तेजस्वी यादव ने स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी को लेकर राज्य सरकार पर साधा निशाना,कहा एनडीए सरकार बिहारवासियों पर अत्याचार कर रही है
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है. बिहार में स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी और बिजली के बढ़ते बिलों को लेकर इन दिनों कई समस्या आ रही है. आरजेडी नेता का कहना है कि देश के सबसे कम प्रति व्यक्ति आय वाले राज्य में स्मार्ट मीटर लगा बिजली दरों को दोगुना कर एनडीए सरकार बिहारवासियों पर अत्याचार कर रही है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी और बढ़ते बिजली बिलों से बिहारवासी त्रस्त है. स्मार्ट मीटर मुद्दा हर घर से जुड़ा हुआ है. हर घर से स्मार्ट मीटर के खिलाफ शिकायतें आ रही है. उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर के नाम पर बिजली कंपनियों, अधिकारियों और सत्तारूढ़ नेताओं की जो मिलीभगत है उसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए. बिहार की सबसे बड़ी पार्टी ने 1 अक्टूबर से इसके खिलाफ आंदोलन करने का ऐलान किया है.
सरकार किसके फायदे के लिए ऐसा कर रही है?
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी और बढ़ते बिजली बिलों को लेकर नीतीश और बीजेपी सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर सवालों की लंबी लिस्ट साझा की है. इसमें उन्होंने लिखा कि लगभग सभी उपभोक्ताओं का ऐसा क्यों मानना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उनका बिजली बिल डबल हो गया है? सरकार बताएं कि ऐसा क्यों हो रहा है?
अगर यह मान लिया जाए कि हर घर से केवल 100 रुपए ही फर्जीवाड़ा हो रहा है तो नीतीश सरकार बिहार भर के उपभोक्ताओं से हर महीने हजारों करोड़ रुपए की अवैध राशि वसूल रही है. बिहार इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन और सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन के गजट में स्मार्ट मीटर लगाने की कोई बाध्यता नहीं है तो फिर सरकार किसके फायदे के लिए ऐसा कर रही है?
मुद्दे के निपटारा के लिए निष्पक्ष कमेटी की मांग
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार का इलेक्ट्रिसिटी इंफ्रास्ट्रक्चर आउटडेटेड है. बिहार में 2 करोड़ बिजली उपभोक्ता है इसमें से केवल 50 लाख ने ही स्मार्ट मीटर लगवाया है. इसमें भी सभी की यही शिकायत है. ऐसे में सरकार को पहले पुराने उपभोक्ताओं की शंकाओं दूर करना चाहिए फिर नए पर विचार करें. उनकी मांग है कि इस मुद्दे के निपटारे के लिए कोई निष्पक्ष कमेटी होनी चाहिए.
तेजस्वी ने पूछा कि सरकार की बिजली कंपनियों के साथ क्या सांठ-गांठ है? क्या मीटर का कैलिब्रेशन गलत नहीं हो सकता है? अगर स्मार्ट मीटर सचमुच स्मार्ट है तो इसका यूजर इंटरफेस और सिस्टम इतना धीमा और खराब क्यों है. उन्होंने पूछा कि क्या बिजली मंत्री के सुपौल घर में स्मार्ट मीटर है? है तो कब लगा? कितने माननीय और अधिकारियों के सरकारी और व्यक्तिगत आवास पर स्मार्ट मीटर लगा है?
Sep 30 2024, 09:50