दीपोत्सव के साथ प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति

मुसाफ़िरखाना ।बुधवार की शाम गायत्री प्रज्ञापीठ मुसाफ़िरखाना का प्रांगण घर-घर से आये हज़ारों दीपकों की रोशनी से जगमगा गया। छोटे-छोटे बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ दीप जलाकर गायत्री दीप महायज्ञ में अपनी आहुति दी। क्षेत्रीय विधायक राकेश प्रताप सिंह सहित सैकड़ों लोगों ने दोनों हाथ उठाकर युग निर्माण का संकल्प लिया।

13 नवम्बर से प्रारंभ प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री महायज्ञ के अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ अधिक होने के कारण सुबह 8 बजे शुरू हुआ हवन का कार्यक्रम दोपहर बाद तक चलता रहा, हज़ारों लोगों ने श्रद्धा से गायत्री महायज्ञ में प्रतिभाग किया व भंडारे में महाप्रसाद ग्रहण किया।

शाम के दीपयज्ञ की तैयारियां दोपहर से ही शुरू हो गई, बड़ी संख्या में कन्याएं दिये सजाने में जुट गई, कार्यक्रम स्थल पर हज़ारों दीप मालाएं सजाई गईं। शाम को अंतिम दिन की कथा प्रारम्भ करते हुए आचार्य कैलाश नाथ तिवारी ने मीराबाई का जिक्र करते हुए कहा कि जब सच्चे और निर्मल मन से आस्था की जाती है तो भगवान को भी अपने भक्त के पास आना पड़ता है, जब श्रद्धा व भक्ति सच्ची होती है तब विष भी अमृत बन जाता है, मीराबाई को डसने के लिए उनके गले में डाला गया विषधर साँप भी हार बन जाता है। उन्होंने परम् पूज्य गुरुदेव की मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण की परिकल्पना को साकार करने के लिए लोगों को श्रेष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा दी। उन्होंने मार्च 2025 में आयोजित राष्ट्र जागरण 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ अमेठी के निमित्त प्रतिदिन कम से कम एक माला गायत्री मंत्र का जप, परम् पूज्य गुरुदेव की चिट्ठी अखण्ड ज्योति एवं युग निर्माण योजना का नियमित अध्ययन, युग निर्माण की सप्त क्रांतियों को आगे बढ़ाने, समय दान एवं अंश दान करने का सभी को दोनों हाथ उठाकर संकल्प दिलाया।

तत्पश्चात दीप महायज्ञ का कार्यक्रम हुआ, संगीत वाद्य यंत्रों के साथ सुनील जी की टोली के जय महाकाल- जय महाकाल गीत पर श्रोता जमकर झूमे। गायत्री मंत्र की आहुति के साथ पूर्णाहुति अनूठे तरीके से दी गई। पूर्णाहुति में दक्षिणा के रूप में लोगों को अपनी एक बुराई त्यागने का संकल्प दिलाया गया। 

इससे पूर्व गौरीगंज के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने देव मंच पर पुष्पांजलि अर्पित की । अपने उद्बोधन में उन्होंने गायत्री परिवार के सामाजिक आंदोलनों की सराहना करते हुए राष्ट्र जागरण 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ को सफल बनाने में सभी को जुट जाने का आवाहन किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से क्षेत्राधिकारी मुसाफ़िरखाना अतुल कुमार सिंह, प्रियंक हरि विजय त्रिपाठी, गायत्री परिवार के युवा समन्वयक डॉ० दीपक सिंह आदि मौजूद रहे।

गायत्री प्रज्ञापीठ के व्यवस्थापक विजय बहादुर सिंह ने आभार व्यक्त करते हुए महिला मण्डल की महक यादव, कोमल यादव, कुसुमलता वैश्य, सरोज तिवारी, प्रतिभा द्विवेदी, जया कौशल, मंगला द्विवेदी, व कार्यकर्ता आत्मानंद द्विवेदी, वेद प्रकाश श्रीवास्तव आदि के प्रयासों की सराहना करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दिन-रात अथक परिश्रम करने वाले कार्यकर्ताओं का आचार्य कैलाश नाथ तिवारी ने तिलक व पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया। 

केंद्रीय विद्यालय अमेठी में किया गया वार्षिक कला प्रदर्शनी का आयोजन

अमेठी प्रदर्शनी में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपनी-अपनी विभिन्न कलाओं का मनमोहक प्रदर्शन किया प्रदर्शनी में विद्यार्थियों का उत्साह एवं योगदान अतुलनीय रहा जिसका श्रेय विद्यालय के कला शिक्षक रोशन कुमार को जाता है| अल्प समय में आयोजित प्रदर्शनी विविध आयाम पर आधारित रही।

जिसमें मंडला आर्ट,पोर्ट्रेट,पोस्टर,फैब्रिक पेंटिंग मूर्ति एवं शिल्प कला का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि विजय शंकर मिश्रा संयुक्त निदेशक अभियोजन विभाग के साथ-साथ रमेश चंद्र शुक्ला वरिष्ठ अभियोजन, अखिलेश वर्मा पुलिस अधीक्षक गौरीगंज एवं दिनेश चंद्र मिश्र पुलिस उप अधीक्षक अमेठी ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति देकर विद्यालय के छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन किया इस प्रदर्शनी की आयोजन एवं अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य कपिल देव मिश्रा के निर्देशन में किया गया|

आग बुझाने के उपायों सहित कराया गया इवैक्वेशन ड्रिल

अमेठी। अग्निशमन एवं आपात सेवा केन्द्र के अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि जनपद झांसी के अस्पताल में हुई अग्नि दुर्घटना को दृष्टिगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक अमेठी के आदेश के क्रम में अग्निशमन एवं आपात सेवा केन्द्र अमेठी द्वारा अग्नि सुरक्षा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान चलाया गया। इस अवसर पर जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान में अग्निशमन अधिकारी अमेठी शिवदरस प्रसाद ने अपनी पूरी टीम के साथ जनपद के 50 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय बेनीपुर में चिकित्सकों, स्टाफ नर्सो, वार्ड बॉय, स्टाफ एवं अस्पताल के सभी कर्मचारियों को जागरूक करते हुए आग लगने के सम्भावित कारकों के बारे में विस्तार से जानकारी देकर विभिन्न प्रकार के फायर एक्सटिंग्यूशरों को चलाने के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए घरों एवं अस्पताल में अग्निसुरक्षा, एलपीजी से बचाव एवं सावधानियों के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया गया।

उन्होंने आग बुझाने के अनेक तरीकों सहित इवैक्वेशन ड्रिल कराकर एवं चिकित्सकों, स्टाफ नर्सो, वार्ड बॉय, स्टाफ एवं अस्पताल के सभी कर्मचारियों को आग लगने की स्थिति में भवन से सुरक्षित मार्ग द्वारा बाहर निकलने का अभ्यास कराया गया तथा अभियान के दौरान अग्निशमन अधिकारी द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए बताया कि आग लगने पर अत्यधिक धुआं होने की स्थिति में झुककर या बैठकर सुरक्षित बाहर निकले, अस्पताल के सभी पलायन मार्गो को सदैव बाधा मुक्त रखें, अस्पताल में वायरिंग के साथ स्थापित स्विच प्लग के अतिरिक्त एक्सटेंशन लगाकर अन्य उपकरणों का प्रयोग न किया जाए, जलने वाली वस्तुओं के आसपास आग या फ्लेम वाली कोई वस्तु न रखी जाए तथा अस्पताल में बिजली के कटे-फटे तारों को तुरन्त बदलवा दें या मरम्मत करा लें, सही ढंग का फ्यूज लगायें व एक ही प्लग पर कई यंत्र न लगाएं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में स्थापित सभी अग्निशमन उपकरणों का चलने का हमेशा अभ्यास किया जाए तथा उनको कार्यशील दशा में बनाकर उपलब्ध रखा जाए, आग लगने पर सबको बतायें व आग बुझाने का प्रयास करें।

कपड़े में आग लगने पर दौड़े नहीं, बल्कि जमीन पर लेटकर लुढ़के, फ्लेम प्रूफ बिजली की व्यवस्था किया जाय, धूम्रपान, माचिस का प्रयोग अथवा अन्य कोई आग लगने वाली वस्तु का प्रयोग सुरक्षा घेरे के अन्दर न किया जाय तथा आग को फैलने से रोकने के लिए भवन छोड़ देने के पश्चात फायर ब्रिगेड आने तक दरवाजे खिड़कियां बंद रखें। उन्होंने बताया कि जल जाने पर रनिंग वाटर का प्रयोग करें तथा चिकित्सक से सलाह लें, अपने क्षेत्र के फायर स्टेशन का टेलीफोन नंबर याद रखें व पुलिस थाने पर भी आग की सूचना दें, आग लगने पर फायर ब्रिगेड को टेलीफोन करके अवश्य बुलाएं, यह सेवाएं हर समय नि:शुल्क उपलब्ध हैं, फायर ब्रिगेड को सूचना देते समय घबराई हुई आवाज से मत बोले, मन को शांत करके साफ-साफ अपना नाम पता लिखवाए और फायर ब्रिगेड के तत्काल पहुंचने का मुख्य स्थान समझा दें तथा फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक हर संभव उपाय से आग बुझाने की कोशिश करें।

उन्होंने बताया कि घी तेल या पेट्रोलियम की आग को पानी से मत बुझाएं, फोम एक्सटिंग्यूंशर या मिट्टी और बालू से बुझाएं, बिजली की आग होने पर पहले बिजली के मेन स्विच आॅफ कीजिए तत्काल कार्बन डाइआॅक्साइड या ड्राई पाउडर एक्सटिंग्विशर अथवा सूखी मिट्टी और बालू से बुझाएं, कपड़ों में आग लगने पर भागे नहीं हो सके तो कंबल लपेटे अथवा जमीन पर लेटकर लुढ़के, फायर ब्रिगेड आने पर उसकी सहायता लें, बेकार भीड़ न लगाएं तथा आग से घिर जाने पर खिड़की दरवाजा आदि पर जाकर शोर मचाकर लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित कीजिए व भारी चीज जैसे अलमारी आदि से रस्सी या कपड़े बांधकर उसके सहारे उतरने की कोशिश करें छत से छलांग मत लगाएं। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर जागरूकता अभियान में 50 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय बेनीपुर अमेठी के डॉ0 शिवेंद्र त्रिपाठी, डॉ0 दीपेंद्र नाथ मलिक, डॉ0 कौशलेंद्र प्रताप सिंह, डॉ0 प्रियंका मलिक, डॉ0 लुब्ना जमीर, डॉ0 हेमलता तथा लेखा अधिकारी आशीष पांडे सहित अन्य समस्त कर्मचारी व अग्निशमन तथा आपात सेवा केन्द्र अमेठी के प्रशिक्षक फायर सर्विस चालक शत्रुध्न तिवारी, फायरमैन अमित कुमार ने प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

डीएम की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा विभाग की जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक हुई आयोजित

अमेठी। आज जिलाधिकारी निशा अनंत की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा विभाग की जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ राजेश द्विवेदी, प्राचार्य डायट, जिला पंचायत राज अधिकारी, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, समस्त जिला समन्वयक, पैक्सफेड प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा कायाकल्प के 19 पैरामीटर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में निर्माण की प्रगति, निपुण असेसमेंट टेस्ट, नेशनल अचीवमेंट सर्वे, मध्याह्न भोजन योजना एवं आर टी ई, डी बी टी, आधार नामांकन आदि की समीक्षा की गई एवं आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गये। निपुण असेसमेंट टेस्ट में जनपद के बेहतर प्रदर्शन के लिए बेहतर रणनीति के साथ कार्य किए जाने हेतु दिशा निर्देश प्रदान किए गए। एनबीएमसी पोर्टल से प्राप्त डाटा की समीक्षा की गई साथ ही निर्देशित किया गया कि संघर्षशील विद्यालयों की निरंतर समीक्षा की जाए एवं उनको मध्यम और सक्षम विद्यालयों की श्रेणियां लाया जाए।

आरटीई के अंतर्गत अलाभित समूह की शत प्रतिशत सीटों पर प्रवेश कराए जाने, अवशेष जर्जर भवनों की नीलामी शीघ्र कराए जाने, पैक्सफेड संस्था के प्रतिनिधि को शेष निर्माण कार्य शीघ्र कराए जाने, मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत फल हेतु धनराशि ससमय विद्यालयों को प्रेषित करने, आधार मशीनों के शत प्रतिशत संचालन कराए जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

जिला स्तरीय जूनियर फुटबाल बालक व हॉकी बालिका प्रतियोगिता अम्बेडकर स्टेडियम में की गयी आयोजित

अमेठी। जिला खेल कार्यालय के उपक्रीड़ाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2024-25 में आयोजित होने वाली पं0 दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर जनपद में आज डॉ0 भीमराव अम्बेडकर स्टेडियम में जिला स्तरीय जूनियर फुटबाल बालक वर्ग व हॉकी बालिका वर्ग प्रतियोगिता आयोजित की गयी। उन्होंने बताया कि इस दौरान मुख्य अतिथि रिजवान खान व विशिष्ट अतिथि समाजसेवा अमेठी सोनू सिंह द्वारा उक्त खेल प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया गया।

जिसमें अतिथि के रूप में आॅर्डिनेंस फैक्टरी कोरवा विजय कुमार व पूर्व हॉकी खिलाड़ी सैफई मो0 जसिम उपस्थित रहे। इस क्रम में उन्होंने बताया कि फुटबाल बालक व हॉकी बालिका वर्ग प्रतियोगिता दो टीमों के मध्य खेला गया, जिसमें फुटबाल बालक वर्ग (टीम-ए तथा टीम-बी) में राजगौरव पब्लिक स्कूल ने 3-1 से डी0पी0एस0 पब्लिक स्कूल, गांधी इण्टर कालेज लक्षनशाह कोरारी ने 2-1 से माडर्न पब्लिक स्कूल, राजकीय इण्टर कालेज टीकरमाफी ने 4-2 से पहले सेमीफाइनल में राजगौरव पब्लिक स्कूल, स्टेडियम ट्रेनीज ने दूसरे सेमीफाइनल में 3-2 से गांधी इण्टर कालेज लक्षनशाह कोरारी को हराया व स्टेडियम ट्रेनीज ने 2-0 से फाइनल मुकाबले में राजकीय इण्टर कालेज टीकरमाफी को हराकार विजेता रही तथा हॉकी बालिका वर्ग (टीम-ए व टीम-बी) में देवीपाटन इण्टर कालेज ने 2-1 से आर0आर0पी0जी0 कालेज, मार्डन पब्लिक स्कूल ने 3-1 से राजकीय हाईस्कूल, स्टेडियम ट्रेनीज ने 3-1 से पहले सेमीफाइनल में देवीपाटन इण्टर कालेज, प्राथमिक विद्यालय रामगंज ने दूसरे सेमीफाइनल में 2-0 से मार्डन पब्लिक स्कूल को हराया व स्टेडियम ट्रेनीज ने 4-1 से फाइनल मुकाबले में प्राथमिक विद्यालय रामगंज को हराकर विजेता रही। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर उपक्रीड़ाधिकारी शमीम अहमद, मो0 मोसर्रफ खॉ, जीवन रक्षक राम आसरे, मो0 आरिफ, कु0 लवली तिवारी, मोना सिन्हा, प्रशिक्षक अमेठी सहित अन्य समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।

अपर जिलाधिकारी ने उर्वरक बिक्री केंद्र इफको गौरीगंज का किया निरीक्षण

अमेठी। जिलाधिकारी द्वारा रबी फसल की बुवाई के दृष्टिगत जनपद में किसानों को सुचारू रूप से डीएपी एवं अन्य उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने को लेकर दिए गए निर्देश के क्रम में आज अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अर्पित गुप्ता द्वारा उर्वरक बिक्री केंद्र इफको गौरीगंज का स्थलीय निरीक्षण कर उर्वरक वितरण की स्थिति का जायजा लिया गया एवं संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

केंद्र पर सुचारू रूप से उर्वरक वितरण करते हुए पाया गया। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी ने स्टॉक रजिस्टर, टोकन के अनुसार किसानों को उर्वरक वितरण किए जाने सहित अन्य गतिविधियों का अवलोकन किया एवं संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

धान की फसल का उत्पादन जानने को लेकर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने कराई क्राप कटिंग

अमेठी। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अर्पित गुप्ता ने आज तहसील गौरीगंज अंतर्गत ग्राम मेंदन मेवई में जनपद में धान की फसल के उत्पादन व उत्पादकता जानने को लेकर क्रॉप कटिंग कराई।

इस दौरान अपर जिलाधिकारी ने राजस्व व कृषि विभाग की टीम के साथ किसान राजेश कुमार, अल्ला भेलू, पवन कुमार व ओमप्रकाश के खेत पर पहुंचकर अपने सामने 43.03 स्क्वायर मीटर धान की फसल की क्राप कटिंग कराई तथा धान पिटवाकर उसका तौल भी कराया गया, जोकि क्रमशः 19.600 किग्रा, 20.100 किग्रा, 15.700 किग्रा तथा 20.800 किग्रा निकला।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत किसानों को क्षतिपूर्ति का भुगतान करने के लिए क्राप कटिंग आंकड़ों का अत्यधिक महत्व होता है। इस दौरान अपर जिलाधिकारी ने किसान भाईयों से सीधा संवाद स्थापित किया और अपने नजदीक के क्रय केन्द्र पर धान बेचने हेतु किसानों से अपील भी की। उन्होने कहा कि सरकारी धान क्रय केन्द्र पर किसान भाई धान बेचे ताकि उन्हें उचित मूल्य मिल सके। अपर जिलाधिकारी ने इस दौरान किसान भाईयों से पराली न जलाने की अपील करते हुए कहा कि वे अपने नजदीक के गौशाला पर पराली को ले जाएं और वहां से गोबर की खाद लाकर अपने खेतों में डाले ताकि उनके खेतों की उर्वरक क्षमता भी बढ़े ताकि अन्न उत्पादन में गुणात्मक सुधार हो सके।

इस अवसर पर सहायक सांख्यिकी अधिकारी भूलेख भूपेंद्र प्रताप सिंह, राजस्व निरीक्षक उग्रसेन सिंह, लेखपाल मनीष सरोज, शशिकांत, आदित्य, सहित कृषि विभाग के अधिकारी व किसान भाई मौजूद रहे।

प्रशिक्षण अभियान के तहत संयुक्त जिला चिकित्सालय में कराया गया अभ्याव व संजीव मॉक ड्रिल

अमेठी। अग्निशमन एवं आपात सेवा केन्द्र के अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि जनपद झांसी के अस्पताल में हुई अग्नि दुर्घटना को दृष्टिगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक अमेठी के आदेश के क्रम में अग्निशमन एवं आपात सेवा केन्द्र अमेठी द्वारा अग्नि सुरक्षा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान चलाया गया तथा मॉक ड्रिल कराई गयी।

जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान में अग्निशमन अधिकारी अमेठी शिवदरस प्रसाद ने अपनी पूरी टीम के साथ जनपद के मलिक मोहम्मद जायसी संयुक्त जिला चिकित्सालय, गौरीगंज में चिकित्सकों, स्टाफ नसों, वार्ड बॉय, स्टाफ एवं अस्पताल के सभी कर्मचारियों जागरूक किया। उन्होंने बताया कि आॅपरेशन थिएटर के पास स्टोर रूम के सामने रखी ज्वलनशील सामग्री (पैकिंग मैटेरियल) के ऊपर स्पार्किंग होने के कारण स्पार्किंग से निकली चिंगारी से आग लगने से अस्पताल में अफरा तफरी मच गई जिससे भय और भगदड़ का वातावरण व्याप्त हो गया जिसकी सूचना सी०एम०एस० द्वारा यू0पी0 डायल 112/अग्निशमन अधिकारी अमेठी को दी गई ।

अग्निशमन अधिकारी सूचना को तत्काल अमल में लाते हुए फायर स्टेशन गौरीगंज, फायर स्टेशन अमेठी से तीन यूनिट मय गाड़ी अल्प अवधि में त्वरित गति से घटना स्थल पर पहुंचे तब तक आग भीषण रूप से फैल गई व आॅपरेशन थिएटर व आस-पास के सभी कमरों में भयंकर धुआं भर गया तथा धुएं में फंसकर स्वीपर मनीष कुमार, वार्ड बॉय जयप्रकाश, वार्ड आया सीमा सिद्दीकी आयुष्मान मित्र आशीष सिंह आदि बेहोश हुए लोगों को अग्निशमन अधिकारी के नेतृत्व में फायर सर्विस के कर्मियों लीडिंग फायरमैन मो० शरीफ, फा० सौरभ, फा० अनुराग, फा० पंकज, फा० रवीन्द्र कुमार ने सकुशल स्ट्रेचर व व्हीलचेयर की सहायता से बाहर निकालकर आग के फैलाव को रोकते हुए जान माल की हिफाजत करते हुए आग को पूर्ण रूप से बुझा लिया गया तथा स्मोक एक्जास्टर से कमरे में भरे धुएं को बाहर निकाल दिया गया तथा पुन: अग्निशमन अधिकारी, सी०एम०ओ०, सी०एम०एस० के साथ में सर्च किया गया तो कोई भी व्यक्ति फंसा हुआ नहीं पाया गया।

उन्होंने बताया कि उपरोक्त अग्नि दुर्घटना से बचाव के लिए पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार जीवंत मॉक ड्रिल कराई गई, जिसमें अस्पताल एवं फायर सर्विस कर्मियों द्वारा वास्तविक अग्नि दुर्घटना की तरह कार्य करते हुए फायर एक्सटिंग्युशर, फायर बुलेट के हाई प्रेशर पंप से गन ब्रांच की सहायता से आग बुझाने का प्रदर्शन किया गया और वाटर टेंडर की होजरील एवं मल्टी परपज ब्रांच चलाकर आग व धुएं के फैलाव को रोकते हुए अग्नि दुर्घटना पर प्रभावी नियंत्रण लगाने का सशक्त प्रदर्शन किया गया एवं स्मोक एक्जास्टर से धुआं निकालकर जान माल की हिफाजत करने का अभ्यास कराया गया अग्निशमन अधिकारी द्वारा आग से लगने का तरीका बताते हुए बताया कि अस्पताल में वायरिंग के साथ स्थापित स्विच, प्लग के अतिरिक्त एक्सटेंशन लगाकर अन्य उपकरणों का प्रयोग न किया जाए।

जलने वाली वस्तुओं के आसपास आग या फ्लेम वाली कोई वस्तु न रखी जाए, सभी पलायन मार्गो को बाधा मुक्त रखा जाए, अस्पताल में स्थापित सभी अग्निशमन उपकरणों को चलाने का हमेशा अभ्यास किया जाए तथा उनको कार्यशील दशा में बनाकर उपलब्ध रखा जाए। इस दौरान जागरूकता अभियान एवं मॉक ड्रिल में सी० एम० ओ० डॉ० अंशुमान सिंह व मलिक मोहम्मद जायसी संयुक्त जिला चिकित्सालय गौरीगंज जनपद अमेठी के सी०एम०एस० बद्री प्रसाद अग्रवाल, डॉ० हनुमन्त प्रसाद, डॉ० अमित यादव, डॉ० पीताम्बर, डॉ० शुभम पांडे, डॉ० पाना गौतम, डॉ० रुचिका सेठ, डॉ० कमल सिंह, डॉ० अभय गोयल, डॉ० पी0के0 पांडे, असिस्टेंट अखिलेश कुमार यादव ने प्रशिक्षण में भाग लिया व अग्निशमन तथा आपात सेवा केन्द्र अमेठी के प्रशिक्षक फायर सर्विस चालक शत्रुघ्न तिवारी, फायरमैन सौरभ, फायरमैन अमित कुमार ने प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी ने की बैठक

अमेठी। जिलाधिकारी निशा अनंत ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ जनपद में निर्बाध विद्युत आपूर्ति तथा विद्युत विभाग द्वारा जनपद में कराए जा रहे कार्यों को लेकर गहन समीक्षा किया एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में चल रहे आरडीएसएस योजना के तहत जर्जर पोल व तारों के स्थान पर केबल लगाए जाने सहित अन्य कार्यों की समीक्षा किया तथा सभी कार्यों को ससमय एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने जनपद में निर्बाध विद्युत आपूर्ति को सुनिश्चित करने को कहा तथा किसानों से संबंधित कार्यों को त्वरित गति से संपन्न कराने हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि विद्युत उपभोक्ताओं के यहां लगे मीटरों की मीटर रीडरों के माध्यम से प्रत्येक माह रीडिंग कराकर उन्हें रसीद उपलब्ध कराएं, जिससे विद्युत उपभोक्ता अपना विद्युत बिल समय से जमा कर सकें एवं उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान न होना पड़े। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, अधीक्षण अभियंता विद्युत, समस्त अधिशासी अभियंता विद्युत सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।

सीडीओ अमेठी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरीगंज का औचक निरीक्षण किया, सुधार के लिए दिए कड़े निर्देश

अमेठी, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अमेठी, सूरज पटेल ने आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) गौरीगंज का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, कर्मचारियों की कार्यशैली, स्वच्छता व्यवस्था, और रिकॉर्ड प्रबंधन का गहन मूल्यांकन किया। निरीक्षण का उद्देश्य जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाना और प्रशासनिक पारदर्शिता सुनिश्चित करना था।

मरीजों से सीधा संवाद और ओपीडी का निरीक्षण

सीडीओ ने निरीक्षण की शुरुआत अपनी पहचान छिपाकर मरीजों से सीधे संवाद से की। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र पर उनकी समस्याओं और ओपीडी में मिलने वाली सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने बिना किसी पूर्व सूचना के पूरे केंद्र का निरीक्षण किया।

स्वच्छता में मिली खामियां, सुधार के निर्देश

निरीक्षण के दौरान अस्पताल प्रांगण और कार्यालयों की साफ-सफाई असंतोषजनक पाई गई। इस पर सीडीओ ने चिकित्सा अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए 24 घंटे के भीतर सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि भविष्य में सफाई में किसी प्रकार की लापरवाही न हो।

फायर सुरक्षा उपकरणों का प्रदर्शन

सीडीओ ने फायर सुरक्षा उपकरणों की स्थिति और उपयोगिता की भी जांच की। चिकित्सा अधिकारी डॉ. सौरभ और सुरक्षा गार्ड ने मौके पर ही उपकरणों का प्रदर्शन कर उनकी कार्यप्रणाली का प्रमाण दिया।

दवा भंडारण और रिकॉर्ड प्रबंधन

सीडीओ ने औषधि भंडारण कक्ष और दवा वितरण प्रक्रिया की जांच की। उन्होंने निर्देश दिया कि ओपीडी पर्चों और दवा वितरण रजिस्टर में डॉक्टरों और विशेषज्ञों का नाम अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाए ताकि दवा की ट्रैकिंग में पारदर्शिता और सटीकता बनी रहे। साथ ही दवाओं के भंडारण और वास्तविक स्थिति का भी मिलान किया गया।

मेडिकल बोर्ड और खाद्य सुरक्षा कार्यालय की जांच

निरीक्षण के दौरान मेडिकल बोर्ड और खाद्य सुरक्षा कार्यालय का भी मूल्यांकन किया गया। यहां पर कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज की गई, लेकिन साफ-सफाई और अभिलेखों के रखरखाव में खामियां मिलीं। सीडीओ ने इन खामियों को तुरंत ठीक करने के आदेश दिए और भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचने के निर्देश दिए।

सभी स्वास्थ्य केंद्रों के लिए सख्त निर्देश

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को निर्देश देते हुए सीडीओ ने कहा कि जिले के सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सकों और कर्मचारियों की उपस्थिति तथा उनके कार्य निष्पादन की समयबद्ध जांच सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने और मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया।