रायपुर में 3 साल के बच्चे की गला घोंटकर हत्या, आरोपी रिश्तेदार ने बदला लेने के लिए किया ये अपराध

छत्तीसगढ़ के रायपुर में 3 साल के बच्चे की गला घोंटकर हत्या कर दी गई. नाबालिग बच्चा अपने पिता के रिश्ते में लगने वाले भाई के घर में गया हुआ था, जब वो काफी समय तक घर नहीं लौटा तो घरवालों ने काफी देर तक उसकी खोजबीन की. खोजने पर बच्चे का शव घर से 500 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में पड़ा हुआ मिला.

बच्चे के पिता खेमन ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. पुलिस की शक की सूई खेमन के दूर के भाई पर थी. पुलिस ने रोहित को पकड़ा और उससे पूछताछ की. पूछताछ में हत्या की कुछ खास वजह सामने नहीं आई. इसके बाद रोहित को पुलिस ने छोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने कॉलोनी के सुरक्षा गार्ड से पूछताछ की. गार्ड ने बताया कि उसने रोहित को मृतक पूर्णेश के पीछे-पीछे जाते हुए देखा था. पुलिस ने एक बार फिर से रोहित को पकड़ा और कड़ाई से पूछताछ की. कुछ समय बाद रोहित ने पूर्णेश की हत्या की बात को स्वीकार कर लिया.

पिता का बदला बेटे से लिया

डेढ़ साल पहले मृतक पूर्णेश के पिता ने रोहित के खिलाफ चोरी का आरोप लगाया था. तभी से रोहित को सब चोर-चोर कहकर बुलाते थे. वो किसी भी तरह से उससे बदला लेने की फिराक में था. बदला लेने के लिए उसने खेमन के बेटे को मारने का प्लान बनाया और उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी.

खेमन वीआईपी सिटी में रूम लेकर परिवार के साथ रहा करता था. खेमन की एक बेटी और बेटा था, जिसमें उसकी बेटी दुर्गेश्वरी की उम्र 5 साल और बेटे की 3 साल की थी. डेढ़ साल पहले हुई चोरी के मामले में खेमन ने रोहित के नाम केस दर्ज कराया था. पुलिस ने रोहित को उस समय पकड़ लिया था. इसी बात से नाराज होकर पुलिस ने खेमन को पकड़ लिया.

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: राहुल गांधी ने जताया दुख, महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल

मुंबई में शनिवार रात को NCP के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की तीन शूटर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात को अंजाम देने वाले तीनों शूटर्स में से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बाबा की मौत के बाद राजनीतिक जगत से लेकर बॉलीवुड जगत तक शोक की लहर है. अब उनकी हत्या पर राहुल गांधी ने भी दुख जाहिर किया और न्याय की मांग की है

राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए. उन्होंने लिखा, “बाबा सिद्दीकी जी की मौत चौंकाने वाली और दुखद है. इस मुश्किल समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है, जिसे यह भयावह घटना उजागर करती है. सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय मिलना चाहिए.”

बाबा के बारे में जानकारी नहीं थी

जिन दो शूटर्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके नाम करनैल सिंह और धर्मराज कश्यप हैं. उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. दोनों ने इस दौरान बताया कि बाबा सिद्दीकी के बारे में उन्हें खास जानकारी नहीं थी. बाबा को इन शूटर्स ने उस वक्त निशाना बनाया, जब वह अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से बाहर निकल रहे थे. बाताय जा रहा है कि उन्हें दो गोली लगी थी, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन वह बच नहीं पाए.

महाराष्ट्र में चुनाव से पहले हत्या

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव बेहद करीब है. कभी भी तारीखों का ऐलान किया जा सकता है. इससे पहले ही मुंबई में बांद्रा ईस्ट में एनसीपी अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र के बड़े नेताओं में शुमार थे. वह हाल ही में कांग्रेस छोड़कर एनसीपी गुट में शामिल हुए थे. बाबा का बॉलीवुड सितारों से भी अच्छा कनेक्शन था.

विजयादशमी रैली: आरएसएस के 100वें वर्ष में प्रवेश पर मोहन भागवत का बड़ा बयान, पीएम मोदी ने दी बधाई और शुभकामनाएं

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने शनिवार को नागपुर में वार्षिक विजयादशमी रैली को संबोधित किया. उन्होंने देश, दुनिया और समाज के विभिन्न मुद्दों पर अपने वक्तव्य रखें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल साइट्स एक्स पर आरएसएस के वार्षिक विजयादशमी रैली का लाइव वीडियो शेयर किया है और समस्त स्वयंसेवकों को हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं दी हैं.

 

उन्होंने एक्स पर लिखा, “राष्ट्र सेवा में समर्पित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस आज अपने 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. अविरल यात्रा के इस ऐतिहासिक पड़ाव पर समस्त स्वयंसेवकों को मेरी हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं.”

पीएम मोदी ने आगे लिखा, “मां भारती के लिए यह संकल्प और समर्पण देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करने के साथ ही विकसित भारत को साकार करने में भी नई ऊर्जा भरने वाला है. आज विजयादशमी के शुभ अवसर पर माननीय सरसंघचालक मोहन भागवत जी का उद्बोधन जरूर सुनना चाहिए”

बता दें कि विजयादशमी रैली के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज अपने 100 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. साल 1925 में विजयादशमी के दिन नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशवराव बलिराम हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी.

1925 में आरएसएस की हुई थी स्थापना

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी शनिवार को वार्षिक विजयादशमी की रैली के संबोधन में भी आरएसएस के शताब्दी वर्ष के शुभारंभ का जिक्र किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 27 सितंबर 1925 को स्थापित आरएसएस अपने शताब्दी वर्ष में समाज और पर्यावरण में सद्भावना और सद्भावना, मूल्यों की जागृति, विचार, कर्म में संयम और विवेक, नागरिक अनुशासन, आत्मसम्मान, वाणी और संगठित शक्ति और शांति और प्रगति के आधार के रूप में बेदाग चरित्र जैसे मुद्दों को उठाएगा.

दुनिया में बढ़ी है भारत की साख: मोहन भागवत

मोहन भागवत ने कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत काफी मजबूत हुआ है और दुनिया में भारत की साख बढ़ी है, लेकिन भयावह साजिशें देश के संकल्प की परीक्षा ले रही हैं. उन्होंने कहा कि हर कोई यह महसूस कर रहा है कि पिछले कुछ सालों में भारत और भी मजबूत होकर उभरा है और दुनिया भर में देश साख बढ़ी है. कोई भी देश अपने लोगों और नागरिकों के राष्ट्रीय चरित्र की वजह से ही महान बनता है. यह साल बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि आरएसएस अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है. आकांक्षाओं और उम्मीदों के अलावा भारत में समस्याएं और चुनौतियां भी हैं.

उन्होंने कहा कि हमें दयानंद सरस्वती, अहिल्याबाई होल्कर, बिरसा मुंडा और कई अन्य लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिन्होंने अपने जीवन को देश के कल्याण,संस्कृति धर्म, और समाज के लिए समर्पित कर दिया

मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी को बताया आतंकियों की पार्टी, कहा- हरियाणा चुनाव में हार के कारणों की जांच होगी

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस अब मंथन की मुद्रा में आ गई है. शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हरियाणा में जो हुआ है उसकी रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट आने के बाद बताएंगे कि क्या करना है. पूरा देश और बीजेपी के लीडर बोल रहे थे कि कांग्रेस जीतेगी, लेकिन ऐसा कौन सा फैक्टर है जो कांग्रेस को हरा दिया इसका पता लगाएंगे. वहां कोई इंडिया नहीं है. जम्मू-कश्मीर में इंडिया अलायंस था.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, खरगे ने आगे कहा कि हम चुनाव के परिणाम को लेकर विश्लेषण कर रहे हैं. राहुल गांधी और अन्य नेताओं के साथ मैंने चुनाव पर चर्चा के लिए कुछ दिन पहले एक बैठक की है और हम बूथ वार रिपोर्ट हासिल कर रहे हैं. रिपोर्ट मिलने के बाद और उसका विश्लेषण करने के बाद हम आगे की कार्रवाई का फैसला करेंगे.

खरगे ने बीजेपी को बताया आतंकियों की पार्टी

इसके अलावा खरगे ने पीएम मोदी के अर्बन नक्सल वाले बयान पर खरगे ने कहा कि अब तक चुप बैठ थे, बोलना उनकी आदत है. उनकी पार्टी लिंचिंग करती है. उनकी पार्टी आतंकियों की पार्टी है. शेड्यूल कास्ट के लोगों के मुंह में पेशाब करते हैं, ट्राइबल लोगों को ला कर उनका रेप करते हैं. पीएम को बोलने का कोई हक नहीं. जहां उनकी सरकार है वहां अत्याचार हो रहा है.

आगामी चुनावों पर असर से इनकार

उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हरियाणा में कांग्रेस की किस कारण से हार हुई. हालांकि, कांग्रेस चीफ ने इस संभावना से इनकार किया कि हरियाणा के चुनाव परिणाम का असर आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर भी कोई असर डालेगा.

खरगे बोले- 50-50 भी होता तो समझ सकते थे, लेकिन…

कर्नाटक के कलबुर्गी में मीडिया से बात करते हुए खरगे ने कहा कि एक चुनाव परिणाम का दूसरे राज्य के चुनाव पर असर नहीं पड़ेगा, लेकिन सवाल यह है कि लोगों के हमारे पक्ष में होने के बाद भी नतीजे ऐसे क्यों आए? अगर बात फिफ्टी-फिफ्टी भी होती तो हम समझ सकते थे, लेकिन हरियाणा को लेकर को सभी कह रहे थे की नतीजे हमारे पक्ष में होंगे. इसलिए इसके पीछे की असली वजह को जानना होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव प्रक्रिया को लेकर कोई संदेह है, खड़गे ने कहा कि वह अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे और बूथ वार को रिपोर्ट का विश्लेषण करने के बाद जवाब देंगे.

हरियाणा में बीजेपी ने पलट दी बाजी

8 अक्टूबर को सामने आए हरियाणा चुनाव के परिणाम में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा. चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 37 सीटें मिली हैं जबकि सत्ताधारी दल बीजेपी को 48 सीट जीतने में सफल रही है. वोटिंग के ठीक बाद सामने आए एग्जिट पोल के अनुमानों में बीजेपी हार रही थी और कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रही थी, लेकिन नतीजों बिल्कुल उलट आए हैं.

शिमला में भूकंप के झटके: पहाड़ी बस्तियों में दहशत, रिक्टर स्केल पर 3.0 मैग्नीट्यूड की तीव्रता मापी गई

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में शनिवार दोपहर करो लोगों ने करीब साढ़े तीन बजे भूकंप के झटके महसूस किए हैं. भूकंप की वजह से पहाड़ों पर बनी बस्तियों के लोगों के बीच हड़कंप मच गया. लोग हल्की कंपकंपाहट के बाद घरों से बाहर निकाल आए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.0 मैग्नीट्यूड मापी गई है. फिलहाल किसी तरह से जान-माल की हानि की खबर सामने नहीं आई है. भूकंप के झटकों के बाद बचाव दलों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है.

शनिवार दोपहर 3.32 मिनट पर शिमला में भूकंप के झटके महसूस हुए. भूकंप के झटकों की वजह से पहाड़ों में मकान हिलने लगे जिसके बाद लोगों के बीच हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि भूकंप की तीव्रता 3.0 मैग्नीट्यूड मापी गई है जिसका केंद्र उत्तर में था और गहराई 5 किलोमीटर रही. कुछ सेकंड्स तक लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए हैं. जिस वक्त भूकंप के झटके महसूस किए गए उस वक्त ज्यादातर लोग दशहरे की छुट्टी होने की वजह से घर पर ही मौजूद थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी दौरा: 20 अक्टूबर को 1300 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण और शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे. इस दौरान वह 1300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. 

जिसमें 900 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास और 460 करोड़ की परियोजना का उद्घाटन शामिल है. जिला प्रशासन प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारी में जुट गया है। अपने दौरे पर प्रधानमंत्री दो जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे. उनके साढ़े पांच घंटे के दौरे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन तक वाराणसी में रहकर पीएम के आगमन की तैयारी का जायजा लिया है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तैयारी में कोई कमी न रहे. इसके साथ पार्टी पदाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को पीएम मोदी के आगमन पर जन भागीदारी को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. काशी क्षेत्र के अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया कि पीएम का आगमन 20 अक्टूबर को दोपहर करीब 12:30 बजे बाबतपुर हवाई अड्डे पर होगा जहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा.

शंकर नेत्रालय का उद्घाटन

पीएम मोदी अपने दौरे पर 20 अक्तूबर को सबसे पहले शंकर नेत्रालय के तुलसीपट्टी हरिहरपुर स्थित 17वें केंद्र का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री यहां पर करीब दो घंटे रहेंगे और अस्पताल को संचालित करने वाले ट्रस्ट की तरफ से आमंत्रित करीब 1000 विशिष्ट लोगों से संवाद करेंगे.

मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस अस्पताल का फायदा वाराणसी सहित पूर्वांचल और बिहार के लोगों को मिलेगा. पीएम अपने दौरे पर बाबतपुर एयरपोर्ट टर्मिनल और अन्य एयरपोर्ट परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे.

वाराणसी विकास प्राधिकरण ने सारनाथ में 90 करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्य पूरा कर लिया है, जिसमें सड़कों, सीवेज सिस्टम और अन्य सुविधाओं का निर्माण शामिल है. प्रधानमंत्री काशी प्रवास के दौरान इन परियोजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.

पीएम मोदी 200 करोड़ की लागत से तैयार वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का लोकार्पण करेंगे. वह यहीं से अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. यहां पर मोदी 20,000 लोगों की सभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद करीब छह बजे बाबतपुर से वापस दिल्ली चले जाएंगे.

उत्तराखंड के रोशनाबाद जेल में रामलीला में वानर के रूप में सजे दो कैदी जेल से फरार, पुलिस ने शुरू की तलाश

दशहरे के नजदीक आते ही जगह-जगह पर रामलीला के मंचन शुरू हो जाते हैं. इसी क्रम में उत्तराखंड के रोशनाबाद जेल में रामलीला हो रही थी. इसमें कलाकार के तौर पर जेल के कैदियों ने भाग लिया था. रामलीला मंचन में दो कैदी वानर बने हुए थे और माता सीता की खोज के लिए जाना था. बस फिर क्या, दोनों ही कैदियों को वहां से बाहर निकलने का अच्छा मौका मिल गया. वानर के रूप में सजे संवरे पंकज और रामकुमार नाम के कैदी माता सीता की खोज करने के लिए मंच से दूर गए और वापस नहीं लौटे.

रामलीला मंचन कार्यक्रम को देखने के लिए वहां उपस्थित लोग माता सीता की खोज में गए हुए वानरों का इंतजार कर रहे थे, लेकिन यहां पर मामला ही कुछ और था. वानर माता सीता की खोज में नहीं, बल्कि खुद भागने की फिराक में थे. काफी समय जब बीत गया तो पुलिस ने उन्हें खोजना शुरू किया, लेकिन दोनों ही वहां मौजूद नहीं थे और जेल से फरार हो चुके थे. दोनों के जेल से फरार होने के बाद पुलिस महके में हड़कंप मच गया.

हत्या के आरोप में आजीवन कारावास

जेल से फरार हुए कैदियों में से एक पंकज कुमार को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. जबकि, दूसरा कैदी रामकुमार का मामला अभी केस में चल रहा था और कोर्ट में सुनवाई की जानी थी. दोनों कैदियों ने जेल से बाहर निकलने के लिए एक सीढ़ी का सहारा लिया.

जेल के अंदर कुछ काम चल रहा था, उसी के कारण वहां सीढ़ी लगाई गई थी. दोनों ही वहां से सबकी नजरों से दूर आए और सीढ़ी के जरिए बाहर निकल गए. वहां मौजूद पुलिस कर्मियों की लापरवाही के कारण दो अपराधी पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गए. कैदी पंकज रुड़की और रामकुमार उत्तर प्रदेश के गोंड़ा का रहने वाला है. फिलहाल, जेल प्रशासन दोनों ही कैदियों को जल्द से जल्द खोजने की कोशिश में जुटा हुआ है.

विजयादशमी में क्यों करते हैं शस्त्रों की पूजा? जाने विजयादशमी की पौराणिक कथाएं

विजयादशमी का त्योहार हिंदू रीति-रिवाज से बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है. ये हर साल 9 दिन की नवरात्रि के बाद दशमी के दिन पड़ता है. इस दिन के कई महत्व हैं. इसे पौराणिक कथाओं के 2 बड़े प्रसंगों के आधार पर मनाया जाता है. जगह-जगह इस दिन रावण का पुतला जलाया जाता है और लोग खुशियां मनाते हैं. इस दिन को बुराई पर अच्छाई की विजय के तौर पर जाना जाता है. आइये जानते हैं कि साल 2024 को विजयादशमी का त्योहार किस दिन पड़ रहा है और रावण दहन के लिए कौन सा मुहूर्त शुभ है. साथ ही ये भी जानते हैं कि इस दिन शस्त्रों के पूजन का क्या महत्व है.

विजयादशमी क्यों मनाते हैं

विजयादशमी को ही दशहरा के नाम से जाना जाता है. इस त्योहार को मनाने के दो प्रसंग हैं. पहला प्रसंग सतयुग से जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि इस युग में एक महिषासुर नाम का राक्षस था. उसे वरदान मिला था कि वो कभी भी इंसान का रूप धारण कर सकता था और कभी भी भैंस का रूप धारण कर देता था. उसके अत्याचार से सभी त्रस्त थे. उसे वरदान मिला था कि कोई देवता भी उसका बाल बांका नहीं कर सकता है. तभी ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने मिलकर महाशक्ति का संचार किया. इस महाशक्ति को ही मां दुर्गा के रूप में जाना जाता है जिनके 9 रूप हैं. कहा जाता है कि 9 दिन महिषासुर से लड़ाई करने के बाद माता रानी ने 10वें दिन उसका वध कर दिया था. उसी दिन से विजयादशमी का त्योहार मनाया जाने लगा था.

वहीं दूसरा प्रसंग त्रेता युग में भगवान राम के साथ जुड़ा है. कहा जाता है कि दशहरा के दिन ही भगवान राम ने रावण का वध किया था. इस दिन उत्सव मनाया गया और तभी से इस त्योहार को मनाने का भी चलन लोगों के बीच प्रचलित है. इस दिन भगवान राम की जीत को उत्सव के तौर पर मनाया जाता है. जगह-जगह पर रावण के पुतले जलाए जाते हैं जहां लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है.

रावण दहन का मुहूर्त क्या है

इस बार दशमी की तारीख 12 अक्टूबर को 10 बजकर 58 मिनट पर लगेगी और इसका समापन 13 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 08 मिनट पर होगा. उदियातिथि के अनुसार दशहरा की तारीख 12 अक्टूबर 2024 पड़ रही है. इस दिन पूजा का समय 11 बजकर 44 मिनट पर शुरू हो जाएगा. इसके बाद रावण दहन की बात करें तो इसका समय प्रदोष काल में पड़ता है. इस हिसाब से रावण दहन का समय शाम को 05 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगा जो शाम को 07 बजकर 27 मिनट पर खत्म होगा. इसी बीच रावण के दहन का मुहूर्त है. इस बार रावण दहन के लिए 1घंटा 33 मिनट यानी कि 93 मिनट का समय मिलेगा.

विजयादशमी में क्यों करते हैं शस्त्रों की पूजा?

दशहरा के दिन शस्त्र पूजा का महत्व सतयुग के दौरान का है. कहा जाता है कि सतयुग में महिषासुर को मारने के लिए देवताओं ने मां दुर्गा की उत्पत्ति की. इसके बाद सभी देवताओं ने माता रानी को अपने शस्त्रों का आशीर्वाद दिया. उसकी मदद से ही महिषासुर जैसे विभत्स दैत्य को मारने में मां दुर्गा सफल हुईं. इस दिन के बाद से ही दशहरा पर शस्त्रों का पूजन विशेष माना जाता है और सर्वप्रथम इसे करने की मान्यता है. इसे विधि-विधान और मंत्र उच्चाहरण के साथ करने का बहुत लाभ मिलता है

कर्नाटक के कोलार में दरिंदगी की घटना: मानसिक रूप से बीमार महिला की हत्या के बाद शव के साथ किया अश्लील हरकत,आरोपी गिरफ्तार

कर्नाटक के कोलार में दरिंदगी की रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक ऑटो चालक ने मानसिक रूप से बीमार बुजुर्ग महिला की हत्या कर शव के साथ संबंध बनाए. आरोपी महिला के शव को सड़क किनारे फेंक कर फरार हो गया. इस वारदात के खुलासे के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. घटना के 15 दिन आरोपी दरिंदा पुलिस की पकड़ में आया. घटना के बाद लोगों में गुस्सा है, वह आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

कोलार पुलिस को महिला का शव

उस वक्त मिला था, जब 25 सितंबर को शहर के बाहरी इलाके में हाईवे के बगल में सर्विस रोड पर तमाका औद्योगिक क्षेत्र से सटी सड़क के किनारे एक सूटकेस में बम रखे होने की खबर फैली. पुलिस इलाके में सर्च अभियान चला रही थी तभी मुलाबतिगु के बाहरी इलाके में हैदरी नगर के पास मानसिक रोगी महिला का शव मिला. पुलिस को महिला के शव पर चोट के निशान मिले थे. यह भी आशंका जताई गई थी कि किसी ने उसके सिर पर वार कर हत्या कर दी है. इसके अलावा, इस बात की भी संभावना थी कि उसके गिर जाने से सिर में चोट लगने के कारण उसकी मौत हो गई. पुलिस महिला की शिनाख्त और मौत की जांच में जुट गई.

20 वर्षों से थी महिला मानसिक रोगी

पुलिस जांच में महिला की पहचान मुलबागिलु शहर के पल्लीगारपाल्या के माइक शंकर की पत्नी सुशीलम्मा के रूप में हुई. पुलिस ने मृतका के पति माइक शंकर से पूछताछ की. पुलिस ने शिनाख्त के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. इस बीच पुलिस को मृतका के पति पर उसकी हत्या का शक हुआ. आशंका जताई गई कि जिस महिला की मौत हुई है, वह मानसिक रूप से बीमार थी, हो सकता है कि उसकी हत्या उसके पति ने ही की हो. इस पर माइक शंकर ने पुलिस को बताया कि वह पिछले 20 वर्षों से मानसिक बीमारी से पीड़ित थी और वह उसकी अच्छी देखभाल कर रहा था. साथ ही पुलिस द्वारा पूछे गए सभी सवालों का उसने सही-सही जवाब दिया. इसके बाद पुलिस ने मामले की फिर से जांच शुरू की.

पुलिस ने खंगाले 100 से ज्यादा CCTV

पुलिस ने उस स्थान को चिह्नित किया जहां से महिला का शव बरामद हुआ था. इलाके के 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए. कोई सुराग नहीं मिला. इस बीच पुलिस को उस स्थान पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में 24 सितंबर की आधी रात को एक ऑटो दिखाई दिया. उसके बगल में मृतक महिला चलते हुए दिखाई दी. पुलिस ने उस ऑटो की पहचान उस पर लगे कुछ स्टिकर से तलाशी ली तो ऑटो मिल गया. वह ऑटो शहर के हैदरीनगर निवासी सुहैल का निकला .

पुलिस ने जब सुहैल की तलाश की तो वह पहले से ही फरार था. बाद में पुलिस ने उसके लिए जाल बिछाया. पता चला कि वह चिक्काबल्लापुर जिले चिंतामणि तालुक मुरुगमल्ला के पास छिपा हुआ है. तभी पुलिस ने आरोपी सुहैल को पकड़ लिया.

ऑटो में बैठाकर ले गया सुनसान जगह

पुलिस ने सुहैल से पूछताछ की, जिसमें ऐसी चौंकाने वाली बात सामने आई जिसकी पुलिस को भी उम्मीद नहीं थी. सुहैल ने पुलिस को बताया, 24 सितंबर की आधी रात को उसने एपीएमसी के सामने वाले गेट के पास बैठी 50 वर्षीय मानसिक रूप से बीमार महिला को अपने साथ आने के लिए बुलाया, लेकिन उसने मना कर दिया. फिर उसने महिला से उसके घर छोड़ देने को कहा. महिला इसके बाद ऑटो में बैठ गई. वह उसे घर जाने के बजाय हाईवे की ओर ले गया.

हत्या कर लाश के साथ बनाए संबंध

जब महिला सुशीलम्मा ने देखा कि वह दूसरी तरफ जा रहा है, तो वह ऑटो से बाहर कूद गई. इसी दौरान सुहैल ने ऑटो रोका और महिला के सिर पर पत्थर से वार कर दिया. उसके कान और नाक से अत्यधिक खून बहने के कारण महिला की मौके पर ही मौत हो गई. सुहैल ने मृत महिला के शव को ऑटो में डाल दिया. बाद में उसने ऑटो में शव के साथ संबंध बनाए. उसके बाद वह महिला के शव को शहर के बाहर एक खाली जगह पर फेंक कर फरार हो गया

दिल्ली में दशहरा का भव्य आयोजन: राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री लाल किला में रामलीला में शामिल होंगे

सनातन धर्म में दशहरा का त्योहार विशेष महत्व रखता है, और इसे देशभर में पूरे धूमधाम से मनाने की परंपरा रही है. इसी कड़ी में, दिल्ली में भी इस बार दशहरा का आयोजन बड़े भव्य तरीके से किया जा रहा है. श्री धार्मिक लीला कमेटी के महासचिव धीरज धर गुप्ता ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किला में आयोजित रामलीला में शामिल होंगे. महासचिव गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों ने दशहरा समारोह के लिए निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.

हर साल की तरह इस बार भी लाल किला मैदान में हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल होंगे, जहां रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया जाता है.

क्या हैं खास

बता दें इस बार लाल किले से रामलीला का मंचन 3 अक्टूबर से शुरू हुआ. लाल किले की मशहूर लव कुश रामलीला के मंच पर हिंदी सिनेमा के जाने-माने हास्य अभिनेता असरानी राजा जनक के मंत्री की भूमिका निभाते नज़र आए. वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता बृजेश गोयल रावण के बेटे मेघनाद का चरित्र निभाया. पिछले साल पीएम मोदी दिल्ली के द्वारका के रामलीला मैदान में विजयदशमी के मौके पर शामिल हुए थे. द्वारका रामलीला मैदान में पहुंचे मोदी ने कहा था कि यह त्योहार हमारे लिए संकल्प को दोहराने का अवसर है. उन्होंने कहा था कि यह पर्व आवेश पर धैर्य की विजय का, और अहंकार पर विजय का पर्व है.

शंकर साहनी ने निभाया किरदार

इस बार की रामलीला में मशहूर सिंगर शंकर साहनी केवट की भूमिका निभा रहे हैं. इस मौके पर असरानी ने कहा, “मेरे लिए लाल किले की मशहूर रामलीला में किरदार निभाना गर्व की बात है.” उन्होंने आगे कहा कि जब भी वह विदेश गए, वहां उनके प्रशंसकों ने उन्हें नारद जी कहकर पुकारा, क्योंकि उन्होंने लव कुश रामलीला के मंच पर नारद मुनि का किरदार निभाया था.