सही परामर्श और उपलब्धता से दंपति की पसंद बनी त्रैमासिक ‘‘अंतरा’’

गोरखपुर।सही परामर्श और जिला स्तर से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर तक की उपलब्धता के कारण त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन दंपति की पहली पसंद बनने लगा है।

एक बार यह इंजेक्शन लगवाने के बाद तीन माह तक अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है । इस इंजेक्शन की प्रत्येक डोज लगवाने पर लाभार्थी और प्रेरक आशा कार्यकर्ता के खाते में 100 रुपये देने का भी प्रावधान है । इसका पहला डोज लगवाने के लिए स्क्रीनिंग और चिकित्सक का परामर्श अनिवार्य है, जबकि दूसरे और इसके बाद के डोज की सुविधा प्रशिक्षित स्टॉफ से आयुष्मान आरोग्य मंदिर और स्वास्थ्य उपकेंद्र (सब सेंटर) से भी प्राप्त किया जा रहा है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी परिवार कल्याण डॉ एके चौधरी बताते हैं कि वर्ष 2017-18 में सिर्फ जिला महिला अस्पताल में त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन लगवाने की सुविधा उपलब्ध थी। उस समय मात्र 603 डोज अंतरा इंजेक्शन का चुनाव किया गया। वर्ष 2018-19 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों और स्टॉफ नर्स का क्षमता संवर्धन किया गया तो 1710 डोज अंतरा अपनाई गई। वर्ष 2019-20 में जब जिला महिला अस्पताल और सीएचसी के साथ साथ पीएचसी के स्तर पर भी क्षमता वर्धन के साथ इस सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई तो 7950 डोज अंतरा की खपत हुई। धीरे धीरे आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और स्वास्थ्य उप केंद्रों तक इस सेवा का विस्तार हुआ तो वित्तीय वर्ष 2023-24 तक 45426 डोज अंतरा इंजेक्शन इस्तेमाल हुए। उपलब्धता, परामर्श और तकनीकी सहयोग में उत्तर प्रदेश तकनीकी सहायता इकाई (यूपीटीएसयू) के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ (डीएफपीएस) का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

पिपराईच ब्लॉक की परिवार नियोजन काउंसलर रीना बताती हैं कि त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन के निर्णय में पुरुष प्रतिभागिता की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस इंजेक्शन का पहला डोज लेने के बाद हार्मोनल बदलाव के कारण कुछ महिलाओं में मासिक अनियमित हो जाता है। कुछ का मासिक रुक रुक कर आता है। ऐसे दंपति में पति की भूमिका बढ़ जाती है। यह दंपति जब परामर्श के लिए आते हैं तो दोनों के मन की भ्रांति को दूर किया जाता है और बताया जाता है कि यह सामान्य बदलाव है, इससे कोई दिक्कत नहीं होती है। ऐसा करने से दंपति दूसरे डोज के लिए भी राजी हो जाते हैं।

चरगांवा ब्लॉक के मुड़िया गांव की निवासी 27 वर्षीय महिला अल्पना (काल्पनिक नाम) ने बताया कि आशा कार्यकर्ता संगीता से उन्हें त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन के बारे में सही परामर्श मिल सका । संगीता की बात अच्छी लगने पर ही उन्होंने इस इंजेक्शन का चुनाव किया । पहली डोज लगी तो कुछ दिन तक मासिक धर्म रुक रुक कर आया, लेकिन बाद में सब ठीक हो गया । जब मासिक धर्म पर असर पड़ा तो आशा कार्यकर्ता ने उन्हें चरगांवा पीएचसी पर एएनएम प्रेमलता से मिलवाया। प्रेमलता ने खुद तो समझाया ही साथ में चिकित्सक से भी मिलवाया। चिकित्सक ने उन्हें बताया कि इंजेक्शन लगने के बाद कुछ महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण मासिक धर्म पर असर पड़ता है, लेकिन यह खुद ठीक हो जाता है । उन्हें बात समझ में आयी और वह अगला डोज भी लगवा लीं ।

यह भी जानना अहम

• प्रसव के छह सप्ताह बाद, माहवारी शुरू होने के तुरंत बाद या सात दिन के भीतर, गर्भपात होने के तुरंत बाद या सात दिन के अंदर यह इंजेक्शन अपना सकते हैं।

• उच्च रक्तचाप, अकारण योनि से रक्तस्राव, स्ट्रोक, मधुमेह, स्तन कैंसर या लीवर की बीमारी की स्थिति में इसे नहीं अपनाना है।

• त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन चिकित्सकीय परामर्श के बाद ही अपनाना है।

• इससे कई बार मासिक धर्म में बदलाव होता है जो स्वाभाविक है और यह किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव नहीं है।

• इंजेक्शन वाली जगह पर मालिश या सिंकाई नहीं करनी है।

प्रभात फेरी से हुआ गुरुनानक जयंती के कार्यक्रमों का आगाज

गोरखपुर। सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरुनानक देव महाराज के प्रकाश पर्व के कार्यक्रमों का शुभारंभ मंगलवार को प्रभातफेरी से हुआ। शहर के प्रमुख गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा जटाशंकर में भोर में गुरु के भक्त एकत्रित हुए और परंपरा के अनुसार वहां कीर्तन व सत्संग किया। उसके बाद जयकारा लगाते हुए विभिन्न मोहल्ले में जाकर सत्संगियों के घर अरदास किया। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाशपर्व हर वर्ष अपने शहर में सिख समाज द्वारा बड़े ही श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया जाता है।

इस वर्ष 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरुनानक जयंती है। इसी उपलक्ष्य में हर वर्ष की भांति इस बार भी गुरु की जयंती मनाने का सिलसिला प्रभातफेरी से शुरू किया गया है। प्रभातफेरी 9 नवंबर तक निकलेगी। उसके बाद 11 नवंबर को परंपरागत ढंग से भव्य शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। प्रभातफेरी में गुरुद्वारा जटाशंकर के अध्यक्ष जसपाल सिंह, मैनेजर राजेंद्र सिंह, चरनप्रीत सिंह मोंटू, अशोक मल्होत्रा, डॉ दीपक सिंह, परमिंदर सिंह रोबिन, जोगिंदर पाल सिंह अमरजीत सिंह मदान, मनमीत सिंह मदान, अजीत सिंह, जसपाल सिंह, नवजोत सिंह, मनोज आनंद, रविंदर पाल सिंह, प्रवीण श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव, डॉ विनय, नरेश करमचंदानी, संजय अरोड़ा, जसविंदर कौर, राजवीर कौर वंदना जायसवाल, दुर्गा मृगवानी, राज अरोड़ा, पार्वती मृगवानी, सुरेंद्र कौर, गुरमीत कौर, गुरविंदर कौर, बलविंदर कौर शाहिद बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे।

निर्भया सेना ने प्रमोद राजभर को किया सम्मानित

खजनी गोरखपुर। अपनी जान जोखिम में डाल कर कुएं में कूद कर गहरे पानी में डूब रहे 6 साल के मासूम बच्चे को बचाने वाले रामपुर पांडेय गांव के निवासी प्रमोद राजभर को निर्भया सेना के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया।निर्भया सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश मिश्र "बाबा" के निदेर्शानुसार अरविन्द त्रिपाठी जिलाध्यक्ष गोरखपुर/संतकबीरनगर और व्यापार प्रकोष्ठ के द्वारा सम्मान पत्र और नकद राशि देकर सम्मानित किया गया।प्रमोद कुमार राजभर को बच्चे की जान बचाने के लिए एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर और थानाध्यक्ष खजनी सदानंद सिन्हा ने सम्मानित किया था।

मौके पर निर्भयासेना के मण्डल प्रभारी अशोक मिश्र, राजेश श्रीवास्तव,अरविन्द त्रिपाठी, अनिल वर्मा, संदीप गुप्ता, राजेश जैसवाल, रामवृक्ष वर्मा,गोरख निगम, अमितेश शर्मा,योगेंद्र पांडे, राम सिंह वर्मा, मुन्ना, शेषमणि पांडे, रामउजागिर, आनंद, सोनू सहित सभी निर्भया सेना के लोग मौजूद रहे।

सपा प्रतिनिधि मंडल ने बड़हलगंज में मृतक निखिल गोंड के घर पहुंचकर बधाया ढांढस

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल बड़हलगंज के औझौली ग्राम सभा में 19 बर्षीय निखिल गोंड की निर्मम हत्या पर जिला अध्यक्ष बृजेश कुमार गौतम द्वारा 9 सदस्यीय टीम का गठन कर मृतक के परिजनों से मुलाकात किया, साथ ही पुलिस के निरंकुशता पर गम्भीर सवाल खड़ा किया, प्रतिनिधि मंडल द्वारा मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता भी प्रदान किया गया।

पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी,जिला उपाध्यक्ष मिर्जा कदीर बेग, पूर्व प्रमुख रणजीत पासवान, विधानसभा अध्यक्ष अमरजीत यादव, राष्ट्रीय सचिव अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ सन्तोष गोंड, जिला अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ सीताराम गोंड, वरिष्ठ छात्रनेता व प्रदेश उपाध्यक्ष शिव शंकर गोंड, अनूप गोंड, विकास गोंड, सूरज गोंड, राहुल गोंड व अन्य साथी उपस्थिति रहें।

भगवान के नाम स्मरण से सभी परेशानियों से मुक्ति: प्रदीप मिश्र

खजनी गोरखपुर।प्रतिदिन सबेरे सो कर उठते ही सबसे पहले बिस्तर पर ही सुखासन में बैठ कर मुस्कुराते हुए जीवन का एक और नया दिन देने के लिए भगवान को धन्यवाद देना चाहिए। सो के उठने पर बिस्तर से सीधे नीचे नहीं उतरना चाहिए। पहले अपनी हथेलियों का दर्शन करना चाहिए उसके बाद धरती माता को प्रणाम करने के बाद अपने पांव जमीन पर रखने चाहिए।रोज सुबह सो कर उठते ही सिर्फ 10 मिनट भगवान के नाम का जप स्मरण और रात में सोने से पहले भगवान के नाम का जप हमें जीवन की सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति दिलाएगा।

उक्त विचार खजनी कस्बे में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे व्यासपीठ से अयोध्या से पधारे भागवताचार्य पंडित प्रदीप मिश्र ने उपस्थित श्रद्धालु श्रोताओं के समक्ष व्यक्त किए। भक्त शिरोमणि ध्रुव की कथा का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि भक्त ध्रुव सुनीति के पुत्र थे। एक बार सुरुचि ने बालक ध्रुव को यह कहकर राजा उत्तानपाद की गोद से उतार दिया कि मेरे गर्भ से पैदा होने वाला ही पिता की गोद और सिंहासन का अधिकारी है। बालक ध्रुव अपनी मां सुनीति के पास पहुंचे। मां ने उन्हें भगवान की भक्ति के माध्यम से ही लोक-परलोक के सुख पाने का रास्ता सूझाया।

कथा का विस्तार सहित वर्णन करते हुए श्रोताओं को जड़ भरत की कथा सुनाई। इस अवसर पर भक्त ध्रुव और भगवान विष्णु की मनमोहक झांकी का दर्शन कराया गया। संगीतमय कथा में सुमधुर भक्ति भजनों की धुनों पर भारी संख्या में मौजूद श्रद्धालु श्रोता तालियां बजाकर झूमते रहे। कथा में मुख्य यजमान गौरीशंकर वर्मा प्रमिला वर्मा सहित नवीन श्रीवास्तव, संतोष गुप्ता, राम सुधारे निषाद, गोपाल सिंह, रामवृक्ष जायसवाल, रामेश्वर राम त्रिपाठी, गंगेश्वर त्रिपाठी, इं. गोरख प्रजापति, रमेश वर्मा, नीरज वर्मा, संतोष वर्मा, रंजीत वर्मा आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

ग्राम प्रधान प्रतिनिधि की गाड़ी रोक कनपटी तमंचा सटाया, खजनी पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के बसियाखोर निवासी संतोष सिंह पुत्र सत्यनारायण सिंह शाम 7:25 पर अपने ईंट भट्ठे से अपने स्कॉर्पियो गाड़ी से सुतआभार चौराहे पर आ रहे थे। तभी गांव के दबंग दीपक यादव उर्फ नंगा ने अपने अन्य चार साथियों के साथ रास्ते में घेरकर गाड़ी रोक ली।

जैसे ही संतोष सिंह ने गाड़ी का शीशा नीचे किया, दीपक यादव उर्फ नंगा ने उनकी कनपटी पर तमंचा सटा दिया, और कहा कि साले इसी पिस्टल से तुम्हारी हत्या कर दूंगा और तुम्हारे ईंट भट्टे पर कब्जा कर लूंगा जाते हुए भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए कट्टा लहराते हुए फरार हो गया। संतोष सिंह की पत्नी ग्राम प्रधान हैं। पुलिस को सूचना मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है। खजनी थाने में दीपक यादव उर्फ नंगा के खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज है।

कटघर बिगही मार्ग पर दो बाइकों भिड़ी 6 घायल ,एक का पैर टूटा

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के कटघर- बिगही मार्ग पर ग्राम पंचायत मझगवां सिवान पर सोमवार को अपरान्ह लगभग एक बजे दो बाइक आमने-सामने से भिड़ गईं। जोरदार टक्कर लगने से दोनों बाइक पर सवार लोग सड़क पर छिटक कर गिर गए। हादसे के बाद मौके पर भीड़ जुट गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खजनी भेजा।

पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रदीप त्रिपाठी ने बताया शिवानंद पांडेय पुत्र स्वामीनाथ पांडेय निवासी पांडेयपुरा उम्र 38 वर्ष थाना खजनी का पैर फैक्चर हो गया है। अक्षय कुमार पुत्र जवाहर उम्र 27 वर्ष,अंजू पत्नी अक्षय कुमार उम्र 25 वर्ष,अंश पुत्र अक्षय कुमार उम्र 5 वर्ष, अशर्फी देवी पत्नी भुसवल उम्र 50 वर्ष,अन्या पुत्री अक्षय कुमार 09 माह की घायल हैं। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। घटना की पुष्टि थानाध्यक्ष सदानंद सिंह ने की है। उन्होंने बताया जानकारी होते ही थाने के पुलिस पहुंची, एंबुलेंस से सभी घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है।

पुलिस स्मृति दिवस समारोह का आयोजन प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र में संपन्न

गोरखपुर। प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र, सशस्त्र सीमा बल, फर्टिलाइजर, गोरखपुर में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए देश की सुरक्षा और जनता की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी।

समारोह का प्रारंभ शहीदों के सम्मान मे सलामी देकर तथा विवेक कुमार सिंह, उप कमांडेंट (कार्यवाहक उपमहानिरीक्षक) द्वारा शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों, जवानों और प्रशिक्षुओं ने भी शहीदों को नमन कर श्रद्धांजलि दी|

श्री विवेक कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा, "हमारे पुलिसकर्मी राष्ट्र की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए जो बलिदान देते हैं, वह अद्वितीय है। इस दिन हमें उन वीर सपूतों को याद करना चाहिए जिन्होंने अपने कर्तव्य की पूर्ति के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।”

नेशनल जिम प्रीमियर लीग सीजन-2: रोमांचक फाइनल के साथ सफलता का परचम

गोरखपुर। नेशनल जिम प्रीमियर लीग सीजन-2 का समापन समारोह शनिवार की संध्या सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम में भव्य और उत्साहपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट 16 से 19 अक्टूबर तक चला, जिसमें देशभर से 12 प्रमुख टीमें हिस्सा लेकर अपने अद्वितीय कौशल का प्रदर्शन करते हुए प्रतिष्ठित प्रीमियर लीग कप के लिए संघर्षरत रहीं। इस आयोजन को स्वर्गीय परमात्मा पांडेय की पुण्य स्मृति को समर्पित किया गया था, जिनका समाज और खेल जगत में अनमोल योगदान रहा है।

समापन समारोह में महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव,राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी, गंगोत्री देवी महिला महाविद्यालय एवं नर्सिंग कॉलेज की संरक्षिका श्रीमती रीना त्रिपाठी, प्रसिद्ध व्यंग्यकार शैलेश त्रिपाठी मोबाइल बाबा , सुधा मोदी, और सुनीषा श्रीवास्तव आदि की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह को भव्यता प्रदान की। इन विशिष्ट व्यक्तित्वों ने फाइनल मुकाबले का लुत्फ उठाते हुए विजेता टीमों को पुरस्कृत किया।

महामंडलेश्वरकनकेश्वरी ने अपने प्रेरणास्पद संबोधन में कहा, "खेल महज शारीरिक स्फूर्ति तक सीमित नहीं होते, बल्कि यह मानसिक अनुशासन, सहयोग, और सृजनशीलता के अद्वितीय साधन भी हैं।" उन्होंने खेलों को जीवन का अभिन्न अंग मानते हुए युवाओं को खेल संस्कृति को आत्मसात करने का आह्वान किया। महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने भी युवाओं को खेल के प्रति समर्पित रहने की सलाह देते हुए कहा कि खेल न केवल व्यक्तिगत विकास का साधन हैं, बल्कि यह समाज में सामूहिक सहयोग और सहभागिता की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं।

इस आयोजन के सफल संचालन में मुख्य आयोजक रजत पांडेय की कठिन परिश्रम और अटूट समर्पण का योगदान था। उन्होंने सभी प्रतिभागियों, दर्शकों और सहयोगियों का आभार प्रकट करते हुए कहा, "इस तरह के आयोजन खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करने का माध्यम हैं और यह युवाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए सशक्त मंच प्रदान करते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि गोरखपुर में इस प्रकार के आयोजन से न केवल खेल प्रेमियों को प्रेरणा मिलेगी, बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

टूर्नामेंट की सह-आयोजक श्रीमती ऐश्वर्य पांडेय ने आयोजन की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "यह आयोजन न केवल खेल के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि यह हमारे युवा खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए भी सहायक सिद्ध हुआ है।" उन्होंने युवा खिलाड़ियों को अनुशासन, सहनशीलता और नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए खेलों में सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया।

श्रीमती रीना त्रिपाठी ने विजेता और उपविजेता टीमों को बधाई देते हुए कहा, "जीत और हार खेल के आवश्यक अंग हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि खिलाड़ी खेल भावना और समर्पण के साथ मैदान में उतरें।" उन्होंने इस आयोजन को युवा पीढ़ी के बहुआयामी विकास का एक सशक्त मंच बताया और उम्मीद जताई कि भविष्य में गोरखपुर में और भी भव्य खेल आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने कहा, "ऐसे आयोजन खिलाड़ियों के मनोबल को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ पूरे समाज को खेलों की महत्ता का बोध कराते हैं।"

समापन समारोह के अवसर पर संयोजक अरशद जमाल सामानी, डॉ. अमरनाथ जायसवाल, अरशद अहमद राही, शशी राय और अन्य प्रमुख सहयोगियों ने टूर्नामेंट की सफलता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, "इस प्रकार के आयोजन खेलों के प्रति जागरूकता को बढ़ाते हैं और स्थानीय खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का सुअवसर प्रदान करते हैं।" संयोजकों ने यह भी संकल्प लिया कि भविष्य में और भी बड़े और व्यापक आयोजनों का आयोजन कर गोरखपुर के खेल प्रेमियों को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान किया जाएगा।

फाइनल मुकाबले के रोमांचक समापन ने दर्शकों का दिल जीत लिया। पूरे मैच के दौरान खिलाड़ियों के उत्कृष्ट कौशल और खेल भावना का प्रदर्शन देखने योग्य था। स्टेडियम में उत्साह की लहर दौड़ रही थी, और दर्शकों का समर्थन खिलाड़ियों का मनोबल ऊँचा बनाए हुए था। अंत में विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान की गई, और व्यक्तिगत प्रदर्शन में उत्कृष्टता दिखाने वाले खिलाड़ियों को विशेष पुरस्कारों से नवाजा गया। इस अवसर ने यह सिद्ध कर दिया कि खेल में न केवल शारीरिक उत्कृष्टता बल्कि मानसिक दृढ़ता और अद्वितीय खेल भावना का भी महत्व है।

समापन के साथ ही, सभी प्रतिभागियों, आयोजकों, और दर्शकों ने इस आयोजन की सफलता को सराहा और भविष्य में ऐसे आयोजनों की निरंतरता की कामना की।

राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पंडित लक्ष्मीकांत त्रिपाठी की पुण्यतिथि

खजनी गोरखपुर। क्षेत्र के रूद्रपुर ग्रामसभा के मूल निवासी रहे राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित मूर्धन्य विद्वान शिक्षक स्वर्गीय लक्ष्मीकांत त्रिपाठी की 7 वीं पुण्यतिथि और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कस्बे में स्थित उनके द्वारा स्थापित के.पी.मेमोरियल इंटरकॉलेज में किया गया।

श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे सेवानिवृत्त शिक्षक रामजीत राम त्रिपाठी, सच्चिदानंद पांडेय, दिनेश राम त्रिपाठी एवं डॉक्टर राम सिंह मौर्या सहित अन्य वक्ताओं ने स्वर्गीय पंडित लक्ष्मीकांत त्रिपाठी को अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए कहा कि शिक्षा जगत में अपना अमूल्य योगदान देने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित स्वर्गीय लक्ष्मीकांत त्रिपाठी ने सेवानिवृत्त होने के बाद के.पी.मेमोरियल इंटरकॉलेज की स्थापना कर इस क्षेत्र के बच्चों के भविष्य को शिक्षा से संवारने का कार्य जो उल्लेखनीय कार्य किया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।

वक्ताओं ने कहा कि राजकीय जुबली इंटरकॉलेज के प्राचार्य महाराजगंज जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक सहित विभिन्न पदों पर रहकर शिक्षा के क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान देने वाले स्वर्गीय त्रिपाठी जी की श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित होने का सुअवसर मिलना और उन्हें नमन करना हमारा सौभाग्य है। अध्यक्षता कर रहे विद्यालय के डॉक्टर रमेश त्रिपाठी ने अपने दिवंगत भाई के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण स्मृतियों को साझा किया। डायरेक्टर प्रदीप तिवारी ने सभी आगंतुक अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शित करते हुए स्वर्गीय त्रिपाठी की 7 वीं पुण्यतिथि पर उनकी उपलब्धियों, जीवनकाल की अविस्मरणीय स्मृतियों और संस्मरणों की जानकारी दी।

श्रद्धांजलि सभा को भाजपा नेता अनिल कुमार पांडेय, संतोष तिवारी,अर्द्धचंद्रधारी त्रिपाठी, राजकुमार आर्या सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। श्रद्धांजलि सभा का संचालन विद्यालय के प्रधानाचार्य देवी प्रसाद पांडेय ने किया। इससे पूर्व सभी आगंतुकों ने स्वर्गीय त्रिपाठी के तैल चित्र पर माल्यार्पण पुष्पार्चन किया और दो मिनट मौन रहकर आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की। कार्यक्रम में विद्यालय के विद्यार्थियों सहित राजन राम त्रिपाठी, ब्रह्मानंद मिश्रा, हरीराम तिवारी, विजय नारायण तिवारी, शारदा प्रसाद शुक्ला एवं विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।