उत्तराखंड के रोशनाबाद जेल में रामलीला में वानर के रूप में सजे दो कैदी जेल से फरार, पुलिस ने शुरू की तलाश

दशहरे के नजदीक आते ही जगह-जगह पर रामलीला के मंचन शुरू हो जाते हैं. इसी क्रम में उत्तराखंड के रोशनाबाद जेल में रामलीला हो रही थी. इसमें कलाकार के तौर पर जेल के कैदियों ने भाग लिया था. रामलीला मंचन में दो कैदी वानर बने हुए थे और माता सीता की खोज के लिए जाना था. बस फिर क्या, दोनों ही कैदियों को वहां से बाहर निकलने का अच्छा मौका मिल गया. वानर के रूप में सजे संवरे पंकज और रामकुमार नाम के कैदी माता सीता की खोज करने के लिए मंच से दूर गए और वापस नहीं लौटे.

रामलीला मंचन कार्यक्रम को देखने के लिए वहां उपस्थित लोग माता सीता की खोज में गए हुए वानरों का इंतजार कर रहे थे, लेकिन यहां पर मामला ही कुछ और था. वानर माता सीता की खोज में नहीं, बल्कि खुद भागने की फिराक में थे. काफी समय जब बीत गया तो पुलिस ने उन्हें खोजना शुरू किया, लेकिन दोनों ही वहां मौजूद नहीं थे और जेल से फरार हो चुके थे. दोनों के जेल से फरार होने के बाद पुलिस महके में हड़कंप मच गया.

हत्या के आरोप में आजीवन कारावास

जेल से फरार हुए कैदियों में से एक पंकज कुमार को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. जबकि, दूसरा कैदी रामकुमार का मामला अभी केस में चल रहा था और कोर्ट में सुनवाई की जानी थी. दोनों कैदियों ने जेल से बाहर निकलने के लिए एक सीढ़ी का सहारा लिया.

जेल के अंदर कुछ काम चल रहा था, उसी के कारण वहां सीढ़ी लगाई गई थी. दोनों ही वहां से सबकी नजरों से दूर आए और सीढ़ी के जरिए बाहर निकल गए. वहां मौजूद पुलिस कर्मियों की लापरवाही के कारण दो अपराधी पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गए. कैदी पंकज रुड़की और रामकुमार उत्तर प्रदेश के गोंड़ा का रहने वाला है. फिलहाल, जेल प्रशासन दोनों ही कैदियों को जल्द से जल्द खोजने की कोशिश में जुटा हुआ है.

विजयादशमी में क्यों करते हैं शस्त्रों की पूजा? जाने विजयादशमी की पौराणिक कथाएं

विजयादशमी का त्योहार हिंदू रीति-रिवाज से बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है. ये हर साल 9 दिन की नवरात्रि के बाद दशमी के दिन पड़ता है. इस दिन के कई महत्व हैं. इसे पौराणिक कथाओं के 2 बड़े प्रसंगों के आधार पर मनाया जाता है. जगह-जगह इस दिन रावण का पुतला जलाया जाता है और लोग खुशियां मनाते हैं. इस दिन को बुराई पर अच्छाई की विजय के तौर पर जाना जाता है. आइये जानते हैं कि साल 2024 को विजयादशमी का त्योहार किस दिन पड़ रहा है और रावण दहन के लिए कौन सा मुहूर्त शुभ है. साथ ही ये भी जानते हैं कि इस दिन शस्त्रों के पूजन का क्या महत्व है.

विजयादशमी क्यों मनाते हैं

विजयादशमी को ही दशहरा के नाम से जाना जाता है. इस त्योहार को मनाने के दो प्रसंग हैं. पहला प्रसंग सतयुग से जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि इस युग में एक महिषासुर नाम का राक्षस था. उसे वरदान मिला था कि वो कभी भी इंसान का रूप धारण कर सकता था और कभी भी भैंस का रूप धारण कर देता था. उसके अत्याचार से सभी त्रस्त थे. उसे वरदान मिला था कि कोई देवता भी उसका बाल बांका नहीं कर सकता है. तभी ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने मिलकर महाशक्ति का संचार किया. इस महाशक्ति को ही मां दुर्गा के रूप में जाना जाता है जिनके 9 रूप हैं. कहा जाता है कि 9 दिन महिषासुर से लड़ाई करने के बाद माता रानी ने 10वें दिन उसका वध कर दिया था. उसी दिन से विजयादशमी का त्योहार मनाया जाने लगा था.

वहीं दूसरा प्रसंग त्रेता युग में भगवान राम के साथ जुड़ा है. कहा जाता है कि दशहरा के दिन ही भगवान राम ने रावण का वध किया था. इस दिन उत्सव मनाया गया और तभी से इस त्योहार को मनाने का भी चलन लोगों के बीच प्रचलित है. इस दिन भगवान राम की जीत को उत्सव के तौर पर मनाया जाता है. जगह-जगह पर रावण के पुतले जलाए जाते हैं जहां लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है.

रावण दहन का मुहूर्त क्या है

इस बार दशमी की तारीख 12 अक्टूबर को 10 बजकर 58 मिनट पर लगेगी और इसका समापन 13 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 08 मिनट पर होगा. उदियातिथि के अनुसार दशहरा की तारीख 12 अक्टूबर 2024 पड़ रही है. इस दिन पूजा का समय 11 बजकर 44 मिनट पर शुरू हो जाएगा. इसके बाद रावण दहन की बात करें तो इसका समय प्रदोष काल में पड़ता है. इस हिसाब से रावण दहन का समय शाम को 05 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगा जो शाम को 07 बजकर 27 मिनट पर खत्म होगा. इसी बीच रावण के दहन का मुहूर्त है. इस बार रावण दहन के लिए 1घंटा 33 मिनट यानी कि 93 मिनट का समय मिलेगा.

विजयादशमी में क्यों करते हैं शस्त्रों की पूजा?

दशहरा के दिन शस्त्र पूजा का महत्व सतयुग के दौरान का है. कहा जाता है कि सतयुग में महिषासुर को मारने के लिए देवताओं ने मां दुर्गा की उत्पत्ति की. इसके बाद सभी देवताओं ने माता रानी को अपने शस्त्रों का आशीर्वाद दिया. उसकी मदद से ही महिषासुर जैसे विभत्स दैत्य को मारने में मां दुर्गा सफल हुईं. इस दिन के बाद से ही दशहरा पर शस्त्रों का पूजन विशेष माना जाता है और सर्वप्रथम इसे करने की मान्यता है. इसे विधि-विधान और मंत्र उच्चाहरण के साथ करने का बहुत लाभ मिलता है

कर्नाटक के कोलार में दरिंदगी की घटना: मानसिक रूप से बीमार महिला की हत्या के बाद शव के साथ किया अश्लील हरकत,आरोपी गिरफ्तार

कर्नाटक के कोलार में दरिंदगी की रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक ऑटो चालक ने मानसिक रूप से बीमार बुजुर्ग महिला की हत्या कर शव के साथ संबंध बनाए. आरोपी महिला के शव को सड़क किनारे फेंक कर फरार हो गया. इस वारदात के खुलासे के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. घटना के 15 दिन आरोपी दरिंदा पुलिस की पकड़ में आया. घटना के बाद लोगों में गुस्सा है, वह आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

कोलार पुलिस को महिला का शव

उस वक्त मिला था, जब 25 सितंबर को शहर के बाहरी इलाके में हाईवे के बगल में सर्विस रोड पर तमाका औद्योगिक क्षेत्र से सटी सड़क के किनारे एक सूटकेस में बम रखे होने की खबर फैली. पुलिस इलाके में सर्च अभियान चला रही थी तभी मुलाबतिगु के बाहरी इलाके में हैदरी नगर के पास मानसिक रोगी महिला का शव मिला. पुलिस को महिला के शव पर चोट के निशान मिले थे. यह भी आशंका जताई गई थी कि किसी ने उसके सिर पर वार कर हत्या कर दी है. इसके अलावा, इस बात की भी संभावना थी कि उसके गिर जाने से सिर में चोट लगने के कारण उसकी मौत हो गई. पुलिस महिला की शिनाख्त और मौत की जांच में जुट गई.

20 वर्षों से थी महिला मानसिक रोगी

पुलिस जांच में महिला की पहचान मुलबागिलु शहर के पल्लीगारपाल्या के माइक शंकर की पत्नी सुशीलम्मा के रूप में हुई. पुलिस ने मृतका के पति माइक शंकर से पूछताछ की. पुलिस ने शिनाख्त के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. इस बीच पुलिस को मृतका के पति पर उसकी हत्या का शक हुआ. आशंका जताई गई कि जिस महिला की मौत हुई है, वह मानसिक रूप से बीमार थी, हो सकता है कि उसकी हत्या उसके पति ने ही की हो. इस पर माइक शंकर ने पुलिस को बताया कि वह पिछले 20 वर्षों से मानसिक बीमारी से पीड़ित थी और वह उसकी अच्छी देखभाल कर रहा था. साथ ही पुलिस द्वारा पूछे गए सभी सवालों का उसने सही-सही जवाब दिया. इसके बाद पुलिस ने मामले की फिर से जांच शुरू की.

पुलिस ने खंगाले 100 से ज्यादा CCTV

पुलिस ने उस स्थान को चिह्नित किया जहां से महिला का शव बरामद हुआ था. इलाके के 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए. कोई सुराग नहीं मिला. इस बीच पुलिस को उस स्थान पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में 24 सितंबर की आधी रात को एक ऑटो दिखाई दिया. उसके बगल में मृतक महिला चलते हुए दिखाई दी. पुलिस ने उस ऑटो की पहचान उस पर लगे कुछ स्टिकर से तलाशी ली तो ऑटो मिल गया. वह ऑटो शहर के हैदरीनगर निवासी सुहैल का निकला .

पुलिस ने जब सुहैल की तलाश की तो वह पहले से ही फरार था. बाद में पुलिस ने उसके लिए जाल बिछाया. पता चला कि वह चिक्काबल्लापुर जिले चिंतामणि तालुक मुरुगमल्ला के पास छिपा हुआ है. तभी पुलिस ने आरोपी सुहैल को पकड़ लिया.

ऑटो में बैठाकर ले गया सुनसान जगह

पुलिस ने सुहैल से पूछताछ की, जिसमें ऐसी चौंकाने वाली बात सामने आई जिसकी पुलिस को भी उम्मीद नहीं थी. सुहैल ने पुलिस को बताया, 24 सितंबर की आधी रात को उसने एपीएमसी के सामने वाले गेट के पास बैठी 50 वर्षीय मानसिक रूप से बीमार महिला को अपने साथ आने के लिए बुलाया, लेकिन उसने मना कर दिया. फिर उसने महिला से उसके घर छोड़ देने को कहा. महिला इसके बाद ऑटो में बैठ गई. वह उसे घर जाने के बजाय हाईवे की ओर ले गया.

हत्या कर लाश के साथ बनाए संबंध

जब महिला सुशीलम्मा ने देखा कि वह दूसरी तरफ जा रहा है, तो वह ऑटो से बाहर कूद गई. इसी दौरान सुहैल ने ऑटो रोका और महिला के सिर पर पत्थर से वार कर दिया. उसके कान और नाक से अत्यधिक खून बहने के कारण महिला की मौके पर ही मौत हो गई. सुहैल ने मृत महिला के शव को ऑटो में डाल दिया. बाद में उसने ऑटो में शव के साथ संबंध बनाए. उसके बाद वह महिला के शव को शहर के बाहर एक खाली जगह पर फेंक कर फरार हो गया

दिल्ली में दशहरा का भव्य आयोजन: राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री लाल किला में रामलीला में शामिल होंगे

सनातन धर्म में दशहरा का त्योहार विशेष महत्व रखता है, और इसे देशभर में पूरे धूमधाम से मनाने की परंपरा रही है. इसी कड़ी में, दिल्ली में भी इस बार दशहरा का आयोजन बड़े भव्य तरीके से किया जा रहा है. श्री धार्मिक लीला कमेटी के महासचिव धीरज धर गुप्ता ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किला में आयोजित रामलीला में शामिल होंगे. महासचिव गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों ने दशहरा समारोह के लिए निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.

हर साल की तरह इस बार भी लाल किला मैदान में हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल होंगे, जहां रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया जाता है.

क्या हैं खास

बता दें इस बार लाल किले से रामलीला का मंचन 3 अक्टूबर से शुरू हुआ. लाल किले की मशहूर लव कुश रामलीला के मंच पर हिंदी सिनेमा के जाने-माने हास्य अभिनेता असरानी राजा जनक के मंत्री की भूमिका निभाते नज़र आए. वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता बृजेश गोयल रावण के बेटे मेघनाद का चरित्र निभाया. पिछले साल पीएम मोदी दिल्ली के द्वारका के रामलीला मैदान में विजयदशमी के मौके पर शामिल हुए थे. द्वारका रामलीला मैदान में पहुंचे मोदी ने कहा था कि यह त्योहार हमारे लिए संकल्प को दोहराने का अवसर है. उन्होंने कहा था कि यह पर्व आवेश पर धैर्य की विजय का, और अहंकार पर विजय का पर्व है.

शंकर साहनी ने निभाया किरदार

इस बार की रामलीला में मशहूर सिंगर शंकर साहनी केवट की भूमिका निभा रहे हैं. इस मौके पर असरानी ने कहा, “मेरे लिए लाल किले की मशहूर रामलीला में किरदार निभाना गर्व की बात है.” उन्होंने आगे कहा कि जब भी वह विदेश गए, वहां उनके प्रशंसकों ने उन्हें नारद जी कहकर पुकारा, क्योंकि उन्होंने लव कुश रामलीला के मंच पर नारद मुनि का किरदार निभाया था.

मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस हादसा: रेलवे ने जताई आशंका, जानबूझकर हो सकता है हादसा, एनआईए और CRS करेंगे जांच

मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस (12578) हादसे को लेकर भारतीय रेलवे ने बड़ा बयान दिया है. रेलवे को आशंका है कि हादसा जानबूझकर कराया गया. हादसा तमिलनाडु के कावराईपेट्टई रेलवे स्टेशन पर हुआ. ट्रेन को आगे जाने के लिए हरी झंडी मिल गई थी, जैसे बालासोर के मामले में हुआ था. ट्रेन लूप लाइन में प्रवेश कर गई. वहां पहले से ही एक मालगाड़ी खड़ी थी. वहां पहले से ही एक मालगाड़ी खड़ी थी

पैसेंजर ट्रेन ने मालगाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी. ड्राइवर सतर्क था. झटका महसूस होने पर उसने ब्रेक लगा दिया. इस हादसे में कई घायल हो गए. कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया. खबर लिखे जाने तक किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है. रेलवे के तरफ से इस हादसे की जांच एनआईए को सौंपी गई है. रेलवे ने CRS जांच का भी आदेश दिया है.

रेलवे ने CRS जांच का भी आदेश दिया

रेलवे ने इस हादसे की जांच के लिए एक कमिटी का गठन किया. सभी एंगल से जांच की जाएगी. रेलवे कर्मचारी की गलती के कारण हादसा हुआ है या किसी ने जानबूझकर करवाई है. इन तमाम एंगल से जांच किया जाएगा. रेलवे के तरफ से सीएसआर जांच के अलावा एनआइए भी इस घटना की जांच करेगी. फेस्टिब सीजन के कारण ट्रेन में बहुत बड़ी संख्या में यात्री थे. गनीमत रही कि कोइ जन माल का नुकसान नहीं हुआ.

दक्षिणी रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

हादसे के बाद यात्रियों और उनके परिवारों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.

चेन्नई डिवीज़न हेल्पलाइन नंबर- 04425354151 04424354995

समस्तीपुर -8102918840 दरभंगा-8210335395 दानापुर- 9031069105 दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-7525039558.

हादसे के बाद दो डिब्बों में लगी आग

तमिलनाडु के कावराईपेट्टई रेलवे स्टेशन पर जब मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराई तो उसके दो डिब्बों में आग लग गई और करीब 12-13 डिब्बे बेपटरी हो गए. इस हादसे में 19 से ज्यादा यात्री घायल हो गए. सभी घायलों को तुरंत चेन्नई के सरकारी स्टेनली मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. तमिलनाडु के डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन ने घायलों से मुलाकात की.

मैसूरु-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण कई ट्रेनों डायवर्ट किया गया. दक्षिण पश्चिम रेलवे ने कहा है कि सभी यात्रियों को ईएमयू से चेन्नई सेंट्रल ले जाया जा रहा है. उन्हें मुफ्त भोजन-पानी और नाश्ता सहित दरभंगा और अन्य गंतव्यों तक ले जाने के लिए चेन्नई में एक नई ट्रेन तैयार की गई है

दिग्विजय सिंह के भतीजे आदित्य विक्रम सिंह पर महिला पुलिस अधिकारी पर सिगरेट का धुआं उड़ाने का मामला दर्ज

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भतीजे आदित्य विक्रम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है. दरअसल, आदित्य विक्रम सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आदित्य सिंह एसडीओपी और टीआई के मुंह पर सिगरेट का धुआं उड़ाता हुआ नजर आ रहा है. इसके बाद बहस भी करता है और कहता है कि बेटा मामला अब गरम हो गया है. पुलिस ने इस मामले में आदित्य सिंह के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और शासकीय सेवक से धक्का-मुक्की करने और गालीगलौज करने का केस दर्ज किया है

जागरूकता अभियान में खलल डाला

दरअसल, राघौगढ़ में ‘मैं हूं अभिमन्यु’ अभियान चल रहा है. इस कार्यक्रम के तहत स्कूल-कॉलेज, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित कई जगहों पर आम लोगों को जागरूक करने के लिए रैली और नाटक किए जा रहे हैं. कल केनरा बैंक तिराहे पर कॉलेज स्टूडेंट्स नुक्कड़ नाटक कर रहे थे. तभी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई और पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह का बेटा आदित्य वहां आ गया. इसके बाद कार्यक्रम को रोकने की बात कही. इसी दौरान पुलिस से बहस हो गई.

बीजेपी ने साधा निशाना

वीडियो जैसे ही सामने आया. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने भी आदित्य सिंह के बहाने दिग्विजय सिंह को भी आड़े हाथ लिया है. बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने लिखा है कि सिगरेट के ‘धुएं का छल्ला’ बनाकर महिला अधिकारियों पर ‘रंगदारी’ दिखाता दिग्विजय सिंह का भतीजा! देखिए…कांग्रेस के मुख्य परिवरों के बेटों का ‘चाल, चेहरा और चरित्र’! ये हैं कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भतीजे और वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह के बेटे आदित्यविक्रम सिंह, जो पूर्व में नगरपालिका अध्यक्ष रह चुके हैं.

महिला अधिकारी पर कांग्रेस के विशेष परिवार से होने का धौंस दिखाने के साथ-साथ इनकी आपत्तिजनक भाषाशैली और व्यवहार कांग्रेस के नेताओं के ‘अपराधी और महिलाविरोधी चरित्र’ को बता रही है. सोचिए, अभ्रदता की सीमा पार कर चुके ये कांग्रेसी नेता, विपक्ष में होने के बाद ऐसी शर्मनाक हरकत कर रहे हैं तो सत्ता में रहकर क्या करते? मध्यप्रदेश की जनता विवेकवान है और इन्हें भलिभांति जानती है!फिलहाल दिग्विजय सिंह के भतीजे पर FIR हो चुकी है. पुत्र चाहे नेता का हो या अभिनेता का, जो भी गलत काम करेगा, बीजेपी की ‘मोहन सरकार’ में नहीं बचेगा.

राजस्थान सरकार की स्कूटी योजना पर लगा ग्रहण: मेधावी बेटियों को दी जाने वाली स्कूटियां हो चुकी हैं कबाड़

राजस्थान सरकार द्वारा साल 2021-22 में मेधावी बेटियों को दी जाने वाली सैकड़ों स्कूटियां कबाड़ हो चुकी हैं. स्कूटियों के ढेर में अब झाड़ियां उग चुकी हैं, लेकिन सरकार का इस तरफ ध्यान ही नहीं है. बताया जा रहा है कि पिछली कांग्रेस सरकार ने प्रतिभावान छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए कालीबाई भील स्कूटी वितरण योजना और देवनारायण योजना के तहत स्कूटी देने की घोषणा की थी.

इन दोनों योजनाओं के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 65 फीसदी छात्राओं और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 75% से ऊपर मार्क्स लाने वाली छात्राओं को स्कूटी देने की प्रावधान किया था. इस योजना के तहत बांसवाड़ा जिले में पिछले 3 साल मे करीब 500 से अधिक छात्राओं को स्कूटी वितरित की जा चुकी हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के बाद से ही यह योजना प्रभावित हुई है.

आचार संहिता के कारण रुकी थी योजना

आचार संहिता में वित्त विभाग के द्वारा क्यूआर कोड जारी न करने की वजह से 65 और 75 फीसदी मार्क्स लाने वाली छात्राओं को स्कूटी नहीं दी जा सकीं है. स्कूटी की सप्लाई करने वाली कंपनी ने सैकड़ों की संख्या में स्कूटी बांसवाड़ा जिला मुख्यालय के महाविद्यालय पर भेज दी है. यह स्कूटी पिछले काफी समय से खड़े-खड़े सड़ रही है, लेकिन सरकार का इन स्कूटियों पर बिल्कुल ध्यान नहीं है

खुले आसमान के नीचे पड़ी 1690 स्कूटी

खुले आसमान में इन स्कूटियों की संख्या करीब 1690 बताई जा रही हैं. जिसकी कीमत करीब 13.50 करोड़ रुपए है. मामले की जानकारी देते हुए हरिदेव जोशी कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सरला पंड्या ने बताया कि पिछले साल विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान लगी आचार संहिता की वजह से वित्त विभाग द्वारा क्यू आर कोड जारी नहीं हुए थे. जिस वजह से छात्राओं को स्कूटी बांटने वाली योजना रुक गई. सरकार की स्वीकृति के बाद संबंधित छात्राओं को स्कूटी वितरित कर दी जाएगी

नोडल केंद्र ने शुरू किया आवेदन

जानकारी में सामने आया है कि एक तरफ 2 साल से पुरानी स्कूटियों को बांटा नहीं गया है. वहीं दूसरी तरफ बांसवाड़ा के नोडल केंद्र श्री हरिदेव जोशी राजकीय कन्या महाविद्यालय ने साल 2023- 2024 के लिए छात्राओं को स्कूटी देने के लिए आवेदन लेना शुरू कर दिया है. अभी तक 1368 छात्राएं आवेदन भी कर चुकी हैं.

अरविंद केजरीवाल ने डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना, कहा- दिल्ली की फ्री रेवड़ी अमेरिका पहुंच गई

अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव है. इस चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां पूरे जोर शोर के साथ तैयारी कर रही 20 जनवरी 2025 को डोनाल्ड ट्रंप की वापसी होगी या दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की कमान कमला हैरिस के हाथ में होगी, यह देखने वाली बात होगी. इस बीच भारत की तरह वहां (अमेरिका) भी जनता से लोकलुभावन वादे किए जा रहे हैं.

रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह बिजली के दाम घटाएंगे. उनके इस बयान पर आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने उस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए केजरीवाल ने कहा है कि ट्रंप ने बिजली के दाम 50 प्रतिशत तक कम करने की घोषणा की है. दिल्ली की फ्री रेवड़ी अमेरिका पहुंच गई.

50 फीसदी तक घटाएंगे बिजली के दाम- ट्रंप

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की है कि वह बिजली के दाम घटाएंगे. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं 12 महीने के अंदर एनर्जी और बिजली के दाम 50 फीसदी घटा देंगे. हम अपनी बिजली क्षमता को तेजी से दोगुना करेंगे. इससे मुद्रास्फीति कम हो जाएगी. अमेरिका और मिशिगन कारखाने बनाने के लिए पृथ्वी पर सबसे अच्छी जगह बन जाएंगे.

अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति का चुनाव

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए 5 नवंबर 2024 को वोट डाले जाएंगे. टक्कर दो प्रमुख पार्टियों रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच है. 20 जनवरी 2025 को नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का शपथग्रहण समारोह होगा. रिपब्लिकन पार्टी की ओर से इस बार भी राष्ट्रपति पद के लिए डोनाल्ड ट्रंप उम्मीदवार हैं. वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार हैं.

महादेव सट्टा ऐप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार, जल्द आएगा भारत

महादेव सट्टा ऐप के सरगना सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में ले लिया गया है. सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाला है. इस पर ईडी के अनुरोध पर जारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के तहत कार्रवाई की गई. यूएई के अधिकारियों ने भारत सरकार और सीबीआई को सौरभ चंद्राकर की हिरासत के बारे में जानकारी दी.

सौरभ चंद्राकर की हिरासत की खबर के बाद प्रत्यर्पण प्रक्रिया तेज हो गई है और जल्द सौरभ चंद्राकर को भारत लाने की तैयारी की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, महावेद बैटिंग ऐप का मास्टरमाइंड अगले 10 दिन के अंदर भारत लाया जा सकता है.

2023 में हुई थी गिरफ्तारी

मास्टर माइंड सौरभ चंद्राकर दुबई से इस ऐप का संचालन करता था और साल 2023 में दिसंबर में यूएई में इस को ऐप के जरिए किए जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलने के बाद हिरासत में लिया गया था. ईडी के एक्शन पर साल 2023 में सौरभ चंद्राकर को दुबई में पुलिस ने डिटेन किया था. ईडी सूत्रों का कहना है की अब लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी है और अगले 10 दिनों में उसे भारत डिपोर्ट कर दिया जाएगा. इसी के बाद भारत में उसको सजा दी जाएगी.

महादेव बुक एप क्या है?

महादेव बुक दुबई से ऑपरेट होने वाला एक सट्टेबाजी का एप था. लोगों को सट्टेबाजी के जरिए पैसे कमाने के लालच देकर नए यूजर्स को जोड़ा जाता था. इस ऐप पर कई तरह के गेम है और इन पर पैसे लगाए जाते हैं. EOW (Economic Offences Wing) की तरफ से पेश की गई चार्जशीट के मुताबिक, महादेव सट्टा ऐप के जरिए हर महीने 450 करोड़ रुपये कमाए गए हैं. महादेव सट्टा ऐप से जुड़े मामले में एक्टर साहिल खान को भी हिरासत में लिया गया था.

इस ऐप्लिकेशन के जरिए कई तरह की गैर-कानूनी गतिविधियां की जाती थी, इसी के बाद यह काफी विवादों में रहा है. इस ऐप पर पिछले साल छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के समय केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था. यह यूजर्स को कई तरह के गेम पर ऑनलाइन सट्टा लगाने का प्लेटफॉर्म देता है, आरोपों के मुताबिक इस ऐप पर यूजर्स क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल खेल के दौरान सट्टा लगाते थे और मनी लॉंड्रिंग जैसी आपराधिक गतिविधियां संचालित की जाती थी.

राजस्थान के उदयपुर में तेंदुए के हमले से दहशत, सात लोगों की मौत, गोगुंदा इलाके में लोगों ने मारा एक तेंदुआ

राजस्थान के उदयपुर के गोगुंदा इलाके में तेंदुए के हमले से दहशत का माहौल है. इस इलाके में तेंदुए के हमले में अबतक सात लोगों की जान जा चुकी है. इस बीच, गोगुंदा इलाके के सायरा में फिर से एक बुजुर्ग पर तेंदुए ने हमला कर दिया. बुजुर्ग चिल्लाने लगा तो गांववाले वहां पहुंचे और तेंदुए को घेर लिया. इसके बाद लाठी-डंडे से तेंदुए को पीट-पीटकर मार डाला. सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची और तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया

सायरा थाना क्षेत्र में कमोल भील बस्ती में रात को तेंदुए ने भैंसों के बाड़े में एक बछड़े पर हमला कर दिया. भैंसों की चिल्लाने की आवाज सुनकर मालिक देवाराम वहां दौड़ते हुए पहुंचा. जैसे ही उसने बाड़े का गेट खोला तो तेंदुए ने उसपर भी हमला कर दिया. देवाराम के चिल्लाने पर आसपास के लोग वहां पहुंचे. इस बीच, तेंदुआ वहां से भागने लगा. लेकिन गांववालों ने घेराबंदी करके तेंदुए को पकड़ लिया. इसके बाद उसे पीट-पीट कर मार डाला. तेंदुए के हमले में देवाराम जख्मी हो गया है और उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.

वन विभाग की टीम ने तेंदुए के शव को कब्जे में लिया

गांववालों ने ही सायरा थाने की पुलिस और वन विभाग की टीम को सूचना दी. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इलाके में एक जगह पिंजरा भी लगाया गया है. अन्य तेंदुओं की तलाश की जा रही है. मृतक तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. वहीं, गोगुंदा इलाके के ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं. उनका कहना है कि तेंदुए के हमले में 7 लोगों की जान चली गई है. घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. लेकिन वन विभाग तेंदुओं को पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है

तेंदुए से लोगों में दहशत

अभी तीन दिन पहले उदयपुर के कुराबड़ में मंदिर से लौट रहे पति-पत्नी पर तेंदुए ने हमला कर दिया था. दोनों पति-पत्नी बाइक से आ रहे थे. तेंदुए के हमले से दोनों बाइक से गिर गई. तेंदुए ने दोनों को पंजा मारा था. दोनों ने शोर मचाया तो वहां से तेंदुआ भाग गया था.