मंडलायुक्त ने जल निगम के कराये गए कार्यो का किया निरीक्षण

तेज नारायण कुशवाहा

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत जल निगम नगरीय द्वारा कराए जा रहे विभिन्न कार्यों में से 5 कार्यों का निरीक्षण आज मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने सभी संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में किया। उन्होंने सर्वप्रथम मुंडेरा, विष्णुपुरी, ट्रांसपोर्ट नगर आदि क्षेत्रों में जल निगम द्वारा सीवर लाइन बिछाने के कार्य के अंतर्गत चौफटका एवं मुण्डेरा चुंगी के पास कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान चौफटका पुल के पास हो रहे कार्यों की गुणवत्ता में कमी पाई गई। निरीक्षण के दौरान पाइप लाइन के नीचे बिछाए जाने वाली बेड कॉन्क्रीट एवं बैकफिलिंग का कार्य अधोमानक पाया गया। बिछाई गई सीवर लाइन के आस-पास खुदाई करवाने पर पानी निकल आया जो पाइपलाइन जोड़ने के कार्यों में की गयी शिथिलता को परिलक्षित कर रहा था। कार्यो सम्बंधित सवाल पूछे जाने पर उपस्थित जेई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके एवं स्थानीय कार्य के डॉक्यूमेन्टेशन भी तैयार नहीं थे। मण्डलायुक्त ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उपस्थित असिस्टेंट इंजीनियर को अधोमानक कार्यों में शीघ्र सुधारात्मक कार्यवाही करते हुए सम्बन्धित अभियंतागण की जिम्मेदारी तय करने एवं उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर अवगत कराने के निर्देश दिए।

इसी कार्य के अंतर्गत मुण्डेरा चुंगी के पास बिछाई गई सीवर लाइन के कार्यों का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान साइट पर जीएसबी कॉम्पैक्शन का कार्य अधूरा पाया गया तथा पर्याप्त संख्या में लेबर भी मौजूद नहीं थे। मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित जेई को पर्याप्त संख्या में लेवरों की अतिशीघ्र व्यवस्था करते हुए गुणवत्ता के साथ शेष काम पूर्ण करने के निर्देश दिए।

इसी क्रम में उन्होंने अलोपीबाग इंटरमीडिएट पम्पिंग स्टेशन से मम्फोर्ड गंज सीवेज पम्पिंग स्टेशन तक 6567 मीटर लंबाई में 1000 मिमी व्यास की डी.आई. (डक्टाइल आयरन) सीवर राइजिंग मेन लाइन बिछाने के कार्यों का भी निरीक्षण किया। इसके अंतर्गत उन्होंने बाल्सन चौराहे पर हो रहे कार्यों का अवलोकन करते हुए सभी मैंडेटरी टेस्टिंग अनिवार्य रूप से करात रहने के निर्देश दिए।

तत्पश्चात उन्होंने अलोपीबाग इंटरमीडिएट पम्पिंग स्टेशन की मरम्मत एवं नये पम्पिंग प्लांट की स्थापना, मोरी नाले का इन-सीटू ट्रीटमेंट पद्धति से उपचार तथा ग्रेविटी सीवर लाइन में प्रवाहित सीवर को डायवर्ट करने तथा अल्लापुर सीवरेज पम्पिंग स्टेशन परिसर में कुम्भ मेले हेतु भण्डारण एवं संचालन केन्द्र के निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी कार्यों का डेली माइक्रो प्लान बनाते उन्हें निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण कराने के निर्देश दिए।

मण्डलायुक्त ने मौजूदा 16 एमएलडी झूंसी एसटीपी परिसर में 50 केएलडी फीकल स्लज सह-उपचार संयंत्र की कमीशनिंग के कार्यों को भी देखा। परन्तु परिसर में सिविल वर्क की प्रगति अपेक्षा से अधिक धीमी पाई जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सुपरिण्टेंडेंट इंजीनियर को सभी कार्यों को मैन पॉवर बढ़ाते हुए अपने डेली सुपरविजन में अतिशीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।

अवैध विस्फोटक पटाखे बरामद

कृष्ण राज सिंह

प्रयागराज। थाना सरायममरेज पुलिस टीम द्वारा 01 अभियुक्त गनेश गुप्ता पुत्र सूर्यलाल गुप्ता निवासी ग्राम सोरो बाजार थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज को दिनांक-02.10.2024 को थाना सरायममरेज क्षेत्रान्तर्गत ग्राम सोरो बाजार के पास से 05 बोरियों मे व 06 कार्टून मे भारी मात्रा मे अवैध विस्फोटक पटाखों के साथ गिरफ्तार किया गया । उक्त गिरफ्तारी/बरामदगी के आधार पर थाना सरायममरेज पर मु0अ0सं0-241/2024 धारा- 288 भा0न्या0सं0 व 5/9(ख) विस्फोटक अधिनियम पंजीकृत किया कर नियमानुसार आवश्यक विधिक कार्यवाही की गयी ।

उल्लेखनीय है कि अभियुक्त गनेश गुप्ता उपरोक्त के पास विस्फोटक पटाखों के क्रय-विक्रय एवं भण्डारण के सम्बन्ध में कोई वैध कागजात उपलब्ध नही थे तथा पटाखों के भण्डारण वाले स्थान पर किसी प्रकार के अग्निशमन उपकरण एवं बचाव सामाग्री आदि की व्यवस्था नहीं थी, जिससे भारी जनहानि होने का खतरा था ।

गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण-

गनेश गुप्ता पुत्र सूर्यलाल गुप्ता निवासी ग्राम सोरो बाजार थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज, उम्र करीब 26 वर्ष ।

पंजीकृत अभियोग का विवरण-

मु0अ0सं0-241/2024 धारा- 288 भा0न्या0सं0 व 5/9(ख) विस्फोटक अधिनियम थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज ।

बरामदगी का विवरण-

05 बोरियों व 06 कार्टून मे भारी मात्रा में अवैध विस्फोटक पटाखे (अनुमानित वजन 200 कि0ग्रा0 )

गिरफ्तारी/बरामदगी करने वाली पुलिस टीम-

1. उ0नि0 संजय कुमार मौर्य, थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज ।

2. उ0नि0 प्रेमचन्द्र कन्नौजिया, थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज ।

3. प्रशि0म0उ0नि0 अराधना सिंह, थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज ।

4. प्रशि0म0उ0नि0 कुमकुम, थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज ।

5. का0 मनोज यादव, थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज ।

6. का0 विजय लाल यादव, थाना सरायममरेज कमिश्नरेट प्रयागराज ।

दारागंज प्राथमिक विद्यालय में बच्चों ने लगाई "स्वच्छता ही सेवा" पर चित्र प्रदर्शनी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।उच्च प्राथमिक विद्यालय दारागंज में भारतीय सांस्कृतिक परिषद के तत्वावधान में महात्मा गाँधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती विशेष रुप से मनायी गयी। छात्र-छात्राओ ने स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण पर स्वयं से चित्रित पोस्टरों की प्रदर्शनी लगायी। जिसका उद्घाटन नगर निगम जोन 4 के जोनल अधिकारी संजय ममगई ने किया।

बच्चों द्वारा बनायी गयी स्वच्छता पर चित्रों की प्रशंसा की। महात्मा गाँधी के स्वच्छता के उद्देश्यों पर बच्चों को जागरुक किया। बच्चों के प्रयास पर प्रसन्न होकर उनको पुरस्कृत भी किया गया। पोस्टर में श्रेष्ठ तीन पोस्टरों को स्व0 सुमित्रा देवी गुप्ता ( पूर्व प्रधानाध्यापिक दारागंज उच्च प्राथमिक विद्यालय) की पुण्य स्मृति में छात्र-छात्राओ को प्रशस्तिपत्र प्रदान किया गया।

महात्मा गाँधी एवं शास्त्री जी के राष्ट्र के लिये दिये गये योगदान पर समन्वयक , समेकित शिक्षा विकास पाण्डेय ने प्रकाश डाला एवं उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र के विकास में निष्ठा और ईमानदारी से अपनी सेवा देने की बात बतायी । प्रारम्भ में इलाहाबाद इण्टर कालेज के उप प्राचार्य डाॅ अनन्त कुमार गुप्त ने महात्मा गाँधी एवं शास्त्री जी के जीवन एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।

अभ्यागत अतिथियों का अभिनन्दन कर स्मृतिशेष सुमित्रा देवी गुप्ता द्वारा विद्यालय में समर्पित सेवाओं के विषय में बताया। आपने शास्त्री जी के देश को समर्पित सेवाओं एवं अच्छे राजनेता के रुप में देश के प्रधानमन्त्री पद को सुशोभित करने के विषय से बच्चों को अवगत कराया। भारतीय सांस्कृतिक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गेश दुबे ने संस्था की ओर से अतिथियों एवं विद्यालय परिवार का अभिनन्दन किया एवं महात्मा गाँधी के "सत्य और अहिंसा" के मार्ग पर चलकर स्वस्थ और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने के लिये प्रेरित सम्बोधन दिया।

अन्तरराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध दुकान जी ने भी महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने एवं स्वच्छता को अपना स्वभाव बनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य निरीक्षक श्री रंजन श्रीवास्तव, अशोक कुमार गुप्त अ प्रा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शि नि , विद्यालय की समस्त शिक्षिकाओं , अभिभावकों ने राष्ट्रपिता एवं लाल बहादुर शास्त्री जी को श्रद्धासुमन अर्पित किया। विद्यालय के शिक्षक श्री बलवन्त जी ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनन्दन किया ।

कार्यक्रम का संचालन भारतीय सांस्कृतिक परिषद के महानगर अध्यक्ष सतीश कुमार गुप्त ने किया एवं अभ्यागत अतिथियों का विद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक आभार विद्यालय की प्रधानाध्यापिक रुकैय्या अब्बासी ने व्यक्त किया। विद्यालय की समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ रसोईयों ( जो बच्चों को पौष्टिक एवं शुद्ध भोजन बनाकर परोसते हैं ) का भी अभिनन्दन किया गया।

सोलर लाइट चिन्हित स्थान परलग जाने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश

तेज नारायण कुशवाहा

बड़ोखर, प्रयागराज।स्थानी बड़ोखर के लोग कुछ विरोध कर रहे हैं कि जहां लगने के लिए सोलर लाइट आया था । वहां नहीं लगाया गया । पूर्व सांसद रीताजोशी द्वारा दिया गया था ।

फिलहालजहां लगा है वहां भी सही जगह लगा है क्योंकि यह तोरल लाइट वर्तमान में परदेसी सिंह के घर के सामने लगा है वहां पर कीचड़ कच्चा रास्ता तथा आसपास मंदिर है अन्य कोई लाइट की व्यवस्था न होने के कारण लगवाया गया है इसमें लोगों को प्रकाश मिलने में काफी सहूलियत मिल रहा है ।

गांधी शास्त्री की पहचान सादा जीवन उच्च विचार: चौधरी जितेंद्र नाथ

कृष्ण राज सिंह

प्रयागराज।सादा जीवन उच्च विचार ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की यही पहचान है। मौजूदा राजनैतिक परिवेश ये पहचान शायद ही कोई राजनेता बना सकेगा। इनके जीवन चरित्र को समाज में कायम रखना है तो नई पीढ़ी को इनकी गाथाओं से रूबरू कराना होगा।

यह बाते पूर्व महापौर चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह ने स्व. राम नरेश यादव स्मारक सेवा संस्थान की ओर से झूसी के आवास विकास कालोनी योजना दो में आयोजित गांधी शास्त्री जयंती के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि एक दौर था जब राजनेता आम जनता के भूख के बारे में सोचते थे, आज नेता आम जनता के कर के पैसे से सुख सुविधा का उपभोग कर रहे है। यह चिंता का विषय है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के उपाध्यक्ष गया प्रसाद केसरवानी ने की, कार्यक्रम का संचालन मंत्री हीरालाल यादव एडवोकेट ने किया। अतिथियों का आभार संयोजक डीपी श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।

इस अवसर पर कृष्ण कुमार यादव, राकेश कुमार सिंह, सुनील यादव, घनश्याम मिश्रा, श्रीनाथ मिश्रा, आरपी श्रीवास्तव, सत्यप्रकाश ओझा, केसी त्रिपाठी, दीपू यादव, वेद प्रकाश श्रीवास्तव, अशोक कुमार मिश्रा, कमलेश रतन यादव, धर्मेंद्र सिंह, रमेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

गुब्बारे से खेलते हुए एक मासूम बच्ची की चली गई जान

तेज नारायण कुशवाहा

प्रयागराज।गुब्बारे से खेलते हुए एक मासूम बच्ची की चली गई जान । तीन साल की सायेरा गुब्बारे से खेल रही थी। वह गुब्बारे पकड़ती और पैर से लात मार रही थी। अचानक गुब्बारा फट गया। गुब्बार के रबर का छोटा टुकड़ा उसकी सांस की नली में जाकर चिपक गई।

मासूम सायेरा सांस नहीं ले पा रही थी। वह ज़मीन मे गिरकर तड़पने लगी। घरवाले गोद में उठाकर संभालने लगे। सांस नहीं आई तो घरवाले अस्पताल लेकर भागे, लेकिन बच्ची की जान नहीं बचाई जा सकी। एक पल में घर में कोहराम मच गया। दिल को हिला देने वाली यह घटना प्रयागराज के नवाबगंज इलाके के लालगोपालगंज की है।

जमीन स्थानांतरित के मामले में कोर्ट ने अधिकारियों को किया तलब

कृष्ण राज सिंह

करछना, प्रयागराज।तहसील करछना क्षेत्र में बसपा शासन काल में बिजली पावर प्लांट लगाने के लिए कचरी, कचरा, देवरी कला, गढ़वा कला, देहली,पनासा समेत कुल आठ गांव के 1300 किसानों की 2550 बीघा जमीन को अधिग्रहण किया गया था।

सरकार ने जमीन अधिग्रहण करने के बाद पावर प्लांट लगाने की जिम्मेदारी जेपी समूह को हैंडोवर कर दिया।

उस दौरान पावर प्लांट में प्रभावित ज्यादातर किसानों को उनके जमीन का भुगतान सरकार द्वारा कर दिया गया। लेकिन कुछ किसान मुआवजा नहीं लिए। सरकार व शासन प्रशासन के द्वारा पावर प्लांट स्थापित करने की तैयारी जोरो सोरों पर कर लिया गया। इस दौरान कचरा गांव के सामने एक हेलीपैड एवं कचरी गांव के सामने पुलिस चौकी का निर्माण कराया गया। पावर प्लांट स्थापित व भूमि पूजन के लिए जेपी समूह के जेपी गौड़ व अन्य अधिकारी हेलीकॉप्टर से कचरा गांव के सामने बनाए गए हेलीपैड पर उतारे ।

हेलीकॉप्टर को उतरता देख हजारों की संख्या में किसान देखने के लिए टूट पड़े। इस दौरान कुछ किसानों ने जेपी समूह से आए अधिकारियों से पावर प्लांट के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए उसमें नौकरी व अन्य सुविधा के बारे में जानना चाह। लेकिन जेपी समूह से आए अधिकारियों ने प्राइवेट कंपनी होने की बात कह कर नौकरी व अन्य सुविधा देने से इनकार कर दिया। इसके बाद 29 किसानों ने अपनी मांगों को लेकर कोर्ट चले गए और रीट दाखिल कर दिया।

नौकरी व अन्य सुविधा देने से किया गया इनकार बना विरोध का कारण

जेपी समूह से आए अधिकारियों के द्वारा पावर प्लांट में नौकरी व अन्य सुविधा देने इनकार किए जाने के बाद जमीन और घर से बेघर हो रहे कुछ किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इस धरना प्रदर्शन में धीरे-धीरे जमीन का मुआवजा ले चुके किसान व अन्य गांव के किसान, विपक्षी नेताओं ने धरना प्रदर्शन से जुड़ना शुरू कर दिया। इस दौरान सरकार और किसानों के बीच कई बार वार्ता हुई लेकिन हर बार वार्ता विफल रही। लगातार किसानों के धरना प्रदर्शन के चलते पावर प्लांट का निर्माण नहीं हो पा रहा था। कुछ साल बाद बसपा सरकार गिर गई और सपा की सरकार बनी। अब नई सरकार सपा की बनने पर उसके सामने पावर प्लांट लगाने की चुनौती आ गई। सपा सरकार बनने के तुरंत बाद धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे किसान नेताओं को प्रयागराज के सर्किट हाउस बुलाया गया और वार्ता की गई। लेकिन इस दौरान भी किसान व सरकार के बीच की गई वार्ता असंतोष जनक विफल रहा। इसके बाद सरकार ने अलग-अलग गांव से कोर्ट में गए 29 किसानों का जमीन उठाकर दूसरे गांव में स्थगित कर दिया। अब सरकार कड़ी सुरक्षा के बीच बलपूर्वक पावर प्लांट लगाने की तैयारी कर लिया। वर्ष 2011 में पुलिस छावनी में तब्दील धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों को घेर लिया और पावर प्लांट लगाने चाहा। लेकिन कुछ ही घंटों में किसानों की उग्रता ने पुलिस को खदेड़ते हुए दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग को चक्का जाम कर दिया। इस दौरान दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर ट्रेनों का आवागमन 24 घंटे बाधित रहा। किसनों की लगातार प्रदर्शन को देखते हुए जेपी समूह ने पावर प्लांट लगाने से अपना हाथ खींच लिए । बाद में सरकार को पावर प्लांट निरस्त करना पड़ा। कोर्ट गए किसानों की जमीन दूसरे ग्राम सभा में स्थानांतरित करने के मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने संबंधित अधिकारियों से 1 अक्टूबर 2024 को रिपोर्ट तैयार कर मांगी थी। लेकिन रिपोर्ट पेश न करने पर तीन अक्टूबर दिन गुरुवार को जिला मजिस्ट्रेट, भूमि अध्यापिय अधिकारी, अधिशासी अभियंता को कोर्ट ने तलब किया है।

RO-ARO पेपर लीक के लिए प्रिंसिपल ने सेंटर किया था हाईजैक,राजीव नयन के गुर्गे को सेंटर का सुपरिंटेंडेंट बनाया,प्रत्येक स्टूडेंट्स 5 लाख में डील क

कृष्ण राज सिंह

प्रयागराज।RO/ARO भर्ती परीक्षा का पेपर प्रयागराज से लीक हुआ था। जरिया बनीं बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग कटरा की प्रिंसिपल पारुल सोलोमन। STF उन्हें पकड़ चुकी है। अब इस नेटवर्क में और कौन-कौन जुड़ा हुआ है, इसकी तफ्तीश की जा रही है।

परीक्षा लीक कांड का मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्र आखिर प्रिंसिपल पारुल तक कैसे पहुंचा? पारुल ने कैसे सेंटर से पेपर बाहर तक पहुंचाया? इन सवालों के साथ s b ने STF टीम से बात की।

सामने आया कि राजीव नयन का राइट हैंड अर्पित विनीत हंसराज पेपर सिक्योरिटी क्रैक करने के लिए पारुल सोलोमन तक पहुंचा। ये डील 5 लाख प्रति परीक्षार्थी के हिसाब से तय हुई। पारुल सोलोमन ने अर्पित को सेंटर का सुपरिंटेंडेंट बनाया, ताकि पेपर आसानी से लीक कराया जा सके। उसके ही लोगों को सेंटर में सेट किया।

STF ने अर्पित को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब पारुल से पूछताछ की जा रही है। उसके 3 बैंक अकाउंट की जांच चल रही है। ईडी ने भी अब तक 73 अकाउंट फ्रीज किए हैं।

राजीव ने अर्पित से कहा- प्रिंसिपल को सेट करो, 5 लाख प्रति बच्चा देंगे

STF की पूछताछ में सामने आया कि म्योराबाद के रहने वाले अर्पित विनीत हंसराज के पिता बिशन जॉनसन कॉलेज के कर्मचारी रहे हैं। उनके पास भर्ती परीक्षा के सेंटर की जिम्मेदारी थी।

परीक्षा लीक कांड के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्र के लिए अर्पित काम करता था। राजीव को पता था कि RO/ARO भर्ती परीक्षा का सेंटर बिशप कॉलेज में पड़ेगा। यहां पर सिक्योरिटी को तोड़ना आसान होगा।

राजीव ने ही अर्पित को टारगेट दिया था कि पहले प्रिंसिपल पारुल सोलोमन को सेट करो। ऑफर दिया कि 1 परीक्षार्थी से हमें 12 लाख मिल रहे हैं, इसमें से 5 लाख आप लोगों को दिया जाएगा।

पेपर से पहले बिशप कॉलेज में मीटिंग हुई इसके बाद अर्पित ने पारुल सोलोमन से बातचीत शुरू की। पूरी प्लानिंग समझाई। सेटिंग होने के बाद राजीव नयन के खास विजय प्रकाश के साथ अर्पित और पारुल की पहली मीटिंग बिशप कॉलेज में ही हुई।

तय हुआ कि परीक्षा से पहले किसी भी तरह अर्पित को परीक्षा सेंटर में ही रहना होगा। तब पारुल ने अर्पित को फर्जी तरीके से बिशप कॉलेज का कर्मचारी बनाया। कॉलेज के रिकॉर्ड में अर्पित को 10 हजार वेतन पर रखा गया। ऐसा इसलिए किया गया, ताकि अर्पित को सेंटर में रखा जा सके।

इतना ही नहीं, पारुल ने उसे सेंटर सुपरिंटेंडेंट बना दिया। यही वह लीकेज थी, जहां से पेपर लीक किया जा सका। STF नेटवर्क को तलाशते हुए अर्पित तक पहुंच गई। उसने पूछताछ में पारुल सोलोमन का भेद खोल दिया। 21 सितंबर, 2024 को पारुल को गिरफ्तार किया गया। कॉलेज की CCTV ने भी अर्पित की कहानी को ही सपोर्ट किया है।

STF ने बुलाया, मगर सोलोमन नहीं गई जून, 2024 को STF ने अर्पित विनीत हंसराज को अरेस्ट किया, तब सबसे पहले प्रिंसिपल पारुल सोलोमन को नोटिस जारी किया। उनसे जवाब मांगा और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं गई।

प्रिंसिपल ने अपने वकील के मार्फत जवाब दिया कि अर्पित विनीत हंसराज को इसलिए सेंटर सुपरिंटेंडेंट बनाया, क्योंकि उसे कॉलेज में 10 हजार रुपए प्रतिमाह की नौकरी पर पहले रख लिया गया था। जांच में यह बात भी सामने आई कि अर्पित प्रिंसिपल का इतना खास बन गया था कि उसे पेपर लीक कांड में कई लाख रुपए कैश दिलवाए। इसकी भी जांच हो रही है कि अर्पित से सेटिंग की वजह से ही उसकी बहन को पारुल सोलोमन ने कॉलेज में नौकरी दे दी थी। 2 और लोगों को भी कॉलेज में सेट किया।

अर्पित के 5 बैंक खातों से डीलिंग हुई STF के मुताबिक, अर्पित विनीत के नाम से 5 अलग-अलग बैंक खाते खुलवाए गए थे। इसके लिए अलग-अलग बैंक चुने गए थे। इन अकाउंट के जरिए भोपाल से ट्रांजैक्शन हुए और लोगों को रुपए ट्रांसफर भी किए गए। इन अकाउंट की जानकारी STF ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को सौंपी है। साथ ही, आरोपियों की लिस्ट भी ED को सौंप दी है।

कुर्सी छिनी.. धक्का देकर कॉलेज के बाहर निकाला पारुल सोलोमन डॉयोसिस ऑफ लखनऊ के पूर्व बिशप पीटर बलदेव की बेटी हैं। पारुल हाल में विवादों में तब आईं, जब डॉयोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप मॉरिस एडगर दान और उसके साथ के लोगों ने ताला तोड़कर कॉलेज पर कब्जा किया। इसका वीडियो वायरल होने के बाद बिशप समेत अन्य पर FIR दर्ज हुई थी।

मामला 2 जुलाई, 2024 का है। पारुल बाहर से ताला लगवाकर कॉलेज के ऑफिस में बैठी थीं, तभी बिशप और उनके लोग कॉलेज में घुस गए। उन्होंने ऑफिस का दरवाजा हथौड़ी से तोड़ दिया। मोबाइल छीन लिया। पारुल डोंट टच... डोंट टच... बोलती रह गईं। 20-25 मिनट तक हंगामा चला। आखिर में आरोपियों ने पारुल को धक्का दिया। फिर भी नहीं हटीं तो उन्हें कुर्सी समेत उठाकर रूम से बाहर निकाल दिया। 3 जुलाई को प्रिंसिपल की शिकायत पर कर्नलगंज थाने में बिशप मॉरिस एडगर दान समेत 10-12 लोगों पर FIR दर्ज हुई।

प्रयागराज से पेपर भोपाल भेजा, वहां प्रिंट हुई कापी

यूपी RO/ARO का एग्जाम 11 फरवरी, 2024 को हुआ था। इसका नोटिफिकेशन 2023 में जारी किया गया था। इस एग्जाम के शुरू होने से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायत मिली थी। इसके बाद इस एग्जाम को कैंसिल कर दिया गया था। यूपी STF को इसकी जांच सौंपी गई थी।

STF के जारी बयान के मुताबिक, पेपर 11 फरवरी की सुबह प्रयागराज के एग्जाम सेंटर बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल एंड कॉलेज से लीक कराया गया था। इसके साथ ही जांच में ये शक हुआ कि पेपर एग्जाम सेंटर के अलावा कहीं और से भी लीक कराया गया हो सकता है। इस पर प्रिंटिंग प्रेस के बारे में जानकारी ली तो पता चला पेपर भोपाल से छपवाया गया था।

यहां आपको बता दें कि पेपर लीक कांड में पूरा पेपर भले ही प्रयागराज से लीक हुआ, मगर प्रिंटिंग प्रेस से भी टुकड़ों में पेपर का कुछ पार्ट लीक कराया गया था।

इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स पेपर लीक मास्टरमाइंड STF इन्वेस्टिगेशन में सामने आया था कि राजीव नयन मिश्रा, सुभाष प्रकाश, विशाल दुबे और सुनील रघुवंशी (प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी) अलग-अलग प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़े थे। विशाल को जब पता चला कि उसके साथ का पढ़ा हुआ सुनील रघुवंशी प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी करता है, तो यह बात विशाल दुबे ने मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल और सुभाष प्रकाश को बताई।

विशाल दुबे ने सुनील रघुवंशी को पैसे का लालच देते हुए यूपी में होने वाले किसी भी एग्जाम के क्वेश्चन पेपर छपने पर उसे बताने को कहा। पैसे के लालच में सुनील रघुवंशी तैयार हो गया और उसने प्रिंटिंग प्रेस में एक क्वेश्चन पेपर छपने की बात उसको बता दी। राजीव नयन मिश्रा, विशाल दुबे और सुभाष प्रकाश ने इस प्रश्न पत्र को आउट कराने के लिए सुनील रघुवंशी को तैयार कर लिया।

10 लाख में बेचे क्वेश्चन पेपर

3 फरवरी, 2024 को सुनील मौका देखकर प्रिंटिंग प्रेस मशीन के एक पार्ट को बाहर ठीक कराने के नाम पर अपने पीने के पानी के बोतल के साथ लेकर प्रेस से आ गया। इन्हीं में क्वेश्चन पेपर छिपाकर बाहर लाया था।

दोनों पेपर के लिए अलग-अलग नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया। कॉन्स्टेबल एग्जाम के लिए दिल्ली पुलिस के विक्रम पहल के नेटवर्क का इस्तेमाल किया और RO/ ARO में यूपी पुलिस के एक सस्पेंड पुलिस अरुण सिंह और स्कूल डायरेक्टर शरद पटेल के नेटवर्क का यूज किया था।

1 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स हुए थे शामिल RO के 334 और ARO के 77 कुल 411 पोस्ट के लिए 12 फरवरी, 2024 को यूपी के 58 जिलों में 2387 सेंटर्स पर एग्जाम हुआ था। इस एग्जाम के लिए 10.76 लाख कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया था। इसमें से लगभग 64% कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया। दावा किया गया कि इस एग्जाम के पहले ही इसके जवाब वॉट्सऐप पर वायरल हो गए थे।

खनन विभाग के संरक्षण में फल फूल रहे हैं अवैध क्रेशर प्लांट

तेज नारायण कुशवाहा

प्रयागराज।शंकरगढ़ क्षेत्र से सटे हुए मध्य प्रदेश क्षेत्र में नियमों को अनदेखी कर बिना रोकटोक धड़ल्ले से क्रेशर प्लांट संचालित हो रहे हैं। ऐसा भी नहीं है कि संबंधित विभाग को जानकारी नहीं है बावजूद उसके जिम्मेदार जान करके अनजान बन रहे हैं।

देखा जाए तो मानक के विपरीत चल रहे खुलेआम क्रेशर प्लांट एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जो एनजीटी के नियमों का खुला उल्लंघन है। सूत्रों की मानें तो शंकरगढ़ क्षेत्र से सटे मध्य प्रदेश के एक बड़े खनन माफिया के क्रेशर से बिना रवन्ना के ओवरलोड गाड़ियां राष्ट्रीय राजमार्ग 35 बांदा चित्रकूट प्रयागराज मार्ग पर जनपद प्रयागराज और चित्रकूट के बॉर्डर पर सटा हुआ टकटई गांव के पास से फर्राटे भरते हुए निकलती है।

जानकारों का कहना है कि प्रयागराज और रीवा जिले में बैठे खनन अधिकारियों के संरक्षण में नियम कानून से खिलवाड़ करते हुए बेरोकटोक ओवरलोड गाड़ियां क्रेशर प्लांट से बिना रवन्ना ओवरलोड कर दिन रात यमदूत बनकर दौड़ रही हैं।

सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि मध्य प्रदेश के रसूखदार क्रेशर प्लांट संचालित करने वाले कारोबारी को प्रयागराज जनपद में बैठे खनन इंस्पेक्टर का बखूबी साथ मिल रहा है* जिससे कारोबारी को मजाल है कि कोई आंख दिखा दे। लोगों का कहना है की खनन विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में अवैध क्रेशर प्लांट फल फूल रहे हैं। जल्द ही बिना नियम कानून के संचालित हो रहे अवैध क्रेशर प्लांटों के खिलाफ अभियान चलाकर उच्च अधिकारियों को मीडिया टीम द्वारा सच्चाई का आईना दिखाया जाएगा।

क्योंकि कुछ संबंधित विभागीय अधिकारी अपने उच्च अधिकारियों को गुमराह कर के अवैध क्रेशर प्लांटों के रसूखदारों को बखूबी संरक्षण दे रहे हैं। आए दिन तेज रफ्तार ओवरलोड भारी वाहन रोड के किनारे बैठे बेजुबान गोवंशों को रौंदते हुए निकल जाते हैं जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो जाती है।अभी बीते दिन बिहरिया मोड के पास आधा दर्जन गोवंशों को अज्ञात वाहन के द्वारा कुचलकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस तरह की क्षेत्र में अनेकों दर्दनाक घटनाएं हो चुकी हैं कई लोग काल के गाल में समा चुके हैं। बावजूद उसके जिम्मेदारों के सिर पर जूं तक नहीं रेंगती क्योंकि उनके आंखों में भ्रष्टाचार का चश्मा और कानों में स्वार्थ की रूई ठेसी हुई है।

भाकियू ( भानू )के पदाधिकारीयों नेराष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर किया माल्यार्पण

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह के निर्देशानुसार दो अक्टूबर को किसानआयोग का गठन तथा किसानों की कुछ समस्याओं को लेकर जिला अधिकारी कार्यालय पर धरने पर आयोजन किया गया था जिसे अपर पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट प्रयागराज के द्वारा धारा 163 लागू करने के कारण विशाल धरने को स्थगित करना पड़ा ।

कुछ संगठन के बड़े पदाधिकारीयों ने मिलकर बालसन चौराहे पर महात्मा गांधी की मूर्ति पर माला फूल चढ़ाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री का सम्मान किया । तत्पश्चात् सभी पदाधिकारियों ने किसानों की समस्याओं को लेकर बातों चौराहे से डीएमऑफिस से लिए पैदल कुछ किया और प्रदेश महासचिव डाक्टर बीके सिंह की मध्यस्थता में डीएमऑफिस के सामने बैठकर शांति व्यवस्था बनाते हुए जिलाधिकारी का इंतजार किया ।

प्रदेश संगठन मंत्री राकेश कुमार सिंह नेबताया कि थी जब तक हमारे बीच किसानों की समस्याओं का ज्ञापन जिलाधिकारी नहीं सुनेंगे तब तक हम लोग यहां से नहीं जाएंगे ।चाहे महीनों बीत जाए करीबन 3 घंटे इंतजार करने से पश्चात जिलाधिकारी तो नहीं पहुंच पाए,लेकिन एडीएम फाइनेंस को भेजकर किसानों की समस्याओं को सुना और ज्ञापन को लिया । एडीएम फाइनेंस ने 15 दिनो के अंदर किसानों की समस्याओं का निदान करने का आश्वासन दिया कहा कि संगठन के लोग किसानों को न्याय दिलाने का संघर्ष कराते हैं हम लोग संगठन का पूरा सहयोग करेंगे ।इस सभा के अवसर पर भारतीय किसान यूनियन ( भानू ) के प्रदेश महासचिव डॉक्टर बीके सिंह,प्रदेश संगठन मंत्री राकेश सिंह,प्रदेश सचिव लाल पुष्पराज सिंह,मंडल महासचिव अंकुश शुक्ला,मंडल उपाध्यक्ष राम कुंजन पटेल,शंकरगढ़ पंकज कुशवाहा ब्लॉक अध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष जसरा सुधाकर सिंह, मंडल अध्यक्ष रामबाबू सिंह,मंडल प्रभारी कृष्ण राज सिंह,जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह,किसान क्रांति दल जिलाध्यक्ष दीपक तिवारी, मोर्चा करछना तहसील अध्यक्ष रूपा विश्वकर्मा,तहसील उपाध्यक्ष रूबी बानो, चाका ब्लाक अध्यक्ष आलिया तथा सैकड़ो किसान मौले पर मौजूद रहे