12 दिवसीय श्री रामलीला महोत्सव का शुभारंभ
नवाबगंज (गोंडा) । श्री अवध रामलीला समिति कटरा शिवदयालगंज के बैनर तले आयोजित हो रही 12 दिवसीय श्री रामलीला महोत्सव का शुभारंभ फीता काटकर ग्राम प्रधान राघवेंद्र प्रताप सिंह व रामकथा के सरस वक्ता आचार्य भोलानाथ तिवारी ने संयुक्त रूप से किया l तत्पश्चात प्रथम पूज्य भगवान गणेश की आरती वंदना अतिथियों द्वारा हुई l उसके बाद नारद मोह , विश्व मोहिनी स्वयंवर की लीला का मंचन किया गया l जो आगे चलकर भगवान राम के अवतार का मुख्य कारण बना l मंचन के शुभारंभ में ऋषि नारद अपने तपस्या के बल पर कामदेव को जीत लिया ।
ऐसा उन्हें अपने ऊपर घमंड हुआ l जिनकी घमंड को दूर करने के लिए श्री हरि विष्णु एवं माता लक्ष्मी जी ने माया रचा l इसके बाद नारद ऋषि राजा शीलनिधि के दरबार में जाते हैं l और राजा शीलनिधि अपनी पुत्री का हाथ दिखाते हैं l इस पर संसार के सबसे सुंदर पुरूष से विश्व मोहिनी के विवाह की बात नारद जी कहते हैं l और उधर विश्व मोहिनी को देखकर नारद जी मोहित हो जाते हैं l और क्षीर सागर में श्रीहरि विष्णु के पास पहुंच जाते हैं l श्री हरि विष्णु जैसा स्वरूप मांगने के लिए l जहां पर श्री हरि विष्णु जी उन्हें बंदर का स्वरूप प्रदान कर देते हैं l और वही स्वरूप लेकर नारद मुनि विश्व मोहिनी स्वयंवर में पहुंच जाते हैं l स्वयंवर का आयोजन होता है l विश्व मोहिनी वरमाला लेकर तमाम राजाओं राजकुमारों के पास जाती हैं ।
इतने में श्री हरि विष्णु जी अचानक प्रकट होते हैं l और विश्व मोहिनी श्री हरि विष्णु के गले में वरमाला डालती हैं l इस प्रकार श्री हरि विष्णु जी विश्व मोहिनी को वर कर लेकर चले जाते हैं l य़ह दृश्य को देखकर नारद ऋषि बहुत क्रोधित होते हैं l और इस क्रोध की आभा में अपने दोनों जांगड़ और भगढ़ को श्राप दे देते हैं कि उन्हें अगले तीन जन्मों तक राक्षस् कुल में जन्म लेना होगा l और जब भगवान हरि विष्णु मानव का रूप धारण कर धरती पर आएंगे तब उनका उद्धार करेंगे l उसके बाद नारद मुनि क्षीरसागर में पहुंच जाते हैं ।
जहां श्री हरि विष्णु को खरी खोटी कहते हुए श्राप दे देते हैं कि जिस प्रकार आज मैं विश्व मोहीने के बिरह में रो रहा हूं l उसी प्रकार तुम भी जब धरती पर मानव का रूप धारण करके जाओगे तो अपनी पत्नी के बिरह में रहोगे l यही श्राप आगे चलकर रामा अवतार, सीता हरण का कारण बना l राजा शीलनिधि का अभिनय परमानंद गुप्ता, विष्णु का अभिनय राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, नारद मुनि का अभिनय ओमप्रकाश गुप्ता,अन्य कलाकारों में गौरी शंकर गुप्ता, रजनीश कमलापुरी, गणेश चंद्र गुप्ता , अनूप कुमार पॉपुलर , इंद्रपाल गुप्ता , बसंत लाल गुप्ता आदि की भूमिका सराहनीय रही। कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार गुप्ता ने किया ।
Oct 15 2024, 18:48