मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए नवरात्रि में घर ले आएं ये शुभ चीजें, जीवन में होगी सुख-समृद्धि

हिंदू धर्म में नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व माना जाता है. ये पर्व मां दुर्गा को समर्पित होता है. आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है. यह पर्व 9 दिनों तक चलता है. इस पर्व के 9 दिन मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों को समर्पित है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है. इन नौ दिनों में, भक्त उपवास रखते हैं, मंदिरों में जाते हैं और मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना करते हैं.

दुर्गा अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन किया जाता है, इसी के साथ ही नवरात्रि पर्व का समापन हो जाता है और अगले दिन दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है. मान्यता के अनुसार, नवरात्रि के दौरान कुछ विशेष चीजों को घर लाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती हैं. इसलिए नवरात्रि के दौरान इन चीजों को घर जरूर लाना चाहिए. आइए जानते हैं ये खास चीजें कौन सी हैं.

कब है शारदीय नवरात्रि 2024?

वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 3 अक्टूबर की सुबह 12 बजकर 19 मिनट से होगा, और इसका समापन अगले दिन 4 अक्टूबर की सुबह 2 बजकर 58 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार, शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार से आरंभ होंगी और इस पर्व का समापन 12 अक्टूबर 2024, दिन शनिवार को होगा.

नवरात्रि के दौरान घर लाएं ये खास चीजें

मां लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर

नवरात्रि में मां लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर घर में लाना बहुत शुभ माना जाता है. लेकिन इस बात का खास ख्याल रखें की लक्ष्मी माता की ऐसी तस्वीर या मूर्ति को ही घर लाएं जिसमें वे कमल के आसन पर विराजमान हों और उनके हाथों से धन वर्षा हो रही हो. इस तस्वीर को घर के मंदिर या पूजा स्थल में स्थापित करें. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में धन का आगमन होता है.

चांदी का सिक्का

नवरात्रि के दिनों में चांदी का सिक्का घर लाना भी बहुत शुभ माना जाता है. लेकिन सिक्के पर गणेश जी या मां लक्ष्मी की प्रतिमा बनी हो, ऐसा सिक्का ज्यादा शुभ माना जाता है. इस सिक्के को घर के मंदिर या पूजा स्थल में रखें. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में धन की वृद्धि होती है.

श्रृंगार का सामान

नवरात्रि में श्रृंगार का सामान जैसे चूड़ी, बिंदी, सिंदूर, मेहंदी आदि घर लाना भी बहुत शुभ माना जाता है. इन चीजों को मां दुर्गा को अर्पित कर पूजा स्थल में रखें. मान्यता है कि ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास और खुशहाली आती है.

कमल का फूल

मां लक्ष्मी को कमल का फूल बेहद प्रिय होता है. इसलिए नवरात्रि के दौरान घर मे कमल का फूल लाएं और मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान उनको अर्पित करें.

तुलसी का पौधा

नवरात्रि के दौरान तुलसी का पौधा घर में लगाना भी बहुत अच्छा माना जाता है. मान्यता है कि नवरात्रि में तुलसी का नया पौधा घर लाकर लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. तुलसी के पौधे की नियमित पूजा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और घर मे सुख-शांति व समृद्धि बनी रहती है.

नवग्रह यंत्र"

नवरात्रि के दौरान घर मे नवग्रह यंत्र को घर में स्थापित करने से सभी ग्रहों का शुभ प्रभाव पड़ता है और घर में सुख-समृद्धि आती है.

स्वास्तिक

स्वास्तिक का चिन्ह बेहद शुभ माना जाता है. नवरात्रि के दौरान इसे घर के मुख्य द्वार पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.

नोट :-- इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है.

UKSSSC भर्ती 2024: सरकारी नौकरी की तलाश करने वालों के लिए अच्छा मौका,आवेदन शुरू,ऐसे करें अप्लाई

12वीं और ग्रेजुएशन पूरा कर सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है. उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने अतिरिक्त निजी सचिव (APS), निजी सहायक, स्टेनोग्राफर और डाटा एंट्री ऑपरेटर पदों पर भर्तियों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है. इन पदों के लिए 24 सितंबर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इच्छुक अभ्यर्थी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट sssc.uk.gov.in पर जाकर 14 अक्टूबर तक अप्लाई कर सकते हैं.

इस भर्ती प्रक्रिया के जरिए आयोग कुल 257 पदों पर भर्तियां करेगा. आवेदन करने के बाद रजिस्टर्ड कैंडिडेट 18 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक आवेदन एप्लीकेशन फाॅर्म में करेक्शन भी कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि इन पदों के लिए किस उम्र तक के अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं और चयन कैसे किया जाएगा.

क्या होनी चाहिए योग्यता?

पर्सनल असिस्टेंट, स्टेनोग्राफर/पर्सनल असिस्टेंट, स्टेनोग्राफर कम डाटा एंट्री ऑपरेटर और पर्सनल असिस्टेंट/स्टेनोग्राफर ग्रेड II पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी का 12वीं पास होना अनिवार्य है. वहीं अतिरिक्त निजी सचिव पदों के लिए कैंडिडेट के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए.

कितनी होनी चाहिए उम्र?

आवेदक की उम्र 21 वर्ष से 42 वर्ष के बीच होनी चाहिए. अधिकतम उम्र सीमा में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को सरकार के नियमानुसार छूट भी दी गई है. उम्र की गणना 1 जुलाई 2024 से की जाएगी.

आवेदन फीस

सामान्य और ओबीसी श्रेणियों से संबंधित आवेदकों को 300 रुपए एप्लीकेशन फीस जमा करनी होगी. वहीं एससी, एसटी, ईडब्ल्यूएस और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के अभ्यर्थियों को 150 रुपए आवेदन शुल्क देना होगा.

ऐसे करें अप्लाई

UKSSSC की आधिकारिक वेबसाइट sssc.uk.gov.in पर जाएं.

होम पेज पर दिए गए UKSSSC स्टेनो भर्ती आवेदन के लिंक पर क्लिक करें.

रजिस्ट्रेशन करें और आवेदन फाॅर्म भरें.

डाक्यूमेंट्स अपलोड करें और फीस जमा कर सबमिट करें.

कैसे होगा सिलेक्शन?

इस सभी पदों पर आवेदकों का चयन लिखित परीक्षा के जरिए तैयारी की गई मेरिट के माध्यम से किया जाएगा. एग्जाम की डेट आयोग बाद में जारी करेगा. अपर निजी सचिव पद पर चयनित अभ्यर्थी को 47,600 से 1,51,100 रुपए प्रति माह सैलरी दी जाएगी. इस भर्ती से संबंधित अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी जारी आधिकारिक अधिसूचना को चेक कर सकते हैं.

पीएम मोदी का पुणे दौरा: मेट्रो का करेंगे उद्घाटन,देंगे करोड़ों की सौगात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाराष्ट्र के पुणे का दौरा करेंगे, जहां पहुंचकर वह 22 हजार 900 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. इसके साथ ही वह पुणे के लोगों को मेट्रो की सौगात भी देंगे. पीएम मोदी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से स्वारगेट को जोड़ने वाली अंडरग्राउंड मेट्रो का उद्घाटन करेंगे. यह विकास शहर के शहरी ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक जरूरी कदम साबित होगा और इससे मेट्रो नेटवर्क को और बढ़ावा मिलेगा.

इसके अलावा वह भिड़े वाडा में कई और अहम परियोजनाओं की भी शुरुआत करेंगे. इसमें कई बहुप्रतीक्षित स्मारक भी शामिल हैं. यह वही ऐतिहासिक जगह है, जहां महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने लड़कियों के लिए भारत का पहला स्कूल स्थापित किया था. पीएम मोदी के दौरे के लिए पुणे प्रशासन की ओर से आदेश जारी किया गया है कि नदी साइड एरिया और भिड़े ब्रिज को पार्किंग के लिए अधिग्रहित किया गया है, जिसके चलते लोगों को भारी ट्रैफिक का सामना करना पड़ सकता है.

यह क्षेत्र रहेंगे अधिग्रहित

यही नहीं पार्किंग के लिए पाटिल प्लाजा, न्यू इंग्लिश स्कूल तिलक रोड, म्हात्रे ब्रिज के पास डीपी रोड, न्यू इंग्लिश स्कूल, रमनबाग, हरजीवन अस्पताल, सावरकर चौक PMPML गार्डन,पूरम चौक, निलयम टॉकीज, विमलाताई गरवारे स्कूल,आबासाहेब गरवारे कॉलेज, कटारिया स्कूल, मिनर्वा पार्किंग. मण्डी, हमालवाड़ा इन सभी जगहों को भी अधिग्रहित किया गया है.

पीएम मोदी का छठा पुणे दौरा

इससे पहले भी पीएम मोदी पुणे को कई सौगात दे चुके हैं और मेट्रो परियोजना के सिलसिले में भी पीएम मोदी का यह छठा पुणे दौरा है. नई मेट्रो लाइन की शुरुआत गुरुवार 26 सितंबर से शुरू हो जाएगी. भविष्य में इस मेट्रो लाइन को और बढ़ाने का प्लान भी तैयार किया है, जिसमें दो और लाइन को जोड़ जाएगा. इसमें से एक PCMC से निगडी तक और दूसरा स्वारगेट से कटराज तक शामिल है. इसका लक्ष्य पूरे पुणे में मेट्रो की पहुंच बढ़ाना है.

कोलकाता मर्डर केस: सीबीआई ने किया बड़ा खुलासा, पुलिस स्टेशन में बदले गए थे सबूत, पढ़े पूरी खबर को

कोलकाता में लेडी डॉक्टर की हत्या के मामले में सीबीआई ने सनसनीखेज दावा किया है. सीबीआई ने बुधवार को दावा किया कि पुलिस स्टेशन में सबूत बदले गए थे. इससे पहले भी लेडी डॉक्टर की हत्या के मामले में पुलिस पर सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप लगे थे. इस बाबत सीबीआई ने टाला थाने के तत्कालीन पूर्व ओसी को अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया था.

इस बार उस टाला थाने के खिलाफ बड़ी शिकायत आई है. आरोप है कि थाने के अंदर सबूत बदल दिए गए और झूठे रिकॉर्ड बनाए गये. केंद्रीय जांच एजेंसी ने बुधवार को विशेष सीबीआई अदालत में इसका खुलासा किया.

बता दें कि नौ अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में लेडी डॉक्टर का शव मिला था. शव के पोस्टमार्टम के बाद उसके साथ शारीरिक शोषण के आरोप में सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था. बाद में इस मामले में साजिश रचने के आरोप में कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला थाना के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया गया था.

टाला थाने के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल ने जब कोर्ट में जमानत की अर्जी दी तो सीबीआई ने कई दलीलें देते हुए जमानत का विरोध किया. उन तर्कों में एक बिंदु पर रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप था.

थाने में बनाए गये फर्जी रिकॉर्ड, सीबीआई का दावा

जांचकर्ताओं ने दावा किया कि टाला पुलिस स्टेशन के अंदर फर्जी रिकॉर्ड बनाए गए थे. सीबीआई की ओर से दिए गए दस्तावेज में प्वाइंट 4 में लिखा है, ‘फॉल्स रिकॉर्ड क्रिएटेड या अल्टरड’ यानी गलत रिकॉर्ड बनाया या बदला गया है.

सीबीआई का दावा है कि आरजी कर मामले में परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और आरोपियों से पूछताछ के आधार पर यह जानकारी सामने आई है.

टाला थाने की भूमिका पर शुरू से ही सवाल उठते रहे हैं. सही समय पर FIR क्यों दर्ज नहीं की गई? पुलिस ने जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार क्यों किया? ऐसे तमाम सवाल उठे हैं.

बुधवार को कोर्ट में अपनी ओर से बहस करते हुए पूर्व ओसी अभिजीत मंडल ने दावा किया कि घटना के दिन उन्होंने अपना काम ठीक से किया था. नौ अगस्त को वारदात की सुबह 9:30 बजे खबर मिली और सुबह साढ़े दस बजे घटना स्थल पर पहुंचे.

नॉर्को और पॉलीग्राफ टेस्ट को नहीं मिली मंजूरी

उनका तर्क है कि भले ही उनके खिलाफ साजिश का आरोप तय हो गया हो, लेकिन यह जमानती धारा है, इसलिए उन्हें जमानत दी जानी चाहिए, लेकिन उनका तर्क टिक नहीं पाया. सीबीआई की याचिका पर संदीप घोष और अभिजीत मंडल को 30 सितंबर तक जेल रिमांड में दिया गया है. इसके साथ ही संदीप घोष की भी जमानत याचिका खारिज कर दी गयी.

आरजी कर में लेडी डॉक्टर हत्या के मामले में उन्हें अदालत में पेश किया गया था. उन पर सबूतों को गलत साबित करने की कोशिश करने और देर से एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाया गया है. दोनों का नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट होगा या नहीं, इस पर सुनवाई बुधवार को होनी थी, लेकिन सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के कोलकाता कार्यालय के एक विशेषज्ञ किसी राज्य में केस के काम से गये हैं. इसलिए वह बुधवार को कोर्ट नहीं आ सके.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की भारतीय चेस खिलाड़ियों से मुलाकात,गोल्ड जीतने पर दी बधाई*

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार 25 को चेस ओलंपियाड 2024 में इतिहास रचने वाले भारतीय खिलाड़ियों से मुलाकात की.

इनमें पुरुष और महिला दोनों ही खिलाड़ी शामिल थे. ये मुलाकात पीएम के नई दिल्ली स्थित आवास पर हुई.

इस दैरान पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों को स्वर्ण जीतने और उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मुबारकबाद दी. पीएम मोदी ने खिलाड़ियों के साथ शतरंज भी खेला साथ ही उनसे बातचीत भी की.

पीएम से मुलाकात के दौरान सभी खिलाड़ी बेहद खुश नजर आए. पीएम ने सभी के साथ तस्वीरें खिंचवाई.

भीषण सड़क हादसा:एक साथ जलीं 9 चिताएं, ट्रक और ऑटो रिक्शा की भिड़ंत में 9 लोगों की मौत, 1 घायल

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में बीते मंगलवार को दमोह-कटनी स्टेट हाईवे पर समन्ना के पास एक दर्दनाक हादसा हो गया था. ट्रक और ऑटो रिक्शा की भिड़ंत में नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. इन सभी लोगों का आज एक साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दर्दनाक हादसे में मौके पर ही सात लोगों ने दम तोड़ दिया था,

जबकि तीन गंभीर घायलों को जबलपुर रेफर किया गया था. देर रात एक महिला ने दम तोड़ दिया था तो वहीं आज सुबह एक मासूम बच्चे की सांस भी थम गई.

हादसे में ऑटो सवार 10 लोगों में से अब महज एक महिला जबलपुर मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है, जबकि नौ जिंदगियां खत्म हो गई हैं. हादसे के बाद से गांव में मातम का माहौल फैल गया. बुधवार दोपहर के समय जब एक घर से एक साथ आठ अर्थियां और एक घर से एक अर्थी उठी तो मौके पर मौजूद हर आंखों में आंसू आ गए. शहर के शोभानगर से जटाशंकर मुक्ति धाम तक एक के पीछे एक नौ शव यात्राएं, जब गलियों से गुजरीं तो लोग हतप्रद रह गए.

एक साथ 9 चिताओं में लगाई गई आग

अंतिम यात्रा में शामिल दमोह के लोगों ने इससे पहले एक साथ न तो कभी इतनी शव यात्राएं देखीं और न ही श्मशान घाट पर एक साथ इतनी चिताओं को मुखाग्नि देते किसी को देखा, लेकिन दिल पर पत्थर रखकर लोगों ने हादसे में मारे गए गुप्ता परिवार के नौ लोगों को अंतिम विदाई दी. इस परिवार के सदस्य अपनों के खोने के जिस दौर से गुजर रहे हैं वो उनका दिल जानता है और रुंधे गले से जब वो गिनाते हैं कि उनका कौन-कौन संबंधि अलविदा कह गया तो सुनकर रूह कांप जाती है.

पीड़ित परिवार की पूरी मदद की जाएगी

बेहद गमगीन माहौल में हुए अंतिम संस्कार में चार पुरुषों, तीन महिलाओं और दो बच्चों को अंतिम विदाई दी गई. दमोह के जिला और पुलिस प्रशासन के प्रतिनिधि भी इस अंतिम यात्रा में शामिल हुए और उन्होंने अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं. कलेक्टर सुधीर कोचर ने कहा कि इस परिवार की मदद के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और कहीं कोई दिक्कत नहीं आएगी. वहीं एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि हादसे की शुरुआती जांच में पाया गया है कि ड्रायवर नशे की हालत में था. इस हादसे के पहले भी कुछ दूरी पर एक गोवंश को मारकर आया था.

वॉट्सऐप पर ये 4 नंबर कर लें सेव, घर बैठे होगा हर काम, जानें कौन से नंबर हैं आपके लिए फायदेमंद

वॉट्सऐप यूज करते हैं तो ये नंबर्स आपके लिए फायदामंद साबित होंगे. इन नंबर्स को सेव करने के बाद आपको कहीं जानें कि जरूरत नहीं पड़ेगी आपका काम घर बैठे हो जाएगा. अगर आप किसी सरकारी पेपर को पास करने की तैयारी कर रहे हैं, तो डाउट क्लीयर करने, गैस सिलेंडर घर बैठे मंगवाने से लेकर फूड डिलीवरी तक सब कुछ वॉट्सऐप के जरिए कैसे हो सकता है. ये सब सर्विस वाॉटसऐप पर हासिल करने के लिए यहां बताएंगे नंबर्स को अपने कॉन्टैक्ट्स में सेव कर लें.

ये नंबर करेंगे मदद

इसके लिए अपने कॉन्टैक्ट्स में Doubtnut (Doubt Solving): +91-8400400400 नंबर सेव करें. ये इस नंबर पर आप अपना कोई भी सावल, डाउट का जवाब का हासिल कर सकते हैं, ये आपको जवाब के साथ उससे रिलेटेड वीडियो भी शेयर करता है जिसे देखकर आप ज्यादा बेहतर तरीके से अपने डाउट क्लीयर कर सकते हैं.

घर बैठे सिलेंडर करें बुक

इसके अलावा अगर आप घर बैठे सिलेंडर ऑर्डर करना चाहते हैं तो ये नंबर आपके लिए है. Indian Oil का ये नंबर +91-7588888824 अपने फोन में सेव करलें. इस पर ना सिर्फ आप सिलेंडर की बुकिंग कर सकते हैं बल्कि उसे अपने हिसाब से डिलीवरी डे और टाइम भी सलेक्ट कर सकते हैं. यही नहीं आप इसकी पेमेंट भी ऑनलाइन ही कर सकते हैं.

ट्रेन में खाना करें ऑर्डर

अगर आप ट्रेन से बहुत ज्यादा ट्रेवल करते हैं तो इस वॉट्सऐप नंबर Zoop(Food Delivery on Train) +91-7042062070 पर हाय का मैसेज लिख कर सेंड कर दें. यहां से आप ट्रेन में बैठे-बैठे खाना ऑर्डर कर सकते हैं. इसके अलावा अपना पीएनआर स्टेट्स चेक कर सकते हो. अगर आपको ट्रेन में कोई दिक्कत हो रही है या कोई आपको परेशान कर रहा है तो उसकी शिकायत भी आप यहां से ही कर सकते हैं.

फ्लाइट से जुड़ी अपडेट

फ्लाइट से सफर करते हैं तो आप इस नंबर 7065145858 के जरिए फ्लाइट बुकिंग से लेकर फ्लाइट स्टेट्स भी चेक कर सकते हैं. ये नंबर आपकी फ्लाइट से जुड़ी लगभग परेशानियों को दूर कर सकता है.

इन नंबर पर आपको केवल हाय लिख कर सेंड करना होगा, इसके बाद जो-जो सवाल पूछें जाएं उनका रिप्लाई देते रहे. अपना सवाल लिखकर उसका जवाब हासिल सकते हैं.

पश्चिम बंगाल: तृणमूल कांग्रेस के सांसद हाजी नुरुल इस्लाम का निधन, ममता बनर्जी ने जताया शोक

पश्चिम बंगाल केउत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट के तृणमूल कांग्रेस के सांसद हाजी नुरुल इस्लाम का बुधवार को निधन हो गया. 

वह 61 साल के थे. लीवर कैंसर से पीड़ित हाजी नुरुल इस्लाम का दोपहर निधन हो गया. बुधवार सुबह से उनकी शारीरिक स्थिति बिगड़ गई. डॉक्टरों की एक टीम उनके घर पहुंची, लेकिन तब-तक उनकी मौत हो चुकी थी.

बता दें कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने अभिनेत्री और सांसद नुसरत जहां की जगह हाजी नुरुल इस्लाम को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था और ममता बनर्जी की आशा को पूरा करते हुए उन्होंने जीत हासिल की थी.

साल 2009 में हाजी नुरुल पहली बार बशीरहाट से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर सांसद निर्वाचित हुए थे. उसके बाद साल 2014 में उन्हें जंगीपुर से उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन जंगीपुर में वह पराजित हो गये थे.

फिर 2016 में पार्टी ने उन्हें फिर से हरोआ विधानसभा के लिए नामांकित किया. वहां से वे जीतकर विधायक बने. फिर 2021 में हाजी नुरुल इस्लाम ने हरोआ विधानसभा से दोबारा जीत हासिल की.

2024 में बीजेपी उम्मीदवार रेखा पात्रा को किया था पराजित

फिर 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर से बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उनके सामने बीजेपी की रेखा पात्रा थीं. लोकसभा चुनाव के दौरान, जब पार्टी ने हाजी नुरुल को उम्मीदवार बनाया, तो राज्य में संदेशखाली मुद्दे पर उथल-पुथल मच गई थी.

बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार को लेकर हंगामा मचा हुआ था. विपक्ष की ओर से राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी पर लगातार आरोप लगाये जा रहे थे, लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने फिर भी नुरुल इस्लाम पर भरोसा किया और जीत हासिल कर उन्होंने भरोसा को कायम रखा था.

निधन पर सीएम ममता ने जताया शोक

हालांकि, चुनाव में खड़े होने के बाद से उन्हें बीमारी के कारण कई बार अस्पताल जाना पड़ा. वह उस लिहाज से चुनाव प्रचार में नजर नहीं आये. इसके बाद हाजी नुरुल इस्लाम ने बुधवार दोपहर अपने घर पर अंतिम सांस ली.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाजी नुरुल इस्लाम के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि बशीरहाट के सांसद हाजी एसके नूरुल इस्लाम के निधन के बारे में जानकर उन्हें बहुत ही दुख हुआ है. वह एक समर्पित कार्यकर्ता के साथ-साथ गरीबों के हित के लिए काम करने वाले थे. वह उनके परिवार, सहकर्मी और मित्रों के प्रति अपनी संवेदना जताती हैं.

कंगना रनौत के कृषि कानून समर्थन पर कांग्रेस का पलटवार: प्रमोद तिवारी ने कहा - बीजेपी के मन में यही है

बीजेपी की मंडी से सांसद कंगना रनौत के तीन कृषि कानून पर दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और उप नेता राज्यसभा प्रमोद तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा कि कंगना ने वही कहा जो पूरे बीजेपी के मन में है. तिवारी ने दावा किया कि जिस दिन बीजेपी मजबूत होगी उस दिन यह लोग ये तीनों काला कानून वापस लाएंगे. मीडिया से बात करते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि आखिर कंगना रनौत है कौन यह बताया जाए, यह वही कंगना है जिनको प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने अवॉर्ड दिया था, जिसने इंदिरा गांधी पर फिल्म बनाई.

प्रमोद तिवारी ने कंगना को लेकर कहा कि यह वही है जिनको मोदी सरकार ने अपने शासनकाल में बहुत खुश होकर पद्म पुरस्कार पद्मश्री दिया. ये वही है जो इंदिरा गांधी जी पर इमरजेंसी फिल्म बना रही है और वह फिल्म कैसे बन रही है कौन फाइनेंस कर रहा है इसके लेकर तमाम चर्चाएं हैं. कांग्रेसी सांसद ने कहा कि कंगना भाजपा के सर्वोच्च नेतृत्व के बहुत करीब हैं, जिन्हे मुंबई से निकाल कर मंडी ले जाया गया. हिमाचल प्रदेश में चुनाव लड़ाया गया, मोदी जी से लेकर नीचे के नेताओं तक की लाइन लग गई थी इनके प्रचार में, इनको जिताने के लिए.

बीजेपी वापस लाएगी काले कानून

कांग्रेस सांसद ने दावा करते हुए कहा कि जिस दिन भारतीय जनता पार्टी शक्तिमान बनेगी दूसरों पर निर्भर नहीं रहेगी, उसी दिन यह तीनों काले कानून लाएगी. कंगना रनौत ने वही बोला है जो भाजपा के मन में है. भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा जान ले, पहचान ले, समझ ले और नोट कर ले जब तक कांग्रेस और इंडिया गठबंधन है किसानों के खिलाफ यह तीनों काले कानून नहीं लाने देंगे

क्या कहा था कंगना ने

मंडी सीट से लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने मांग करते हुए कहा था कि केंद्र सरकार को 3 कृषि कानूनों को फिर से लाना चाहिए जिन्हें भारी विरोध के बाद वापस ले लिया गया था. ये तीनों कानून किसानों के हित में थे और उन्हें खुद इसे वापस लाने की मांग करनी चाहिए. हालांकि खुद कंगना रनौत ने कहा, हो सकता है कि उनकी इस बात पर विवाद हो, लेकिन इसे लागू करना चाहिए.

किसानों पर बयान देकर विवाद में फंसी कंगना रनौत, बाद में वापस लिया बयान, जाने विपक्ष ने क्या कहा

अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कृषि कानून पर बयान देकर देश का सियासी पारा बढ़ा दिया. हालांकि उन्होंने अपने बयान में ही उम्मीद जताई थी कि इस पर विवाद हो सकता है. कंगना के बयान को निजी बताते हुए बीजेपी ने बयान से किनारा कर लिया. आखिरकार विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना बयान को वापस ले लिया है.

कंगना रनौत ने कहा, ‘पिछले बीतें कुछ दिनों में मीडिया ने किसान कानून से संबंधित कुछ सवाल किया और मैंने सुझाव दिया कि किसानों को किसान कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहिए. मेरी इस बात से बहुत से लोग निराश हैं. जब ये आया था तब बहुत से लोगों ने समर्थन किया था, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री जी ने बड़े संवेदनशीलता से वापस ले लिया था. मेरे विचार अपने नहीं होने चाहिए, मेरी पार्टी का स्टैंड होना चाहिए. अगर अपनी सोच से किसी को निराश किया है तो मुझे खेद रहेगा. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं

विपक्षी दलों ने बीजेपी का छिपा एजेंडा बताया

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि बीजेपी की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं और उनका बयान कृषि बिलों पर बीजेपी के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता है. वहीं, विपक्षी दलों ने इसे बीजेपी का छिपा एजेंडा बताया. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनके बयान से बीजेपी का हिडेन एंजेडा सामने आ गया है. मामले पर AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए. साथ ही सरकार में सहयोगी जेडीयू ने भी कंगना के बयान का विरोध किया.

कंगना के बयान पर कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी की सांसद कंगना रनौत का कहना है कि तीन कृषि कानून को लागू करने का समय आ गया है. हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनी तो ये तीन काले कानून लागू करेंगे. मैं चुनौती देता हूं. हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी और कोई ताकत नहीं है जो तीन काले कानूनों को फिर से लागू करवा सके.

मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘750 किसानों की शहादत के बाद भी किसान विरोधी बीजेपी और मोदी सरकार को अपने घोर अपराध का अहसास नहीं हुआ. तीन काले किसान-विरोधी कानूनों को फिर से लागू होने की बात की जा रही है. कांग्रेस पार्टी इसका कड़ा विरोध करती है. किसानों को गाड़ी के नीचे कुचलवाने वाली मोदी सरकार ने हमारे अन्नदाता के लिए कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूकें सबका इस्तेमाल किया, ये भारत के 62 करोड़ किसान कभी भूल नहीं पाएंगे. इस बार हरियाणा समेत सभी चुनावी राज्यों से किसानों पर खुद प्रधानमंत्री द्वारा संसद में किसानों को आंदोलनजीवी और परजीवी की अपमानजनक टिप्पणी का करारा जवाब मिलेगा.’

सरकार ने 2021 में वापस ले लिए थे तीनों कानून

दरअसल, मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में 3 कृषि कानून पारित किए थे, जिनका किसानों ने जमकर विरोध किया था. एक साल से भी ज्यादा समय तक किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन किया था. इस दौरान कई किसानों की मौत होने के भी आरोप लगाए गए थे. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए साल 2021 में सरकार ने इन तीनों कानूनों को निरस्त करने का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने किसान कानूनों को वापस लेते हुए कहा था कि मैं किसानों को समझा नहीं पाया, कहीं चूक हुई है.