*मौसम का मिजाज : दिन में गर्मी तो रात में सिहरन का हो रहा अहसास, अगले माह से प्रदेश में ठंड पड़ने के आसार

* डेस्क : बिहार में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। दिन में जहां गर्मी तो रात में सिहरन का एहसास होने लगा है। प्रदेश में मानसून की विदाई का समय नजदीक आ गया है। शरद ऋतु का आगमन हो गया है। जिस कारण धीरे-धीरे हर हफ्ते तापमान में क्रमिक गिरावट दर्ज की जाएगी। चंद दिनों बाद यानी अक्टूबर के मध्य से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। हालांकि, पश्चिमी देशों में बर्फबारी होने के बाद ही प्रदेश वासियों को ठंड का पूरी तरह एहसास होगा। हालांकि अक्टूबर में रात के वक्त जितना सिहरन का एहसास होना चाहिए, उतना नहीं हो रहा। इसकी वजह अधिकतम और न्यूनतम तापमान का सामान्य से अधिक होना है। वहीं मौसम विभाग की ओर से संभावना जताई जा रही है कि अगले माह नवंबर से प्रदेश में ठंड दस्तक दे देगी।
दुर्गापूजा में सुरक्षा को लेकर प्रशासन की पूरी तैयारी : राजधानी पटना में 645 जगहों पर होगी मजिस्ट्रेट की तैनाती, संवेदनशील इलाकों पर प्रशासन की

डेस्क : बिहार में दुर्गापूजा भव्य तरीके से मनाया जाता है। बड़े-बड़े पंडाल बनते है जिनमें मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा बैठाई जाती है। वहीं इस दौरान मेला भी लगता है। पूजा पंडाल में मां के दर्शन को भारी भीड़ उमड़ती है। पूजा के दौरान किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो इसे लेकर प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है। राजधानी पटना जिले में 645 जगहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात होंगे। संवेदनशील इलाकों में विशेष चौकसी रहेगी। खासकर पटना शहर के डाकबंगला चौराहा, बोरिंग रोड, नेहरू पथ, गांधी मैदान फुलवारीशरीफ आदि इलाके में विशेष सुरक्षा की व्यवस्था रहेगी। संवेदनशील इलाकों में गश्त भी कराई जाएगी। सुरक्षा की दृष्टिकोण से पटना शहर को 13 जोन में बांटा गया है। सभी जोन में वरीय मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। पटना सदर अनुमंडल में 178, पटना सिटी में 91, दानापुर में 74, बाढ़ में 139, मसौढ़ी में 86, पालीगंज में 77 संवेदनशील इलाकों में वरीय मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। गांधी मैदान में रावण वध कार्यक्रम के दौरान भीड़ पर नियंत्रण रखने के लिए 88 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। गंगा किनारे आठ घाटों पर भी मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। 10 अक्टूबर से सभी जगहों पर मजिस्ट्रेट तैनात हो जाएंगे जो 13 अक्टूबर तक रहेंगे। मूर्ति विसर्जन को लेकर 13 और 14 अक्टूबर गंगा में निजी नाव का परिचालन बंद रहेगा। 10, 11, 12 अक्टूबर को सभी अनुमंडल क्षेत्र में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रहेगी। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि सभी मजिस्ट्रेट को चौकस रहने को कहा गया है तथा भीड़ पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी। लोगों से अपील की गई है कि वे पर्व के दौरान शांति बनाए रखें। अराजकता फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी प्रकार की सूचना 112 डायल पर दे सकते हैं। दुर्गापूजा तक सभी थानों को अलर्ट पर रखा गया है।
*बड़ी खबर : बिहार STF को मिली बड़ी सफलता, दो जोनल और एक सब जोनल कमांडर 1 लाख के इनामी नक्सली को किया गिरफ्तार*

डेस्क : बिहार एसटीएफ की विशेष टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ की विशेष टीम ने औरंगाबाद जिले के दो जोनल कमांडर और एक सब-जोनल कमांडर को गिरफ्तार किया है। एक लाख रुपये के इनामी जोनल कमांडर कुख्यात नक्सली सुभाष यादव उर्फ उर्फ गौरव और एक लाख रुपये के ही इनामी जोनल कमांडर कुख्यात नक्सली सुधाकर उर्फ नट बोल्ट उर्फ रामविनय रविदास उर्फ रंजनजी को औरंगाबाद जिले के हंसपुरा इलाके से गिरफ्तार किया गया। साथ ही नक्सली सब-जोनल कमांडर सत्येंद्र रविदास उर्फ विधायकजी को भी पकड़ा गया है। इन तीनों के साथ हंसपुरा थाने के सत्यदेव नगर निवासी सत्येंद्र सिंह की भी गिरफ्तारी हुई है। इनके पास से तीन देसी पिस्टल और आठ कारतूस बरामद किए गए हैं। नक्सली विधायकजी 2005 में जहानाबाद में जेल ब्रेक कांड का आरोपी है। 2012 में गया के कोंच में जेसीबी जलाने की घटना में भी वह प्रमुखता से शामिल है। वहीं औरंगाबाद के रफीगंज में 2024 में नक्सली सुभाष यादव ने जेसीबी जला दी थी। साथ ही गया के कोंच निवासी जितेंद्र उर्फ हीरा यादव की हत्या कर दी थी। नक्सली नट बोल्ट 2016 में नवादा के सिरदला में निर्माणाधीन खरौन्ध रेलवे स्टेशन पर हुए नक्सली हमले में शामिल था। इन तीनों नक्सली के खिलाफ गया, जहानाबाद, नवादा और औरंगाबाद जिले के विभिन्न थानों में कई नक्सली वारदात से जुड़े केस दर्ज है। इनसे नक्सलियों से फिलहाल पूछताछ जारी है। इससे कई अहम जानकारी मिलने की संभावना है।
*इन बिजली उपभोक्ताओं के यहां नहीं लगेगा प्रीपेड स्मार्ट मीटर, जानिए क्यों

डेस्क : बिहार में राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का तेजी से चल रहा है। हालांकि इसपर राजनीति भी जमकर हो रही है। विपक्ष इसका पुरजोर विरोध कर रहा है। वहीं सरकार स्मार्ट मीटर को लगाना अनिवार्य कर दिया है।

इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। जिसमे कुछ ऐसे उपभोक्त है जिनके यहां प्रीपेड मीटर नहीं लगेगा। दरअसल इसके पीछे तकनीकी वजह है। 

जिन उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन 19 केवी से ज्यादा है, उनके लिए यह तकनीकी रूप से संभव नहीं है स्मार्ट प्रीपेड मीटर की मौजूदा क्षमता 60 एम्पियर या 19 केवी तक के कनेक्शन तक ही सीमित है, इससे ज्यादा पर यह काम नहीं कर सकता ऐसे में इससे ज्यादा लोड वाले उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर नहीं लगेगा।

एलटीसीटी पोस्टपेड मीटर उन उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कराए गए हैं जिनका विद्युत भार 19 केवी से 70 केवी के बीच है जबकि, एचटी पोस्टपेड मीटर उन उपभोक्ताओं के लिए उपयोग किए जाते हैं जिनका विद्युत भार 70 केवी से अधिक है इन मीटरों के लिए ऑटो रीडिंग सुविधा पहले से ही उपलब्ध है, इसलिए तकनीकी कारणों से इन्हें स्मार्ट प्रीपेड मीटर में नहीं बदला जा सकता है।

सिंगल फेज के उपभोक्ताओं के लिए तो यह और भी कम है और यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर की क्षमता 7 केवी तक ही है। थ्री-फेज में यह 5 से 19 केवी के बीच में है। पटना जिले में करीब 92 फीसदी उपभोक्ताओं के यहां 19 केवी से कम बिजली लोड है, इसलिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है। लेकिन जिन उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन 19 केवी से ज्यादा है, उनके यहां स्मार्ट मीटर नहीं लगाया जाएगा।

रोहतास मे बड़ा हादसा : सोन नदी में डूबने से एक परिवार के 5 बच्चों की मौत, पूरे गांव मे मचा कोहराम

डेस्क : बिहार के रोहतास जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां रोहतास थाना क्षेत्र के तुंबा गांव में सोन नदी में डूबने से एक ही परिवार के पांच बच्चों की मौत हो गई है जबकि दो बच्चे अभी लापता जिनकी तलाश जारी हैं। इस हादसे के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया है।

बताया जा रहा है कि एक ही परिवार के 7 बच्चे नहाने के लिए सोन नदी गए थे। इसी दौरान एक के बाद एक सभी बच्चे नदी में डूब गए। जिसमें पांच बच्चों की लाश बरामद हुई है। जबकि दो बच्चे अभी लापता है।

मृतकों में तुंबा गांव के रहने वाले कृष्णा गोंड के चार बच्चे और एक बच्चा उसकी बहन का शामिल है। वहीं दो अन्य बच्चे भी इसी गांव के रहने वाले हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया है।

घटना की सूचना के बाद मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची है। एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया है। स्थानीय गोताखोरों की मदद से लापता दोनों बच्चों को तलाश किया जा रहा है। पांच बच्चों का शव नदी से बरामद कर लिया गया है। पूरे गांव में अफरा तफरी का माहौल है। मृतक के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

पटना के एसकेएम में गीत-संगीत की महफिल से दशहरा महोत्सव का हुआ आगाज, बॉलवुड के पाश्वगायकों और कलाकारों ने बिखेरे जलवे

डेस्क : राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में पटना प्रमंडल और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के संयुक्त प्रयास से बीते शनिवार को दो दिवसीय दशहरा महोत्सव का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने किया। उन्होंने कहा कि देश के नामचीन कलाकारों को देखने और सुनने का अवसर मिलता है। यह एक सफल प्रोग्राम है।

कार्यक्रम में गायक विनोद राठौर, गायिका पूर्णिमा श्रेष्ठ ने एक से बढ़कर एक गीत गाए तथा एहसान कुरैशी ने लोगों को अपनी कॉमेडी से हंसाया। शाम साढ़े सात बजे जैसे ही पूर्णिमा श्रेष्ठ ने तू तू तारा, तोड़ो ना दिल हमारा गाने के म्यूजिक के साथ स्टेज पर कदम रखा, श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उन्होंने सोना कितना सोना है, सोने जैसा तेरा मन, छतरी ना खोल न बरसात में गाना गया। इसके बाद कामेडियन एहसान कुरैशी ने एक बढ़कर एक चुटकुले भी सुनाए।

विनोद राठौर ने नायक नहीं खलनायक हूं मैं, दिलवर दिलवर, कभी खुशियों की सरगम लिखेंगे जैसे गानों की बेहतरीन प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में श्वेता साहा एवं उनकी टीम की ओर से कथक क्लासिकल नृत्य की प्रस्तुति की गई।

इस अवसर पर मंत्री जमां खान, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव दयानिधान पांडेय, प्रमंडलीय आयुक्त मयंक बरवडे समेत कई अधिकारी मौजूद थे।

दुर्गापूजा के दौरान राज्य पुलिस कमांड सेंटर से जिलों में सुरक्षा व्यवस्था की 24 घंटे होगी निगरानी, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर होगी

डेस्क : बिहार में दुर्गापूजा भव्य तरीके से मनाया जाता है। बड़े-बड़े पंडाल बनते है जिनमें मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा बैठाई जाती है। वहीं इस दौरान मेला भी लगता है। पूजा पंडाल में मां के दर्शन को भारी भीड़ उमड़ती है। पूजा के दौरान किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो इसे लेकर प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है।

इसबार राज्य पुलिस कमांड सेंटर से दुर्गापूजा को लेकर जिलों में सुरक्षा व्यवस्था की 24 घंटे निगरानी की जाएगी। इसके लिए पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर कमांड सेंटर में पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी व अन्य पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जाएगी। ये रोटेशन में जिलों से प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर नजर रखेंगे और तत्काल कार्रवाई करने में सहयोग करेंगे। राज्य सरकार ने सांप्रदायिक सद्भाव और शांतिपूर्ण विधि-व्यवस्था को प्राथमिकता में रखने का निर्देश दिया है। इससे असामाजिक तत्वों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मुख्यालय से सीधे जिलों को कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार, पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के आधार पर कार्रवाई करने की अनुमति दी है।

पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सोशल मीडिया सेंटर के माध्यम से सभी सोशल मीडिया की गतिविधियों की निगरानी की जाएगी। किसी प्रकार के आपत्तिजनक, भड़काऊ पोस्ट पर कार्रवाई होगी। या संवेदनशील मुद्दों को लेकर अफवाह फैलाने के मामलों में तत्काल कार्रवाई करेगी। किसी भी परिस्थिति में सोशल मीडिया पर असमाजिक तथा अराजक प्रकृति की सामग्री/टिप्पणी आदि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी प्रमुख स्थलों पर मैजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे

पुलिस मुख्यालय द्वारा दिए गए निर्देश के तहत डीएम-एसपी के संयुक्त आदेश पर दुर्गापूजा के प्रमुख पंडालों एवं स्थानों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी। पुलिस ने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने की अपील सभी नागरिकों से की है।

राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में डेंगू का कहर जारी, 175 नए मरीजों के साथ पीड़ितों की संख्या 3800 के पार

डेस्क : राजधानी पटना में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूरे जिले में डेंगू पीड़ितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बीते 24 घंटे में राज्यभर डेंगू के 175 नए मरीज मिले हैं। इसमें सिर्फ पटना के 102 डेंगू पीड़ित हैं। पूरे राज्य में इस साल एक जनवरी से 4 अक्टूबर तक डेंगू मरीजों की कुल संख्या 3841 हो गई है।

इस साल अब तक सिर्फ पटना में ही 1897 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं। डेंगू से इस साल 12 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा पटना में पांच लोगों की डेंगू से मृत्यु की रिपोर्ट है।

इधर नालंदा में 8, वैशाली में 5, सारण में 5, मधुबनी में 4, खगड़िया 4, औरंगाबाद, भागलपुर, बक्सर, पूर्वी चंपारण, गया और मुंगेर में 3-3 नए डेंगू मरीज मिले हैं। पटना में शनिवार को डेंगू के 102 नए मरीज मिले। जिले में अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या 1887 हो गई है। शनिवार को सबसे अधिक कंकड़बाग में 27, पाटलिपुत्र में 17, बांकीपुर में 15, एनसीसी में सात, अजिमाबाद में 12, और पटना सिटी में दो मरीज मिले। दो मरीजों की पहचान नहीं हो पाई है।

वहीं प्रखंडों में खुसरूपुर में चार, धनरुआ, फतुहा, फुलवारी और बख्तियारपुर में दो-दो, संपतचक में 3, दनियावां, मनेर और पटना सदर में एक-एक मरीज मिले। वहीं चिकनगुनिया के दो मरीज मिले।

बड़ी खबर : NIA डीएसपी अजय प्रताप ने जदयू की पूर्व MLC मनोरमा देवी के बेटे को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर मांगा था 3 करोड़ घूस, सीबीआई की FIR से हुआ खुलासा


डेस्क : घूसखोरी की मांग मामले में फंसे एनआईए डीएसपी अजय प्रताप सिंह मामले मे बड़ा खुलासा हुआ है। डीएसपी अजय प्रताप सिंह ने जदयू की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव उर्फ राकेश रंजन यादव को फंसाने की धमकी देकर 3 करोड़ की घूस मांगी थी। यह खुलासा सीबीआई की प्राथमिकी से हुआ है।

सीबीआई ने 29 पेज की एफआईआर में रिश्वतकांड का पूरा ब्यौरा दिया है। जिसमें कहा गया है कि डीएसपी ने रॉकी को उसके घर से बरामद हथियारों में एके-47 रखने और नक्सली पर्चा में नाम लिख फंसाकर जेल भेजने की धमकी थी। इससे बचाने के एवज में उससे इतनी बड़ी रकम मांगी थी। डीएसपी ने रॉकी को यह धमकी 24 सितंबर को पटना स्थित जांच एजेंसी के कार्यालय में बुलाकर दी थी।

सीबीआई के मुताबिक रॉकी ने 3 अक्टूबर को उसके नई दिल्ली स्थित मुख्यालय एसपी के ई-मेल पर छह पेश की शिकायत भेजी थी। इसकी पड़ताल करने के बाद सीबीआई की टीम ने गुरुवार की देर शाम एनआईए डीएसपी को घूस लेते गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी ने धमकी दी थी कि तीन करोड़ नहीं देने पर रॉकी के साथ उसकी मां मनोरमा देवी को भी तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जा सकता है।

डीएसपी ने रिश्वत की पहली किस्त के तौर पर 50 लाख रुपये देने को कहा। रॉकी ने इतने पैसे तुरंत देने में असमर्थता जाहिर की तो इसे घटाकर 25 लाख कर दी। 26 सितंबर को यह राशि ली गई।

रॉकी को एक अक्टूबर को फिर एनआईए दफ्तर बुलाया गया। दूसरी किस्त के तौर पर डीएसपी ने 70 लाख देने को कहा। सौदा 35 लाख पर तय हुआ। शेष 35 लाख 3 अक्टूबर को गया के आसपास देना तय हुआ था। इसी क्रम में डीएसपी हत्थे चढ़ गया। सीबीआई को तमाम साक्ष्य रॉकी ने पटना के एक होटल में सौंपा। इसमें डीएसपी के खिलाफ ऑडियो, वीडियो समेत अन्य दस्तावेज हैं जिससे 3 करोड़ घूस मांगने की पुष्टि हुई।

बिहार में पहली बार होनेवाली वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी, 2024 के 'लोगो' डिजाइन और 'शुभंकर' का सीएम नीतीश कुमार ने किया अनावरण, मौके पर कहें यह

डेस्क : बिहार में पहली बार होनेवाली वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी, 2024 के 'लोगो' डिजाइन और 'शुभंकर' का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में आवरण हटाकर अनावरण किया। इस अवसर पर खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, खेल विभाग के प्रधान सचिव डॉ० बी० राजेन्दर, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, खेल विभाग के निदेशक महेंद्र कुमार, हॉकी इंडिया के सेक्रेट्री जेनरल भोलानाथ सिंह, भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सेलेमा टेटे, उपकप्तान नवनीत कौर सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण ने मुख्यमंत्री को बताया कि वीमेंस एशियंस चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी बिहार कर रहा है। इसका आयोजन 11 से 20 नवंबर के बीच राजगीर के खेल स्टेडियम में किया जाएगा। इसमें छह देशों भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड की महिला हॉकी की टीमें भाग लेंगी। इस प्रतियोगिता का शुभंकर 'गुड़िया' बिहार की राज्य पक्षी गौरैया से प्रेरित है। गुड़िया के हाथ में हॉकी स्टीक हॉकी प्रतियोगिता का प्रतीक चिह्न है तथा हाथ में गोलकीपर का दस्ताना और बचाव की मुद्रा एक गोलकीपर के अंदर सतर्कता, स्फूर्ति एवं सुरक्षा के रणनीतिक गुणों को प्रतिबिंबित करता है। पास में पूरी टीम के लिए रखी एक गेंद खेल भावना के साथ मिलकर खेलने की अनिवार्यता को दर्शाता है। यह प्रतियोगिता महिला हॉकी खिलाड़ियों की है इसलिए महिला सशक्तीकरण में बिहार सरकार की प्राथमिकता और प्रतिबद्धता को पुष्ट करने के लिए गौरेया के प्रतीक के रूप में गुड़िया का शुभंकर चुना गया है। इस प्रतियोगिता के 'लोगो' का डिजाइन गौरवशाली बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक ऐतिहासिक विरासत और सर्वांगीण प्रगति का प्रतीक है। बोधि वृक्ष और हॉकी स्टिक को लोगो के रूप में रखा गया है। बोधि वृक्ष ज्ञान शक्ति, स‌द्भाव, सहिष्णुता और विकास का प्रतीक है जो बिहार के समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इतिहास से लोगों को जोड़ता है। 'हॉकी स्टिक' भारत के राष्ट्रीय खेल हॉकी का प्रतीक है।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि वीमेंस एशियंस चैंपियंस ट्रॉफी, 2024 का आयोजन राजगीर में किया जा रहा है। राजगीर में भव्य खेल स्टेडियम बनाया गया है। मैं भारतीय महिला हॉकी टीम के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देता हूं और अन्य देशों से आनेवाली खिलाड़ियों का स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि बाहर से आनेवाले लोगों के लिए बेहतर ढंग से सारा इंतजाम कराएं। सुविधा में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। सभी अतिथियों की मेहमाननवाजी अच्छे ढंग से करें। जिससे वे बिहार के बारे में अच्छा अनुभव लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता का आयोजन सफल हो। इसके लिए हरसंभव प्रयास और सहयोग राज्य सरकार करेगी।