समाजवादी पार्टी फर्जी मतदान कराना चाहती है : भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नौ विधान सभा सीटों पर बुधवार की सुबह शुरू हुए मतदान के बीच सत्ताधारी दल भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच आरोप प्रत्यारोप भी जारी है। सपा ने जहां पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनके मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने उप्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिख कर पर्दानशीं मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित करने के उपरांत ही
मतदान कराने की अपील की है।

समाजवादी पार्टी के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पलटवार करते हुए कहा कि लोकतंत्र के इस पर्व में लोग बढ़ चढ़कर इसमें अपनी हिस्सेदारी कर रहे हैं लेकिन समाजवादी इस पूरे मतदान में अपनी हार की आशंका को देखते हुए फर्जी मतदान कैसे हो, इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है। पार्टी चाहती है कि फर्जी मतदान हो। हर विधानसभा क्षेत्र में बाहरी लोगों का जमावड़ा लगाकर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।

राकेश त्रिपाठी ने कहा कि फर्जी मतदान पर प्रशासन द्वारा रोक लगाया जा रहा है तो वे (सपाई) जानबूझ कर सवाल उठा रहे हैं। हम चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि जो भी कठोरता बरतनी पड़े, किया जाए। मतदाता पहचान प्रमाण पत्र देखने के बाद ही वोट डालने की इजाजत दी जाए। बुर्के की आड़ में फर्जी मतदान कराने की कोशिश की जा रही है, उसे रोका जाए। राकेश त्रिपाठी ने कहा कि शुचिता पूर्ण मतदान के लिए कठोरता आवश्यक है।

भारतीय जनता पार्टी के चुनाव आयोग संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक अखिलेश कुमार अवस्थी ने आयोग को पत्र लिख कर कहा है कि पिछले चुनावों में देखा गया है कि पर्दानशीं महिलाओं की पहचान सुनिश्चित न करने से वे कई बार वोट डालने का प्रयास करती रही हैं। कुछ पुरुष भी बुर्का पहन कर महिलाओं के स्थान पर फर्जी मतदान करने का प्रयास करते हैं। कई बार ऐसे लोगों को फर्जी मतदान करने से रोका भी गया है। यदि पर्दानशीं महिलाओं को पहचान सुनिश्चित किए बिना मतदान की अनुमति मिलेगी तो फर्जी मतदान होगा।इसलिए आवश्यक है कि पहचान सुनिश्चित किया जाए।
उप्र विधानसभा उपचुनाव:  सुबह नौ बजे तक 9.67 प्रतिशत मतदान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा की नौ सीटों पर हो रहे उपचुनाव का मतदान बुधवार सुबह सात बजे से शुरू हुआ। नौ बजे तक 9.67 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें सबसे कम मतदान गाजियाबाद सीट पर हुआ। गाजियाबाद में सुबह नौ बजे तक 5.36 प्रतिशत और मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर सबसे अधिक 13.59 प्रतिशत मतदान हुआ।

उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा में हो रहे उपचुनाव में मतदान के दिन बुधवार को सर्दी का साफ असर देखा गया। इससे मतदान प्रक्रिया जरूर सात बजे से शुरू हुई लेकिन धीमीगति से मतदान हो सका। आठ के बाद जब मौसम में कुछ बदलाव हुआ तो मतदान में भी तेजी दिखी और नौ बजे तक उप निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश के अनुसार सभी नौ सीटों पर कुल मतदान 9.67 फ़ीसदी रहा।

निर्वाचन आयोग के अनुसार मुजफ्फरनगर की मीरपुर सीट पर 13. 01%, मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा में 13.59, गाजियाबाद की विधानसभा सीट पर 5.36, अलीगढ़ की सुरक्षित खैर विधानसभा सीट पर 9.03, मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट पर 9.67, कानपुर की सीसामऊ सीट पर 5.73, प्रयागराज की फूलपुर सीट पर 8.83, अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट पर 11.48 और मिर्जापुर की मझवा विधानसभ विधानसभा पर 10.55 प्रतिशत मतदान हुआ।

चुनाव आयोग को उम्मीद है जैसे-जैसे धूप खिलेगी तो और मतदान तेज होगा। वहीं सभी सीटों पर चुनाव को लेकर प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है और चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बल मौजूद है। किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो रही है और मतदान शांतिपूर्वक चल रहा है, हालांकि कुछ जगहों पर आरोप लगाया गया कि पुलिस मतदाताओं को वोट नहीं डालने दे रही है, लेकिन चुनाव आयोग का कहना है मतदान पारदर्शी तरीके से चल रहा है।
श्रीबांकेबिहारी मंदिर में दर्शन को उमड़े श्रद्धालु, तीन महिलाएं हुई बेहोश, एक बुजुर्ग की मौत


लखनऊ/ मथुरा । जालंधर(पंजाब) से ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के दौरान वृद्ध बेहोश हो गया। उसे उपचार के लिए सौ शैय्या अस्पताल ले जाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।जालंधर रणधीर तलवार(72) पत्नी, बेटी रीना और दामाद संजय संग मंगलवार दोपहर वृंदावन पहुंचे। शाम करीब 5.30 बजे ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में प्रभु के दर्शन करने पहुंचे। दर्शन करते समय रणधीर तलवार अचानक अचेत हो गए। जिन्हें तत्काल एंबुलेंस से संयुक्त जिला अस्पताल पहुंचाया गया।  यहां मौजूद चिकित्सक ने चिकित्सीय परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक के अनुसार वृद्ध को जब अस्पताल लाया गया था, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। कोतवाल रवि त्यागी ने बताया कि वृद्ध की मौत हुई है। फिलहाल कोई भी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच करके मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

वहीं वृंदावन में बिहारीजी के दर्शन को आई इंदौर की महिला गेट नंबर एक पर बेहोश हो गई। आनन फानन में उसे सौ शैय्या में अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के बाद महिला की हालत में सुधार है। मंगलवार को दीक्षा (36) पत्नी दिनेश निवासी पीतमपुरा, इंदौर(मध्य प्रदेश) मंगलवार को दर्शन के लिए ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के दर्शन को आई। मंदिर में दर्शन करने के बाद महिला गेट नंबर एक पर बेहोश हो गई। स्थानीय श्रद्धालु और सुरक्षाकर्मियों ने उसे तत्काल अस्पताल के लिए भिजवाया। फिलहाल महिला की हालत स्थिर बनी हुई। कोतवाल रवि त्यागी ने बताया कि महिला की हालत में सुधार है। वहीं बरसाना राधारानी मंदिर के पट मंगलवार शाम एक घंटा देरी से खुले। इसके कारण दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।

भीड़ के दबाव में दो महिला श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ गई। पुलिस कर्मियों ने उन्हें भीड़ से निकाला। तबीयत में सुधार के बाद परिजन उन्हें अपने साथ ले गए।मंदिर के पट एक घंटे देरी से खुलने के कारण मंदिर की सीढि़यों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जमा थी। जैसे ही पट खुले मंदिर परिसर में पहुंचने के लिए भक्तों में होड़ मच गई। भीड़ में राजस्थान के जयपुर व मध्य प्रदेश से आईं दो महिला श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ गई। मंदिर में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें भीड़ से बाहर निकालकर खुली हवा में लिटाया।
यूपी की नौ विस सीटों पर मतदान शुरू, मुख्यमंत्री योगी ने की वोटिंग की अपील
लखनऊ। यूपी के नौ विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। इसी क्रम में  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे मतदान के लिए उन क्षेत्रों की जनता को शुभकामनाएं दी हैं और बढ़ चढ़कर मतदान करने की अपील की है।मुख्यमंत्री याेगी ने साेशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा है कि उत्तर प्रदेश की मीरापुर, गाजियाबाद, कुन्दरकी, खैर, करहल, सीसामऊ, कटेहरी, मझवां और फूलपुर विधान सभा सीटों पर आज मतदान हाे रहा है। सभी सम्मानित मतदाताओं से अपील है कि उत्तर प्रदेश की अविराम विकास यात्रा को और गति व शक्ति प्रदान करने के लिए मतदान अवश्य करें। 25 करोड़ प्रदेश वासियों के जीवन में व्यापक एवं सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए एकजुट होकर वोट करें। ध्यान रहे, पहले मतदान-फिर जलपान...।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, सीसामऊ, फूलपुर, कटेहरी, मझवां में उपचुनाव हाे रहे हैं। सुबह सात बजे मतदान शुरू हाे गया है। चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 843 भारी वाहन, 762 हल्के वाहन और 16318 मतदान कर्मी लगाए गए हैं। मतदान के लिए 5151 ईवीएम की कंट्रोल यूनिट, 5171 बैलट यूनिट और 5524 वी०वी०पैट तैयार किए गए हैं। इस चुनाव में कुल 90 उम्मीदवार हैं।

इस चुनाव को कराने के लिए आयोग ने नौ सामान्य प्रेक्षक, पांच पुलिस प्रेक्षक और नौ व्यय प्रेक्षक तैनात किए हैं। नौ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 3718 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। इसमें 1917 मतदान केन्द्र ऐसे हैं, जिनकी मानिटरिंग लखनऊ से होती रहेगी। चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। 1994 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है।

उपचुनाव के लिए कुल 74 आदर्श मतदान केंद्र, 10 समस्त महिला प्रबंधित मतदान केंद्र, 7 समस्त युवा कर्मी मतदान केंद्र और 6 समस्त दिव्यांग प्रबंधित मतदान केंद्र बनाए गए हैं। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता फोटो पहचान पत्र के अलावा 12 अन्य पहचान पत्र मतदान के लिए मान्य होंगे। मतदान प्रतिशत की जानकारी हर 2 घंटे पर मीडिया को भेजी जाएगी।
उपचुनाव : नौ विधानसभा क्षेत्रों में बनाये गये हैं 3718 मतदान केंद्र,सुबह सात बजे से होगा मतदान
लखनऊ। प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर बुधवार को होने वाले उपचुनाव के लिए सोमवार शाम को सभाओं का दौर खत्म हो गया लेकिन पैदल प्रचार में तेजी आ गयी। उम्मीदवार और समर्थक घर-घर जाकर लोगों को समझाने के साथ ही अपने मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने की रणनीति बनाने में जुट गए। राजनीतिक दल अपने-अपने बूथ अध्यक्षों तक वोटर लिस्ट पहुंचा रहे हैं। दूसरी तरफ निर्वाचन आयोग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। सभी नौ क्षेत्रों में कुल 3718 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।

बुधवार की सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो जाएगा। प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, सीसामऊ, फूलपुर, कटेहरी, मझवां में उपचुनाव होने हैं। निर्वाचन आयोग ने बताया कि मतदान बुधवार सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक चलेगा। चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 843 भारी वाहन, 762 हल्के वाहन और 16318 मतदान कर्मी लगाए गए हैं। मतदान के लिए 5151 ईवीएम की कंट्रोल यूनिट, 5171 बैलट यूनिट और 5524 वी०वी०पैट तैयार किए गए हैं। इस चुनाव में कुल 90 उम्मीदवार हैं। इस चुनाव को कराने के लिए आयोग ने नौ सामान्य प्रेक्षक, पांच पुलिस प्रेक्षक और नौ व्यय प्रेक्षक तैनात किए हैं। नौ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 3718 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं।

इसमें 1917 मतदान केन्द्र ऐसे हैं, जिनकी मानिटरिंग लखनऊ से होती रहेगी। चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। 1994 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है।उपचुनाव के लिए कुल 74 आदर्श मतदान केंद्र, 10 समस्त महिला प्रबंधित मतदान केंद्र, 7 समस्त युवा कर्मी मतदान केंद्र और 6 समस्त दिव्यांग प्रबंधित मतदान केंद्र बनाए गए हैं। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता फोटो पहचान पत्र के अलावा 12 अन्य पहचान पत्र मतदान के लिए मान्य होंगे। मतदान प्रतिशत की जानकारी हर 2 घंटे पर मीडिया को भेजी जाएगी।
एनजीटी के सवाल के बहाने सपा प्रमुख अखिलेश ने सरकार को घेरा
लखनऊ /वाराणसी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने असि और वरुणा नदी की दुर्दशा पर वाराणसी के जिलाधिकारी को कड़ी फटकार लगाई है। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर कर लिखा कि जिन्होंने माँ गंगा से झूठ बोला, उनके वादों पर न जाएं।

नमामि गंगे व स्वच्छ गंगा के नाम पर भाजपा सरकार में पिछले 10 वर्षों में अरबों रुपयों के फंड निकाले तो गये पर वो फंड माँ गंगा के घाट तक नहीं पहुँचे। उन्होंने लिखा कि फाइलों में गंगा जी के स्वच्छ, अविरल, निर्मल होने के दावों का सच ये है कि वाराणसी में माँ गंगा इतनी दूषित हो चुकी हैं कि पीने योग्य तो छोड़िए, ये जल नहान-स्नान के लायक भी नहीं है। इसी संदर्भ में नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल ने देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जिÞलाधिकारी से ये पूछकर सारा सच स्पष्ट कर दिया है कि क्या आप गंगाजल पी सकते हैं? साथ ही नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल की ये सलाह भी डबल इंजन की सरकार के लिए चुल्लू भर पानी में डूबने के बराबर है कि उनके राज में तथाकथित क्योटो अर्थात काशी के डीएम साहब अपनी पॉवर का इस्तेमाल करते हुए गंगा किनारे एक चेतावनी भरा बोर्ड लगवा दें कि ये गंगा जल पीने-नहाने योग्य नहीं है।

गौरतलब हो कि बीते सोमवार को दो याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करते हुए एनजीटी की दो सदस्यीय पीठ ने वाराणसी के जिलाधिकारी से पूछा कि क्या आप गंगा का पानी पी सकते हैं? आप अपने आपको असहाय मत महसूस करिए। जिलाधिकारी हैं आप, अपनी शक्तियों का उपयोग करिए और एनजीटी के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करिए। नदी किनारे बोर्ड लगवा दीजिए कि गंगा जल नहाने और पीने योग्य नहीं है। जस्टिस अरुण कुमार त्यागी व विशेषज्ञ सदस्य डॉ. ए. सेंथिल ने असि और वरुणा नदी मामले की सुनवाई करते हुए तल्ख टिप्पणी भी की। न्यायमूर्ति ने कहा कि क्यों नहीं बोर्ड लगा देते हैं कि गंगा का पानी नहाने व पीने योग्य नहीं है?।

आप लोग अपनी सुविधा के मुताबिक काम करते हैं। याचिकाकर्ता सौरभ तिवारी के अनुसार एनजीटी ने मामले को महत्वपूर्ण करार देते हुए सुनवाई के लिए अगली तिथि 13 दिसंबर को तय की है। तीन महीने पहले सुनवाई में एनजीटी ने वाराणसी जिलाधिकारी पर 10 हजार रुपए का जुमार्ना भी लगाया था।
राष्ट्रीय एकता व सुशासन को समर्पित होगा वर्ष 2025 : योगी
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में भावी कार्यक्रमों पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगामी वर्ष 2025 अत्यंत महत्वपूर्ण होने जा रहा है। यह
वर्ष धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाया जाना है, तो यह लौहपुरुष सरदार पटेल की 150 वीं जयंती का भी वर्ष है। एक ओर जहां हम संविधान अंगीकार करने का अमृत महोत्सव मनाएंगे, वहीं लोकतंत्र की हत्या 'आपातकाल' के 50 वर्ष पूरे होने पर लोगों को जागरूक भी किया जाना है।

लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती भी इसी वर्ष मनाई जाएगी। 2025 का यह वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल की जन्मशताब्दी वर्ष है तो इसी वर्ष हमें जीरो पॉवर्टी का लक्ष्य भी पूरा करना है। यह पूरा वर्ष अंत्योदय से सर्वोदय, राष्ट्रीय एकता और सुशासन की परिकल्पना को समर्पित होगा। इनके दृष्टिगत पूरे वर्ष आयोजन किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि 26 दिसंबर से प्रारंभ हो रहे 'संविधान के अमृत महोत्सव वर्ष' की शुरूआत पर राजधानी लखनऊ में शासन स्तर के साथ-साथ सभी सरकारी संस्थानों, विभागों, कार्यालयों, विद्यालयों, विश्वविद्यालयों में संविधान की प्रस्तावना का वाचन करते हुए संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ ली जानी चाहिए। स्कूल, कॉलेजों में निबंध और डिबेट आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। संसदीय कार्य विभाग इसका नोडल विभाग होगा।

पूरे वर्ष होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत कार्ययोजना यथाशीघ्र जारी कर दी जाए। प्रयागराज महाकुम्भ में पूरी दुनिया से लोगों का आगमन होगा। यह दुनिया के लिए भारत को जानने, समझने का सुअवसर है। महाकुम्भ में भारतीय संविधान पराधारित 'संविधान गैलरी' तैयार कराई जाए। यहां संविधान सभा के गठन चर्चा-परिचर्चा, संविधान के बनने की पूरी प्रक्रिया को आॅडियो-विजुअल माध्यम से प्रदर्शित किया जाए। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार जनजातीय समाज की संस्कृति के संरक्षण और जनजातीय समाज के कल्याण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है। बलरामपुर के इमिलिया कोडर में जनजातीय संग्रहालय भी स्थापित किया गया है, जबकि दो और संग्रहालय भारत सरकार द्वारा स्थापित कराए जा रहे हैं।

महाकुम्भ में भगवान बिरसा मुंडा पर और प्रदेश की जनजातीय संस्कृति, सरकार के प्रयासों पर केंद्रित विशेष गैलरी बनाया जाए। अटल जी की जन्मशताब्दी के अवसर पर विश्वविद्यालयों में अटल शोध पीठ तथा सुशासन पीठ की स्थापना कराई जानी चाहिए। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इसमें आवश्यक कार्यवाही की जाए। इसी प्रकार, सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष में राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहित करते हुए पूरे वर्ष विविध कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया जाना चाहिए। गृह विभाग इसका नोडल विभाग होगा। उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती को पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर मनाया जाना चाहिए। आक्रांताओं के कालखण्ड में किस प्रकार अहिल्याबाई जी ने भारतीय सांस्कृतिक चेतना को पुनर्जीवन दिया।इससे नई पीढ़ी को परिचित कराया जाना चाहिए। अहिल्याबाई जी के व्यक्तित्व-कृतित्व पर स्कूल कॉलेजों में निबन्ध, डिबेट और सेमिनार का आयोजन भी कराया जाए।

'लोकतंत्र की हत्या' आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर लोगों को अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से इसकी विभीषिका से नई पीढ़ी को परिचित कराया जाना चाहिए। इस दौरान लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का सम्मेलन कराया जाना चाहिए। इस संबंध में सूचना विभाग द्वारा आवश्यक कार्ययोजना तैयार की जाए।
सपा सांसद लालजी वर्मा ने प्रशासन पर मतदाताओं को डराने का आरोप लगाया, अपनी सुरक्षा कर दी वापस

लखनऊ।यूपी के अंबेडकरनगर जिले में कटेहरी विधानसभा में उपचुनाव होना है। यहां से सपा सांसद लालजी वर्मा ने प्रशासन पर मतदाताओं को डराने का आरोप लगाया। सांसद ने अपनी सुरक्षा वापस कर दी है।

उन्होंने एसपी को लिखे पत्र में कहा कि लाल पर्ची देकर मुस्लिम, कुर्मी, यादव मतदाताओं को डराया जा रहा है। यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए घातक है।
पत्र में एसपी पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आपने मुझे अतिरिक्त गनर देने की पेशकश की थी, उसकी जरूरत नहीं।मै अपना मौजूदा गनर भी छोड़ रहा हूं।
झांसी अग्निकांड : चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक का बड़ा बयान, शॉर्ट सर्किट से लगी आग

लखनऊ /झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू में शुक्रवार की देर रात लगी आग के मामले में घटना की विशेष जांच को चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक की अगुवाई में एक उच्चस्तरीय कमेटी सोमवार को मेडिकल कॉलेज पहुंची। टीम ने पूरे दिन विभिन्न बिंदुओं पर जांच की। यही नहीं मृतकों के परिजनों, चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ तक के बयान दर्ज किए गए। इस बीच चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक किंजल सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट से ही लगी थी। आग लगने पर अलार्म भी बजा था। तभी इतने बच्चों की जान बचाई जा सकी।

आग लगने पर अलार्म भी बजा था

मेडिकल कॉलेज अग्निकांड की जांच करने के लिए लखनऊ से झांसी पहुंची स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित टीम की अध्यक्ष चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक किंजल सिंह और अग्नि शमन विभाग के अधिकारी, बिजली विभाग के अधिकारी व डीजी हेल्थ ने पूरे दिन जांच की। हर बिंदु पर जांच करते हुए मृत नवजातों के परिजनों, जूनियर डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ से वार्ता कर उनके बयान दर्ज किए। मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने बताया कि घटना का कारण शॉर्ट सर्किट ही पाया गया है। उन्होंने बताया कि आग लगने पर अलार्म भी बजा था। इसकी पुष्टि मृत नवजातों के परिजनों ने भी अपने बयानों में की है। जूनियर डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ ने भी यही बताया है। जिन खिड़कियों को तोड़कर सेवा भारती व अन्य चिकित्सकों ने बच्चों को निकाला उन्हें, आपातकालीन खिड़की बताया।

12 साल से केबिल न बदले जाने के प्रश्न पर साधी चुप्पी

एक ही निकास द्वार के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि एक नहीं दो निकास हैं। 12 वर्षों से केबिल न बदले जाने और लोड बढ़ाए जाने के सवाल के जबाब में उन्होंने बताया कि विद्युत विभाग के अधिकारी जांच कर रहे हैं। शिशुओं की भर्ती क्षमता पर उन्होंने बताया कि 18 बैड हैं। लेकिन मेडिकल कॉलेज चाहता है कि अधिक से अधिक बच्चों की जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि अभी जांच पूरी होने तक टीम यहीं रहेगी। आज फिर से घटना स्थल का दौरा करते हुए मैप आदि बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 7 दिनों में टीम अपनी विस्तृत रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। हालांकि समयावधि बीतने वाले अग्निशमन यंत्र और तमाम अव्यवस्थाओं के प्रश्नों के जवाब अब भी अधूरे हैं।
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक
लखनऊ/प्रयागराज। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद् ने सोमवार को यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षाएं एक साथ 24 फरवरी से प्रारम्भ होकर 12 मार्च का समाप्त होगी। यह जानकारी सोमवार को यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने देते हुए बताया कि उक्त परीक्षाएं दो पालियों में होगी। प्रथम पाली में प्रातः 8.30 से 11.45 बजे तक तथा द्वितीय पाली सायं 2 से 5.15 बजे तक होगी।

24 फरवरी को पहली पाली में हाई स्कूल के हिंदी और इंटरमीडिएट के सैन्य विज्ञान की परीक्षा होगी। दूसरी पाली में हाईस्कूल के हेल्थ केयर और इंटरमीडिएट हिंदी की परीक्षा होगी। 28 फरवरी को हाईस्कूल के अरबी, फारसी, पाली और संगीत गायन की और इंटरमीडिएट के गृह विज्ञान विषय की परीक्षा होगी। इसके बाद एक मार्च को हाईस्कूल गणित, ऑटोमोबाइल और वाणिज्य की परीक्षा होगी। जबकि इंटरमीडिएट में फल एवं खाद्य संरक्षण समेत कई व्यावसायिक विषयों की परीक्षाएं होंगी। तीन मार्च से छह दिन लगातार यानी आठ मार्च तक परीक्षा होगी। इस दौरान हाईस्कूल के संस्कृत, विज्ञान व कृषि, मानव विज्ञान व एनसीसी, खुदरा व्यापार व मोबाइल रिपेयरिंग, अंग्रेजी व सुरक्षा और गृह विज्ञान विषय की परीक्षा होगी।

नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए किए गए हैं पुख्ता प्रबंध

वहीं, इंटरमीडिएट के जीव विज्ञान, गणित व चित्रकला, पाली, अरबी, फारसी, लेखाशास्त्र व अर्थशास्त्र, उर्दू, गुजराती, पंजाबी व इतिहास, संगीत गायन, वादन, नृत्य कला व भौतिक विज्ञान, कंप्यूटर व मानव विज्ञान और रसायन विज्ञान की परीक्षा होगी। 10, 11 और 12 मार्च को हाईस्कूल के क्रमशः चित्रकला, सामाजिक विज्ञान और क्षेत्रीय भाषाओं की परीक्षा होगी। इस दौरान इंटरमीडिएट के भूगोल, संस्कृत और आखिरी दिन अंग्रेजी की परीक्षा होगी। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।

पिछले वर्ष जैसा फिर रिकॉर्ड बनाने की तैयारी

पिछले वर्ष भी बोर्ड की परीक्षा 12 दिन में पूरी कर ली गई थी। यूपी बोर्ड की परीक्षा 22 फरवरी से 9 मार्च तक हुई थी उसके बाद 16 मार्च से मूल्यांकन का काम शुरू होकर 30 मार्च तक पूरा हो गया था। 20 अप्रैल को परिणाम जारी कर दिया गया था। इस बार परीक्षाएं 12 मार्च को खत्म हो जाएगी। उसके बाद मूल्यांकन और अन्य प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अन्य बोर्ड के सापेक्ष सबसे पहले परीक्षा पूरी करने का प्रयास किया गया है।

कुंभ के बाद कराने का भेजा गया था प्रस्ताव

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं इस बार महाकुंभ की वजह से महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व के बाद कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था।यूपी बोर्ड प्रशासन के एक बड़े अफसर ने नाम न छापने के आग्रह पर इसकी पुष्टि थी।बोर्ड का मानना है कि विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में होने वाले महाकुंभ में इस बार देश ही नहीं, दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालुओं की भीड़ संगम नगरी में उमड़ेगी। ऐसे में बोर्ड की परीक्षाएं आखिरी स्नान पर्व के बाद ही कराना उचित होगा। वर्ष 2024 में परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो गई थीं। पिछले पांच साल के दौरान सिर्फ वर्ष 2022 में बोर्ड परीक्षा मार्च में कराई गई थी।