यूक्रेन को भारत पर क्यों है भरोसा? जेलेंस्की बोले- मोदी जंग पर असर डाल सकते हैं

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रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुए 32 महीने से अधिक बीत चुके हैं। इसके बावजूद भी संघर्ष रूकने का नाम नहीं ले रहा है। अब रूस ने यूक्रेन पर फिर से हमले तेज कर दिए हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दोनों देशों से शांति की अपील कर रहे हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रूस-यूक्रेन जंग खत्म कराने में बड़ा असर डाल सकते हैं।

यूक्रेन पीस समिट नई दिल्ली में हो- जेलेंस्की

टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि वे चाहते हैं कि दूसरी यूक्रेन पीस समिट नई दिल्ली में हो। मोदी चाहें तो ऐसा कर सकते हैं। जेलेंस्की ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी वास्तव में ऐसा कर सकते हैं यदि वे एक निश्चित शिखर सम्मेलन आयोजित कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए हमें उन प्रस्तावों के संदर्भ में खुद को तैयार करने की आवश्यकता है जिन पर किसी भी देश की बात सुनी जा सकती है - भारत, यूरोपीय संघ, अफ्रीकी महाद्वीप आदि के प्रस्ताव।

मोदी एक बहुत बड़े देश के प्रधानमंत्री- जेलेंस्की

जेलेंस्की ने कहा कि मोदी आबादी और इकोनॉमी के हिसाब से एक बहुत बड़े देश के प्रधानमंत्री हैं। किसी भी संघर्ष के रोकने में भारत और मोदी का बड़ा असर हो सकता है। पीएम मोदी की तरफ से यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत कराने की संभावना पर उन्होंने कहा कि बिल्कुल, वे ऐसा कर सकते हैं।

मोदी हमारे बच्चों को वापस लाने में मदद करें- जेलेंस्की

जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने यूक्रेन के हजारों बच्चों का अपहरण कर लिया है। हम चाहते हैं कि मोदी हमारे बच्चों को वापस लाने में मदद करें। वे पुतिन से कह सकते हैं कि मुझे सिर्फ 1,000 यूक्रेनी बच्चें दें, जिसे यूक्रेन को हम लौटा देंगे। अगर मोदी ऐसा करेंगे तो हम अपने ज्यादातर बच्चे को वापस अपने लाने में सफल हो सकते हैं।

रूस ने पिछले सप्ताह यूक्रेन पर 1100 से अधिक हवाई बम दागे

राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को दावा किया है कि रूस ने पिछले सप्ताह यूक्रेन पर 1100 से अधिक निर्देशित हवाई बम दागे हैं। इसके अलावा, 560 से अधिक स्ट्राइक ड्रोन और विभिन्न प्रकार की लगभग 20 मिसाइलों की बौछार की है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि रूस यूक्रेन के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई बंद नहीं कर रहा है। रोजाना, वह विभिन्न प्रकार के हथियारों का उपयोग करके हमारे लोगों, शहरों और गांवों के खिलाफ आक्रामकता शुरू करता है। इस सप्ताह, रूस ने 1100 से अधिक निर्देशित हमले किए हैं। इनमें हवाई बम, 560 से अधिक स्ट्राइक ड्रोन और विभिन्न प्रकार की लगभग 20 मिसाइलें शामिल हैं।

सर्दी ने बढ़ाई राष्ट्रपति जेलेंस्की की टेंशन

बता दें कि कुछ दिनों में यूक्रेन और रूस में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है। सर्दी में युद्द लड़ना दोनों देशों के सैनिकों के लिए एक बड़ी चुनौती है। इस बात को लेकर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह यूक्रेन और यूक्रेनी लोगों के लिए तीसरी कठिन सर्दी है। हम कदम-दर-कदम अपनी ऊर्जा प्रणालियों को मजबूत कर रहे हैं। हम रूस की सेना को मुहतोड़ जवाब देंगे।

देश में 2025 से शुरू हो सकती है जनगणना, दस साल का चक्र भी बदलेगा

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देश में अगले साल से जनगणना की शुरुआत हो सकती है।मीडिया रिपोर्टे में सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है। यह जनगणना 2025 से शुरू होकर 2026 तक चलेगी।बताया जा रहा है कि 2025 से जनगणना शुरू होने के कारण इसका चक्र भी बदल जाएगा।पहले जनगणना हर 10 साल पर दशक के शुरूआत में होती थी, जैसे 1991, 2001, 2011 अब इसे बदलकर हर 10 साल में 2025, 2035, 2045, 2055 कर दिया जाएगा।जनगणना दशक की शुरूआत से नहीं होगी।

भारत में पिछली बार जनगणना 2011 में दर्ज की गई थी। इसका अगला चरण 2021 में शुरू होना था, लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण इसमें देरी हो गई। इसके बाद से जनगणना को लेकर कई सवाल पूछे जा रहे हैं कि अगली जनगणना के आंकड़े कब प्रकाशित किए जाएंगे। अब, केंद्र सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार अगली जनगणना के आंकड़े 2026 में उपलब्ध होंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जनगणना के डेटा रिकॉर्ड करने की प्रक्रिया 2025 में शुरू होगी और रिपोर्ट 2026 में प्रकाशित की जाएगी।

संप्रदाय को लेकर भी पूछे जा सकते हैं सवाल

जनगणना के दौरान संप्रदाय को लेकर भी सवाल पूछा जा सकता है। कि वे किस संप्रदाय के अनुयायी हैं। देश में कई समाज अपने आप को अलग संप्रदाय का मानते हैं। जैसे कर्नाटक में लिंगायत और अलग-अलग राज्यों में रविदासी, वाल्मीकि जैसे संप्रदाय भी हैं। ऐसे में सरकार इस बार धर्म और वर्ग के अलावा संप्रदाय के आधार पर भी जनगणना करा सकती है।

लोकसभा सीटों का परिसीमन भी होना है

जनगणना के बाद देश में लोकसभा सीटों का परिसीमन भी होना है। परिसीमन की प्रकिया 2028 तक पूरी होनी है। सूत्रों ने बताया कि जनगणना पूरी होने के बाद लोकसभा सीटों का परिसीमन शुरू होगा। परिसीमन की प्रक्रिया 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है।

जातीय जनगणना पर सरकार ले सकती है फैसला

बता दें कि देश के विपक्षी राजनीतिक दल जातिवार जनगणना की मांग कर रहे हैं। लोकसभा में सरकार के मंत्री इसको लेकर बयान दे चुके हैं। सरकार यह स्पष्ट कर चुकी है कि जातीय जनगणना संविधान सम्मत नहीं होती है। हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि सरकार जातीय जनगणना करा सकती है। सरकार चाहती है कि सभी धर्मों में मौजूद जाति व्यवस्था का पता चले और एनडीए के साथियों की मांग का सम्मान हो इसलिए जातीय जनगणना को लेकर भी सरकार कोई फैसला ले सकती है।

1872 में हुई थी पहली जनगणना

भारत की जनगणना हर दशक में दर्ज की जाती है, पहली जनगणना 1872 में हुई थी। स्वतंत्रता के बाद पहली जनगणना 1951 में और आखिरी जनगणना 2011 में दर्ज की गई थी। जनगणना के आंकड़े भारत सरकार के लिए नीति निर्माण और कार्यान्वयन तथा देश में संसाधनों के समान वितरण को सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। जनगणना जनसंख्या, जनसांख्यिकी, आर्थिक स्थिति आदि सहित कई पहलुओं पर प्रकाश डालती है। 2011 के आंकड़ों के अनुसार, भारत की जनसंख्या 121.1 करोड़ है, जिसमें 52 प्रतिशत पुरुष और 48 प्रतिशत महिलाएं हैं।

मेक इन इंडिया” की मिसाल, भारत में पहली बार बनेंगे मिलिट्री एयरक्राफ्ट, पीएम मोदी और स्पेन के पीएम करेंगे उद्घाटन

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भारत की एविएशन इंडस्ट्री में आज से एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है।आज भारत के डिफेंस सेक्टर में निजी भागीदारी को बड़ा बूस्ट मिलने वाला है. अब एयरबस के C-295 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भारत में ही बनेंगे। इसके लिए वडोदरा में टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार है। स्‍पेन की कंपनी एयरबस के सहयोग से टाटा समूह भारत में C-295 विमान बनाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज के साथ मिलकर निजी क्षेत्र के इस प्लांट का उद्घाटन करेंगे।

विदेश मंत्रालय ने कहा, स्पेन सरकार के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज वडोदरा पहुंचे, जो 18 वर्षों में किसी स्पेनिश राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। भारत-स्पेन संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए यह आधिकारिक यात्रा अहम है। वडोदरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने राष्ट्रपति सांचेज का स्वागत किया। अपनी यात्रा के दौरान स्पेन के राष्ट्रपति सांचेज, प्रधानमंत्री मोदी के साथ वडोदरा में C295 विमान के फाइनल असेंबली लाइन प्लांट का उद्घाटन करेंगे, जो विमानन क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया' अभियान के तहत प्रमुख पहल है। इस प्लांट की स्थापना टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स ने एयरबस स्पेन के साथ मिलकर की है।

एयरबस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम मिलकर वडोदरा प्लांट में 40 विमान बनाएंगे। यह प्लांट भारत में सैन्य विमानों के लिए किसी प्राइवेट सेक्टर की पहली फाइनल असेंबली लाइन होगी। इसमें मैन्युफैक्चरिंग से लेकर एसेंबलिंग, टेस्टिंग, डिलीवरी और मेंटनेंस का पूरा इकोसिस्टम शामिल होगा। टाटा के अलावा, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड जैसी दिग्गज सरकारी डिफेंस कंपनियां भी इसमें शामिल होंगी। C295 एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट है।

खास बात है कि टाटा ग्रुप के मानद चेयरमैन रहे दिवंगत रतन टाटा के रहते ही एयरबस और टाटा समूह में यह एग्रीमेंट हो गया था। टाटा ग्रुप 2026 तक पहला हवाई जहाज बनाएगा। भारत में बनने वाला यह प्लेन, विमानन विकास और विनिर्माण यात्रा में एक बहुत महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसके प्रोडक्शन से भारत का की एयरोस्पेस इंडस्ट्री और मजबूत होगी औक देश इस सेक्टर आत्मनिर्भर बनने की राह पर बढ़ेगा।

इससे ना सिर्फ देश में हवाई जहाज बनेंगे बल्कि इस इंडस्ट्री से जुड़े योग्य लोगों को नौकरियां के अवसर भी मिलेंगे। यह प्रोजेक्ट विभिन्न साइट्स पर सीधे तौर पर 3,000 से अधिक नौकरियाँ पैदा करेगा और सप्लाई चैन में 15,000 से अधिक अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा करेगा। यह अनुमान लगाया गया है कि प्रत्येक विमान की असेंबली के लिए टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) और उसके आपूर्तिकर्ताओं को 1 मिलियन घंटे से ज्यादा लेबर की आवश्यकता होगी। इस प्लांट के शुरू होने से एविएशन इंडस्ट्री में ना सिर्फ नई नौकरियां आएंगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती भी देगी।

मध्य प्रदेश में चलती ट्रेन में आग लगने से मचा हड़कंप, यात्रियों ने ट्रेन से कूद कर बचाई जान

डेस्क: मध्य प्रदेश में एक चलती हुई ट्रेन में आग लगने से हंगामा हो गया है। हालात ये बन गए कि यात्रियों को ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचानी पड़ी। ये ट्रेन इंदौर से रतलाम आ रही थी। डेमू ट्रेन के इंजन में रुणीजा से प्रीतम नगर के बीच आग लगने की ये घटना हुई। 

घटना स्थल पर फायर ब्रिगेड के पहुंचने का रास्ता नहीं था। घटनास्थल पर स्थानीय लोग और रेलवे के कर्मचारी आग को नियंत्रित करने में जुटे थे। स्थानीय किसानों ने अपनी मोटरपंप और पाइप का इस्तेमाल कर आग बुझाने में मदद की और उनकी तत्परता से आग पर काबू पाया गया। घटना के बाद ट्रेन को रतलाम लाने के लिए अल्टरनेट इंजन का इस्तेमाल किया गया। रेलवे प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। 

इससे पहले मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात भगदड़ मच गई थी। इस हादसे में 10 यात्री घायल हो गए थे। इनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना देर रात दो बजे हुई थी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुंबई से गोरखपुर जाने वाली ट्रेन जब प्लेटफार्म पर पहुंची तो ट्रेन में चढ़ने की जल्दबाजी में भगदड़ मच गई, जिससे करीब 10 यात्री घायल हो गए। 

आनन-फानन में घायल यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। दरअसल, दीपावली और छठ के समय भारतीय रेलवे की ट्रेनों में हर साल भीड़ देखी जाती है। देश के अलग-अलग शहरों से लोग यूपी-बिहार त्योहार मनाने जाते हैं। इस बीच भीड़ ज्यादा होने की वजह से ये हादसा हुआ है। 

वहीं बांद्रा टर्मिनस पर हुए हादसे के बाद रेलवे की तरफ से कहा गया है कि साप्ताहिक ट्रेन बांद्रा-गोरखपुर एक्सप्रेस री-शेड्यूल हुई थी। यह गाड़ी सुबह 5 बजकर 10 मिनट पर चलने वाली थी। री-शेड्यूल होने के बाद आज सुबह गाड़ी प्लेटफॉर्म पर लेट आई। रात 3 से साढ़े 3 बजे के आसपास गाड़ी आई। स्टेशन पर भीड़ ज्यादा होने से जनरल बोगी में चढ़ने के लिए भगदड़ सी मच गई। 

डिजास्टर के मुताबिक 9 लोग घायल थे, लेकिन रेलवे ने पुष्टि की है कि कुल 10 लोग घायल हैं। कुछ लोगों के पैर में फ्रैक्चर हुआ है, कुछ एक के कमर में फ्रैक्चर हुआ है। दो घायलों को डिस्चार्ज कर दिया गया है, बाकी भाभा अस्पताल में एडमिट हैं। ट्रेन आखिरकार 5 बजकर 10 मिनट पर रवाना हो गई, स्थिति शांत है।

ताइवान पर अमेरिका के एक फैसले ने चीन को दिया 33 हजार वोल्टेज का झटका, अब क्या करेंगे जिनपिंग

डेस्क: अमेरिका ने चीन से तनाव के बीच ताइवान को लेकर अपने एक फैसले से बीजिंग में बवाल मचा दिया है। अमेरिका ने चीन के दुश्मन ताइवान को सैन्य मजबूती देने के लिए 2 अरब डालर का हथियार देने का ऐलान किया है। इससे चीनी खेमे में बौखलाहट मच गई है। को सतह से हवा में मार करने वाली उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणाली की आपूर्ति सहित दो अरब डॉलर के हथियार बेचने की मंजूरी दे दी। ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका के इस कदम से चीन नाराज हो सकता है।

ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने शनिवार को संभावित हथियार बिक्री को मंजूरी देने के लिए वाशिंगटन को धन्यवाद दिया। द्वीप के नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के नेतृत्व में ताइवान अपनी रक्षा शक्ति को बढ़ा रहा है क्योंकि चीन ने उसके खिलाफ अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ा दिया है। चीन ताइवान पर अपना दावा करता रहा है। बीजिंग ने पिछले सप्ताह मई में लाई के पदभार संभालने के बाद से दूसरी बार ताइवान को घेरते हुए युद्ध अभ्यास किया था।

राष्ट्रपति के प्रवक्ता करेन कुओ ने कहा, “ताइवान की आत्मरक्षा क्षमताओं को मजबूत करना क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने का आधार है।” अमेरिकी विदेश मंत्रालय के राजनीतिक-सैन्य मामलों के ब्यूरो के अनुसार, संभावित हथियार बिक्री सौदे में सतह से हवा में मार करने वाली तीन उन्नत मिसाइल प्रणाली और संबंधित उपकरण शामिल हैं, जिनकी कीमत 1.16 अरब डॉलर तक है। सौदे में अनुमानित 82.8 लाख डॉलर मूल्य की रडार प्रणाली भी शामिल है।

एनसीपी शरद पवार गुट ने जारी की 9 प्रत्याशियों की लिस्ट, स्वरा भास्कर के पति का भी नाम, आज ही ज्वाइन की पार्टी

डेस्क: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बीच सभी दलों की ओर से प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जाना शुरू हो गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद पवार (NCP-SP) ने भी अपने प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है। एनसीपी-एसपी की तीसरी लिस्ट में 9 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं। बता दें कि इससे पहले भी शरद पवार गुट की ओर से प्रत्याशियों की ओर से दो लिस्ट जारी की जा चुकी है। इस तरह से तीनों लिस्ट के जरिए अब तक एससीपी शरद पवार गुट ने 76 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है।

एनसीपी की तीसरी लिस्ट में जिन प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया है, उनमें करंजा सीट से ज्ञायक पटणी, हिंगणघाट से अतुल वांदिले, हिंगणा से रमेश बंग, अणुशक्तिनगर से फहाद अहमद, चिंचवड से राहुल कलाटे, भोसरी से अजित गव्हाणे, माझलगाव से मोहन बाजीराव जगताप, परली से राजेसाहेब देशमुख और मोहोल से सिद्धी रमेश कदम को प्रत्याशी बनाया गया है।

बता दें कि एनसीपी- शरद पवार गुट ने अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद को भी प्रत्याशी बनाया है। फहाद अहमद ने समाजवादी पार्टी छोड़कर आज ही एनसीपी की सदस्यता ली है। वहीं फहाद अहमद के पार्टी ज्वाइन करने पर एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, "समाजवादी पार्टी की नेता और अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद एनसीपी-एससीपी में शामिल हो गए हैं। उन्हें एनसीपी (अजित पवार) की सना मलिक के खिलाफ अणुशक्ति नगर सीट से मैदान में उतारा गया है।"

उन्होंने आगे कहा, "फहाद अहमद एक सुशिक्षित युवा मुस्लिम युवक हैं और उन्होंने देशभर में कार्यकर्ता के रूप में काम किया है। लोग चाहते हैं कि हम ऐसे नेताओं को मौका दें। वह पहले समाजवादी पार्टी में थे, लेकिन हमारी एसपी से बातचीत हुई और वह हमारी पार्टी में आ गए। हमने उन्हें अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से अपनी पार्टी से टिकट दिया।"

दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के 3 शीर्ष कमांडरों को मार गिराने का दवा कर रहा इजराइल*

इजराइल ने रविवार को कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान में लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के तीन कमांडरों को मार गिराया है। "हिजबुल्लाह के बिंट जेबिल क्षेत्र के कमांडर अहमद जाफर मातौक को IAF के हमले में मार गिराया गया। एक दिन बाद, IAF ने बिंट जेबिल क्षेत्र में उनके उत्तराधिकारी और हिजबुल्लाह के तोपखाने के प्रमुख को भी मार गिराया," इजराइल रक्षा बलों ने एक एक्स पोस्ट में कहा। "इन तीन आतंकवादियों ने बिंट जेबिल क्षेत्र से कई आतंकवादी हमलों को निर्देशित और अंजाम दिया, जिसमें दक्षिणी लेबनान में सक्रिय इजरायली नागरिकों और आईडीएफ सैनिकों पर एंटी-टैंक मिसाइलों को लॉन्च करना शामिल है," आईडीएफ ने कहा। *इजराइल लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी जारी रखता है* ईरान पर हवाई हमले के एक दिन बाद, इजराइल ने रविवार को लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी की। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने कहा कि उसने पिछले दिन दक्षिणी लेबनान में 70 हिजबुल्लाह लड़ाकों को मार गिराया और 120 ठिकानों पर हमला किया तथा ईरान समर्थित समूह के दक्षिणी बेरूत गढ़ में हथियार कारखानों और भंडारण सुविधाओं पर "सटीक हमले" किए। रात भर के हमलों के बाद बेरूत के उपनगरों में धुआँ छा गया, जो इजरायली सेना द्वारा नई निकासी चेतावनियाँ जारी करने के बाद हुआ। लेबनानी समाचार एजेंसी ने दक्षिणी शहरों टायर और नबातियेह में बमबारी की सूचना दी।आधिकारिक आँकड़ों पर आधारित एएफपी टैली के अनुसार, 23 सितंबर से युद्ध में लेबनान में कम से कम 1,615 लोग मारे गए हैं, हालाँकि आँकड़ों में अंतर के कारण वास्तविक संख्या अधिक होने की संभावना है। इजरायली सेना ने कहा कि दक्षिणी लेबनान में उसके चार सैनिक मारे गए, जिससे 30 सितंबर को जमीनी अभियान शुरू होने के बाद से मारे गए इजरायली सैनिकों की कुल संख्या 36 हो गई। एक अन्य घटनाक्रम में, हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने उत्तरी इजरायल में एक सैन्य अड्डे पर रॉकेट दागे, एक दिन पहले उसने इस क्षेत्र के कई इलाकों को इजरायली सैनिकों की मौजूदगी के कारण "वैध लक्ष्य" घोषित किया था। ईरान समर्थित समूह ने कहा कि उसने "हाइफा के उत्तर में एक सैन्य उद्योग अड्डे को... एक बड़े रॉकेट हमले के साथ निशाना बनाया", इससे पहले उसने शनिवार को उत्तरी इजरायल के बड़े हिस्से को खाली करने की चेतावनी जारी की थी।
सुप्रीम लीडर खामनेई का आया पहला बयान, ‘अब इजरायल पर जवाबी हमला नहीं करेगा ईरान’

डेस्क: ईरान पर हमले के 24 घंटे से भी अधिक समय बीत जाने के बाद सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का रविवार को पहला बयान सामने आया है। अपने बयान में खामेनेई ने इजरायल पर दोबारा हमला करने की बात से परहेज किया है। बता दें कि ईरान पर इजरायल के हमले के बाद खामनेई का यह पहला बयान है। अभी तक उनकी तरह से इजरायल के हमले को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी। आज सुबह ही खामेनेई के गंभीर रूप से बीमार होने की खबर भी सामने आई है।

इस बीच अली खामेनेई ने इजरायली हमले पर प्रतिक्रिया देते कहा कि इस सप्ताहांत ईरान पर हुए इजराइल के हमले को ‘‘न तो बढ़ा-चढ़ाकर और न ही कम करके बताया जाना चाहिए।’’ बहरहाल खामेनेई ने इस हमले के बाद जवाबी कार्रवाई का आह्वान करने से परहेज किया। खामेनेई की ये टिप्पणियां संकेत देती हैं कि ईरान इस हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया पर सावधानीपूर्वक विचार कर रहा है। ईरान की सेना पहले ही कह चुकी है कि गाजा पट्टी या लेबनान में संघर्ष विराम इजरायल पर किसी भी जवाबी हमले से बेहतर है, लेकिन ईरानी अधिकारियों ने यह भी कहा है कि उनके पास जवाब देने का अधिकार है।

खामेनेई ने कहा, ‘‘इजराइली शासन द्वारा दो रात पहले किए गए दुष्कृत्यों को न तो बढ़ा-चढ़ाकर और न ही कम करके पेश किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इजरायली शासन की गलतफहमियों को दूर किया जाना चाहिए। उन्हें ईरानी राष्ट्र और उसके युवाओं की ताकत एवं इच्छाशक्ति के बारे में समझाना जरूरी है।’’ खामेनेई ने कहा, ‘‘यह तय करना प्राधिकारियों का काम है कि ईरानी लोगों की इच्छाशक्ति और ताकत के बारे में इजराइली शासन को कैसे समझाया जाए और इस राष्ट्र के हितों की पूर्ति करने वाली कार्रवाई कैसे की जाएग।

डीएम आवास परिसर से मिला लापता महिला का कंकाल, जिम ट्रेनर ने हत्या के बाद दफनाया, चार महीने पहले किया था मर्डर

डेस्क: कानपुर में एक महिला की हत्या कर शव को DM बंगले के कंपाउंड में दफना दिया गया था। चार महीने बाद इस हत्याकांड का राज खुला है। हत्या के आरोपी जिम ट्रेनर ने महिला का अपहरण कर उसकी हत्या करके शहर के सबसे बड़े अधिकारी के सरकारी आवास परिसर में दफना दिया था। इस सनसनीखेज घटना का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी को महिला की हत्या के चार महीने बाद गिरफ्तार किया। पुलिस कस्टडी में जिम ट्रेनर ने कहा कि मैंने उसको मार डाला है। उसने बताया कि महिला की बॉडी को DM आवास के कंपाउंड में पांच फिट गहरे गड्ढे में दफना दिया है। आरोपी के बताए गए जगह पर रात में पुलिस ने खुदाई की। देर रात में करीब 12 :30 के बाद बजे गड्ढे से महिला का कंकाल बरामद हुआ।

कानपुर के सिविल लाइन में रहने वाले कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता 24 जून को सुबह जिम करने निकली थी। उसके बाद वह लौटकर घर वापस नहीं आई। वह रोज ग्रीन पार्क स्थित जिम में एक्सरसाइज करने जाती थी। कारोबारी राहुल गुप्ता ने इस संबंध में पुलिस से शिकायत में आरोप लगाया था कि जिम ट्रेनर विमल सोनी ने प्रोटीन के साथ पत्नी को नशीला पदार्थ खिला दिया और उसका अपहरण कर उसकी हत्या कर दी है।

कारोबारी के 10 और 12 साल के दो बच्चे हैं। महिला के पति राहुल गुप्ता ने कोतवाली थाने में जिम ट्रेनर विमल सोनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को बताया कि पत्नी एकता के खाते में लाखों रुपए थे। इसके साथ ही घर के पूरे जेवरात भी गायब हैं। इससे आक्रोशित कारोबारी और उसके परिवार के लोगों ने कोतवाली थाने में हंगामा भी किया था।

इस घटना के बाद से ही जिम ट्रेनर और कारोबारी की पत्नी एकता का मोबाइल स्विच ऑफ था। जिम ट्रेनर के पास शोएब नाम के युवक की कार थी। पुलिस ने उसे जिम ट्रेनर और महिला के लापता होने के बाद 25 जून को बरामद कर लिया था। कार में रस्सी, टूटा क्लेचर, टॉवेल, सिम ट्रे समेत अन्य सामान बरामद हुआ था।

सिम ट्रे मिलने से यह साफ हो गया कि अपहरण के बाद उसकी तुरंत हत्या कर दी गयी थी। लेकिन आरोपी का कुछ पता नहीं चल रहा था। कारोबारी राहुल गुप्ता और भाई हिमांशु को कोतवाली पुलिस ने शनिवार शाम को जानकारी दी कि जिम ट्रेनर विमल सोनी को उन्होंने गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली थाने पहुंच जाएं। इसके बाद वहां पता चला कि विमल सोनी ने एकता का मर्डर कर दिया है। इसके बाद पुलिस की कई टीमें आरोपी विमल सोनी को लेकर शव की तलाश में जुट गई।

सबसे बड़ी बात यह है कि जहां शव को दफनाया गया था वो जगह कानपुर के जिलाधिकारी आवास के अंदर का हिस्सा है । ऐसे में कई सवाल उठते हैं कि आरोपी ने कैसे पांच फीट का गड्डा खोदा और कैसे वहां पर शव को दफनाया? क्या इसमें DM ऑफिस के अंदर का कोई कर्मचारी शामिल है? पुलिस जब घटना स्थल पर पहुंची और शव को बरामद करने के लिए खुदाई शुरू की तो मीडिया को वीडियो बनाने के लिए मना किया गया। लगभग दो घंटे की खुदाई के बाद पुलिस ने शव को बरामद किया । शव पूरी तरह गल चुका है। खुदाई के दो घंटे बाद कोई भी पुलिस का अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा । यहां तक कि खुद जिलाधिकारी ने भी आवास के बाहर निकलना उचित नहीं समझा।

पूरे मामले में पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई है। चार माह तक पुलिस की हीलाहवाली के बाद आज आरोपी को पकड़ा गया। उसने हत्या की बात कबूल कर ली है। वहीं महिला के पति ने कहा जब से पत्नी गायब है तब से उसकी तलाश के लिए अधिकारियों के दरवाजों के चक्कर लगाए। सीएम और पीएमपोर्टल पर शिकायत भी की। कारोबारी का हना है कि समय रहते अगर पुलिस तलाश कर लेती शायद उसकी पत्नी जिंदा होती।

पाकिस्तान में पुलिस चौकी पर आतंकी हमला, मचा तहलका, 10 सुरक्षाकर्मियों की मौत, तीन घायल

पाकिस्तान में सुरक्षाबलों पर आतंकी हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने पाकिस्तानी पुलिस की एक चौकी पर हमला किया है. इस हमले में कम से कम 10 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की खबर है. जानकारी के मुताबिक, उत्तरी-पश्चिम शहर डेरा इस्माइल खान के पास एक चौकी पर हमला हुआ था. इस हमले में पाकिस्तानी फ्रंटियर पुलिस के 10 जवान मारे गए हैं. तीन पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं. अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है. लेकिन माना जा रहा है कि इसके पीछे तहरीक-ए-तालिबान यानी टीटीपी का हाथ हो सकता है. एक दिन पहले ही 24 अक्टूबर को टीटीपी ने डेरा इस्माइल खान में सुरक्षाबलों पर हमलैा किया था. टीटीपी ने एक तरह से पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ जंग छेड़ रखी है. टीटीपी के आतंकी आए दिन पाकिस्तानी सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहे हैं. अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान में टीटीपी के आतंकी एक्टिव हो गए हैं और उसके बाद से ही हमलों में तेजी आ गई है. टीटीपी की जड़ें 2002 में ही जमनी शुरू हो गई थीं. अक्टूबर 2001 में जब अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान की सत्ता से तालिबान को बेदखल किया तो उसके आतंकी भागकर पाकिस्तान में बस गए थे. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने इन आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया था. दिसंबर 2007 में बैतुल्लाह महसूद ने टीटीपी का ऐलान किया. 5 अगस्त 2009 को महसूद मारा गया. उसके बाद हकीमउल्लाह महसूद टीटीपी का नेता बना. 1 नवंबर 2013 को उसकी भी मौत हो गई. हकीमउल्लाह की मौत के बाद मुल्ला फजलुल्लाह नया नेता बना. 22 जून 2018 को अमेरिकी सेना के हमले में वो भी मारा गया. अभी नूर वली महसूद टीटीपी का नेता है. पाकिस्तान तालिबान अफगानिस्तान के तालिबान से अलग है. लेकिन दोनों का मकसद एक ही है और वो ये कि चुनी हुई सरकार को उखाड़ फेंको, कट्टर इस्लामिक कानून लागू कर दो. अमेरिकी सरकार की एक रिपोर्ट बताती है कि टीटीपी का मकसद पाकिस्तानी सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ आंतकी अभियान छेड़ना है और तख्तापलट करना है. टीटीपी के नेता खुलेआम कहते हैं कि उनका मकसद पूरे पाकिस्तान में इस्लामी खिलाफत लाना चाहता है और इसके लिए पाकिस्तानी सरकार को उखाड़ फेंकने की जरूरत होगी.