जीवंत लोक परंपराओं से दर्शकों को रूबरू कराया। इसके साथ ही पंथी और करमा नृत्य द्वारा आध्यात्मिकता और भक्ति भाव से दर्शकों को सराबोर कर दिया।

इस अवसर पर दिल्ली में पदस्थ छत्तीसगढ़ की इन्वेस्टमेंट कमिश्नर ऋतु सैन, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, संस्कृति विभाग के सचिव अन्बलगन पी, संस्कृति व राजभाषा विभाग के संचालक विवेक आचार्य, लघु वनोपज के महाप्रबंधक मणिवासन एस, सीएसआईडीसी के महाप्रबंधक विश्वेश कुमार, जनसंपर्क आयुक्त रवि मित्तल, आवासीय आयुक्त श्रुति सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

गिरदावरी कार्य में लापरवाही: 18 पटवारियों को शो कॉज नोटिस जारी करने की तैयारी, देखें ग्रामवार सूची
रायपुर-  छत्तीसगढ़ के खाद्य एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा गिरदावरी निरीक्षण के बाद प्राप्त विसंगतियों और त्रुटियों के आधार पर संबंधित 18 पटवारियों के खिलाफ शो कॉज नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है. गिरदावरी पश्चात सत्यापन के दौरान 13000 खसरों में से 444 खसरों में धान की फसल नहीं पाई गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि पटवारी यह की लापरवाही है. इस कारण संबंधित पटवारियों के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता जताई गई है.

बता दें कि इस मामले में दो पटवारियों आरंग के ग्राम गुल्लू की पटवारी अनीता सोनी और गौरभांठ के पटवारी दीपक साहू को तहसीलदार ने कारण बताओ नोटिस जारी किया हैं, जिसमें उन्हें 3 दिनों के भीतर जवाब मांगा है. वहीं संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम में निहित प्रावधान के तहत उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की चेतावनी दी है.

देखें नोटिस –

ग्राम गुल्लू की पटवारी अनीता सोनी को जारी नोटिस

गौरभांठ पटवारी को जारी नोटिस

निरीक्षण उपरांत पायी गई विसंगतियों की तहसीलवार, ग्रामवार, हल्कावार सूची

गंभीर लापरवाही : 3 घंटे चेयर पर बैठा रहा मरीज, नहीं पहुंचा अस्पताल स्टाफ, इलाज नहीं मिलने से ग्रामीण की हुई मौत

बीजापुर-      बीजापुर जिले के मोदकपाल में संचालित पालागूडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से एक मरीज की मौत का मामला सामने आया है. दरअसल एक व्यक्ति थाने के पास बेसुध पड़ा था, जिसे जवानों ने सुबह 6 बजे मोदकपाल अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल बंद होने के चलते जवानों ने अस्पताल के प्रतीक्षा शेड में मरीज को छोड़ दिया. करीब 3 घंटें तक न ही डॉक्टर पहुंचे और न ही कोई अस्पताल का स्टाफ पहुंचा. समय पर इलाज नहीं मिलने से व्यक्ति की मौत हो गई.

किसी ने बंद पड़े अस्पताल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया. इसके बाद आनन-फानन में जिले का स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया. मरीज को सुबह दस बजे बीजापुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. डॉक्टर के मुताबिक, रेफर करने के दौरान मरीज की मौत हो चुकी थी. इस गंभीर लापरवाही को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है.

पुलिस चौकी में भीड़ ने किया पथराव, कई पुलिसकर्मी घायल
दुर्ग-   छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां गुस्साई भीड़ ने स्मृति नगर चौकी में पथराव कर दिया है. इस घटना में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है. वहीं भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग किया है. बताया जा रहा है कि लूट के मामले में करीब एक महीने पहले जेल में दाखिल किये गए एक आरोपी की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद डेरा बस्ती के सैकड़ों लोग चौकी पहुंचे और पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया. इसी दौरान चौकी में मौजूद पुलिसकर्मियों पर पत्थर से हमला किया गया. घटना की सूचना पर अतरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया है. वहीं मौके पर पुलिस विभाग के आलाधिकारी भी मौजूद हैं.

क्या है मामला?

जानकारी के अनुसार, 33 दिन पहले एक लूट के मामले में स्मृति नगर चौकी पुलिस ने आरोपी पिंटू नेताम (20 वर्ष) को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वहीं आज आरोपी की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद जेल से उसे रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

वहीं इस मामले की जानकारी लगते ही आरोपी के परिजन और डेरा बस्ती के लोग बड़ी संख्या में स्मृति नगर चौकी पहुंचे और पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया, जिसकी वजह से वह बीमार हुआ है. इस दौरान अचानक स्थिति बिगड़ गई और भीड़ ने चौकी पर पथराव तक कर दिया गया. इस घटना में करीब तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. गुस्साई भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया है. वहीं मौके पर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी मौजूद हैं.

घटना के बाद आसपास के थानों से पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया है. फिलहाल, स्थिति नियंत्रित है और पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

छत्तीसगढ़ नान घोटाला: विशेष कोर्ट से पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को नहीं मिली राहत, अग्रिम जमानत याचिका की ख़ारिज
रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान (नागरिक आपूर्ति निगम) घोटाला मामले में EOW की ओर से दर्ज हुई FIR के बाद पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने अग्रिम जमानत की याचिका रायपुर के स्पेशल कोर्ट में लगाई थी, इस मामले में आज सुनवाई के बाद ADJ निधि वर्मा ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया है. इस मामले में पूर्व महाधिवक्ता वर्मा के अलावा IAS आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा के खिलाफ भी मामला दर्ज है.

बता दें कि ईओडब्ल्यू में 2015 में दर्ज नान घोटाले में आरोप है कि तीनों ने प्रभावों का दुरुपयोग कर गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास किया है. इसी मामले में 2019 में ईडी ने भी केस दर्ज किया है। अब बीते 4 नवंबर को EOW की ओर से तीनों के खिलाफ नई FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई है.

इन धाराओं के तहत दर्ज किया केस

छत्तीसगढ़ राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने डॉ. आलोक शुक्ला, अनिल टुटेजा, सतीश चंद्र वर्मा और अन्य पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 की धाराओं 7, 7क, 8, और 13(2) और भारतीय दंड संहिता की धाराएं 182, 211, 193, 195-ए, 166-ए, और 120बी के तहत अपराध दर्ज किए गए हैं.

राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की ओर से दर्ज एफआईआर के मुताबिक, IAS डॉ. आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा ने तत्कालीन महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा से असम्यक लाभ लिया. उनका मकसद था कि महाअधिवक्ता वर्मा को लोक कर्तव्य को गलत तरीके से करने के लिए प्रेरित किया जाए और वह अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए सरकारी कामकाज में गड़बड़ी कर सकें.

EOW का आरोप है कि इसके बाद तीनों ने मिलकर एजेंसी (EOW) काम करने वाले उच्चाधिकारियों से प्रक्रियात्मक दस्तावेज और विभागीय जानकारी में बदलाव करवाया. ताकि नागरिक आपूर्ति निगम के खिलाफ साल 2015 में दर्ज एक मामले में अपने पक्ष में जवाब तैयार कर हाईकोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रख सकें और उन्हें अग्रिम जमानत मिल सके.

जानिए क्या है पूरा घोटाला

बीजेपी आरोप लगाती है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में यह घोटाला हुआ था. बीजेपी का आरोप है कि राज्य में 13 हजार 301 दुकानों में राशन बांटने में गड़बड़ी की गई है. आरोप है कि अकेले चावल में ही 600 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. कुल घोटाला एक हजार करोड़ से ज्यादा का बताया जा रहा है. बीजेपी का आरोप है कि स्टॉक वैरिफिकेशन नहीं करने के बदले में एक-एक राशन दुकान वाले से 10-10 लाख रुपए लिया गया था.

ACB की बड़ी कार्रवाई, इंद्रावती भवन में मछली पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

रायपुर-  नवा रायपुर के इंद्रावती भवन में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने मछली पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर देव कुमार सिंह को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई भवन की चौथी मंजिल पर की गई.

जानकारी के मुताबिक, विभाग के ही इंजीनियर से डिपार्टमेंटल इंक्वायरी सेटल करने के ऐवज में मछली पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर ने रिश्वत मांगी थी. जिसपर इंजीनियर ने इसकी शिकायत की थी. शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी अधिकारी को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है.

मुख्यमंत्री ने सीआरपीएफ़ बस्तरिया बटालियन की जवान प्रमिका दुग्गा की मां से फोन पर की बात

रायपुर-     आपकी बेटी यहां बहुत अच्छे से रह रही है और देश सेवा में लगी हुई है। अभी आपकी बेटी से मिला हूं... मैं जब भी नारायणपुर आऊंगा तब आप सभी से मुलाकात करूंगा। जवानों और किसानों से ही धान का कटोरा सुरक्षित और समृद्ध है। जवान और किसान हमारे देश के दो मजबूत स्तंभ हैं और जय जवान-जय किसान का भाव हम सभी के हृदय में है। एक ओर जहां जवान देश की सुरक्षा में डटे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर अन्नदाता किसान हैं, जो हमारी अन्न की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। यह संवाद ऐसा लग रहा था, मानों घर से दूर कोई अपना उनकी बेटी से मिला और इसकी खबर उन्हें दे रहा हो।

बस्तर जिले के सेडवा स्थित सीआरपीएफ के बस्तरिया बटालियन में रात्रि विश्राम कर अगले दिन सुबह लौटने के दौरान मुख्यमंत्री ने कैंप में जवानों से विदा लेते समय बस्तरिया बटालियन की जवान प्रमिका दुग्गा से उसका हाल-चाल पूछा। बातचीत के बीच मुख्यमंत्री ने उसके परिजनों से बात करने की इच्छा जताई। इस पर प्रमिका ने मोबाइल से अपनी मां मोतीबाई को फोन लगाया और मुख्यमंत्री से बात कराई।

मुख्यमंत्री श्री साय ने मोबाइल पर बात करते हुए प्रमिका की मां से घर के सभी सदस्यों का हाल-चाल जाना और सभी के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने बड़े अपनेपन से प्रमिका की मां से खेतों में धान की कटाई के बारे में भी पूछा। मुख्यमंत्री ने बातचीत के दौरान परिवार द्वारा उगाए जाने वाले फसलों की जानकारी ली और खेती-किसानी के संबंध में ढेर सारी बातें की। मुख्यमंत्री ने बातचीत के दौरान विनोद में मोती बाई से उनके घर आने पर चापड़ा चटनी खिलाने की बात पूछी, तो उन्होंने मुख्यमंत्री से सहज भाव से कहा कि आपको चापड़ा चटनी जरूर खिलाऊंगी। मुख्यमंत्री ने प्रमिका की मां को प्रणाम करते हुए बातचीत को समाप्त किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कैंप में जवानों के साथ खुशनुमा समय व्यतीत किया। जवानों के साथ उन्होंने रात का भोजन किया। उन्होंने जवानों को भोजन भी परोसा। उनकी सादगी, व्यवहार और अपनेपन ने सभी जवानों का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री श्री साय और बस्तरिया बटालियन की जवान प्रमिका की मां के बीच मोबाइल पर बात सुनकर सभी जवानों के मन में यही भाव था कि मुख्यमंत्री न केवल अपने जवानों की, बल्कि घर से दूर उनके परिवारों की भी उतनी ही चिंता करते हैं। प्रदेश के संवेदनशील मुखिया विष्णु देव साय का सरोकार एवं जुड़ाव सभी किसानों और जवानों के साथ ही उनके परिवारों से भी समान रूप से है। अतिथि सत्कार और अपने अतिथि को उनके मनपसंद व्यंजन खिलाने की संस्कृति भी हमारी परंपरा में है। यही बात मुख्यमंत्री और मोती बाई के बीच चापड़ा चटनी को लेकर हुई बातचीत में भी नजर आई। मुख्यमंत्री ने जवान की मां को प्रणाम कर बातचीत खत्म की, मानो कोई अपने किसी बड़े से बेहद आत्मीयता और सम्मान से बात कर रहा हो। मुख्यमंत्री का यह व्यवहार और अपनापन जवानों व किसानों के प्रति उनके मन में समाहित गहरे सम्मान की भावना को व्यक्त करता है।

गांजा तस्करी में शामिल GRP के चार आरक्षक बर्खास्त

बिलासपुर-   ट्रेन से गांजा तस्करी के मामले में जीआरपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गांजा तस्करी में शामिल जीआरपी के चारों आरक्षक बर्खास्त किया है. बता दें कि ट्रेन से गांजा तस्करी मामले में चार जीआरपी आरक्षक को गिरफ्तार किया गया था. इन आरक्षकों ने तस्करों के नेटवर्क से जुड़कर करोड़ों रुपए कमाए थे.

जीआरपी के आरक्षक सौरभ नागवंशी, मन्नू प्रजापति, संतोष राठौर एवं लक्ष्मण गाईन को बर्खास्त किया गया है. इन आरक्षकों ने रिश्तेदारों के नाम पर अकाउंट खोलकर करोड़ों के लेनदेन किए थे. वहीं कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है कि सरगना का आरक्षकों से लगातार संपर्क था.

 

हत्या का खुलासा : मुंबई से आकर छत्तीसगढ़ के किन्नर मठ में कब्जा जमाना चाहती थी तपस्या
बलौदाबाजार-     छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में किन्नर हत्याकांड का 48 घंटे के भीतर पुलिस ने पर्दाफाश किया है. बता दें कि ढाबाडीह गांव के बंद पडे़ पत्थर खदान में महिला की लाश मिली थी. शव के पास से डेढ़ लाख रुपए बरामद किया गया था. पुलिस घटना की जांच में जुटी थी. इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के कब्जे से साढ़े 10 लाख रुपए बरामद किया गया है. पुलिस के मुताबिक, किन्नर काजल किन्नर मठ का प्रमुख बनना चाहती थी. तपस्या के मठ प्रमुख बनने के रास्ते की सबसे बड़ी चुनौती काजल थी इसलिए मुख्य आरोपी तपस्या ने 12 लाख की सुपारी देकर काजल की हत्या करा दी.

मामले का खुलासा करते हुए एसपी विजय अग्रवाल ने बताया, पुलिस को 18 नवंबर को ढाबाडीह के बंद पड़े खदान के पानी में एक महिला की लाश मिलने की सूचना मिली थी. पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और शव का खदान से बाहर निकाला. इस दौरान घटना स्थल से 500-500 की गड्‌डी में कुल डेढ़ लाख रुपए बरामद किया गया था. पुलिस शव की पहचान करने में जुटी रही. जांच में शव ग्राम जोरा, रायपुर निवासी किन्नर काजल का होना पाया गया, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तेलीबांधा थाने में दर्ज थी. इस हत्याकांड में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

हत्या में इस्तेमाल गाड़ी में लिखा है बजरंग दल

एसपी अग्रवाल ने बताया, किन्नर मठ का प्रमुख बनने के लिए काजल को रास्ते से हटाने वारदात को अंजाम दिया गया है. इस हत्याकांड में बजरंग दल के कार्यकर्ता हिमांशु बंजारे भी शामिल है. हत्या में जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया गया था उसमें हिमांशु भाई बजरंग दल लिखा हुआ है.

हत्याकांड की मुख्य वजह

किन्नरों के निवास भवन जोरा रायपुर में सभी किन्नर एक साथ रहते है, जिसमें आरोपी तपस्या किन्नर मुंबई से आकर रही है. काजल रायपुर की थी. हत्या की मुख्य आरोपी किन्नरों की प्रमुख बनना चाहती थी, इसके लिए उसके रास्ते की सबसे बड़ी चुनौती काजल थी. काजल को रास्ते से हटाने के लिए तपस्या ने हत्या की पूरी प्लानिंग की.

दो माह पहले बनाई हत्या की प्लानिंग

मठ प्रमुख बनने की चाहत में आरोपी तपस्या ने निशा श्रीवास के साथ मिलकर काजल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. सितंबर 2024 में गणेश उत्सव के दौरान काजल की हत्या करने की नीयत से तपस्या किन्नर ने पैसा इकट्ठा कर कुल 12 लाख रुपये निशा श्रीवास को दिया. योजना में निशा श्रीवास ने अपने ड्राइवर हिमांशु बंजारे से हत्या करने के लिए एक सुपारी किलर को 06 लाख रुपए नगद दिया, किंतु बाद में पता चला कि वह सुपारी किलर किसी अन्य मामले में जेल चला गया है. इसी बीच काजल की हत्या करने के लिए दो अन्य सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीप से सौदा किया गया. इसी बीच घटना दिनांक के 02 दिन पूर्व आरोपिया निशा श्रीवास अपने ड्राइवर हिमांशु बंजारे के साथ घटना स्थल ग्राम ढाबाडीह के पास पत्थर खदान को देखने भी आई. इसके बाद प्लानिंग के तहत काजल को मौत के घाट उतारा गया.

ये हैं आरोपियों के नाम

  • 1. तपस्या किन्नर उर्फ मोहम्मद इमरान भोईर उम्र 36 साल निवासी किन्नर भवन जोरा थाना खम्हारडीह रायपुर
  • 2. निशा श्रीवास किन्नर उम्र 51 साल निवासी धरमपुरा सरकारी स्कूल, तालाब, अमर पैलेस के पास रायपुर
  • 3. हिमांशु बंजारे उम्र 28 साल निवासी मंदिर हसौद कुरुद जिला रायपुर
  • 4. कुलदीप कुमार कुरील उम्र 29 साल निवासी राजा तालाब शिव मंदिर गली थाना सिविल लाइन रायपुर
  • 5. अंकुश चौधरी उम्र 28 वर्ष निवासी शिव चौक रजातालाब रायपुर थाना सिविल लाइन रायपुर जिला रायपुर
सुप्रिया सुले और नाना पटोले से जुड़े बिटकॉइन मामले में ED की छत्तीसगढ़ में बड़ी कार्रवाई, हिरासत में गौरव मेहता

रायपुर-   महाराष्ट्र के बहुचर्चित बिटकॉइन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ में पहली बार छापा मारा है. रायपुर में ईडी ने कार्रवाई करते हुए गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग की चल रही जांच के तहत की गई है. सूत्रों के अनुसार, मेहता को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.

यह पहली बार है जब ईडी ने महाराष्ट्र बिटकॉइन मामले में छत्तीसगढ़ में छापा मारा है. ईडी के अधिकारियों ने मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की, जो मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की गई.

भाजपा ने एनसीपी नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले पर मौजूदा चुनावों में अवैध रूप से बिटकॉइन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. उसके नेताओं ने कथित तौर पर एक रिकॉर्डिंग चलाई है, जिसमें दावा किया गया है कि यह सुले की आवाज है. मेहता कथित तौर पर इन लेनदेन से जुड़े हैं. सांसद सुले ने आरोपों से इनकार किया है.

सूत्रों के अनुसार, ईडी मेहता और कुछ अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने भोले-भाले लोगों से बिटकॉइन के रूप में बड़ी रकम (2017 में छह हजार 600 करोड़ रुपये) इकट्ठा की और बिटकॉइन के रूप में 10 प्रतिशत प्रति माह रिटर्न का झूठा वादा किया. इस मामले में महाराष्ट्र और दिल्ली में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है.