3 लाख का इनामी कुख्यात अपराधी बाबर एनकाउंटर में मर गया , पूर्णिया पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई कर मार गिराया

पूर्णिया पुलिस और एसटीएफ की टीम ने कुख्यात 3 लाख का इनामी डकैत बाबर एनकाउंटर में मारा गया । पूर्णिया पुलिस और एसटीएफ की टीम ने अमौर थाना से महज डेढ़ किलोमीटर दूर स्टेट हाईवे के पास धान के खेत में एनकाउंटर में बाबर उर्फ आदिल उर्फ पा पड़, पिता अली मोहम्मद उर्फ मोमा, पतुलवा किशनगंज जिला निवासी को मार गिराया। सूचना मिलते ही एसपी कार्तिकेय शर्मा खुद अमौर पहुंचे थे। एसपी ने कहा कि 12:00 बजे प्रेस वार्ता कर जानकारी दी जाएगी। लेकिन पुलिस सूत्रों से जो अब तक जानकारी मिली है बाबर पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज के अलावा बंगाल और यूपी में भी डेढ़ दर्जन से अधिक डकैती कांड को अंजाम दे चुका है। उस पर कई जिलों में अपराधिक मामले दर्ज हैं। रात में भी वह डकैती की योजना बना रहा था। पुलिस और एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली। इसके बाद घेराबंदी कर बाबर को मार गिराया गया ।बाबर किशनगंज जिला का निवासी बताया जाता है । फिलहाल उसे पोस्टमार्टम के लिए पूर्णिया लाया गया है।
सांसद पप्पू यादव ने सर्किट हाउस में की जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक

सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आज कोसी और सीमांचल में हो रहे कटाव की समस्या को लेकर पूर्णिया सर्किट हाउस में एक अहम बैठक की। बैठक में जल संसाधन विभाग सह जल निस्सरण विभाग, पूर्णिया के मुख्य अभियंता (कटिहार, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, भागलपुर, बांका और मुंगेर), अधीक्षण अभियंता, कार्यपलक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण कार्यकारी अभियंता,आरडब्ल्यूडी एई (एसडीओ) और आरडब्ल्यूडी कनिष्ठ अभियंता समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान सांसद ने नदियों से हो रहे कटाव और सरकार द्वारा इसके रोकथाम के उपायों पर चर्चा की और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सीमांचल के कई जिले गंभीर कटाव की चपेट में हैं। सौरा, परमान, कनकई, कोसी, महानंदा और गंडक नदियों के किनारे बसे गांव खतरे में हैं। खासकर कटिहार, किशनगंज, अररिया और बनमनखी पूर्णिया के कुछ हिस्से बुरी तरह प्रभावित हैं। सांसद ने कहा कि सरकार और विपक्ष दोनों इस समस्या पर मौन हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और विपक्ष भी सिर्फ बयानबाजी में व्यस्त है। सांसद पप्पू यादव ने कटाव रोकथाम के लिए किए गए प्रयासों पर गंभीर सवाल उठाए।

         उन्होंने बताया कि विभागीय अधिकारियों ने कुल 47 स्थानों पर कटाव रोकने के लिए जल संसाधन विभाग को प्रस्ताव भेजे थे, लेकिन उनमें से मात्र 7 स्थानों को ही मंजूरी मिली है। वह भी आधे-अधूरे उपायों के साथ। सांसद ने कहा कि कोसी और सीमांचल की जनता इस भीषण समस्या से जूझ रही है, लेकिन सरकार उनके प्रति उदासीन है। उन्होंने कहा, "बाढ़ की स्थिति से बिहार के 17 जिलों की जनता बेहाल है। लोगों को खाना, बिजली, शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं। फसलें बर्बाद हो गई हैं, मवेशियों का नुकसान हुआ है, लेकिन सरकार और विपक्ष अपनी-अपनी धुन में मस्त हैं।" पप्पू यादव ने सरकार से मांग की कि बाढ़ प्रभावित जिलों को तत्काल बाढ़ प्रभावित घोषित किया जाए और राहत व पुनर्वास कार्यों के लिए सरकारी खजाने को खोला जाए। उन्होंने कहा, "बाढ़ पीड़ितों की मदद करना और उनके पुनर्वास के लिए सरकार को जरूरी कदम उठाने होंगे, ताकि उनकी जिंदगी बचाई जा सके।

        इसके साथ ही, सांसद पप्पू यादव ने पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के के० नगर प्रखंड के बेला रिकाबगंज पंचायत के जोका जलेय गांव वार्ड नं० 11 और 12 का दौरा किया, जहां सौरा नदी में आई बाढ़ और कटाव से लोगों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और जिनके घर नदी कटाव में ढह गए, उन्हें अपनी ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की। सांसद ने कहा कि सौरा नदी का कटाव तेजी से हो रहा है, जिससे नदियों के किनारे बसे गांव खतरे में हैं। उन्होंने जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर कटाव रोकने के निर्देश दिए। पप्पू यादव ने जनता को भरोसा दिलाया कि वह बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ खड़े हैं और हरसंभव मदद का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह जनता के कष्टों को प्राथमिकता पर रखे और तुरंत राहत और पुनर्वास के काम को तेज करे।
बीमा भारती के हाउस गार्ड वापस लेने गई पुलिस को करना पड़ा विरोध का सामना

रुपौली की पूर्व विधायक सह राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष बीमा भारती के भिट्ठा गांव स्थित आवास पर आज उस वक्त हंगामा होने लगा जब बीमा भारती के हाउस गार्ड को पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर वापस लेने के लिए पुलिस गई । तभी गांव के सैकड़ो महिलाओं ने पुलिस की गाड़ी घेर कर हंगामा शुरू कर दिया । मौके पर मौजूद बीमा भारती ने कहा कि पहले घर की कुर्की जप्ती की गई फिर हाउस गार्ड वापस लिया जा रहा है और अब बॉडी गार्ड वापस लेने की तैयारी की जा रही है । उन्होंने कहा कि पूर्णिया एस पी उनकी हत्या करवाना चाहता है । उनको पता है कि उनके घर मे कई लोगो की हत्या हुई है फिर गार्ड वापस लेना कहा तक उचित है ।
पूर्णिया नगर निगम इलाके में घुसा बाढ़ का पानी ,लोगो के लिए खोला गया राहत केम्प और सामुदायिक रशोई


पूर्णिया के बायसी अनुमंडल में बाढ़ से 3 लाख की आबादी प्रभावित है जहां महानंदा ,परमान, कंकाई जैसी नदियां तबाही लाई है वहीं अब पूर्णिया के नगर निगम इलाके में भी सौरा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखा दिया है । पूर्णिया के नगर निगम वार्ड नंबर 41 और 42 में बाढ़ का पानी फैलने से लोगों का जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है । इस इलाके में रह रहे बाढ़ पीड़ित चौकी लगा कर रह रहे है वही मवेशियों के लिए चारे का प्रबंध किसी तरह कर रहे है । दूसरी तरफ बाढ़ पीड़ितों के लिए नगर निगम इलाके के सरकारी विद्यालय में राहत कैंप खोला गया है जहां सामुदायिक रसोई के साथ-साथ छोटे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था भी की गई है । पूर्णिया की महापौर विभा कुमारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और बताया कि सौरा नदी में पानी बढ़ जाने के कारण वार्ड नंबर 41 और 42 काफी प्रभावित है लेकिन कुछ लोग अपना घर छोड़कर नहीं जा रहे हैं । उन्हें डर है कि उनके घर में चोरी ना हो जाए । महापौर विभा कुमारी लोगों को समझा रही हैं कि बाढ़ राहत केंद्र में आ जाएं ताकि उन्हें समुचित व्यवस्था दी जा सके। वहीं पूर्णिया के अंचलाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि नगर निगम इलाके में आई बाढ़ की तबाही के बाद लोगों की सुविधा के लिए सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है जिसमें दो समय भोजन के साथ-साथ बच्चों के लिए दूध की भी व्यवस्था है एवं स्वास्थ्य जांच का केम्प भी लगाया गया है ।
बाइक चोरी करते चोर को रंगेहाथ पकड़कर जमकर पिटाई कर दी,फिर किया पुलिस के हवाले

सहायक खजांची थाना क्षेत्र के लाइन बाजार शिव मंदिर रोड स्थित एक निजी अस्पताल के आगे बाइक चोरी करते चोर को रंगेहाथ पकड़ लिया गया। लगातार बाइक चोरी की घटना से परेशान लोगों ने बाइक चोर को पकड़कर जमकर पिटाई कर दी। गिरफ्तार चोर अपना नाम आकाश कुमार बता रहा था। घटना के संबंध में मो तौकीर रजा ने बताया कि दो दिन पूर्व निजी अस्पताल से हैंडल लॉक बाइक चोरी कर लिया था। बाइक चोरी करते हुए चोर की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। स्थानीय लोगों ने दो दिन से लगातार चोर का रेकी कर रहे थे। शुक्रवार को दोपहर में दो चोर बाइक चोरी करने के आया था। जिसमें एक की पहचान सीसीटीवी कैमरा में कैद तस्वीर के आधार पर चोर का पहचान कर पकड़ लिया गया, वहीं दूसरा चोर भागने में सफल रहा। पकड़े गए चोर को पकड़कर स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। स्थानीय लोगों की सूचना पर डायल 112 के एसआई प्रिंस कुमार सहित अन्य कर्मी घटना स्थल पर पहुंचकर लोगों की भीड़ से किसी तरह बाहर निकाला और सहायक खजांची पुलिस को सौंप दिया।लोगों की मारपीट से चोर घायल हो गया था, जिसे इलाज के लिए पूर्णिया जीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पूर्णिया नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 41 और 42 में भीषण बाढ़, पीड़ितों के मदद के लिए प्रशासन तत्पर


कोशी बैराज से पानी छोड़े जाने और सीमांचल में भारी बारिश के बाद पूर्णिया शहर से गुजरने वाली सौरा नदी में भी उफान आ गया है । जिस कारण पूर्णिया नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 41 और 42 में भीषण बाढ़ आ गई है । लोगों के घरों में चार फीट तक पानी घुस गया है। करीब 600 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं । वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह बाढ़ के पानी में लोग चौकी डालकर उसपर अपने बाल बच्चों को रखे हुए हैं और खाना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पूर्णिया नगर निगम की महापौर विभा कुमारी और उनके पति जितेंद्र यादव भी मौके का जायजा लेने वार्ड नंबर 41 और 42 पहुंचे। इस दौरान महापौर विभा कुमारी ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 41 और 42 में करीब 600 लोग प्रभावित है। बाढ़ पीड़ितों के लिए खुश्कीबाग स्कूल में कम्युनिटी किचन और ब्लॉक कैंपस में आश्रय स्थल बनाया गया है। जहां लोगों के खाने-पीने के साथ-साथ बच्चों के लिए दूध की भी व्यवस्था है।
        उन्होंने कहा कि लोग अपने घर को छोड़कर जाना नहीं चाहते हैं। लोगों का कहना है कि अगर वह घर को छोड़कर गए तो घर में चोरी हो जाएगी। वहीं बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि उनके घरों में पानी घुस गया है। जिस कारण हालात काफी बदहाल है। हालांकि प्रशासन और नगर निगम के द्वारा कम्युनिटी किचन समेत हर तरह की व्यवस्था की जा रही है । लेकिन लोग काफी परेशान हैं ।
बाढ़ पीड़ितों की सहायता करने में सरकार विफल,नही मिल रहा सहायता

पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने बाढ़ को लेकर सरकार पर कई सवाल कर किए हैं । पूर्णिया में संवाददाता सम्मेलन कर उन्होंने कहा कि सरकार ने घोषणा की कि 7000 बाढ़ पीड़ितों को दिया जाएगा लेकिन अभी तक किन को किन को राशि मिली ? उन्होंने आरोप लगाया कि एक भी कम्युनिटी किचन अभी नहीं चल रहा है । बाढ़ से पूरे बिहार के 32 लाख व्यक्ति प्रभावित हैं जबकि सरकारी आंकड़ा 17 लाख बता रहा है । किसानों के मवेशी नदी में बह गए जो उनके जीविका के साधन हुए होते थे । वहीं केंद्र सरकार ने जो राशि बाढ़ से निपटने के लिए दी थी वह राशि क्या हुई ? उन्होंने सरकार से आग्रह किया की प्रति परिवार 2 लाख रुपैया सहायता राशि देना चाहिए ।
पूर्णिया में में अलग-अलग हादसे में डूबने से चार लोगों की मौत


पूर्णिया में मैं अलग-अलग हादसे में डूबने से चार लोगों की मौत हो गई। पहली घटना सदर थाना के कालीघाट सौरा नदी की है। जहां बर्थडे बॉय दोस्त मयंक को बचाने के चक्कर में दो दोस्त शुभम और निगम सौरा नदी में डूब गए। वहीं कस्बा में भी एक व्यक्ति शमशाद के अलावा बायसी में भी एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। घटना के बाबत शुभम के चाचा सूरज ने कहा कि कल मयंक का बर्थ डे था। मयंक, शुभम और निगम तीनों दोस्त कोचिंग पढ़ने बालूघाट गए थे। इसके बाद तीनों नहाने के लिए सिटी कालीघाट पहुंच गए। जब तीनों नहाने लगे तो बर्थडे बॉय मयंक डूबने लगा। उसको बचाने के दौरान शुभम और निगम गहरे पानी में चला गया । मयंक को तो बचा लिया गया लेकिन शुभम और निगम सौरा नदी में डूब गया । सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची । लेकिन अब तक दोनों का कुछ पता नहीं चला है । परिजन परेशान हैं। परिजनों का कहना है कि सौरा नदी में हजारों लोग नहाने के लिए आते हैं। अभी नदी में उफान है। इसके बावजूद सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है । वहीं दूसरी घटना कस्बा मदरघाट में हुई है। जहां शमशाद आज सुबह शौच के लिए गया हुआ था । पैर फिसलने के कारण कारी कोसी नदी में वह डूब गया। फिलहाल एसडीआरएफ द्वारा तलाश जारी है।
पूर्णिया के अमौर में 25 पंचायत बाढ़ की चपेट में , धान की फसल बर्बाद


पूर्णिया जिले के अमौर प्रखंड के 25 पंचायत की ढेर लाख आवादी भीषण बाढ़ की चपेट में है । इस इलाके में पहले कनकई और महानंदा नदी ने तबाही लाई तो अब परमान नदी पूरे उफान पर है । किसी के घरों में पानी है तो कोई पानी से निकलने के लिए जद्दोजहद कर रहा है ।

      अमौर में परमान नदी पूरे परमान पर है ।पिछले दो दिनों में नदी से हुई कटाव से बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए है । बाढ़ के कारण घरो में पानी है तो आंगन लबालब भड़ा है । घर से निकलने वाला रास्ते पर भर कमर पानी है । कोई बांस तो कोई केले की थम को नाव बना कर जान जोखिम में लेकर निकल रहे है । आलम यह है कि कई गांव का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट चुका है लिहाजा मरीज को लोग चारपाई पर सुला कर हॉस्पिटल पहुचा रहे है । बाढ़ पीड़ित बेबस और लाचार लोगो ने बताया कि धान का फसल बर्बाद हो गया , जलावन पानी मे तैर रहा है , राशन नही है तो चूड़ा खा कर वक्त गुजार रहे है । लेकिन सरकारी तंत्र राहत के बदले आंकड़े जुटाने में लगी है ।
    पूर्णिया के जिला अधिकारी कुंदन कुमार की माने तो बाढ़ में एक भी व्यक्ति को परेशानी नहीं हो इसके लिए पूरा सिस्टम काम कर रहा है । सुखा राशन से लेकर नाव और मोटर बोट की व्यवस्था की गई है ।
         सरकार भी मानती है कि आपदा में परेशानी होती है लेकिन परेशानी कम से कम हो इस दिशा में काम हो रहा है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं ऐसा कहना है बिहार सरकार के खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह का ।

      बरहाल बाढ़ को लेकर सरकार और सरकारी तंत्र के अपने दावे हैं लेकिन हकीकत यह है की पूर्णिया के बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए ना तो कम्युनिटी किचन शुरू हुई है ना पर्याप्त मात्रा में सुखा राशन दिया गया है लेकिन प्रशासन आंकडा जुटाने में लगी है और बाढ़ पीड़ित जिंदगी से जंग लड़ रहा है ।
पूर्णिया जे अमौर में बाढ़ की विनाशलीला जारी, पानी के बीच शीषक रही है जिंदगी


अमौर में 72 घंटे बीत गए लेकिन बाढ़ का कहर लगातार जारी है अमौर प्रखंड के पश्चिमी छोर के प्रमाण नदी से प्रभावित तियरपारा पंचायत,आधांग , पोठिया गंगेली,धुरपैली, खरहिया, मच्छट्टा, बड़ा ईदगाह, नितेंद्र एवं दास नदी से भवानीपुर, अमौर नगर पंचायत, ज्ञानडोव सहित अन्य 24 पंचायत एवं नगर पंचायत बार प्रभावित है।ग्राम पंचायत राज बरबट्टा प्रखंड अमौर वार्ड नं 8महेशवा टोला बिजलियां बनगमा वार्ड नं 10कदगमा वार्ड नं 4 रसैली एवं वार्ड नं 2, प्रमाण नदी से सर्वाधिक प्रभावित है।वार्ड नं 8 के प्रभावित परिवार मुन्ना हरिजन,जगदीश हरिजन ,रिना देवी,सफीना,शमशाद,शाहीद, जैनुद्दीन, इस्माइल, भादों,अनबर, सुखदेव हरिजन,अरुणा देवी, चुन्नी देवी,छापो देवी, ललीता देवी,मनोज हरिजन , भारती देवी साहिबा ने शामिल है।

      वहीं दलमालपुर पंचायत के वार्ड नंबर 12 में ढाई सौ परिवार के घर टापू में तब्दील हो चुका है। गांव जाने वाले एकमात्र सड़क में 4 से 5 फीट पानी बह रहा है। गांव से निकलने के लिए एक मात्र सड़क के ऊपर पानी बहने से ग्रामीण घरों में फंसे हुए हैं ।72 घंटा बीच जाने के बाद भी अब तक सरकारी स्तर पर कोई भी तरह का सुविधा एवं राहत सामग्री नहीं मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से जल्द राहत सामग्री मुहैया कराने की मांग की है ।प्रभावित परिवारों में अकबर, मुजफ्फर ,अनवर ,मफुज ,मुजाहिद, समीम, आजाद ,ताजुद्दीन, तारीख ,सोनू ,मंसूर, मेम्बर कय्यूम ,मकबूल, सेदा ,यूनुस शाहिद वार्ड सदस्य मंसुर आलम शामिल है।