*चोपन में 85 फीट का रावण होगा आकर्षण का केंद्र, चारों दिशाओं में घूमता है दसों सिर*
विकास कुमार अग्रहरी
सोनभद्र- चोपन में असत्य पर सत्य की और बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजय दशमी के अवसर पर पूरे देश में धूम है और हर तरफ रावण के पुतले की अलग अलग तरीके से तारीफ की जा रही है। तो वही सोनभद्र के चोपन में ऐतिहासिक रावण की चर्चा जोरों पर। चोपन के रावण की पुतले की खासियत के आगे बाकी रावण के पुतले औसत दर्जे के ही साबित होते है। हर साल की तरह इस बार भी चोपन में सबसे ऊंचा 85 फीट का रावण का पुतला जलाया जाएगा और चारों दिशाओ में मुंडी घूमती नज़र आएगी। हालांकि, सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए रावण की पुतलें की उच्चाई कम रखी गई है।
रावण के पुतले को अंतिम रूप देने के लिए कारीगर जुटे हैं। रावण का पुतला दहन करके विजया दशमी का पर्व मनाया जाता हैं लेकिन चोपन का रावण हमेशा से आकर्षन का केंद्र रहा हैं। 85 फ़ीट ऊंचे रावण के परिकात्मक पुतले का दहन होगा। रावण की सबसे खास बात है कि ये रावण हाईटेक है। इसमे आधुनिक लाइट लगी होती है। सबसे बड़ी खासियत यह कि इसका गर्दन चारों दिशा में घूमता रहेगा। चारों दिशा में घूमते सर और इसमें लगी लाइट सभी जनता का आकर्षण अपनी तरफ खींच लेता है। एक एक करके रावण का सर धाराशाही होते रहते है। रावण में लाखों के पटाखे भी डाले जाते है और लगभग 2 घण्टे तक राम-रावण के युद्ध के दौरान लगातार आतिशबाजी भी की जाती है।
आयोजक समिति ने बताया कि, 50 से 55 साल से रावण दहन का आयोजन रेलवे रामलीला समिति के द्वारा कराया जाता रहा है। इस बार भी सभी के सहयोग से भव्य रावण के पुतले का निर्माण कराया जा रहा है। रामलीला समिति द्वारा यह निर्णय किया गया कि इस बार सिर घूमने के साथ-साथ रामलीला की भव्यता को चार चांद लगाया जाएगा। आसपास जिलों में से सबसे ज्यादा चोपन का रावण का पुतला दशहरा के दिन आकर्षण का केंद्र रहेगा।


 
						




 
 


 


 
 



 
   
 
 
 
   
 
 
Oct 12 2024, 14:59
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