चंदौली में अटेवा ने पुरानी पेंशन के लिए निकाला आक्रोश मार्च
श्रीप्रकाश यादव


चंदौली। पुरानी पेंशन बहाली के लिए अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने अब संघर्ष तेज कर दिया है। गुरुवार को अटेवा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों ने जिला मुख्यालय पर आक्रोश मार्च निकाला। जो धरना स्थल से शुरू होकर कलक्ट्रेट तक गया। जहां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा । इसमें पुरानी पेंशन बहाली तक संघर्ष जारी रखने का निर्णय भी लिया गया।

इन दौरान वक्ताओं ने कहा कि पुरानी पेंशन सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों के सामाजिक सुरक्षा व सम्मान की लड़ाई है। सरकार ने इसे छीनकर एक असुरक्षित नवीन पेंशन योजना थोप दी है। इतना ही नहीं अब यूपीएस लागू कर कर्मचारियों के साथ धोखा किया जा रहा है। जबकि इसकी धनराशि कहां जा रही है। इसकी जानकारी न तो सरकार को है और न ही विभागीय अधिकारियों को है।

कहा कि देश के करीब एक करोड़ शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी लगातार ओपीएस की मांग कर रहे हैं। एनपीएस में पेंशन के नाम पर नाममात्र की धनराशि मिलती है। इससे पेंशनर खुद और परिवार का खर्च चलाने में असमर्थ होता है। अब पुरानी पेंशन बहाली होने तक अटेवा का संघर्ष जारी रहेगा। पुरानी पेंशन शिक्षक कर्मचारी के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी हितकारी है।

इस मौके पर जिला संयोजक देवेंद्र प्रताप सिंह, गिरिजेश कुमार दादा, निठोहर सत्यार्थी, अरुण रत्नाकर, कन्हैया लाल गुप्ता, संजय सिंह शक्ति, रिंकू यादव, आनंद पांडेय, संजय कुमार सिंह, दिवाकर सिंह, दुर्गेश कुमार सिंह, निर्मल, संजय मौर्य, मनोज कुमार, एसके शर्मा, शशि प्रकाश, भूपेंद्र सिंह, अजय यादव, मुहम्मद वकील, नितेश सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे।
महाविद्यालय के छात्राओं को एचआईवी के बारे में दी गई जानकारी

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली /चहनियां,क्षेत्र के लोकनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामगढ़ में छात्र छात्राओं को सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज यौन संक्रमित रोग एचआईवी के संक्रमण से बचाव के बारे में जागरूकता अभियान चलाया गया।

पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला अस्पताल के एचआईवी काउंसलर डा0 प्रियेश कुमार सिंह ने एच आई वी के संबंध में भ्रांतियों को विस्तार पूर्वक समझाया ।

इस जानकारी देते हुए पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला अस्पताल के एचआईवी काउंसलर डॉ0 प्रियेश कुमार सिंह ने एचआईवी के संबंध में भ्रांतियों दूर करते हुए कहा कि यह छूने, साथ उठने बैठने या साथ खाना खाने से नहीं फैलता। उन्होंने इससे बचाव एवं सावधानियों पर छात्र छात्राओं से विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही जिला अस्पताल पर उपलब्ध सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी।

इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ0 विनय कुमार सिंह,डॉ0 सर्वेश शर्मा, मदन राम, डॉ0 नीलम प्रजापति,डॉ0 गोविंद नारायण, श्रीमती सरिता प्रजापति, सुश्री रफ्त जहां आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

जिस बेटे के लिए मां ने रखा था जीवितपुत्रिका का व्रत उसी की बांध में डूबकर हो गई मौत, मचा कोहराम
श्रीप्रकाश यादव

चंदौली। चकिया कोतवाली के मूसाखांड़ बांध पर बुधवार की शाम जीवितपुत्रिका के पूजन के दौरान सावन कुमार (13 वर्ष) की बांध में डूबने से मौत हो गई। घटना से मां को गहरा सदमा लगा। वह रोत-रोते अचेत हो गई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।

मूसाखाड़ गांव निवासी अमिताभ बच्चन का पुत्र सावन कुमार अपनी मां और अन्य महिलाओं के साथ जीवित्पुत्रिका व्रत की पूजा के लिए बांध पर गया था। महिलाएं पूजन-अर्चन में व्यस्त थीं। उसी दौरान सावन नहाने के लिए बांध में कूद गया। अचानक वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। वहां मौजूद लोग जब तक कुछ कर पाते तब तक वह गहरे पानी में डूब गया। लोगों ने बांध में कूदकर उसे बाहर निकाला। वहीं चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय ले गए, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

किशोर की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। पुत्र की दीर्घायु और मंगलकामना के लिए उसकी मां ने व्रत रखा था, उसी दौरान उसकी मौत ने मां को गहरा आघात लगा। वह रोत-रोते अचेत हो जा रही थी। थाना प्रभारी अतुल कुमार प्रजापति ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई की गई।
चंदौली में अलग-अलग घटनाओं में तीन की मौत, छानबीन में जुटी पुलिस, एक की मौत संदिग्ध

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली। जिले में अलग-अलग घटनाओं में दो युवकों सहित तीन की मौत हो गई। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर पुलिस जांच में जुटी है। मुगलसराय कोतवाली अंतर्गत धरना गांव के समीप ट्रेन से गिरकर युवक की मौत हो गई जबकि बबुरी थाना क्षेत्र के हटिया जरखोर गांव के पास संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क किनारे युवक का शव मिला। हालांकि पुलिस का कहना है कि बाइक से गिरकर मौत हुई है। वहीं धानापुर थाना क्षेत्र के अवाजापुर गांव के पास सड़क दुर्घटना में 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई।

मुगलसराय कोतवाली अंतर्गत रेलवे चौकी के धरना गांव के पास ट्रेन से गिरकर 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड के आधार पर शिनाख्त नन्हेलाल पुत्र गेंदनलाल निवासी कौही परौर शाहजहांपुर के रूप में हुई है। चौकी प्रभारी हेमंत यादव ने बताया कि परिजनों को सूचना दे दी गई है वो शव लेने आ रहे हैं।

सड़क किनारे मिला युवक का शव

बबुरी थाना क्षेत्र के हटिया जरखोर गांव के पास सड़क किनारे 38 वर्षीय युवक का शव मिला। पास ही में उसकी बाइक भी पड़ी थी। मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस भी पहुंच गई। बबुरी थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक बटपुरवा गांव का रहने वाला था। युवक कीर्तन में आया था। वापस लौटते समय बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

सड़क दुर्घटना में व्यक्ति की मौत

धानापुर थाना क्षेत्र के भदाहूं पुलिस चौकी अंतर्गत अवाजापुर शहीद कैप्टन विजय प्रताप सिंह महाविद्यालय के समीप तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। दुर्घटना में भदाहूं गांव निवासी जय सिंह मौर्य 45 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां उनकी मौत हो गई। जय सिंह सूरत में ट्रक चलाते थे। छुट्टी लेकर घर आए थे। अगले मंगलवार को उन्हें वापस लौटना था। टिकट भी करा चुके थे।
जिउतिया व्रत: लक्ष्मीकुण्ड मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना


श्रीप्रकाश यादव

चंदौली / वाराणसी। लक्ष्मीकुंड एक प्राचीन पवित्र स्थल है, जिसे मां लक्ष्मी का निवास माना जाता है। पुरानी मान्यता के अनुसार, जो भी व्यक्ति इस कुंड में स्नान करता है, उसके जीवन में समृद्धि और धन की कमी नहीं रहती। जिउतिया व्रत के समय, यहां विशेष धार्मिक आयोजनों का आयोजन किया जाता है, और माताएं गंगा स्नान के बाद लक्ष्मीकुंड में आकर जल अर्पण करती हैं। कुंड के पवित्र जल का धार्मिक महत्व है, और इसे लक्ष्मी देवी की कृपा प्राप्ति का प्रतीक माना जाता है।

जिउतिया व्रत, जिसे जीवित्पुत्रिका व्रत भी कहा जाता है, काशी समेत पूरे देश में अत्यंत धार्मिक भावनाओं के साथ मनाया जाता है। यह व्रत माताओं द्वारा अपनी संतान की लंबी उम्र, स्वस्थ जीवन और समृद्धि के लिए किया जाता है। मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल के तराई क्षेत्रों में यह व्रत बहुत प्रसिद्ध है। जिउतिया व्रत आश्विन महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है, और इस व्रत की मान्यता है कि इसे करने से संतान की रक्षा होती है। इस व्रत का आध्यात्मिक पहलू और धार्मिक महत्ता गंगा और काशी जैसी पवित्र स्थलों से और अधिक बढ़ जाती है।

काशी, जिसे वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, एक पवित्र तीर्थ स्थल है। यह स्थान सिर्फ भगवान शिव का धाम नहीं है, बल्कि यहां मां लक्ष्मी की भी विशेष महत्ता है। जिउतिया व्रत के दौरान काशी में माता लक्ष्मी के दर्शन और पूजन का विशेष महत्व होता है। काशी में बुधवार भोर से ही मां लक्ष्मी के दर्शन पूजन के लिए महिलाओं का तांता लगा रहा। लक्सा स्थित मां लक्ष्मी के मंदिर में महिलाएं कतारबद्ध होकर दर्शन कर रही हैं। काशी में जिउतिया व्रत करने वाली माताएं मां लक्ष्मी के प्रति अपनी भक्ति अर्पित करती हैं ताकि उनके घर में धन, समृद्धि और संतानों की सुरक्षा बनी रहे।

जिउतिया व्रत का इतिहास पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। इसमें राजा जीमूतवाहन की कथा विशेष रूप से प्रचलित है, जिन्होंने अपनी प्रजा के नागों की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था। इस कथा के माध्यम से माताएं अपने बच्चों की रक्षा और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। जिउतिया व्रत का पालन काशी जैसे पवित्र स्थलों पर करना, इस व्रत को और अधिक फलदायी बनाता है। काशी, गंगा के तट पर स्थित होने के कारण, आत्मिक शुद्धि का केंद्र माना जाता है। इस पवित्र भूमि पर मां लक्ष्मी के दर्शन से माताओं को दैवीय कृपा प्राप्त होती है।

काशी में मां लक्ष्मी का पूजन

जिउतिया व्रत के दौरान, काशी में मां लक्ष्मी के मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है। यहां की परंपरा और आस्था के अनुसार, माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्रत रखने वाली माताओं को न केवल संतान सुख की प्राप्ति होती है, बल्कि उनके घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती। काशी में जिउतिया व्रत करने वाली माहिलाए गंगा में स्नान कर, लक्ष्मी मां के मंदिर में जाकर पूजा करती हैं, और मां लक्ष्मी से संतान की लंबी उम्र, सुख और समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

मां लक्ष्मी का विशेष मंदिर

काशी में लक्ष्मीकुंड के पास स्थित लक्ष्मी मां का मंदिर अत्यधिक प्रसिद्ध है। लक्ष्मीकुंड का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है, और जिउतिया व्रत के दौरान यहां बड़ी संख्या में महिलाएं पूजा-अर्चना करने आती हैं। यह मंदिर मां लक्ष्मी के भक्तों के लिए एक अद्भुत स्थान है, जहां वे मां लक्ष्मी के चरणों में अपने परिवार और संतान की समृद्धि और सुरक्षा की प्रार्थना करती हैं।

जिउतिया व्रत के दौरान काशी में पूजा

जिउतिया व्रत का पालन तीन दिनों तक किया जाता है और काशी जैसे पवित्र स्थलों पर इसका खास महत्व है। व्रत की शुरुआत नहाय-खाय से होती है, जिसमें व्रती महिलाएं गंगा या लक्ष्मीकुंड में स्नान करती हैं। इसके बाद वे सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं। यह भोजन पूर्ण रूप से शुद्ध होता है, जिसमें कोई भी तामसिक वस्त्रों का प्रयोग नहीं किया जाता।

अगले दिन व्रती महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, जिसमें वे पूरे दिन बिना जल ग्रहण किए मां लक्ष्मी और जीवित्पुत्रिका की पूजा करती हैं। काशी में मां लक्ष्मी की विशेष पूजा के दौरान महिलाएं लक्ष्मीकुंड या अन्य मां लक्ष्मी के मंदिर में जाकर दीप जलाती हैं, और मां लक्ष्मी से अपने परिवार और संतान की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं।

अंतिम दिन, पारण के दिन, महिलाएं पूजा के बाद व्रत तोड़ती हैं। काशी में पारण के समय महिलाएं मां लक्ष्मी के नाम से विशेष प्रसाद बनाकर वितरित करती हैं और मंदिरों में जाकर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद लेती हैं।

काशी में जिउतिया व्रत का सांस्कृतिक और धार्मिक प्रभाव

काशी हमेशा से धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। जिउतिया व्रत के दौरान काशी में विशेष माहौल देखने को मिलता है। यह व्रत केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। काशी में जिउतिया व्रत करने वाली महिलाओं का एक समूह बनता है, जो एक साथ देवी लक्ष्मी की पूजा और भजन-कीर्तन करती हैं। इस धार्मिक अवसर पर पूरे परिवार के लोग भी व्रत में शामिल होकर पूजा करते हैं।
जिउतिया व्रत के दौरान काशी के बाजारों और मंदिरों में विशेष रौनक देखने को मिलती है। दुकानों में व्रत से संबंधित पूजन सामग्री की बिक्री होती है, और महिलाएं मां लक्ष्मी के लिए विशेष रूप से सजाए गए पूजन थाल खरीदती हैं। मंदिरों में भव्य सजावट होती है और लक्ष्मीकुंड के पास भक्तों की भीड़ रहती है, जो इस पवित्र कुंड में स्नान करने और मां लक्ष्मी के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते हैं।

मां लक्ष्मी से विशेष प्रार्थना

जिउतिया व्रत के दौरान, काशी में माता लक्ष्मी के दर्शन के समय व्रती माताएं अपने बच्चों की खुशहाल जिंदगी के लिए मां लक्ष्मी से विशेष प्रार्थना करती हैं। वे अपनी संतान के उज्ज्वल भविष्य, स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए मां लक्ष्मी से आशीर्वाद मांगती हैं। साथ ही, वे यह भी प्रार्थना करती हैं कि उनके घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहे।
काशी में जिउतिया व्रत के दौरान मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना से माताएं अपने परिवार की खुशहाली और समृद्धि सुनिश्चित करती हैं। मां लक्ष्मी की कृपा से उनका जीवन धन-धान्य और समृद्धि से परिपूर्ण होता है, और यह मान्यता है कि जिउतिया व्रत का पालन करने से माताओं की संतान को हर संकट से सुरक्षा मिलती है।

असंतुलित कार गिरी नहर में बहने लगे 5 सैलानी काफी मशक्कत से बची जान

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली/ जनपद के चकिया कोतवाली के लतीफशाह बंधे पर घूमने के लिए जा रहे सैलानियों की कार असंतुलित होकर कर्मनाशा नदी के नहर में गिर गई, जिससे कार नहर के पानी के तेज बहाव में कार बहने लगी और किसी तरह कार में सवार पांच लोगों ने तैर कर अपनी जान बचाई। इस घटना का वीडियो जोरों से वायरल हो रहा है।

आपको बता दें कि चंदौली जनपद के चकिया कोतवाली क्षेत्र के लतीफ शाह बंधे पर मुगलसराय के रहने वाले पांच युवक पिकनिक मनाने के लिए जा रहे थे कि इस दौरान बंधे से निकली कर्मनाशा नहर के किनारे जा रहे सैलानियों की गाड़ी असंतुलित होकर कर नहर में गिर गई। तेज पानी के बहाव होने के कारण कार बहने लगी और उसमें सवार पांचों लोग डूबने लगे ।

स्थानीय लोगों ने बताया कि किसी तरह कार से बाहर निकलकर पहले तो कार को बचाने की कोशिश किया, लेकिन उनका कोई तकनीक काम नहीं किया तो अपनी जिंदगी बचाने के लिए कार को छोड़कर किसी तरह तैर कर बाहर हुए।

बताया जा रहा है कि पानी के साथ बह रही कार कुछ आगे जाकर नहर में समा गई। आस पास के लोगों द्वारा घटना की जानकारी तत्काल चकिया थाना अध्यक्ष को दी गई। मौके पर चकिया पुलिस पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल में जुट गई।

इस संबंध में सीओ चकिया ने बताया कि पिकनिक मनाने के लिए मुगलसराय से आ रहे पांच युवक कार में सवार थे और लतीफ शाह बंधे से ही निकली हुई कर्मनाशा नहर की पटरी से असंतुलित होकर कार नहर के तेज बहाव में बहने लगी, किसी तरह पांचों युवकों ने कार से निकलकर तैरते हुए अपनी जान बचाई। कार भी नहर में समा गई है, उसे निकालने की कोशिश की जा रही है।

गैंगरेप के मामलें में बाल अपचारी को मिलीं जमानत

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली /वाराणसी। बालक न्यायालय, विशेष न्यायाधीश (पाक्सो एक्ट) अजय कुमार की अदालत ने गैंगरेप के मामले में बाल अपचारी को जमानत दे दी। सिकरौल, थाना कैंट निवासी बाल अपचारी "X" को 75-75 हजार रुपये की दो जमानते एवं बन्धपत्र देने पर रिहा करने का आदेश दिया। अदालत में बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक कुमार दुबे व विनीत सेठ ने पक्ष रखा।

अभियोजन पक्ष के अनुसार प्रार्थिनी ने महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई करायी थी। आरोप था कि प्रार्थिनी उत्कर्ष चौहान उर्फ राजा व "X" निवासीगण भोजबीर चौराहा को पहले से जानती व पहचानती है। 26 मार्च 2024 को समय करीब 11 बजे सुबह उत्कर्ष चौहान फ़ोन कर प्रार्थिनी को मिलने के लिये दबाव बनाने लगा। उसके बाद दोपहर 3 बजे के पहले कई बार उत्कर्ष चौहान अपने फ़ोन से प्रार्थिनी को फोन करके होली मिलने के लिये मेहता मगर कालोनी स्थित द्वाराणसी (होम स्टे गेस्ट हाउस) थाना-शिवपुर, मिलने को बुलाया।

प्रार्थिनी लगभग 3 बजे अपने सहेली के साथ उपरोक्त होम स्टे गेस्ट हाउस पर गई तो उत्कर्ष चौहान व "X" दोनों ने मिलकर रूम को बंद कर दिया, प्रार्थिनी और प्रार्थिनी की सहेली को जबरदस्ती बंधक लिया और प्रार्थिनी को जबरदस्ती बीयर और शराब मुँह में डालकर मिलाने लगे, सहेली के शोर मचाने पर उसको छोड़ दिया और प्रार्थिनी का पर्स छीन लिया जिसमें कुछ पैसे आधार कार्ड व ए.टी.एम व मोबाइल व अन्य कागज थे। प्रर्थिनी को लगभग 3 बजे से लेकर 7 बजे शाम तक प्रार्थिनी के साथ दोनों उत्कर्ष चौहान और "X" ने प्रार्थिनी का गला दबाकर बलात्कार किया और फिर 7 बजे गेस्ट हाउस का कमरा खोला और जब प्रर्थिनी उपरोक्त घटना की बाबत शिकायत करने जाने लगी तो उत्कर्ष चौहान ने प्रार्थिनी को जबरदस्ती हाथ पकड़कर अपने गाड़ी पर बैठा लिया और प्रार्थिनी के घर पर छोड़ दिया और धमकी दिया कि अगर ये बात किसी और को बताओगी तो तुमको और तुम्हारे परिवार को जान से मार देंगे। प्रार्थिनी शिवपुर थाने पर जाकर उपरोक्त घटना के बाबत सूचना दिय किन्तु थाने वालों ने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं किया और प्रार्थिनी को थाने से वापस घर भेज दिया।" फिर पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद महिला थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई।

खंडवारी गांव सभा में नाबदान का पानी बह रहा है मार्ग पर नाबदान के पानी से होकर गुजरते राहगीर

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली / चहनिया कस्बा के ग्राम सभा खंडवारी में नालियों की सफाई नही होने से नाबदान का पानी मुख्य मार्ग पर बह रहा है । ग्रामीणो का चलना दुश्वार हो गया है । ग्राम प्रधान से लेकर अधिकारीयो को सूचना देने के बावजूद भी नाली की मरम्मत नहीं हो रही है।

खण्डवारी गांव सभा में मुख्य मार्ग चहनियां वाया पीडियूनगर पर नाली सफाई व नाली मरम्मत के अभाव में नाबदान का पानी बह रहा है । आने जाने वाले लोगो को परेशानियो का सामना करना पड़ता है । बाइक सवार अक्सर इसमे गिरकर घायल होते है । सबसे ज्यादा परेशानी छात्र छात्राओं को होती है । जो सायकिल से गिर जाते है ।

जहां पानी बह रहा है वहा चौराहा है । जो कई गांवो को जोड़ता है । यहां कुछ महीने पहले बनी सड़क भी नाबदान के पानी से क्षतिग्रस्त हो गयी है । ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व अधिकारीयो से गुहार लगाया किन्तु इसे दुरुस्त नही कराया गया ।

जीवित्पुत्रिका पर्व पर भारी भीड़ को देखते हुए मुगलसराय रेलवे प्रशासन एलर्ट
श्रीप्रकाश यादव

चंदौली ।जीवित्पुत्रिका पर्व पर मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर महिलाओं को भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन सतर्क हो गया है। सोमवार को स्टेशन अधीक्षक संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में स्टेशन सभागार में विभागीय अधिकारियों की बैठक में जिउतिया पर स्नार्थियों की भीड़ को संभालने की योजना तैयार की गई।

जिउतिया पर बड़ी संख्या में व्रती महिलाएं वाराणसी गंगा स्नान करने जाती हैं। बिहार से विभिन्न ट्रेनों से आई महिलाएं यहां उतर कर सड़क मार्ग से भी वाराणसी जाती हैं। ऐसे में स्टेशन पर मंगलवार की रात और बुधवार को दिन भर स्टेशन पर अधिक भीड़ होगी। तीन अक्तूबर 2007 को स्थानीय रेलवे स्टेशन  पर भीड़ अधिक होने से फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर भगदड़ मच गई थी। इस घटना में 14 महिलाओं की मौत हो गई थी। उसके बाद प्रतिवर्ष जीवित्पुत्रिका के मौके पर प्लेटफार्मों पर सुरक्षा बलों को विशेष टीम लगाई जाती है।

भीड़ को संभालने केलिए विशेष योजना बनाई जाती है। इसी क्रम में सोमवार की शाम हुई बैठक में आरपीएफ, जीआरपी और वाणिज्य विभाग को सतर्क किया गया। निर्णय लिया गया कि मंगलवार और बुधवार को दो पैसेंजर ट्रेन को एक साथ आमने सामने के प्लेटफार्म पर नहीं लिया जाएगा। ट्रेनों के आने जाने की सूचना लगातार दी जाएगी। जीआरपी और आरपीएफ की टीम के साथ वाणिज्य विभाग की टीम लगातार यात्रियों की सहायता में लगी रहेगी।
दो साल पहले ही की थी लव मैरिज, 22 वर्षीय विवाहिता ने फांसी लगाकर दे दी जान
श्रीप्रकाश यादव

चंदौली। सैयदराजा थाना क्षेत्र के काजीपुर गांव में मंगलवार की देर रात 22 वर्षीय विवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की वजह पारिवारिक कलह बताई जा रही है। घटना के कुछ देर पहले भी पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि अभी किसी भी पक्ष की ओर से कार्रवाई के बाबत तहरीर नहीं दी गई है।

भगवानपुर निवासी दीपक द्विवेदी की पुत्री अर्पिता 22 वर्ष ने दो साल पहले काजीपुर गांव निवासी आयुष पांडेय के साथ लव मैरिज की थी। आयुष टेंट हाउस का काम करता है। शादी के कुछ समय बाद ही पति पत्नी के बीच मनमुटाव शुरू हो गया। परिवारवालों के अनुसार मंगलवार की रात अर्पिता और आयुष में झगड़ा हुआ इसके बाद आयुष छत पर सोने चला गया और अर्पिता अपने कमरे में चली गई। देर रात लगभग एक बजे आयुष नीचे आया तो उसकेे कमरे का दरवाजा भीतर से बंद मिला। काफी खटखटाने और आवाज देने के बाद भी अर्पिता ने दरवाजा नहीं खोला तो आयुष और उसके पिता ने मिलकर दरवाजा तोड़ दिया। भीतर का नजारा देखकर दोनों सन्न रह गए। अर्पिता का शरीर फंदे से लटकर रहा था। इसके बाद परिजनों ने 112 पुलिस को सूचना दी। थाना प्रभारी सैयदराजा मौके पर पहुंच गए और शव को कब्जे में ले लिया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।