*कुएं में फेंके गए बच्चे को बचाने वाले युवक को थानाध्यक्ष ने किया पुरस्कृत,

गोरखपुर- थाना क्षेत्र के रामपुर पांडेय गांव में बीते दिनों एक मनबढ़ युवक ने 6 साल के बच्चे अरूण चौहान को कुंएं में फेंक दिया था। गांव के साहसी युवक प्रमोद राजभर ने कुंएं में कूदकर बच्चे की जान बचाई थी।

गरीब युवक के पास अपना आवास भी नहीं है। एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर के द्वारा युवक को प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया, साथ ही डीएम और सीडीओ द्वारा उसे प्रधानमंत्री आवास देने की पहल भी की जा रही है।

युवक के पास अपना मोबाइल फोन भी नहीं है। जिसकी जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने युवक को थाने में बुलाकर उसे मोबाइल फोन देकर सम्मानित किया। इस दौरान ग्राम प्रधान सुभाष चौहान और कस्बे के व्यापारी मौजूद रहे।

*सपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में जिला कार्यकारिणी की बैठक संपन्न, विभिन्न विषयों पर की गई चर्चा*

गोरखपुर- समाजवादी पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिला कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में हुई। संचालन जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि सभी साथियों 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाइए। सभी विधानसभा क्षेत्र अध्यक्षगण एवं सभी विधानसभा क्षेत्र प्रभारीगण विधानसभा क्षेत्र की कमेटी सहित ब्लाक कमेटी, नगर कमेटी,जोन प्रभारी एवं सेक्टर प्रभारी के साथ साथ बुथ के प्रभारियों की समीक्षा कर लिजिए। अगर पदाधिकारियों में कोई किसी कारण वश सक्रिय नहीं तो विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष पैड पर लिखित जिला कार्यालय पर प्रस्तुत करें विचार विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल के निर्देश पर जिला कार्यकारिणी की मासिक बैठक प्रत्येक माह के 7 तारीख को होगी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों की मासिक बैठक प्रत्येक माह की 5 तारीख को होगी वहीं चारों युवा प्रकोष्ठों सहित व्यापार सभा, महिला सभा, अधिवक्ता सभा की बैठक प्रत्येक माह की 8 तारीख को होगी। इसके अतिरिक्त अन्य सभी प्रकोष्ठों की बैठक प्रत्येक माह की 9 तारीख को होगी।

बैठक में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम, जिला महासचिव रामनाथ यादव समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

*दीपावली की साफ सफाई में रखेंगे ये ध्यान, नहीं होंगे डेंगू से परेशान*

गोरखपुर- दशहरा बीत चुका है और दीपावली का समय धीरे धीरे पास आ रहा है। इस बीच लोग अपने घरों की साफ सफाई करते हैं। घरों में होने वाली इस पारम्परिक सफाई के दौरान अगर घर के प्रत्येक ऐसे छोटे जलस्रोत को साफ कर दें, जहां साफ पानी इकट्ठा हो सकता है, तो डेंगू का प्रसार नहीं होगा । डेंगू का वाहक मच्छर सिर्फ छोटे जलस्रोत के साफ पानी में ही पनपता है । साथ ही अगर किसी को बुखार हो तो वह बिना चिकित्सक को दिखाए दवा न खाए। ऐसा करने से कई बार डेंगू की पहचान नहीं हो पाती है और यह जानलेवा हो जाता है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे का ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि घर की छतों पर फेंके हुए गमले, टायर, पशु पक्षियों के भोजन के पात्र, नारियल की खोल, फ्रीज ट्रे, कूलर, ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के नाद आदि छोटे जलस्रोतों में बरसात का जो पानी जमा है उसे सड़क पर बहा देना चाहिए । ऐसा करने से लार्वा नष्ट हो जाएंगे । इस बार जब घरों की साफ सफाई की जाए तो छोटे जलस्रोतों को अवश्य साफ कर लें।

डॉ दूबे ने बताया कि डेंगू में बुखार के साथ शरीर में तीव्र दर्द होता है और खासतौर से आंखों के पीछे असहनीय दर्द होता है। कई बार लोग अप्रशिक्षित व्यक्ति की सलाह पर और कई बार खुद दवा का सेवन कर अपने नियमित दौड़ भाग का कार्य जारी रखते हैं । सामान्य बुखार होने पर तो ऐसे लोगों को बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं होती, लेकिन अगर वह डेंगू बुखार से पीड़ित हैं तो जटिलताएं बढ़ जाती हैं और कई बार क्रिटिकल स्थिति हो जाती है। साथ ही अगर बिना परामर्श के दर्द निवारक खून पतला करने वाली दवाएं खा ली जाती हैं तो मरीज की स्थिति खराब होने की आशंका होती है। यही वजह है कि चिकित्सकीय परामर्श और जांच के बाद ही बुखार की दवा खानी चाहिए। सभी सरकारी अस्पतालों पर जांच और इलाज की मुकम्मल व्यवस्था उपलब्ध है।

सक्रिय है डोमेस्टिक ब्रीड चेकर्स

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि 40 डोमेस्टिक ब्रीड चेकर्स अगस्त माह से शहरी क्षेत्र के घरों पर जाकर मच्छरों के स्रोत नष्ट करवा रहे हैं। अब तक 2.22 लाख पात्रों को जलमुक्त किया जा चुका है। यह लोग 44509 घरों का भ्रमण कर पम्पलेट और लीफलेट्स के माध्यम से लोगों को जागरूक भी कर चुके हैं। दस्तक अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता भी घर घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं और डेंगू के नये मरीज खोज रही हैं। इन सबके बावजूद सामुदायिक भागीदारी हो और लोग खुद मच्छरों का स्रोत नष्ट करें तो डेंगू पर नियंत्रण और भी आसान होगा।

ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक मरीज

सीएमओ डॉ दूबे ने बताया कि इस बार 18 अक्टूबर तक डेंगू के 94 कंफर्म मरीज मिले हैं जिनमें से 55 मरीज ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। कुल 39 मरीज शहरी क्षेत्रों के हैं। गांव के लोगों को भी छोटे जलस्रोतों की साफ सफाई, दिन में पूरे बांह के कपड़ने पहनने और बुखार होने पर चिकित्सक की सलाह पर ही दवा लेने का व्यवहार अपनाना होगा।

आठ वर्षों में 916 मरीज, दो की मृत्यु

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2017 से इस वर्ष 18 अक्टूबर तक डेंगू के कुल 916 कंफर्म मरीज स्वास्थ्य विभाग को मिले। वर्ष 2019 और 2020 में इस बीमारी से एक एक मरीज की मृत्यु भी हुई । बीपी, शुगर, ह्रदयरोग, गर्भावस्था, कुपोषण आदि की स्थिति में यह बीमारी होने पर अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता होती है। यह एक सामान्य बुखार है जो दवा और बेडरेस्ट से घर पर ठीक हो सकता है। जटिलताएं सिर्फ मनमाना दवा सेवन, दौड़भाग और सहरूग्णता के कारण बढ़ती हैं।

*समाधान दिवस में कम रही फरियादियों की संख्या, भूमि विवाद से जुड़ी समस्याएं आईं ज्यादा*

गोरखपुर- तहसील मुख्यालय में आयोजित अक्टूबर माह के अंतिम समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे उप जिलाधिकारी कुंवर सचिन सिंह के समक्ष कुल 44 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर प्रस्तुत हुए, अधिकारियों के द्वारा सभी फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान हेतु निर्देशित किया गया। इस दौरान 4 मामलों का तत्काल मौके पर समाधान करा दिया गया।

बेलघाट शंकरपुर के निवासी विनय सिंह ने अपनी जमीन पर गांव के व्यक्तियों द्वारा अपनी निजी जमीन में शौचालय और का पानी गोबर फेंकने की शिकायत दर्ज कराई, उसी प्रकार मंझगांवा गांव के निवासी श्यामलाल ने गांव की महिला सुमित्रा देवी पर जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत दर्ज कराई। दोनों मामलों में एसडीएम ने जांच और कार्रवाई का आदेश दिया।

इस दौरान दिवस प्रभारी तहसीलदार कृष्ण गोपाल त्रिपाठी, नायब तहसीलदार राम सूरज प्रसाद, राकेश कुमार शुक्ला, हरीश यादव, चकबंदी अधिकारी सहित अन्य विभागीय कर्मचारी और अधिकारीगण उपस्थिति रहे।

धुरियापार किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड हरपुर गजपुर के उपसभापति बने गुलाबरध्वज सिंह

गोरखपुर। धुरियापार किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड हरपुर गजपुर गोरखपुर के संचालक मंडल का निर्वाचन शुक्रवार को संपन्न हुआ, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाबरध्वज उर्फ सिंह उपसभापति निर्विरोध चुने गए तथा पार्टी के अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता संचालक मंडल के सदस्य चुने गए ।

इन उनके चुने जाने पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मन्त्री कमलेश पासवान, भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह , विधायक डा विमलेश पासवान, जिला महामन्त्री सबल सिंह पालीवाल, शेषमणि त्रिपाठी, मनोज कुमार शुक्ल, संजय सिंह, चंद्रबाला श्रीवास्तव, जगदीश चौरसिया, छोटेलाल मौर्य, हरिकेश राम त्रिपाठी, डा. आरडी सिंह, राजाराम कन्नौजिया, सबल सिंह पालीवाल, ब्रह्मानन्द शुक्ल, शत्रुघ्न कसौधन, स्वतंत्र सिंह, मंजू सिंह, डॉ सदानन्द शर्मा, रामानन्द यादव, नरेन्द्र सिंह, इंद्रकुमार निगम, जनार्दन श्रीवास्तव, सूरज निगम, चंचला शुक्ला, नीरज दुबे, शहंशाह आलम, के बी सिंह, हरिकेश पासवान, उपेन्द्र गौड़, विनय कुमार सिंह आदि ने बधाई दी।

बच्चे को गहरे कुएं निकालने वाले बहादुर युवक को एसएसपी ने सम्मानित किया

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के रामपुर पांडेय गांव के निवासी मनीष चौहान और प्रेमलता देवी के छोटे बेटे

अरूण चौहान 6 वर्ष को गांव के निवासी अतुल पांडेय पुत्र श्याम बिहारी पांडेय ने बीती शाम 4 बजे अकारण उठा कर पानी से भरे 30 फुट गहरे कुएं में फेंक दिया था।

घटना के दौरान बच्चा अपने घर के पास खेल रहा था। बच्चे को कुंएं में फेंकते हुए देख कर विनोद चौहान की पत्नी ने शोर मचाया जिसे सुनकर गांव के ही निवासी युवक प्रमोद राजभर ने कुंएं में कूद कर बच्चे को सुरक्षित बचा लिया। प्रमोद तैरना जानता था बहादुर प्रमोद की तत्परता से 6 वर्षीय मासूम बच्चे अरूण चौहान की जान बच गई। घटना की शिकायत खजनी थाने में की गई पुलिस ने आरोपित युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

साथ ही बच्चे को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से स्वस्थ्य होने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी डाॅक्टर गौरव ग्रोवर ने बच्चे को कुंएं में डूबने से बचाने वाले बहादुर युवक प्रमोद राजभर को 1000/-₹ नकद राशि तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

अभाविप के 70 वें राष्ट्रीय अधिवेशन का हुआ लोगो विमोचन

गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का 22,23 व 24 नवम्बर को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित 70 वें राष्ट्रीय अधिवेशन का लोगो विमोचन गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर किया गया।

उल्लेखनीय है आगामी 22,23 व 24 नवम्बर को अखिल भारतीय विद्यार्थी का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन गोरखपुर में आयोजित होगा, इस राष्ट्रीय अधिवेशन में अभाविप के 75 वर्षों की संगठनात्मक यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ावों से विद्यार्थियों को परिचित कराने, छात्र आंदोलन की प्रमुख शक्ति के रूप में विद्यार्थी परिषद के योगदान, देश के सभी भागों से अधिवेशन में भाग ले रही युवाशक्ति द्वारा देश की विविधता में एकता का स्वरूप दिखाई देगा।

अभाविप गोरखपुर विभाग प्रमुख प्रो. सुषमा पांडेय ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आधुनिकता के साथ अपनी जड़ों से भी विद्यार्थी परिचित रहें तथा भारत की एक राष्ट्र के रूप में सतत् प्रवाहमान यात्रा के स्वरूप को समझ सकें, इसके लिए अधिवेशन में विभिन्न प्रयास करने की योजना बनाई है।

अभाविप गोरखपुर महानगर डॉ. विवेक शाही ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया जाता हैं, इसी क्रम अभाविप का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन इस वर्ष 22 नवम्बर से 24 नवम्बर के मध्य गोरखपुर में आयोजित होने जा रहा है। इस राष्ट्रीय अधिवेशन में देश भर से आये प्रतिनिधि विभिन्न शैक्षिक, सामाजिक एवं समसामयिक विषयों पर मंथन करेंगे।

अभाविप गोरक्ष प्रांत मंत्री मयंक राय ने कहा कि अपने 75 वर्षो की गौरवशाली यात्रा पूरी कर चुका विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देश में हुए तमाम सकारात्मक परिवर्तन का द्योतक रहा है। इस 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन का हिस्सा बनने के लिए समूचे देश भर से प्रतिनिधि गोरखपुर में आयेंगे। राष्ट्रीय अधिवेशन में देश के सभी क्षेत्रों से आने वाले प्रतिनिधि अभाविप की आगामी कार्ययोजना को साकार रूप प्रदान करेंगे।

ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन,परिषदीय सरकारी स्कूल के 200 बच्चों ने हिस्सा लिया

खजनी गोरखपुर। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ब्लॉक स्तरीय वार्षिक बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024 का आयोजन बीआरसी कार्यालय परिसर में किया गया। इस दौरान ब्लॉक क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों से आए 200 से अधिक विद्यार्थियों ने दौड़, कबड्डी, खो-खो, गोला फेंक, लंबी कूद, व्यायाम, लोकगीत, समूह गान,अंताक्षरी आदि विभिन्न खेलों में प्रतिभाग किया।

मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त शिक्षक भक्तराज राम त्रिपाठी ने मां सरस्वती को दीप जला कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि बच्चों में खेलकूद की भावना पढ़ाई के साथ-साथ विकसित करना जरूरी है, खेलकूद से बच्चों का मस्तिष्क स्वस्थ रहता है और स्वस्थ मस्तिष्क से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है ह्ण ब्लॉक अध्यक्ष राजेश पांडे ने कहा कि खेलकूद से बच्चों में अनुशासन की भावना विकसित होती है। प्रतियोगिता में आभा पांडे, सुषमा त्रिपाठी, सिम्मी सिंह, अनुराधा, पूनम और साधना संतोष त्रिपाठी,अरविंद पाठक, सुधीर मिश्रा, राम प्रकाश, सुरेंद्र बहादुर सिंह, संजय मिश्रा, रामानंद मौर्य, अंजनी कुमार त्रिपाठी, सचिन, बृजनाथ ,रजनीश चौरसिया, प्रमोद, शांति भूषण राम त्रिपाठी आदि शिक्षकों ने इस दो दिवसीय आयोजन में संचालन समिति चंद्रशेखर सिंह, अखिलेश कुमार, राकेश सिंह, दिलीप कुमार, विनय यादव,कर्मवीर, चंदन ,शांतनु सिंह,राम मुरारी लाल, ममता, साधना, त्रिभुवन,राजकुमार,अमरजीत राम मूरत प्रसाद मौर्य, संजय गौड़, कौशल पांडे,अजीत यादव,रितेश मल और जितेंद्र चौरसिया,नीरज राय,कमलेश गौड़ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

परिवार नियोजन सेवाओं को सुदृढ़ बनाएं, प्रत्येक सेवा की करें रिपोर्टिंग

गोरखपुर, निजी क्षेत्र में परिवार नियोजन कार्यक्रमों को सुदृढ़ बनाने के सिलसिले में स्वास्थ्य विभाग ने एक निजी होटल में गुरुवार की देर शाम तक निजी अस्पतालों के साथ संवाद किया । अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी परिवार कल्याण डॉ एके चौधरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के दौरान सेवाओं की मजबूती के लिए संवाद हुआ।

डॉ चौधरी ने निजी अस्पतालों से अपील की कि वह परिवार नियोजन की सेवाओं को सुदृढ़ बनाएं और प्रत्येक सेवा की रिपोर्टिंग अवश्य करें। इस संवेदीकरण बैठक का आयोजन स्वयंसेवी संस्था पीएसआई इंडिया की मदद से किया गया । इस मौके पर परिवार नियोजन संबंधी कई संदेशात्मक वीडियो भी दिखाए गए।

बैठक के दौरान पीएसआई इंडिया संस्था की प्रतिनिधि आकृति ने निजी क्षेत्र में परिवार नियोजन कार्यक्रम की स्थिति पर प्रकाश डाला। प्रस्तुति के माध्यम से बताया गया कि राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण पांच (2019-21) के अनुसार एक बच्चों वाली 36 फीसदी आर्थिक तौर पर सक्षम महिलाएं विभिन्न सेवाओं के लिए निजी अस्पतालों और दवा की दुकानों पर जाती हैं। इस आबादी को परिवार नियोजन की विभिन्न सेवाओं से उनकी पसंद के अनुसार जोड़ा जा सकता है। इसमें निजी अस्पतालों की अहम भूमिका हो सकती है।

इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि प्रसव पूर्व और प्रसवकालीन सेवा लेने के लिए निजी क्षेत्र के अस्पतालों में बड़ी संख्या में दंपति आते हैं । चिकित्सक का उन पर गहरा प्रभाव होता है और गर्भधारण के दौरान परिवार नियोजन सेवाओं के प्रति उनके द्वारा ग्राह्यता की संभावना कहीं अधिक होती है । ऐसे दंपति को समझाना होगा कि दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतर होना चाहिए । ऐसा करने से मां और बच्चे की सेहत ठीक रहती है और दोनों का कुपोषण व बीमारियों से बचाव होता है । ऐसे दंपति को परिवार नियोजन के सभी साधनों के बारे में जानकारी दी जाए और जो मनपसंद साधन उनके द्वारा चुना जाए प्रसव के तुरंत बाद उसे लाभार्थी को दिया जाए । ऐसे दंपति का रिकॉर्ड भी रखा जाए और उसे स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा किया जाए। जिन दंपति का परिवार पूरा हो जाए उन्हें प्रसव पश्चात नसबंदी के फायदे के बारे में भी बताया जाए।

इस दौरान एचएमआईएस पोर्टल पर समय से रिपोर्टिंग, परिवार नियोजन रजिस्टर और हौसला साझेदारी भुगतान की प्रक्रिया के प्रति भी संवेदीकरण किया गया। इस मौके पर सर्जन डॉ धनंजय चौधरी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद, मंडलीय शहरी स्वास्थ्य समन्वयक डॉ प्रीति सिंह, जिला शहरी स्वास्थ्य समन्वयक सुरेश सिंह चौहान, मनीष, विजय और पीएसआई इंडिया संस्था से प्रियंका सिंह प्रमुख तौर पर मौजूद रहीं।

रजिस्टर रखें मेंटेन

डॉ चौधरी ने कहा कि फैमिली प्लानिंग रजिस्टर में निजी क्षेत्र के सेवा प्रदाता अपना रिकॉर्ड मेंटेन करें और उसे ही स्वास्थ्य विभाग को पोर्टल के जरिये भी भेजें । रजिस्टर में चार साल तक का रिकॉर्ड रखा जा सकता है। साझा किये गये डेटा की मदद से सरकार को कार्ययोजना बनाने में मदद मिलती है । दंपति को यह संदेश अवश्य दिया जाए कि इमर्जेंसी पिल्स का इस्तेमाल कम से कम करना है । बच्चे की चाहत न रखने वाले दंपति आईयूसीडी, कंडोम, छाया, अंतरा, माला एन जैसे किसी न किसी साधन का इस्तेमाल अवश्य करें।

पीएम आवास योजना ग्रामीण में गोरखपुर बना टॉप परफॉर्मर

गोरखपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में गोरखपुर पूरे प्रदेश में टॉप परफॉर्मर बन गया है। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड रैंकिंग में गोरखपुर सितंबर में सभी जिलों में अव्वल आया है। अगस्त में गोरखपुर की रैंकिंग 12वीं थी और स्वीकृत आवासों के सापेक्ष 99.56 प्रतिशत आवास पूर्ण कर, प्रगति प्रदर्शन में जबरदस्त कामयाबी हासिल करते हुए इसने खुद को यूपी टॉपर बना लिया है।

जिले के अधिकारी इस उपलब्धि का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन को देते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए अपने आवास (पक्के मकान) का सपना साकार करने में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण बड़े काम की साबित हुई है। योगी सरकार की पहल पर इस योजना के तहत अकेले गोरखपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 61 हजार से अधिक आवास बन चुके हैं। सीएम योगी की मंशा हर एक जरूरतमंद को पक्का मकान उपलब्ध कराने की है। इसके लिए शासन की तरफ से संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण पर उनका खास ध्यान रहता है।

सीएम योगी की मंशा के अनुरूप प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में प्रदेश के सभी जिलों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जारी रहती है। योजना के तहत आवास पूर्ण कर उपलब्धि हासिल करने के लिए हर जिला अपने स्तर पर पूरा प्रयास करता है। इस परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर सितंबर माह के जो आंकड़े जारी हुए हैं, उसमें प्रधानमंत्री आवास योजना में गोरखपुर की रैंकिंग पहले स्थान पर है। जबकि अगस्त माह में इसकी रैंकिंग 12वें नम्बर पर थी। पीएम आवास योजना ग्रामीण में गोरखपुर की रैंकिंग नम्बर वन होने पर खुशी जताते हुए मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना का कहना है कि शासन की मंशा के अनुरूप सभी पात्र व्यक्तियों के पक्के मकान तेजी से बने हैं। गिनती के कुछ आवास जो अपूर्ण हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द पूर्ण करा लिया जाएगा।

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत गोरखपुर में सितंबर माह के जो आकंड़े आए हैं उन पर गौर करें तो अब तक कुल 61605 लाभार्थी पंजीकृत हैं। इन सभी के जिओ टैगिंग के बाद आवास स्वीकृत थे और 739 करोड़ 38 लाख रुपये खर्च कर इनमें से 61335 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं। स्वीकृत के सापेक्ष पीएम आवासों की पूर्णता 99.56 प्रतिशत और जिले की रैंकिंग पहली है। अगस्त माह में यह रैंकिंग 12वें स्थान पर थी। उल्लेखनीय है कि प्रगति की निगरानी मुख्यमंत्री कमांड सेंटर से की जाती है।

गोरखपुर में सर्वाधिक पीएम आवास योजना ग्रामीण वाले ब्लॉक

ब्लॉक स्वीकृत आवास पूर्ण आवास

बेलघाट 7858 7819

उरुवा 6894 6876

बड़हलगंज 5119 5113

कैम्पियरगंज 4833 4786

गगहा 4522 4506