अमेठी में बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े लूट की घटना को दिया अंजाम


अमेठी। यूपी के अमेठी में बाइक सवार तीन बदमाशों ने घर से कम पर जा रहे युवक को रोककर उनके साथ मारपीट करते हुए असलहे के बल पर मोबाइल और बाइक छीन कर मौके से फरार हो गए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल करते हुए बदमाशों की तलाश में जुटी है। हालांकि बदमाश भागने में सफल रहे। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रविवार की सुबह पीड़ित शशांक यादव उर्फ वकील पुत्र अयोध्या प्रसाद ग्राम भुआलापुर भवसिंहपुर थाना संग्रामपुर जनपद अमेठी का रहने वाला है। वह कस्बे में एक शॉपिंग मॉल में काम करता है। प्रतिदिन की भांति आज सुबह शशांक बाइक से काम पर अमेठी जाने के लिए निकला था। जैसे वह संग्रामपुर थानाकत्र के जरौटा गांव के पास स्थित ईंट भट्ठे के पास पहुंचा था, तभी बाइक सवार तीन बदमाश पीछे से आ गए और शशांक के सिर पर वार कर दिया। इसके बाद शशांक गिर पड़ा। बदमाशों ने शशांक की जेब से मोबाइल निकाल लिया और उसकी स्प्लेंडर प्लस बाइक लेकर मौके से फरार हो गए।

इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि सूचना पर तत्काल संग्रामपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई और पीड़ित से जानकारी लेते हुए घटना की जांच पड़ताल में जुट गई। घटना के सभी पहलुओं की प्रत्येक स्तर से बारीकी से जांच की जा रही है। शीघ्र ही घटना का अनावरण कर दिया जाएगा।

जनपद में कायस्थ वर्ग एवं कलम कार्यकर्ताओं ने मनाई भगवान श्री चित्रगुप्त जी की जयंती

अमेठी। जनपद में कायस्थ वर्ग एवं कलम कार्यकर्ताओं ने भगवान श्री चित्रगुप्त जी की जयंती पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव ने परिवार एवं अन्य लोगों के मौजूदगी में टीकर माफी में पूजन अर्चन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि "चित्रगुप्त नमस्तुभ्याम वेदाक्सरदत्रे" यानी भगवान चित्रगुप्त स्वर्ग और नरक के पात्रता के दाता है। भगवान चित्रगुप्त एक प्रमुख हिन्दू देवता हैं। वेदों और पुराणों के अनुसार श्री धर्मराज (यमराज) के साथ भगवान चित्रगुप्त मनुष्यों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखते है जिसके आधार पर मनुष्य को स्वर्ग और नरक भेजा जाता है। मनुष्य के परलोक व पुनर्जन्म का निर्णय भगवान चित्रगुप्त जी के बताए आंकड़ों के अनुसार श्री यमराज करते हैं।

मनुष्यों की मृत्यु के पश्चात, पृथ्वी पर उनके द्वारा किए गये कार्यों के आधार पर उनके लिए स्वर्ग या नरक का निर्णय लेने का अधिकार यमराज जी के पास है अर्थात किस को स्वर्ग मिलेगा और कौन नरक में जाएगा इस बात का निर्धारण भगवान धर्मराज (यमराज) भगवान चित्रगुप्त जी के द्वारा दिये गये आंकड़ों के आधार पर ही करते है। कहते है कि यमराज जी और भगवान चित्रगुप्त जी की पूजा करने और अपने बुरे कर्मों के लिए क्षमा मांगने से मनुष्य को नरक का फल नही भोगना पड़ता है। मान्यताओं के अनुसार भगवान चित्रगुप्त कायस्थों के इष्टदेव हैं।वेदों के अनुसार कायस्थ का उद्गम पितामह श्रृष्टिकर्ता भगवान ब्रह्मा जी ने अपनी काया (ध्यान योग ) की सम्पूर्ण अस्थियों से बनाया था तभी इनका नाम काया+अस्थि = कायस्थ पड़ा। कायस्थ जाति भारत वर्ष में रहने वाले हिन्दू समुदाय की एक जातियों का वांशिक कुल है।

पुराणों के अनुसार कायस्थ प्रशासनिक कार्यों का सफल निर्वहन करने वाले और उच्च कोटि के सलाहकार माने जाते है। इस मौके पर डा शरद श्रीवास्तव, प्रवीण श्रीवास्तव, हर्षित श्रीवास्तव,क्षितिज श्रीवास्तव, डॉ अंशु श्रीवास्तव,पल्लवी श्रीवास्तव,सहित अन्य कायस्थ बंधु मौजूद रहे। इसके अलावा पूरे शीतल में कायस्थ बंधुओं ने पूजन अर्चन किया। गौरीगंज में पूर्व सभासद समाजसेवी सतीश श्रीवास्तव ने माधव कृपा प्रॉपर्टीज के परिसर में भगवान चित्रगुप्त पूजन किया गया। इस मौके पर दीपक श्रीवास्तव, रजनीश श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव, अमेठी में कायस्थाना मुहल्ले में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के हरिकेश श्रीवास्तव ने चित्रगुप्त पूजन अर्चन किया गया। करौंदी में भी अशोक श्रीवास्तव,डा राजेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव ने भी पूजन अर्चन किया गया।

*हिंदू रीति रिवाज से हुआ मृत बंदर का अंतिम संस्कार*

अमेठी- भेंटुआ ब्लॉक के ग्राम पंचायत मई के पूरे बसावन तिवारी के पुरवा में शुक्रवार की देर रात को पेड़ से गिर कर के चोटिल हो गया था। जिसकी जानकारी संबंधी अधिकारी को दिया गया था लेकिन भोर में उसकी मृत्यु हो गई ।

जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी के मौजूदगी में परशुराम सेना के लोगों द्वारा मृत बंदर शव का अन्तिम संस्कार हिन्दू धर्म के अनुसार कराया गया

*गोवर्धन पूजा पर गौशालाओं में आयोजित किए गए गो-पूजन*

अमेठी- आज गोवर्धन पूजा पर जनपद के समस्त गो आश्रय स्थलों में गो-पूजन के कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर सभी गौशालाओं को भव्य तरीके से सजाया गया तथा गो पूजन के उपरांत गोवंशों को गुड़ व केला खिलाया गया।

इस अवसर पर विकासखंड शाहगढ़ अंतर्गत वृहद गो संरक्षण केंद्र दक्खिन गांव में जिलाधिकारी निशा अनंत ने पूरे विधि विधान से गो-पूजन किया तथा मौजूद गोवंशों को गुड़ व केला खिलाया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने गोवंशों को नियमित रूप से भरपेट चारा खिलाने के साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गौशालाओं में पर्याप्त साफ-सफाई की व्यवस्था रखी जाए, गोवंशों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए गौशालाओं में हरा चारा, भूसा, पशु आहार, स्वच्छ पेयजल, छांव सहित सभी मूलभूत व्यवस्थाओं की उपलब्धता रहे। उन्होंने कहा कि कोई भी गोवंश बाहर घूमता पाया जाए तो उसे तत्काल गो आश्रय स्थल में संरक्षित कराया जाए साथ ही सभी गोवंशों की ईयरटैगिंग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए।

इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी वीरभानु सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ सोम प्रकाश तिवारी, पशु चिकित्सक सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।

*सरयू देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर काॅलेज में पुरातन छात्र गोष्ठी का हुआ आयोजन*

विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 2 नवंबर, 2024 प्रात:10 बजे से पुरातन छात्र गोष्ठी का सफल आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ,पूर्व छात्र भैया चंद्र मोहन मिश्र एडवोकेट, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रचेतस शास्त्री एसोसिएट प्रोफेसर इलाहाबाद विश्वविद्यालय ,विद्यालय के यशस्वी प्रधानाचार्य अरविन्द कुमार पांडेय ,उप प्रधानाचार्य संजय कुमार विद्यालय के प्रबंधक प्रेम चंद्र माहेश्वरी द्वारा मां सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन द्वारा किया गया

सर्वप्रथम पुरातन छात्र भैया शुभम सिंह( एडवोकेट लखनऊ हाईकोर्ट) ने कार्यक्रम के महत्त्व को समझाते हुए प्रमुख विषयों पर प्रकाश डाला। पूर्व छात्रा बहन रिचा तिवारी सहायक अध्यापिका ने अपनी सफलता में विद्यालय के योगदान की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए अपने बात को समाप्त किया। कार्यक्रम की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय के उप प्रधानाचार्य संजय कुमार ने बताया कि विभिन्न दायित्वों पर

अपने कर्तव्यों के प्रति सच्ची निष्ठा व ईमानदारी , पूरी जिम्मेदारी से काम करने की नसीहत दी साथ ही साथ एक अलग पहचान बनाने की अपील की।

कार्यक्रम के मध्य में विद्यालय की वंदना प्रमुख बहिन यूरीडिश पांडेय द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया। इसी कार्यक्रम में पूर्व छात्र भैया यश प्रताप सिंह ने अपने अनुभवों को साझा किया और बताया कि विद्यामंदिर से पढ़े भैया / बहिन चाहे जहां रहे उनकी छाप वहां अद्वितीय ही रहती है। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्वछात्र भैया ने विद्यालय के पुराने दिनों को याद करते हुए हुए और विद्यालय से मिली सीख को अपने पेशे में उतारते हुए आज एक सफल एडवोकेट,एसोसिएट प्रोफेसर के पदों पर अपने आपको सुसज्जित किया। विद्यालय के प्रबंधक प्रेमचंद्र माहेश्वरी ने आए हुए भैया बहिनों को संबोधित करते हुए आए हुए भैया बहिनों कहा कि आप जिस पद पर भी हो विद्यालय से जुड़े रहने की अपील की। आर्यन सिंह,शिवभानु कृष्ण, विपिन सिंह व अन्य भैया बहिनों ने अपने अनुभवों को को साझा किया! कार्यक्रम का संचालन विपिन मिश्रा ने किया।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविन्द कुमार पांडेय ने अपने आशीर्वचन से भैया /बहिनों को अभिसिंचित करते हुए व विद्यालय में पधारने पर अपना आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर विद्यायल प्रमुख आचार्य गौरीश जी, संतोष मिश्रा, उदय भानु, आकाश श्रीवास्तव सत्यप्रकाश व समस्त आचार्य/आचार्या उपस्थित रहे।

पटाखे की दुकान राम लीला मैदान मे सजी,लोगो की भीड
अमेठी। स्थानीय राम लीला मैदान मे गोले और पटाखे की दुकान सजी। लोगो की भीड खरीद के लिए बढी। गुरुवार को मिठाई की दुकानो खूब सजी। मिठाई का कारोबार तेज रहा। घरो के लिए मिठाई खरीदी। उपहार का दौर भी चला।

यातायात जाम रहा,ठेला और पटरी दुकानदार बने सहायक


दुकान का सड़क पर कारोबार बढता दिया। पटरी पर ठेला और पटरी दुकानदार कब्जा कर अपनी बाजार सजा रखी थी। ई-रिक्शा और वाहन की वजह से यातायात जाम रहा। पुलिस त्योहार के दौरान चुपी साध रही थी। हनुमान मंदिर रोड,सगरा रोड,अन्तू रोड,ककवा रोड,महात्मा गाँधी चौक जाम के चपेट मे रहा।

गन्दगी की भरमार,दीपोत्सव पर्व पर सफाई नही

दीपोत्सव पर्व पर साफ-सफाई होती थी। लेकिन इस बार साफ-सफाई सरकारी बिभाग के सफाई कर्मी साफ-सफाई नही की। गन्दगी के चलते बाजबाजा रही थी। यूरीन बूथ पर मक्खिया भिनक रही थी। तहसील परिसर,थाना कोतवाली परिसर,बस स्टेशन परिसर गन्दगी के चपेट मे दिखा। अन्तू रोड,स्टेशन रोड,सगरा रोड,दुर्गापुर रोड,गौरीगंज रोड,मुंशीगंज रोड,धम्मौर रोड,दुर्गापुर रोड की नालियो की सफाई नही दिखी। गाँव मे सफाई अभियान नही चला। सफाई कर्मचारी जेब मे हाथ डाले घूम रहे थे। सफाई अभियान फ्लाप रहा।
अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में धान खरीद को लेकर कार्यशाला हुई आयोजित

अमेठी। आज अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अर्पित गुप्ता की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में धान खरीद को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी राजेश्वर प्रताप सिंह, समस्त क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, विपणन निरीक्षक व केंद्र प्रभारी उपस्थित रहे। कार्यशाला में एडीएम ने बताया कि आगामी 01 नवंबर 2024 से जनपद में धान खरीद प्रारंभ हो रही है जिसके लिए जनपद में 91 क्रय केंद्र बनाए गए हैं इस वर्ष जनपद में 132000 एमटी कुंतल खरीद का लक्ष्य शासन द्वारा निर्धारित किया गया है इसके साथ ही धान का समर्थन मूल्य सामान्य धान 2300 रुपए तथा ग्रेड ए का धान 2320 रुपए मूल्य निर्धारित है।

कार्यशाला में उन्होंने सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिए की सभी क्रय केंद्रों पर किसानों की सुविधा हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं को पूर्व में ही सुनिश्चित कर लें जिससे खरीद के समय किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि किसानों से निरंतर समन्वय बनाकर रखें तथा उन्हें अपना धान क्रय केंद्रों पर ही बेचने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी धान खरीद सुचारू रूप से की जाए। जिन क्रय केंद्रों पर ज्यादा भीड़ हो वहां पर टोकन की व्यवस्था करें तथा टोकन के अनुसार ही किसानों का धान क्रय करें।

कार्यशाला में अपर जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ को समस्त केंद्र प्रभारियों से किसानों की खरीद सुचारू रूप से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों पर समय से पर्याप्त मात्रा में बोरे, कांटा, छन्ना, वजन मशीन, नमी मापक यंत्र के साथ ही किसानों के बैठने की व्यवस्था, पीने का पानी, छांव इत्यादि मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र प्रभारी के माध्यम से धान विक्रय करने आने वाले किसानों को अपने खेतों में पराली ना जलाने के संबंध में भी जागरूक कराया जाए तथा किसानों को अपनी परली अपनी नजदीकी गौशालाओं में दान देने हेतु प्रेरित किया जाए।

उन्होंने जनपद के समस्त किसान बंधुओ से अपील करते हुए कहा कि आगामी 01 नवंबर से जनपद में धान खरीद प्रारंभ हो रही है आप लोग अपना धान अपने नजदीकी धान क्रय केंद्रों पर बेचें, इसके लिए जन सुविधा केंद्र के माध्यम से पहले रजिस्ट्रेशन करा लें यदि कोई समस्या हो तो अपने ब्लॉक के विपणन निरीक्षक से संपर्क करें।

सजी दुकान,बने पकवान,झूमर से जगमग जहान

अमेठी। साफ-सफाई का दौर खतम हुआ। अब दुकाने सज गयी। समान खरीदने के लोगो की भीड बढ गई। किराना की दुकान पर बनस्पति की खरीद बढ गई है। रिफाईंड की काम बिक्री नही है। डेकोरेशन की दुकान पर झलर की बिक्री तेज हो चली है। बल्ब,स्टीट लाईट,ट्यूबलाइट की बिक्री बाजार मे तेज हो चली है। आफिस मे मिठाई के डिब्बे उपहार मे खूब स्वागत अभिनन्दन चल रहा है। बन्द लिफाफे से नेता,अधिकारी सब बकशीश दे रहे है।

कल कारखाने मे बोनस बट रहा है। तो ठेके पर तैनात कर्मचारी को बोनस मिल रहा है। सेवा प्रदायता के संविदा कार्मिक को बोनस नही मिलने से मायूस है। क्योकि संविदा कार्मिक को ना सरकार बोनस दे रही है। और ना ही सेवा प्रदायता प्राईबेट लिमिटेड कम्पनी ही देगी। केन्द्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के ऐसे संविदा कार्मिक ना तो बोनस मिल रहा है। यही नही मानदेय और यात्रा भत्ता ही दिपावली पर्व पर सरकारे दे रही है। मिठाई की दुकान पर मिठाई की बिक्री तेज हो चली है। दीपो का पर्व दिपावली की तैयारी तेज हो चली है। मिटटी के दीप,कोहे और घन्टी बिक रहे है। गोले पटखे की दुकान गांव और शहर मे सज गयी है। शहर मे भीड बढ गई है।

ई-रिक्शा और वाहन धीमी रफ्तार से रेग रहे है। गाँव और शहर मे पटाखे खूब सुबह और शाम फट रहे है। छोटे छोटे गांव मे मेले सज रहे है। गाँव मे दीप का पर्व मनाने की तैयारी तेज हो चली है।गाँव मे गुझिया,बरिया और पूडी बन रहे है। झलर की बेल मकानो के ऊपर लटक रही है। झिलमिल रोशनी मे गाँव और शहर धीरे धीरे डूब रहा है ।उप जिलाधिकारी अमेठी आशीष सिंह लोगो को दिपावाली की बधाई दे रहे है। गोले और पटाखे ना जले। फूलो से दिपावाली मनाए। धुआ से बचे। ध्वनि प्रदूषण ना होने दे। खुशी से त्यौहार मनाए।

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जनपद स्तरीय मॉडल प्रदर्शनी एवं क्विज प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

अमेठी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय तिवारी ने बताया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद स्तरीय मॉडल प्रदर्शनी एवं क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के अंतर्गत 65 बच्चों द्वारा मॉडल प्रस्तुत किया गया एवं प्रति विकास खंड 5-5 बच्चों द्वारा क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया।

मॉडल प्रस्तुतीकरण के विजेता पांच बच्चों क्रमश: समर यूपीएस इस्माइलपुर (पर्यावरण संबंधी चिंताएं), एकता यादव यूपीएस नारायणपुर भादर (समेकित कृषि), शुभी यूपीएस जलामा शाहगंज (ज्वालामुखी), आंचल यूपीएस सातन पुरवा सिंहपुर (स्मार्ट एग्रीकल्चर), राजकुमारी कंपोजिट विद्यालय नीमपुर शुकुल बाजार (वायुदाब का प्रभाव) में मॉडल प्रस्तुत किए जाने पर टैबलेट एवं क्विज प्रतियोगिता में विजेता पांच बच्चों जिनमें ऋतु यूपीएस दारानगर शुकुल बाजार, आकांक्षा यूपीएस जलामा शाहगढ़, रितु कुमारी केजीबीवी शुकुल बाजार, अर्जुन कंपोजिट विद्यालय जनापुर तिलोई, श्वेता कंपोजिट विद्यालय पचेहरी को विज्ञान किट पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई, अन्य प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को बैग स्टेशनरी एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

प्रदर्शनी का अवलोकन जिला विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किया गया। मूल्यांकन का कार्य डायट प्रवक्ता एवं जीआईसी प्रवक्ता द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला समन्वयक प्रशिक्षण, समस्त एसआरजी एवं गणित विज्ञान के एआरपी उपस्थित रहे।

जनपद के विभिन्न विद्यालयों में अग्नि सुरक्षा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान का किया गया आयोजन

अमेठी। अग्निशमन अधिकारी शिवदरस प्रसाद ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष दीपावली का मुख्य पर्व 31 अक्टूबर 2024 को मनाया जायेगा व दीपावली पर्व पर प्रत्येक परिवार में दीप प्रज्जवलित कर तथा आतिशबाजी कर हर्षोल्लास से खुशियों से मनाया जाता है तथा ऐसे शुभ अवसर के समय थोड़ी सी लापरवाही माहौल को गम में परिवर्तित कर सकती है।

उन्होंने बताया कि आगामी दीपावली पर्व को दृष्टिगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक अमेठी के आदेशानुसार अग्निशमन एवं आपात सेवा केन्द्र अमेठी द्वारा अग्नि सुरक्षा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान चलाया गया तथा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान में अग्निशमन अधिकारी अमेठी शिवदरस प्रसाद द्वारा अपनी पूरी टीम के साथ जनपद के प्राथमिक विद्यालय भैरवपुर, प्राथमिक विद्यालय टिकरिया भौसिंहपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय कंसारा, संग्रामपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय जरौटा, संग्रामपुर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, संग्रामपुर, कालिकन इंटर कॉलेज, संग्रामपुर में अभियान चलाकर छात्र-छात्राओं, अध्यापक-अध्यापिकाओं एवं स्टाफ को जागरुक करते हुए आग लगने के सम्भावित कारकों के बारे में विस्तार से जानकारी देकर विभिन्न प्रकार के फायर एक्सटिंग्यूशरों को चलाने के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए घरों एवं रसोईघरों में अग्निसुरक्षा, एलपीजी से बचाव एवं सावधानियों के सम्बन्ध में प्रशिक्षण देकर जागरुक किया।

उन्होंने बताया कि आग बुझाने के अनेक तरीकों सहित इवैक्वेशन ड्रिल कराकर छात्र-छात्राओं, अध्यापक-अध्यापिकाओं एवं स्टाफ को आग लगने की स्थिति में भवन से सुरक्षित मार्ग द्वारा बाहर निकलने का अभ्यास कराया गया तथा अभियान के दौरान दीपावली पर्व को देखते हुये अग्निशमन अधिकारी द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस क्रम में उन्होंने बताया कि गैस लीक होने पर किचेन में बिजली के स्विच को आफ अथवा आन न करें एवं गैस सिलेण्डर सदैव खड़ा रखे, निर्धारित समय पर गैस में लगे रबर पाईप को बदल दें एवं रात्रि में सोने से पहले गैस सिलेण्डर का वाल्व बन्द कर दें व जलते हुये स्टोव व लालटेन में मिट्टी का तेल न भरें, भोजन बनाते समय अपने शरीर के कपड़ों का प्रयोग चूल्हे पर चढ़े बर्तनों को उतारने के लिए न करें, खाना बनाते समय ढीले-ढाले आँचल को बांध कर रखें, उसे चूल्हे व स्टोव की आग की लपटों से बचाकर रखें तथा घर में बिजली के कटे-फटे तारों को तुरन्त बदलवा दें या मरम्मत करा लें, सही ढंग का फ्यूज लगायें व एक ही प्लग पर कई यंत्र न लगाएं।

उन्होंने बताया कि कुकिंग गैस सिलेण्डर में लीकेज का आभास होते ही आस-पड़ोस की अन्य अंगीठियाँ व जलती हुई बीडी-सिगरेट को तुरन्त बुझा दें, आग लगने पर सबको बतायें व आग बुझाने का प्रयास करें, कपड़े में आग लगने पर दौड़े नहीं, बल्कि जमीन पर लेटकर लुढ़के, फ्लेम प्रूफ बिजली की व्यवस्था किया जाय, धूम्रपान, माचिस का प्रयोग अथवा अन्य कोई आग लगने वाली वस्तु का प्रयोग सुरक्षा घेरे के अन्दर न किया जाय तथा जिस सिलेण्डर में आग लगी हो उसे फायर एक्सटिंग्यूशर से बुझायें व आग लगे सिलेण्डर को गोदाम से बाहर कर दें। उन्होंने बताया कि दीया/मोमबत्ती सुरक्षित स्थान पर सजायें, बिजली की झालर आदि से बिजली के बोर्ड पर अतिरिक्त भार न दें तथा शार्ट सर्किट होने से आग लगने की ओर विशेष रूप से सतर्क रहें व झुग्गी, झोपड़ी, आरा मशीन, भूसे के ढेर से दूर पटाखों को छुड़ायें, दीपावली पर मोटे और चुस्त कपड़े पहनें तथा ढीले और लहरदार सिन्थेटिक कपड़ों को न पहनें, अपने घर में पटाखे चलाते समय अग्नि दुर्घटना से तुरन्त निपटने हेतु 2 बाल्टी पानी भर कर तैयार रखें तथा पटाखों को जलाने के लिए मोमबत्ती को डन्डे में बांधकर प्रयोग करें।

उन्होंने बताया कि जलते हुए पटाखों से उचित दूरी रखें, पटाखे छोड़ते समय चुस्त और मोटे सूती कपड़े पहनें, पटाखों को सुरक्षित स्थान पर आग के स्रोत एवं ज्वलनशील पदार्थों को दूर रखें, पूजन अर्चन हेतु प्रयोग में लाये गये अगरबत्ती धूपबत्ती तथा मोमबत्ती को जलते हुए नहीं छोड़ना चाहिए, पूर्ण रूप से उक्त पूजन सामग्री के बुझ जाने का बाद ही पूजा स्थल को छोड़ना चाहिये व पटाखों को जलाते समय सिन्थेटिक अथवा सिल्क और ढीले वस्त्र को न पहनें तथा पटाखों को हाथ में पकड़कर जलाने का प्रयास न करें, जो पटाखे चलाते समय चल नहीं पाते हैं उनको उठाकर देखने का प्रयास न करे कि वह क्यों नहीं चला। उन्होंने बताया कि घरों के अन्दर/किचन के पास पटाखे किसी भी दशा में न चलायें, पटाखों को कभी भी जेब में न रखें, पटाखों के ऊपर झुककर कभी भी उनको चलाने का प्रयास न करें व जनता द्वारा प्रयोग में लाये जाने वाले सार्वजनिक स्थान यथा फुटपाथ, सड़क आदि पर आतिशबाजी न चलायें, पटाखों को मोमबत्ती या दीये के पास न चलायें तथा बच्चों को जलता हुए पटाखा किसी के ऊपर न फेकने दें। उन्होंने बताया कि प्रयोग किये गये पटाखों में बची सामग्री से पटाखा निर्मित करने का प्रयास न करें, घनी बस्तियों में अथवा पेट्रोल पम्प, तेल के भण्डार, आरा मशीन, पण्डाल जैसे स्थानों के पास पटाखें अथवा राकेट न चलायें व जल जाने पर रनिंग वाटर का प्रयोग करें तथा चिकित्सक से सलाह लें।

उन्होंने बताया कि अपने क्षेत्र के फायर स्टेशन का टेलीफोन नम्बर याद रखें व पुलिस थाने पर भी आग की सूचना दें, आग लगने पर फायर ब्रिगेड को टेलीफोन करके अवश्य बुलाये जो हर समय नि:शुल्क उपलब्ध है तथा सूचना देने समय संयमित आवाज में साफ तौर पर पूरा विवरण दें व तत्काल पहुंचने का मुख्य स्थान बता दें एवं फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक आग बुझाने का हर सम्भव प्रयास करते रहें, घी, तेल व पेट्रोलियम की आग को पानी से न बुझाए उसे फोम एक्सटिंग्यूशर या मिट्टी व बालू से बुझाने का प्रयास करें। उन्होंने बताया कि कपड़ों में आग लगने पर कम्बल का प्रयोग करें अथवा जमीन पर लेटकर लुढ़के एवं फायर ब्रिगेड आने पर बेकार भीड़ एकत्र न करें तथा आग से घिरने पर खिड़की, दरवाजा आदि से शोर लगाकर अपनी ओर ध्यान आकर्षित करें तथा भारी चीजों से रस्सी या कपड़े बांधकर उससे उतरने का प्रयास करें, छत से छलांग न लगाये व आग फैलने से रोकने हेतु दरवाजे खिड़कियॉ बंद रखें। इस दौरान जागरूकता अभियान में प्राथमिक विद्यालय भैरवपुर, प्राथमिक विद्यालय टिकरिया भौसिंहपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय कंसारा, संग्रामपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय अरौटा, संग्रामपुर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, संग्रामपुर, कालिकन इंटर कॉलेज, संग्रामपुर के प्रधानाचार्य एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रशिक्षण में भाग लिया तथा अग्निशमन तथा आपात सेवा केन्द्र अमेठी के प्रशिक्षक फायर सर्विस चालक राजेन्द्र प्रसाद दूबे, फायरमैन अमित कुमार, अरविन्द कुमार, योगेश प्रताप सिंह, सौरभ व रणजीत यादव ने प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।