लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर पटना जिला प्रशासन की पूरी तैयारी, 205 जगहों पर मजिस्ट्रेट और पूरे जिले में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती*

डेस्क : लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ की आज मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरूआत हो गई। पर्व को शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है। छठपूजा पर 205 जगहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती रहेगी। जिन मजिस्ट्रेटों को तैनात किया जाना है उनके साथ सोमवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी राजीव मिश्रा ने संयुक्त ब्रीफिंग की। डीएम ने कहा कि जो संवेदनशील इलाके हैं, वहां विशेष चौकसी बरतें। कुछ भी गड़बड़ होता है तो तत्काल इसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दें। जिलाधिकारी ने कहा कि छठ पर्व के मौके पर बड़ी संख्या में बिहार के निवासी अपने घर आ रहे हैं। रेलवे की ओर से बड़ी संख्या में विशेष ट्रेन चलाई जा रही हैं। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। पटना सदर अनुमंडल में 114 स्थानों, पटना सिटी अनुमंडल में 81 स्थानों और दानापुर अनुमंडल में 10 स्थानों पर दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। सभी एसडीओ और एसडीपीओ अपने-अपने क्षेत्र में विशेष चौकसी बरतें। सशस्त्रत्त् बल, लाठी बल और महिला पुलिसकर्मियों को भी लगाया गया है। मोटरबोट के जरिये रिवर पेट्रॉलिंग की व्यवस्था की गई है। गंगा में कुल 18 नदी गश्ती दल तैनात किया गया है। ये सभी मोटरबोट, लाइफ जैकेट, गोताखोर और अन्य उपस्करों से लैस रहेंगे। नदी गश्ती दल की ओर से लगातार पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित की जाएगी कि कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी तरह से गड़बड़ी न करने पाए। 10 रिवर फ्रंटघाट गश्ती तथा 03 स्पीड बोट गश्ती दल भी तैनात किया गया है। छठव्रतियों और श्रद्धालुओं की सुविधा तथा सुरक्षा के लिए मोटरबोट और अन्य संसाधनों के साथ नाविक और गोताखोरों की तैनाती की गई है। देसी नाव, नाविक और गोताखोर का 333 दल आपदा की स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद किया गया है। जिले के 23 प्रखंडों में 306 नाव, 306 नाविक तथा 333 प्रशिक्षित गोताखोर ड्यूटी पर तत्पर रहेंगे। एनडीआरएफ की 08 तथा एसडीआरएफ की 14 टीमें भी तैनात कर दी गई हैं। पटना शहरी क्षेत्रों के तालाबों के नजदीक आपदा की स्थिति से निपटने के लिए गोताखोरों को सभी संसाधनों जैसे कांटा जाल, महाजाल और रस्सी सहित तैनात किया गया है।
लोक आस्था का महापर्व छठ : सीएम नीतीश कुमार ने छठ घाटों का किया निरीक्षण, सारी व्यवस्था सुनिश्चित करने का दिए निर्देश*

डेस्क : लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ की आज मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरूआत हो गई। कार्तिक शुक्ल चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय व्रत करने का विधान है। आज मंगलवार को छठ व्रती गंगा नदी में स्नान के बाद भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर नहाय-खाय का प्रसाद बनाएंगे। व्रती अरवा चावल, चना दाल, कद्दू की सब्जी और आंवले की चटनी आदि का भोग भगवान को लगाकर प्रसाद के रूप में उसे ग्रहण करेंगे। इसके साथ ही वे चार दिवसीय महापर्व अनुष्ठान का संकल्प लेंगे। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशासन को छठ घाटों पर सारी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। बीते सोमवार को उन्होंने छठ महापर्व के मद्देनजर जेपी सेतु घाट-दीघा घाट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बैरिकेडिंग, घाटों की साफ-सफाई, सुरक्षा एवं स्वच्छता के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल से छठ महापर्व शुरू हो रहा है। प्रशासन छठ घाटों पर सारी व्यवस्था को लेकर पूरी तरह मुस्तैद रहे। छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ख्याल रखें। छठ घाटों पर सुरक्षा, स्वच्छता एवं सुविधाओं को लेकर किसी प्रकार की कोई कोताही न हो। छठ घाटों तक छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के पहुंचने के लिए सुगम व सुरक्षित ट्रैफिक व्यवस्था कराएं ताकि छठ व्रतियों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो। छठ घाट के निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री ने जेपी सेतु घाट-दीघा घाट पर आयोजित गंगा उत्सव का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। निरीक्षण के दौरान नगर विकास व आवास मंत्री नितिन नवीन, पटना की मेयर सीता साहू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, सीएम के विशेष कार्य पदाधिकारी डॉ. गोपाल सिंह, डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा, निगम के आयुक्त अनिमेश परासर मौजूद थे।
नहाय-खाय के साथ आज से लोक आस्था के महापर्व छठ की हुई शुरुआत*

डेस्क : लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ की आज मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरूआत हो गई। कार्तिक शुक्ल चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय व्रत करने का विधान है। आज मंगलवार को छठ व्रती गंगा नदी में स्नान के बाद भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर नहाय-खाय का प्रसाद बनाएंगे। व्रती अरवा चावल, चना दाल, कद्दू की सब्जी और आंवले की चटनी आदि का भोग भगवान को लगाकर प्रसाद के रूप में उसे ग्रहण करेंगे। इसके साथ ही वे चार दिवसीय महापर्व अनुष्ठान का संकल्प लेंगे। पंडितों के अनुसार इस वर्ष छठ बड़े ही शुभ योग और नक्षत्र में पड़ रहा है। मंगलवार सुबह 8.37 बजे ज्येष्ठा नक्षत्र समाप्त होगा। इसके बाद मूल नक्षत्र शुरू हो रहा है, बुधवार सुबह 10.13 बजे तक रहेगा। मंगलवार सुबह 11.16 बजे से अतिगंड योग समाप्त होकर सुकर्मा योग शुरू होगा। ऐसे में सुबह 11.16 बजे के बाद नहाय-खाय करना बहुत ही शुभ साबित होगा।
तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव की तारीखों का हुआ एलान, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार के तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। एमएलसी उपचुनाव को लेकर आयोग की तरफ से पूरा शेड्यूल जारी किया गया है।

भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी शेड्यूल के मुताबिक, उम्मीदवारों को 18 नवंबर तक अपना नामांकन दाखिल करना होगा। 19 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि 21 नवंबर तक उम्मीदवार चुनाव से अपना नाम वापस ले सकते हैं। 5 दिसंबर को मतदान कराया जाएगा जबकि 9 दिसंबर को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे।

बताते चले कि जेडीयू नेता देवेशचंद्र ठाकुर के सांसद निर्वाचित होने के बाद यह सीट खाली हुई थी। देवेश चंद्र ठाकुर इस सीट से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से विधान पार्षद थे। उनके सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया।

इस उपचुनाव में जेडीयू और आरजेडी के बीच सीधी टक्कर है। जेडीयू ने अभिषेक झा एनडीए के साझा उम्मीदवार बनाया हैं जबकि राष्ट्रीय जनता दल के गोपी किशन को पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार बनाया गया है। इस चुनाव को लेकर दोनों दनों ने अपना पूरा जोर लगा दिया है और जीत का दावा कर रहे हैं हालांकि इससे पहले बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है, जिसे 2025 के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है।

बिहार सरकार की मंत्री शीला मंडल का बड़ा बयान, महाभारत के अर्जुन की तरह है अपने लक्ष्य को पूरा करने में माहिर है सीएम नीतीश कुमार

डेस्क : बिहार सरकार की परिवहन मंत्री शीला कुमारी मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना महाभारत के अर्जुन से की हैं। उन्होंने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार का विजन महाभारत के अर्जुन की तरह स्पष्ट है। उन्हें पता है कि कैसे लक्ष्य को भेदना है और इसे जिसे पूरा बिहार जानती है। बिहार के विकास के लिए जिस विजन की आवश्यकता है, वह सीएम नीतीश कुमार में स्पष्ट दिखाई देता है।

रोहतास जिले के कोचस में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची परिवहन मंत्री शीला मंडल ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए बोलीं कि जिस प्रकार महाभारत में अर्जुन मछली के आंख को देख कर उसे भेद देते थे, ठीक उसी प्रकार सीएम नीतीश कुमार भी अपने विजन की ओर लक्ष्यवान है। यही कारण है कि आज बिहार चौतरफा विकास कर रहा है। आज बिहार में महिलाएं तथा अति पिछड़ा समाज के मुख्य धारा में शामिल होकर प्रदेश के विकास में कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं, यह नीतीश कुमार की देन है।

उन्होंने कहा कि आज गरीबों के बच्चे स्कूल जा रहे हैं तथा तमाम नागरिक सुविधाओं का बिहार के लोग आनंद ले रहे हैं। यह सब नीतीश कुमार की देन है। बिहार में हो रहे उपचुनाव के संबंध में उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के विजन को देखते हुए सभी सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी की जीत होगी।

बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार ने पैक्स चुनाव को लेकर जारी किया दिशा-निर्देश, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार में पैक्स चुनाव होने जा रहा है। बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार ने पैक्स निर्वाचन 2024 में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी दिशा-निर्देश के अनुसार सहकारी समितियों के प्रबंधन से जुड़े कर्मी पैक्स निर्वाचन से अलग रहेंगे। बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार ने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को भेजे निर्देश में इसका अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है।

केंद्रीय कर्मचारियों की ड्यूटी भी पैक्स निर्वाचन में लगाने से मना किया गया है। इसके अलावा शिक्षण कार्य से जुड़े अध्यापकों को मतदान ड्यूटी में नहीं लगाने की सलाह दी गई है। हालांकि, आवश्यकता पड़ने पर इनकी ड्यूटी लगाई जा सकती है। प्राधिकार ने इसके लिए पर्याप्त संख्या में कर्मियों और पुलिस बल की तैनाती करने को कहा है। राज्य सरकार के किसी भी विभाग और निकायों के कर्मियों को मतदान में लगाया जाएगा। इनमें से वरिष्ठ और अनुभवी कर्मियों को प्राथमिकता देने को कहा गया है।

इसी तरह मतदान केंद्रों की संख्या की तुलना में 20 फीसदी अधिक मतदान दल की तैनाती करने को कहा गया है। बता दें कि पैक्स निर्वाचन 26 नवंबर से 3 दिसबर के बीच पांच चरणों में प्रस्तावित है।

छठ महापर्व को लेकर प्रशासन की पूरी तैयारी : घाट किनारे बनेगा पुलिस कैंप, सीसीटीवी से घाटों की होगी निगरानी

डेस्क : लोक आस्था का महापर्व छठ की कल मंगलवार से नहाय खाय के साथ शुरुआत होने जा रही है। इधर इस महापर्व को लेकर पटना जिला प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई ह । गंगा किनारे छठ व्रतियों की भीड़ को देखते हुए इस बार कलेक्ट्रेट घाट के किनारे पुलिस कैंप बनेगा। रविवार को डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने घाट का निरीक्षण करने के बाद भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया है कि अगले 48 घंटे के अंदर पुलिस कैंप के लिए टेंट का निर्माण कराएं।

कलेक्ट्रेट और महेंद्रूघाट पर इस बार अधिक भीड़ होने की संभावना है। इसीलिए यहां अस्थायी तौर पर टेंट का निर्माण किया जाएगा ताकि पुलिसकर्मियों को वहां रहने की व्यवस्था की जा सके। कलेक्ट्रेट घाट से ही पुलिस कर्मियों को गंतव्य घाटों के लिए रवाना भी किया जा सकेगा। इसके अलावा दीघा घाट, एनआईटी घाट पर भी पुलिस कर्मियों के रहने की व्यवस्था की जा रही है। घाट की सुरक्षा के लिए जगह-जगह पुलिस वालों की तैनाती भी की गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें गायघाट के पास रहेंगी, वहीं से गंगा नदी में गश्ती की जाएगी।

महापर्व को लेकर स्मार्ट सिटी के 124 कैमरे से 24 छठ घाटों की निगरानी होगी। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बैठे कर्मी घाटों की हर एक छोटी-बड़ी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। पटना स्मार्ट सिटी की ओर से नगर निगम क्षेत्र के 24 प्रमुख गंगा घाटों पर 124 कैमरे लगाए गए हैं। इनकी मदद से छठ घाटों पर भीड़ प्रबंधन एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नियंत्रण कक्ष से निगरानी होगी। किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत घाट पर उपस्थित पदाधिकारी एवं सुरक्षा कर्मी को दी जाएगी। गंगा किनारे घाटों पर बैरिकेडिंग, छठ व्रतियों के आसपास व भीड़ पर कैमरा का फोकस रहेगा। कोई व्यक्ति सुरक्षा घेरा का अतिक्रमण करेगा तो उसकी सूचना तुरंत घाट पर मौजूद संबंधित पदाधिकारी को दी जाएगी।

एनआईटी घाट पर बनेगा नियंत्रण कक्ष

छठ महापर्व के लिए एनआईटी घाट पर अस्थायी नियंत्रण कक्ष बनाया जा रहा है। नियंत्रण कक्ष में जिला प्रशासन, नगर निगम, पटना पुलिस के पदाधिकारी तैनात रहेंगे। शहर में लगाये गए पब्लिक एड्रेस सिस्टम से आमजन को स्वच्छता एवं सुरक्षा को लेकर लगातार जिंगल्स के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। पटना शहर में कुल 69 जगहों पर पिए सिस्टम लगाया गया है।

पटना के बिहटा एयरफोर्स कैंपस में दिखा तेंदुआ : स्कूलों को किया गया बंद, दर्जनभर गांवों को किया गया

डेस्क : पटना के बिहटा स्थित एयरफोर्स कैंपस में तेंदुआ दिखा है, जिसके बाद प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। तेंदुआ के खौफ से बिहटा के दर्जनभर गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से एयरफोर्स परिसर स्थित तीन स्कूलों को बंद कर दिया गया है। वन विभाग, प्रशासन और पुलिस की टीम बनाई गई है ताकि तेंदुआ को पकड़ा जा सके।

बीते रविवार को पटना जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर दानापुर एसडीएम दिव्या शक्ति के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने एयरफोर्स परिसर और सूर्य मंदिर घाट का निरीक्षण किया। डीएम ने लोगों से अपील की है कि भयभीत होने की जरूरत नहीं है। वन विभाग, प्रशासन और पुलिस की टीम 24 घंटे नजर रखे हुए है। अधिकारियों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की।

वन विभाग की ओर से तेंदुआ को पकड़ने के लिए किए जा रहे प्रयास से उन्हें अवगत कराया गया। वन विभाग ने पांच कैमरे और दो ट्रैप लगाए हैं। शाम, रात और सुबह गश्त के लिए टीमें गठित की गई हैं। डीएफओ की ओर से स्वयं प्रतिदिन गश्त की जा रही है। इसके अलावा एयरफोर्स स्टेशन के पीटीजेड कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। सूर्य मंदिर तालाब के पास अक्सर तेंदुआ को देखा जा रहा है। हालांकि एयरफोर्स परिसर के बाहर अभी तक तेंदुआ नहीं देखा गया है। लोगों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं।

एसडीएम ने बताया कि सूर्य मंदिर छठ घाट की साफ-सफाई कराई जा रही है। छठ पूजा की तैयारी पूरी कर ली गई है। यदि इस बीच तेंदुआ पकड़ा जाता है तो घाट पर पूजा करने की अनुमति दे दी जाएगी। यदि तेंदुआ नहीं पकड़ा जाता है तो ऐसी स्थिति में सुरक्षा कारणों से इस घाट पर छठ पूजा का आयोजन नहीं होगा।

निरीक्षण के दौरान दानापुर डीएसपी, बिहटा थानाध्यक्ष, बीडीओ, सीओ, वन रेंज अधिकारी, एयरफोर्स के सुरक्षा अधिकारी भी मौजूद थे।

राजधानी पटना में पूरे धूमधाम से संपन्न हुआ चित्रगुप्त पूजा, सीएम नीतीश ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना कर राज्य के विकास और समृद्धि की

डेस्क : बीते रविवार को राजधानी पटना में पूरे हर्षोल्लास के साथ चित्रगुप्त पूजा की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी और पटना सिटी के नौजर घाट, दीवान मुहल्ला स्थित श्रीचित्रगुप्त आदि मंदिर में जाकर भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने राज्य के विकास, खुशहाली, सुख-शांति एवं समृद्धि की मंगलकामना की।

गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी प्रबंध न्यास समिति के अध्यक्ष पूर्व विधान पार्षद डॉ रणवीर नंदन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने ठाकुरबाड़ी की प्रशंसा की और कहा कि यह आयोजन बहुत अच्छा होता है। यहां पूरे पटना से लोग भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने आते हैं।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने पटना सिटी के नौजर घाट, दीवान मुहल्ला स्थित श्रीचित्रगुप्त आदि मंदिर में पूजा-अर्चना की एवं राज्य के विकास, सुख-शांति एवं समृद्धि की मंगलकामना की।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, पूर्व सांसद आरके सिन्हा, मेयर सीता साहू, गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी प्रबंध न्यास समिति के अध्यक्ष डॉ. रणबीर नंदन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, डीजीपी आलोक राज, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी डॉ. गोपाल सिंह, बिहार नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव छोटू सिंह सहित गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी पूजा समिति के लोग उपस्थित थे।

विशेष जरूरत वाले बच्चों की शिक्षा के लिए बड़े पैमाने पर शिक्षकों की होगी नियुक्ति, BPSC जल्द निकालेगी वैकेंसी

डेस्क : बिहार सरकार ने विशेष जरुरत वाले बच्चों की शिक्षा के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य के प्रारंभिक (कक्षा एक से आठ) स्कूलों में विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शीघ्र ही विज्ञापन जारी होगा। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने सारी तैयारी कर सामान्य प्रशासन को जिला और आरक्षणवार रिक्ति भेज दी है। सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से नियुक्ति की अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) को भेजी जाएगी। इसके बाद बीपीएससी योग्य अभ्यर्थियों से नियुक्ति को लेकर आवेदन आमंत्रित करेगा।

कुल नौ तरह की विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए इन शिक्षकों की नियुक्ति होने जा रही है। जो बच्चे देख नहीं पाते हैं, अथवा दृष्टि कम है, इसके लिए अलग-अलग विशेषज्ञ शिक्षक होंगे। विभाग के पदाधिकारियों के अनुसार वर्तमान में स्कूलों में ऐसे बच्चों को पढ़ाने की सुविधा नहीं है। इनके लिए जिला स्तर पर विशेष व्यवस्था की जाती रही है।

गौरतलब है कि पहली बार राज्य के विभिन्न जिलों में विशेष जरूरत वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए इन शिक्षकों की स्थायी पदों पर नियुक्ति की जा रही है। विभिन्न स्कूलों में नामांकित दिव्यांग और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए इन शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। कुल पदों में 5534 प्राथमिक विद्यालयों (कक्षा एक से पांच) तथा 1745 मध्य विद्यालयों (कक्षा छह से आठ) में विशेष शिक्षक नियुक्ति किये जाएंगे। इन शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पूर्व में ही शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित हुई थी। इस पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही इन पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकेंगे। ये शिक्षक विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने में पूरी तरह से दक्ष होंगे।