सरायकेला : दुर्गा पूजा अनुमंडल स्तरीय शांति समिति की बैठक फोटो 33 लाइसेंसी ,64 गैर लाइसेंसी दुर्गा पूजा कमिटी स्तरीय...


सरायकेला : चांडिल अनुमंडल कार्यालय सभागार में बुधवार को एसडीएम विकाश राय की अध्यक्षता में अनुमंडल स्तरीय दुर्गा पूजा शांति समिति की बैठक हुई .जिसमे एस. डी. पी.ओ . सुनील कुमार,जीप उपाध्यक्ष जीप सदस्य चांडिल मध्य पिंकी लायक, जीप सदस्य ज्योति लाल मांझी उपस्थित थे. बैठक में दुर्गा पूजा कमिटी के सदस्यों ने ट्रैफिक नियंत्रण , नियमित विद्युत आपूर्ति,जर्जर तार,पोल की बदली, एन. एच,33 रांची जमशेदपुर मार्ग में लाइन होटल ढाबा में दुर्गा पूजा के अवसर पर अवैध शराब की बिक्री सहित या सरकारी शराब दुकानों पर तीन दिन शराब बंदी ड्राई डे घोषित करने की मांग, चांडिल बाजार में नियमित विद्युत जलापूर्ति , ट्रैफिक पुलिस और पंडालों में महिला पुलिस की तैनाती प्रस्ताव रखा. मौके पर शांति समिति सदस्यो से एसडीएम विकाश राय ने चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के सभी दुर्गा पूजा समिति से विधि व्यवस्था को लेकर जानकारी लिया . उन्होंने क्षेत्र में अनुज्ञप्ति धारी और गैर लाइसेंसी दुर्गा पूजा समितियों से कहा पंडाल में सीसी कैमरा लगाने, अग्नि सुरक्षा उपकरण लगाने, डस्टबीन लगाने बिलिचिंग का छिड़काव साफ सफाई,पंडालों में श्रद्धालु को आने जाने के मार्ग को विस्तृत सुगम बनाने, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन रात्रि 9 बजे निर्धारित समय पर किए जाने , आदि सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के पालन का आदेश दिया. मौके पर नीमडीह प्रखंड अंतर्गत लुपुगडीह निर्माणाधीन एन. एच. 32 टाटा - धनबाद मार्ग पर अधूरे निर्माण कार्य में टोल वसूली का मामला गरमाया ,मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी ने आश्वस्त करते हुए कहा आवेदन के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया जल्दी समाधान निकलेगा.
नारायण आईटीआई में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती आयोजित

सरायकेला : नारायण आईटीआई लुपुंगडीह परिसर  में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस अवसर संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडे जी कहा कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष थे। उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद नामक विचारधारा दी। वे एक समावेशित विचारधारा के समर्थक थे जो एक मजबूत और सशक्त भारत चाहते थे। राजनीति के अतिरिक्त साहित्य में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी। उन्होंने हिन्दी और अंग्रेजी भाषाओं में कई लेख लिखे, जो विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। 1937 में जब वे कानपुर से स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे तब अपने सहपाठी बालूजी महाशब्दे की प्रेरणा से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आये। संघ के संस्थापक डॉ० हेडगेवार का सान्निध्य कानपुर में ही मिला। उपाध्याय जी ने पढ़ाई पूरी होने के बाद संघ का दो वर्षों का प्रशिक्षण पूर्ण किया और संघ के जीवनव्रती प्रचारक हो गए और आजीवन संघ के प्रचारक रहे। इस अवसर पर एडवोकेट निखिल कुमार, अनूप कुमार महतो, पवन कुमार महतो, जयंत बनर्जी , कृष्ण पद महतो, शशि भूषण महतो, गौरव महतो, अजय मंडल आदि उपस्थित रहे।
ईचागढ़ विधान सभा में 97 स्थानों में शारदीय नवरात्र की जोर शोर में तैयारी में...

सरायकेला : ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में शारदीय नवरात्र को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. इस साल शारदीय नवरात्र तीन अक्टूबर से शुरू हो रही है. दो अक्टूबर बुधवार को महालया के साथ ही दुर्गोत्सव की धूम शुरू हो जाएगी. इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह है. पूजा आयोजन समिति भी अपने-अपने पूजा पंडाल और धार्मिक अनुष्ठानों को सबसे बेहतर बनाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं ।

चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में शारदीय नवरात्र के प्रथमा से विजया दशमी तक दुर्गोत्सव की धूम रहती है. अधिकांश स्थानों में षष्ठी से दशमी तक दुर्गोत्सव उत्साह के साथ मनाया जाता है. कारीगरों की ओर से पंडालों को आकर्षक रूप देने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है. वहीं मूर्तियों को मूर्त रूप देने के लिए मूर्तिकार दिन-रात काम में जुटे हुए हैं. मूर्ति में विशेष आभा के साथ चमक बढ़ाने के लिए पश्चिम बंगाल से लाई गई विशेष प्रकार की दूध मिट्टी का उपयोग किया जा रहा है ।

अनुमंडल क्षेत्र में होती है 33 लाइसेंसी और 64 गैर लाइसेंसी पूजा।

चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में देवी दुर्गा की पूजा अनुष्ठान 97 स्थानों में की जाती है. प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार चांडिल अनुमंडल में 33 स्थानों में लाइसेंसी और 64 स्थानों में गैर लाइसेंसी पूजा कमेटी है, जो दुर्गोत्सव का आयोजन करती हैं. वहीं, अनुमंडल के पांच थाना क्षेत्रों में पूजा के दौरान विजयादशमी के दिन कुल नौ स्थानों में रावण दहन का आयोजन किया जाता है. जानकारी के अनुसार चांडिल थाना क्षेत्र में चार लाइसेंसी और नौ गैर लाइसेंसी पूजा समिति दुर्गोत्सव का आयोजन करती हैं, लेकिन चांडिल थाना क्षेत्र में रावण दहन नहीं किया जाता है. चौका थाना क्षेत्र में चार लाइसेंसी व पांच गैर लाइसेंसी पूजा होती है. यहां एक स्थान पर रावण दहन का आयोजन किया जाता है. कपाली ओपी क्षेत्र में एक स्थान पर लाइसेंसी और पांच स्थानों में गैर लाइसेंसी समिति की ओर से पूजा का आयोजन किया जाता है. ओपी क्षेत्र में एक स्थान पर रावण दहन किया जाता है.

ईचागढ़ थाना क्षेत्र में सर्वाधिक 37 स्थानों में की जाती है दुर्गा पूजा। 

नीमडीह थाना क्षेत्र में सर्वाधिक 14 स्थानाें में लाइसेंसी और पांच स्थानों में गैर लाइसेंसी पूजा की जाती है. यहां दो स्थानों पर रावण दहन किया जाता है. इसी प्रकार ईचागढ़ थाना क्षेत्र में सर्वाधिक 37 स्थानों में देवी दुर्गा की पूजा की जाती है. इनमें आठ स्थानों में लाइसेंसी व 27 स्थानों में गैर लाइसेंसी पूजा समिति है. ईचागढ़ में भी दो स्थानों में रावण दहन का कार्यक्रम होता है. अनुमंडल क्षेत्र के तिरुलडीह थाना क्षेत्र में कुल 13 स्थानों में दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है. तिरुलडीह में दो लाइसेंसी व 11 गैर लाइसेंसी पूजा समिति है. यहां तीन स्थानों में रावण दहन किया जाता है. बताया जा रहा है कि इनके अलावा भी कई स्थानों में देवी दुर्गा की पूजा प्रतिमा स्थापित कर किया जाता है और रावण दहन का भी आयोजन किया जाता है।