नवादा :- मछली पालन से जिले में बेरोजगारी पर लग सकता है लगाम, मांग के अनुरूप जिले में एक तिहाई मछली का भी नहीं हो रहा उत्पादन
नवादा जिले में मछली पालन को बढ़ावा देने से बेरोजगारी पर लगाम लगाया जा सकता है। मछली पालन की बहुतायत संभावनाएं मौजूद हैं।

सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारकर जरूरतमंद लोगों को रोजगार उपलब्ध कराये जाए, तो इसका लाभ जिले के लोगों लोगों को मिलेगा। मछली पालन के कई आयाम है। इन सभी आयामों का समन्वित रूप से विस्तार और विकास करना होगा। मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए योजनाओं के बारे में जानकारी होना आवश्यक है।

मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से सभी वर्गों के लोगों को मदद के लिए योजना शुरू की गयी है। इसके तहत से अधिक तालाब बनाने को लेकर अनुदान दी जाती है। मछली पालन के लिए मछली बीज बनाने की व्यवस्था, बेचने के लिए वाहन की उपलब्धता, आइस फैक्ट्री जैसे कई प्रोजेक्ट में मदद की जाती है।

विभिन्न मछली उत्पादन से जुड़े कार्यों के लिए आवेदन लिये जा रहे हैं। ऑनलाइन तरीके से होने वाले इस आवेदन में नये तालाब का निर्माण, पुराने तालाब का जीर्णोद्धार, मछली के विपणन को लेकर तीनपहिया, दोपहिया और चारपहिया वाहनों की खरीदारी, आइस प्लांट जैसे अन्य कार्यों के लिए एससी-एसटी एवं महिला आवेदकों को 60% तथा सामान्य और ओबीसी कोटि के लोगों को 40% अनुदान दिया जाता है।

जिला में लघु सिंचाई विभाग की ओर से लगभग 100 से अधिक बड़े तालाबों का निर्माण किया गया है। जिला मत्स्य पालन विभाग के माध्यम से प्रधानमंत्री संपदा योजना के तहत आवेदन ऑनलाइन लिया गया है। इस योजना के तहत अधिकतम दो हेक्टेयर व न्यूनतम एक एकड़ जमीन पर तालाब बनाने के लिए सब्सिडी दी जाती है।

यदि प्रशिक्षित युवक के पास अपना जमीन नहीं है, तो लीज या पट्टा पर नौ साल के लिए जमीन लेकर तालाब बनाकर मछली पालन किया जा सकता है। इसके अलावा प्रथम वर्ष इनपुट योजना के तहत एक हेक्टेयर के तालाब में डेढ़ लाख रुपये का लोन दिया जाता है जिसमें सब्सिडी दी जायेगी। कम जमीन पर तालाब बना कर रोजगार शुरू करने की योजना रखने वाले लोगों के लिए बायो फ्लॉक यूनिट के तहत पांच यूनिट बनाने के लिए 13 लाख रुपये का लोन उपलब्ध कराया जायेगा।

इसमें प्रत्येक यूनिट को 10 गुणे 10 या 20 गुणे 10 का सीमेंट टैंक से बनाया जायेगा। इसमें मछली पालन के लिए सामान्य कोटि के लोगों को 50% तथा एससी-एसटी कोटि के लोगों को 75% सब्सिडी दी जानी है। मछली उत्पादन के मामले में जिला काफी पीछे है। मांग के अनुरूप यहां एक तिहाई मछली का भी उत्पादन नहीं हो पा रहा है।

दूसरे राज्यों से जिले में मछलियों की आपूर्ति की जाती है। जिले में मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पशुपालन विभाग की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही हैं। बावजूद जल संचयन की क्षमता कम होने के कारण मछली का उत्पादन काफी कम मात्रा में होता है। वर्ष 2011 के आंकड़े के अनुसार जिले में लगभग एक करोड़ 22 लाख 5 हजार 303 किलोग्राम मछली की खपत प्रति वर्ष है।

लेकिन, जिले में महज 4.5 मीट्रिक टन मछली का उत्पादन हो पाता है। शेष मछली उत्पादन के लिए जिला के लोगों को बाहर से आने वाली मछलियों पर निर्भर करना पड़ता है। ध्यान रहे कि यह आंकड़ा पुरानी जनगणना के अनुसार है, जबकि नये स्थिति में आबादी बढ़ने के साथ मांग और भी अधिक बढ़ी है, लेकिन जिला में संसाधनों के अभाव के कारण मांग की आपूर्ति नहीं हो पाती है।

किसानों के लिए अपनी खेती के साथ मछली पालन व पशुपालन एक बेहतर विकल्प है, जो उनकी आमदनी को बढ़ा सकता है। इधर, नया तालाब बनाने, मछली पालन के इच्छुक लोगों को ट्रेनिंग देने, उन्हें अनुदान उपलब्ध कराने की बात विभाग के अधिकारी कहते हैं। मत्स्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिला में कुल 496 सरकारी तालाब, आहर, पईन हैं।

इसका कुल क्षेत्रफल 786.77 हेक्टेयर व प्राइवेट स्तर पर कुल 1004 तालाब है, जिसका क्षेत्रफल 1560 हेक्टेयर है। तालाब के सही रखरखाव नहीं होने के कारण कई स्थानों पर इसका अतिक्रमण भी हो गया है। सरकारी स्तर पर जो समितियां बनी हुई हैं, वहां तो सभी तालाबों का टेंडर होता है। लेकिन, कई ऐसे स्थान है जहां पर टेंडर भी नहीं हो पाता।

विभाग की रिपोर्ट के अनुसार तालाबों का टेंडर हुआ है, जो कि तीन साल के लिए निबंधित किया जाता है। जिले में तालाबों के रखरखाव के लिए पानी की सबसे बड़ी समस्या है। सुखाड़ क्षेत्र होने के कारण वर्षा जल पर पूरी तरह निर्भरता होती है, इसके अलावा कई प्राइवेट स्तर पर मछली पालन करने वाले लोग मोटर पानी का भी इस्तेमाल करते हैं। बावजूद मछली पालन मामले में जिले के लोगों में रुचि का पूर्णतः अभाव है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- बिग ब्रेकिंग खबर••• अज्ञात युवक को बोरे में बांधकर युवक को जिंदा जलाया पुलिस गश्त की खुली पोल
नवादा जिले के नगर थाना क्षेत्र से एक शर्मनाक व दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम देने की खबर सामने आयी है।

खरीदी बिगहा गांव के पास मोटरसाइकिल पर बोरे में बंद कर अज्ञात युवक को जला दिया। घटना ने पुलिस गश्त की पोल खोल दी है। सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस द्वारा मामले की जांच आरंभ कर दी है।

फिलहाल घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। फोरेंसिक टीम जांच में जुटी है। किसी दावेदार के अबतक सामने नहीं आने से पहचान में परेशानी हो रही है। जब तक कोई दावेदार सामने नहीं आ जाता घटना के कारणों का खुलासा संभव नहीं है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- एक ही रात टूटे तीन दुकानों के ताले, व्यापारियों में मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस
नवादा जिले के नगर थाना क्षेत्र में अज्ञात चोरों ने एक ही रात तीन दुकानों के ताले तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया।

बेखौफ चोर सामान और नकदी चुरा ले गये। एक ही रात तीन दुकानों के ताले टूटने की घटना से व्यापारियों और आमजन में हड़कंप मचा है। घटना नगर थाना क्षेत्र के खरीदी बीघा की बताई जाती है, जहां चोरों ने दो सीमेंट छड़ और एक किराना दुकान का ताला तोड़ लाखों रुपये नगद लेकर बेखौफ चंपत हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मुआयना किया। नगर थाना क्षेत्र के खरीदी बीघा स्थित रोड के पास स्थित अशोक ट्रेडर्स की शटर का ताला तोड़कर बेखौफ चोरों ने काउंटर में रखे 4 लाख रुपये नगद की चोरी कर ली। वहीं, चोरों ने डालमिया सीमेंट में शटर का ताला तोड़कर चोरी का प्रयास किया । अजय किराना दुकान का शटर के ताले को काट कर चोर ले गए हैं। दो दुकानों में लगे सीसीटीवी में चोर की तस्वीर कैद हो गई है। खरीदी बीघा रोड स्थित डालमिया सीमेंट और अजय किराना शॉप में चोरी की घटना नहीं हुई । चोर सीसीटीवी लगा देख मौके से भाग निकले । पीड़ित दुकानदार ने बताया कि घटना स्थल से महज कुछ दूरी पर टीओपी है, मगर चोर एक के बाद एक वारदात को अंजाम देकर खुली चुनौती दे रहे हैं। फिलहाल घटना की सूचना पर पहुंची नगर थाना की पुलिस आसपास दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालकर मामले की जांच शुरू की है। एक ही रात तीन दुकानों के ताले टूटने की घटना से व्यापारियों और आमजन में हड़कंप मचा है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था ई-रिक्शा में प्रसूता ने दिया बच्चे को जन्म
नवादा जिले में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का एक और नजारा देखने को मिला है।

एंबुलेंस सेवा नहीं मिलने के कारण एक प्रसूता ने ई-रिक्शा में ही बच्चे को जन्म दिया। बताया जा रहा है कि प्रसूता के घर से अस्पताल की दूरी 26 किमी है। जिले में इन दिनों एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर हैं। जिसके कारण मरीजों को परेशानी हो रही है। इसी कड़ी में एक प्रसूता को ससमय एंबुलेंस सेवा नहीं मिलने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सदर अस्पताल पहुंचने के क्रम में प्रसूता ने बीच रास्ते में ई-रिक्शा पर शिशु को जन्म दिया। करीब 26 किलोमीटर की दूरी तय कर सदर अस्पताल पहुंचने के क्रम में प्रसूता व उनके परिजनों की सांसें अटकी रहीं।

जानकारी के अनुसार बीती रात सदर प्रखंड के केनासराय पोखर पर गांव निवासी दिवाकर कुमार की पत्नी किरण कुमारी घर में प्रसव पीड़ा से कराहने लगी। यह देख महिला के पति ने एंबुलेंस सेवा 102 पर कॉल लगाया। करीब डेढ़ घंटे तक कॉल लगाने के बाद कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद थक हार कर एक ई-रिक्शा का सहारा लिया। गांव से सदर अस्पताल की दूरी 26 किलोमीट की है।

ई-रिक्शा से इतनी लंबी दूरी तय करने में प्रसूता को काफी परेशानी हुई और गांव से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर पहुंचते ही ई-रिक्शा पर प्रसव हो गया। इस दौरान वह दर्द से छटपटाती रही। ई-रिक्शा चालक व प्रसूता के परिजनों ने काफी हिम्मत से काम लिया और किसी तरह जच्चा-बच्चा को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां दोनों का इलाज किया गया। फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ बताए गए हैं।

प्रसूता के पति ने बदहाल स्वास्थ्य सुविधा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि विभाग की नाकामी की वजह से यह परेशानी हुई। अगर समय रहते एंबुलेंस सेवा उपलब्ध हो जाती तो ससमय अस्पताल पहुंच जाते। लेकिन एंबुलेंस की हड़ताल की वजह से यह संभव नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि डेढ़ घंटे तक लगातार एंबुलेंस के लिए कॉल करते रहे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अंत में ई-रिक्शा का सहारा लेना पड़ा।

26 किलोमीटर का यह सफर पहाड़ साबित हो रहा था। उन्होंने कहा कि रास्ते में पत्नी को कुछ हो जाता तो इसका जवाबदेह कौन होता, सरकार और प्रशासन स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कई बातें करती हैं, लेकिन सारे दावे खोखले हैं। इधर, महिला का इलाज करने वाली चिकित्सक डॉ कंचन ने कहा कि बीच रास्ते में प्रसव काफी पीड़ादायी है। फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। दोनों का बेहतर तरीके से इलाज किया जा रहा है।

इस अवस्था में बहुत परेशानी होती है। गौरतलब है कि जिले में पिछले 20 दिनों से एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर डटे हुए हैं। जिससे गरीब मरीजों की जान पर आफत बन आई है। लोगों को अस्पताल पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सुखी-संपन्न लोग प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा ले रहे हैं, लेकिन गरीब मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एंबुलेंस कर्मी लगातार जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।

लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है। अबतक किसी भी अधिकारी ने उनकी हड़ताल समाप्त कराने की पहल नहीं की जिसका खामियाजा गरीब मरीजों को उठाना पड़ रहा है। एंबुलेंस कर्मी चार महीने से बकाया मानदेय भुगतान और कंपनी के बदले जाने की आशंका पर हड़ताल पर डटे हुए हैं। इधर, हड़ताल के कारण जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को इलाज में काफी परेशानी हो रही है। गंभीर रुप से बीमार लोग ससमय अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं।

प्राइवेट एंबुलेंस लेने पर अतिरिक्त राशि खर्च करनी पड़ रही है। लोगों ने जिला प्रशासन से इस समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए निदान की मांग की है। एंबुलेंस संघ के जिला अध्यक्ष रामवृक्ष सिंह ने कहा कि हम लोगों की लड़ाई सरकार से है । सरकार की सिस्टम से ही बकाया राशि नहीं मिला। इसलिए हम लोग हड़ताल पर हैं। जहां जमकर नारेबाजी भी नीतीश सरकार के खिलाफ की जा रही है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- स्कॉटलैंड में बिहारियों ने किया छठ व्रत, सात समुंदर पार भी लोगों में दिखा उत्साह
नवादा छठ महिमा की आस्था अब देश ही नहीं विदेशों में भी देखने को मिल रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि सात समुंदर पार यूरोप के स्कॉटलैंड में छठी मईया की आस्था देखने को मिला है।

स्कॉटलैंड में इसबार छठ पर्व पर वहां रह रहे बिहार-झारखंड समाज के लोगों ने धुमधाम से चार दिवसीय छठ पर्व मनाया। पारम्परिक तौर-तरीके से लोगों ने पूरी आस्था के साथ यूके के स्कॉटलैंड स्थित इंडिनबर्ग के क्रेमन घाट पर नवादा सहित बिहार के विभिन्न जिलों के लोगों ने भगवान सूर्य को अर्घदान करने जुटे।

यहां रहने वाले टिब्लू जी ने बताया कि जिस तरह से हमलोग अपने गांव-घर में छठ पूजा करते हैं, ठीक वैसे ही यहां पर पूरा आयोजन किया गया । उन्होंने बताया कि चार दिवसीय छठ पर्व पर हर दिन परम्परा के अनुसार पूरी आस्था के साथ नहाय-खाय में कदुआ भात ग्रहण करने के बाद खरना का प्रसाद खाने लोग जुटे।

इसके बाद यूके के स्कॉटलैंड स्थित समुंदर में बना क्रेमन घाट पर छठ पर्व को लेकर समुचित व्यवस्था किया गया था, जिसमें यहां रहने वाले हर भारतीय ने सहयोग किया। वहीं अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्यदान देने के बाद अगले दिन उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्यदान करने काफी संख्या में लोग जुटे रहे।

बिहारी कम्युनिटी के अध्यक्षा मंत्री सिंह ने बताया कि काफी ठंड के बाद भी यहां रहने वाले हर बिहारियों में काफी उत्साह बना रहा, जिससे सौहार्द का एक मिसाल देखने को मिलता है। उन्होंने बताया कि वहां के रहने वाले लोगों के द्वारा चाय व नास्ता का प्रबंध किया गया था, जिसे हर लोगों ने उत्साह पूर्व भाईचारे के साथ ग्रहण किया और चार दिवसीय छठ पर्व को आस्था के साथ मनाया।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- जिला पदाधिकारी,नवादा श्री रवि प्रकाश के द्वारा आज प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय,अकबरपुर का निरीक्षण किया गया
निरीक्षण के क्रम में प्रखंड कार्यालय का स्पष्ट बोर्ड प्रदर्शित नहीं होने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि कार्यालय के बाहर स्पष्ट कार्यालय बोर्ड लगाना सुनिश्चित करेंगे ।

प्रखंड परिसर में मवेशियों का प्रवेश, गंदगी का जमाव एवं प्रखंड परिसर का दिवाल काफी गंदगी होने पर सख्त नाराजगी जिला पदाधिकारी ने जताया। साफ सफाई एवं अनाधिकृत मवेशियों को प्रवेश वर्जित करने हेतु निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया । प्रखंड परिसर का दिवाल जर्जर होने के कारण जिलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रीमती गीता कुमारी को एक सप्ताह के अंदर प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश दिया गया एवं गिरे हुआ दीवाल का मरम्मत करना, प्रखंड कार्यालय परिसर का जमीन चिन्हित एवं चारदीवारी निर्माण करना आदि के बारे में निर्देश दिया गया । प्रखंड परिसर में कर्मियों/ अधिकारियों के लिए जो आवास बनाए गए हैं, उन्हें चिन्हित करते हुए जर्जर भवन (अनुपयुक्त) भवनों को ध्वस्त करने हेतु प्रस्ताव देना सुनिश्चित करेंगे । वही प्रखंड परिसर में गंदे प्लास्टिक यत्र- तत्र फैला हुआ था जिस पर प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई अकबरपुर को निर्देशित किया गया कि प्लास्टिक पर बैन लगाते हुए इस पर आवश्यक कार्रवाई किया जाए । निरीक्षण के क्रम में बाल विकास परियोजना का कार्यालय, प्रखंड आपूर्ति कार्यालय, मनरेगा पीओ एवं आवास सहायक पर्यवेक्षक का कार्यालय बंद पाया गया जिस पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण का मांग करते हुए वेतन बंद करने का निर्देश दिया । आरटीपीएस काउंटर पर चार कार्यपालक सहायकों का प्रतिनियुक्ति में मात्र एक कार्यपालक सहायक शंभू कुमार मौजूद थे ,शेष तीन कार्यपालक सहायक अपने कार्य स्थल से अनुपस्थित पाए गए हैं जिस पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण के साथ वेतन बंद करने का निर्देश दिया । इस अवसर पर प्रभारी गोपनीय शाखा , प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी के साथ-साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे ।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश के द्वारा आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अकबरपुर का निरीक्षण किया
निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि आज गर्भवती महिलाओं का जांच बरामदे पर ही किया जा रहा था एवं काफी भीड़ के कारण गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानी हो रही थी

जिस पर जिलाधिकारी ने चिंता एवं खेद प्रकट करते हुए उपस्थित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं हेल्थ मैनेजर को निर्देश दिया गया कि अस्पताल भवन के बाईं ओर गर्भवती महिलाओं का प्रतीक्षा करने हेतु अस्थाई शेड का निर्माण किया जाए एवं एएनसी जांच के क्रम में पीने का पानी, गर्भवती महिलाओं के लिए कुर्सी एवं अन्य सुविधा व्यवस्था करने का भी निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया । अस्पताल परिसर में जर्जर भवन को ध्वस्त करने हेतु प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अकबरपुर को दिया गया । इस अवसर पर गोपनीय शाखा प्रभारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, हेल्थ मैनेजर के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी उपस्थित थे ।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- जिला पदाधिकारी,नवादा श्री रवि प्रकाश के द्वारा आज अनुमंडल कार्यालय रजौली का निरीक्षण किया गया
शिक्षक के क्रम में पाया गया कि अनुमंडल कार्यालय के निचले तल के बाईं ओर कमरों में निबंधन कार्यालय रजौली संचालित है,

उपस्थित अनुमंडल पदाधिकारी रजौली से स्पष्ट करने को कहा गया कि इस भवन में किस स्थिति में निबंधन कार्यालय संचालित है । निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि अनुमंडल कार्यालय भवन में सीसीटीवी संचालित नहीं है इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी रजौली को निर्देश दिया गया कि शीघ्र ही अनुमंडल कार्यालय में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी अधिष्ठापित करें । अनुमंडल कार्यालय भवन के निचले तल में काफी गंदगी पाई गई जिस पर अनुमंडल पदाधिकारी रजौली को निर्देश दिया गया कि नगर पंचायत रजौली से समन्वय स्थापित कर उसे साफ- सफाई करा लेंगे। निरीक्षण के क्रम में भूमि सुधार उपसमाहर्ता रजौली कार्यालय के बाहर कॉरिडोर में लोहा का कबाड़ पाया गया जिसे शीघ्र ही हटाने का निर्देश डीसीएलआर रजौली को दिया गया । निर्वाचन शाखा अनुमंडल कार्यालय रजौली के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि कार्यालय में अनुपयुक्त निर्वाचन संबंधी पुराने प्रपत्र ,मतदाता सूची यत्र- तत्र रखे हुए हैं , इस संबंध में भी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी रजौली को दिया गया । जिलाधिकारी ने रजौली चेक पोस्ट का भी निरीक्षण किया । निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि चेक पोस्ट रजौली में मुख्यत: दो विभाग परिवहन तथा उत्पाद के अंतर्गत प्रतिनियुक्ति होमगार्ड, पुलिस जवान, डाटा एंट्री ऑपरेटर आदि वाहनों का चेकिंग एवं चलान काटने का कार्य किया जा रहा था । चेक पोस्ट पर विधिवत चेकिंग की व्यवस्था नहीं थी। वेट मशीन, स्कैनर कुछ सीसीटीवी कैमरा एवं डिस्प्ले यूनिट सही तरीके से संचालित नहीं होने पर जिलाधिकारी ने आवश्यक निर्देश दिया । वही उत्पाद के प्रभारी पदाधिकारी अनुपस्थित पाए गए जिस पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण करते हुए वेतन बंद करने का भी निर्देश दिया । इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी रजौली, डीसीएलआर रजौली,प्रभारी गोपनीय शाखा, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी के साथ-साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे ।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- सीतामढ़ी वार्षिक मेला बंदोबस्ती के लिए 11 व 12 नवंबर को लगेगी बोली, 22 लाख 2 हजार 250 रुपये प्रस्तावित है सुरक्षित राशि,
इसके आगे लगेगी बोली नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के रामायण कालीन मां सीता की निर्वासन स्थली व लवकुश की जन्मस्थली सीतामढ़ी में लगने वाले वार्षिक मेला के लिए टेंडर की बोली 11 व 12 नवंबर को होगी।


बंदोबस्ती जिलास्तर पर की जायेगी। यदि किसी कारणवश उक्त निर्धारित तिथि को बंदोबस्ती नहीं होती है, तो क्रमशः 13 नवंबर को पूर्व निर्धारित समय पर बंदोबस्ती की जायेगी। मेले की बोली न्यूनतम 22 लाख दो हजार 250 रुपये से आरंभ होगी। मेसकौर अंचल अधिकारी अभिनव राज ने बताया कि मेला के लिए 22 लाख 2 हजार 250 रुपये प्रस्तावित सुरक्षित राशि है।


इसके 10% राशि बोली लगाने से पहले जमानत राशि के रूप में जिला नाजारत में जमा करना होगा। डाक की कारवाई समाप्त होने के पश्चात सफल डाक वक्ता की राशि को छोड़कर अन्य के द्वारा जमा जमानत राशि वापस कर दी जायेगी। सफल डाक वक्ता की राशि को अग्रिम राशि के रूप में जमा कर दिया जायेगा। गौरतलब हो कि अगहन पूर्णिमा से एक सप्ताह तक लगने वाला सीतामढ़ी मेला किसानों की समृद्धि से जुडा है।


गांव के बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि यह मेला किसानों की समृद्धि से जुड़ा है। खेतों से धान फसल घर आने पर किसानों में खुशियों का संचार होता है। कई दिनों की मेहनत के बाद फसल घर आती है, तो खुशियां परवान चढ़ जाती है और उसी उपलक्ष्य में मेले का आयोजन किया जाता है। हर साल अगहन पूर्णिमा को सात दिनों तक मेले का आयोजन होता है, जिससे इलाके की छटा देखते ही बनती है।


सीतामढ़ी गांव के आसपास के दस कोस के गांव से लोगों का मेले में आना होता है। अब दूसरे जिले से भी लोग मेले का लुत्फ उठाने आने लगे हैं। माता सीता की शरणस्थली सीतामढ़ी में भव्य मेला लगता है। यह मेला काष्ठ कला के लिए प्रसिद्ध है। मेले में बच्चों से लेकर युवाओं के मनोरंजन के लिए काफी इंतजाम रहता हैं। जिले के हर लोगों को सीतामढ़ी मेला का बेसब्री से इंतजार रहता है।


नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा दो - दो जगहों से आवासीय प्रमाणपत्र वाले शिक्षक कर रहे नौकरी
नवादा जिले में ऐसे कई शिक्षक बीपीएससी परीक्षा देकर नौकरी कर रहे हैं। ये वास्तव में कहां के रहने वाले हैं खुद इन्हें भी पता नहीं।


ऐसा इसलिए कि ये दो जगहों से आवासीय बनाकर शिक्षा विभाग की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं। इसी प्रकार का मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र से सामने आया है। जिसके दस्तावेज की मांग की गयी है। एक दो दिनों के अंदर दस्तावेज सामने आने की संभावना है। मामला उग्रवाद प्रभावित उत्क्रमित मध्य विद्यालय बाराटांड़ का बताया है। जल्द इसका खुलासा किया जाएगा।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !