हरियाणा विधानसभा चुनाव: आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका, प्रत्याशी ने थामा कांग्रेस का दामन
हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार का आज गुरुवार को आखिरी दिन है. सभी प्रमुख दलों की ओर से चुनावी प्रचार तेज कर दिया गया है. हालांकि चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में आम आदमी पार्टी (AAP) को जोर का झटका लगा क्योंकि उसके प्रत्याशी ने पाला बदलते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया. पिछले 10 दिनों में AAP को इस तरह से यह दूसरा झटका है.
राज्य में शनिवार (5 अक्टूबर) को होने वाली वोटिंग से पहले करनाल जिले की सुरक्षित नीलोखेड़ी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अमर सिंह अपनी पार्टी को झटका देते हुए बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस में शामिल होने के बाद अमर सिंह ने कहा कि केवल कांग्रेस ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार को हरा सकती है, जो लगातार “महिलाओं, किसानों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय कर रही है.”
चुनाव को लेकर नहीं हो सका गठबंधन
पार्टी की ओर से जारी बयान में बताया गया कि अमर सिंह पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए. बाजवा ने अमर को औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल कराया.
आम आदमी पार्टी विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन पिछले महीने अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी और कांग्रेस के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन नहीं हो सका और दोनों दल हरियाणा में अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनाव से पहले AAP को यह दूसरा झटका
हरियाणा में केजरीवाल की पार्टी को इससे पहले झटका फरीदाबाद के उम्मीदवार प्रवेश मेहता के रूप में लगा था जब पिछले महीने 28 सितंबर को AAP छोड़कर सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. प्रवेश मेहता फरीदाबाद में केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, जो फरीदाबाद से बीजेपी के सांसद हैं, और हरियाणा बीजेपी नेता विपुल गोयल की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए.
इस बीच, अमर सिंह का स्वागत करते हुए बाजवा ने कहा कि वह बिना शर्त पार्टी में शामिल हुए हैं और “कांग्रेस उम्मीदवार (नीलोखेड़ी से) धर्मपाल गोंदर का पूरा समर्थन कर रहे हैं.” बाजवा ने यह भी उल्लेख किया कि अमर सिंह नीलोखेड़ी में सिख समुदाय के बीच खासे लोकप्रिय हैं.
वोट न बंटे इसलिए कांग्रेस से जुड़ाः अमर
नई पार्टी में शामिल होने के बाद अमर सिंह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. नीलोखेड़ी में भी यही स्थिति है. इस समय मुख्य लक्ष्य बीजेपी सरकार से छुटकारा पाना है, “जो किसानों, महिलाओं, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय कर रही है और केवल कांग्रेस ही इसे हासिल कर सकती है.”
अमर सिंह ने कहा कि अगर वह चुनाव लड़ते तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होता. यह सुनिश्चित करने के लिए कि वोट बंटे नहीं, उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया.
Oct 03 2024, 16:16