पटना में नागरिक अधिकार मंच का प्रीपेड मीटर के खिलाफ हल्ला बोल,आक्रोश मार्च निकाल जताया विरोध
पटना : बिहार एक गरीब प्रदेश है और उसी गरीब प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा है। बिहार में तकरीबन 2019 से प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा है जो अभी तक जारी है। लेकिन अब लोगो के सब्र का बांध टूटने लगा है।
लोग प्रीपेड मीटर लगाए जाने के विरोध कर रहे है।अब ऐसे में बिहार में प्रीपेड मीटर लगए जाने के विरोध में क़ई संस्थाए भी आ गयी है।
आज पटनासिटी में नागरिक अधिकार मंच के बैनर तले प्रीपेड मीटर लगाए जाने के विरोध में आक्रोश मार्च निकाला गया। यह यह आक्रोश मार्च पटनासिटी के पश्चिम दरवाज़ा से होते हुए अनुमंडल कार्यालय जाकर सम्पन्न हुआ। जहां एसडीओ को एक मेमोरेंडम सौपा गया।इस मार्च का नेतृत्व राजद नेता बलराम चौधरी कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि लोगो के ऊपर जबरदस्ती प्रीपेड मीटर थोपा जा रहा है।प्रीपेड मीटर के जरिये लोगो को लुटा जा रहा है। अगर सरकार इसे बापस नही लेती है तो यह आंदोलन औऱ उग्र होगा।
आपको बताए की हाल ही में बिहार में जाति गणना हुई थी। जिसमे 35% जनसंख्या ऐसी है जिनकी महीने की आमदनी 6 हज़ार से भी कम है एवम एक रिसर्च पेपर के अनुसार 70% ग्रामीण जनसँख्या है। जिसके पास स्मार्ट फोन तक नही है। वैसे बिहार में प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा है।
हालांकि इधर हाल के दिनों की बात करे तो बिहार के कोने कोने से प्रीपेड मीटर को लेकर बवाल देखा जा रहा है।
राजधानी पटना के फतुहा में ही जब लोगो के घरों में प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा था। तभी ग्रामीणों ने बिजली बिभाग के अधिकारियों पर पथराव कर दिया था। जिसमे क़ई सरकारी कर्मचारी घायल भी हो गए थे।
वही गोपालगंज और समस्तीपुर से भी कुछ इसी तरह की ख़बरें आई। जहां घरों से प्रीपेड मीटर को उखाड़ सड़को पर फेंक दिया गया।
Sep 27 2024, 20:01