तेनुघाट जेल में कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार तेनुघाट जेल में रविवार को कानूनी जागरूकता शिविर में मुख्य अतिथि प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार ने बंदियों को कानूनी जानकारियां देते हुए मानवधिकार के बारे में बताया कि मानवाधिकारों का मुख्य उद्देश्य मौलिक, सार्वजनिक नैतिक मानदंडों के आकार, सामग्री और दायरे को निर्धारित करने का आधार निर्धारित करना है। जैसा कि जेम्स निकेल कहते हैं, मानवाधिकारों का उद्देश्य व्यक्तियों के लिए न्यूनतम अच्छे जीवन जीने के लिए आवश्यक स्थितिया सुरक्षित करना है। जुर्म अन्याय व भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए संघर्ष करना और शासन प्रशासन का सहयोग करना। कन्या भ्रूण हत्या रोकना व समाज को जागरुक करना। बाल विवाह व महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न पर अंकुश लगाना। महिलाओं को सशक्तीकरण करने के उद्देश्य से योजनाएं संचालित करना व महिलाओं को जागरुक करना। वहीं अपराध की प्रवृत्ति के बारे में बताया कि यह ऐसी क्रिया या क्रिया में त्रुटि है, जिसके लिए दोषी को कानून द्वारा निर्धारित दंड दिया जाता है। अर्थात अपराध कानूनी नियमों, कानून का उल्लंघन करने की नकारात्मक प्रक्रिया है जिससे समाज के तत्वों का विनाश होता है। इसलिए हमें अपराध से बचने की जरूरत है। साथ ही उपस्थित सभी बंदियों की समस्याओं को सुना और उसके निराकरण का आश्वासन भी उन्हें दिया। पैनल अधिवक्ता कल्याणी ने दहेज अधिनियम के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि दहेज लेना और देना दोनो अपराध है। इसलिए हमें अपराध से बचने की जरूरत है। स्वागत भाषण जेलर नीरज कुमार ने करते हुए बताया कि जेल में बंदियों को जेल अधिनियम के तहत सारी अहर्ताएं पूरी की जाती है। मंच संचालन और धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता सुभाष कटरियार ने किया। उक्त बातों की जानकारी अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव सह एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल ने देते हुए बताया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय एव उच्च न्यायालय के निर्देश पर तेनुघाट जेल में जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। किसी भी बंदियों के द्वारा आवेदन नहीं दिया गया था इसलिए किसी भी बंदी की रिहा नहीं हुई। इस अवसर पर लिपिक इश्तियाक अंसारी, कंप्यूटर ऑपरेटर विजय कुमार, मदन प्रजापति, आकाश कुमार सचिन कुमार सहित जेल के पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
ओवर ब्रिज निर्माण में गड़बड़ी एवं कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क पार करने पर लुकईया के ग्रामीणों ने किया जोरदार विरोध प्रदर्शन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार भारतमाला परियोजना फेज 1 के तहत पेटरवार प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लुकईया में सड़क निर्माण के दौरान सड़क निर्माता कंपनी के द्वारा गलत तरीके से ओवर ब्रिज एवं कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क को पार किए जाने को लेकर लुकईया के ग्रामीणों के द्वारा एनएचआई एवं सड़क निर्माण कंपनी के विराध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान शामिल महिलाए एवं पुरुष हाथ में तख्तियां लिकर जोरदार नारेबाजी कि जा रही थी। जिसमें एनएचआई की मनमानी नहीं चलेगी, कब्रिस्तान की रक्षा में जान देंगे, हमारी मांगी पूरी करो, ग्रामीण पीसीसी बंद मत करो, ओवर ब्रिज का निर्माण में मनमानी नहीं चलेंगी सहित अनेक नारे लगाए जा रहे थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं एवं पुरुषों में जबरदस्त आक्रोश दिखा। आक्रोश व्यक्त करते हुए महिलाओं एवं पुरुषों ने कहा कि अपनी जान दे देंगे परंतु कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क पार करने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे बाप दादा एवं पूर्वजों को कब्रिस्तान में दफनाया गया है। उसके ऊपर से सड़क बिल्कुल भी पर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह नहीं चाहिए एवं झारखंड सरकार हमारी भावनाओं के साथ नहीं खेले। हमारी धर्म एवं संस्कृति की रक्षा हो। लोगों ने कहा कि कब्रिस्तान के बगल में काफी खाली जमीन है जिसे देने के लिए तैयार है बस हमारी कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क को नहीं बनाया जाए। इस दौरान लोगों ने कहा कि नहीं के द्वारा एनएच 23 के ऊपर जो ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है। वह गलत तरीके से बनाया जा रहा है। जिससे दुर्घटनाओं में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि होगी। ओवर ब्रिज के स्थान पर इस तरह का टर्निंग पॉइंट लोगों के लिए जानलेवा साबित होगा इसलिए जल्द से जल्द ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य को बंद कर सही तरीके से ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जाए जिससे जनहानि ना हो। इस दौरान लोगों ने कहा कि सड़क के निर्माण में प्रयोग की जा रही छाई के उड़ने से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। छाई उड़कर हमारे घरों में घुस जाता है एवं हमारे भोजन सहित अन्य सामग्रियों में पड़ जा रहा है। निर्माण की जा रही कंपनियों के द्वारा ना ही सड़क में छिड़काव किया जा रहा है और ना ही छाई को हटाया जा रहा है जिससे प्रदूषण की मार स्थानीय ग्रामीण झेल रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि रयती भूमि का बिना मुआवजा दिए ही जबरदस्ती काम कराया जा रहा है। मामले पर बोले जाने पर सड़क निर्माण कर रही कंपनी के अधिकारी काली गलौज एवं झूठा मुकदमा में फसाने का धमकी देते है। मामले पर स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री झारखंड सरकार, बोकारो उपायुक्त, भु अर्जन बोकारो, अंचलाधिकारी पेटरवार को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। इस मौके पर रफीक अंसारी, फाथमा खातून, समीम अंसारी, शंकर महतो, असगर अंसारी, नासिर अंसारी, असलम अंसारी, जाहिद अंसारी, शकीला बानो, रजि बीबी सहित दर्जनों ग्रामीण महिला - पुरुष सहित युवक और बच्चे मौजूद थे।
तेनुघाट स्थित बिरसा चौक में 150 वीं बिरसा जयंती मनाई गई
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार तेनुघाट स्थित बिरसा चौक में 150 वीं बिरसा जयंती दिवस के एवं झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश मछुवा के पहल पर कसमार सी ओ परवीन कुमार के द्वारा अदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। साथ ही तेनुघाट पंचायत मुखिया नीलम श्रीवास्तव, मुन्ना श्रीवास्तव, योगेंद्र कुमार पांडेय, पप्पू यादव, सतीश कुमार, शालिग्राम प्रसाद, पंकज पाठक, अशोक यादव, छोटू भेंगराज, मनोज कुमार, सरोज कुमार, छोटन रजक सहित कई समाज सेवियों के द्वारा माल्यार्पण किया गया और 11 किलो लड्डू वितरण किया गया।
उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ सम्पन्न हुआ छठ पूजा
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार

बेरमो अनुमंडल स्थित पुरे बेरमो में हो रहे लोक आस्था के महापर्व छठ कार्तिक मास के सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को छठवर्तियों के साथ आम श्रद्धालुओं ने अर्घ्य दी गई। छठ व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण की एवं छठी मईया और भगवान सूर्यदेव से सुख, समृद्धि एवं मंगलकार्य की कामना की। मान्यता है कि उगते समय सूर्य अपनी पत्नी उषा के साथ होते हैं और उषा के साथ सूर्यदेव को अर्घ्य देने से वंश में वृद्धि होती है। इस वर्ष छठ महापर्व 5 नवम्बर को नहाय-खाय के साथ शुरू हुई थी। वहीं 6 नवंबर को खरना और 7 नवम्बर को संध्या अर्घ्य दी गई थी। इस तरह छठ महापर्व की पूजा आज 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ सम्पन्न हो गई। वहीं श्रद्धालुओं में पूजा को लेकर बहुत ही उत्साह रहा मंहगाई भी अड़े नहीं आई। वहीं पुलिस प्रशासन और बिजली विभाग भी दुरुस्त नजर आये।
अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देती छठवर्ती
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार लोक आस्था का महापर्व छठ जिसे चार दिनों तक विशेष रीति-रिवाजों और आस्था के साथ मनाया जाता है, पूरे झारखंड में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस पर्व का मुख्य आकर्षण सूर्योपासना और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। बेरमो अनुमंडल के तेनुघाट, गोमिया और पेटरवार सहित आस-पास के इलाकों में छठ घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। बेरमो अनुमंडल के प्रमुख घाटों पर छठव्रती अपने परिजनों के साथ डाला लेकर पहुंचे और भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। व्रतियों ने अपने डाला में ठेकुआ, कसार, नारियल, फल-फूल और अन्य पूजन सामग्रियों को सजाया और सूर्यास्त के समय विधि विधान से अर्घ्य देकर छठ माता की पूजा की। भक्तों का मानना है कि छठ पूजा से न सिर्फ परिवार की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है, बल्कि इससे संतान सुख और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है। छठ घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। प्रशासन की ओर से नावों की व्यवस्था और गोताखोरों की तैनाती की गई, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। इसके अलावा स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों और पुलिस बल ने घाटों पर आने वाले भक्तों की सहायता और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए। छठ पर्व का आयोजन सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न होगा, जिसमें व्रती और भक्तगण पुनः सूर्य देव की उपासना करेंगे। इस अवसर पर छठ व्रतियों का कहना था कि छठ पर्व न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक है, बल्कि यह प्रकृति और समाज के प्रति हमारी आस्था को भी मजबूत करता है।
राजनितिक में भी नाई सामाज उपक्षा का है शिकार - धनेश शर्मा
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार पेटरवार के ठाकुर (नाई)समाज के अध्यक्ष धनेश कुमार शर्मा उर्फ बबलू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि सन 2000 में अलग झारखंड राज्य का निर्माण किया गया। झारखंड अलग होने के बाद भी नाई समाज पूरे झारखंड में उपेक्षित रहा है। कोई भी राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय दल के द्वारा नाई समाज को सम्मान देने का कार्य नहीं किया गया और न ही किसी भी पार्टी के द्वारा नाई समाज के उत्थान के लिए अपनी घोषणा पत्र में जगह दी गई है। उपेक्षा के कारण ठाकुर (नाई) समाज शिक्षा, राजनीतिक सहित सभी क्षेत्रो में काफी पीछे है। विभिन्न राजनीतिक दलों के द्वारा जिला स्तरीय, प्रखंड स्तरीय, पंचायत स्तरीय एवं कार्यकारिणी में नाई समाज के किसी भी व्यक्ति को जगह नहीं दिया जाता। जबकि ठाकुर (नाई ) समाज लोकसभा, विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी निर्णायक भूमिका अदा करती है। लोगों का जन्म से मृत्यु तक सेवा भाव अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा की नाई समाज आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान उस पार्टी व नेता को अपना समर्थन देगी जो नाई समाज के उत्थान एवं अपनी पार्टी में नाई समाज का प्रतिनिधित्व देने की बात करेगा। अब बिल्कुल भी नाई समाज वोट बैंक बन कर नहीं रहेगा। अपनी हक और अधिकार के लिए अब लगातार संघर्ष करेगा।
लोक आस्था का महापर्व छठ नहाए खाए के साथ हुआ शुरु
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार  लोक आस्था का महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान मंगलवार को नहाए खाए के साथ शुरु हुआ। अनुमंडल मुख्यालय तेनुघाट एवं इसके आसपास के क्षेत्र में पूरे अनुष्ठान एवं धूमधाम के साथ चल रहा है। चारों ओर छठ माता के गीत से गुंज उठा और पूरा वातावरण भक्ति मय हो गया है। छठ व्रत के पहले दिन छठ वर्तधारियो ने स्नान कर भगवान सूर्य की आराधना करते हुए चना दाल, अरवा चावल और कद्दू की सब्जी ग्रहण कर चार दिवसीय छठ का अनुष्ठान शुरू किया। इसके साथ ही उपवास कर बुधवार को खड़ना पर्व की तैयारी शुरू हो गई। खड़ना पर्व के दिन व्रत धारियां उपवास कर भगवान भास्कर की आराधना कर पूरे पवित्रता एवं शुद्धता पुर्वक के साथ खीर बनाकर उसे ग्रहण कर खड़ना पर्व मनाया जाएगा। वहीं लोगों के बीच प्रसाद के रूप में खीर का वितरण किया जाएगा। इसकी तैयारी चारों ओर पूरे जोर शोर से चल रही है। वही छठ पर्व मनाने को लेकर आज बाजार में छठ के सामान लेने को काफी रौनक दिखाई दिया।

धूम धाम से किया गया श्री श्री चित्रगुप्त जी महाराज का विषर्जन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
मसी भाजन संयुक्तस्च चरसित्व महीतले, लेखनी कटनी हस्ते चित्रगुप्त नमस्तुते। चित्रगुप्त नमस्तुभ्यं लेखका अक्षर दायकम, कायस्थ जाती मासाध्य चित्रगुप्त नमस्तुते की जय घोष से गूंज उठा तेनुघाट का इलाका। जब कायस्थ परिवार के परिवारजन के द्वारा भगवान चित्रगुप्त की पूजा पूरे धूमधाम से तेनुघाट में आयोजित किया गया।  ज्ञात हो कि, 3 नवंबर को चित्रगुप्त पूजा के दिन  श्री श्री चित्रगुप्त पूजा समिति आई टाइप तेनुघाट एवं एफ टाइप चौक पर चित्रगुप्त परिवार तेनुघाट के द्वारा चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना की गई।  तेनुघाट चित्रांश परिवार के सदस्यों द्वारा भगवान चित्रगुप्त की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना किया गया। बताया जाता है कि कार्तिक शुक्ल पक्ष के द्वितीय तिथि को भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। आज वही पूजा समाप्ति के बाद बड़ी ही धूम धाम से श्री श्री चित्रगुप्त जी महाराज की प्रतिमा को नगर भ्रमण कर तेनुघाट डैम में विषर्जन गाजे बजे के साथ किया गया। वहीं इस विषर्जन में अजीत कुमार लाल, संतोष कुमार श्रीवास्तव, जशु श्रीवास्तव, संजय अम्बष्ठ, विजय अम्बष्ठ, राहुल श्रीवास्तव,   रमेंद्र कुमार सिन्हा, रतन कुमार सिन्हा, सुनील कुमार, प्रदीप कुमार सिन्हा, संजय कटरियार, सत्येंद्र कुमार सिन्हा, शिव शंकर प्रसाद, कुंदन कुमार, नितेश कुमार, संतोष कटरियार, सुभाष  कटरियार, प्रीतीश आनंद, गोलू कुमार, विजय अंबस्ट, मिथलेश कुमार, शुभम कटरियार, सत्यम कटरियार, शिवम कटरियार, अक्षय कुमार, कौस्तुभ कृष, अभिनीत नंदन, प्रियांशु कटरियार, अनिकेत नंदन, शंकु कुमार, संतोष श्रीवास्तव उर्फ मुन्ना, अजीत कुमार लाल, जसू श्रीवास्तव, सुजीत कुमार सिन्हा, मयंक, मयूर, अंश, बाहुबली सहित चित्रांश परिवार के दर्जनों सदस्य गण मौजूद थे।

पेटरवार के बक्सी चित्रांश समिति 100वर्षो से मानते आ रहा है पूजा, पूजा का एक अलग ही है महत्व, इस पूजा में सैकड़ो लोग रहते है मौजूद
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार पेटरवार बक्सी चित्रांश समिति खत्री टोला में हर्शोल्लास के साथ मनी चित्रगुप्त पूजा मासिभाजन संयुक्तश्चरसि त्वम महितले।लेखनी कटनी हस्त चित्रगुप्त! नमोस्तुते। चित्रगुप्त ! नमस्तुभ्यम लेखाकाक्षरदायकम कायस्थ जातिमासाद्य चित्रगुप्त! नमोस्तुते। बक्सी चित्रांस समिति द्वारा बक्सी टोला, पेटरबार में चित्रगुप्त पूजा का भव्य रूप से आयोजन किया गया। कायस्थों के ईश भगवान चित्रगुप्त का अविर्भाव भगवान ब्रह्मा की काया से हुआ है। उन्हें यमपुरी में भगवान यमराज के सहचर के रूप में लोगों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखने का दायित्व मिला। आज के दिन कायस्थों के द्वारा कलम-दवात की पूजा की जाती है तथा भगवान चित्रगुप्त का आशीर्वाद लिया जाता है। आज के दिन बहनें भाइयों की लम्बी उम्र तथा खुशहाली के लिए अन्नकूट करती हैँ और भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर चना-कसैली तथ मिठाइयाँ खिलाती हैँ और भाईदूज का त्योहार मानती हैँ वहीं भाई भी बहनों को उपहार देते हैँ तथा उनकी रक्षा का वचन देते हैँ। पूजोपरांत प्रसाद वितरण तथा प्रीतिभोज का भब्य आयोजन किया गया। संध्या आरती के पश्चात बच्चों द्वारा रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें चित्रांश बच्चों के द्वारा नृत्य, संगीत, गायन, नाटक, चुटकुले इत्यादि का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया। एवं रात्रिभोज के आयोजन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस मौके पर शशि भूषण बक्सी, बक्शी कृष्ण मुरारी प्रसाद, रतन किशोर प्रसाद बक्सी, कार्तिक प्रसाद बक्सी, चंद्रशेखर प्रसाद बक्सी, शंकर प्रसाद बक्सी, अशोक प्रसाद बक्सी, किशोर प्रसाद बक्सी, भागीरथ प्रसाद बक्शी,कुमार कौशलेश, कुमार अनिमेष, कामेश्वर प्रसाद बक्सी, धीरेंद्र प्रसाद बक्सी, सुधीर कुमार सिन्हा, अरविंद कुमार सिन्हा , प्रदुमन कुमार वर्मा,नीरज कुमार सिन्हा, राजेश कुमार सिन्हा ,स्वरूप सहाय, पंकज कुमार सिन्हा, बसंत कुमार सिन्हा, अभिषेक कुमार सिन्हा, अमित कुमार सिन्हा, रूपेश कुमार सिन्हा, अनंत कुमार सिन्हा, रूपेश कुमार वर्मा, लोकेश कुमार सिन्हा, चंदन सिन्हा, सूरज सिन्हा , सोनल बक्सी, प्रीतीश रंजन, प्रियांशु रंजन, राहुल, मेहुल, कुमार ज्ञानदीप, ज्ञान , राजवर्धन एवं समस्त बक्सी परिवार के सदस्य सम्मिलित थे।
एलिगेंट एकादश छपरगढ़ा ने बिरसा एकादश छपरगढ़ा को चार विकेट से हरा कर शील्ड पर किया कब्ज़ा
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
मैच में हार और जीत तो होती है लेकिन दोनों टीम के खिलाडियों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन दिखाते हुए दर्शकों को काफी प्रभावित किया। आज हम सभी का एक ही नारा है मोबाइल मैदान में दौड़ो इसी के तहत हमारी यह पहल है उक्त बातें मुख्य अतिथि समाजसेवी कौशल्या देवी ने पुरस्कार वितरण के दौरान कहा। वहीं तेनुघाट की मुखिया नीलम श्रीवास्तव ने कहा कि इस तरह के आयोजन से दर्शक काफी प्रसन्न होते हैं और दोनों टीम के खिलाडियों को अच्छे प्रदर्शन दिखाया। पूर्व मुखिया रेखा सिन्हा ने कहा कि हारने वाली टीम को परेशान नहीं होना है जो आज हारता है वही कल जीतता है। उपमुखिया रीता देवी ने सभी खिलाड़ी का मनोबल बढ़ाया और उनके प्रदर्शन को बढ़ावा दिया। 
            फाइनल मैच में एलिगेंट एकादश छपरगढ़ा ने बिरसा एकादश छपरगढ़ा को चार विकेट से हरा कर शील्ड पर कब्जा किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए बिरसा एकादश छपरगढ़ा ने शुभम के 24 रन प्रीतम और दानिश के 19/19 रन के बाद 111 रन बनाए। वहीं एलिगेंट एकादश छपरगढ़ा की ओर से छोटे ने 3 ओवरों में 18 रन देकर तीन विकेट, ताबीज ने 2 ओवर में 28 रन देकर दो विकेट और परवेज ने एक ओवर में 4 रन देकर दो विकेट प्राप्त किया। जवाबी पारी खेलते हुए एलिगेंट एकादश छपरगढ़ा ने प्रद्युमन के धुंआधार 13 गेंदों पर 33 रन, छोटे के 29 और विशाल के 23 रनों के बदौलत चार विकेट से शील्ड पर कब्जा किया। मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हरफनमौला प्रदर्शन के लिए छोटे को दिया गया और टूर्नामेंट का सार्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी घोषित किया गया। पुरस्कार वितरण के समय कौशल्या देवी, नीलम श्रीवास्तव, रेखा सिन्हा, रीता देवी, सुभाष कटरियार, राजेश कुमार यादव, संतोष श्रीवास्तव उर्फ मुन्ना के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
              तेनुघाट गोल्डन जुबली मैदान में खेले जा रहा क्रिकेट टूर्नामेंट में रविवार को सेमीफाइनल मैच के पहले मुकाबले में बिरसा एकादश छपरगढ़ा की टीम ने तोपचांची की टीम को 64 रन से हरा कर फाइनल में पहुंचे। पहले बल्लेबाजी करते हुए बिरसा एकादश छपरगढ़ा ने प्रीतम के 47 रन, पप्पू के 45, मनीष के 27 और गौतम के 25 रनों की बदौलत 164 रन बनाए। जवाबी पारी खेलते हुए तोपचाची की टीम बिरसा एकादश छपरगढ़ा की घातक गेंदबाज़ी के सामने नीरज के 43 रनों के बाद भी 100 रन ही बना सकी। इस तरह बिरसा एकादश छपरगढ़ा की टीम 64 रनों से जीत हासिल करने में सफल रही। मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी प्रीतम को घोषित किया गया। 
     वहीं दूसरे सेमीफाइनल मैच में एलिगेंट एकादश छपरगढ़ा ने गोमिया एकादश झिरकी को पांच विकेट से हरा कर फाइनल में अपनी जगह बनाई। पहले बल्लेबाजी करते हुए एलिगेंट एकादश छपरगढ़ा की टीम ने दीपक के 51 रन और संदीप के 32 रन के बाद 133 रन बनाए। जवाबी पारी खेलते हुए एलिगेंट एकादश छपरगढ़ा ने प्रद्युमन के 52 रन, हरि के 32 रन और विशाल के 16 रनों के बाद मैच पांच विकेट से जीत हासिल कर फाइनल में अपनी जगह बनाई। मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी प्रद्युमन को घोषित किया गया।
   मैच में अंपायर की भूमिका सौरभ सिंह, दीपक यादव, मोंटी कटरियार, संजीत कुमार, स्कोरर की भूमिका विक्की कुमार, अनिकेत नंदन और कमेंटेटर की भूमिका शिवम कटरियार, हर्षित आर्यन ने निभाई। वहीं टूर्नामेंट की सफलता में सत्यम कटरियार, अमन सिंह, अभिनीत नंदन, पियूष कटरियार, दीपक यादव सहित टीम के सदस्यों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।