लैपटॉप की बैटरी लाइफ को लंबा करने के लिए क्या करें और क्या ना करें: जानें लैपटॉप बैटरी लाइफ बढ़ाने के तरीके

आजकल ज्यादातर कामों के लिए लोग लैपटॉप यूज करते हैं. फिर चाहे ऑफिस का काम का हो या पढ़ाई के लिए हो, लैपटॉप का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है. वैसे तो अगर आप डेली 9-10 घंटे लेपटॉप को लगातार इस्तेमाल करते हैं तो एक समय के बाद ये परेशानी आ सकती है. ऐसे में आप बिना चार्जर के लैपटॉप को यूज नहीं कर पाते हैं. लेकिन अब आपको परेशान नहीं होना पड़ेगा. यहां हम आपको कुछ ऐसी ट्रिक्स बताएंगे जिन्हें फॉलो करने के बाद आपके लैपटॉप की बैटरी लंबी चलेगी.

लैपटॉप की बैटरी इसलिए होती है जल्दी खत्म

कई बार लैपटॉप की बैटरी पुरानी होने के बाद लैपटॉप की बैटरी की एवरेज लाइफ 3-4 साल ही रह जाती है. बैटरी की कैपेसिटी भी कम होने लग जाती है.

ये भी हो सकता है कि लैपटॉप की हार्डवेयर सेटिंग सही नहीं हो, लैपटॉप की हार्डवेयर सेटिंग्स में जो खराबी हो उसे ठीक करने के बाद बैटरी लाइफ बेहतर हो सकती है.

लैपटॉप का सही से इस्तेमाल करना चाहिए है. दरअसल लैपटॉप का सही तरीके से इस्तेमाल ना करने से भी बैटरी लाइफ पर असर पड़ता है.

लैपटॉप की बैटरी लाइफ ऐसे बढ़ेगी

कोशिश करें कि लैपटॉप की बैटरी 0 प्रतिशत तक ना पहुंचे. बैटरी के 0 प्रतिशत तक डिस्चार्ज होने से बैटरी की केपेसिटी कम हो जाती है.

जब बैटरी का लेवल 20 प्रतिशत हो जाए तो उसे चार्ज पर लगा देना चाहिए.

ध्यान रहे कि आप अपने लैपटॉप को 100 प्रतिशत चार्ज न करें. जब बैटरी लेवल 80 प्रतिशत हो तो चार्जिंग बंद कर दें.

लैपटॉप को सही टेंपरेचर में रखें ज्यादा गर्म जगह पर न रखें. गर्मी के वजह से बैटरी की पावर कम हो जाती है.

लैपटॉप को लगातार इस्तेमाल करने के बजाय उसे थोड़ा रेस्ट भी दें. लगातार इस्तेमाल करने से बैटरी हीटेड हो जाती है, जिसकी वजह से जल्दी खत्म होना शुरू हो जाती है.

लैपटॉप के बैकग्राउंड में चल रहे ऐप्स को बंद करते रहें, कई बार बैकग्राउंड में एक्टिव ऐप्स ज्यादा बैटरी खाते हैं. इसलिए, बिना जरूरत के ऐप्स को बंद रखें.

लैपटॉप की हार्डवेयर सेटिंग्स चेक करें, सेटिंग्स में कुछ बदलाव करके आप बैटरी लाइफ को पहले से बेहतर कर सकते हैं. अगर इस सबसे भी नहीं ठीक होती है तो आप लैपटॉप को सर्विस सेंटर भी लेकर जा सकते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की जनता को किया नमन,भाजपा को स्पष्ट बहुमत देने के लिए किया आभार व्यक्त

हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला रिएक्शन आया है. उन्होंने कहा, भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर स्पष्ट बहुमत देने के लिए मैं हरियाणा की जनशक्ति को नमन करता हूं. यह विकास और सुशासन की राजनीति की जीत है. मैं यहां के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे.

पीएम मोदी ने आगे लिखा कि इस महाविजय के लिए अथक परिश्रम और पूरे समर्पण भाव से काम करने वाले अपने सभी कार्यकर्ता साथियों को भी मेरी बहुत-बहुत बधाई! आपने ना केवल राज्य की जनता-जनार्दन की भरपूर सेवा की है, बल्कि विकास के हमारे एजेंडे को भी उन तक पहुंचाया है. इसी का नतीजा है कि भाजपा को हरियाणा में यह ऐतिहासिक जीत हासिल हुई है

जम्मू-कश्मीर के हर व्यक्ति की सराहना की

न केवल हरियाणा बल्कि पीएम ने जम्मू कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि ये चुनाव बहुत खास रहे हैं. अनुच्छेद 370 और 35(A) हटाए जाने के बाद पहली बार ये चुनाव हुए और इनमें भारी मतदान हुआ, जिससे लोगों का लोकतंत्र में विश्वास दिखा. उन्होंने कहा कि वह इसके लिए जम्मू-कश्मीर के हर व्यक्ति की सराहना करते हैं. आगे वह बोले, “मुझे जम्मू-कश्मीर में भाजपा के प्रदर्शन पर गर्व है. मैं उन सभी लोगों का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने हमारी पार्टी को वोट दिया और हम पर भरोसा जताया. मैं लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि हम जम्मू-कश्मीर के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे. मैं अपने कार्यकर्ताओं के मेहनती प्रयासों की भी सराहना करता हूं.”

नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए कही ये बात

इसी के साथ-साथ पीएम ने जम्मू-कश्मीर में नेंका के प्रदर्शन को लेकर कहा कि वह जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में JKNC के सराहनीय प्रदर्शन के लिए उनकी सराहना करना चाहते हैं.

ग्राहकों की शिकायतों के घेरे में ओला इलेक्ट्रिक: सीसीपीए ने कंपनी को 18 अक्टूबर तक जवाब देने का दिया आदेश

ओला इलेक्ट्रिक इस समय सुर्खियों में है .कुछ दिन पहले इसके मालिक भाविश अग्रवाल अपने एक्स पोस्ट को लेकर चर्चा में थे .अब खबर आ रही है कि कंपनी को सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने नोटिस जारी किया है. कंपनी की बढ़ती शिकायतों पर सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस भेजा है. कंपनी को 18 अक्टूबर तक अपना जवाब देने के लिए कहा गया है

पिछले एक साल में नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन को 10,000 से ज्यादा शिकायतें मिली हैं, जिनमें 1,900 शिकायतें डिलिवरी में देरी से जुड़ी हुई हैं, जबकि 1,500 शिकायतें ऐसी हैं जिनमें वायदा किए गए अनुसार सेवा नहीं दी गई. कंपनी पर 3,000 से ज्यादा शिकायतें इस बात की हैं कि ग्राहकों को सेवा नहीं मिल रही। नोटिस मिलने की खबर पर कंपनी ने अभी तक अपना पक्ष नहीं रखा है.

पहले से जांच के घेरे में

ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ यह नोटिस तब जारी किया गया है, जब कंपनी पहले से ही केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण द्वारा जांच के घेरे में है .यह जांच कंपनी के खिलाफ सेवा की कमियों, अनुचित व्यापार प्रथाओं और उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन के मामलों में चल रही है. अब सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी के नोटिस के बाद कंपनी पर कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है.

कंपनी के शेयरों में गिरावट

ओला के शेयरों में सोमवार को 9 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई. कंपनी के आईपीओ की लिस्टिंग 9 अगस्त को हुई थी. तब इसका इश्यू प्राइज 76 रुपये था और यह लगभग इसी प्राइज पर लिस्ट हुआ था. हालांकि बाद में इसके शेयरों में उछाल देखने को मिला और यह 157 रुपये तक पहुंचा. अगस्त में इसके शेयर अपने उच्चतम स्तर पर थे, लेकिन इसके बाद गिरावट आनी शुरू हुई और अब यह करीब 90 रुपये पर आ गया है .दो महीने के अंदर ही इसके शेयरों में 40 प्रतिशत के करीब गिरावट देखी गई है

कुछ दिन पहले कंपनी के मालिक भाविश अग्रवाल और कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी. इसकी शुरुआत कॉमेडियन कामरा के ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने वाले ग्राहकों को पेश आने वाली सेवा की समस्याओं को लेकर की गई पोस्ट से हुई. इस पोस्ट पर कंपनी के सीईओ ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी, जिससे दोनों के बीच नोकझोक हुई.

नवरात्रि में 'जौ बोने' के पीछे की क्या है धार्मिक मान्यताएं और उनका महत्व, जानें

नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा के 9 स्वरूपों को समर्पित होता है. इन नौ दिनों में प्रतिदिन देवी के अलग अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है. नवरात्रि मां दुर्गा की विशेष पूजा करने और उनकी कृपा प्राप्त करने का विशेष पर्व है. यह पर्व शक्ति, सौभाग्य और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है. नवरात्रि के दौरान जौ (jau) बोने की परंपरा है. इस परंपरा का संबंध धार्मिक और सांस्कृतिक दोनों पहलुओं से है. जौ को समृद्धि, उर्वरता और नए जीवन का प्रतीक माना जाता है. नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा बिना जौ के अधूरी मानी जाती है.

नवरात्रि में जौ का महत्व

मान्यता के अनुसार, जौ को ब्रह्म का रूप माना जाता है. इसलिए, जब भी देवी-देवताओं की पूजा की जाती है, तो हवन में जौ चढ़ाया जाता है. नवरात्रि में जौ बोने का अर्थ है देवी का स्वागत करना. जौ को नए जीवन और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है. मान्यता है कि जब जौ अंकुरित होता है, तो यह देवी की कृपा का प्रतीक माना जाता है जिससे घर में सुख-समृद्धि आती है. इसलिए नवरात्रि की पूजा में जौ का विशेष महत्व होता है.

नवरात्रि में जौ बोने के पीछे की कुछ धार्मिक मान्यताएं

शक्ति की पूजा

माना जाता है जौ बोने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है. इसे कलश स्थापना के दिन जौ बोना “मां गौरी” या “मां दुर्गा” के स्वागत के रूप में देखा जाता है.

मां दुर्गा का प्रसाद

नवरात्रि में जौ को मां दुर्गा का प्रसाद माना जाता है. माना जाता है कि जौ बोने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं. साथ ही जौ को बोने के बाद जब वह अंकुरित होता है, तो इसे देवी मां को अर्पित किया जाता है.

सृष्टि का प्रतीक

जौ को सृष्टि का प्रतीक माना जाता है. यह अनाज सबसे पहले उगने वाले अनाजों में से एक है. इसलिए इसे नवजीवन और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है.

सकारात्मक ऊर्जा

जौ को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी माना जाता है. माना जाता है कि जौ उगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.

समृद्धि का प्रतीक

जौ को समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है. माना जाता है कि जौ उगाने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है.

नवजीवन

जौ को बोने इस बात का भी प्रतीक होता है कि हम नए जीवन की शुरुआत कर रहे हैं. यह परिवर्तन और नए अवसरों का संकेत भी माना जाता है.

रिवाज

नवरात्रि के दौरान यह परंपरा पूरे भारत में अलग अलग तरीकों से

मनाई जाती है, जिससे यह पर्व और भी खास बनता है. इस प्रकार, जौ बोना न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक जीवन का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है.

नोट,इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी पुष्टि नहीं करता है

*श्री महाकालेश्वर मंदिर की प्रसादी पैकेट में बड़ा बदलाव: ॐ और शिखर की तस्वीर हटाने का आदेश

मध्य प्रदेश के इंदौर के प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर की प्रसादी के पैकेट का रंग रूप जल्द ही बदलने वाला है. लगभग 5 महीने पहले एमपी के इंदौर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगाई गई थी. इस याचिका में विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर की लड्डू प्रसादी के पैकेट पर ॐ और महाकाल मंदिर के शिखर की तस्वीर को लेकर याचिकाकर्ता ने आपत्ति जताई थी. याचिकाकर्ता ने सनातन के प्रतीक इन चिन्हों को प्रसादी के पैकेट से हटाने की मांग की थी. इस मामले पर सुनवाई करने के बाद माननीय हाईकोर्ट ने 24 अप्रैल 2024 को श्री महाकाल प्रबंध समिति को आदेश दिया था कि महाकाल मंदिर की प्रसादी पैकेट से ॐ और शिखर की तस्वीर को हटा दिया जाए.

इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए कलेक्टर और श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने बताया कि माननीय हाईकोर्ट के आदेशों के परिपालन में जल्द ही महाकाल मंदिर के प्रसादी पैकेट से ॐ और महाकाल मंदिर के शिखर का चिन्ह हटाया जाएगा. इसको लेकर श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति की बैठक में सभी से सुझाव लिए जा चुके हैं. लड्डू प्रसादी के पैकेट की नई डिजाइन तैयार की जा रही है.

पुराना स्टॉक खत्म होने का इंतजार

जानकारी के मुताबिक, प्रसादी पैकेट का पुराना स्टॉक खत्म होने के बाद अब जो भी पैकेट आएंगे उन पर अब यह चिन्ह नजर नहीं आएंगे. श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने बाबा महाकाल के लड्डू प्रसाद को लेकर बड़ा बदलाव किया है. बैठक में निर्णय लिया गया है कि अब मंदिर के लड्डू प्रसादी पैकेट पर मंदिर का शिखर और ॐ नहीं दिखेगा. हाईकोर्ट ने भी मंदिर समिति को डिजाइन में बदलाव के लिए 3 महीने तक का वक्त दिया था.

अप्रैल में दायर की गई थी याचिका

अप्रैल में इंदौर हाईकोर्ट में यह जनहित याचिका इसीलिए लगाई गई थी क्योंकि लोगों का मानना था कि बाबा महाकाल के प्रसादी का उपयोग करने के बाद श्रद्धालु इन पैकेट को जिस पर बाबा महाकाल के शिखर के साथ ही ॐ का चिन्ह बना होता है उसे कचरे में फेंक देते हैं. बाबा महाकाल के शिखर के साथ ही ॐ भी सनातन का प्रतीक चिन्ह है जिसे इस तरह से कूड़े में फेंकना गलत है. इससे सनातन का अपमान होता है जिसको लेकर ही अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के कार्यकर्ता और महंत सुखदेवानंद, ब्रह्मचारी गुरु श्री महंत योगानंद, ब्रह्मचारी श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा इंदौर और पंडित शरद कुमार मिश्रा, गुरु श्री स्वामी राधाकांताचार्य महाराज श्री दुर्गा शक्तिपीठ ने इंदौर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी.

हरियाणा विधानसभा चुनाव: बीजेपी ने तीसरी बार सरकार बनाने की दिशा में बढ़ाया कदम, कंगना रनौत ने दी बधाई

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार सरकार बनाती दिख रही है. इस तरह यह राज्य में ऐसा करने वाली पहली पार्टी बनेगी. इसी बीच, बॉलीवुड अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने एक्स पर हरियाणा के चुनाव परिणामों को लेकर छह नेताओं के नाम लिखकर उन्हें बधाई दी. उन्होंने जिन छह नेताओं को बधाई दी उनमें शामिल हैं, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और नायब सिंह सैनी. कंगना ने लिखा कि हरियाणा में बीजेपी की तीसरी बार सरकार बनने के लिए इन सभी का धन्यवाद.

उन्होंने आगे लिखा “हरियाणा में लगातार तीसरी बार जीतने के लिए बधाई. पार्टी की इस अभूतपूर्व जीत का श्रेय उनकी निरंतर अथक मेहनत, जनहितैषी नीतियों, गरीबों के समग्र कल्याण और राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास को जाता है, जिसने हरियाणा की जनता से उन्हें व्यापक स्वीकृति दिलाई है.” साथ ही उन्होंने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को भी बधाई दी.

असली नतीजों ने कहानी पलटी

गौरतलब है कि आज जब हरियाणा विधानसभा चुनाव की गिनती शुरू हुई तो कांग्रेस ने पहले एक घंटे में ही बहुमत हासिल कर लिया था और बीजेपी 20 सीटों से नीचे दिखने लगी थी. हालांकि यह स्थिति सुबह 10 बजे के बाद बदल गई, जिसके बाद बीजेपी राज्य में ऐतिहासिक रूप से तीसरी बार जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही है. इससे पहले एग्जिट पोल में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की गई थी. कहा गया था कि किसान, जवान और पहलवान बीजेपी से नाराज़ हैं. इसलिए बीजेपी सत्ता से बाहर हो जाएगी, लेकिन असली नतीजों के बाद कहानी पलट गई है

राहुल ने जो माहौल बनाया कैसे बिगड़ा?

वहीं, हरियाणा के चुनावी रुझानों पर कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने कहा कि अब तक के नतीजे निराशाजनक हैं और हमारे कार्यकर्ता काफी निराश हैं. उन्होंने कहा 10 साल से कांग्रेस के लिए हमारे कार्यकर्ताओं ने खून-पसीना बहाया है, लेकिन अब हमें नए सिरे से सोचने की जरूरत है. हमें यह देखना होगा कि कहां कमियां रहीं, क्यों कमियां रहीं, और कौन इसके लिए जिम्मेदार हैं. राहुल गांधी ने जो माहौल बनाया था, वह आगे क्यों नहीं बढ़ पाया. बहुत कुछ होते हुए भी, सारी चुनौतियों का सामना करते हुए चुनाव लड़ा गया, और आज कहना अच्छा नहीं लगेगा.

आगे उन्होंने कहा हमें आगे के लिए सोचना होगा. हमारे कार्यकर्ता निराश हुए हैं, लेकिन हताश नहीं हैं. हाई कमान को देखना चाहिए कि क्या हुआ है.

शारदीय नवरात्रि 2024: अष्टमी और नवमी की तिथि में कन्फ्यूजन, जानें क्या है सही डेट और समय

हिंदू धर्म में मां दुर्गा को एक महाशक्ति के रूप में पूजा जाता है और ऐसा माना जाता है कि उनकी आराधना करने से माता की असीम कृपा भक्तों पर बरसती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं. इस बार नवरात्रि की शुरुआत 03 अक्तूबर 2024 को हुई. लेकिन इस बार अष्टमी और नवमी किस दिन पड़ेगी इसे लेकर भक्तों के मन में कन्फ्यूजन बना हुआ है. ऐसे में आइये जानते हैं कि 2024 में किस दिन अष्टमी पड़ रही है और किस दिन नवमी मनाई जाएगी. इन दोनों तिथियों का नवरात्रि में बहुत महत्व होता है. इसी के अगले दिन दशहरा मनाया जाता है जिसे विजय दशमी के नाम से भी जानते हैं.

कब पड़ रही है अष्टमी और नवमी

साल 2024 में अष्टमी और नवमी को लेकर बहुत कन्फ्यूजन है. पंचांग की मानें तो साल 2024 में शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि की शुरुआत 10 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर होगी और इसका समापन 11 अक्टूबर को सुबह 12 बजकर 05 मिनट पर होगा. इसके तुरंत बाद ही नवमी तिथि की शुरुआत हो जाएगी. लेकिन उदयातिथि की वजह से अष्टमी और नवमी का व्रत 11 तारीख को रखा जाएगा. ऐसे में इस बार 11 तारीख को ही शारदीय नवरात्रि की अष्टमी और नवमी पड़ेगी. इसके अगले दिन 12 नवंबर 2024 को विजया दशमी मनाई जाएगी.

अष्टमी-नवमी तिथि की पूजा का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग की मानें तो इस बार अष्टमी और नवमी के दिन पूजा के लिए बेहद शुभ मुहूर्त पड़ रहा है. पूजा का मुहूर्त सुबह 06 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा जो 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. वहीं इस बार पूजा के 2 शुभ मुहूर्त निकल रहे हैं. पहला मुहूर्त उन्नती मुहूर्त है. इसकी शुरुआज 07 बजकर 47 मिनट से होगी जो 09 बजकर 14 मिनट तक रहेगा. वहीं अमृत मुहूर्त की बात करें तो इसकी शुरुआत सुबह 09 बजकर 14 मिनट पर होगी और ये 10 बजकर 41 मिनट पर खत्म होगा.

किसकी करते हैं पूजा?

नवरात्रि के पूरे 9 दिन 9 अलग-अलग देवियों को समर्पित है. ये देवियां मां दुर्गा का 9 रूप हैं और महाशक्ति का प्रतीक हैं. हर साल 2 बार नवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है. पहली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि के रूप में जाना जाता है. इस दौरान माता रानी की उपासना का समय होता है. वहीं दूसरी नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि के रूप में जाना जाता है. इस नवरात्रि की ये खासियत होती है कि इसमें माता रानी के उत्सव को ज्यादा महत्व दिया जाता है. नवरात्रि के 8वें दिन महागौरी की पूजा की जाती है वहीं नवरात्रि के 9वें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है.

हरियाणा चुनाव परिणाम: अरविंद केजरीवाल ने दिया बड़ा बयान, ओवर कॉन्फिडेंट नहीं होना चाहिए

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ ही देर में साफ हो जाएंगे. वोटों की गिनती की जा रही है और धीरे-धीरे रिजल्ट सामने आ रहे हैं. ऐसे में सभी पार्टियों के नेताओं के चुनाव को लेकर रिएक्शन सामने आ रहे हैं. इसी बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आज के चुनाव से यह सबक लेना चाहिए कि ओवर कॉन्फिडेंट में नहीं रहना चाहिए.

अरविंद केजरीवाल ने कहा, “जितना भगवान ने दिया है उसमें खुश रहो और जनता की सेवा करो और देश की सेवा करो. अब चुनाव आने वाले हैं. अभी पता नहीं है कि हरियाणा चुनाव के नतीजे क्या है लेकिन आज के चुनाव से सबसे बड़ा सबक यह लेना चाहिए कि कभी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए. आज के चुनाव से सबसे बड़ा सबक यह है कि कभी भी ओवर-कॉन्फिडेंट में न रहें. हर चुनाव में हर सीट कठिन होती है. हमें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. कोई अंदरूनी कलह नहीं होना चाहिए.”

यही नहीं उन्होंने आगे कहा कि इस चुनाव में सबसे अहम रोल आपका होगा. क्योंकि हम एमसीडी (दिल्ली नगर निगम) में हैं. जनता उम्मीद करती है कि सामान्य चीजें जैसे सफाई तो करेंगे. बाकी चीजें भले ही जनता माफ कर देंगी. अपने अपने एरिया में कोशिश करें कि रोज झाड़ू लग जाए और कूड़ा उठाया जाए. अगर इतना काम हमने कर लिया, तो मुझे उम्मीद है कि हम चुनाव जीत जाएंगे. परिवार में लड़ाईयां भी होती हैं. हम मार्च अप्रैल में लड़ लेंगे लेकिन इस वक्त हमारा एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए कि फरवरी में चुनाव है और हमें जीतना है.

यूक्रेन का बड़ा हमला: रूसी सेना को ईंधन की आपूर्ति करने वाले क्रीमिया के ऑयल टर्मिनल पर यूक्रेन ने किया हमला

रूस यूक्रेन युद्ध अपने तीसरे साल में प्रवेश करने के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों ओर से एक दूसरे के ऊपर भीषण हमले किए जा रहे हैं. यूक्रेन की सेना ने कहा है कि उसने कब्जे वाले क्रीमिया में एक अहम ऑयल टर्मिनल पर हमला किया है, जिससे रूसी सेना को युद्ध में ईंधन दिया जा रहा था. सोमवार को सोशल मीडिया पर यूक्रेनी सेना पोस्ट कर कहा, “रात में अस्थायी रूप से कब्जे वाले फियोदोसिया, क्रीमिया में दुश्मन के ऑयल टर्मिनल पर एक सफल हमला किया गया है.”

वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि युद्ध एक महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर चुका है. नाटो देशों की मदद के बाद यूक्रेन सेना ने कई अहम ऑपरेशन चलाते हुए रूस को बड़े जख्म दिए हैं. फरवरी 2022 को रूसी आक्रमण से शुरू हुए इस युद्ध का कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है, पिछले दो साल से ज्यादा के समय में हजारों मौतें हो चुकी हैं और लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं.

सैन्य और आर्थिक क्षमता कमजोर करने के लिए हमला

यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने सोशल मीडिया पर बताया, “रूस के कब्जे वाले क्रीमिया के दक्षिणी तट पर फियोदोसिया में तेल टर्मिनल रूसी सेना को ईंधन की आपूर्ति कर रहा है और यह हमला रूसी संघ की सैन्य और आर्थिक क्षमता को कमजोर करने के लिए चल रहे प्रयास का हिस्सा था.” इस बीच रूसी अधिकारियों ने सोमवार सुबह टर्मिनल में आग लगने की सूचना दी, लेकिन यह नहीं बताया कि आग किस कारण से लगी है.

यूक्रेन ने किया साइबर अटैक

हवाई हमला ही यूक्रेन इस जंग वापसी करने के लिए हर तरीके की कार्रवाई कर रहा है. रूसी सरकारी मीडिया आउटलेट VGTRK ने सोमवार को कहा कि उसके ऑनलाइन ब्रॉडकास्ट पर साइबर हमला किया गया है. VGTRK रूस के कई मुख्य राष्ट्रीय टीवी चैनलों और कुछ क्षेत्रीय चैनलों और रेडियो स्टेशनों के मालिक है.

फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, मुजफ्फरपुर में 9 शिक्षकों पर मामला दर्ज

बिहार में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले टीचरों पर शिकंजा कसा है। मुजफ्फरपुर जिले के नौ शिक्षकों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार ने केस दर्ज कराया है।

इनमें सरैया के छह, गायघाट के दो और कटरा के एक शिक्षक शामिल हैं। सभी आरोपित बीते 10-12 वर्षों से नौकरी कर रहे हैं और लाखों रुपये वेतन उठा चुके हैं।

नियोजन इकाई की भी इस फर्जीवाड़े में संलिप्तता की आशंका जताई गई है। आरोपित शिक्षकों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

निगरानी इंस्पेक्टर ने बताया कि बड़े पैमाने पर शिक्षकों ने असम के गुवाहाटी स्थित एससीईआरटी संस्थान के शिक्षण प्रशिक्षण का सर्टिफिकेट दिया है। अभी 10 शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच कराई गई है। इस संस्थान के सर्टिफिकेट वाले 50 अन्य शिक्षक भी जांच के दायरे में हैं।

सरैया बघनगरी उमवि. बालक की शिक्षिका प्रीति कुमारी, मनोरंजन कुमार, तुरकौलिया उमवि. में उर्दू के शिक्षक अनवारुल हक, उमवि. वीरपुर की शिक्षिका रिंकी कुमारी,वंदना कुमारी और उमवि रघवा छपरा के शिक्षक अरविंद कुमार पर सरैया थाने में गायघाट उमवि. रौना मुशहर के शिक्षक सुबोध कुमार व मवि. चोरनिया की शिक्षिका नीतू कुमारी पर गायघाट थाने में व उमवि. विशंभरपट्टी पश्चिम के शिक्षक अमित कुमार पर कटरा थाने में मामले दर्ज कराए गए हैं।