मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना को लेकर बैठक हुई सम्पन्न, डीएम ने दिए निर्देश

पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के अन्तर्गत नगरीय निकायों में सेवाएं एवं अवस्थापना के संबंध में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त ईओ से कहा कि वैश्विक नगरोदय योजना के अन्तर्गत ऐसा खाका तैयार किया जाये, जिसमें जनता के लिये विकास और सुविधाओं की कसौटी में खरा बन सके। 

इस योजना का विजन ही है कि किसी के घर में गंदा पानी न जाए, सीवर सिस्टम हो, प्रकाश की व्यवस्था, ग्रीन एरिया डेवलप, पार्कों की स्थापना, लोगों के टहलने एवं घूमने के लिये बेहतर स्थल आदि कार्यों को धरातल में उतारने हेतु ओपन माइंड के साथ कार्य करना होगा। उन्होनें नगर पालिका आफिस की नई बिल्डिंग बनाये जाने के संबंध में अधिशासी अधिकारी कन्नौज को निर्देश दिये कि जमीन का चिन्हांकन कर शीघ्र कार्ययोजना बनायी जाए। कहा कि मल्टी स्टोरी में भव्य/मॉर्डन आफिस बनायें, जिसमें बच्चों के खेलने की सुविधायें, बोर्ड मीटिंग हाल, स्टडी हॉल, आदि सभी सुविधायें उपलब्ध हो और आफिस के चारों ओर खुला स्पेस हो। 

जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देश दिये कि जो भी कार्य किये जायें प्रशासनिक, सामाजिक और सांस्कृतिक तीनों ही स्वरूपों में निखार आ सके। कहा कि बारात घर बनाये जाने हेतु ऐसी जमीन चिन्हित करें, जहां लोग आसानी से आ जा सके और घनी आबादी से दूर हो। बारात घर को ओपेन स्पेश के साथ तैयार किया जाये। उन्होनें कहा कि डिजिटल लाईब्रेरी, कैफे, ओपन जिम, आडोटोरियम, मिनी स्टेडियम, महिला एवं वृद्वजनों के बैठने का स्थान, पार्क, आदि पब्लिक प्लेस के बेहतर कार्य की कार्ययोजना बनाकर कार्य शुरू किये जाएं। हमें जनपद को एडवांस लेवल पर ले जाना है, जिसमें सभी प्रकार की सुविधायें हो।

बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) आशीष कुमार सिंह, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

कन्नौज नवाब सिंह यादव रेप मामले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख नीलू यादव को लेकर डीएम से मिले वकील

पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज जिले मे नाबालिक किशोरी दुष्कर्म कांड में आरोपी नबाब सिंह यादव, घटना के सह आरोपी नीलू यादव और पीड़ित किशोरी बुआ पर पुलिस गैंगस्टर की कार्यवाही कर चुकी है।विगत दिन गैंगस्टर की कार्यवाही के बाद कन्नौज कांड सहित दो अन्य मुकदमों में नीलू यादव की न्यायालय से जमानत याचिका मंजूर हो चुकी है। इससे पहले कि कन्नौज कांड में सह आरोपी नीलू यादव पर गैंगस्टर की कार्यवाही के बाद पुलिस अपनी रिमांड में लेती, उससे पहले ही नीलू न्यायालय से एक मुकदमें में जमानत के बाद जेल से बाहर आकर गायब हो गये, जबकि पुलिस को इसकी भनक नहीं लग सकी।आखिर पुलिस ने नीलू की तलाश के लिये एक बार फिर सघन तलाश शुरू कर दी। इस मामले में लापरवाही को लेकर कन्नौज एसपी अमित कुमार आनंद ने विगत दिन अनौगी जेल चौकी प्रभारी एवम जिला कोर्ट के अभियोजन कार्यालय में तैनात दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया था।

बता दें इससे पहले भी बीती 3 सितंबर को नीलू पुलिस को चकमा देकर न्यायालय में सरेंडर करने पहुंच गये थे। इस समय भी पुलिस को नीलू की तलाश कन्नौज कांड में थी। नीलू पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।लेकिन न्यायालय में सरेंडर करने के बाद पुलिस के हाथ नीलू नहीं लग पाये थे।एक बार फिर नीलू को जब गैंगस्टर के मामले में पुलिस रिमांड पर लेने के प्रयास में थी, उससे पहले ही नीलू एक बार फिर पुलिस के पहुंचने से पहले ही जेल से निकलने के बाद गायब हो गये। पुलिस ने जहां रेप कांड के सह आरोपी की तलाश के लिये ताबड़तोड़ दबिश देना शुरू कर दिया, वहीं कई लोगों को पूंछतांछ के लिये पुलिस ने अपनी कस्टडी में भी के रखा है।

उपरोक्त मामले में सोमवार को एक बार फिर माया मोड़ आ गया। जब कन्नौज बार एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी सुभ्रांत कुमार शुक्ला से मिलने पहुंचा। इस दौरान अधिवक्ताओं ने डीएम को ज्ञापन देते हुये पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये। अधिवक्ताओं का कहना था, कि,नबाब सिंह यादव और नीलू यादव वकील भी हैं। नीलू यादव को न्यायालय से जमानत मिलने के बाद वह जेल से बाहर आ चुके हैं।इस बीच पुलिस ने नीलू पर गैंगस्टर की कार्यवाही की है, और उनकी तलाश के लिये दबिश भी दे रही है।अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस अपना काम करे, लेकिन अनर्गल तरीके से नीलू और नबाब के परिजनों, नबाब सिंह के नाबालिक पुत्र, करीबियों को उठाना गलत है। पुलिस ने जिन लोगों को पकड़ा है, उन लोगों को कहां रखा गया है, यह किसी को जानकारी नहीं है।

वकीलों का यह भी कहना था, कि नबाब के गांव अडंगापुर में पुलिस ने परिवार के सदस्यों के साथ भी मानवीय व्यवहार नहीं किया है।

पुलिस की कार्यशैली ठीक नहीं है, इस बात का मुद्दा उठाते हुये कन्नौज बार एसोसिएशन के सदस्यों ने ज्ञापन देते हुये डीएम से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल के वकील राकेश तिवारी, शिवांक वाजपेयी , मोहित यादव, संजय दुबे, ने बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. इदरीश खान की अगुआई में डीएम से न्याय पूर्वक पुलिस अपना काम करे, किसी को परेशान ना करे, मांग की गई।

मंडी पास को लेकर विवाद, ट्रांसपोर्टर पर मंडी निरीक्षक और गार्ड से हाथापाई करने का लगने

कन्नौज जिले की छिबरामऊ मंडी समिति में गेट पास को लेकर मंडी निरीक्षक और ट्रांसपोर्टर के बीच विवाद का मामला सामने आया है। विवाद के दौरान मंडी निरीक्षक, गार्ड और ट्रांसपोर्टर के मध्य हाथापाई की बात भी सामने आई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

बताते चलें कि मंडी निरीक्षक श्रवण कुमार परमार के मुताबिक उनको सूचना मिली थी कि, कुछ दिनों से उनके क्षेत्र से आलू लोड कर ट्रक निकलते हैं। इन ट्रकों के कुछ चालकों के पास कन्नौज जिले का गेट पास होने की बजाय मैनपुरी जिले का गेट पास होता है। इसी मामले की जांच के लिये मंडी निरीक्षक परमार गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के समधन गेट के पास पहुंचकर चेकिंग कर रहे थे। उनके साथ मंडी का गार्ड भी मौजूद था। परमार के मुताबिक जांच के दौरान आलू लड़े एक ट्रक को रोका गया, और पूंछतांछ की गई। जिसके बाद ट्रक ड्राइवर के मुताबिक बताया गया कि, उनके द्वारा मलिकपुर कस्बे के एक कोल्ड स्टोर से आलू के पैकेट लादे गये हैं। जांच में गेट पास कन्नौज की जगह मैनपुरी जिले का होना पाया गया। उपरोक्त मामले पर जब मंडी निरीक्षक ट्रक पर कार्यवाही कर रहे थे, तभी मंडी निरीक्षक के मुताबिक ट्रांसपोर्टर अवधेश गुप्ता वहां पहुंचे।

मंडी निरीक्षक का कहना था, कि कार्यवाही को लेकर ट्रांसपोर्टर द्वारा उनके और सुरक्षा गार्ड के साथ पहले कहासुनी और उसके बाद गाली गलौज और अभद्रता भी की गई।उपरोक्त संधर्व में ट्रांसपोर्टर अवधेश गुप्ता ने बताया कि, वह ट्रक चालक पर कार्यवाही की सूचना पर मौके पर जानकारी करने गये थे। जब मंडी निरीक्षक से मामले को लेकर बात की गई तो उनके द्वारा नेतागिरी करने की बात कहते हुये नकारात्मक व्यवहार किया गया।

बताते चलें कि उपरोक्त घटनाक्रम से जहां बीती रात मंडी में हड़कंप मचा रहा, वहीं मंडी निरीक्षक द्वारा कार्यवाही को लेकर कोतवाली गुरसहायगंज में शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया है। मंडी निरीक्षक का आरोप था कि, गेट पास में धांधली के मामले में ट्रांसपोर्टर की भूमिका संदिग्ध है। वहीं ट्रांसपोर्टर मंडी निरीक्षक के इस आरोप को गलत बता रहे हैं।

फिलहाल पूरे मामले की जांच पुलिस द्वारा शुरू कर दी गई है।

बारिश के चलते तेज आवाज के साथ कच्चा मकान गिरा, हादसे में दो बच्चों की मौत
पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज जिले के गोपालपुर गांव में गहरी नींद में सोये गांव के ग्रामीणों में अचानक उस समय हड़कंप मच गया,जब बारिश के चलते तेज आवाज के साथ एक कच्चा मकान ढह गया।जब तक ग्रामीण कुछ समझते एवम राहत और बचाव कार्य शुरु करते,तक तक मकान के मलवे में दबकर एक ही परिवार के दो भाई बहनों की दर्दनाक मौत हो गई,जबकि दो अन्य बच्चों सहित दंपत्ति घायल हो गये।जानकारी के मुताबिक जिले के थाना इंदरगढ़ क्षेत्र के गांव गोपालपुर में हादसा हुआ।रविवार/सोमवार की देर रात 3 बजे के करीब घटना घटी।

जर्जर हो चुके मकान में सोया था परिवार

बताते चलें कि गांव के निवासी रामदास पुत्र पुत्तूलाल उम्र 45 वर्ष अपने परिवार पत्नी फगुनी उम्र 40 वर्ष,10 वर्षीय पुत्र विवेक,2 वर्षीय बिकास,14 वर्षीय बेटा अंजली,12 वर्षीय बेटी सरिता, के साथ अपने कच्चे मकान की छत पर सोये हुये थे।बारिश के कारण जर्जर हो चुके मकान की छत पर सोये परिवार को अहसास भी नहीं था,कि एक दर्दनाक हादसा उनका इंतजार कर रहा है।

तेज धमाके की आवाज होने पर दौड़े ग्रामीण

रात 3 बजे के करीब एकाएक मकान की छत तेज आवाज के साथ ढह गई।जिससे मकान की छत पर सोया पूरा परिवार मलवे में दब गया।तेज आवाज के साथ गिरे मकान की आवाज से जहां गहरी नींद में सोये ग्रामीण सहम गये,वहीं घटना की जानकारी पर गांवों में हड़कंप मच गया।राहत और बचाव कार्य करने को ग्रामीण घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े।मदद करने के दौरान ग्रामीणों ने मकान के मलवे में दबे परिजनों के कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस

थाना पुलिस को घटना की सूचना दिये जाने के दौरान ग्रामीणों ने आनन-फानन में मलवे में दबे घायलों को एंबुलेंस की मदद से उपचार हेतु हंसेरन हॉस्पिटल भेजा।यहां से घायलों को तिर्वा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।हादसे में परिवार के दो मासूम बच्चों 10 वर्षीय विवेक और 12 वर्षीय सरिता की मौत हो गई।परिवार के अन्य सदस्यों में दंपत्ति सहित दो अन्य मासूमों का उपचार जारी था।घटना की सूचना के बाद मौके पर थाना प्रभारी पारुल चौधरी पुलिस बाल के साथ मौके पर पहुंची।

तहसीलदार बोले हर संभव मदद की जाएगी

वहीं राजस्व टीम ने भी मौके पर पहुंचने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी थी।घटना को लेकर तहसीलदार तिर्वा अवनीश कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की जायेगी,इसके अलावा जो भी सरकारी सहायता होगी, उपलब्ध करवाई जायेगी।घटना के दौरान गांव में हड़कंप का माहौल नजर आया।
नवाब सिंह यादव रेप प्रकरण: जेल से रिहा होते ही फरार हुआ नीलू यादव, गिरफ्तारी के लिए हाथ मलती रह गई पुलिस

पंकज कुमार श्रीवास्तव

यूपी के कन्नौज जिले में चर्चित नवाब सिंह यादव रेपकांड के मामले में नवाब सिंह के छोटे भाई नीलू यादव की गिरफ्तारी के लिए एक बार फिर कन्नौज पुलिस हाथ मलती रह गई और नीलू यादव जेल से रिहा होते ही पुलिस की नजरों से ओझल हो गया । अब जेल से रिहा होने के बाद नीलू यादव की तलाश में कन्नौज पुलिस एक बार फिर जुट गई है । पुलिस ने नीलू यादव की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगाई हैं ।

शुक्रवार देर शाम कोर्ट में जमानत मिलने के बाद ही नीलू यादव की जेल से रिहाई हुई थी और कल ही पुलिस ने नवाब सिंह व उसके छोटे भाई नीलू यादव सहित पीड़िता की बुआ पूजा तोमर को जेल से बाहर न निकल पाने को लेकर गैंगेस्टर की कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज किया था लेकिन इससे पहले पुलिस जेल से रिहा होने पर नीलू यादव तक पहुँचती नीलू यादव ने पुलिस को चकमा दे दिया और जेल से रिहा होकर फरार हो गया। जिसके बाद से अब कन्नौज पुलिस गैंगस्टर एक्ट मामले में नीलू यादव की अब जोरों से तलाश कर रही है । जबकि पुलिस का प्लान था कि नीलू यादव की रिहाई से पहले ही वारंट जेल में तामील करवा दिया जाए, लेकिन नीलू की रिहाई की कागजी कार्रवाई के आगे पुलिस की वारंट के कागजी कार्रवाई फेल हो गई और नीलू पुलिस के हाथ से बाहर निकल गया ।

बताते चलें कि नवाब सिंह यादव के छोटे भाई नीलू यादव को पुलिस ने नवाब सिंह यादव द्वारा किशोरी से दुष्कर्म के मामले में साक्ष्य को प्रभावित करने के मामले में सह अभियुक्त बनाया था । उस दौरान नीलू यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 25000 का इनाम भी घोषित किया था। लेकिन नीलू यादव पुलिस के हाथ नहीं लगा और पुलिस को चकमा देते हुए उसने 3 सितंबर को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जिसके बाद से वह जेल में था। वही इस मामले में नीलू यादव को 20 सितंबर को पॉक्सो एक्ट कोर्ट से जमानत मिल गई थी। इसी बीच पुलिस ने एक जानलेवा हमले के मामले में नीलू यादव का वारंट हासिल कर लिया था, वही इस मामले में भी नीलू यादव को कोर्ट से मंगलवार को ही जमानत मिल गई थी। लेकिन जमानत गिरोह का सत्यापन नहीं हो पाया था जिसके कारण रिहाई टल गई थी। शुक्रवार की शाम नीलू यादव की रिहाई का परवाना जेल पहुंच गया इसके बाद नीलू यादव की रिहाई हो गई। वही इस बीच शुक्रवार को ही पुलिस ने नीलू यादव, नवाब सिंह यादव और पीड़िता की बुआ पूजा तोमर पर गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। लेकिन जब तक गैंगस्टर कोर्ट से वारंट की अनुमति मिलती तब तक नीलू यादव जेल से रहा हो गया । जबकि पुलिस की तैयारी थी कि नीलू के जेल से रिहा होने से पहले ही वारंट की प्रक्रिया पूरी कर जेल में तामील करवा दिया जाए। वहीं जेल से रिया होते ही नीलू यादव पुलिस पकड़ से दूर हो गया। मामले में सीओ कमलेश कुमार ने बताया कि नीलू यादव की गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तारी के लिए तलाश की जा रही है । इसके लिए कई टीमें लगाई गई है । यह था मामला - बताते चलें कि 11 अगस्त की रात नवाब सिंह यादव पर किशोरी से दुष्कर्म के आरोप लगने के बाद पुलिस ने उनको जेल भेज दिया था, तो वही पीड़िता की बुआ पूजा तोमर को भी दुष्कर्म में सहयोग करने के मामले में पुलिस ने आरोपी बनाया था और 22 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी की थी । जिसमें उन्होंने पुलिस को बताया था कि नवाब सिंह यादव के छोटे भाई नीलू यादव ने कोर्ट में बयान बदलवाने और मेडिकल परीक्षण को प्रभावित करने का चार लाख रुपए का लालच दिया था । मामले में पुलिस ने नीलू यादव को आरोपित बनाते हुए उनकी गिरफ्तारी पर 25000 का इनाम रखा था। इसके बाद नीलू यादव ने पुलिस को चकमा देते हुए 3 सितंबर को कोर्ट में समर्पण किया था। जिसमें 24 सितंबर को कोर्ट में नीलू यादव की जमानत मंजूर हो गई थी, लेकिन पुलिस ने यह देख उसपर गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज करा दिया, इसके बावजूद कल शुक्रवार को जेल से रिहा होने पर नीलू यादव पुलिस के घेरे को चकमा देकर फरार है। अब पुलिस उसकी तलाश में पुलिस फिर से लग गयी है।

पुलिस क्षेत्राधिकारी कमलेश कुमार ने बताया कि देखिए जो पुराने मामले थे 308 का और एक जो प्रकरण चल रहा था नवाब सिंह यादव के साथ वाला इन दोनों मामलों में नीलू की जमानत हो गयी थी, 24 तारीख को ही कोर्ट से जमानत मिल गयी थी, कल उसकी जेल से रिहाई हो गयी है, परन्तु इसमें जो है इसी प्रकरण को लेकर, नवाब सिंह वाले प्रकरण को लेकर गैंगस्टर का अभियोग पंजीकृत किया गया है, तो नीलू की शीघ्र गिरफ्तारी पुनः की जाएगी। इसमें जो है टीमें लगा दी गयी है और हमारी कोशिश रहेगी की इसकी शीघ्र से शीघ्र गिरफ्तारी करके पुनः माननीय न्यायालय के समक्ष भेज दिया जाए।

*लगातार बारिश से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर बना तालाब, मरीजों और तीमारदारों को हो रही परेशानी*

पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज जिले में बारिश ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर को तालाब बना दिया। मरीजों की छोड़िए, यहां तो कर्मचारियों को भी अपने कक्ष तक जाने के लिए पानी से गुजरना पड़ रहा है। ऐसा कोई पहली बार नहीं, बल्कि बारिश के दौरान हर साल देखने को मिलता है। मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सपा नेता ने भाजपा सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है। कहा हमारी सरकार में बेहतर थीं स्वास्थ्य व्यवस्थाएं।

गुरसहायगंज नगर अध्यक्ष सपा नेता मुकीम खान ने अस्पताल की बदहाली को लेकर अलाधिकारीयों से मिलने की कही बात कही है। सपा नेता ने कहा है कि हमारी सरकार में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं थीं। भाजपा सरकार में केवल होर्डिंग और कागजों में विकास हो रहा है, अस्पताल का आलम यह है कि, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधीक्षक और अन्य डॉक्टर भी अपने कक्ष तक पहुंचने के लिए बारिश के पानी के बीच से होकर निकलते हैं। लेकिन भाजपा सरकार में किसी भी अधिकारी और कर्मचारियों की ताकत नहीं है कि वह सरकार के खिलाफत कर सके। वहीं उन्होंने कहा है कि सपा सरकार में नगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लोगों की बेहतर सुविधाओं के लिए सपा के मुखिया रहे स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के द्वारा इस अस्पताल को बनवाया गया था।

वही इस अस्पताल के बनने से सपा सरकार में लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल रही थी। अब जब से भाजपा सरकार आई है तब से इस अस्पताल की दुर्दशा हो गई है, वहीं उन्होंने कहा है कि इस समस्या को दूर करने के लिए वह आला अधिकारियों से मिलकर इसकी शिकायत करेंगे। दरअसल, अस्पताल का परिसर मुख्य सड़क मार्ग के तल से करीब दो-ढाई फिट नीचे है। जब भी मामूली सी बारिश हो जाए तो पानी पूरे परिसर में भर जाता है। आपातकालीन कक्ष और महिला ओपीडी का भी कमोबेश ऐसा ही दिखा।

लगातार 24 घंटे से हो रही भारी बारिश

छिबरामऊ क्षेत्र में लगातार 24 घंटे से भारी बारिश हो रही है जिससे लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वही सबसे ज्यादा दिक्कत अब जल भराव से लोगों को हो रही है।

कन्नौज रेपकांड : नवाब सिंह यादव रेप मामले में पुलिस की एक ओर बड़ी कार्रवाई

पंकज कुमार श्रीवास्तव

यूपी के कन्नौज जिले में नवाब सिंह यादव रेपकांड में पुलिस ने एक और मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी नवाब सिंह यादव और नवाब सिंह के भाई नीलू यादव व रेपकांड मामले में नवाब सिंह यादव की सहयोगी बनी पीड़िता की बुआ पूजा तोमर की मुश्किलें और बढ़ा दी है। पुलिस ने शुक्रवार देर शाम जानकारी साझा करते हुए बताया कि नवाब सिंह यादव और उसके भाई नीलू यादव सहित अभियुक्ता पूजा तोमर के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही करते हुए मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

आपको बताते चलें कि 12 अगस्त को कक्षा 10 की पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा के साथ पूर्व सपा नेता नवाब सिंह यादव पर रेप का आरोप लगा था। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए पूर्व सपा नेता नवाब सिंह यादव की तत्काल गिरफ्तारी करते हुए मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की थी। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता की बुआ पूजा तोमर को नवाब सिंह यादव की रेप के मामले में मदद करने ओर नीलू यादव को इस मामले के साक्ष्य को छुपाने के मामले में कार्यवाही की थी।

जिसमें नवाब सिंह यादव सहित तीनों जेल में बंद है। बताया जा रहा था कि इनमें नवाब सिंह यादव के छोटे भाई नीलू यादव को इस मामले में जमानत मंजूर हो गई थी लेकिन इससे पहले नीलू यादव जेल से बाहर निकल पाते पुलिस ने नीलू यादव सहित तीनों नवाब सिंह यादव और अभियुक्ता पूजा तोमर सहित तीनों पर गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही कर दी। पुलिस ने शुक्रवार को गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही करते हुए मुकदमा पंजीकृत कर दिया है। जिससे अब तीनों की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई है। पुलिस की इस कार्यवाही के बाद अब जिला प्रशासन भी बुल्डोजर की कार्यवाही करने की तैयारी में है।

कन्नौज पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि 12 अगस्त 2024 को एक नाबालिग लड़की ने आरोपित नवाब सिंह द्वारा दुष्कर्म किये जाने की बात बताई। तत्समय मुकदमा पंजीकृत किया गया था। नवाब सिंह को जेल भेजा गया था तथा अन्य दो लोगों को भी जेल भेजा गया था। आज नवाब सिंह व उसके भाई नीलू यादव और एक महिला अभियुक्ता पूजा तोमर पर गैंगेस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया गया है और विधिक कार्यवाही की जा रही है।

नीलगाय के बच्चे को निगल रहे विशालकाय अजगर को देख ग्रामीणों में मचा हड़कंप

पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज।बीते कुछ दिनों से जहां कन्नौज जिले में जंगली जानवरों के जानलेवा हमला होने से ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है, तो वहीं जिले के एक गांव में एक विशालकाय अजगर को देखकर ग्रामीणों में दहशत फ़ैल गई।

अजगर अपने शिकार के समय नीलगाय के बच्चे को निगल रहा था। यह घटना देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। इस बात की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को दी, जिसके बाद मौके पर वन विभाग की टीम और पुलिस पहुंच गई। मौके पर वन विभाग की टीम में रेस्क्यू कर अजगर को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर ले जाकर छुड़वा दिया।

आपको बताते चलें कि बीते कुछ समय से कन्नौज जिले के थाना विशुनगढ़ क्षेत्र में पहले कथित हमलावर सियार जैसे अन्य जानवरों के हमले से ग्रामीणों में हड़कंप मचा रहा, वहीं बीते दो-तीन दिनों से जिले के थाना ठठिया क्षेत्र में ग्रामीण जानलेवा हमला करने वाले जानवरों के हमले से परेशान हैं।

ग्रामीण अपने परिवार और पालतू मवेशियों की सुरक्षा करने में लगे हुए है। गुरुवार को ठठिया क्षेत्र में एक गांव में विशालकाय अजगर को लोगों ने देखा जो नीलगाय के बच्चे को निगल रहा था, यह देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।

मामला ठठिया थाना क्षेत्र के गांव सिसैयनपुर्वा गांव का है, जहां गुरुवार को एक विशालकाय अजगर नीलगाय के बच्चे को निगल रहा था, देखते-देखते अजगर ने अपने अंदर पूरा बच्चा निगल लिया जिसके कुछ देर बाद अजगर ने फिर से निगले गए नीलगाय के बच्चे को उगलकर बाहर निकालना शुरू किया। इस सूचना से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। जिसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी।

कुछ ग्रामीण लाठी डंडे लेकर पहुंच गए और विशालकाय अजगर को ग्रामीणों ने चारों तरफ से घेर लिया। वन विभाग की टीम के अलावा पुलिस को भी इस मामले की सूचना दी गई। जानकारी के बाद विभागीय टीम के दो वनकर्मी और पुलिस मौके पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने किसी प्रकार अजगर को रस्सी की सहायता से बांधकर परेशान करना शुरू किया तो अजगर ने निवाला बने नीलगाय के बच्चे को बाहर निकाल दिया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने विशालकाय अजगर को पकड़ने के लिए रेस्क्यू किया और पकड़ने के बाद जंगल में छुड़वा दिया। इस पूरे मामले को लेकर प्रभागीय वन अधिकारी हेमंत कुमार ने बताया कि यह ठठिया क्षेत्र में सिसैया नगला गांव में एक अजगर के होने की सूचना मिली थी. पीआरवी टीम द्वारा तत्काल हमारा स्टाफ मौके पर पहुँच गया और अजगर का नियमानुसार रेस्क्यू कर लिया।

10 फ़ीट लंबा अजगर का हुआ रेस्क्यू

प्रभागीय वन अधिकारी हेमंत कुमार ने बताया कि लगातार जगंली जानवरो से ग्रामीणों में दहशत बनी होने को लेकर प्रभागीय वन अधिकारी हेमंत कुमार ने बताया कि यहां तो मामला अजगर का था इसके पूर्व जो मामले थे वह सियार के थे , वह भी जन सामान्य को बता दिया गया था, लोगों को और मीडिया में भी, अब धीरे-धीरे सियार के मामले कम भी हो रहे है क्योंकि जानवरो को अपने जगह पर जहां पर वह रहते थे झाड़ियों में जंगल में वहाँ रहने की जगह मिल गयी। अब इसमें कोई ऐसी चिंता की बात नहीं है. अजगर सामान्य पैथन जाति का था यह लगभग 10 फ़ीट का लंबा अजगर था। आगे उन्होंने बताया कि जब कोई ऐसी सूचना मिलती है तो हमारा विभाग का स्टाफ वहां पर पहुंचता है वह इस प्रकार से रेस्क्यू करता है कि न तो वन्य जीव को हानि हो और न तो स्थानीय लोगों को हानि हो तो उनको वहां पर अजगर को पकड़वा कर आसपास के जंगलो में छुड़वा दिया।

तेज रफ़्तार का कहर, सड़क हादसे मे हुई युवक की मौत, शव को रौंदते रहे वाहन
पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज । यूपी कन्नौज जिले के छिबरामऊ नेशनल हाईवे पर तेज रफ्तार अज्ञात वाहन की टक्कर से एक युवक की मौत हो गई।  प्रेमपुर चौकी क्षेत्र में किसी तेज रफ्तार वाहन ने रात के अंधेरे में एक युवक को रौंद दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। काफी प्रयास के बाद भी पुलिस मृतक की शिनाख्त नहीं कर पाई, शिनाख्त न होने पर उसके शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है।

मामला छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाइवे पर डालूपुर रोड के पास नीम करौली ढाबा के सामने रात में किसी तेज रफ्तार वाहन ने युवक को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं युवक के शव के ऊपर से कई अन्य वाहन भी गुजर गए, जिससे शव की शिनाख्त करना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया। सूचना मिलते ही प्रेमपुर चौकी इंचार्ज संजीव कटारा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। सड़क पर पड़े युवक के शव को वाहन की व्यवस्था कर रात में ही सौ शैय्या अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। पुलिस ने सुबह  आस-पड़ोस के लोगों से मृतक युवक की शिनाख्त के काफी प्रयास किए, लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी है।

शव क्षत विक्षत होने के कारण नहीं हो पा रही पहचान

कोतवाल सचिन कुमार ने बताया है सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को उठाकर मोर्चरी में रखवा दिया और मृतक युवक की शिनाख्त के काफी प्रयास किया लेकिन सुबह तक उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी, इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक युवक की शिनाख्त के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

यातायात पुलिस ने एक्सप्रेसवे पर ओवर स्पीडिंग वाले वाहनों पर की कार्रवाई
पंकज कुमार श्रीवास्तव कन्नौज।पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद के निर्देशानुसार व अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के पर्यवेक्षण में एवं क्षेत्राधिकारी यातायात डा.प्रियंका वाजपेई के नेतृत्व में यातायात प्रभारी आफाक खां ने आगरा से लखनऊ की तरफ तिर्वा थाना क्षेत्र में स्पीड लेजर गन द्वारा ओवर स्पीडिंग करने वाले वाहनों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की गई। जिसमें पांच डबल डेकर/स्लीपर बसों का ओवर स्पीडिंग में चालान किया गया। वहीं 20 ऐसे चार पहिया हल्के वाहनों के चालान किए गए। जिनकी 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से लेकर 150 किलोमीटर की रफ्तार देखने को मिली। ओवर स्पीडिंग से हादसे को सबसे अधिक खतरा प्रभारी द्वारा बताया गया कि ओवर स्पीडिंग के कारण सबसे अधिक और सबसे खतरनाक दुर्घटनाएं होती हैं।क्योंकि 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक गाड़ी को चलाने पर टनल विजन (संकीर्ण दृष्टि) की समस्या उत्पन्न होने लगती है। जिस कारण वाहन चालक की आंखें पूरी सड़क को समय से स्कैन नहीं कर पाती हैं।और अचानक कोई चीज सामने आने पर या सड़क के दाहिने बाएं से आने पर दुर्घटना को रोकना नामुमकिन हो जाता है।अत्यधिक स्पीड में वाहन चलाने पर अचानक कोई खतरा आने पर ब्रेकिंग डिस्टेंस कम पड़ जाता है। जिस कारण दुर्घटना रोकना संभव नहीं हो पाता है। सौ किलोमीटर के अंदर वाहन चलाने की जा रही अपील अत्यधिक स्पीड में वाहन के माइलेज में भी फर्क पड़ता है। यदि आप 100 किलोमीटर प्रति घंटा के अंदर अपने वाहन को चलाते हैं। तो आपको अच्छा माइलेज मिलता है। और ईंधन कम खर्च होता है। पैसा भी बचाया जा सकता है, जिंदगी भी बचाई जा सकती है। इसलिए यातायात पुलिस अपील करती है की गतिसीमा का उल्लंघन न करें। सुरक्षित चलें।