5 लाख रुपए की सुपारी देकर दोस्त ने दोस्त की कराई थी हत्या, मुख्य शूटर सहित आरोपी दोस्त गिरफ्तार

पटना :- पटना सिटी के आलमगंज में एक दोस्त ने अपने दूसरे दोस्त को पैसे की लेनदेन और जमीन की कारोबार में हुए विवाद को लेकर 5 लाख रुपए की सुपारी देकर हत्या करा डाली। हत्या से पहले अपराधियों ने उसके घर के नजदीक रहकर उसकी हर गतिविधियों की गहराई से रेकी की थी। बुधवार को पुलिस ने पटना के गांधी मैदान के नजदीक से हत्या का मुख्य शूटर अंकित कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।

पूछताछ के क्रम में अंकित ने हत्या से जुड़े हर पहलुओं पर पुलिस को पूरे राज का खुलासा कर दिया है। इस आधार पर पुलिस ने मुख्य शूटर सहित सुपारी देने वाले दोस्त को भी धर दबोचा है। घटना की पुष्टि करते हुए पटना सिटी के पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी अतुल्लेश झा ने बताया कि हत्या से जुड़े अन्य अभियुक्तों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।

दरअसल, 6 जून 2024 की सुबह अरुण कुमार अपने घर में फूल में पानी दे रहे थे। तभी दो व्यक्तियों के द्वारा मोटरसाइकिल से आकर घर के दरवाजे के नजदीक अरूण कुमार को गोलियों से भून डाला था। घटना के बाद अरुण कुमार की पत्नी आशा कुमारी ने आलमगंज थाने में इस मामले में नौ लोगों को आरोपित बनाया था। उस समय आशा कुमारी ने इस घटना में शिशिर कुमार, दिव्या उर्फ दिव्यम, विकास कुमार गुप्ता, खड़बड़ गोप, छोटन गोप, राकेश कुमार, डीएम पप्पू, मंतोष कुमार महतो एवं मौली सोनार पर एक साजिश के तहत हत्या करने का आरोप लगाया था।

बताया जा रहा है कि अरुण कुमार एवं दिव्यम के बीच जमीन का व्यापारिक संबंध था पैसे की लेनदेन को लेकर दोनों के बीच विवाद उत्पन्न हो गए और फिर दिव्यम ने ₹500000 की सुपारी देकर अरुण कुमार की हत्या करा डाली। इस मामले में पुलिस ने मुख्य शूटर अंकित कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।

नर्सो का शिष्टमंडल मिला अधीक्षक से, पुलिस ने जांच की तेज

पटनासिटी: नालंदा जिले के चिकसौरा थाना क्षेत्र के हुड़ारी गांव निवासी 22 वर्षीय फंटुस कुमार को 14 नवंबर को आपसी विवाद में पेट में गोली लगने के बाद 15 नवंबर की रात हुई मौत और 16 नवंबर के सुबह में मृतक के बांये आंख गायब होने के प्रकरण में निलंबित दो नर्स सुनीता कुमारी और प्रीति मंडल के समर्थन में नर्सो का शिष्टमंडल आ गया.

आक्रोशित नर्सो ने अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह को घेर कर अपना पक्ष रखा. इस दौरान निलंबित दोनों नर्स ने लिखित तौर पर अपनी बातों को दिया. नर्स का कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने एक तरफा कार्रवाई की. जबकि डयूटी पर पीजी डॉक्टर,वार्ड ब्याय समेत अन्य उपस्थित थे.

आंदोलनाकारी नर्स को अधीक्षक ने समझाते हुए कहा कि सजिर्कल आईसीयू में डय़ूटी पर रहे लोगों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. मामले में जांच पड़ताल चल रही है. दोषी पर कार्रवाई होगी. इसी बीच आलमगंज थाना की पुलिस भी मामले में जांच पड़ताल के लिए अस्पताल पहुंची. इस दौरान पुलिस टीम ने सीसीटी फुटेज के साथ पूछताछ की.

अस्पताल प्रशासन की ओर से निश्चेतना विभागाध्यक्ष डॉ विजय कुमार की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय टीम भी मामले में जांच पड़ताल करेगी. अधीक्षक ने बताया कि गायब आंख के प्रकरण में पुलिस व अस्पताल प्रशासन कार्य कर रही है.

गठित टीम में नेत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रदीप कारक,सजर्री विभागाध्यक्ष डॉ पीडी वर्मा और नेत्र विभाग चिकित्सक डॉ अभिषेक रंजन है. बताते चले कि फंटूस की मौत शुक्रवार की रात होने के बाद पोस्टमार्टम के इंतजार में परिवार के लोग शव को बेड पर ही छोड़ कर आईसीयू के बाहर आराम करने लगे.

इसी बीच शनिवार की सुबह जब परिवार के लोग शव के पास पहुंचे, तो देखा कि युवक का बाये तरफ का आंख गायब है. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरु कर दिया था. इस मामले में पुलिस प्रशासन जांच में जुटी है.

नालंदा जिले में मृत व्यक्ति के आंख गायब होने का मामला: जिलाधिकारी ने लिया गंभीरता से

पटना सिटी. नालंदा जिले के चिकसौरा थाना क्षेत्र के हुड़ारी गांव निवासी 22 वर्षीय फंटुस कुमार को 14 नवंबर को आपसी विवाद में पेट में गोली लगने के बाद 15 नवंबर की रात हुई मौत और 16 नवंबर के सुबह में मृतक के बांये आंख गायब होने के प्रकरण को जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने भी गंभीरता से लिया है.

मृत व्यक्ति के आंख के गायब होने का आरोप गंभीर है. आंख की चोरी,अंग तस्करी और चूहे के कुतरने के मामले में हर दृष्टिकोण से जांच पड़ताल की जा रही है. इसके लिए टीम गठित हुई है. गठित टीम की र्पिोट सामने आने पर कार्यवाही होगी.इसी बीच अस्पताल प्रशासन ने सजिर्कल आईसीयू में रात्रिपाली में डय़ूटी में रही दो नर्स को निलंबित कर दिया गया है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिह ने बताया कि सुनीता कुमारी और प्रीति मंडल कर्तव्य में लापरवाही पर निलंबित किया गया है.

अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल प्रशासन के निर्देश के आलोक में आलमगंज थाना में सजर्री विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ सुधीर कुमार की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जिसके आधार पर पुलिस टीम और गठित चार सदस्यीय जांच टीम मामले की जांच कर रही है. अधीक्षक ने बताया कि गठित टीम में नेत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रदीप कारक,निश्चेतना विभागाध्यक्ष डॉ विजय कुमार,सजर्री विभागाध्यक्ष डॉ पीडी वर्मा और नेत्र विभाग चिकित्सक डॉ अभिषेक रंजन है.

जो मामले में जांच कर रहे है. जांच टीम की र्पिोट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी. बताते चले कि फंटूस की मौत शुक्रवार की रात होने के बाद पोस्टमार्टम के इंतजार में परिवार के लोग शव को बेड पर ही छोड़ कर आईसीयू के बाहर आराम करने लगे. इसी बीच शनिवार की सुबह जब परिवार के लोग शव के पास पहुंचे, तो देखा कि युवक का बाये तरफ का आंख गायब है. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरु कर दिया था. इस मामले में पुलिस प्रशासन जांच में जुटी है.

एनएमसीएच में मृत मरीज के आंख निकालने पर कांग्रेस का हल्ला बोल, स्वास्थ्य मंत्री का फूंका पुतला

पटना : बिहार के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल में शामिल पटना के एनएमसीएच में मरीज की मौत के बाद उसके शरीर से आंख निकाल लेने का मामले ने तूल पकड़ किया है। राजद ने मामले में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस मामले में बिहार के स्वास्थ्य व्यबस्था पर सवाल उठा दिया है और कहा कि मानव अंगों के तस्करी के सबूत मिले है। वहां के अस्पताल अधीक्षक सहित अन्य लोगो पर कार्रवाई होनी चाहिए।

वही अब इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी हल्ला बोल दिया है।।कांग्रेस नेता अशोक यादव के नेतृव में नेताओ ने स्वास्थ्य मंत्री का पुतला फूंका है और इस मामले में जो भी जिम्मेदार लोग है उन पर कारबाई की मांग की है।

अशोक यादव ने कहा कि मामले में अस्पताल अधीक्षक पर भी कारबाई होनी चाहिए और कहा कि आई सी यू में किसी मरीज की आंख चूहा कैसे कुतर देगा ,जबकि वहा किसी के आने जाने की मनाही रहती है।

एनएमसीएच में मरीज की मौत के बाद मृतक का आंख हुआ गायब, परिजनों ने जमकर काटा बवाल

पटना : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक मृत व्यवक्ति की आंख मौत के बाद अचानक गायब हो गई है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों के द्वारा मौत के बाद मरीज की आंख निकाल ली गई है। तो वहीं अस्पताल प्रशासन फिलहाल इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। इसी बीच मृतक के परिजनों का यह भी आरोप है कि डॉक्टरों के द्वारा कहा गया है कि, मृतक के बाएं आंख को चूहे ने खा लिया है। अस्पताल के बाहर परिजन जोरदार हंगामा कर रहे हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक का नाम फंटूस बताया जा रहा है।

मौत के बाद गायब हुई आंख

मिली जानकारी अनुसार नालंदा से एक युवक को 14 नवंबर को पटना रेफर किया गया था। युवक को आपसी विवाद में गोली लगी थी। गोली लगने के बाद परिजनों ने उसे नालंदा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने उसे पटना NMCH रेपर कर दिया। परिजन जब घायल को लेकर NMCH पहुंचे तो यहां मरीज का इलाज शुरु हुआ। ऑपरेशन कर मरीज की गोली निकाली गई। बताया जा रहा है कि मरीज का ऑपरेशन सफलता पूर्वक हुआ जिसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती कर दिया गया।

चूहे खा गए

बताया जा रहा है कि 3 बजे तक ऑपरेशन हुआ, जिसके बाद उसे आईसीयू में लाया गया तब तक मरीज की आंख जैसे की तैसे थी। अगले दिन(15 नवंबर) अचानक 8.55 में मरीज के परिजनों को जानकारी दी गई कि मरीज की मौत हो गई है। उस उक्त भी मृतक की आंख थी। लेकिन आज(16 नवंबर) की सुबह जब परिजन मरीज को देखे तो उसका बायां आंख गायब था। मरीज की आंख गायब देख परिजनों में हड़कंप मच गया। परिजनों ने जब मौके पर मौजूद डॉक्टरों से इसकी सूध ली तो डॉक्टरों ने मरीज की आंख को चूहे के द्वारा खा जाने की बात सामने रखी। जिसके बाद परिजनों ने बवाल शुरु कर दिया। अस्पताल के बाहर परिजनों ने जमकर हंगामा किया।

अस्पताल अधीक्षक का बड़ा दावा

वहीं इस मामले में जब अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि, 14 नवंबर को एक युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसे गोली लगी थी। घायल मरीज का ऑपरेशन किया गया। लेकिन ऑपरेशन के 36 घंटे के बाद उसकी मौत हो गई। अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि मौत के बाद तक शव की स्थित ठीक थी लेकिन अगले दिन सुबह परिजनों ने कहा कि मरीज की आंख गायब है। अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में गंभीरता से जांच की जा रही है। एफआईआर कराई गई है। किस कारण मृतक का बाया आंख नहीं है इसकी जांच हो रही है। इस मामले में पुलिस, कॉलेज प्रशासन, अस्पताल प्रशासन जांच कर रही है।

चार डॉक्टरों की टीम करेगी जांच

जब अस्पताल अधीक्षक से इस बारे में पूछा गया कि उनके परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने कहा है कि मरीज की आंख को चूहे खा गए हैं तो उन्होंने कहा कि इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही साबित हो पाएगा कि आंख निकाला गया है या फिर चूहों ने कुतरा है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सब कुछ स्पष्ट हो पाएगा। अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में जांच के लिए चार डॉक्टरों की टीम गठित की गई है। ये डॉक्टर हर पहलुओं की जांच करेंगे। अस्पताल में लगे सीसीटीवी फूटेज की जांच की जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

सीसीटीवी उगलेगा राज !

घटना को लेकर पटना सिटी के एएसपी अतुलेश झा ने कहा कि, सूचना मिलने के बाद प्रारंभिक जांच हुई है। टीम का गठन किया जा रहा है। घटना को कैसे अंजाम दिया गया है इसकी जांच हो रही है। सभी लोग का बयान लिया जा रहा है। सीसीटीवी फूटेज की जांच की जा रही है। सारे बिंदूओं पर जांच की जा रही है। पटना सिटी एएसपी ने कहा कि ये बात सत्य है कि मृतक की आंख नहीं है, मृतक की आंख गायब हैं। ऐसे में इस घटना में जो भी दोषी होंगे उनपर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों का आरोप

परिजनों का कहना है कि जब उनके मरीज की मौत हो गई तो उन्होंने लाश को मांगा लेकिन डॉक्टरों के द्वारा पोस्टमार्टम के बाद ही शव को सौंपे जाने की बात कही गई। परिजनों का कहना है कि शव के पास बेल्ड रखा हुआ था। परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज के आंख को चूहे ने खा लिया है। उनका आरोप है कि डॉक्टरों ने आंख निकाल लिया है। बर्बाद कर के रख दिया। मृतक के भाई और बहनोई ने आरोप लगाया है कि अस्पताल के आईसीयू की हालत खराब है। डॉक्टर ने कहना है कि चूहा छेड़छाड़ कर दिया है, लेकिन मरीज का आंख निकाला गया है। अस्पताल प्रबंधक की मिली भगत से आंख निकाला गया है।

पटना में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के दौरान एक युवक गंगा नदी में डूबा, खोजबीन जारी

पटना - कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के बीच राजधानी पटना से एक बड़ी खबर आ रही है। जहां एक युवक के गंगा में डूब जाने की सूचना है। मामला नदी थाना क्षेत्र के सबलपुर के गंगा घाट की है। जहां कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए आये युवक राजेश स्नान करने के क्रम में अचानक गंगा नदी में डूब गया। जिसके बाद गंगा घाट पर हड़कम्प मच गया।

घटना की सूचना स्थानीय नदी थाना की पुलिस को दी गयी। जिसके बाद पुलिस भी घटनास्थल पर पहुँच चूंकि है और उसकी तलाश जारी है।

डूबा हुआ युवक राजेश अपने ननिहाल सबलपुर स्थित प्रह्लाद यादव के घर आया हुआ था औऱ इसी क्रम में राजेश गंगा स्नान करने घाट किनारे पहुँच गया तभी यह हादसा सामने आया है।

फिलहाल मौके की सूचना ndrf को दे दी गयी है।स्थानीय लोग,और गोताखोरों की मदद से डूबे हुए युवक की तलाश में लगे हुए है लेकिन अभी तक राजेश का कोई भी पता नही चला है। घटना के तीन घण्टे बीते चुके है।

श्री श्याम मंदिर सेवा ट्रस्ट पटना सिटी के तत्वाधान में श्री श्याम जन्मोत्सव का हुआ भव्य आयोजन

पटना : श्री श्याम मंदिर सेवा ट्रस्ट पटना सिटी के तत्वाधान में श्री श्याम जन्मोत्सव का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर श्याम मंदिर को कोलकाता से आए हुए सुप्रसिद्ध सजावटकर्ताओं के द्वारा सजाया गया।

बाबा श्याम का मनमोहक श्रृंगार  रंग बिरंगे फूलों के गजरे से किया गया। संपूर्ण मंदिर प्रांगण अंदर  एवं बाहर गली से सड़क तक रंग बिरंगी लाइट एवं गुब्बारे से सजाया गया।

कार्यक्रम संयोजक मनीष हरलालका ने बताया कि इस अवसर पर बाबा श्याम का अलौकिक श्रृंगार, छप्पन भोग, माखन मिश्री का भोग अर्पण किया गया तथा कोलकाता से आए हुए सुप्रसिद्ध भजन गायक कुलदीप निर्मल एवं स्थानीय भक्तगणों के द्वारा बाबा को भजन गाकर रिझाया।

रात्रि 12:00 बजे बाबा का जन्मदिन सभी भक्तों के द्वारा धूमधाम से नाचते गाते हुए मनाया एवं बाबा को केक अर्पण करके भव्य विशेष आरती की गई। इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पधार कर उत्सव का आनंद लिए एवं प्रसाद ग्रहण किये।

कार्यक्रम को सफल बनाने में अमर अग्रवाल, दिलीप डीडवानिया, प्रदीप जैन, राहुल अग्रवाल, राजू गोयनका, श्याम सेना के सदस्य एवं अन्य भक्तगण तन मन धन से लगे रहे।
पटना में फल व्यापारी से छह लाख की लूट, विरोध करने पर चाकू मारकर किया घायल

पटना : त्योहार का दौर खत्म होने के बाद अपराधी एक बार फिर से पैर पसारने लगे है। मामला लूट से सम्बंधित है। पटना में एक फल व्यापारी से अपराधियो ने चाकू के नोक पर 6 लाख की लूट कर ली. जिसके बाद लुटेरे बड़े ही आराम से भाग निकले।

लूट का यह मामला पटना के गौरीचक थाना क्षेत्र से आई है। जहां एक फल व्यापारी प्रेम प्रकाश निजी गाड़ी लेकर पटना के फल मंडी में खरीदारी के लिए जा रहे थे। तभी चार अपराधियो ने उन्हें घेर लिया जिसके बाद चाकुओं से प्रेम प्रकाश पर हमला कर दिया और रुपए से भरे बैग को अपराधी ले भागे।

घायल अवस्था मे प्रेम प्रकाश को इलाज़ के लिए ले जाया गया है। वही मामले की पुष्टि गौरीचक थानाध्यक्ष ने कर दी है।

भारत के आगे झुका पाकिस्तान, चैंपियंस ट्रॉफी में बड़ा बदलाव

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फरवरी में पाकिस्तान की मेजबानी में खेली जानी है. लेकिन आईसीसी ने अभी तक इस टूर्नामेंट के शेड्यूल का ऐलान नहीं किया है. वहीं, भारत-पाकिस्तान के खराब रिश्तों और पाकिस्तान में सुरक्षा के खतरे के बावजूद PCB उम्मीद लगा के बैठा है कि टीम इंडिया इस टूर्नामेंट के लिए उनके देश आएगी. ऐसे में PCB ने ड्राफ्ट शेड्यूल में टीम इंडिया के सभी मैच लाहौर में रखे थे. लेकिन अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपने पिछले रुख से पीछे हटते हुए अपनी मेजबानी में होने वाली 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम में बदलाव करने को तैयार है.

टीम इंडिया के लिए चैंपियंस ट्रॉफी में बड़ा बदलाव!

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के मुकाबले यूएई में हो सकते हैं. इसका मतलब यह है कि टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल पर खेला जाएगा. इससे पहले 2023 में एशिया कप भी हाइब्रिड मॉडल पर ही हुआ था. तब भी मेजबानी पाकिस्तान के पास ही थी. ऐसे में भारत ने अपने मैच श्रीलंका में खेले थे क्योंकि सरकार ने खिलाड़ियों को सीमा पार यात्रा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.

इन दो जगहों पर हो सकते हैं भारत के मैच

पीसीबी के एक विश्वसनीय सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘पीसीबी को लगता है कि भले ही भारत सरकार पाकिस्तान दौरे को मंजूरी ना दे लेकिन कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया जा सकता है क्योंकि पूरी संभावना है कि भारत अपने मैच दुबई या शारजाह में खेलेगा.’ ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) इस मामले में आखिरी फैसला कब लेता है. जब आखिरी फैसला होने की संभावना है तब आईसीसी की अध्यक्षता भारत के जय शाह करेंगे.

जल्द हो सकता है टूर्नामेंट का ऐलान

रिपोर्ट के मुताबिक, 11 नवंबर को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के शेड्यूल का ऐलान किया जा सकता है. दरअसल, पीसीबी आईसीसी पर अगले सप्ताह तक टूर्नामेंट के शेड्यूल का ऐलान करने के लिए दबाव डाल रहा है. सूत्र ने कहा, ‘पीसीबी ने आईसीसी के साथ उस संभावित कार्यक्रम पर चर्चा की है जो उन्होंने कुछ महीने पहले भेजा था और वह चाहता है कि 11 नवंबर को उसी कार्यक्रम का ऐलान किया जाए. उन्होंने आईसीसी से कहा है कि संशोधित बजट के साथ एक वैकल्पिक योजना पहले से ही मौजूद है इसलिए संभावित कार्यक्रम जारी करने में देरी करने का कोई मतलब नहीं है.’

सूत्र ने कहा कि पीसीबी ने आईसीसी से यह भी कहा है कि वह बीसीसीआई पर यह पुष्टि करने के लिए दबाव डाले कि क्या वे अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाले टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम पाकिस्तान भेजेंगे. सूत्र ने कहा, ‘पीसीबी चाहता है कि बीसीसीआई लिखित में दे कि उन्हें अपनी टीम पाकिस्तान भेजने के लिए अपनी सरकार से अनुमति मिली है या नहीं.’

बिहार सरकार की व्यवस्था पर सवाल, छठ व्रती दलदल में फंसे

पटनासिटी, लोक आस्था का महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है और आज के दिन अस्तलचगामी सूर्य को अर्घ दिया जा रहा था।बिहार के कोने कोने से लोग गंगा घाट पूजा सम्पन्न करने के लिए पहुँचे थे,लेकिन इसी दरम्यान गंगा घाट से जो तस्वीर निकल कर सामने आई बो बेहद ही चौकाने बाला है और बिहार सरकार के व्यवस्था पर तमाचा मारने बाला है।

एक तरह लोग डूबते हुए सूर्य को अर्घ दे रहे थे तो दूसरी और गंगा में जाने के लिए छठ व्रती अर्घ देने और गंगा में जाने के लिए जदोजहद कर रही थीं।गंगा घाट पर दलदल इतनी थी कि लोग दलदल में ही गिर जा रहे थे,छठ व्रती दलदल में रेंग रही थी जाने के लिए।एक एक व्यक्ति को उस दलदल से निकालने के लिए पांच लोग उसे अपनी ओर खींचने में लगे हुए थे।

मामला वार्ड 72 के नूरपुर गंगा घाट की है जहां से इस तरह की तस्वीरें निकल कर सामने आई है।इन सब के बीच सवाल यह उठता है कि सभी छठ घाटों पर पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई थी लेकिन बो शायद अपनी ड्यूटी पूरी कर इति श्री कर लेते है।सवाल शाशन और व्यबस्था में बैठे उन लोगो से है जिनके ऊपर यह जिम्मेदारी होती है की आम जनता में सुरक्षा की भावना जगे।

गंगा घाट पर बालू का छिड़काव ना होने से दलदल की स्थिति जस की तस रह गयी।दलदल बाली जगह को अनदेखा कर छोड़ दिया गया।सवाल बिहार के मुख्यमंत्री से है ,सवाल जिला प्रशाशन से है कि लगातार मुख्यमंत्री गंगा घाटों पर की गई तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे फिर भी यह स्थित देखने को मिली ।

गनीमत यह रही की कोई बड़ा हादसा नही हुआ।चूंकि सुबह में गंगा घाटों पर ज्यादा लोग पहुचेंगे तब क्या स्थिति होती है देखने बाली बात होगी।