सरायकेला : ऐसा एक गांव जहां प्रतिदिन ग्रामीणों को मुख्यालय जाने से पहले ईश्वर से करती हे प्राथना । दो दर्शक हो गया राज्य अलग होकर ,किसे करे।ियाद
सरायकेला : ऐसा एक गांव जहां प्रतिदिन ग्रामीणों को मुख्यालय जाने से पहले ईश्वर से करती हे प्राथना । दो दर्शक हो गया राज्य अलग होकर ,किसे करे परियाद ।विधान सभा निर्वाचन चुनाव के बाद 23 को होगा विधान सभा चुनावों का परिणाम।फिर BH ही नहीं बदली गांव का काया कलाप।कोन होगा इसका जिम्बेदार ।
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नीमडीह प्रखंड अंतर्गत चिंगड़ापाड़कीडीह व हुडरूपाथरडीह दो गाँव के ग्रामीणों  को देश की आज़ादी के बाद झारखंड राज्य अलग हुए दो दर्शक पार हो गया परंतु आज। भीही ग्रामीण पक्की सड़क आर्ष में  कितने विधायक ओर संसद ओर मंत्री आए ओर गए हाल ही विधान सभा निर्वाचन चुनाव भी हो गया ।रिजल्ट  23 नम्बर को होगा । ओर स्थानीय ग्रामीणों कच्चे जर्जर रास्ते होने  के कारण आने -जाने में  काफ़ी परेशानी हो रहा हे।

चिंगड़ापाड़कीडीह गाँव के ग्रामीणों को प्रखण्ड  मुख्यालय  जाने के लिए कच्चे सड़क पर जाने पर मजबूर होगा ।ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचने के लिए हर दिन ग्रामीण को बदहाल व जर्ज़र सड़क का दंश झेलने पड़ रहा  हे। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। बरसात के समय गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है। सड़क की इस स्थिति से ग्रामीणों ने सरकार ओर नेता मंत्री विधायक प्रति  नाराजगी देखा गया हैं।ग्रामीणों ने प्रखण्ड से लेकर जिला ओर राज्य तक  बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी सड़क नहीं बन पाई है।

इस बार विधान सभा निर्वाचन चुनाव में नेता मंत्री हमारे गांव में शुद्धि लेने नही पहुंचे।जिसे ग्रामीणों के लिए परेशानी की सामना प्रतिदिन करना पड़ता ओर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा हे । मजबूरी की नाम महात्मा गांधी ,लोगो ने बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डाल कर आवागमन करने को मजबूर हे । खास बात तो यह है कि इन सड़कों पर विकास का वादा करने वाले जनप्रतिनिधि भी पंचायत भवन आते - जाते हैं।  पदभार मिलने के बाद में अपने वादे भूल जाते हैं।

हुंडरूपाथरडीह पंचयात भवन से चिंगड़ापाड़कीडीह को जोडऩे वाली सड़क 15-20 बर्षो पहले ग्रेड 1 सड़क बनी थी। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क बनने के कुछ ही महीनों बाद सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी थी। हुंडरूपाथरडीह पंचायत भवन से चिंगड़ापाड़कीडीह के बीच करीब पांच किलोमीटर की सड़क काफी खस्ताहाल में है। वर्तमान में इस सड़क की हालत यह है कि कई स्थानों पर सड़क है या नहीं, इसका पता ही नहीं चलता। इस गाँव में बसवास करने वाले ग्रामीणों को मोटर साइकिल , ओर चार पहिया वाहन चलाना  काफी मुश्किल हो गया । वही ग्रामीण आने -जाने के पहले ईश्वर को प्राथना करते हैं। घर सही सलामत वापस पहुंच पाए। यह कच्चे सड़क पंचायत भवन होते हुए प्रखंड मुख्यालय को जोड़ती यह सड़क पंचायत भवन मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय की ओर जाती है।

इस सड़क से पंचायत मुख्यालय की दूरी करीब पांच किलोमीटर है।

इसलिए पंचायत मुख्यालय से ग्रामीणों को आने -जाने के लिए । प्रतिदिन इस मार्ग का ही उपयोग करते हैं। वहीं अधिकारी भी सड़क की हालत से भलीभांति परिचित हैं, फिर भी निर्माण कार्य की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बार-बार मांग करने  के बाद भी नहीं सुधरी दशा इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों को इस सड़क के मरम्मती करने की मांग की। पर आज तक न तो सड़क सुधरी और न ही लोगों को राहत मिली हे।  जिसके कारण इस क्षेत्र के ग्रामीण व्यथित हैं। सड़क की उपेक्षा से यह साबित हो जाता है कि उच्च पदों पर बैठे अधिकारी ऐसे मामलों में कितने संवेदनशील हैं।
सरायकेला : सोशल मीडिया पर मिल रहीं शिकायतों को लेकर रेलवे सख्त।
सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे में रेल यात्री ट्रेन में सफर के दौरान खराब खाना, कोच-टॉयलेट में गंदगी, पानी का अभाव, खराब मोबाइल चार्जिग, गंदा बेडरोल, खराब एसी-लाइट संबंधित शिकातयों का वीडियो-फोटो सीधे सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। रेलवे बोर्ड सहित जोनल- डिविजन रेलवे के अधिकारी उक्त शिकातयों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यात्रियों की समस्या का समाधान कर रहे हैं। पिछले छह महीने में रेलवे ने सिर्फ कैटरिंग ठेकेदारों पर 4 करोड़ 40 लाख से अधिक जुर्माना ठोका है। वहीं, ऑनबोर्ड हाउस कीपिंग व अन्य रेल ठेकेदारों पर एक करोड़ से अधिक आर्थिक दंड लगाया गया है। दरअसल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल यात्रियों की सेवा में सुधार के लिए रेल मदद पर दर्ज होने वाली शिकायतों की निगरानी- निवारण सहित संबंधित अधिकारी- ठेकेदार पर कार्रवाई करने की हिदायत दी है। इसके तहत रेलवे बोर्ड के कंट्रोल रूम में अधिकारियों की टीम सोशल मीडिया, रेल मदद ऑनलाइन, 139 पर होने वाली शिकातयों 24 घंटे निगरानी कर रहा है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया पर शिकायत दर्ज होने पर जोनल रेलवे व डिजिवन में अधिकारी सक्रिय हो जाते हैं। वे यात्री से बात करने केसाथ ही उनकी समस्या का समाधान करते हैं। इसके अलावा डिविजन के अधिकारी तत्काल संबंधित ठेकेदार पर शिकायत की गंभीरता के आधार पर जुर्माना लगाने के निर्देश देते हैं। उन्होंने बताया खराब खाना, खाने में कीड़े-कॉकरोच आदि पर कैटरिंग ठेकेदारों पर 25,000 से एक लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जा रहा है। अप्रैल 2024 से अक्तूबर तक 1750 शिकायतों पर 25,000 हजार प्रति ठेकेदार पर जुर्माना गया है। जबकि 30 खाने की जुड़ी शिकातयों के मामले में एक लाख रुपये और एक मामले में ठेकेदार (देहरादून शताब्दी) पर दस लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। अब तक रेलवे ने 4 करोड़ 40 लाख से अधिक का ठेकेदारों पर जुर्माना गया है। कैटरिंग के अलावा ट्रेन के कोच टॉयलेट में गंदगी, गंदे बेडरोल, खराब स्विच, एसी, स्टेशन पर खराब लिफ्ट स्केलेटर, लाइट खराब होने पर 10,000 से 20,000 रुपये तक त्वरित जुर्माना लगाया जा रहा है। रेल यात्री द्वारा शिकायत संबंधी फोटो-वीडियो डालते ही रेलवे अधिकारी ठेकेदार पर जुर्माना लगाने के निर्देश दे रहे हैं। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि अप्रैल से अक्तूबर के बीच उक्त शिकातयों पर ठेकेदारों से एक करोड़ से अधिक जुर्माना वसूला जा चुका है। इसके साथ ही बार-बार एक प्रकार की शिकायत होने अथवा त्वरित समाधान नहीं होने पर डिविजन के डीआरएम- अधिकारी को चेतावनी दी जा रही है।
सरायकेला : बिकास चंद्र महतो की नेतृत्व में स्नातक 6 वे सेमेस्टर के हिंदी विभाग के रिज़ल्ट में हुई गड़बड़ी को लेकर प्राचार्य डॉ सरोज कुमार कैवर्त
सरायकेला : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चांडिल महाविद्यालय मंत्री बिकास चंद्र महतो की नेतृत्व में स्नातक 6 वे सेमेस्टर के हिंदी विभाग के रिज़ल्ट में हुई गड़बड़ी को लेकर प्राचार्य डॉ सरोज कुमार कैवर्त को सैकड़ो कार्यकर्ता के साथ ज्ञापन सौंपा गया। विषेश उपस्तिथि अभाविप एसएफडी प्रांत सह संयोजक सनातन गोराई थे उन्होंने कहा कि 10 दिनों में इस विषय पर समाधान करना होगा अन्यथा विद्यार्थी परिषद छात्रों का भविष्य को देखते हुए उग्र आंदोलन करेगी। जिला संयोजक समीर महतो ने कहा जल्द से जल्द इसे ठीक करने का आग्रह किया गया तथा चेतावनी देते हुए कहा कि हिन्दी विभाग में जांच की विषय है की इतने अधिक मात्रा में विद्यार्थियों को फेल कर दिया इसमें एक जांच कमिटी बनाई जाए । और इस प्रकार आगे ऐसी घटना न हो इसका सुनिचित करे। इस मौके पर उपस्थित पूजा सिंह महापात्र, बृहस्पति महतो, आकाश मिश्रा, राहुल गंगोली,विकाश गोप,बिमल चंद्र महतो,सैनिक प्रामाणिक, तारक प्रसाद महतो, मंजु वाला महतो,अमृता रानी महतो,बिना वाला मुंडा,सुलोचना सिंह,सुनीता महतो तथा सैंकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।
सरायकेल : शांतिपूर्ण निष्पक्ष चुनाव कराने के बाद जिला प्रशासन मतगणना की तैयारी में जुटा, विधानसभा वार वोटो की गिनती के लिए लगेंगे 14 - 14 टेबल .
महिला कॉलेज में बनाया गया है बज्र गृह, कडी सुरक्षा के बीच रखा गया है ईवीएम, महिला कॉलेज और पूरा परिसर पुलिस छावनी में तब्दील। चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला के पांचो विधानसभा में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान संपन्न होने के बाद अब जिला पुलिस प्रशासन मतगणना की तैयारी में जूट गया है। महिला कॉलेज में वज्र ग्रह बनाया गया है, सभी पांचो विधानसभाओं के लिए अलग-अलग बज्र गृह बना है। जिसमें सभी प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद है। 23 नवंबर को ईवीएम का पिटारा खुलेगा और वोटो की गिनती होगी। जिले के पांचो विधानसभा चाईबासा सदर, मझगांव ,जगन्नाथपुर ,मनोहरपुर और चक्रधरपुर विधानसभा के मतगणना के लिए अलग-अलग विधानसभा वार मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। जहां वोटो की गिनती के लिए 14-14 टेबल लगाए गए हैं। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों पर प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट की उपस्थिति में 23 नवंबर को प्रातः 8:00 बजे से वोटो की गिनती शुरू होगी। पूरा महिला कॉलेज पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। सुरक्षाबलों के जवानो ने मोर्चा संभाल लिया है। मतगणना केंद्र में पास वाले लोगों को ही महिला कॉलेज मतगणना केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। विधानसभा वार बने बज्र गृह से मतगणना केंद्र तक सभी स्थानों में बैरिकेड किया गया है और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। आज जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने पांचो विधानसभाओं के आरओ, एआर ओ के साथ महिला कॉलेज मतगणना केंद्र , बज्र ग्रह का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों का आवश्यक दिशा निर्देश दिया। जिले के उपायुक्त और एसपी लगातार महिला कॉलेज में बने बज्र गृह और मतगणना केंद्र का निरीक्षण कर रहे हैं और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी ले रहे हैं। प्रथम चरण में 13 नवंबर को चुनाव मतदान संपन्न होने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच महिला कॉलेज में ईवीएम और वींवीपेट को रखा गया है। विधानसभा वार बज्र गृह बनाया गया है जहां कड़ी सुरक्षा में ईवीएम को रखा गया है। दर्जनों सीसीटीवी से महिला कॉलेज की निगरानी की जा रही है। राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि अपने-अपने विधानसभा में सुरक्षा में लगे हैं। पूरा महिला कॉलेज सुरक्षा घेरा और पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। सुरक्षा बलों ने मुख्य गेट से लेकर पूरे परिसर में मोर्चा संभाल लिया है। बिना अनुमति किसी को परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। मतगणना को लेकर भी सुरक्षा के पुख्ता, चाक चौबंध इंतजाम किए जा रहे हैं। स्काउट स्कूल के पास से ही सुरक्षा व्यवस्था कडी कर दी गई है और सभी मतगणना केंद्रों में पोलिंग एजेंट के जाने के लिए अलग से गेट बनाया गया है, जो कडी सुरक्षा के बीच और पास, अनुमति वाले लोग ही अंदर जा सकेंगे। पूरा पुलिस प्रशासन शांतिपूर्ण निष्पक्ष चुनाव कराने के बाद अब शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतगणना की तैयारी में जुटा है।
सरायकेला :ईचागढ़ के निवर्तमान विधायक सविता महतो ने मंगलवार को चांडिल के दिवंगत पत्रकार सुदेश कुमार व ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह . शो
सरायकेला :ईचागढ़ के निवर्तमान विधायक सविता महतो ने मंगलवार को चांडिल के दिवंगत पत्रकार सुदेश कुमार व ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह के घर पहुंच कर परिजनों से मिले और इस दुख की घड़ी में शोक सांतना व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया। इस दौरान सविता महतो ने कहा दिवंगत पत्रकार सुदेश कुमार काफी मिलनसार व हंसमुख स्वभाव के थे। उनके असमय चले जाने से पत्रकारिता जगत में काफी क्षति हुई है।उन्होंने कहा ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कई प्रमुख समस्याओं को खबर के माध्यम से सुदेश कुमार ने आम जनता तक पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा चुनाव के समय सुदेश कुमार से निरंतर मेरी फोन पर बातें हो रही थी। इस दौरान सविता महतो ने दिवंगत पत्रकार सुदेश कुमार के पत्नी से काफी देर बातचीत की। मालूम हो कि विगत दिनों ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह के माता जी और चांडिल के पत्रकार सुदेश कुमार के निधन के खबर पर सविता महतो दोनों के परिजनों से मिले और संवेदना जताई। इस अवसर पर झामुमो केंद्रीय सदस्य काबलु महतो, परमानंद पसारी आदि उपस्थित थे।
सरायकेला :26 माइक्रो आब्जर्वर दोरान मास्‍टर ट्रेनर्स द्वारा ईवीएम मशीनों से होने वाली मतगणना की प्रक्रिया के बारे में विस्‍तार से जानकारी दी गई,
सरायकेला : राज्य के विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के 23 नवंबर को काशी साहू कॉलेज, सरायकेला में होने वाली मतगणना के लिए नियुक्‍त गणना सुपरवाईजर एवं गणना सहायकों का प्रशिक्षण एन.आई.टी जमशेदपुर,आदित्यपुर तथा एन. आर. प्लस टू उच्च विद्यालय, सरायकेला में आयोजित किया गया। एन.आर प्लस टू उच्च विद्यालय, सरायकेला में 111 ईवीएम काउंटिंग सुपरवाइजर, 115 ईवीएम काउंटिंग असिस्टेंट, 56 पोस्टल काउंटिंग असिस्टेंट एवं 26 पोस्टल सुपरवाइजर तथा एनआईटी जमशेदपुर,आदित्यपुर मे 128 ईवीएम माइक्रो ऑब्जर्वर तथा 26 माइक्रो आब्जर्वर को अलग-अलग पालियो मे प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान मास्‍टर ट्रेनर्स द्वारा ईवीएम मशीनों से होने वाली मतगणना की प्रक्रिया के बारे में विस्‍तार से जानकारी दी गई । साथ ही मतगणना संबंधी निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों, नियमों एवं सुरक्षा के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण में उपस्थित गणना सुपरवाइजर एवं गणना सहायकों की शंकाओं एवं प्रश्‍नों का समाधान भी किया गया।
सरायकेला : नवंबर के बाद करीब साढ़े छह सौ नियमित ट्रेनों में जुड़ेंगे ऐसे 1000 से ज्यादा कोच, रेलवे की इस पहल से रोजाना करीब एक लाख अतिरिक्त .
आगामी दो साल में जीएस श्रेणी के ऐसे 10 हजार से ज्यादा कोच बेड़े से जुड़ेंगे,सामान्य श्रेणी के यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता । सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे में रेल यात्रा के प्रति आमजनों की लगातार बढ़ती रुचि और आकर्षण के मद्देनजर रेलवे भी तदनुरूप सुविधाओं के विस्तार को गति दे रहा है। इस क्रम में रेलवे ने बीते तीन माह में ही विभिन्न ट्रेनों में सामान्य श्रेणी (जीएस) के करीब छह सौ नये अतिरिक्त कोच जोड़े हैं। ये सभी कोच नियमित ट्रेनों में जोड़े गए हैं। इतना ही नहीं, चालू नवंबर माह में जीएस श्रेणी के ऐसे एक हजार से ज्यादा कोच करीब साढ़े छह सौ नियमित ट्रेनों में जोड़ दिए जााएंगे। एक अनुमान के मुताबिक रेलवे के बेड़े में इन नये जीएस कोचों के जुड़ने से रोजाना करीब एक लाख यात्री लाभान्वित होंगे। इनके अलावा आगामी दो वर्षों में बड़ी संख्या में जीएस श्रेणी के कोचों को रेलवे के बेड़े में शामिल करने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है।   रेलवे बोर्ड ने सामान्य श्रेणी के रेल यात्रियों की नई सुविधाओं के बारे में यहां विस्तार से जानकारी दी है। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना व प्रचार) दिलीप कुमार ने बताया कि सामान्य श्रेणी के यात्री रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं। इस श्रेणी के यात्रियों को अधिकतम सुविधा मुहैया कराने की दिशा में रेलवे विभिन्न दिशाओं में कार्य कर रहा है। इसके तहत बीते जुलाई से अक्टूबर के तीन माह के दौरान जीएस श्रेणी के कुल 583 नये कोचों का निर्माण किया गया। साथ ही इन नवनिर्मित कोचोंं को 229 नियमित ट्रेनों में जोड़ा गया है। इससे रोजाना हजारों अतिरिक्त यात्रियों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि इस नवंबर माह तक जीएस श्रेणी के कुल एक हजार से ज्यादा नये कोच तैयार होकर रेलवे के बेड़े में जुड़ जाएंगे। इन्हें 647 नियमित ट्रेनों में जोड़ा जाएगा। इन डिब्बों के शामिल होने से रोजाना करीब एक लाख अतिरिक्त सवारी रेल यात्रा के सफर का लाभ उठा पाएंगे।     कार्यकारी निदेशक ने बताया कि सामान्य श्रेणी के यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर नये जीएस कोचों का निर्माण तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगले दो वर्षों में रेलवे के बेड़े में ऐसे गैर-वातानुकूलित सामान्य श्रेणी के 10 हजार से ज्यादा जीएस कोचों को शामिल कर लिया जाएगा। इनमें छह हजार से ज्यादा जीएस कोच होंगे, जबकि बाकी डिब्बे स्लीपर श्रेणी के होंगे। इतनी बड़ी संख्या में non AC कोचों के शामिल होने से सामान्य श्रेणी के करीब आठ लाख अतिरिक्त यात्री रोजाना रेल यात्रा का सफर कर पाएंगे। जीएस श्रेणी के ये नवनिर्मित तमाम कोच LHB के होंगे । ये सफर को आरामदायक और सुविधाजनक बनाने के साथ-साथ सुरक्षित और द्रुत बनाने में भी मदद करेगी। पारंपरिक आईसीएफ़ रेल डिब्बों के मुकाबले ये नये एलएचबी  कोच अपेक्षाकृत हल्के और मजबूत हैं। हादसे की स्थिति में इन कोचों में नुकसान भी कम से कम होगा।
सरायकेला : आद्रा मंडल रायनगर स्टेशन पर नया ब्लॉकटस्टेशन कमीशन किया गया।..
सरायकेला : आद्रा मंडल के बांकुड़ा (BQA)-मासाग्राम (MSAE) खंड में बोवाईचांदी (BWCN) और मासाग्राम (MSAE) स्टेशनों के बीच रायनगर स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के अंतर्गत एक नए ब्लॉक स्टेशन और एक लूप लाइन का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। इस परियोजना में नया यात्री प्लेटफॉर्म और स्टेशन मास्टर कार्यालय का भी निर्माण किया गया है। रायनगर स्टेशन को दिनांक 16.11.2024 से कमीशन किया गया, जिससे इस क्षेत्र में रेलवे सेवाओं का विस्तार और सुधार हुआ है। नए ब्लॉक स्टेशन के कमीशन के बाद, बोवाईचांदी-रायनगर- मासाग्राम खंड में एब्सोल्यूट ब्लॉक कार्य प्रणाली (Absolute Block Working System) को लागू कर दिया गया है। इस प्रक्रिया में, बोवाईचांदी और मासाग्राम खंड के बीच अब तक लागू "वन ट्रेन ओनली सिस्टम" को हटा दिया गया है। अब इस खंड में ट्रेनें एब्सोल्यूट ब्लॉक प्रणाली के अंतर्गत संचालित होंगी, जिससे संचालन अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और कुशल होगा। इसके अलावा, रायनगर स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी कार्य प्रगति पर हैं। इनमें फुट ओवर ब्रिज (FOB) का निर्माण प्रमुख है, जो यात्रियों की सुविधा और आवागमन को आसान बनाने के लिए किया जा रहा है। यह सभी विकास कार्य यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और रेलवे परिचालन को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, आद्रा मंडल, दक्षिण-पूर्व रेलवे
सरायकेला :कुरली गांव में दिल दहला देने वाले घटना सामने आई है ।यहां 2 वर्षीय मासूम बालक और उसकी मां की निर्मम हत्या कर दी गई है।पुलिस जुटी जांचम.
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के कुरली गांव में दिल दहला देने वाले घटना सामने आई है ।यहां 2 वर्षीय मासूम बालक और उसकी मां की निर्मम हत्या कर दी गई है। वहीं मृतक मासूम का पिता लापता है. अंदेशा जताया जा रहा है कि मासूम का पिता ही दोनों की हत्या कर मौके से फरार हो गया है. पुलिस इस दिल दहला देने वाली घटना की जांच में जुट गई है ।चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार बिन्हा के नेतृत्व में पुलिस ने गहराई से मामले की जांच शुरू कर दी हे।

ूत्र के अनुसार चौका थाना क्षेत्र के कुरली गांव में रविवार की रात चौका थाना क्षेत्र के कुरली गांव निवासी 35 वर्षीय अशोक महतो की 26 वर्षीय पत्नी मधुमिता महतो और उसके दो साल के बेटा रोहित कुमार की हत्या कर दी गई ।वहीं रात से ही अशोक महतो भी घर से गायब है। पुलिस की जांच में दोनों की हत्या जहर देकर किए जाने की आशंका जताई गई है ।वैसे पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सरायकेला भेज दिया है। बताया जा रहा है कि मृतक मां और बेटे के मुंह में कपड़ा भर दिया गया था. वहीं गला दबाने का निशान भी मिलने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि रोज की भांति रविवार की रात भी मधुमिता अपने ससुर को खाना देकर अपना और पति का खाना लेकर ऊपरी मंजिल पर चली गई थी ।सुबह देर तक नीचे नहीं उतरने पर ससुर विजय महतो ने ऊपर जाकर देखा तो मां और बेटे की लाश पड़ी हुई मिली. वहीं उसका बेटा अशोक महतो घर पर नहीं मिले. इसके बाद उन्होंने अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की. पुलिस घर से लापता अशोक महतो की भी तलाश कर रही है। घटना की जानकारी मिलने के बाद चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरबिंद कुमार बिन्हा ने घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली. इसके पूर्व चौका थाना प्रभारी बजरंग महतो ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की, पुलिस मृतका के ससुराल और मायके वालों से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है. वहीं आशंका जताई जा रही है कि अशोक महतो ही दोनों की हत्या कर मौके से फरार हो गया। मृतका के पिता सत्यनारायण महतो ने चौका थाना में लिखित आवेदन देकर अपने दामाद के खिलाफ जहर देकर जान मारने का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार अशोक महतो की शादी वर्ष 2021 में चांडिल प्रखंड के रावताड़ा में सत्यनारायण महतो की बेटी मधुमिता महतो के साथ हुई थी। अशोक शेयर मार्केट में रुपये लगाने का काम करता था. फिलहाल उसका धंधा मंदा चल रहा था।
सरायकेला : नारायण आईटीआई में स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि मनाई गई।...
सरायकेला : जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नारायण आईटीआई लुपुंगडीह परिसर में स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि मनाई गई एवं उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया । इस अवसर संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडेजी ने कहा की लाला लाजपत राय भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। इन्हें पंजाब केसरी भी कहा जाता है। इन्होंने पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की थी ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं लाल-बाल-पाल में से एक थे। सन् 1928 में इन्होंने साइमन कमीशन के विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये और अन्ततः 17 नवम्बर सन् 1928 को इनकी महान आत्मा ने पार्थिव देह त्याग दी।लाला लाजपत राय का जन्म पंजाब के मोगा जिले में 28 जनवरी 1865 को एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।इन्होंने कुछ समय हरियाणा के रोहतक और हिसार शहरों में वकालत की। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के प्रमुख नेता थे। बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ इस त्रिमूर्ति को लाल-बाल-पाल के नाम से जाना जाता था। इन्हीं तीनों नेताओं ने सबसे पहले भारत में पूर्ण स्वतन्त्रता की माँग की थी बाद में समूचा देश इनके साथ हो गया। इन्होंने स्वामी दयानन्द सरस्वती के साथ मिलकर आर्य समाज को पंजाब में लोकप्रिय बनाया। लाला हंसराज एवं कल्याण चन्द्र दीक्षित के साथ दयानन्द एंग्लो वैदिक विद्यालयों का प्रसार किया, लोग जिन्हें आजकल डीएवी स्कूल्स व कालेज के नाम से जानते है। लालाजी ने अनेक स्थानों पर अकाल में शिविर लगाकर लोगों की सेवा भी की थी30 अक्टूबर 1928 को इन्होंने लाहौर में साइमन कमीशन के विरुद्ध आयोजित एक विशाल प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये। उस समय इन्होंने कहा था: "मेरे शरीर पर पड़ी एक-एक लाठी ब्रिटिश सरकार के ताबूत में एक-एक कील का काम करेगी।" और वही हुआ भी; लालाजी के बलिदान के 20 साल के भीतर ही ब्रिटिश साम्राज्य का सूर्य अस्त हो गया। 17 नवंबर 1928 को इन्हीं चोटों की वजह से इनका देहान्त हो गया।लाला जी की मृत्यु से सारा देश उत्तेजित हो उठा और चंद्रशेखर आज़ाद, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव व अन्य क्रांतिकारियों ने लालाजी पर जानलेवा लाठीचार्ज का बदला लेने का निर्णय किया।[4] इन देशभक्तों ने अपने प्रिय नेता की हत्या के ठीक एक महीने बाद अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर ली और 17 दिसम्बर 1928 को ब्रिटिश पुलिस के अफ़सर सांडर्स को गोली से उड़ा दिया। लालाजी की मौत के बदले सांडर्स की हत्या के मामले में ही राजगुरु, सुखदेव और भगतसिंह को फाँसी की सजा सुनाई गई। इस अवसर मुख्य रूप से मौजूद रहे ऐडवोकेट निखिल कुमार, शांति राम महतो, प्रकाश महतो, जोयदीप पाण्डेय, पवन कुमार महतो,अजय मंडल, शशि महतो, कृष्णा पद महतो आदि उपस्थित रहे।