देवघर-ब्लड डोनेशन ऑन व्हील्स के तहत फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट ऑफ देवघर द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर
देवघर:
रक्त अधिकोष में रक्त की कमी को देखते हुए इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी देवघर द्वारा चलाए जा रहे बहुआयामी मुहिम "ब्लड डोनेशन ऑन व्हील्स" के तहत फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट ऑफ देवघर द्वारा एक रक्तदान शिविर का आयोजन कुमैठा स्थित फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट परिसर में किया गया। सर्वप्रथम इस रक्तदान शिविर का उद्घाटन फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट ऑफ देवघर के प्राचार्य डॉ नृपेंद्र सिंह लिंगवाल द्वारा सभी आगंतुकों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया तत्पश्चात जिला उपविकास आयुक्त नवीन कुमार, फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट ऑफ देवघर के प्राचार्य डॉ नृपेंद्र सिंह लिंगवाल, रेडक्रॉस चेयरमैन जितेश राजपाल, कार्यकारिणी सदस्य मयंक राय, महेश कुमार,देवनंदन झा, आजीवन सदस्य कृष्णा केशरी द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। मौके पर जिला उपविकास आयुक्त श्री नवीन कुमार ने कहा की जिस प्रकार मानव को जीवित रहने के लिए हवा और पानी की आवश्यकता होती है ठीक उसी प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने हेतु रक्त की आवश्यकता होती है, विज्ञान के इतना तरक्की करने के बावजूद भी मानव रक्त का कोई विकल्प अभी तक तलाशा नहीं जा चुका है जब भी किसी जरूरतमंद को रक्त की आवश्यकता होती है तो हमारे और आपके द्वारा किए गए रक्तदान से ही उसे रक्त की आपूर्ति की जाती है। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे जबर्दस्त आत्म संतुष्टि मिलती है इसीलिए मेरा आप सभी लोगों से आग्रह है स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए नियमित रक्तदान अवश्य करें। वहीं फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट ऑफ देवघर के प्राचार्य डॉ नृपेंद्र सिंह लिंगवाल ने कहा की हम अक्सर देखते हैं की अधिकांश मनुष्य समाज से सिर्फ लेने की अपेक्षा रखता है जो की बिलकुल अनुचित है, हम सभी को मनुष्यत का धर्म निभाते हुए समाज को कुछ देने की प्रवृत्ति भी खुद में लाने की आवश्यकता है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारे संस्थान के सभी शिक्षेकेतर कर्मचारी, अन्य सहयोगी कर्मचारी तथा सभी विद्यार्थियों के सहयोग से हमने यह रक्तदान शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया, चूंकि रक्तदान को जीवनदान कहा जाता है और रक्तदान किसी एक व्यक्ति की जान को तो बचाता ही है बल्कि साथ-साथ में कुछ व्यक्ति के जीवन से जुड़े अन्य परिवारजनों की आशाओं को भी जीवित रखता है, क्योंकि यह किसी भी रक्तदाता को पता नहीं होता कि उसके द्वारा दान किया गया रक्त कितने जरूरतमंद व्यक्ति को मिल रहा है इसीलिए इसे महादान भी कहा जाता है, और आज हमने हमारे संस्थान में पहली बार ऐसा आयोजन किया है आने वाले समय में ऐसे सकारात्मक और समाजहित के जनसरोकारी कार्यक्रम लगातार आयोजित होते रहेंगे। वहीं रेडक्रॉस चेयरमैन जितेश राजपाल ने बताया की शिविरों के माध्यम से रक्तदान होने पर ही ब्लड बैंक में पर्याप्त रक्त उपलब्ध रहता है और फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट द्वारा रक्तदान शिविर लगाकर प्रेरणादायी कार्य किया गया है,चूंकि पीड़ितों की सेवा से बढ़कर कोई दूसरा कार्य नहीं हो सकता और सभी सेवा और सभी दान में रक्तदान सर्वोच्च दान है और इसीलिए रक्तदान को महादान कहा गया है और रक्तदाता को जीवनदाता। ज्ञात हो आज के रक्तदान शिविर में कुल 08 लोगों ने रक्तदान किया जिनके नाम क्रमशः डॉ श्वेता नृपेंद्र लिंगवाल,राज कुमार झा, पवन कुमार,योगेश कुमार यादव, डॉ नृपेंद्र सिंह लिंगवाल,जुली बरनवाल,आनंद कुमार,नरेश कोल हैं। आज के कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावे रेडक्रॉस वाइस चेयरमैन पीयूष जायसवाल, कार्यकारिणी सदस्य विजय प्रताप सनातन,आजीवन सदस्य श्वेता शर्मा, फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट के उपरोक्त के अलावे – प्रोफेसर सुरोजित,सीनियर लेक्चरर अनुपम आलोक, सहायक लेक्चरर गौरव जुनेजा, लेक्चरर डॉ श्वेता लिंगवाल,साक्षी, अर्पणा,सूरज,सुशील,रुचिराम, दृष्मां, विक्रम, राहुल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
Sep 27 2024, 07:31