कोल्हमपुर माता मंदिर अपनी अलौकिक शक्तियों व अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य के लिए मशहूर
नवाबगंज (गोंडा) । क्षेत्र के कोल्हमपुर गांव के बाजार से पहले टिकरी से कोल्हमपुर बाजार के पास सडक पर ही मौजूद कोल्हमपुर माता मंदिर अपनी अलौकिक शक्तियों व अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य के लिए मशहूर है इस मंदिर के निर्माण के बाबत समाजसेवी टिंकू सिंह ने बताया कि सच्चे मन से मानी गई मुराद पुरा करने के लिए लोग यहा आते हैं।
लोगों की आस्था ही है कि यहा पर हर मंगलवार व शनिवार को मंदिर दर्शन के साथ साथ मरीजों का झाडफूक से इलाज भी हो रहा है। इसलिए श्रद्धालु खीचे चले आते है। वही माता कोल्हमपुर सबकी मनोकामनाएं पूरी भी करती है। मंदिर के छोटे पुजारी राजन महराज ने कहा कि पूरे साल मंगलवार को भारी भीड जमा होती है। वही चारो नवरात्र पर इस मंदिर पर श्रद्धालुओं का आवागमन बना रहत है। यहा के मुख्य पुजारी मनमोहन दास के उपर मां की सवारी भी आती है।
वह मां की कृपा से सब भक्तो को झाड़ फूंक कर राहत देने का भी काम करते हैं। इस मंदिर को बीस साल हो गये है। मनमोहन दास को बीस साल पहले मधुमक्खी के रुप मे मां का आशीर्वाद मिला था, तब से इस मंदिर पर मंगलवार और शनिवार को हर समय भक्तो की भीड रहती है। नवरात्र पर यह भीड चौगुना हो जाती है। मंदिर पर आये दिन आसपास जनपद के श्रद्धालु लगातार आकर मंदिर मे माथा टेककर आशीर्वाद लेते हैं। वही उनकी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है ।
Oct 06 2024, 17:27