प्रियंका गांधी का नागपुर दौरा में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन,भिड़े कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने

कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिवप्रियंका गांधी रविवार को नागपुर दौरे पर हैं. प्रियंका गांधी ने नागपुर मध्य विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार बंटी शेल्के के लिए प्रचार करने के लिए क्षेत्र में एक भव्य रोड शो किया. लेकिन जैसे ही प्रियंका गांधी का रोड शो खत्म हो रहा था, तभी संबंधित इलाके के एक चौराहे पर बीजेपी कार्यकर्ता आ गये. उन्होंने जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को एक तरफ हटाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी का झंडा फहराया और जोरदार नारे लगाए. कार्यकर्ताओं द्वारा जय श्री राम के नारे लगाये गये.

जिस इलाके में संबंधित घटना हुई वह संघ मुख्यालय का इलाका है. इस इलाके में प्रियंका गांधी के रोड शो का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध किया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी के झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया.

शुरुआत में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा इमारतों से झंडे दिखाए गए. इसके बाद कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आये. कार्यकर्ता द्वारा जोरदार नारे लगाये गये. इसको लेकर दोनों पक्षों के कार्यकर्ता आक्रामक हो गये.

नागपुर में प्रियंका गांधी ने किया रोड शो

नागपुर मध्य विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला है. यह सियासी मुकाबला कांग्रेस के बंटी शेलके और बीजेपी के प्रवीण दटके के बीच है.

सोमवार को चुनाव प्रचार थम जाएगा. इस बीच, नागपुर में कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. दोनों पक्षों की ओर से भारी बल प्रदर्शन और नारेबाजी की कोशिश की गई. इस बार पुलिस ने उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की. घटनास्थल पर कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है.

चुनाव प्रचार के दौरान मचा घमासान

इस बीच राज्य में 20 तारीख को वोटिंग होगी. इसके बाद 23 तारीख को वोटिंग का नतीजा सामने आएगा. इस चुनाव पर पूरे राज्य की खास नजर है. क्योंकि पिछले कुछ सालों में राज्य में कई बड़ी राजनीतिक घटनाएं हुई हैं. इन घटनाओं के बाद आम जनता किसे चुनेगी? इस पर सभी की नजर है.

मथुरा में युवक की कुल्हाड़ी से हत्या, पुलिस ने शुरू की जांच

उत्तर प्रदेश में भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा में अपराधों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. अब यहां मुरसान हाथरस के रहने वाले युवक की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई है. बदमाश कुल्हाड़ी भी मौके पर छोड़ गए हैं. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव और कुल्हाड़ी कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक अभी तक हत्यारोपियों की पहचान नहीं हो सकी है. ऐसे में फिलहाल अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

आरोपियों की धरपकड़ के लिए डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है. मथुरा पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान हाथरस में मुरसान निवासी पंकज के रूप में हुई है. पंकज यहां गांव नंगला धनुआ में अपने मामा के घर रहता था और यहीं पर दूध का कारोबार करता था. उसका शव शनिवार की देर रात महावन थाना क्षेत्र के गांव कारव लक्ष्मी नगर रोड पर मिला है. वारदात की सूचना मिलने पर एसएसपी खुद डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे.

सर्विलांस से मामले की जांच में जुटी पुलिस

उन्होंने आरोपियों की धरपकड़ के लिए साइबर एक्सपर्ट के अलावा पुलिस की अलग अलग चार टीमों का गठन किया है. साइबर एक्सपर्ट की टीम सीसीटीवी और मोबाइल नेटवर्क खंगाल रही है. वहीं पुलिस की अन्य चार टीमें मैन्यूअल सर्विलांस की मदद से बदमाशों के बारे में जानकारी जुटा रही है. घटना स्थल पर मौका मुआयना के बाद एसएसपी ने बताया कि युवक की उम्र लगभग 26 साल है. अपनी मां के साथ वह अपने मामा के घर में रहता था और रोजी रोटी के लिए दूध का कारोबार करता था. हमेशा की तरह शनिवार की देर रात भी वह शहर से दूध बेचकर घर लौट रहा था.

एक्सप्रेस वे के पास की वारदात

एक्सप्रेस वे की माइलस्टोन 115 के पास घात लगाकर बैठे बदमाशों ने उसे घेर लिया और कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार करते हुए उसकी हत्या कर दी. स्थानीय लोगों के मुताबिक वारदात के काफी देर तक वह सड़क पर ही गिर कर तड़पता रहा था, लेकिन समय रहते मदद नहीं मिल पाने की वजह से उसकी मौत हो गई. बता दें कि महावन थाना क्षेत्र में ही पिछले दिनों एक युवक का शव मिला था. इस युवक का गला बदमाशों ने काट दिया था. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन अब तक इस मामले में भी कोई सुराग नहीं मिला है.

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब, एक्यूआई 460 के पार पहुंचा, स्वास्थ्य पर बढ़ा खतरा

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर की हवा जहरीली हो गई है. यहां पहले से ही एक्यूआई 400 के पार चल रही थी. अब रविवार की शाम को एक्यूआई बढ़ कर 460 के पार पहुंच गई है. एक्यूआई की यह स्थिति बेहद गंभीर श्रेणी में आती है.

स्मॉग की वजह से दोपहर बाद तीन बजे ही सूर्य ढ़लने का एहसास होने लगा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को दिल्ली एनसीआर में न्यूनतम तापमान सामान्य 1.8 डिग्री अधिक 15.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया

मौसम विभाग की ओर से रविवार की सुबह नौ बजे जारी रिपोर्ट के मुताबिक उस समय यहां एक्यूआई 429 दर्ज किया गया था. वहीं दोपहर बाद 3 बजे यह आंकड़ा बढ़ कर 460 के पार पहुंच गया.

रविवार की सुबह धूप खिली थी, लेकिन दोपहर होते होते स्मॉग की वजह से सूरज ढंक गया. दिन भर में ही हुए इस बदलाव की वजह से कई लोगों को सांस लेने में दिक्कत का भी एहसास हुआ.

ऐसे हालात में डॉक्टरों ने बच्चों, बुजुर्गों और क्रॉनिक डिजीज से ग्रस्त लोगों को भरसक इंडोर ही रहने की सलाह दी है.

आज रात में छाया रहेगा कोहरा

मौसम विभाग के मुताबिक एक्यूआई 0-50 के बीच रहे तो अच्छा रहता है.

इसी प्रकार 51-100 एक्यूआई को संतोषजनक माना गया है. 101-200 एक्यूआई मध्यम और 201-300 के बीच एक्यूआई को खराब माना जाता है. मौसम विभाग के मुताबिक 301-400 के बीच एक्यूआई बेहद खराब और 401-500 के बीच एक्यूआई रहने पर गंभीर श्रेणी में माना गया है. मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक आज रात और सोमवार की सुबह कोहरा छाया रहेगा. इस दौरान अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा.

गोरखपुर में महिला ने की आत्महत्या: पति के साथ फोन पर हुए था विवाद

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बड़हलगंज थाना क्षेत्र से सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां रहने वाली एक महिला का दुबई गए पति से किसी बात पर फोन पर ही विवाद हो गया. इससे नाराज महिला ने पंखे में फंदा लगाकर जान दे दी. मां के शव से लिपटकर दोनों छोटे बच्चे चिल्ला -चिल्ला कर रो रहे थे. जिसने भी यह दृश्य देखा उसका दिल पिघल गया और वह अपने आंसुओं को नहीं रोक पाया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

बड़हलगंज थाना क्षेत्र के संसारपार गांव के रहने वाले फिरोज ने बताया कि मेरा बेटा अमन कुछ महीने पहले दुबई चला गया. वह परिवार की माली हालत को ठीक कर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ ही हम सभी लोगों को सुखी रखना चाहता था. वह अक्सर हम सभी लोगों का हाल-चाल भी लेता रहता था. कल सुबह उसका फोन आया तो उसकी पत्नी रूबी उससे बात कर रही थी. बातचीत के दौरान शायद दोनों में कुछ नाराजगी हो गई. समझ में नहीं आया क्या हुआ. रूबी ने खाना भी नहीं बनाया. उसके दो बच्चों को हम लोगों ने बाहर से कुछ मंगवा कर खिलाया. शाम को भी वह नाराज ही रही.

घरवालों ने बताई पूरी कहानी

घरवालों ने बताया कि रूबी अपने कमरे में सोने चली गई. हम लोगों ने रोटी -सब्जी बनाकर बच्चों को खिलाया और अपने भी खाया. खाना खाने के लिए रूबी को भी बुलाया, लेकिन वह नहीं आई. वह दरवाजा अंदर से बंद करके सो गई. बच्चे हमारे पास ही सोए थे. सुबह देर तक वह नहीं जगी तो हम लोगों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई हलचल नहीं दिखी तो हम लोगों ने समझा हो सकता है वह अभी भी नाराज हो. कुछ देर के बाद हो सकता है दरवाजा खोले, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला. ऐसे में हम लोगों ने थकहारकर रोशनदान के रास्ते बच्चे से झंकवाया तो अंदर का दृश्य देखकर बच्चा चिल्लाने लगा.

क्या बोले एसपी?

पंखे के कुंडे में साड़ी का फंदा लगाकर रूबी लटकी हुई थी. इसी दौरान लोगों ने पुलिस को भी सूचना कर दी. पुलिस ने दरवाजा को तोड़कर रूबी को फंदे से उतारा. इस संबंध में एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने कहा कि घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर गई थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे साक्ष्यों व तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

बीजेपी नेता अनिल झा ने थामा AAP का हाथ, केजरीवाल ने किया स्वागत

दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी को झटका लगा है. बीजेपी नेता अनिल झा आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अनिल झा की पार्टी में ज्वाइनिंग कराई. साथ ही जहां एक तरफ बीजेपी के नेता आम आदमी पार्टी का हिस्सा बन गए हैं. वहीं, दूसरी तरफ आप के नेता और मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

अनिल झा ने पार्टी में शामिल होने के मौके पर कहा, मेरा सौभाग्य है कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सामाजिक न्याय के लिए जो काम किए, मैं उनका और उनकी पार्टी का धन्यवाद देता हूं कि तकरीबन 1600 कच्ची कालोनियों में जहां पूर्वांचली रहते हैं, वहां की बच्चियों को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा मिल रही है. मैं 32 साल एक पार्टी में रहा हूं लेकिन अरविंद केजरीवाल जी से प्रभावित होकर आप ज्वाइन कर रहा हूं. उन्होंने इतना काम किया.

केजरीवाल ने अनिल झा का किया स्वागत

अरविंद केजरीवाल ने अनिल झा को पार्टी में शामिल करने के मौके पर कहा, अनिल झा का स्वागत करता हूं. उन्होंने पूर्वांचल समाज के लिए बड़ा काम किया. उत्तर प्रदेश और बिहार में जब हमारे भाइयों को अच्छी शिक्षा और रोजगार नहीं मिलता है तो वो दिल्ली आते हैं. वो दिल्ली में घर नहीं ले पाते हैं तो कच्ची कालोनियों में ही बस गए हैं, उनमें सबसे ज्यादा पूर्वांचल के लोग रहे हैं. बीजेपी और कांग्रेस ने उन पर सिर्फ राजनीति ही की है.

जब मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री बना तो अधिकारियों ने कहा कि वहां विकास नहीं हो सकता, कोर्ट की अड़चन है, लेकिन हमने वहां 2015 से सीवर, पानी की लाइन डाली, विकास कार्य किए, 1700 में से 1650 कालोनियों में पानी की सप्लाई पहुंचा दी है. ये सभी काम हमारी सरकार बनने के बाद हुए. वहां जमीन के रेट कम थे अब बढ़ गए हैं. साथ ही बीजेपी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा, बीजेपी ने केवल धोखा ही दिया, पूर्वांचल का वोट लेने के लिए बीजेपी नेताओं ने कहा था कि रजिस्ट्री खोल रही है लेकिन ऐसा नहीं किया. हम उनको धोखा नहीं देते, अभी और काम करना है.

कैलाश गहलोत के इस्तीफे पर क्या कहा?

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. अरविंद केजरीवाल ने कैलाश गहलोत के इस्तीफे पर कहा, दुर्गेश पाठक ने कहा कि पिछले कई महीनों से उन पर ईडी और आयकर की रेड डाली गई. इससे ये साबित हो गया कि बीजेपी हार चुकी है, इसलिए ईडी सीबीआई का सहारा लिया.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में दो सरकारें हैं. एक राज्य सरकार और एक केंद्र सरकार, दोनों के पास शक्तियां और रिसोर्सेज हैं. केंद्र सरकार के पास असीम शक्ति है. दिल्ली सरकार के पास तो कम शक्ति हैं, लेकिन आज मैं बीजेपी को चुनौती देता हूं कि आपने पूर्वांचल समाज के लिए क्या काम किए? एक काम गिना दें जो आपने किए हैं.

अमेरिका ने भारत को लौटाईं 1400 से अधिक प्राचीन मूर्तियां, जाने कीमत कितनी है

देश भर में कई वेशकीमती मूर्तियां मौजूद हैं, लेकिन कई मूर्तियों को चुराकर चोरों ने बेच दिया. जिनकी कीमत करोड़ों रुपये आंकी गई है. ऐसी ही कुछ चुराईं गई मूर्तियां अमेरिका तक जा पहुंची, जिन्हें न्यूयॉर्क के म्यूजियम में भी रखा गया था. अमेरिका ने दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से चुराई गईं कलाकृतियों को वापस देने की पहल शुरू की है. इसी के तहत भारत को 10 मिलियन डॉलर (84 करोड़) की 1400 से अधिक लूटी गई कलाकृतियां लौटाई गई हैं, जो देश के अलग-अलग इलाकों से चुराई गई थीं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबकि. अमेरिका के न्यूयॉर्क के मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के ऑफिस में बुधवार को भारत से लूटी व चुराई गई कलाकृतियां वापस की गईं हैं. बरामद की गई कलाकृतियाें में कई ऐसी वस्तुएं हैं, जो हाल ही में न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में प्रदर्शित की गई थीं. उनमें एक दिव्य नर्तकी की पत्थर की मूर्ति भी शामिल है, जिसे मध्य भारत से तस्करी करके लंदन लाया गया था और वहां उसे बेच दिया गया था.

मध्यप्रदेश और राजस्थान की मूर्तियां भी शामिल

अमेरिका की तरफ से भारत को लौटाई गई प्राचीन वस्तुओं में 1980 के दशक में मध्य प्रदेश के मंदिर से लूटी गई बलुआ पत्थर की देव नर्तकी की मूर्ति शामिल है. जिसे चोरी कर लंदन ले जाया गया था. इस मूर्ति की तस्करी के लिए चोरों ने मूर्ति को दो हिस्सों मं बांट दिया था. ताकि इसकी तस्करी आसानी से हो सके, बाद में इस मूर्ति के दोनों हिस्सों को जोडकर म्यूजियम को दान में दे दिया गया था. इसके साथ ही 1960 के दशक में राजस्थान के तनेसरा-महादेव गांव से लूटी गई हरे-भूरे रंग तनेसर देवी की मूर्ति शामिल हैं. जिन्हें जल्द ही भारत वापस लाया जाएगा.

जुलाई में शुरू हुई थी मूर्ति वापस लाने की प्रक्रिया

भारत और अमेरिका ने जुलाई में अवैध व्यापार को रोकने और चोरी की गई प्राचीन वस्तुओं को भारत वापस करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी. सितंबर में अमेरिका ने भारत को 297 चोरी की गई प्राचीन वस्तुएं वापस की थीं, जो लगभग 4000 साल पुरानी हैं.

मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन एल ब्रैग ने कहा, हम भारतीय सांस्कृतिक विरासत को निशाना बनाने वाले विभिन्न तस्करी नेटवर्क की जांच जारी रखेंगे. बयान में कहा गया है कि ब्रैग के कार्यकाल के दौरान, जिला अटॉर्नी की पुरावशेष तस्करी रोधी इकाई ने 30 से अधिक देशों से चुराए गए 2,100 से अधिक पुरावशेष बरामद किए, जिनकी कीमत लगभग 23 करोड़ अमेरिकी डॉलर थी.

हरदोई में दिल दहला देने वाली घटना: पांच रुपये के विवाद में मासूम की हत्या,आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में गन्ने के खेत में मिली मासूम की टुकड़ों में लाश की दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि पांच रुपये को लेकर दो बच्चों के बीच हुए विवाद को लेकर यह हत्या की गई थी. आरोपी ने गन्ने के खेत में ले जाकर मासूम बच्चे का गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था.

हरदोई के शाहाबाद थाना क्षेत्र के लालपुर गांव में रहने वाले नीतराम का बेटा (11) घर के बाहर खेलते समय अचानक से लापता हो गया था. उसके बाद उसका शव टुकड़ों में गन्ने के खेत से बरामद हुआ था. नग्न अवस्था में मिले शव के हाथ पैर 28 मीटर की दूरी पर मिले थे. मासूम बच्चे के शव ने डीकंपोज होना शुरू कर दिया था. फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने घटना की जांच को लेकर सभी सबूत जुटाए गए थे.

पांच रुपये के लिए की हत्या

परिवार के लोगों ने बच्चे को आखिरी बार घर के पास ही खेलते हुए देखा गया था. पुलिस की जांच में सामने आया है कि मासूम बच्चे के साथ में खेलने वाले बच्चे का पिता ही हत्यारा है. आरोपी की पहचान छोटेलाल के तौर पर हुई है. पुलिस की कड़ी पूछताछ के बाद आरोपी ने अपना जुर्म कबूल हुए हत्या की वजह बताई है. उसने बताया कि सिर्फ पांच रुपये के विवाद के चलते उसने मासूम की हत्या गन्ने के खेत में ले जाकर गला दबाकर कर दी थी.

पुलिस अधीक्षक ने दी मामले की जानकारी

हरदोई के पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने शाहाबाद में घटी मासूम की हृदय विदारक घटना का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने बताया है कि विनोद और मृतक आयुष साथ-साथ खेल रहे थे. खेलने के दौरान आयुष ने मेरे बेटे विनोद से पांच रुपये जीत लिए थे. आयुष मेरे बेटे से पांच रुपये छीनकर भाग रहा था. इसी दैरान अचानक वह पत्थर में पैर लगने की वजह से गिर गया था. गिरते ही वह बेहोश हो गया. वहीं पास में ही बैठकर मैं यह सब देख रहा था.

आरोपी ने कबूला जुर्म

घटना को देखकर पहले तो उसे आयुष को उठाने का प्रयास किया, लेकिन ना उठने पर उसे खेत में ले जाकर बात को वहीं खत्म करने के लिए उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जंगली जानवरों के द्वारा उसके शरीर के टुकड़ों को इधर-उधर बिखरे गया था. हालांकि, पूरे मामले के खुलासे के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसे गिरफ्तार करने के बाद में जेल भेजने की कार्यवाही की गई है.

मणिपुर हिंसा के कारण अमित शाह की महाराष्ट्र की रैलियां रद्द

महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री अमित शाह की सभी रैलियां रद्द हो गई हैं. केंद्रीय गृह मंत्री नागपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. दरअसल, शाह आज महाराष्ट्र में चार जनसभाओं को संबोधित करने वाले थे लेकिन अचानक से ये खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, मणिपुर हिंसा की वजह से उनका यह चुनावी दौरा रद्द हो गया. शाह लगातार मणिपुर के हालात पर नजर रखें हैं और उच्चाधिकारियों से अपडेट ले रहे हैं.

अमित शाह गढ़चिरौली, वर्धा, काटोल और सांवेर में चुनावी जनसभा करने वाले थे. शाह की जगह अब स्मृति ईरानी इन जगहों पर चुनावी जनसभा करेंगी. महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान है. 288 सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग होगी. कल चुनाव प्रचार थम जाएगा. ऐसे में आज शाह ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार करने वाले थे लेकिन मणिपुर हिंसा के कारण अचानक उनकी सभी रैलियां रद्द हो गईं.

DG CRPF मणिपुर रवाना

मणिपुर में हालात को देखते हुए डीजी सीआरपीएफ मणिपुर रवाना हो गए हैं. वो वहां जाकर कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे. राज्य में कानून व्यवस्था कायम करने के लिए नए सिरे से टीम बनाई जा रही है. मणिपुर के कुछ इलाकों में जहां पर कर्फ्यू में ढील दी गई थी, वहां दोबारा कर्फ्यू लगाया गया है. राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए बिश्नुपुर इंफाल जीरिबीम इलाकों में दोबारा कर्फ्यू लगाया गया.

केंद्र सरकार लगातार एक्टिव

मणिपुर में कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार लगातार नजर बनाए हुए हैं. डीजी सीआरपीएफ के मणिपुर दौरे के साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों का दल भी जल्द ही राज्य का दौरा करेगा. शनिवार को केंद्र सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को कायम करने के लिए एक अहम आदेश दिया था कि जो लोग हिंसक गतिविधियों में शामिल हैं और उपद्रवकारी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

मणिपुर में क्यों भड़की हिंसा?

मणिपुर एक बार फिर हिंसा की आग में जल रहा है. स्थिति फिर से तनावपूर्ण हो गई है. गुस्साई भीड़ ने इंफाल में मंत्रियों और विधायकों के घर में आग लगा दी. उनके वाहनों को आग के हवाले कर दिया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं. पूरे इलाकों में जवानों की तैनाती की गई. जिरी नदी से तीन शव मिलने के बाद लोगों में गुस्सा फूट गया. इसी को लेकर नाराज लोगों ने मंत्री के घर का रुख किया लेकिन जब उन्हें पता चला कि मंत्री जी राज्य में नहीं है. इसके बाद नाराज लोगों ने घर में तोड़ फोड़ और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया.

हिंसा की आग में जल रहा मणिपुर, अब तक 23 की गिरफ्तारी, 7 जिलों में इंटरनेट बंद

मणिपुर एक बार फिर जल रहा है. राजधानी इंफाल में भड़की हिंसा के बाद कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दी गई है. तनावपूर्ण हालात को देखते हुए सात जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. गुस्साई भीड़ ने तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घर में आग लगा दी. कार और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने की मांग की.

मणिपुर पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि गुस्साई भीड़ ने राज्य के मंत्रियों और विधायकों समेत जन प्रतिनिधियों के घरों और संपत्तियों को निशाना बनाया है. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का सहारा लिया. इम्फाल में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सेना और असम राइफल्स के जवानों की तैनाती की गई है. फ्लैग मार्च निकाला गया. भीड़ को तितर-बितर करने के क्रम में आठ लोग घायल हुए हैं.

अब तक 23 की गिरफ्तारी, 7 जिलों में इंटरनेट बंद

घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना में शामिल 23 लोगों को अरेस्ट किया गया है. इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और बिष्णुपुर जिलों से इन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इनके पास से 32 पिस्टल, एसबीबीएल के 07 राउंड, 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. अगले आदेश तक शहर में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया गया है. इंटरनेट और मोबाइल सर्विस को 2 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है. कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए एसएसपी/सीओ को जमीन पर तैनात किया गया है. वरिष्ठ अधिकारी 24 घंटे स्थिति पर गंभीरता से नजर रख रहे हैं.

आखिरी मणिपुर में कैसे भड़की हिंसा?

जिरी नदी से तीन शव मिलने के बाद लोगों में गुस्सा फूट गया. इसी को लेकर नाराज लोगों ने मंत्री के घर का रुख किया लेकिन जब उन्हें पता चला कि मंत्री जी राज्य में नहीं है. इसके बाद नाराज लोगों ने घर में तोड़ फोड़ और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया. हिंसा के विरोध में लोगों ने इंफाल में प्रदर्शन किया गया और आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने की मांग की. हालात को देखते हुए इंफाल में इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. सात जिलों में इंटरनेट को बंद कर दिया गया.

उत्तर प्रदेश का दिल दहला देने वाला मामला: पत्नी से झगड़े के बाद पति ने 1 महीने की मासूम बच्ची को नदी में फेंका,हुआ गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में एक पति ने पत्नी से झगड़ा होने के बाद अपनी 1 महीने की मासूम बच्ची को नदी में फेंक दिया. पत्नी फोन पर रोती-चीखती रही और बच्ची को न मारने की मिन्नतें करती रही इसके बाद भी हैवान बने पिता ने मासूम की जान ले ली. तीन दिन तक इंतजार करने के बाद जब उसका पति उसकी बच्ची को लेकर घर नहीं लौटा तो महिला ने पुलिस से शिकायत कर दी. पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल जांच की जा रही है.

जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला जिले के जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के माडरमऊ गांव का है, जहां के रहने वाले जीशान नाम के शख्स से मगनपुर महिमापुर की रहने वाली संगम ने परिजनों के खिलाफ जाकर लव मैरिज कर ली थी. उस वक्त जीशान ड्राइवर का काम करता था. हालांकि बाद में उसकी नौकरी चली गई जिसके बाद वह आलापुर तहसील के रामनगर में जाकर किराए से रहने लगा. उसके साथ संगम भी रह रही थी.

आए दिन होता था झगड़ा

संगम ने पुलिस को बताया कि 12 नवंबर जीशान अपनी पत्नी और बच्ची को घुमाने के लिए आजमगढ़ के भैरव बाबा मंदिर ले गया था. लौटकर जब वह वापस आए तो उनके बीच किसी बात पर झगड़ा हो गया. जीशान आए दिन दूसरी शादी करने की बात करता था. संगम ने पुलिस को बताया कि जब से उसके यहां बेटी हुई थी जीशान उससे लगातार झगड़ा कर रहा था. 12 नवंबर को भी वह 1 महीने की मासूम बच्ची को अपने साथ उठा कर ले गया. उसने बिड़हर घाट पर पहुंचा और वहां से उसने संगम को कॉल किया.

संगम ने कॉल उठाया तो जीशान ने कहा कि वह बच्ची को मार डालेगा, अगर वो जिंदा रही तो उसकी दूसरी शादी नहीं होगी. इस बात को सुनकर संगम फोन पर रोती चीखती रही. उस वक्त सो जीशान ने बच्ची को कुछ नहीं किया और अपने साथ लेकर एक रिश्तेदार के यहां चला गया. उसके अगले दिन 13 नवंबर को सुबह जीशान ने बच्ची को सरयू नदी में फेंक दिया जहां उसकी मौत हो गई.

पुलिस की पूछताछ में बताया सच

जब जीशान तीन दिन तक घर नहीं लौटा तो संगम ने पुलिस फोन कर पूरी बात बताई. इस दौरान जीशान संगम से कहता रहा कि सब ठीक हो जाएगा और बच्ची भी जिंदा है और उसी के पास है. लेकिन जब संगम की शिकायत पर पुलिस ने जीशान को गिरफ्तार किया और सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि बच्ची को उसने सरयू नदी में फेंक दिया है. हालांकि गोताखोरों को अभी तक बच्ची की लाश नहीं मिल पाई है. फिलहाल आरोपी को जेल भेज दिया गया है.