दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024: केजरीवाल का बड़ा फैसला"मौजूदा विधायकों के टिकट कटने के संकेत"

आने वाले कुछ महीनों में दिल्ली विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी दलों ने कमर कस ली है. आम आदमी पार्टी के सामने सत्ता बचाए रखने की सबसे बड़ी चुनौती है. ऐसे में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुद कमान संभाली हुई है. केजरीवाल ना सिर्फ पदयात्राएं कर रहे हैं बल्कि पार्टी वॉलेंटियर्स में भी जान फूंकने की कवायद में जुट गए हैं. सोमवार को आम आदमी पार्टी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और वॉलंटियर्स के साथ सम्मेलन किया और आह्वान किया कि वो कुछ महीने की छुट्टी लेकर जुट जाएं. ये चुनाव आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि हम इस बार बहुत सोच-समझकर टिकट देंगे. मेरा कोई रिश्तेदार नहीं, भाई-भतीजा नहीं, मैं परिवारवाद नहीं करता हूं.

अरविंद केजरीवाल ने किराड़ी जिला सम्मेलन में कार्यकर्ताओं और वॉलंटियर्स से कहा कि आपकी वफादारी किसी विधायक या पार्षद के लिए नहीं होनी चाहिए, आपको केजरीवाल के लिए काम करना है. आम आदमी पार्टी सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जिसको भी टिकट मिले, केजरीवाल के लिए काम करना है. केजरीवाल ने पार्टी पदाधिकारी को जीत का मंत्र भी दिया. उन्होंने कहा कि हमें एक-एक वोटर को मतदान केंद्र तक लाना है. केजरीवाल ने संकेत दिए कि जिन विधायकों की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं होगी, बड़े पैमाने पर उनके टिकट काटे जाएंगे. कार्यकता अपनी निष्ठा सिर्फ और सिर्फ केजरीवाल में रखे ना कि विधायकों और पार्षदों में.

यह पहली बार हो रहा है: केजरीवाल

केजरीवाल ने कहा कि अभी थोड़े दिन पहले हमने दिल्ली के सभी मंडल प्रभारी की बैठक रखी थी. आज से हर जिले में जाकर मंडल प्रभारी के साथ मीटिंग कर रहे हैं. यह पहली बार हो रहा है. अभी तक दिल्ली में हम कई बार चुनाव लड़े लेकिन जिस तरह से बार-बार मंडल प्रभारी की मीटिंग रखी जा रही है और उनसे मैं सीधे संवाद कर रहा हूं, उससे आप समझ जाओ की मंडल प्रभारी की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होने जा रही है.

एक-एक वोट पर नजर रखनी है

उन्होंने कहा कि इस पूरे चुनाव का एक तरह से एंकर मंडल प्रभारी होगा. अगले कुछ दिनों में आपको ट्रेनिंग दी जाएगी. अपने क्षेत्र के अंदर काम करने की ट्रेनिंग दी जाएगी. आपसे कई किस्म के काम लिए जाएंगे. एक मंडल प्रभारी के अंडर मोटे तौर पर पांच बूथ आते हैं. एक बूथ पर करीब 200 परिवार होते हैं. पांच बूथ पर 1000 परिवार हो गए. इनकी जिम्मेदारी आप लोगों की है. एक-एक वोट पर नजर रखनी है.

जनता के सामने सिर्फ केजरीवाल होगा

केजरीवाल ने कहा, मैं जेल में था तो कुछ लोगों ने कहा कि अपनी पत्नी को सीएम बनाएंगे. मैं बता दूं कि मेरी पत्नी को मुख्यमंत्री बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है. मैं परिवारवाद नहीं करता. विधानसभा चुनाव में हम सोच-समझकर टिकट देंगे. जनता के सामने सिर्फ केजरीवाल होगा, 70 की 70 सीट पर केजरीवाल ही चुनाव लड़ेगा. बीजेपी वाले कोशिश कर रहे हैं कि कुछ भी करके दिल्ली के काम बंद करवाओ. मुझे गालियां देते थे कि केजरीवाल फ्री की रेवड़ी देता है. अब मजबूरी में इन्हें हमारी भाषा बोलनी पड़ रही है. अब अमित शाह जी जा-जाकर बोलते हैं 200 यूनिट फ्री बिजली दूंगा.

बीजेपी की डबल इंजन की सरकार एक छलावा है

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में कहती है कि डबल इंजन की सरकार लाओ. डबल इंजन एक छलावा है. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में इनकी डबल इंजन की सरकार है लेकिन दिल्ली की तरह बीजेपी शासित राज्यों में कहीं भी मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त शिक्षा और मुफ्त इलाज नहीं मिलता है...

राम नारायण भारद्वाज ने थामा बीजेपी का दामन

आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद राम नारायण भारद्वाज सोमवार को दिल्ली बीजेपी के दफ्तर में पार्टी में शामिल हो गए. अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और उत्तर-पश्चिम दिल्ली के सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने भारद्वाज का पार्टी में स्वागत किया. उन्हें पटका और मिठाई भेंट की. सचदेवा ने कहा कि भारद्वाज 2017-2022 के दौरान उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बाकानेर वार्ड से आम आदमी पार्टी के पार्षद थे.

मणिपुर में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई: 10 उग्रवादी ढेर"एक जवान घायल

मणिपुर के जिरीबाम जिले में कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. बोरोबेक्रा सबडिवीजन जिरीबाम के जकुराधोर करोंग में सुरक्षाबलों ने 10 उग्रवादियों को ढेर कर दिया है. इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया है. मणिपुर की इंफाल घाटी में जातीय संघर्ष से प्रभावित है. इसके साथ ही उग्रवादियों ने आतंक मचा रखा है. लगातार खेतों में काम कर रहे किसानों को निशाना बनाकर हमले कर रहे हैं. उग्रवादियों के आतंक की वजह से किसान खौफजदा हैं. वो खेतों में काम करने जाने से भी बच रहे हैं.

इंफाल में सोमवार को उग्रवादियों ने पहाड़ियों से गोलीबारी की. इसमें खेत में काम कर रहा एक किसान घायल हो गया. ये लगातार तीसरे दिन किसानों पर हमला है. अधिकारियों का कहना है कि हमलों की वजह से बाहरी इलाकों में रहने वाले किसान अपने खेतों में जाने से डर रहे हैं. इस वजह से फसल की कटाई प्रभावित हो रही है.

सुरक्षा बल ने की जवाबी कार्रवाई

एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि किसान पर फायरिंग की घटना सुबह करीब 9:20 बजे हुई. कांगपोकपी जिले के पहाड़ी इलाकों से उग्रवादियों ने याइंगंगपोकपी शांतिखोंगबन क्षेत्र में किसानों पर गोलीबारी की. इसमें एक किसान के हाथ में छर्रे लग गए. इसकी सूचना मिलते ही सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और जवाबी कार्रवाई शुरू की.

अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों और सुरक्षाबलों के बीच कुछ देर तक गोलीबारी होती रही. घायल किसान का याइंगंगपोकपी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया गया है. फिलहाल उसकी स्थिति खतरे से बाहर है. इससे पहले शनिवार को चुराचांदपुर जिले में पहाड़ी इलाकों से उग्रवादियों ने गोलीबारी की थी

इसमें विष्णुपुर जिले के सैटोन में खेत में काम कर रही 34 साल की एक महिला किसान की मौत हो गई थी. इंफाल पूर्व जिले के सनसाबी, थमनापोकपी और सबुंगखोक खुनौ में रविवार को भी ऐसे हमले हुए थे. पिछले साल मई से इंफाल घाटी में मेइती और कुकी समुदाय में बीच शुरू हुए जातीय संघर्ष में अब तक 200 से अधिक लोग मारे गए हैं.

नेवी में जल्द शामिल होगी एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल

चीन और पाकिस्तान से बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत सतर्क है. दोनों पड़ोसी देशों से मिलने वाली चुनौतियों का सामना करने और उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए डीआरडीओ ने लंबी दूरी तक मार करने वाली एंटी शिप बैलिस्टीक मिसाइल बनाया है. जल्द ही लंबी दूरी तक मार करने वाली इस मिसाइल का परीक्षण डीआरडीओ करने वाली है.

जानकारी के मुताबिक, सफल परीक्षण के बाद यह मिसाइल 1000 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर चलती हुई युद्धपोतों को निशाना बना सकेगी. इस मिसाइल को हवा और जमीन, दोनों जगहों से लॉन्च किया जा सकता है. भारतीय नेवी में शामिल होने के बाद नेवी की मारक क्षमता में बढ़ोतरी होगी, और दुश्मन के जहाज को दूर से ही निशाना बनाया जा सकेगा.

जल्द ही ऑपरेशनल होने की उम्मीद

डीआरडीओ इस मिसाइल का बड़े पैमाने पर उत्पादन कर रहा है. परीक्षण के बाद यह ऑपरेशनल सर्विस के लिए भी तैयार हो जाएगी. एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल समंदर के बीचों-बीच जहाजों को निशाना बनाने में सक्षम है और इसे जमीन या समुद्र में तैनात किसी भी प्लेटफॉर्म से लॉन्च किया जा सकता है. यह किसी भी जहाज को तबाह करने की ताकत रखती है. इस मिसाइल का परीक्षण देश के पूर्वी तट पर किया जाएगा.

पाकिस्तान और चीन के खतरों से निपटने की चुनौती

पड़ोसी देशों पाकिस्तान और चीन के पास यह हथियार पहले से ही मौजूद हैं. चीन के पास इसका बड़ा भंडारण भी है. कुछ दिनों पहले पाकिस्तान ने भी स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था. इस परीक्षण पर जानकारी देते हुए पाकिस्तानी नेवी ने बताया था कि यह मिसाइल 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने में सक्षम है और जमीन व समुद्र, दोनों जगहों से लॉन्च की जा सकती है. पाकिस्तान और चीन से मिलने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए यह मिसाइल जरूरी है. इसके अलावा, डीआरडीओ हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने पर भी काम कर रहा है.

एयर इंडिया ने हलाल भोजन को लेकर लिया गया बड़ा फैसला, जानें

भोजन विवाद को लेकर एयर इंडिया ने बड़ा फैसला सुनाया है. टाटा समूह के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने कहा कि वह अब फ्लाइट में उड़ान के दौरान हिंदुओं और सिखों को ‘हलाल’ खाना नहीं परोसेगी. मुस्लिम मील अब कहलाएगी स्पेशल मील कहलाएगी. स्पेशल मील का मतलब हलाल सर्टिफाइड मील रहेगा. कुछ समय पहले मील का नाम मुस्लिम मील होने की वजह से विवाद हुआ था.

एयरलाइन के मुताबिक, MOML मुस्लिम भोजन स्टिकर के साथ लेबल किए गए प्रीबुक किए गए भोजन को स्पेशल मील (SPML) माना जाएगा. हलाल प्रमाणपत्र केवल अपलिफ्ट किए गए MOML भोजन के लिए दिया जाएगा. सऊदी सेक्टरों पर सभी भोजन हलाल होंगे. हज उड़ानों सहित जेद्दा, दम्मम, रियाद, मदीना सेक्टरों पर हलाल प्रमाणपत्र दिया जाएगा.

क्या है एयर इंडिया का भोजन विवाद?

पिछले कई दिनों से एयर इंडिया उड़ान के दौरान भोजन को लेकर विवादों में घिरी हुई थी.

इस बीच उसने एयर इंडिया ने बड़ा फैसला सुना दिया. 17 जून को कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने एयर इंडिया द्वारा धर्म के आधार पर भोजन को लेबल करने पर चिंता व्यक्त की थी. टैगोर ने कहा था कि एयर इंडिया की फ्लाइट में हिंदू भोजन और मुस्लिम भोजन? क्या होता है हिंदू भोजन और या मुस्लिम भोजन ? क्या संघियों ने एयर इंडिया पर कब्जा कर लिया है? उम्मीद है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस पर एक्शन ले.

क्या होता है हलाल और झटका मांस?

इस्लामिक परंपरा के मुताबिक लोग हलाल मीट का सेवन करते हैं, ये वो मीट होता है,

जिसमें जानवर को काटने के लिए एक अलग प्रक्रिया अपनाई जाती है. इस प्रक्रिया में जानवर को डायरेक्ट काटा नहीं जाता है बल्कि उसे रेता (धीरे धीरे काटना) जाता है. वहीं, इसकी एक और प्रक्रिया होती है, उसे झटका कहा जाता है. इस प्रक्रिया में जानवर को सीधे एक ही बार में काट दिया जाता है.

वायनाड उपचुनाव: प्रियंका गांधी ने सीएम पिनाराई विजयन पर साधा निशाना,कहा वायनाड के लिए क्या किया है?

केरल के वायनाड उपचुनाव के चलते कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी और राज्य के सीएम पिनाराई विजयन के बीच तीखी बहस छिड़ गई है और वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. इसी बीच रविवार को प्रियंका गांधी ने सीएम को लेकर कहा, उन्होंने वायनाड के लिए क्या किया है? उन्हें इसके बारे में बात करनी चाहिए. प्रियंका गांधी के इस बयान पर अब सीपीआई लीडर डी राजा ने पलटवार किया है.

डी राजा ने कहा, किसी ने उन्हें (प्रियंका गांधी) यह सिखाने के लिए नहीं कहा कि लेफ्ट को क्या करना चाहिए. लेफ्ट बेरोजगारी, महंगाई, केंद्र सरकार की विनाशकारी आर्थिक नीतियों के खिलाफ लड़ रही है. लेफ्ट वायनाड के लोगों के पुनर्वास के लिए लड़ रही है. उन्होंने वायनाड की बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा, वामपंथियों ने वायनाड की त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की थी. कोई भी लेफ्ट की भूमिका पर सवाल नहीं उठा सकता.

इस स्तर तक नहीं गिरना चाहिए”

सीपीआई के नेता ने कहा, कांग्रेस को इस पर विचार करना चाहिए, उन्हें लेफ्ट से लड़ते समय इस स्तर तक नहीं गिरना चाहिए. कांग्रेस को लेफ्ट को अपना मुख्य दुश्मन नहीं मानना चाहिए. अगर कांग्रेस लेफ्ट को अपना मुख्य दुश्मन मानेगी तो इसका राष्ट्रीय राजनीति पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा.

सीएम पिनाराई विजयन ने क्या कहा?

केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने वायनाड के उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी को लेकर दावा किया था कि प्रियंका गांधी का जमात-ए-इस्लामी समर्थन कर रही है और वो जमात के समर्थन पर चुनाव लड़ रही हैं. इसी के बाद प्रियंका गांधी ने रविवार को उनके बयान पर पलटवार किया. प्रियंका गांधी ने कहा, चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा, मुद्दों से ध्यान नहीं भटकाया जाना चाहिए.

कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा, सीएम पिनाराई विजयन ने वायनाड के लिए क्या किया है, उन्हें इस बारे में बात करनी चाहिए? साथ ही उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि चुनाव उन मुद्दों पर होने चाहिए जो लोगों को प्रभावित करते हैं. वायनाड में 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे, इसी के बाद 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में रितेश देशमुख ने भाई धीरज देशमुख के लिए प्रचार करते हुए बीजेपी पर साधा निशाना,जाने क्या कहा

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं. इसी बीच सभी पार्टियां चुनावी प्रचार में जुटी हुई हैं. एक्टर रितेश देशमुख अपने छोटे भाई और कांग्रेस उम्मीदवार धीरज देशमुख के लिए प्रचार करने उतरे. रितेश देशमुख ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘धर्म को खतरे में बताने वालों की पार्टी खतरे में है और वो अपनी पार्टी और खुद को बचाने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं ‘.

एक्टर रितेश देशमुख अपने भाई धीरज के लिए रविवार को लातूर में प्रचार करने पहुंचे. धीरज देशमुख को कांग्रेस ने लातूर से उम्मीदवार बनाया है. वहीं, बीजेपी ने रमेश कराड को उनके खिलाफ मैदान में उतारा है.

“कर्म ही धर्म है”

रितेश देशमुख ने कहा, भगवान कृष्ण ने कहा है कि कर्म ही धर्म है. जो इंसान ईमानदारी से काम कर रहा है वहीं धर्म कर रहा है और जो लोग काम नहीं करते उन्हें धर्म की जरूरत होती है. उन्होंने आगे कहा, उन से कह दो कि वो पहले विकास की बात करें, हम अपने धर्म की रक्षा कर लेंगे.

यूथ के पास नौकरियां नहीं हैं”

रितेश देशमुख ने विपक्षी पार्टी पर हमला करते हुए आगे कहा, देश के शिक्षित यूथ के पास नौकरियां नहीं हैं और उन्हें नौकरियां देना सरकार की जिम्मेदारी है. साथ ही एक्टर ने किसानों की बात करते हुए कहा, किसानों को उनकी उपज का अच्छा मूल्य नहीं मिल रहा है. रितेश देशमुख ने इस बात की तरफ भी इशारा किया कि साल 2019 के चुनाव में धीरज ने 1.21 लाख वोटों से जीत हासिल की. रितेश देशमुख ने जनता से कहा कि धीरज देशमुख को इतना वोट करो कि विपक्षी उम्मीदवार की जमानत जब्त हो जाए.

रितेश देशमुख ने साथ ही लोगों से उनकी वोट की कीमत समझने पर जोर दिया. महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी इस समय बंटोगे तो कटोगे के नारे का प्रचार कर रही है. इसी के खिलाफ रितेश देशमुख ने टिप्पणी की और लोगों से भाई धीरज देशमुख के हित में प्रचार करने के लिए कहा.

हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र के नांदेड़ में रैली के दौरान कांग्रेस पर ओबीसी और अन्य जातियों को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा, हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. महायुति के उम्मीदवारों को जीत दिलाकर अपना भविष्य सुरक्षित रखेंगे.

साथ ही उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में महाराष्ट्र के वाशिम में रैली को संबोधित किया. सीएम योगी ने इस रैली में कहा, एक हैं तो नेक हैं और सेफ हैं. इसी के साथ उन्होंने कहा, जब हम बंटे होते हैं, तो हम पर हमले होते हैं. इसलिए, बंटे मत रहो, एकजुट रहोगे तो ही सुरक्षित रहोगे.

डॉक्टर ने बिना बेहोश किए महिला का किया ऑपरेशन,गई जान"

बिहार के भागलपुर में एक डॉक्टर ने महिला का उसे बिना बेहोश किए ही पथरी का ऑपरेशन कर दिया. इससे महिला की मौत हो गई. यह भागलपुर में पहला मामला नहीं है. 10 दिनों के अंदर नवगछिया से ही यह दूसरा मामला सामने आया है. कुछ दिन पहले भी फर्जी नर्सिंग होम में डॉक्टर की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत का मामला सामने आया था. नवगछिया के खरीक के एक अवैध नर्सिंग होम विश्वकर्मा हेल्थ केयर सेंटर में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई, जिसके बाद संचालक और स्टाफ अस्पताल में शव छोड़कर फरार हो गए और फिर परिजनों ने जमकर बवाल काटा.

मृतका की पहचान पश्चिमी घरारी निवासी शीलम देवी के रूप में हुई है. घटना की जानकारी मिलते ही परिजन और ग्रामीण क्लीनिक पहुंचे और हंगामा करने लगे. सूचना पर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर नरेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को समझाकर शांत कराया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया. उप मुखिया रूकेश कुमार दास ने बताया कि मृतका का परिवार गरीब है. उसके पति की भी दिमागी हालत ठीक नहीं है. अब उनकी चार बेटी और एक बेटे की परवरिश कैसे होगी.

पुलिस-प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग

उन्होंने क्लीनिक संचालक के खिलाफ पुलिस-प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की है. क्लीनिक परिसर में कोई बोर्ड नहीं लगा है. मृतका की पर्ची देखने के बाद क्लीनिक का नाम पता चल. पर्ची पर डॉक्टरों का नाम डॉ. एस कुमार और डॉ. डीके राय लिखा हुआ है. घटना को लेकर मृतका के बेटे मिथुन कुमार ने बताया कि मां को 5 नवंबर को पेट में दर्द हुआ था. ग्रामीण डॉक्टर से इलाज कराने पर ठीक हो गई थी. दो दिन बाद फिर दर्द हुआ तो गांव की रहने वाली आशा नूतन देवी मां को लेकर यहां जांच कराने आई. डॉक्टरों ने दवाई दी और अल्ट्रासाउंड कराने को कहा. इसके बाद आशा ने मां का पहले नवगछिया, फिर भागलपुर में अल्ट्रासाउंड करवाया.

30 हजार रुपए क्लीनिक में जमा करवाए

डॉक्टरों ने रिपोर्ट देखने पर कहा कि पेट में पथरी है. इसका एक ही रास्ता ऑपरेशन है. आशा ने मां से कहा कि अगर भागलपुर में ऑपरेशन कराएंगे, तो 70-80 हजार रुपए खर्च होंगे. वहां सप्ताह भर रुकना भी पड़ेगा. आपको परेशानी भी होगी. इसलिए, यहीं करा लीजिए. शनिवार को 30 हजार रुपए क्लीनिक में जमा करवा कर मां को भर्ती करा दिया. शाम 4 बजे डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के दौरान मां चिल्ला रही थी. मैंने डॉक्टरों से कहा कि बिना बेहोश किए ऑपरेशन क्यों कर रहे हैं तो कहा कि ऑपरेशन में थोड़ा दर्द होता ही है. सुबह मां की मौत हो गई.

धर्मशाला में पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप का होगा आयोजन, 70 पायलट्स ने किया रजिस्ट्रेशन

स्पोर्ट्स सिटी धर्मशाला के पास नरवाणा स्थित पैराग्लाइडिंग साइट पर धौलाधार पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें अब बस 5 दिन का समय बचा है. यह आयोजन 16 से 20 नवंबर तक होने वाला है. इस इवेंट के लिए अब तक 70 पायलटस ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है. यही नहीं आयोजकों की ओर से नरवाणा रोड के करीब नई लैंडिंग साइट भी विकसित की जा रही है.

ऐसे में अगले साल नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट में एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप से भी बड़ा आयोजन होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. पिछले साल भी नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट पर एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप का आयोजन किया गया था, जिसमें देश-विदेश के पायलटों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की थी. नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट की वर्तमान लैंडिंग साइट लोगों के खेतों में हैं. यही नहीं लैंडिंग साइट के साथ लोगों के घर भी हैं. ऐसे में साल भर मौसम साफ होने पर पैराग्लाइडिंग एक्टिविटी का संचालन सुनिश्चित करने के इरादे से अब नई लैंडिंग साइट पर भी काम शुरू हो चुका है.

इंटरनेशनल आर्गेनाइजेशन लेती हैं फैसला

धौलाधार पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप को लेकर धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पिछले साल से नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट को भी अब लोग जानने लगे हैं. यूक्रेन और रूस के पायलटों के एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के संबंध में सुधीर ने कहा कि दोनों देशों के बीच जो हालात हैं, वो दो देशों का आपसी मसला है. इंटरनेशनल आर्गेनाइजेशन इस पर फैसला लेती है कि किन पायलटस को अनुमति देनी चाहिए या नहीं. सुधीर ने कहा कि डिप्लोमेटिक रिलायंस के चलते जो भी फैसला इंटरनेशनल आर्गेनाइजेशन की ओर से लिया जाएगा. वो हमें स्वीकार्य होगा. हमें किसी भी देश के पायलट के यहां पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप में आने से दिक्कत नहीं है.

एक नई लैंडिंग साइट भी तैयार की गई

सुधीर शर्मा ने आगे कहा कि अगले साल नरवाणा में पैराग्लाइडिंग का बड़ा आयोजन होगा. एक नई लैंडिंग साइट भी तैयार की गई है, जिस पर काम किया जा रहा है, जो कि काफी बड़ी लैंडिंग साइट है. वर्तमान लैंडिंग साइट घरों के बीच और खेतों में है. हमारी कोशिश है कि नई लैंडिंग साइट की ओर जाएं, जिससे कि साल भर पैराग्लाइडिंग जैसी साहसिक एक्टिविटी चलती रहें. अभी की लैंडिंग साइट जैसा कि खेतों में हैं. ऐसे में दिक्कत पेश आती हैं. सुरक्षा की नजरिए से सड़क भी तंग हैं. ऐसे में इन सभी पॉइन्ट्स पर विचार करके हम आगे बढ़ रहे हैं.

मध्य प्रदेश: भाई ने त्रिशूल से हमला कर नाबालिग बहन की कर दी हत्या"

बहन दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षित अपने आप को दो ही लोगों के आसपास समझती है. इनमें पहला उसका पिता और दूसरा भाई होता है लेकिन मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक भाई ही अपनी बहन का जानी दुश्मन बन गया और अपनी नाबालिग बहन को मौत के घाट उतार डाला. उसने अपनी बहन पर त्रिशूल से वार किए. आरोपी बुरी तरह से घायल कर खून से लथपथ हालात में अपनी बहन को छोड़कर जंगल की ओर फरार हो गया.

इसके बाद पड़ोस में रहने वाले लोग लड़की को ‘फल वाले ठेला’ में लिटाकर अस्पताल पहुंचे, जहां से गंभीर हालात होने पर उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया लेकिन इलाज के दौरान ही 14 साल की लड़की ने दम तोड़ दिया. इस मामले पर लड़की के परिवार वालों ने बताया कि लड़की को ले जाने के लिए समय पर एंबुलेंस नहीं मिली. समय की कमी और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पिता ने घायल बेटी को हाथ ठेले में डालकर कटंगी के स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया.

पुलिस को दी गई मामले की सूचना

मामले की सूचना पुलिस को दी गई. इसके बाद पुलिस की एक टीम मेडिकल कॉलेज पहुंची, तो वहीं एक और टीम घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की खोजबीन भी शुरू कर दी है. पुलिस ने भाई के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. यह पूरा मामला रविवार का बताया जा रहा है. हुआ यूं कि दो-तीन दिन पहले लड़की अपने पड़ोस में रहने वाले किसी लड़की के साथ जबलपुर गई थी और उसी के साथ वापस भी आई.

बहन को मौत के घाट उतार डाला

लड़की और पड़ोस के लड़के का साथ में जबलपुर जाना भाई को पसंद नहीं आया. उसे इस बात की जानकारी पड़ोस में रहने वाली लड़की ने दी थी. इसके बाद से ही आरोपी भाई अपनी बहन से इस बात को लेकर नाराज था और आए दिन इस मामले को लेकर वह बहन के साथ बदसलूकी और मारपीट कर रहा था और एक दिन उसने हद पार करते हुए त्रिशूल से ही अपनी बहन को मौत के घाट उतार डाला.

बाइक से धक्का और त्रिशूल से हमला

पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि लड़की पड़ोस में रहने वाले 17 साल के एक लड़के के साथ बातचीत कर रही थी. फिर कुछ देर बाद लड़की पड़ोसी लड़के की बाइक पर बैठ गई. सबकुछ थोड़ी ही दूर खड़ा लड़की का भाई देख रहा था, जैसे ही लड़की बाइक पर बैठी लड़के को वो बात इतनी न गवार गुजरी कि उसने पहले को बाइक से धक्का दिया और फिर त्रिशूल से एक साथ चार वार किए. लड़की दर्द से चिल्लाती रही लेकिन बेरहम भाई की सिर पर खून सवार हो गया था.

इंटरनेट स्पीड बढ़ाने के राज़: वाईफाई की गति में ऐसे करें सुधार

अगर आपके घर के WiFi की स्पीड कम हो गई है और इंटरनेट स्लो लग रहा है, तो कुछ आसान टिप्स को अपनाकर आप अपने WiFi की स्पीड को बढ़ा सकते हैं. इन सुझावों से आपके इंटरनेट की परफॉर्मेंस में तुरंत सुधार आ सकता है.

राउटर की सही जगह पर रखें

राउटर को घर के सेंटर में और थोड़ी ऊंचाई पर रखें ताकि उसका सिग्नल पूरे घर में आसानी से पहुंच सके. दीवारों या मेटल की वस्तुओं से दूर रखने पर बेहतर सिग्नल मिलेगा.

राउटर को रीस्टार्ट करें

राउटर को समय-समय पर रीस्टार्ट करने से इंटरनेट की स्पीड बेहतर होती है. यह पुराने डेटा और कैश को क्लियर करता है, जिससे नया कनेक्शन तेज चलता है.

अनचाहे डिवाइसेस को डिस्कनेक्ट करें

कई डिवाइसेस एक साथ कनेक्ट होने से इंटरनेट स्पीड कम हो सकती है. अपने राउटर से उन डिवाइसेस को डिस्कनेक्ट करें जिनकी आपको जरूरत नहीं है. इसके अलावा, अपने WiFi पासवर्ड को बदलकर अज्ञात डिवाइसेस को बाहर रखें.

फर्मवेयर अपडेट करें

अपने राउटर का फर्मवेयर नियमित रूप से अपडेट करना जरूरी है. अपडेट्स से राउटर में नई विशेषताएं और सिक्योरिटी अपग्रेड्स मिलते हैं जो नेटवर्क की परफॉर्मेंस को सुधारते हैं.

मॉडेम और राउटर को सही तरीके से प्लेस करें

अगर आपके पास मॉडेम और राउटर अलग-अलग हैं, तो इन्हें पास में रखें और सुनिश्चित करें कि दोनों में कनेक्शन मजबूत है.

फ्रीक्वेंसी चैनल बदलें

WiFi में 2.4 GHz और 5 GHz के दो फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं. 2.4 GHz में रेंज अच्छी होती है, लेकिन इसमें कई डिवाइसेस से क्लैश हो सकता है, जबकि 5 GHz में स्पीड तेज होती है लेकिन रेंज कम होती है. अपने डिवाइस की जरूरत के अनुसार सही बैंड चुनें.

WiFi बूस्टर का इस्तेमाल करें

अगर घर में WiFi सिग्नल कमजोर पड़ रहे हैं, तो WiFi रेंज एक्सटेंडर या बूस्टर का उपयोग करें. ये सिग्नल को मजबूत करने और पूरे घर में अच्छी स्पीड देने में मदद करते हैं.

ऐप्स और वेबसाइट्स को मॉनिटर करें

बैकग्राउंड में चलने वाले ऐप्स और डाउनलोड्स स्पीड कम कर सकते हैं. सुनिश्चित करें कि भारी फाइल्स के डाउनलोड्स ऑफ-पीक टाइम्स में हों और बैकग्राउंड ऐप्स को बंद रखें.

इन टिप्स को आज़माने से आपके WiFi की स्पीड में तेजी से सुधार हो सकता है और आप बिना रुकावट के इंटरनेट का आनंद ले सकते हैं.