छत्तीसगढ़ नान घोटाला: विशेष कोर्ट से पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को नहीं मिली राहत, अग्रिम जमानत याचिका की ख़ारिज
रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान (नागरिक आपूर्ति निगम) घोटाला मामले में EOW की ओर से दर्ज हुई FIR के बाद पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने अग्रिम जमानत की याचिका रायपुर के स्पेशल कोर्ट में लगाई थी, इस मामले में आज सुनवाई के बाद ADJ निधि वर्मा ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया है. इस मामले में पूर्व महाधिवक्ता वर्मा के अलावा IAS आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा के खिलाफ भी मामला दर्ज है.

बता दें कि ईओडब्ल्यू में 2015 में दर्ज नान घोटाले में आरोप है कि तीनों ने प्रभावों का दुरुपयोग कर गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास किया है. इसी मामले में 2019 में ईडी ने भी केस दर्ज किया है। अब बीते 4 नवंबर को EOW की ओर से तीनों के खिलाफ नई FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई है.

इन धाराओं के तहत दर्ज किया केस

छत्तीसगढ़ राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने डॉ. आलोक शुक्ला, अनिल टुटेजा, सतीश चंद्र वर्मा और अन्य पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 की धाराओं 7, 7क, 8, और 13(2) और भारतीय दंड संहिता की धाराएं 182, 211, 193, 195-ए, 166-ए, और 120बी के तहत अपराध दर्ज किए गए हैं.

राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की ओर से दर्ज एफआईआर के मुताबिक, IAS डॉ. आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा ने तत्कालीन महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा से असम्यक लाभ लिया. उनका मकसद था कि महाअधिवक्ता वर्मा को लोक कर्तव्य को गलत तरीके से करने के लिए प्रेरित किया जाए और वह अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए सरकारी कामकाज में गड़बड़ी कर सकें.

EOW का आरोप है कि इसके बाद तीनों ने मिलकर एजेंसी (EOW) काम करने वाले उच्चाधिकारियों से प्रक्रियात्मक दस्तावेज और विभागीय जानकारी में बदलाव करवाया. ताकि नागरिक आपूर्ति निगम के खिलाफ साल 2015 में दर्ज एक मामले में अपने पक्ष में जवाब तैयार कर हाईकोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रख सकें और उन्हें अग्रिम जमानत मिल सके.

जानिए क्या है पूरा घोटाला

बीजेपी आरोप लगाती है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में यह घोटाला हुआ था. बीजेपी का आरोप है कि राज्य में 13 हजार 301 दुकानों में राशन बांटने में गड़बड़ी की गई है. आरोप है कि अकेले चावल में ही 600 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. कुल घोटाला एक हजार करोड़ से ज्यादा का बताया जा रहा है. बीजेपी का आरोप है कि स्टॉक वैरिफिकेशन नहीं करने के बदले में एक-एक राशन दुकान वाले से 10-10 लाख रुपए लिया गया था.

ACB की बड़ी कार्रवाई, इंद्रावती भवन में मछली पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

रायपुर-  नवा रायपुर के इंद्रावती भवन में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने मछली पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर देव कुमार सिंह को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई भवन की चौथी मंजिल पर की गई.

जानकारी के मुताबिक, विभाग के ही इंजीनियर से डिपार्टमेंटल इंक्वायरी सेटल करने के ऐवज में मछली पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर ने रिश्वत मांगी थी. जिसपर इंजीनियर ने इसकी शिकायत की थी. शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी अधिकारी को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है.

मुख्यमंत्री ने सीआरपीएफ़ बस्तरिया बटालियन की जवान प्रमिका दुग्गा की मां से फोन पर की बात

रायपुर-     आपकी बेटी यहां बहुत अच्छे से रह रही है और देश सेवा में लगी हुई है। अभी आपकी बेटी से मिला हूं... मैं जब भी नारायणपुर आऊंगा तब आप सभी से मुलाकात करूंगा। जवानों और किसानों से ही धान का कटोरा सुरक्षित और समृद्ध है। जवान और किसान हमारे देश के दो मजबूत स्तंभ हैं और जय जवान-जय किसान का भाव हम सभी के हृदय में है। एक ओर जहां जवान देश की सुरक्षा में डटे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर अन्नदाता किसान हैं, जो हमारी अन्न की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। यह संवाद ऐसा लग रहा था, मानों घर से दूर कोई अपना उनकी बेटी से मिला और इसकी खबर उन्हें दे रहा हो।

बस्तर जिले के सेडवा स्थित सीआरपीएफ के बस्तरिया बटालियन में रात्रि विश्राम कर अगले दिन सुबह लौटने के दौरान मुख्यमंत्री ने कैंप में जवानों से विदा लेते समय बस्तरिया बटालियन की जवान प्रमिका दुग्गा से उसका हाल-चाल पूछा। बातचीत के बीच मुख्यमंत्री ने उसके परिजनों से बात करने की इच्छा जताई। इस पर प्रमिका ने मोबाइल से अपनी मां मोतीबाई को फोन लगाया और मुख्यमंत्री से बात कराई।

मुख्यमंत्री श्री साय ने मोबाइल पर बात करते हुए प्रमिका की मां से घर के सभी सदस्यों का हाल-चाल जाना और सभी के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने बड़े अपनेपन से प्रमिका की मां से खेतों में धान की कटाई के बारे में भी पूछा। मुख्यमंत्री ने बातचीत के दौरान परिवार द्वारा उगाए जाने वाले फसलों की जानकारी ली और खेती-किसानी के संबंध में ढेर सारी बातें की। मुख्यमंत्री ने बातचीत के दौरान विनोद में मोती बाई से उनके घर आने पर चापड़ा चटनी खिलाने की बात पूछी, तो उन्होंने मुख्यमंत्री से सहज भाव से कहा कि आपको चापड़ा चटनी जरूर खिलाऊंगी। मुख्यमंत्री ने प्रमिका की मां को प्रणाम करते हुए बातचीत को समाप्त किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कैंप में जवानों के साथ खुशनुमा समय व्यतीत किया। जवानों के साथ उन्होंने रात का भोजन किया। उन्होंने जवानों को भोजन भी परोसा। उनकी सादगी, व्यवहार और अपनेपन ने सभी जवानों का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री श्री साय और बस्तरिया बटालियन की जवान प्रमिका की मां के बीच मोबाइल पर बात सुनकर सभी जवानों के मन में यही भाव था कि मुख्यमंत्री न केवल अपने जवानों की, बल्कि घर से दूर उनके परिवारों की भी उतनी ही चिंता करते हैं। प्रदेश के संवेदनशील मुखिया विष्णु देव साय का सरोकार एवं जुड़ाव सभी किसानों और जवानों के साथ ही उनके परिवारों से भी समान रूप से है। अतिथि सत्कार और अपने अतिथि को उनके मनपसंद व्यंजन खिलाने की संस्कृति भी हमारी परंपरा में है। यही बात मुख्यमंत्री और मोती बाई के बीच चापड़ा चटनी को लेकर हुई बातचीत में भी नजर आई। मुख्यमंत्री ने जवान की मां को प्रणाम कर बातचीत खत्म की, मानो कोई अपने किसी बड़े से बेहद आत्मीयता और सम्मान से बात कर रहा हो। मुख्यमंत्री का यह व्यवहार और अपनापन जवानों व किसानों के प्रति उनके मन में समाहित गहरे सम्मान की भावना को व्यक्त करता है।

गांजा तस्करी में शामिल GRP के चार आरक्षक बर्खास्त

बिलासपुर-   ट्रेन से गांजा तस्करी के मामले में जीआरपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गांजा तस्करी में शामिल जीआरपी के चारों आरक्षक बर्खास्त किया है. बता दें कि ट्रेन से गांजा तस्करी मामले में चार जीआरपी आरक्षक को गिरफ्तार किया गया था. इन आरक्षकों ने तस्करों के नेटवर्क से जुड़कर करोड़ों रुपए कमाए थे.

जीआरपी के आरक्षक सौरभ नागवंशी, मन्नू प्रजापति, संतोष राठौर एवं लक्ष्मण गाईन को बर्खास्त किया गया है. इन आरक्षकों ने रिश्तेदारों के नाम पर अकाउंट खोलकर करोड़ों के लेनदेन किए थे. वहीं कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है कि सरगना का आरक्षकों से लगातार संपर्क था.

 

हत्या का खुलासा : मुंबई से आकर छत्तीसगढ़ के किन्नर मठ में कब्जा जमाना चाहती थी तपस्या
बलौदाबाजार-     छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में किन्नर हत्याकांड का 48 घंटे के भीतर पुलिस ने पर्दाफाश किया है. बता दें कि ढाबाडीह गांव के बंद पडे़ पत्थर खदान में महिला की लाश मिली थी. शव के पास से डेढ़ लाख रुपए बरामद किया गया था. पुलिस घटना की जांच में जुटी थी. इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के कब्जे से साढ़े 10 लाख रुपए बरामद किया गया है. पुलिस के मुताबिक, किन्नर काजल किन्नर मठ का प्रमुख बनना चाहती थी. तपस्या के मठ प्रमुख बनने के रास्ते की सबसे बड़ी चुनौती काजल थी इसलिए मुख्य आरोपी तपस्या ने 12 लाख की सुपारी देकर काजल की हत्या करा दी.

मामले का खुलासा करते हुए एसपी विजय अग्रवाल ने बताया, पुलिस को 18 नवंबर को ढाबाडीह के बंद पड़े खदान के पानी में एक महिला की लाश मिलने की सूचना मिली थी. पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और शव का खदान से बाहर निकाला. इस दौरान घटना स्थल से 500-500 की गड्‌डी में कुल डेढ़ लाख रुपए बरामद किया गया था. पुलिस शव की पहचान करने में जुटी रही. जांच में शव ग्राम जोरा, रायपुर निवासी किन्नर काजल का होना पाया गया, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तेलीबांधा थाने में दर्ज थी. इस हत्याकांड में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

हत्या में इस्तेमाल गाड़ी में लिखा है बजरंग दल

एसपी अग्रवाल ने बताया, किन्नर मठ का प्रमुख बनने के लिए काजल को रास्ते से हटाने वारदात को अंजाम दिया गया है. इस हत्याकांड में बजरंग दल के कार्यकर्ता हिमांशु बंजारे भी शामिल है. हत्या में जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया गया था उसमें हिमांशु भाई बजरंग दल लिखा हुआ है.

हत्याकांड की मुख्य वजह

किन्नरों के निवास भवन जोरा रायपुर में सभी किन्नर एक साथ रहते है, जिसमें आरोपी तपस्या किन्नर मुंबई से आकर रही है. काजल रायपुर की थी. हत्या की मुख्य आरोपी किन्नरों की प्रमुख बनना चाहती थी, इसके लिए उसके रास्ते की सबसे बड़ी चुनौती काजल थी. काजल को रास्ते से हटाने के लिए तपस्या ने हत्या की पूरी प्लानिंग की.

दो माह पहले बनाई हत्या की प्लानिंग

मठ प्रमुख बनने की चाहत में आरोपी तपस्या ने निशा श्रीवास के साथ मिलकर काजल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. सितंबर 2024 में गणेश उत्सव के दौरान काजल की हत्या करने की नीयत से तपस्या किन्नर ने पैसा इकट्ठा कर कुल 12 लाख रुपये निशा श्रीवास को दिया. योजना में निशा श्रीवास ने अपने ड्राइवर हिमांशु बंजारे से हत्या करने के लिए एक सुपारी किलर को 06 लाख रुपए नगद दिया, किंतु बाद में पता चला कि वह सुपारी किलर किसी अन्य मामले में जेल चला गया है. इसी बीच काजल की हत्या करने के लिए दो अन्य सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीप से सौदा किया गया. इसी बीच घटना दिनांक के 02 दिन पूर्व आरोपिया निशा श्रीवास अपने ड्राइवर हिमांशु बंजारे के साथ घटना स्थल ग्राम ढाबाडीह के पास पत्थर खदान को देखने भी आई. इसके बाद प्लानिंग के तहत काजल को मौत के घाट उतारा गया.

ये हैं आरोपियों के नाम

  • 1. तपस्या किन्नर उर्फ मोहम्मद इमरान भोईर उम्र 36 साल निवासी किन्नर भवन जोरा थाना खम्हारडीह रायपुर
  • 2. निशा श्रीवास किन्नर उम्र 51 साल निवासी धरमपुरा सरकारी स्कूल, तालाब, अमर पैलेस के पास रायपुर
  • 3. हिमांशु बंजारे उम्र 28 साल निवासी मंदिर हसौद कुरुद जिला रायपुर
  • 4. कुलदीप कुमार कुरील उम्र 29 साल निवासी राजा तालाब शिव मंदिर गली थाना सिविल लाइन रायपुर
  • 5. अंकुश चौधरी उम्र 28 वर्ष निवासी शिव चौक रजातालाब रायपुर थाना सिविल लाइन रायपुर जिला रायपुर
सुप्रिया सुले और नाना पटोले से जुड़े बिटकॉइन मामले में ED की छत्तीसगढ़ में बड़ी कार्रवाई, हिरासत में गौरव मेहता

रायपुर-   महाराष्ट्र के बहुचर्चित बिटकॉइन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ में पहली बार छापा मारा है. रायपुर में ईडी ने कार्रवाई करते हुए गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग की चल रही जांच के तहत की गई है. सूत्रों के अनुसार, मेहता को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.

यह पहली बार है जब ईडी ने महाराष्ट्र बिटकॉइन मामले में छत्तीसगढ़ में छापा मारा है. ईडी के अधिकारियों ने मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की, जो मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की गई.

भाजपा ने एनसीपी नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले पर मौजूदा चुनावों में अवैध रूप से बिटकॉइन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. उसके नेताओं ने कथित तौर पर एक रिकॉर्डिंग चलाई है, जिसमें दावा किया गया है कि यह सुले की आवाज है. मेहता कथित तौर पर इन लेनदेन से जुड़े हैं. सांसद सुले ने आरोपों से इनकार किया है.

सूत्रों के अनुसार, ईडी मेहता और कुछ अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने भोले-भाले लोगों से बिटकॉइन के रूप में बड़ी रकम (2017 में छह हजार 600 करोड़ रुपये) इकट्ठा की और बिटकॉइन के रूप में 10 प्रतिशत प्रति माह रिटर्न का झूठा वादा किया. इस मामले में महाराष्ट्र और दिल्ली में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है.

राजधानी में बढ़ते अपराध के बीच बड़ी कार्रवाई, तीन आदतन अपराधियों को किया गया जिला बदर
रायपुर-  राजधानी में लगातार हो रहे अपराध के बीच जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. रायपुर जिले के तीन आदतन अपराधियों को जिला बदर किया गया है. एसएसपी डॉ. संतोष सिंह की अनुशंसा पर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने आदतन अपराधी मोहम्मद शहजाद, चंदन भारती और आशु छत्री को 3 महीने के लिए जिला बदर कर दिया है. वहीं पुलिस द्वारा अन्य कई आदतन बदमाशों के ऊपर जिला बदर की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन कलेक्टर ऑफिस में भेजा गया है जो प्रक्रिया में है.

तीनों बदमाशों के विरुद्ध विभिन्न थानों में कई अपराधों में चालान और मुकदमे दर्ज किए गए हैं.

मोहम्मद शहजाद

थाना गंज क्षेत्र के बदमाश मोहम्मद शहजाद उर्फ चिंगरी, उम्र 25 वर्ष, निवासी मौदहापारा, को अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में जिला बदर किया गया था. शहजाद के खिलाफ 2015 से लेकर अब तक मारपीट, चाकूबाजी, गुंडागर्दी और चोरी जैसे 14 मामले दर्ज हैं.

चंदन भारती

थाना उरला क्षेत्र के बदमाश चंदन भारती, उम्र 26 वर्ष, निवासी अटल आवास, पठारीडीह, के खिलाफ 2014 से 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें मारपीट, चाकूबाजी, गुंडागर्दी और अवैध शराब बिक्री शामिल हैं.

आशु छत्री

थाना कबीर नगर क्षेत्र के बदमाश आशु छत्री, उम्र 22 वर्ष, निवासी वाल्मीकि नगर, पर 2015 से अब तक हत्या के प्रयास, मारपीट, चाकूबाजी, गुंडागर्दी, आर्म्स एक्ट और चोरी के 20 मामले दर्ज हैं.

कलेक्टर का आदेश

कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की 5 (ख) के तहत दांडिक प्रकरणों में आदेश दिया है कि 24 घंटे के अंदर जिला रायपुर और समीपवर्ती राजस्व जिला दुर्ग, धमतरी, बलौदा बाजार, महासमुंद जिले क्षेत्र से तीन माह की अवधि के लिए बाहर चले जाए और जब तक यह आदेश लागू रहेगा बिना वैधानिक पूर्वानुमति लिए इस जिले एवं उल्लेखित जिलों की सीमा में प्रवेश नहीं करना है. इन बदमाशों को इस आदेश का तुरंत पालन करने और पालन न करने पर उनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में 2211 बच्चों को कराया गया स्वर्णप्राशन, 342 बच्चों को दिए गए पांच दवाओं से निर्मित बाल रक्षा किट

रायपुर-    बच्चों के व्याधिक्षमत्व, पाचन शक्ति, स्मरण शक्ति, शारीरिक शक्तिवर्धन एवं रोगों से बचाव के लिए शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय, रायपुर में आज 2211 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया। विभिन्न रोगों से रोकथाम एवं इम्युनिटी बढ़ाने के लिए 342 बच्चों को पांच दवाईयों से बने बाल रक्षा किट भी वितरित किए गए। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के कौमारभृत्य विभाग द्वारा हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाता है। स्वर्णप्राशन के साथ ही डॉ. लवकेश चंद्रवंशी ने बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण भी किया। उन्होंने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए स्वर्णप्राशन काफी लाभदायक है।

शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय परिसर में आयुष विभाग की संचालक इफ्फत आरा, प्राचार्य प्रो. डॉ. जी.आर. चतुर्वेदी, चिकित्सालय अधीक्षक प्रो. डॉ. प्रवीण कुमार जोशी और कौमारभृत्य विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. नीरज अग्रवाल के निर्देशन में स्वर्णप्राशन कराया गया। महाविद्यालय के कौमारभृत्य विभाग की व्याख्याता डॉ. सत्यवती राठिया तथा स्नातकोत्तर एवं स्नातक छात्र-छात्राएं हर महीने इसमें महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

उल्लेखनीय है कि आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय द्वारा इस वर्ष की अन्य पुष्य नक्षत्र तिथियों 25 जनवरी को 1235, 21 फरवरी को 1420, 18 मार्च को 1720, 16 अप्रैल को 1410, 13 मई को 1256, 10 जून को 1802, 8 जुलाई को 1342, 3 अगस्त को 1370, 30 अगस्त को 1660, 26 सितम्बर को 2046 और 24 अक्टूबर को 2216 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया था।

सीएम विष्णुदेव साय ने कहा – गर्मी में धान बोने वाले किसानों पर कार्रवाई की बात झूठी

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में रबी सीजन में धान बोआई पर सियासत गरमाई हुई है. कांग्रेस ने कहा था कि धमतरी, राजनांदगांव और रायपुर जिले के कलेक्टरों द्वारा आदेश जारी कर धान बोने वाले किसानों को हतोत्साहित किया जा रहा है. धान की जगह दलहन-तिलहन बोने के आदेश जारी किए गए हैं. वहीं सीएम विष्णुदेव साय ने कहा है कि गर्मी में धान की फसल लगाने पर कार्रवाई की बात पूरी तरह निराधार और फर्जी है. हमारी सरकार ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है. किसान निश्चिंत होकर गर्मी में धान की फसल लगाएं. इसमें कोई रोक नहीं है. हमारी सरकार किसानों के हित के लिए सदैव समर्पित है.

बता दें कि कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने BJP सरकार पर बड़ा आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि धमतरी, राजनांदगांव और रायपुर जिले के कलेक्टरों द्वारा आदेश जारी कर धान बोने वाले किसानों को हतोत्साहित किया जा रहा है. धान की जगह दलहन-तिलहन बोने के आदेश जारी किए गए हैं. वहीं धान बोने पर किसानों पर कार्रवाई करने और जुर्माना लगाने मौखिक आदेश भी दिया गया है.

धनेंद्र साहू ने ये भी कहा था कि आदेश लिखित में न देकर मौखिक आदेश अधिकारियों द्वारा दिया जा रहा है. धमतरी, राजनांदगांव और रायपुर जिले के कलेक्टरों द्वारा आदेश जारी कर धान की जगह दलहन-तिलहन की खेती करने किसानों पर दबाव बनाया जा रहा है. किसानों का अधिकार है कि खेत के अनुकूल फसल लगाएं. किसान कोई अफ़ीम या गांजा नहीं उगा रहे, जिसे सरकार बैन कर रही है, लेकिन अब ऐसा फरमान सरकार ने जारी किया है, जिससे सरकार की नीति पर सवाल उठ रहा है. किसान विरोधी नीति भाजपा सरकार ने लाई है. नेता धनेंद्र साहू ने यह भी कहा कि रमन सरकार के वक़्त भी सरकार ने ऐसा आदेश जारी किया था, जिसे बाद में विरोध के कारण वापस ले लिया गया.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात, राज्य के विकास, सुरक्षा सहित अन्य प्रमुख मुद्दों पर हुई चर्चा
रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नॉर्थ ब्लॉक नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बैठक में राज्य के विकास, सुरक्षा एवं अन्य प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे अभियानों और सुरक्षा बलों की कार्रवाई की प्रगति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि सड़क निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन हो रहा है। गृह मंत्री ने इन प्रयासों की सराहना की और केंद्र की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में नक्सल उन्मूलन की रणनीतियों पर भी चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती के साथ लड़ाई लड़ी जा रही है। सुरक्षा के मोर्चे पर हमारी सरकार ने एंटी-नक्सल ऑपरेशन में बड़ी सफलता हासिल की है। पिछले 11 महीने में लगभग 200 नक्सली मारे गए हैं, वहीँ 700 से अधिक नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे के संकल्प की दिशा में हमारी सरकार कदम बढ़ा रही है।

मुख्यमंत्री ने बताया केंद्र सरकार राज्य में सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ सरकार को नक्सलवाद के खिलाफ हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।