बीआरडी नर्सिंग कालेज के बीएससी नर्सिंग के छात्र/छात्राओं ने सीआरसी गोरखपुर का शैक्षणिक भ्रमण किया

गोरखपुर। राजकीय कॉलेज ऑफ नर्सिंग, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बीएससी नर्सिंग के छात्र/छात्राओं हेतु आज सीआरसी गोरखपुर में शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर छात्र/छात्राओं ने सीआरसी गोरखपुर में दिव्यांगजनों हेतु संचालित होने वाली समस्त गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त किया। सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण जहां समावेशन को बढ़ावा देते हैं वहीं दिव्यांगता की पहचान और हस्तक्षेपण में भी मददगार साबित होते हैं।

इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए बीएससी नर्सिंग के छात्राओं को सीआरसी में शैक्षिक भ्रमण कराया गया।

सीआरसी गोरखपुर के संकाय सदस्यों ने सीआरसी गोरखपुर में संचालित सेवाएं जैसे फिजियोथैरेपी, पी एंड ओ सेवाएं, विशेष शिक्षा, नैदानिक मनोविज्ञान, पुनर्वास सेवाएं, विकासात्मक चिकित्सा तथा व्यावसायिक चिकित्सा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान किया और बताया कि सीआरसी गोरखपुर की यह सभी सेवाएं निःशुल्क है।

इस अवसर पर नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री राजेश कुमार एवं पुनर्वास अधिकारी राजेश कुमार यादव सहित सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी कर्मचारी गण और बीएससी नर्सिंग कॉलेज की डा० अल्का सक्सेना (प्रधानाचार्या), डा० नीरज बंसल (उप-प्रधानाचार्य), प्रो० नानक चन्द (सह आवार्य) एवं श्रीमती नेहा मसीह, श्रीमती प्रीति बाला, श्रीगती नीलम राजपूत, कु० रेनू वर्मा, कु० पायल साहा, कु० निशा भारती (नर्सिंग ट्यूटर) उपस्थित थे।

सहायक उपकरण दिव्यांगजनों के जीवन में बदलाव लाएंगे: विधायक चिल्लूपार

गोरखपुर। विधायक राजेश त्रिपाठी ने आज सीआरसी-गोरखपुर का भ्रमण किया तथा सीआरसी गोरखपुर में आए हुए दिव्यांगजनों को लगभग 6 लाख से ज्यादा के सहायक उपकरण वितरित किया।

उपकरण वितरण के बाद विधायक ने कहा कि यह सहायक उपकरण दिव्यांगजनों के जीवन में बदलाव लाने में सक्षम होंगे। विधायक महोदय ने सीआरसी गोरखपुर के सभी प्रकल्पों का भ्रमण भी किया और अपने विधानसभा क्षेत्र में दिव्यांगजनों हेतु कैंप लगवाने हेतु सीआरसी गोरखपुर के निदेशक से चर्चा किया।

इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि सीआरसी गोरखपुर में दिव्यांगजनों के लिए ट्राई साइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी आदि सहायक उपकरण निःशुल्क उपलब्ध है। कोई भी दिव्यांगजन इन उपकरणों को सीआरसी से आकर निःशुल्क प्राप्त कर सकता है।

दीपोत्सव समारोह के आयोजन की तैयारियों का एडीजी जोन ने अयोध्या में लिया जायजा

अयोध्या।दीपोत्सव के मद्देनजर एडीजी लखनऊ जोन एस बी शिरोडकर ने किया अयोध्या का निरीक्षण, सुरक्षा अधिकारियों के साथ दीपोत्सव स्थल राम की पैड़ी राम कथा पार्क और अयोध्या के प्रमुख संवेदनशील स्थानों का किया स्थलीय निरीक्षण,अयोध्या पहुंचे एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरोडकर का बयान, दीपोत्सव हमेशा से रहा है महत्वपूर्ण प्रोग्राम, प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला है दीपोत्सव है ।

इसका विशेष है महत्व,बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के उमीद के साथ की जा रही है तैयारी,मुख्य रूप से क्राउड कंट्रोल और आतिशबाजी है सुरक्षित ढंग से संपन्न कराना,सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं पूर्व के भांति,प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की होगी दीपोत्सव में आमद, लगाया जा रहा है पूर्वानुमान, उस लिहाज से भी प्रशासन और पुलिस दोनों कर रहा है तैयारी, सुरक्षा में तैनात सुरक्षा वालों की होगी प्रॉपर ब्रीफिंग, किया जाएगा रिहर्सल,सुरक्षा को लेकर पहले ही शुरू की गई है तैयारी,सुरक्षा कारणों से नहीं किया जा सकता उसे साझा, हम प्रयासरत हैं कि पूरे पर्व और त्योहार को सुरक्षित ढंग से मनाएं।

बाहर से आने वाले विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा में ना आए कोई कमी, अच्छी तरह से किया जाए व्यवस्था, सुरक्षा की स्पेशल एजेंसी एटीएस और एसटीएफ से लेकर सभी सुरक्षा एजेंसी का होता है यहां पर सहयोग, सभी के सहयोग और जिला प्रशासन के साथ संपन्न कराया जाएगा दीपोत्सव ।

दीपोत्सव जागरण के आठ राज्यों के प्रभारी अमर सिंह ने किया रामलीला में शिरकत

सोहावल अयोध्या।सोहावल तहसील लेखपाल संघ अध्यक्ष सुशील कुमार ने संघ के मंत्री राहुल यादव और दीपोत्सव जागरण अखबार के आठ राज्यों के प्रभारी अमर सिंह के साथ रतनपुर गांव में आयोजित भव्य रामलीला मंचन समारोह में शिरकत किया ।

इस दौरान उन्होंने भगवान विष्णु जी की आरती उतारी । इस दौरान एडवोकेट नीरज यादव युवा स0पा0 नेता, राकेश यादव तहसील सोहावल, हजारी यादव आदि समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।

क्वेस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी मलेशिया से हुआ महायोगी गोरखनाथ विवि का एमओयू

गोरखपुर, 25 अक्टूबर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर एवं क्वेस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी मलेशिया के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान क्रियाकलापो को बढ़ावा देने के लिये समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान हुआ। एमओयू पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी और क्वेस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. जीटा मोहम्मद फहमी ने हस्ताक्षर किए। दोनों कुलपति ऑनलाइन जुड़े और एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद इसका डिजिटल आदान-प्रदान किया।

इस एमओयू के माध्यम से दोनों संस्थाओं के बीच सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, फार्मा व चिकित्सा में संयुक्त शोध परियोजनाओं पर कार्य के साथ वर्तमान एवं भविष्य की जरूरतों को पूरा करने एवं कौशल बढ़ाने के लिए क्षमता विकास, छात्र, संकाय और तकनीकी विनिमय आदि विषयों पर पारस्परिक सहयोग की प्रतिबद्धता जताई गई है। इसके अतिरिक्त दोनों संस्थानों का लक्ष्य इस साझेदारी के माध्यम से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संयुक्त कार्यशाला का आयोजन व विकास परियोजना को विकसित और कार्यान्वित करना है।

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने संस्थानों के बीच समझौते का स्वागत करते हुए कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की है। इस एमओयू से दोनों विश्वविद्यालय शैक्षणिक, अनुसंधान और प्रशिक्षण गतिविधियों के प्रचार- प्रसार को एक नई दिशा देंगे। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के छात्रों को शिक्षा के वैश्विक परिवेश को व्यापक फलक पर समझने का मौका मिलेगा, जिससे भविष्य में नए नवाचारों से नए अवसर सृजित होंगे।

इस अवसर पर क्वेस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी मलेशिया की कुलपति प्रो. जीटा मोहम्मद फहमी ने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों ने आज अकादमिक स्तर पर नई शुरुवात की है। पूर्ण विश्वास है कि अकादमिक गुणवत्ता में दोनों संस्थान एक दूसरे का सहयोग कर शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों से नया अध्याय लिखेंगे। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने समझौता करार पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय छात्रों के व्यक्तित्व विकास के साथ उच्च शिक्षा में अनुसंधान की नवीन दृष्टि विकसित करने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से दोनों पक्षों के विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलेगा I एमओयू पर हस्ताक्षर के समय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में एमओयू समन्वयक व अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. विमल कुमार दूबे, नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा, पैरामेडिकल के प्राचार्य रोहित श्रीवास्तव और फार्मेसी के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह उपस्थित रहे।

*भागवत कथा में श्रीकृष्ण रुक्मिणी विवाह का मनोहारी वर्णन*

खजनी गोरखपुर।।कस्बे में आयोजित नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महापुराण के छठवें दिन कथा व्यास भागवताचार्य प्रदीप मिश्र शास्त्री जी महाराज ने उद्धव चरित्र, महारासलीला और रुक्मिणी विवाह का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण से उन्हें पति रूप में पाने की इच्छा प्रकट की। भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों की इस कामना को पूरा करने का वचन दिया। अपना वचन पूरा करने के लिए भगवान ने महारास का आयोजन किया। शरद पूर्णिमा की रात बांसुरी की मधुर तान सुनते ही अपनी सुध-बुध खो कर ब्रज की सभी गोपियां सज-धजकर यमुना तट पर पहुंच गईं। सभी गोपियों के मन में कृष्ण के नजदीक जाने, उनसे प्रेम करने का ऐसा भाव जागा जो कि पूरी तरह से वासना रहित था। भगवान कृष्ण ने ऐसा महारास आरंभ किया।

माना जाता है कि वृंदावन स्थित निधिवन ही वह स्थान है, जहां श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था। यहां भगवान ने एक अद्भुत लीला दिखाई थी, जितनी गोपियां उतने ही श्रीकृष्ण के प्रतिरूप प्रकट हो गए। सभी गोपियों को उनका कृष्ण मिल गया और दिव्य नृत्य और अलौकिक प्रेमानंद शुरू हुआ। जिसके दर्शन के लिए देवता भी स्वर्ग लोक छोड़ कर आने को विवश हो गए। व्यासपीठ से रुक्मिणी विवाह का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सभी राजाओं को हराकर विदर्भ की राजकुमारी रुक्मिणी को द्वारका में लाकर उनका विधिपूर्वक पाणिग्रहण किया। मौके मुख्य यजमान की ओर से आकर्षक वेश- भूषा में श्रीकृष्ण रुक्मिणी विवाह और बारात की सुंदर झांकी सजा कर विवाह संस्कार की रस्मों को पूरा किया गया। कथा के साथ मधुर संगीत और भजन भी प्रस्तुत किया गया। जिसमें प्रियंक, कौशिक तिवारी और सुमित मिश्र सभी को झूमने पर विवश कर दिया।

आयोजन में मुख्य यजमान गौरीशंकर वर्मा, प्रमिला वर्मा रंजीत वर्मा, संतोष वर्मा, नीरज वर्मा का सराहनीय योगदान रहा, इस अवसर पर रामेश्वर राम त्रिपाठी, विरेंद्र वर्मा, रामप्यारे सेठ, राधेश्याम सेठ, हरिश्चंद्र निगम, दूधनाथ सिंह,किशन तिवारी, मधुसूदन पांडेय, बैजनाथ वर्मा, अनिल वर्मा, सुनील वर्मा समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।

*पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के समर्थन में उतरे राज्यकर्मी*

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के मान्यता चुनाव में राज्यकर्मचारी संयुक्त परिषद गोरखपुर ने विनोद राय का समर्थन किया है। इस समर्थन के साथ, राज्यकर्मचारी संयुक्त परिषद गोरखपुर के अध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव, महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल, और अन्य कर्मचारी नेताओं ने विनोद राय को विजय दिलाने की प्रतिबद्धता दोहराई है। उनका मानना है कि विनोद राय की जीत से रेलवे कर्मचारियों की समस्याएं दूर होंगी और केंद्र व राज्य कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलेगा।

इस समर्थन के दौरान, रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 1 से डीआरएम कार्यालय तक एक भारी जुलूस निकाला गया, जिसमें केंद्रीय कर्मचारियों के साथ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद गोरखपुर की पूरी टीम ने भाग लिया। इस जुलूस में कई कर्मचारी नेताओं ने भाग लिया, जिनमें रूपेश श्रीवास्तव, मदन मुरारी शुक्ल, गोविन्द जी श्रीवास्तव, राजेश सिंह, महेन्द्र चौहान, पंडित, श्याम नारायण शुक्ल, अशोक पांडे, राजेश कुमार मिश्रा, कनिष्क गुप्ता, इंजीनियर आर के श्रीवास्तव, ओंकार नाथ राय, अशोक कुमार शर्मा, हिमांशु श्रीवास्तव, अशोक सिंह, जामवंत पटेल, अनूप कुमार, महातम प्रसाद, एस० के० विश्वकर्मा, सुधीर कुमार श्रीवास्तव, संतराम अशोक पाठक और इजहार अली शामिल थे।

पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने किया नामांकन

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे में मान्यता चुनाव हेतु पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री एवं असिस्टेंट जनरल सेक्रेटरी एनएफआईआर विनोद राय ने नामांकन किया। कर्मचारी संघ के केंद्रीय कार्यालय के बगल रेलवे स्टेशन गेट नंबर 1 से नामांकन रैली की शुरूआत की गई जो महाप्रबंधक कार्यालय होते हुए प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी कार्यालय पहुंची तथा नामांकन महामंत्री विनोद राय द्वारा किया गया।

नामांकन रैली में हजारों की संख्या में लखनऊ वाराणसी और इज्जत नगर मंडल, मुख्यालय मंडल गोरखपुर कारखाना मंडल, इज्जत नगर कारखाना मंडल, डीजल लॉबी गोरखपुर एवं गोंडा ब्रांच, सिग्नल कारखाना ब्रांच, भंडार डिपो ब्रांच, लेखा शाखा ब्रांच के कर्मचारी एवं पदाधिकारी तथा समाज के विभिन्न वर्ग के गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए। विशेष उपस्थिति एससी एसटी एसोसिएशन के चंद्रशेखर, आर के टी ए के अध्यक्ष सुनील कुमार की रही।

कार्यक्रम में पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के जोनल सेक्रेटरी रमेश मिश्रा, अध्यक्ष माधव प्रसाद शर्मा, संयुक्त महामंत्री ए के सिंह, कोषाध्यक्ष मनोज द्विवेदी, मुख्यालय मंडल के मंडल मंत्री एस सी अवस्थी, केंद्रीय कार्यकारिणी के रामकृपाल शर्मा, देवेंद्र प्रताप यादव, ओ पी सिंह, संजीवधर कारखाना मंडल के मंडल मंत्री आरपी भट्ट, अध्यक्ष डीके तिवारी, संयुक्त मंत्री दीपक चौधरी, कुलदीप मणि त्रिपाठी, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, सूरज गुप्ता बृजपाल सिंह, सुरेंद्र तिवारी लखनऊ मंडल के मंडल मंत्री सुबोध चौधरी, आरसी पांडे, अरशद जमाल, रूपेश कुमार, खालिद, वाराणसी मंडल के मंडल मंत्री मुरारी लाल मिश्रा, अविनाश , जावेद, अख्तर, श्याम झा, अविनाश, लेखा शाखा के मंत्री नवीन मिश्रा के एम मिश्रा, फिरोज उल हक, शमशाद भाई, दीपक, अरुण अग्रवाल, एस बी पांडे पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ युवा प्रकोष्ठ के देवेश सिंह अंशुमान पाठक, निशांत यादव, इज्जत नगर कारखाना मंडल के अनिल गौतम, अनिल पुंडिल, सुदर्शन, यांत्रिक कारखाना गोरखपुर के लक्ष्मी श्रीवास्तव, जयप्रकाश सिंह, विजय पाठक, राकेश श्रीवास्तव, सतीश श्रीवास्तव, अजय त्रिपाठी, ए बी पांडे, अनिल द्विवेदी, विनोद मिश्रा, मनोज शुक्ला, हरकेश बहादुर सिंह, अजय गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, योगेंद्र पाल, अनिल गौतम, अजय गुप्ता, बृजेश यादव, विवेक गुप्ता, दीपक गुप्ता, शिवकुमार श्रीवास्तव, नंदन चौधरी पुनीत शुक्ला, नवनीत शर्मा, दीपक प्रजापति, आर डी सिंह, राजू रावत, नूर ए आलम, अमित गुप्ता, रामकृपाल शर्मा, परमात्मा सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, अरविंद गुप्ता, प्रदीप श्रीवास्तव, अखिलेश तिवारी, डीजल लॉबी ब्रांच के हेमंत कुमार, एसके गोस्वामी, गोपाल जी यादव, मुकेश कुमार, के के मद्धेशिया, संतोष मिश्रा, विजय सिंह, गोंडा ब्रांच के ब्रांच सेक्रेटरी अभय सिंह, संदीप सिंह ,गगन शर्मा

इलेक्ट्रिक ब्रांच के तामेश्वर शर्मा, संजय श्रीवास्तव, मनीष चौधरी, प्रदीप कुमार, जमशेद खान, रंजीत श्रीवास्तव, अखिलेश तिवारी, पीयूष दुबे, अभिषेक पांडे, गणेश सिंह इत्यादि पदाधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित रहे।

माध्यमिक विद्यालयीय जनपद एथलेटिक्स प्रतियोगिता में महानगर की टीम बनी ओवरऑल चैंपियन

गोरखपुर, माध्यमिक विद्यालयीय जनपद एथलेटिक्स प्रतियोगिता का समापन और पुरस्कार वितरण समारोह राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज पर संपन्न हुआ, जिसमें गोरखपुर, महानगर की टीम ओवरऑल चैंपियन अंकों के आधार पर बनी ,तो वहीं दूसरे स्थान पर बांसगांव की टीम रही । वर्गवार चैंपियनशिप अंडर 14 बालक वर्ग में गोला की टीम प्रथम, महानगर की दूसरे स्थान पर और बांसगांव की तीसरे स्थान पर रही ।इन खिलाड़ियों को ट्रॉफी देने का कार्य मुख्य अतिथि सह जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर अजीत सिंह ने किया ।

अंदर 14 बालिका वर्ग में सदर पूर्वी प्रथम, सहजनवा द्वितीय और चौरी चौरा की टीम तीसरे स्थान पर रही ।इन खिलाड़ियों को प्रधानाचार्य डॉ दिनेश मणि ने ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया। बालक वर्ग अंदर 17 में महानगर की टीम प्रथम, बांसगांव द्वितीय और चौरी चौरा तीसरे स्थान पर काबिज रही ।इन खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रधानाचार्य जफर अहमद खान ने दिया ।अंडर 17 बालिका वर्ग में पहले स्थान पर चौरी चौरा की टीम, दूसरे स्थान पर महानगर, तीसरे स्थान पर खजनी की टीम रही इनको पुरस्कार देने का कार्य प्रधानाचार्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने किया।

अंडर-19 बालक वर्ग में सजनवा की टीम पहले स्थान पर, महानगर की दूसरे स्थान पर, गोला की तीसरे स्थान पर रही इनको पुरस्कृत करने का काम पूर्व शारीरिक शिक्षक नियाज अहमद ने किया। अंडर-19 बालिका वर्ग में बांसगांव की टीम पहले स्थान पर चौरी चौरा की दूसरे स्थान पर, सजनवा की टीम तीसरे स्थान पर रही ।इन खिलाड़ियों को पुरस्कार देने का कार्य पूर्व शारीरिक शिक्षिका फिरोजा आरा ने किया । मुख्य अतिथि सह जिला विद्यालय निरीक्षक अजीत सिंह ने अपने उद्बोधन में खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हो अगर इच्छा शक्ति दृढ़ है तो कोई भी कठिन से कठिन कार्य हम कर सकते हैं ।

प्रधानाचार्य डॉक्टर दिनेश मणि त्रिपाठी ने खिलाड़ियों को सफलता का मंत्र बताते हुए कहा कि जीवन का सफल होने का सबसे बड़ा मंत्र अनुशासन है। पूर्व प्रधानाचार्य जफर अहमद खान ने कहा कि खिलाड़ी अगर नियमित अभ्यास करता है तो निश्चित ही उसे सफल होना ही होना है । आभार विद्यालय के उप प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद ने किया ।संचालन पी एन सिंह ने किया ।

इसके पूर्व मुख्य अतिथि के समक्ष 200 मी का फाइनल रेस अंडर-19 बालक बालिका का किया गया, जिसमें बालक वर्ग में महानगर के राजन कुमार तो वहीं बालिका वर्ग में शाहजहनवा की नेहा पाल विजयी रही। इस अवसर पर मंडली क्रीड़ा सचिव डॉक्टर अरुणेंद्र राय, संतोष सिंह, अभय प्रताप सिंह, आलोक श्रीवास्तव, अमीरुद्दीन अंसारी, मोहन चौहान, जयप्रकाश यादव, रविंद्र यादव आदि लोग उपस्थित रहे ।

परिवार नियोजन के साथ रक्त अल्पता से बचा रही है साप्ताहिक गोली छाया

गोरखपुर।पादरी बाजार निवासी पूजा (28) की बड़ी बेटी छह साल की है और और छोटा बेटा तीन साल का। दंपति अब बच्चा नहीं चाहते लेकिन नसबंदी तब कराना चाहते हैं जब उनका बेटा पांच साल से अधिक उम्र का हो जाएगा। पिपराईच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर परिवार नियोजन परामर्शदाता की सलाह पर उन्होंने परिवार नियोजन के उपलब्ध सभी साधनों में से साप्ताहिक गोली छाया का चुनाव किया।

चिकित्सक की देखरेख में उन्होंने यह दवा शुरू की । अगले माह उनका मासिक अनियमित होने लगा। मासिक धर्म में खून की मात्रा भी कम हो गई। घबरा कर उन्होंने परिवार नियोजन परामर्शदाता रीना से बात की तो उन्हें समझाया गया कि यह एक नान हार्मोनल गोली है जिसके कारण यह बदलाव होता है और इस बदलाव के कारण महिलाओं में खून की कमी नहीं होने पाती है।

पूजा बताती हैं कि जब उनके मन का वहम दूर हो गया तो वह प्रति सप्ताह इस दवा का सेवन करने लगीं । एक वर्ष से दवा का सेवन कर रही हैं लेकिन कभी भी कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ा । जब उन्होंने यह दवा शुरू की थी तो तीन महीने तक सप्ताह में दो गोली खानी होती थी और उसके बाद से प्रति सप्ताह सिर्फ एक गोली खाती हैं। दवा से किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है।

पिपराईच सीएचसी की परिवार नियोजन परामर्शदाता रीना का कहना है कि जब कोई दंपति साप्ताहिक गोली छाया का चुनाव करते हैं तो पहले महिला को चिकित्सकीय परामर्श दिलवाया जाता है। अगर सेवा आयुष्मान आरोग्य मंदिर से दी जाती है तो टेलीकंसल्टेशन के जरिये चिकित्सकीय परामर्श लेते हैं। साप्ताहिक छाया गोली प्रसव के तुरंत बाद, माहवारी शुरू होने के तुरंत बाद, गर्भपात होने के तुरंत या सात दिन के अंदर अपना सकते हैं । जिन महिलाओं के अंडाशय में सिस्ट, बच्चेदानी के मुंह में बदलाव, पीलिया या लीवर के बीमारी का इतिहास, किसी भी प्रकार की एलर्जी और टीबी या गुर्दे जैसी कोई गंभीर बीमारी हो तो वह इस साधन को न अपनाएं ।

1.25 लाख छाया वितरित हुई

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी परिवार कल्याण डॉ एके चौधरी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1.25 लाख साप्ताहिक छाया गोली सरकारी प्रावधानों के तहत लाभार्थियों को वितरित की गईं। वर्ष 2017-18 में इस गोली की सुविधा सिर्फ जिला महिला अस्तपाल पर उपलब्ध थी । उस समय सिर्फ 746 छाया गोली वितरित हुई थी। वर्ष 2018-19 में 1184, वर्ष 2019-2020 में 19417, वर्ष 2020-21 में 35547, वर्ष 2021-22 में 69364 और 2022-23 में करीब एक लाख साप्ताहिक गोली छाया वितरित की गई। वर्ष 2019-20 के बाद से ही यह सुविधा सभी सीएचसी, पीएचसी, आयुष्मान आरोग्य मंदिर और स्वास्थ्य उप केंद्र पर साप्ताहिक गोली छाया उपलब्ध है।

वीडियो के जरिये दे रहे हैं अहम संदेश

साप्ताहिक गोली छाया के बारे में एक वीडियो संदेश के जरिये लाभार्थियों को बताया जा रहा है कि अगर गोली खाना भूल गए एक सप्ताह हो गया है, और असुरक्षित संबंध बन जाए तो सबसे पहले इस दवा का सेवन बंद कर दें। इमर्जेंसी पिल्स खाएं और माहवारी आने का इंतजार करें। जब एक बार माहवारी आ जाए तो पुनः पहले तीन महीने सप्ताह में दो गोली का सेवन करें और उसके बाद प्रत्येक सप्ताह एक गोली खाएं। जब तक बच्चा नहीं चाहिए, तब तक दवा का सेवन करते रहें।