नालंदा में भीषण आगलगी की घटना में कई मोबाइल दुकान जलकर राख, लाखों की संपत्ति का हुआ नुकसान

डेस्क : बिहार के नालंदा जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के रामचंद्रपुर मोहल्ला स्थित चाइना बाजार में भीषण आगलगी की घटना में 10 मोबाइल दुकानें जलकर राख हो गईं। इस घटना में तकरीबन 50 से 60 लाख रुपये की संपत्ति के नुकसान होने की आशंका जताई जा है। आशंका जाहिर की जा रही है कि आग पहले बिजली के खंभे में लगे बॉक्स में लगी। उसके बाद यही चिंगारी धीरे-धीरे पूरे चाइना बाजार को अपनी चपेट में ले लिया।

बताया जा रहा है कि सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों की नजर दुकान से निकल रहे धुएं पर गई जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। वहीं पुलिस ने घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को दी। सूचना मिलते ही 14 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गई। बताया जा रहा है कि जबतक दमकल की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंचे को तब तक आग 10 दुकानों को अपनी चपेट में ले चुका था।

आगलगी की घटना से पूरे बाजार इलाके में अफरा तफरी माहौल देखा गया। जिनकी दुकान बच गई। उस दुकान को दुकानदार आपा-धापी में खाली करने में जुट गए। हालांकि गनीमत यह रही कि समय रहते दमकल कर्मियों ने आग को अन्य दुकानों को जलने से बचा लिया अन्यथा इसी बाजार के ऊपर बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी और बजाज फाइनेंस कंपनी की शाखा है। जिसमें आग लग जाती तो और बड़ा हादसा हो सकता था।

बिहार के कैमूर जिले में भीषण सड़क हादसा : 2 लोगों की मौके पर मौत, 8 गंभीर रुप से घायल

डेस्क : बिहार के कैमूर जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गयी है। वही 8 गंभीर रूप से घायल हुए है। जिन्हे इलाज लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। घटना जिले के दुर्गावती में मरहियां के पास नेशनल हाईवे 2 पर हुई है।

बताया जा रहा है कि स्कॉर्पियों पर एक ही परिवार के 10 लोग सवार थे। सभी करारी गांव से चैनपुर थाना क्षेत्र के नौघरा गांव शादी समारोह में जा रहे थे। इसी दौरान सड़क किनारे खड़े ट्रेलर में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो की जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें दो की घटनास्थल पर मौत हो गई। जबकि आठ गंभीर रूप से घायल हो गए।

हादसे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची दुर्गावती पुलिस व स्थानीय समाजसेवी आनंद सिंह के द्वारा सभी घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती में भर्ती कराया गया। जहां सभी का उपचार करने के बाद वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। हादसा इतना भयावह था कि इसे देखने के बाद लोगों के रोंगटे खड़े हो गये।

मृतक की पहचान करारी गांव निवासी नसीम खान के पुत्र जसीम खान उम्र 30 वर्ष के रूप में की गई हैं। वहीं घायलों की पहचान (1) आतिफ खान उम्र 25 वर्ष पिता निजामुद्दीन (2) रब्बार खान उम्र 24 वर्ष पिता हकीमुद्दीन खान (3) सैफ खान उम्र 27 वर्ष पिता नसीम खान (4) अजीम खान उम्र 25 वर्ष पिता शमीम खान (5) सादाब खान उम्र 20 वर्ष पिता नसीम खान (6) अमीर खान उम्र 25 वर्ष पिता जियाउद्दीन खान (7) शायाब खान उम्र 20 वर्ष (8) सोनू खान उम्र 32 वर्ष पिता हाशिमुदिन खान के रूप में हुई है।

घटना की खबर मिलते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। फिलहाल पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

बाढ़ सुरक्षा एवं सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिए नई योजनाओं पर होगा काम : विजय कुमार चौधरी*

डेस्क : बाढ़ सुरक्षा एवं सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिए नई योजनाओं पर काम होगा। इस संबंध में प्रस्तावित विभिन्न योजनाओं की शुक्रवार को जल संसाधन विभाग द्वारा समीक्षा की गई। राज्य की विभिन्न नदियों पर स्थित तटबंधों के उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण, और पक्कीकरण से संबंधित कुल 20 योजनाओं पर भी चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता मंत्री विजय कुमार चौधरी ने की। इसमें विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल सहित अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में पटना, अरवल और जहानाबाद जिलों में पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ करने, पटना मुख्य नहर और आरा मुख्य नहर के पुनर्स्थापन एवं लाइनिंग कार्यों की प्रगति की विस्तार से चर्चा की गई। इसके साथ ही बदुआ और खड़गपुर जलाशय को गंगा नदी के अधिशेष जल से भरने की योजना पर भी विचार-विमर्श हुआ। बैठक में कोसी-मेची नदी जोड़ योजना की वर्किंग डीपीआर की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जो बिहार के उत्तरी क्षेत्र में बाढ़ प्रबंधन और सिंचाई सुविधाओं के विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कार्तिक पूर्णिमा पर पटना के गंगा घाटों पर उमड़ा जनसैलाब, लाखों की संख्या में लोगों ने किया गंगा स्नान

डेस्क : बीते शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पटना के गंगा घाटों पर भारी जनसैलाब उमड़ा। दीघा से दीदारगंज तक तकरीबन 3 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। पटना में दीघा स्थित घाटों, कलेक्ट्रेट घाट, पहलवान घाट, कुर्जी घाट, महेन्द्रू घाट, काली घाट, एनआईटी घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट पर सुबह पौ फटने के साथ ही श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे, जय-जय शिव, शंकर, शंभू, ऊॅ नम शिवाय आदि जयकारे के साथ गंगा में स्नान किया।

स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया। गंगा स्नान करने के बाद महिलाओं ने घाट की पूजा की और एक- दूसरे को सिंदूर लगाकर अखंड सुहाग की कामना की। गुरुवार की शाम से ही श्रद्धालुओं के गंगा स्नान के लिए पटना पहुंचने का सिलिसला शुरू हो गया था शुक्रवार की सुबह तक जारी रहा।

मेला सा रहा माहौल

गंगा स्नान करने पहुंचे लोग स्नान के बाद घाट के पास सजे दुकानों से सिंदूर, बच्चों के खिलौने और खाने-पीने के सामानों की खूब बिक्री हुई। दो घाटों को जोड़ने वाले पाथ-वे पर बांसुरी, फूंकनी, माला आदि बेचने वालों से लोगों ने अपने बच्चाों के लिए खिलौने की खरीदारी की। घाट के बाहर चाय-नाश्ता की दुकानों पर भी आम दिनों की तुलना में कई गुना ज्यादा ग्राहकों के पहुंचने से वे दोपहर बाद तक व्यस्त रहे।

ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से सुख, संपत्ति, समृद्धि व मानसिक सुख की प्राप्ति होती है। कार्तिक माह के सभी दिन गंगा स्नान की पूर्णाहूति भी कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ हुआ। गंगा स्नान देर शाम तक जारी रहा।

कार्तिक पूर्णिमा पर पटना के गंगा घाटों पर उमड़ा जनसैलाब, लाखों की संख्या में लोगों ने किया गंगा स्नान

* डेस्क : बीते शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पटना के गंगा घाटों पर भारी जनसैलाब उमड़ा। दीघा से दीदारगंज तक तकरीबन 3 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। पटना में दीघा स्थित घाटों, कलेक्ट्रेट घाट, पहलवान घाट, कुर्जी घाट, महेन्द्रू घाट, काली घाट, एनआईटी घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट पर सुबह पौ फटने के साथ ही श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे, जय-जय शिव, शंकर, शंभू, ऊॅ नम शिवाय आदि जयकारे के साथ गंगा में स्नान किया। स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया। गंगा स्नान करने के बाद महिलाओं ने घाट की पूजा की और एक- दूसरे को सिंदूर लगाकर अखंड सुहाग की कामना की। गुरुवार की शाम से ही श्रद्धालुओं के गंगा स्नान के लिए पटना पहुंचने का सिलिसला शुरू हो गया था शुक्रवार की सुबह तक जारी रहा। *मेला सा रहा माहौल* गंगा स्नान करने पहुंचे लोग स्नान के बाद घाट के पास सजे दुकानों से सिंदूर, बच्चों के खिलौने और खाने-पीने के सामानों की खूब बिक्री हुई। दो घाटों को जोड़ने वाले पाथ-वे पर बांसुरी, फूंकनी, माला आदि बेचने वालों से लोगों ने अपने बच्चाों के लिए खिलौने की खरीदारी की। घाट के बाहर चाय-नाश्ता की दुकानों पर भी आम दिनों की तुलना में कई गुना ज्यादा ग्राहकों के पहुंचने से वे दोपहर बाद तक व्यस्त रहे। ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से सुख, संपत्ति, समृद्धि व मानसिक सुख की प्राप्ति होती है। कार्तिक माह के सभी दिन गंगा स्नान की पूर्णाहूति भी कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ हुआ। गंगा स्नान देर शाम तक जारी रहा।
मौसम अलर्ट : बिहार में आज से बदलेगा मौसम का मिजाज, इन जिलों में घने कोहरे का ऑरेज अलर्ट जारी*

डेस्क : बिहार में अब मौसम का मिजाज बदलना शुरु हो गया है। प्रदेश में अब ठंड ने दस्तक देना शुरु कर दिया है। सुबह और शाम में गुलाबी ठंड महसूस होना शुरु हो गया है। इसी बीच मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 19 जिलों में आज शनिवार से माध्यम से घना कोहरा छाएगा। 12 जिलों के लिए एक या दो स्थानों पर बहुत घने कोहरे को लेकर मौसम विभाग ने पहली बार ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं सात जिलों के एक या दो स्थानों पर माध्यम से घने कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट है। शेष जिलों में सुबह के समय हल्के स्तर का कोहरा या धुंध छाए रहने की चेतावनी हैं। शुक्रवार को पछुआ की रफ्तार बढ़ने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। इस कारण सुबह और शाम के समय लोगों को हल्की ठंड का एहसास होने लगा। *इन जिलों में आज है घने कोहरे की चेतावनी* पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया जिलों के एक या दो स्थानों पर घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने को लेकर ऑरेंज अलर्ट हैं।
शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण का रिजल्ट जारी, इतने हजार अभ्यर्थी हुए सफल*

डेस्क : बीपीएससी ने शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के तीसरे चरण का रिजल्ट शुक्रवार को जारी कर दिया। इसमें पहली से पांचवीं और छठी से आठवीं कक्षा का रिजल्ट शामिल है। दोनों मिलाकर 38,900 अभ्यर्थियों को सफलता मिली है। गौरतलब है कि छठी से आठवीं में 18973 रिक्तियों के लिए परीक्षा हुई थी, इसमें 16989 को सफलता मिली है। छठी से आठवीं के लिए छह विषयों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। वहीं एक से पांचवीं कक्षा के लिए 25505 रिक्तियों के विरुद्ध 21911 सफल हुए हैं। रिजल्ट आयोग की वेबसाइट पर देख सकते हैं। आयोग के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया कि अब माध्यमिक और उच्च माध्यमिक का रोस्टर प्राप्त होते ही जल्द ही रिजल्ट जारी होगा। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक आदर्श मॉडल उत्तर जारी कर दिया गया है। सरकार से रोस्टर प्राप्त होते ही रिजल्ट जल्द प्रकाशित किया जाएगा।
बहू के प्रेम-प्रसंग का विरोध करना सास को पड़ा महंगा, चली गई जान

डेस्क : पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के सिगोड़ी थाने के देवरिया गांव में बीती रात एक 60 वर्षीय महिला की तेज धारदार हथियार से गर्दन काटकर और उसके बाद मुंह में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वहीं आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल घटना के पीछे मृतका की बहू का हाथ था। मृतका गुड़िया देवी बहू के अवैध प्रेम संबंध का विरोध करती थी। जिसकी वजह से बहू ने अपने प्रेमी से सास की गोली मारकर हत्या करवा दी।

इस सनसनी खेज हत्या कांड मामले की उद्भेदन करते हुए पालीगंज डीएसपी प्रीतम कुमार में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों की इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि बीती रात लगभग 2:00 बजे के आसपास पुलिस को इसकी सूचना मिली कि सिंगोड़ी थाने क्षेत्र के देवरिया गांव में एक महिला की हत्या कर दी गई।

मामले में पुलिस को सूचना मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी गई और सिर्फ दो घंटे में आरोपित सुंदर यादव को चिकसी गांव के बाधार में टाल से गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं इस दौरान हत्या में इस्तेमाल तलवार और पिस्टल भी पुलिस ने जब्त कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि मृतका की बहू का किसी दूसरे के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था जिसका गुड़िया देवी विरोध करती थी। बहू को सास की विरोध नागवार गुजरा और इसी बात को लेकर बहू ने सास को अपने रास्ते से हटाने की ठान लिया। बीती रात गुड़िया देवी खाना खाकर अपने घर में सोई हुई थी इसी बीच लगभग 9 से 10:00 बजे के बीच में बहू की प्रेमी सुंदर यादव घर में घुसकर गुड़िया देवी की हत्या कर दिया।

जमुई में पीएम मोदी ने 6600 करोड़ रू की कई योजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास, जनजातीय गौरव सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए JMM-CONG पर साधा

डेस्क : दो दिनो के अंदर प्रधानमंत्री मोदी आज दूसरी बार बिहार का दौरा किया। इस दौरान वे जमुई में6600 करोड़ रू की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया। साथ ही जनजातीय गौरव सम्मान सम्मेलन में शिरकत किए। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री ने बिहार की धऱती से आदिवासी समाज के कल्याण को लेकर किए जा रहे कामों को गिनाते हुए झाऱखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।

पीएम मोदी ने कहा कि जिसको किसी ने नहीं पूछा, मोदी उसको पूजता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आदिवासी बहुल जिलों में बिरसा मुंडा जनजातीय गौरव उपवन में 500 वृक्ष लगाए जाएँगे। पीएम मोदी ने आगे कहा कि मेडिकल-इंजीनियर और तकनीकी शिक्षा में आदिवासी समाज के सामने भाषा की बड़ी समस्या रही है। हमारी सरकार ने मातृभाषा में परीक्षा के विकल्प दिए हैं। इससे आदिवासी समाज के बच्चों को विकल्प मिला है। इससे इन परविरा के बच्चों का हौसला बढ़ा है।

प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमलोगों ने आदिवासी समाज से आने वाली द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया। पहले की सरकारों ने आदीवासी जातियों की कोई परवाह ही नहीं की थी। 24000 करोड़ रू की पीएम जन-मन योजना शुरू की है। इससे देश की सबसे पिछड़ी जाति का विकास हो रहा है। इस योजना के एक साल पूरा हो रहा है। इसके तहत हजारो पिछड़े आदिवासियों को घऱ दिए हैं, सैकड़ों गांव में सड़क, नल से जल पहुंचा है। जिसको किसी ने नहीं पूछा, मोदी उसको पूजता है। पहले की सरकार के रवैये की वजह से आदिवासी समाज विकास योजनाओं से वंचित रहा। अगर किसी अफसर को सजा देनी हो तो पनिसमेंट पोस्टिंग ऐसी जगहों पर की जाती थी। एनडीए सरकार ने ऐसी सोच को बदल दिया है।

कहा कि एनडीए सरकार ने ऐसे आदिवासी बहुल जिले को आकांक्षी जिला घोषित किया है। अब पिछड़े जिलों में नौजवान अफसर भेजे जा रहे हैं। इसका लाभ आदिवासी भाई-बहनों को हुआ है। आदिवासी विरासत को सहजने के लिए भी हमारी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। कई लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर रांची में विशाल संग्रहालय की शुरूआत की है।

राजनीति में दोस्ती और दुश्मनी स्थाई नहीं होती, पीएम मोदी और सीएम नीतीश की इस गजब की बांडिंग में यह बात फिर हुई साबित

राजनीति कब किस करवट बैठेगी यह कोई नहीं बता सकता। यहां न तो कोई किसी का स्थायी दोस्त होता है और न ही स्थायी दुश्मन। राजनेता भी यह बात हमेशा कहते रहते है। वे जब भी पाला बदलते है तो यह कहते है कि राजनीति में स्थाई दोस्ती और दुश्मनी नही होती है। वहीं अपने इस तर्क को साबित करने के लिए जनता की भलाई का दुहाई देते है। हालांकि उनके इस तर्क के पीछे कितनी सच्चाई होती है ये तो वही जाने लेकिन उनकी यह बात सही है कि पॉलिटिक्स में स्थाई दोस्ती और दुश्मनी नही होती है। समय के अनुसार यह रिश्ता बदलता रहता है। इसका ज्वलंत उदाहरण बीते दिनों बिहार के दरभंगा में देखने को मिला। जहां देश के पीएम और बिहार के सीएम के बीच के कई बार तल्लखी देखने के बाद एकबार फिर गजब की दोस्ती का नजारा देखने को मिला।

बीते 13 नवंबर को बिहार के दरभंगा में पीएम मोदी ने एम्स की आधारशिला रखने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू के नेतृत्व में बिहार ने सुशासन का जो मॉडल विकसित करके दिखाया वो अद्भुत है। बिहार को जंगल राज से मुक्ति दिलाने में उनकी भूमिका की जितनी सराहना की जाए वह कम है। पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए की डबल इंजन की सरकार बिहार में विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है। बिहार का तेज विकास, यहां का बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर और यहां के छोटे किसानों, छोटे उद्योगों को प्रोत्साहन देने से ही संभव होने वाला है। एनडीए सरकार इसी रोड मैप पर काम कर रही हैं। आज बिहार की पहचान यहां बनने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर, एयरपोर्ट, एक्सप्रेस-वे से मजबूत हो रही है।

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज का दिन बिहार के लिए ऐतिहासिक है। आज दूसरे एम्स निर्माण की शुरूआत हो रही है। हमारे प्रधानमंत्री बिहार आए हैं। मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि आप सभी लोग हाथ उठाओ और अफने प्रधानमंत्री का अभिनंदन-नमन करो। नीतीश कुमार ने खुद दोनों हाथ उठाया, इसके बाद जनसमूह से भी ऐसा ही करने को कहा। जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करता हूं। आज काफी महत्वपूर्ण दिन है। दरभंगा एम्स निर्माण का शिलान्यास प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है।

मोदी से नीतीश के रिश्ते अब बदल गए हैं

आपको बता दें कि पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश के शुरुआती रिश्ते बहुत ही खराब रहे। एक दूसरे से नफरत का आलम यह रहा कि मोदी के साथ नीतीश कुमार मंच साझा करने से भी बचते रहे थे। उनके साथ अपनी तस्वीर पर एक बार उन्होंने घोर आपत्ति की थी। नीतीश के गुस्से का आलम यह था कि वर्ष 2010 में भाजपा के साथ अपने मधुर रिश्तों की परवाह किए बगैर उन्होंने भोज का न्यौता देकर ऐन वक्त कैंसल कर दिया था। दरअसल वर्ष 2010 में लुधियाना में एनडीए की एक रैली हुई। रैली में नीतीश कुमार भी शामिल हुए। भाजपा के साथ तब नीतीश कुमार बिहार में सरकार चला रहे थे। रैली में मंच पर उनकी आमने-सामने भिड़ंत नरेंद्र मोदी से हो गई। तब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे। मंच पर बैठे नीतीश कुमार को हाथ पकड़ कर नरेंद्र मोदी ने उठाया और गले मिले। उस वक्त नीतीश कुछ कर भी नहीं सकते थे। गुजरात दंगों की वजह से नीतीश और नरेंद्र मोदी में अनबन हो गई थी। नीतीश उन्हें तनिक भी पसंद नहीं करते थे।

रैली से लौट कर नीतीश पटना पहुंचे तो उन्होंने अखबारों में पूरे पेज का विज्ञापन देखा, जिसमें नरेंद्र मोदी के साथ उनकी तस्वीर लगी हुई थी। यह विज्ञापन भाजपा की ओर से जारी किया गया था। दरअसल भाजपा कार्यकारिणी की पटना में बैठक हो रही थी, जिसमें नरेंद्र मोदी भी शिरकत करने वाले थे। कार्यकारिणी के सम्मान में एनडीए के पर्टनर होने के नाते नीतीश कुमार ने रात्रि भोज दिया था। अखबारों में विज्ञापन देख कर नीतीश ऐसे भड़के कि उन्होंने अचानक भोज रद्द कर दिया। बिहार में बाढ़ राहत के लिए नरेंद्र मोदी के भेजे पैसे लेने से भी नीतीश ने इनकार कर दिया था।

इतना ही नहीं भाजपा ने जब नरेंद्र मोदी को पीएम फेस बनाने की घोषणा की, तब भी नीतीश बिदके थे। गुस्से में उन्होंने भाजपा से नाता ही तोड़ लिया था। हालांकि 2014 में अकेले चुनाव लड़ कर उन्हें अपनी ताकत का एहसास हो गया। जेडीयू को लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर जीत मिली, जबकि भाजपा ने 22 सीटें जीत कर नरेंद्र मोदी की ताकत का एहसास करा दिया था। यही वजह रही कि बाद में नीतीश कुमार ने 2015 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी से हाथ मिला लिया और पहली बार बिना भाजपा की मदद से नीतीश बिहार के सीएम बने। पर, यह दोस्ती अधिक दिनों तक नहीं चली। नीतीश ने 2017 में आरजेडी को झटका देकर भाजपा का हाथ पकड़ लिया। बीच में कई ऐसे मौके आए, जब नरेंद्र मोदी के साथ नीतीश मंच पर बैठने से कतराते रहे।

लेकिन अब मामला ठीक उलट हो गया है। सीएम नीतीश कुमार को हाल के दिनों में जब भी पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने का मौका मिला है वे खुलकर पीएम मोदी से मिले है और उनकी जमकर तारीफ की है। वहीं पीएम मोदी भी सीएम नीतीश कुमार के साथ उसी गर्म जोशी के साथ मिलते नजर आए है। ऐसे में यह सही है कि राजनीति में दोस्ती और दुश्मनी स्थाई नहीं होती।