असत्य पर सत्य की जीत”, रामलीला का मंचन
संजीव सिंह बलिया।नगरा:सार्वजनिक रामलीला समिति के तत्वाधान में जनता इंटर कॉलेज के प्रांगण नगरा में चल रही ऐतिहासिक रामलीला के दसवें दिन रामलीला प्रसंग- कुंभकर्ण, मेघनाथ.रावण वध पर
असत्य पर सत्य की जीत रामलीला का मंचन
रामलीला में रात्री पंडाल में महिला दर्शकों की  भारी भीड़ नजर आई। इस दौरान लीला का का शुभारम्भ मुख्य अतिथि शांभवी पीठ शंकरपुर सरोवर के पीठाधीश्वर आंनद स्वरूप महाराज ,नायब तहसीलदार रसड़ा राजेश यादव, भाजपा के जिलामहामंत्री आलोक शुक्ल,सीयर पूर्व प्रमुख अच्छेलाल यादव, ओमप्रकाश गुप्ता के पुत्र नीरज गुप्ता सार्वजनिक रामलीला समिति के द्वारा सभी अतिथिगण का स्वागत कर अंगवस्त्रम भेंट स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया ।पुलिस प्रशासन को राम भक्तों की व्यवस्था में सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया गया।इसके साथ ही अतिथि गण ने भगवान की झांकी की आरती का पूजन किया। इस दौरान राम लीला समिति के संयोजक हरेराम गुप्ता, पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश, अध्यक्ष-राजेश गुप्ता, डा शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर,,बबलू कसेरा, ,जयप्रकाश जायसवाल, गणपति प्रसाद मुन्ना,रामप्रवेश मौर्या, संजय सोनी, राहुल ठाकुर विक्की, रामप्रवेश मौर्य,मंजय कुमार, अमन कसेरा, राजकुमार,एंकर राजू रामा चौहान  आदि लोग  की सराहनीय भूमिका रही।
प्राचीन दुर्गा मंदिर  नगरा रामलीला समिति के तत्वाधान मेरावण, कुंभकरण व मेघनाद वध के साथ हुआ रामलीला मंचन का समापन
संजीव सिंह  बलिया। नगरा:आज  दिनांक 12/10/24 को प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान में आयोजित रामलीला में प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान में आयोजित रामलीला में भगवान के राम की पूजा अर्चना के बाद रामलीला का मंचन शुरू हुआ। मंचन के दौरान दिखाया गया कुंभकरण व मेघनाद  रावण  वध के साथ हुआ रामलीला मंचन रामलीला मैदान में आयोजित सबसे प्राचीन रामलीला में आज रावण द्वारा कुंभकरण को युद्ध क्षेत्र में श्री राम की सेना से युद्ध करने के लिए भेजा गया , श्री राम जी ने इंद्रास्त्र का प्रयोग कर कुंभकरण का सिर धड़ से अलग कर दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई कुंभकरण की मृत्यु के बाद रावण ने स्वयं कहा कि है उसके विनाश और अहंकार के अंत की शुरुआत है, मेघनाथ और लक्ष्मण के युद्ध में केवल लक्ष्मण ही मेघनाथ का वध कर सकते थे ईश्वरी वरदान के कारण मेघनाथ को ऐसी शक्ति प्राप्त हो गई थी कि भगवान राम उनका वध नहीं कर सकते थे लक्ष्मण ने अपने घातक बनो से मेघनाथ के सर को धड़ से अलग कर दिया और उसका शीश भगवान राम के चरणों में रख दिया मेघनाथ की पत्नी सुलोचना मेघनाथ का कटा हुआ शीश लेने राम जी के पास पहुंची अंत में मेघनाथ की चिता को सुलोचना ने अग्नि दी और स्वयं सती हो गई, मेघनाथ एक महान शक्तिशाली योद्धा था परंतु रावण का अहंकार उसकी है धर्मिता पराई स्त्री पर उसकी बुरी नज़र, उसके संपूर्ण परिवार के विनाश का कारण बनी, एक लाख पूत सवा लखनाती त रावण के घर दिया ना बाती, अंत में भगवान श्री राम ने अहिरावण का वध करने के पश्चात रावण को भी उसकी नाभि पर अस्त्र चलाकर  मृत्यु लोग भेजे उसको मोक्ष प्राप्त प्रदान किया एक लाख पुत्र और सवा लाख नाती होने के बावजूद भी रावण की मृत्यु पर उसके घर में दिया और बाती करने वाला भी कोई नहीं बचा,
आरती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में   नगर पंचायत नगरा चैयरमैन  प्रतिनिधि उमाशंकर, सन्मार्ग के  ब्यूरो चीफ  बसंत पांडेय,  डॉक्टर  सुरेश  बहादुर  सिंह इंटर कॉलेज  के प्रधानाचार्य सहित विशिष्ट लोगों की उपस्थिती रही ।उपस्थित सम्मानित अतिथियों का काशीनाथ जायसवाल पूर्व प्रधान नगरा ,संजय बहादुर सिंह सभासद नगरा व अमित बहादुर सिंह  सप्पू द्वारा अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। आज के कार्यक्रम में रामलीला में सहयोग प्रदान करने में रितेश चौरसिया,नजीर, राजू खान, सेठ सिंह, रमेश पाठक, दीपू पाठक, सोनू पाठक, निशांत सिंह 'कान्हा' मनीष पाठक,रवि पाठक,दिव्यांश पाठक, अमित पाठक इन लोगों का कार्यक्रम में भूमिका सराहनीय रही।तथा
संचालन संजय बहादुर सिंह ने किया।
शारदीय नवरात्र के नवमी पर नगरा में बारादेवी के आशिर्वाद से गलछेदवा गाल में नुकीला शुल छेदकर विशाल जुलूस का हुआ आयोजन ,लगा मां दुर्गा का जयकार

संजीव सिंह  बलिया। शारदीय नवरात्र के नवमी पर नगरा में बारादेवी के आशिर्वाद से. गलछेदवा गाल में (नुकीला शुल छेदकर) विशाल जुलूस का आयोजन हुआ सम्पन्न शारदीय नवरात्रि के पावन शुभ अवसर पर नवमी के दिन लगातार पूर्वांचल आदर्श दुर्गा पूजन समिति के तत्वावधान में हर साल की भांति निकलने वाला जुलूस 50 वर्षो से चली आ रही परम्परा के अनुसार नवमी के दिन जुलूस का किया गया भव्य आयोजन। सांगा के नाम से प्रसिद्ध इस जुलूस को देखने के लिए बहुत दूर दराज के लोगों की काफी भीड़ रहा। इस भयनक भक्तिमय दृश्य को हर कोई अचम्भित हो रहा था ।पूर्वांचल आदर्श दुर्गा पूजन समिति द्वारा बारादेवी माता की आस्था विश्वास द्वारा नगरा पूरब मुहल्ला स्थित बारा देवी माता मंदिर से जुलूस की शुरुआत गलछेदवा गाल में (नुकीला शुल छेदकर) जुलूस निकालकर पूरे नगरा नगर पंचायत कस्बा बाजार से होकर भ्रमण किया। इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए लोगो की भीड़ का हुजूम टूट पड़ा। इस मौके पर भारी संख्या पुलिस बल तैनात रहे।समिति के कार्यकर्ताओ व बड़ी तादाद में श्रद्धालु भक्तों ने माता की आस्था में विश्वास किए और मां दुर्गा की जयकारा लगाते हुए नगरा नगर पंचायत के बाजार में स्थापित दुर्गा प्रतिमाओं के पंडाल व मंदिरों में साष्टांग प्रणाम करते हुए जुलूस का जत्था आगे बढ़ रहे थे।पूर्वांचल दुर्गा पूजन समिति के संचालक धर्मेंद्र चौहान,अध्यक्ष-मुकेश कुमार,कोषाध्यक्ष-अनूप कुमार चौहान, जितेंद्र गोंड, बब्लू यादव, अनिल चौहान ने धैर्य व सतर्कता से आराध्य देवी बारा देवी भगवती को याद करके जुलूस को आत्मबल प्रदान कर साथ दे रहे थे।इस मौके पर नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर ,भाजपा नेता आलोक शुक्ला,पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश, जयप्रकाश जायसवाल, लालबहादुर सिंह, अमरेंद्र सोनी,राजेश पाण्डेय, कृष्ण कुमार कुशवाहा,मुंशी यादव, रियाजुद्दीन गुड्डू,संतोष पांडेय, संजय बहादुर सिंह, गिरीश शाह, पप्पू कुरैशी ,सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग रहे।
न्यू नवयुवक दुर्गा पूजा समारोह समिति के तत्वाधान में शारदीय नवरात्र:नवमी पर नौ कन्या पूजन व दो दिवसीय महाविशाल भंडारा आयोजन सम्पन्न
संजीव सिंह  बलिया ।नगरा नगर पंचायत  स्थित  गड़वार  मोड़ पर  आज महानवमी के दिन न्यू नवयुवक दुर्गा पूजा समारोह समिति के तत्वाधान में नौ कन्या पूजन एवं दो दिवसीय महा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम  के मुख्य अतिथि असिस्टेंट प्रोफेसर समरजीत बहादुर सिंह  रहे। कमेटी के अध्यक्ष संदीप सिंह ने मुख्य  अतिथि का माल्यार्पण कर  स्वागत  किए। महामंत्री-दीपक गुप्ता ने बताया कि बताया कि शारदीय नवरात्र पर नवमी को कन्या पूजन, कन्या भोग किया जाता है। वह इस कार्यक्रम का आयोजन पिछले 5 वर्षों से करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को आध्यात्म की ओर अग्रसर करना है। कोषाध्यक्ष  महेश गुप्ता ने कहा कि न्यू नवयुवक समिति की ओर से   सामूहिक रूप से भंडारे का आयोजन हुआ  है। साथ ही कन्या का पूजन कर उन्हें विधिवत भोजन कराया जा रहा है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने माता की जयकारे के साथ उद्घोष  से पूरा पांडाल भक्तिमय  हो गया। इस मौके पर कोषाध्यक्ष महेश गुप्ता , महामंत्री दीपक गुप्ता , कन्या पूजन आयोजक भानु गुप्ता , अंकित सिंह , आनंद गुप्ता , प्रवीण वर्मा, प्रकाश गुप्ता बृजेश गुप्ता पुष्पांजलि रेस्टोरेंट, सुमित सोनी , सुनील चौरसिया सुनील  मोबाईल  सेंटर, मुकेश सैनी आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहे ।
प्राचीन दुर्गा मंदिर नगरा रामलीला के 9वें दिन कुंभकरण वध के मंचन ने लोगों का मन मोहा
संजीव सिंह  बलिया। नगरा :आज  दिनांक 11/10/24को प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मेआयोजित रामलीला में भगवान के राम की पूजा अर्चना के बाद रामलीला का मंचन शुरू हुआ। मंचन के दौरान दिखाया गया कि कुंभकरण को गहरी नींद से जगाया जाता है और रावण सारा घटनाक्रम कुंभकरण को बताता है। इस पर कुंभकरण, रावण से कहता है कि श्रीराम नारायण के अवतार और सीता स्वयं मां जगदंबा हैं। भगवान विष्णु ने राक्षसों का नाश करने के लिए अयोध्या में नर रूप में जन्म लिया है। इस पर रावण क्रोधित हो जाता है। यह देख कुंभकरण, श्रीराम के हाथों मरना उचित समझता है और युद्ध में लड़ने के लिए चला जाता है। श्रीराम-कुंभकरण में भयंकर युद्ध होता है। अंत में कुंभकरण मारा जाता है। आज के लीला  आरती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में योगेन्द्र यादव, अमित बहादुर सिंह ,संजय सिंह, भूपेंद्र सिंह, मोहन सिंह, संतोष द्विवेदी, अच्छेलाल सिंह, SBन्यूज के ब्यूरो चीफ संजीव सिंह, सुपरफास्ट न्यूज से शिवकुमार सहित तमाम विशिष्ट लोगों की उपस्थिती रही ।उपस्थित सम्मानित अतिथियों का काशीनाथ जायसवाल पूर्व प्रधान नगरा ,संजय बहादुर सिंह सभासद नगरा द्वारा अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। आज के कार्यक्रम में रामलीला में सहयोग प्रदान करने में रितेश चौरसिया,नजीर, राजू खान, सेठ सिंह, रमेश पाठक, दीपू पाठक, सोनू पाठक, निशांत सिंह 'कान्हा' मनीष पाठक,रवि पाठक,दिव्यांश पाठक, अमित पाठक इन लोगों का कार्यक्रम में भूमिका सराहनीय रहा। संचालन संजय बहादुर सिंह ने किया।
सार्वजनिक रामलीला समिति. नगरा में हुआ प्रसंग- लंका दहन, बाली बध का सजीव मंचन वृंदावन से आये कलाकारों ने एक से बढ़कर एक दी प्रस्तुति
संजीव सिंह बलिया।नगरा:सार्वजनिक रामलीला समिति के तत्वाधान में जनता इंटर कॉलेज के प्रांगण नगरा में चल रही ऐतिहासिक रामलीला के नौवें दिन रामलीला प्रसंग- लंका दहन, बाली बध रामलीला में बालिवध, लंका दहन का मंचन किया गया। दर्शाया गया की पहाड़ पर मिले हनुमान राम और लक्ष्मण की सुग्रीव से मित्रता कराते हैं। सुग्रीव राम को बताते हैं कि उनके भाई बालि ने उनका सबकुछ छीन लिया और राज्य से निकाल दिया। राम ने उन्हें सब वापस दिलाने का वचन देकर उन्हें बालि से युद्ध करने भेजते हैं। युद्ध के दौरान राम मौका पाकर राम बाण चलाकर बालि का वध कर देते हैं। इसके बाद हनुमान सीता का पता लगाने लंका जाते हैं। वह अशोक वाटिका में सीता माता के दर्शन कर वाटिका उजाड़ देते हैं। मेघनाथ हनुमान को बंदी बनाकर रावण के पास ले जाते हैं। जहां रावण उनकी पूंछ में आग लगा देता है। हनुमान जी रावण की सोने की लंका जला देते हैं और वापस आकर सीता माता की सारी सूचना श्री राम को देते हैं। जिसे देख दर्शक भावविभोर हो जाते हैं। मंगलवार की रात्री पंडाल में महिला दर्शकों की भारी भीड़ नजर आई। इस दौरान लीला का का शुभारम्भ मुख्य सेवक पूर्व विधायक गोरख पासवान भाजपा , पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश, अभय प्रकाश 'नन्दू' ,जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी वार्ड नं0 31,,योगेंद्र यादव, पूर्व प्रमुख अनिल सिंह आर एन इंटरनेशनल स्कूल के रामदरस यादव 'क्रांति' प्रख्यात शिक्षाविद विद्यासागर उपाध्याय , सार्वजनिक रामलीला समिति के द्वारा सभी अतिथिगण का स्वागत कर अंगवस्त्रम भेंट स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया ।पुलिस प्रशासन को राम भक्तों की व्यवस्था में सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया गया।इसके साथ ही अतिथि गण ने भगवान की झांकी की आरती का पूजन किया। इस दौरान राम लीला समिति के संयोजक हरेराम गुप्ता, पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश, अध्यक्ष-राजेश गुप्ता, डा शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर,,बबलू कसेरा, ,जयप्रकाश जायसवाल, गणपति प्रसाद मुन्ना,रामप्रवेश मौर्या, संजय सोनी, राहुल ठाकुर विक्की, रामप्रवेश मौर्य,मंजय कुमार, अमन कसेरा, राजकुमार, एलाउंसर राजू रामा चौहान आदि लोगों की भूमिका सराहनीय रही।
लोकनायक की 122 वी जयन्ती जे पी ट्रस्ट जयप्रकाश नगर पर मनाई गयी
संजीव सिंह बलिया।बैरिया क्षेत्र के जयप्रकाश नारायण स्मारक परिसर में शुक्रवारको समाजवाद के पुरोधा और संपूर्ण क्रांति के अग्रज रहे लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 122वीं जयंती मनाई गई। इसमें जेपी के परिजनों सहित सैकड़ों क्षेत्रवासियों ने जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इसके पूर्व आचार्य नरेंद्र देव बाल विद्या मंदिर,जयप्रकाश नारायण ग्रामीण प्रौद्योगिकी केंद्र, जयप्रभा चंद्रशेखर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रभात फेरी निकाली गयी। इस दौरान लोगों ने संपूर्ण क्रांति अब नारा है, भावी इतिहास हमारा है। अंधेरे में तीन प्रकाश ,गांधी, लोहिया, जयप्रकाश। नए युग की जिन्हें तलाश, उनका साथी जयप्रकाश आदि नारे लगा कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद भरत सिंह पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह,जयप्रकाश जी के पौत्र अध्यक्ष जे पी टृष्ट विवेक प्रसाद,कौशिक सिन्हा,संजय सिंहा,पूजा और जेपी ट्रस्ट उपसचिव अनिरुद्ध सिंह, व्यवस्थापक अशोक कुमार सिंह,उत्कर्ष सिंह,राहुल सिंह,तेजा सिंह,धनंजय सिंह, रजनीकांत प्रसाद,ज्ञानेंद्र ,ज्योति जीवन वर्मा सुरेश साह,राहुल,रोहित सहित जयप्रकाश साहू  आदि मौजूद  रहे।
अखिलेश यादव की निर्धारित यात्रा से पहले जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) को सील, सपा नेताओं में आक्रोश
By: संजीव सिंह बलिया ।लखनऊ : जयप्रकाश नारायण की जयंती पर शुक्रवार को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की निर्धारित यात्रा से पहले जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) को सील कर दिया गया है। बैरिकेडिंग की गई है और पुलिस बल तैनात किया गया है। अखिलेश के घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। इससे सपा नेता आक्रोशित हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस बल और बैरिकेडिंग की मौजूदगी के बीच पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के आवास पर इकट्ठा होने लगे हैं। बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव आज जयप्रकाश नारायण की जयंती पर गोमती नगर स्थित जेपीएनआईसी का दौरा करने वाले हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बृहस्पतिवार को देर रात गोमती नगर स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में बयान दिया कि ये टीन शेड लगाकर सरकार कुछ तो छिपाना चाह रही है। कहीं ऐसा तो नहीं कि बेचने की तैयारी हो, किसी को देना चाहते हो। बता दें कि समाजवादी विचारधारा के प्रतीक लोकनायक जय प्रकाश नारायण की 11 अक्तूबर (शुक्रवार) को जयंती है। उनको श्रद्धांजलि देने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जेपीएनआईसी जाना है। श्रद्धांजलि देने से रोकना सभ्य समाज की निशानी नहीं : अखिलेश इसके पहले, अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जेपीएनआईसी के मेन गेट पर लगाई जा रही टिन का वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं।उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और सपा नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा, "...जयप्रकाश नारायण आजादी की लड़ाई में हमारे बड़े नेता थे, स्वतंत्रता सेनानी थे और उन्हें सभी पार्टियों के नेताओं का सम्मान प्राप्त है। इसलिए आज उनकी जयंती पर हम प्रतिपक्ष उनका सम्मान करने के लिए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हैं। पिछली बार भी उन्हें(अखिलेश यादव) रोका गया था लेकिन हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष वहां गए और माल्यार्पण किया फिर चले आए। मुझे समझ नहीं आता कि केवल माल्यार्पण करने से कौन सा पहाड़ टूट जाता है? या तो उस संस्थान(जेपीएनआईसी) में कोई गड़बड़ी है जिसे बेचने का प्रयास किया जा रहा है और ये गड़बड़ उजागर न हो इसलिए ऐसी लोकतांत्रिक कार्रवाई करके उन्हें(अखिलेश यादव) जाने से रोका जा रहा है।" इस सरकार की मंशा ठीक नहीं : अजय राय कांग्रेस अध्यक्ष यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि इस सरकार की मंशा ठीक नहीं है। पिछले साल भी इसी तरह की चीजें की गई थीं। उन्होंने वाराणसी में सर्व सेवा संघ को ध्वस्त कर दिया, इसी तरह, मुझे लगता है कि वे उसे (जेपीएनआईसी) भी ध्वस्त करने और एक बड़े व्यवसायी को बेचने की कोशिश कर रहे हैं।
सार्वजनिक रामलीला नगरा में हुआ सीता हरण की लीला का मंचन:मयूर नृत्य देखने उमड़े दर्शक, कलाकारों ने एक से बढ़कर एक दी प्रस्तुति
संजीव सिंह बलिया।नगरा:सार्वजनिक रामलीला समिति के तत्वाधान में जनता इंटर कॉलेज के प्रांगण नगरा में चल रही ऐतिहासिक रामलीला के आठवें दिन रामलीला प्रसंग- सीताहरण रामलीला महोत्सव मे रावण ने निश्चय किया कि वह अपने जन्म जन्म के बंधनों से छुटकारा पाने के लिए वह प्रभु श्री राम से बैर का नाता अपनाएगा तथा उनके हाथों मौत पाकर मोक्ष प्राप्त करेगा।सीता का हरण करने के लिए रावण ने अपने मायावी मामा मारीच की मदद ली जो विभिन्न रूप धरने करने में माहिर था। रामलीला मे सीता हरण व जटायु वध, सीता खोज का मंचन कलाकारों के द्वारा दिखाया गया। नगरा के सार्वजनिक रामलीला मिति में वृहस्पतिवार को सीता हरण का आकर्षक मंचन कर कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध दिया। दिखाया गया कि सोने का मृग देख सीता जी ने उसे पाने की जिद की। भगवान राम ने मृग का पीछा किया। माया रूपी मृग भगवान राम को जंगल की ओर दूर लेकर चला गया। हाय राम-हाय राम की आवाज सुन सीता जी परेशान हो गईं। कहा कि मेरे राम संकट में हैं। उनकी मदद के लिए लक्ष्मण को भेजा। लक्ष्मण ने जाते समय उन्होंने कुटी के चारों ओर तीर से रेखा खींच दी और माता सीता से उसके पार न जाने को कहा। लक्ष्मण को जाते ही रावण अपने पुष्पक विमान से एक ऋषि का वेश बनाकर आश्रम पर पहुंच जाता है और द्वार पर खड़े होकर भिक्षा मांगने लगता है। सीता के भिक्षा देने पर रावण लक्ष्मण रेखा पार करने का आग्रह करता है, लेकिन सीता रेखा पार करने से मना कर देतीं है। तभी ऋषि (रावण) भिक्षा लेने से मना कर देता है। ऋषि (रावण) के वापस लौटने के डर से सीता रेख पार कर देतीं है और रावण अपने असली रूप में आते ही सीता का हरण कर लेता है।जब  रावण माता सीता का हरण कर लंका की ओर जाता है तो रास्ते में रावण का सामना जटायु से होता है। जिससे रावण को युद्ध करना पड़ता है। अखिर में रावण जटायु को लहुलुहान कर नीचे गिरा देता है और माता सीता को लंका लेकर पहुंच जाता है। जब राम और लक्ष्मण दोनो भाई वापस कुटी पहुंचते ही तो देखते ही सीता कुटी में नहीं है और राम व लक्ष्मण सीता की खोज में वन-वन भटकते व विलाप करते है। जिसे देख दर्शक भावविभोर हो जाते हैं।वृहस्पतिवार की रात्री पंडाल में महिला दर्शकों की भारी भीड़ नजर आई लीला का शुभारम्भ देवेंद्र पीजी कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर समरजीत बहादुर सिंह, शहबान ग्रुप के चेयरमैन इश्तियाक अहमद,रसड़ा नगरपालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन बशिष्ठ नारायण सोनी,नगरा नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर,ब्लूमबर्ग बर्ड्स पब्लिक स्कूल के प्रबंधक अभिषेक यादव, प्रिंसिपल मुकेश यादव को सार्वजनिक रामलीला समिति के द्वारा सभी अतिथिगण का स्वागत कर अंगवस्त्रम भेंट स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया ।पुलिस प्रशासन को राम भक्तों की व्यवस्था में सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया गया।इसके साथ ही अतिथि गण ने भगवान की झांकी की आरती का पूजन किया। इस दौरान राम लीला समिति के संयोजक हरेराम गुप्ता, पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश, अध्यक्ष-राजेश गुप्ता, डा शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर,,बबलू कसेरा, ,जयप्रकाश जायसवाल, गणपति प्रसाद मुन्ना,उदयनारायण वर्मा, संजय सोनी, राहुल ठाकुर विक्की, रामप्रवेश मौर्य,मंजय कुमार, अमन कसेरा,एलाउंसर राजू रामा चौहान आदि लोगों की भुमिका सराहनीय रही
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला में राम सेतु निर्माण व लक्ष्मण शक्ति लीला क्या हुआ भावुक मंचन
संजीव सिंह  बलिया।नगरा नगर पंचायत के दिनांक 10-10-2024 को प्राचीन दुर्गा मंदिर पर चल रहे एतिहासिक  रामलीला प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के द्वारा रामलीला मेले मे वृहस्पतिवार को लंका पर आक्रमण करने के लिए सेतुबंध का निर्माण अंगद रावण संवाद व लक्ष्मण शक्ति लीला का मनमोहक मंचन हुआ भारी संख्या में लोगों ने लीला का आनंद लिया। अपराहन 4ः00 बजे आज की लीला का शुभारंभ होता है।प्राचीन दुर्गा समिति नगरा में आरती कार्यक्रम में आज 10/10/24 को मुख्य अतिथि के रूप में अनिल कुमार सिंह , पूर्व प्रमुख नगरा , समरजीत बहादुर सिंह ,असिस्टेंट प्रोफेसर, विरेन्द्र सिंह ,राजेश गुप्ता अध्यक्ष सार्वजनिक रामलीला समिति नगरा डॉक्टर शशि प्रकाश कुशवाहा , रामायण ठाकुर ,डाक्टर डी एन प्रसाद उपस्थित रहे जिन्हे संजय बहादुर सिंह सभासद ,एव काशी नाथ जयशवाल पूर्व प्रधान द्वारा सम्मानित किया गया प्रथम दृश्य में भगवान राम की वानर सेना लंका पर आक्रमण करने के लिए सेतु बांध का निर्माण करती है। पूजन के लिए लंका नरेश रावण को बुलाया जाता है। दूसरे दृश्य में बाली पुत्र अंगद को लंका नरेश रावण के पास शांति दूत बनाकर सीता जी को वापस लौटने के लिए भेजा जाता है। रावण के दरबार में पहुंचकर अंगद उनसे कहते हैं सीता जी को वापस कर प्रभु राम की शरण में पहुंच जाओ वह बहुत दयालु है तुम्हे माफ कर देंगे अन्यथा तुम्हारी मृत्यु निश्चित है। रावण का अहंकार चूर करने के लिए अंगद अपना पैर जमा देते हैं और कहते हैं यदि कोई भी तुम्हारा योद्धा मेरा पैर जमीन से हटा देगा तो प्रभु राम अपनी हार मान लेंगे। युद्ध नहीं करेंगे एक-एक करके सभी वीर अंगद के पैर को हटाने के लिए जाते हैं मेघनाथ भी जब उनका पैर नहीं हटा पाता है तो रावण स्वयं जैसे ही अंगद के आगे झुकता है अंगद कहते हैं प्रभु राम के आगे झुके वही तुम्हारा कल्याण करेंगे और वहां से चले आते हैं। मेघनाथ और लक्ष्मण का घमासान युद्ध होता है मेघनाथ ब्रह्मा जी से प्राप्त वीरघातनी शक्ति का बार कर उन्हें मूर्छित कर देते हैं। हनुमान जी घायल लक्ष्मण को उठाकर भगवान राम के शिविर में ले जाते हैं भगवान राम की सेना में हाहाकार मच जाता है। हनुमान जी संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण के प्राण बचा लेते हैं यहीं पर आज की लीला का समापन हो जाता है। अंत मेंआज के सफल कार्यक्रम के सहयोग के लिए सभी का आभार ब्यक्त किए संचालन कर रहे अमित बहादुर सिंह 'सप्पू' द्वारा किया गया।